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प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार 2025 के लिए आवेदन 31 जुलाई तक आमंत्रित
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जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास साबिर अहमद सिद्दिकी ने बताया कि प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार 2025 के लिए आवेदन 31 जुलाई तक आमंत्रित किये गये है। सभी नामांकन आधिकारिक राष्ट्रीय पुरस्कार पोर्टल https://awards.gov.in के माध्यम से ऑनलाइन जमा किए जाने है। यह पुरस्कार 05 वर्ष से 18 वर्ष की आयु के बच्चों को दिए जायेंगे। प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार छह श्रेणियों में उत्कृष्टता का प्रदर्शन पर दिया जाता है, जिसमें बहादुरी, सामाजिक सेवा, पर्यावरण, खेल, कला और संस्कृति, तथा विज्ञान और प्रौद्योगिकी शामिल है। अधिक जानकारी और नामांकन के लिए https://awards.gov.in या महिला एवं बाल विकास विभाग में संपर्क कर सकते है।
उन्‍होंने बताया कि प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार देश भर के बच्चों की असाधारण उपलब्धियों को मान्यता देने के लिए भारत के राष्ट्रपति द्वारा प्रतिवर्ष प्रदान किया जाने वाला एक प्रतिष्ठित राष्ट्रीय स्तर का पुरस्कार है। प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार का उद्देश्य विभिन्न क्षेत्रों में भारत के युवाओं की उपलब्धियों का जश्न मनाना, उन्हें बढ़ावा देना, वास्तविक जीवन के आदर्शों को प्रदर्शित करके देश भर के साथियों को प्रेरित करना और बच्चों के समग्र विकास के लिए अनुकूल वातावरण को बढ़ावा देना है।
#देवास
#dewas
Jansampark Madhya Pradesh Ujjain Commissioner Department Of Women Child Development, Madhya Pradesh

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खरखौदा/सोनीपत/सोमपाल सैनी - 7988804545, 8950236002

*द स्टैनफोर्ड स्कूल में मनाया महाशिवरात्रि पर्व*

मंगलवार को द स्टैनफोर्ड स्कूल, थाना खुर्द में महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर एक भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम भगवान शिव की भक्ति, शक्ति और तपस्या को समर्पित था।

कार्यक्रम की शुरुआत *"ॐ नम: शिवाय" के मंत्रोच्चारण, शिव के महामृत्युंजय मंत्र और दीप प्रज्वलन से की गई।* इसके पश्चात छात्रों ने भक्ति भाव से ओत-प्रोत नृत्य और भजन प्रस्तुत कर समा बांध दिया। महाशिवरात्रि के महत्व पर शिक्षकों द्वारा प्रभावशाली भाषण भी दिए गए, जिसमें बताया गया कि यह दिन आत्मचिंतन, तपस्या और भगवान शिव की आराधना के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।

कार्यक्रम में विद्यालय के चेयरमैन उत्सव दहिया ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा: “महाशिवरात्रि केवल एक धार्मिक पर्व नहीं, बल्कि यह आत्मशुद्धि और संयम का प्रतीक है। हमें अपने जीवन में शिव के गुणों को आत्मसात करना चाहिए।”

इसके बाद विद्यालय निर्देशिका पूजा उत्सव दहिया ने भी छात्रों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा: हमारे छात्र इस तरह के धार्मिक एवं सांस्कृतिक आयोजनों के माध्यम से अपनी जड़ों से मजबूत हैं। यह न केवल उनकी प्रतिभा को निखारता है, बल्कि संस्कारों को भी मजबूती देता है।”

अंत में प्राचार्य संजीत कुमार नैन ने सभी प्रतिभागियों, अभिभावकों एवं शिक्षकगणों को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा:
“शिक्षा केवल किताबी ज्ञान
तक सीमित नहीं है, बल्कि
संस्कृति, परंपरा और नैतिक मूल्यों से छात्रों को परिचित कराना भी उतना ही आवश्यक है।”

कार्यक्रम का समापन "हर हर महादेव" के उद्घोष के साथ किया गया।

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भारत का ध्वजनाम तिरंगाप्रयोग राष्ट्रीय ध्वज National flagअनुपात ३:२ (लम्बाई:चौड़ाई )अंगीकृत १९४७अभिकल्पना क्षैतिज तिरंगा झंडा (भारत केसरिया, सफेद और भारत हरा) सफेद पट्टी के केंद्र में 24 तीलियां के साथ एक गहरे नीले रंग का पहिया।अभिकल्पनाकर्ता पिंगली वैंकैयाभारत के राष्ट्रीय ध्वज जिसे तिरंगा भी कहते हैं, तीन रंग की क्षैतिज पट्टियों के बीच नीले रंग के एक चक्र द्वारा सुशोभित ध्वज है। इसकी अभिकल्पना पिंगली वैंकैया ने की थी।[1][2] इसे १५ अगस्त १९४७ को अंग्रेजों से भारत की स्वतंत्रता के कुछ ही दिन पूर्व २२ जुलाई, १९४७ को आयोजित भारतीय संविधान-सभा की बैठक में अपनाया गया था।[3] इसमें तीन समान चौड़ाई की क्षैतिज पट्टियाँ हैं, जिनमें सबसे ऊपर केसरिया रंग की पट्टी जो देश की ताकत और साहस को दर्शाती है, बीच में श्वेत पट्टी धर्म चक्र के साथ शांति और सत्य का संकेत है ओर नीचे गहरे हरे रंग की पट्टी देश के शुभ, विकास और उर्वरता को दर्शाती है।[4] ध्वज की लम्बाई एवं चौड़ाई का अनुपात ३:२ है। सफेद पट्टी के मध्य में गहरे नीले रंग का एक चक्र है जिसमें २४ आरे (तीलियां) होते हैं। यह इस बात प्रतीक है भारत निरंतर प्रगतिशील है| इस चक्र का व्यास लगभग सफेद पट्टी की चौड़ाई के बराबर होता है व इसका रूप सारनाथ में स्थित अशोक स्तंभ के शेर के शीर्षफलक के चक्र में दिखने वाले की तरह होता है। भारतीय राष्ट्रध्वज अपने आप में ही भारत की एकता, शांति, समृद्धि और विकास को दर्शाता हुआ दिखाई देता है।राष्ट्रीय झंडा निर्दिष्टीकरण के अनुसार झंडा खादी में ही बनना चाहिए। यह एक विशेष प्रकार से हाथ से काते गए कपड़े से बनता है जो महात्मा गांधी द्वारा लोकप्रिय बनाया गया था। इन सभी विशिष्टताओं को व्यापक रूप से भारत में सम्मान दिया जाता हैं भारतीय ध्वज संहिता के द्वारा इसके प्रदर्शन और प्रयोग पर विशेष नियंत्रण है।[5]परिचयअशोक चक्रगांधी जी ने सबसे पहले १९२१ में कांग्रेस के अपने झंडे की बात की थी। इस झंडे को पिंगली वेंकैया ने डिजाइन किया था। इसमें दो रंग थे लाल रंग हिन्दुओं के लिए और हरा रंग मुस्लिमों के लिए। बीच में एक चक्र था। बाद में इसमें अन्य धर्मो के लिए सफेद रंग जोड़ा गया। स्वतंत्रता प्राप्ति से कुछ दिन पहले संविधान सभा ने राष्ट्रध्वज को संशोधित किया। इसमें चरखे की जगह अशोक चक्र ने ली जो कि भारत के संविधान निर्माता डॉ॰ बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर ने लगवाया। इस नए झंडे की देश के दूसरे राष्ट्रपति सर्वपल्ली राधाकृष्णन ने फिर से व्याख्या की।[6]21 फीट गुणा 14 फीट के झंडे पूरे देश में केवल तीन किलों के ऊपर फहराए जाते हैं। मध्य प्रदेश के ग्वालियर जिले में स्थित किला उनमें से एक है। इसके अतिरिक्त कर्नाटक के नारगुंड किले और महाराष्ट्र के पनहाले किले पर भी सबसे लम्बे झंडे को फहराया जाता है।[7]१९५१ में पहली बार भारतीय मानक ब्यूरो (बी॰आई॰एस॰) ने पहली बार राष्ट्रध्वज के लिए कुछ नियम तय किए। १९६८ में तिरंगा निर्माण के मानक तय किए गए। ये नियम अत्यंत कड़े हैं। केवल खादी या हाथ से काता गया कपड़ा ही झंडा बनाने के लिए उपयोग किया जाता है। कपड़ा बुनने से लेकर झंडा बनने तक की प्रक्रिया में कई बार इसकी टेस्टिंग की जाती है। झंडा बनाने के लिए दो तरह की खादी का प्रयोग किया जाता है। एक वह खादी जिससे कपड़ा बनता है और दूसरा खादी-टाट। खादी के केवल कपास, रेशम और ऊन का प्रयोग किया जाता है। यहाँ तक कि इसकी बुनाई भी सामान्य बुनाई से भिन्न होती है।[8] ये बुनाई बेहद दुर्लभ होती है। इसे केवल पूरे देश के एक दर्जन से भी कम लोग जानते हैं। धारवाण के निकट गदग और कर्नाटक के बागलकोट में ही खादी की बुनाई की जाती है। जबकी हुबली एक मात्र लाइसेंस प्राप्त संस्थान है जहाँ से झंडा उत्पादन व आपूर्ति की जाती है।[8] बुनाई से लेकर बाजार में पहुँचने तक कई बार बी॰आई॰एस॰ प्रयोगशालाओं में इसका परीक्षण होता है। बुनाई के बाद सामग्री को परीक्षण के लिए भेजा जाता है। कड़े गुणवत्ता परीक्षण के बाद उसे वापस कारखाने भेज दिया जाता है। इसके बाद उसे तीन रंगो में रंगा जाता है। केंद्र में अशोक चक्र को काढ़ा जाता है। उसके बाद इसे फिर परीक्षण के लिए भेजा जाता है। बी॰आई॰एस॰ झंडे की जाँच करता है इसके बाद ही इसे फहराया जा सकता है |[8]तिरंगे का विकासभारत का तिरंगा ध्वज भारत के स्वतंत्रता संग्राम काल में निर्मित किया गया था। वर्ष १८५७ में स्वतंत्रता के पहले संग्राम के समय भारत राष्ट्र का ध्वज बनाने की योजना बनी थी, लेकिन वह आंदोलन असमय ही समाप्त हो गया था और उसके साथ ही वह योजना भी बीच में ही अटक गई थी। वर्तमान रूप में पहुँचने से पूर्व भारतीय राष्ट्रीय ध्वज अनेक पड़ावों से गुजरा है। इस विकास में यह भारत में राजनैतिक विकास का परिचायक भी है। कुछ ऐतिहासिक पड़ाव इस प्रकार हैं[9] :-प्रथम चित्रित ध्वज १९०४ में स्वामी विवेकानंद की शिष्या भगिनी निवेदिता द्वारा बनाया गया था।[10]७ अगस्त, १९०६ को पारसी बागान चौक (ग्रीन पार्क) कलकत्ता (वर्तमान कोलकाता) में इसे कांग्रेस के अधिवेशन में फहराया गया था। इस ध्वज को लाल, पीले और हरे रंग की क्षैतिज पट्टियों से बनाया गया था। ऊपर की ओर हरी पट्टी में आठ कमल थे और नीचे की लाल पट्टी में सूरज और चाँद बनाए गए थे। बीच की पीली पट्टी पर वन्देमातरम् लिखा गया था।[1]द्वितीय ध्वज को पेरिस में मैडम कामा और १९०७ में उनके साथ निर्वासित किए गए कुछ क्रांतिकारियों द्वारा फहराया गया था। कुछ लोगों की मान्यता के अनुसार यह १९०५ में हुआ था। यह भी पहले ध्वज के समान था; सिवाय इसके कि इसमें सबसे ऊपर की पट्टी पर केवल एक कमल था, किंतु सात तारे सप्तऋषियों को दर्शाते थे। यह ध्वज बर्लिन में हुए समाजवादी सम्मेलन में भी प्रदर्शित किया गया था।[10]१९१७ में भारतीय राजनैतिक संघर्ष ने एक निश्चित मोड़ लिया। डॉ॰ एनी बीसेंट और लोकमान्य तिलक ने घरेलू शासन आंदोलन के दौरान तृतीय चित्रित ध्वज को फहराया। इस ध्वज में ५ लाल और ४ हरी क्षैतिज पट्टियाँ एक के बाद एक और सप्तऋषि के अभिविन्यास में इस पर सात सितारे बने थे। ऊपरी किनारे पर बायीं ओर (खंभे की ओर) यूनियन जैक था। एक कोने में सफेद अर्धचंद्र और सितारा भी था।कांग्रेस के सत्र बेजवाड़ा (वर्तमान विजयवाड़ा) में किया गया यहाँ आंध्र प्रदेश के एक युवक पिंगली वैंकैया ने एक झंडा बनाया (चौथा चित्र) और गांधी जी को दिया। यह दो रंगों का बना था। लाल और हरा रंग जो दो प्रमुख समुदायों अर्थात हिन्दू और मुस्लिम का प्रतिनिधित्व करता है। गांधी जी ने सुझाव दिया कि भारत के शेष समुदाय का प्रतिनिधित्व करने के लिए इसमें एक सफेद पट्टी और राष्ट्र की प्रगति का संकेत देने के लिए एक चलता हुआ चरखा होना चाहिए।वर्ष १९३१ तिरंगे के इतिहास में एक स्मरणीय वर्ष है। तिरंगे ध्वज को भारत के राष्ट्रीय ध्वज के रूप में अपनाने के लिए एक प्रस्ताव पारित किया गया और इसे राष्ट्र-ध्वज के रूप में मान्यता मिली।[10] यह ध्वज जो वर्तमान स्वरूप का पूर्वज है, केसरिया, सफेद और मध्य में गांधी जी के चलते हुए चरखे के साथ था। यह भी स्पष्ट रूप से बताया गया था कि इसका कोई साम्प्रदायिक महत्त्व नहीं था।२२ जुलाई १९४७ को संविधान सभा ने वर्तमान ध्वज को भारतीय राष्ट्रीय ध्वज के रूप में अपनाया। स्वतंत्रता मिलने के बाद इसके रंग और उनका महत्व बना रहा। केवल ध्वज में चलते हुए चरखे के स्थान पर सम्राट अशोक के धर्म चक्र को स्थान दिया गया। इस प्रकार कांग्रेस पार्टी का तिरंगा ध्वज अंतत: स्वतंत्र भारत का तिरंगा ध्वज बना।[1]ब्रिटिशकालीन झंडेब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी का १८०१ का ध्वजा।ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी का १८०१ का ध्वजा। ब्रिटिश सरकार के अधीन भारत का झंडा।ब्रिटिश सरकार के अधीन भारत का झंडा। ब्रिटिश भारतीय पताका ब्लू स्टार इंडिया के साथ नौसेना ध्वज के रूप में प्रयोग किया जाता रहा झंडा।ब्रिटिश भारतीय पताका ब्लू स्टार इंडिया के साथ नौसेना ध्वज के रूप में प्रयोग किया जाता रहा झंडा। कोलकाता फ्लैग (१९०६)कोलकाता फ्लैग (१९०६) तिरंगा झंडा जो केंद्र में एक चरखा के साथ सफेद, हरे और लाल का है। गांधी का ध्वज, 1921 में कांग्रेस की बैठक में पेश किया।[11]तिरंगा झंडा जो केंद्र में एक चरखा के साथ सफेद, हरे और लाल का है। गांधी का ध्वज, 1921 में कांग्रेस की बैठक में पेश किया।[11] केसरिया, सफेद और केंद्र में एक चरखा के साथ हरे रंग का एक तिरंगा झंडा। स्वराज ध्वज, आधिकारिक तौर पर 1931 में कांग्रेस द्वारा अपनाया गया।[12]केसरिया, सफेद और केंद्र में एक चरखा के साथ हरे रंग का एक तिरंगा झंडा। स्वराज ध्वज, आधिकारिक तौर पर 1931 में कांग्रेस द्वारा अपनाया गया।[12]रंग-रूपभारतीय ध्वज की निर्माण शीट।भारत के राष्‍ट्रीय ध्‍वज की ऊपरी पट्टी में केसरिया रंग है जो देश की शक्ति और साहस को दर्शाता है। बीच की पट्टी का श्वेत धर्म चक्र के साथ शांति और सत्य का प्रतीक है। निचली हरी पट्टी उर्वरता, वृद्धि और भूमि की पवित्रता को दर्शाती है। सफ़ेद पट्टी पर बने चक्र को धर्म चक्र कहते हैं। इस धर्म चक्र को विधि का चक्र कहते हैं जो तृतीय शताब्दी ईसा पूर्व मौर्य सम्राट अशोक द्वारा बनाए गए सारनाथ की लाट से लिया गया है। इस चक्र में २४ अरों या तीलियों का अर्थ है कि दिन- रात्रि के २४ घंटे, जीवन गति‍शील है और रुकने का अर्थ मृत्यु है।[1]भारतीय ध्वज में निम्न अनुमानित रंगों के अंतरण प्रयोग होते हैं। ध्वज में जो केसरिया, श्वेत, हरा तथा नीला रंग है वह एच॰टी॰एम॰एल॰ आर॰जी॰बी॰ व वेब रंगों में (हेक्साडेसिमल संकेतन में); सी॰एम॰वाइ॰के॰ के समकक्ष; डाई रंग और पेन्टोन के बराबर संख्या हल है।विनिर्माण प्रक्रियाध्वज के आकारआकार मिमी1 6300 × 42002 3600 × 24003 2700 × 18004 1800 × 12005 1350 × 9006 900 × 6007 450 × 3008 225 × 1509 150 × 100विधान सभा बेंगलुरु (बंगलोर) के ऊपर भारतीय झंडा और राज्य प्रतीक१९५० में भारत के गणतंत्र बनने के उपरांत, भारतीय मानक ब्यूरो (बी॰आई॰एस॰) ने १९५१ में पहली बार ध्वज की कुछ विशिष्टताएँ बताईं। ये १९६४ में संशोधित की गयीं, जो भारत में मीट्रिक प्रणाली के अनुरूप थीं। इन निर्देशों को आगे चलकर १७ अगस्त १९६८ में संशोधित किया गया। ये दिशा निर्देश अत्यंत कड़े हैं और झंडे के विनिर्माण में कोई दोष एक गंभीर अपराध समझा जाता है, जिसके लिए जुर्माना या जेल या दोनों सजाएं भी हो सकती हैं।[14]ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड (बी॰आई॰एस॰) द्वारा राष्ट्रध्वज को तैयार करने के तीन दस्तावेज जारी किए गए हैं। इसमें कहा गया है कि सभी झंडे खादी के सिल्क या कॉटन के होंगे। झंडे बनाने का मानक 1968 में तय किया गया जिसे 2008 में पुन: संशोधित किया गया। तिरंगे के लिए नौ स्टैंडर्ड (मानक) साइज तय किए गए हैं। सबसे बड़ा झंडा 21 फीट लंबा और 14 फीट चौड़ा होता है। सबसे पहले बैंगलुरू से लगभग 550 कि॰मी॰ दूर स्थित बगालकोट जिले के खादी ग्रामोद्योग सयुक्त संघ में कपड़े को बहुत ध्यान से काता और बुना जाता है। इसके बाद कपड़े को तीन अलग-अलग लॉट बनाए जाते हैं। इन को तिरंगे के तीन अलग-अलग रंगो में डाई किया जाता है। डाई किए हुए कपड़े बैंगलुरू से 420 कि॰मी॰ स्थित हुबली इकाई में भेज दिए जाते हैं। यहाँ इन्हें अगल-अलग साइज के अनुसार काटा जाता है। कटे हुए कपड़े को हुबली में ही सिला जाता। यहाँ लगभग 40 महिलाएं प्रतिदिन 100 के करीब झंडे सिलती हैं। कटे हुए सफेद कपड़े पर चक्र प्रिंट किया जाता है। इसके बाद तिरंगे की तीनों रंग के कपड़े की सिलाई की जाती है। सिलाई के बाद कपड़े को पेस किया जाता है।[15]केवल खादी या हाथ से काता गया कपड़ा ही झंडे के लिए उपयुक्त माना जाता है। खादी के लिए कच्चा माल केवल कपास, रेशम और ऊन हैं। झंडा बनाने में दो तरह के खादी का उपयोग किया जाता है, एक वह खादी, जिससे कपडा बनता है और दूसरा है खादी-टाट, जो बेज रंग का होता है और खम्भे में पहनाया जाता है। खादी टाट एक असामान्य प्रकार की बुनाई है जिसमें तीन धागों के जाल जैसे बनते हैं। यह परम्परागत बुनाई से भिन्न है, जहाँ दो धागों को बुना जाता है। इस प्रकार की बुनाई अत्यंत दुर्लभ है, इस कौशल को बनाए रखने वाले बुनकर भारत में एक दर्जन से भी कम हैं। दिशा-निर्देश में यह भी बताया गया है कि प्रति वर्ग सेंटीमीटर में १५० सूत्र होने चाहिए,[14] इसके साथ ही कपड़े में प्रति चार सूत्र और एक वर्ग फुट का शुद्ध भार २०५ ग्राम ही होना चाहिये।[16][17] इस बुनी खादी को दो इकाइयों से प्राप्त किया जाता है, धारवाड़ के निकट गदग से और उत्तरी कर्नाटक के बागलकोट जिलों से। वर्तमान में, हुबली में स्थित कर्नाटक खादी ग्रामोद्योग संयुक्त संघ को ही एक मात्र लाइसेंस प्राप्त है जो झंडा उत्पादन और आपूर्ति करता है। यद्यपि भारत में झंडा विनिर्माण इकाइयों की स्थापना की अनुमति खादी विकास और ग्रामीण उद्योग आयोग (के॰वी॰आई॰सी॰) द्वारा दिया जाता है परन्तु यदि दिशा-निर्देशों की अवज्ञा की गयी तो बी॰आई॰एस॰ को इन्हें रद्द करने के सारे अधिकार प्राप्त हैं।[16]बुनाई पूरी होने के बाद, सामग्री को परीक्षण के लिए बी॰आई॰एस॰ प्रयोगशालाओं में भेजा जाता है। कड़े गुणवत्ता परीक्षण करने के बाद, यदि झंडा अनुमोदित हो जाता है तो, उसे कारखाने वापस भेज दिया जाता है। तब उसे प्रक्षालित कर संबंधित रंगों में रंग दिया जाता है। केंद्र में अशोक चक्र को स्क्रीन मुद्रित, स्टेंसिल्ड या काढ़ा जाता है। विशेष ध्यान इस बात को दिया जाना चाहिए कि चक्र अच्छी तरह से मिलता हो और दोनों तरफ ठीक से दिखाई देता हो। बी॰आई॰एस॰ झंडे की जाँच करता है और तभी वह बेचा जा सकता है।[14] भारत में सालाना लगभग चार करोड़ झंडे बिकते हैं। भारत में सबसे बड़ा झंडा (६१३ × ४१२ मी.) राज्य प्रशासनिक मुख्यालय, महाराष्ट्र के मंत्रालय भवन से फहराया जाता है।[17]ध्वज संहितामुख्य लेख: भारतीय ध्वज संहिताभारत भारत के राष्ट्रीय प्रतीकध्वज तिरंगाराष्ट्रीय चिह्न अशोक की लाटराष्ट्रभाषा कोई नहींराष्ट्र-गान जन गण मनराष्ट्र-गीत वन्दे मातरम्मुद्रा ₹ (भारतीय रुपया)पशु बाघजलीय जीव गंगा डालफिनपक्षी मोरपुष्प कमलवृक्ष बरगदफल आमखेल मैदानी हॉकीपञ्चांगशक संवतसंदर्भ "भारत के राष्ट्रीय प्रतीक"भारतीय दूतावास, लन्दनRetreived ०३-०९-२००७२६ जनवरी २००२ को भारतीय ध्वज संहिता में संशोधन किया गया और स्वतंत्रता के कई वर्ष बाद भारत के नागरिकों को अपने घरों, कार्यालयों और फैक्ट्रियों आदि संस्थानों में न केवल राष्ट्रीय दिवसों पर, बल्कि किसी भी दिन बिना किसी रुकावट के फहराने की अनुमति मिल गई। अब भारतीय नागरिक राष्ट्रीय झंडे को कहीं भी और किसी भी समय फहरा सकते है, बशर्ते कि वे ध्वज की संहिता का कड़ाई से पालन करें और तिरंगे के सम्मान में कोई कमी न आने दें। सुविधा की दृष्टि से भारतीय ध्वज संहिता, २००२ को तीन भागों में बांटा गया है। संहिता के पहले भाग में राष्ट्रीय ध्वज का सामान्य विवरण है। संहिता के दूसरे भाग में जनता, निजी संगठनों, शैक्षिक संस्थानों आदि के सदस्यों द्वारा राष्ट्रीय ध्वज के प्रदर्शन के विषय में बताया गया है। संहिता का तीसरा भाग केन्द्रीय और राज्य सरकारों तथा उनके संगठनों और अभिकरणों द्वारा राष्ट्रीय ध्वज के प्रदर्शन के विषय में जानकारी देता है।नियम व विनियम[1]२६ जनवरी २००२ विधान पर आधारित कुछ नियम और विनियमन हैं कि ध्वज को किस प्रकार फहराया जाए :राष्ट्रीय ध्वज को शैक्षिक संस्थानों (विद्यालयों, महाविद्यालयों, खेल परिसरों, स्काउट शिविरों आदि) में ध्वज को सम्मान की प्रेरणा देने के लिए फहराया जा सकता है। विद्यालयों में ध्वज-आरोहण में निष्ठा की एक शपथ शामिल की गई है।किसी सार्वजनिक, निजी संगठन या एक शैक्षिक संस्थान के सदस्य द्वारा राष्ट्रीय ध्वज का अरोहण/प्रदर्शन सभी दिनों और अवसरों, आयोजनों पर अन्यथा राष्ट्रीय ध्वज के मान सम्‍मान और प्रतिष्‍ठा के अनुरूप अवसरों पर किया जा सकता है।नई संहिता की धारा (२) में सभी निजी नागरिकों अपने परिसरों में ध्वज फहराने का अधिकार देना स्‍वीकार किया गया है।इस ध्वज को सांप्रदायिक लाभ, पर्दें या वस्‍त्रों के रूप में उपयोग नहीं किया जा सकता है। जहाँ तक संभव हो इसे मौसम से प्रभावित हुए बिना सूर्योदय से सूर्यास्‍त तक फहराया जाना चाहिए।इस ध्वज को आशय पूर्वक भूमि, फर्श या पानी से स्‍पर्श नहीं कराया जाना चाहिए। इसे वाहनों के हुड, ऊपर और बगल या पीछे, रेलों, नावों या वायुयान पर लपेटा नहीं जा सकता।किसी अन्‍य ध्वज या ध्वज पट्ट को राष्ट्रीय ध्वज से ऊँचे स्‍थान पर लगाया नहीं जा सकता है। तिरंगे ध्वज को वंदनवार, ध्वज पट्ट या गुलाब के समान संरचना बनाकर उपयोग नहीं किया जा सकता।अधिक जानकारी भारतीय ध्वज संहिता Archived 2009-10-07 at the वेबैक मशीन में देखी जा सकती है। भारतीय राष्ट्रीय ध्वज भारत के नागरिकों की आशाएं और आकांक्षाएं दर्शाता है। यह देश के राष्ट्रीय गौरव का प्रतीक है।झंडे का उचित प्रयोगएक डाक टिकट, शब्द "इंडिया" के ऊपर एक फहराता भारतीय झंडे की विशेषता- बाईं तरफ "15 अगस्त 1947" और "3 ½ के रूप में.", दाएँ और में "जय हिंन्द" "डाक के ऊपर"भारतीय ध्वज, स्वतंत्र भारत की पहली डाक टिकट, 21 नवम्बर 1947 को विदेशी पत्राचार के लिए जारी की गयी।[18][19]सन २००२ से पहले, भारत की आम जनता के लोग केवल गिने-चुने राष्ट्रीय त्योहारों को छोड़ सार्वजनिक रूप से राष्ट्रीय ध्वज फहरा नहीं सकते थे। एक उद्योगपति, नवीन जिंदल ने, दिल्ली उच्च न्यायालय में, इस प्रतिबंध को हटाने के लिए जनहित में एक याचिका दायर की। जिंदल ने जान बूझ कर, झंडा संहिता का उल्लंघन करते हुए अपने कार्यालय की इमारत पर झंडा फहराया। ध्वज को जब्त कर लिया गया और उन पर मुकदमा चलाने की चेतावनी दी गई। जिंदल ने बहस की कि एक नागरिक के रूप में मर्यादा और सम्मान के साथ झंडा फहराना उनका अधिकार है और यह एक तरह से भारत के लिए अपने प्रेम को व्यक्त करने का एक माध्यम है।[20] तदोपरांत केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने, भारतीय झंडा संहिता में २६ जनवरी २००२, को संशोधन किए जिसमें आम जनता को वर्ष के सभी दिनों झंडा फहराने की अनुमति दी गयी और ध्वज की गरिमा, सम्मान की रक्षा करने को कहा गया।भारतीय संघ में वी॰ यशवंत शर्मा के मामले[21] में कहा गया कि यह ध्वज संहिता एक क़ानून नहीं है, संहिता के प्रतिबंधों का पालन करना होगा और राष्ट्रीय ध्वज के सम्मान को बनाए रखना होगा। राष्ट्रीय ध्वज को फहराना एक पूर्ण अधिकार नहीं है, पर इस का पालन संविधान के अनुच्छेद ५१-ए के अनुसार करना होगा।झंडे का सम्मानभारतीय कानून के अनुसार ध्वज को हमेशा 'गरिमा, निष्ठा और सम्मान' के साथ देखना चाहिए। "भारत की झंडा संहिता-२००२", ने प्रतीकों और नामों के (अनुचित प्रयोग निवारण) अधिनियम, १९५०" का अतिक्रमण किया और अब वह ध्वज प्रदर्शन और उपयोग का नियंत्रण करता है। सरकारी नियमों में कहा गया है कि झंडे का स्पर्श कभी भी जमीन या पानी के साथ नहीं होना चाहिए। उस का प्रयोग मेजपोश के रूप में, या मंच पर नहीं ढका जा सकता, इससे किसी मूर्ति को ढका नहीं जा सकता न ही किसी आधारशिला पर डाला जा सकता था। सन २००५ तक इसे पोशाक के रूप में या वर्दी के रूप में प्रयोग नहीं किया जा सकता था। पर ५ जुलाई २००५, को भारत सरकार ने संहिता में संशोधन किया और ध्वज को एक पोशाक के रूप में या वर्दी के रूप में प्रयोग किये जाने की अनुमति दी। हालाँकि इसका प्रयोग कमर के नीचे वाले कपडे के रूप में या जांघिये के रूप में प्रयोग नहीं किया जा सकता है।[22] राष्ट्रीय ध्वज को तकिये के रूप में या रूमाल के रूप में करने पर निषेध है।[23] झंडे को जानबूझकर उल्टा रखा नहीं किया जा सकता, किसी में डुबाया नहीं जा सकता, या फूलों की पंखुडियों के अलावा अन्य वस्तु नहीं रखी जा सकती। किसी प्रकार का सरनामा झंडे पर अंकित नहीं किया जा सकता है।[5]सँभालने की विधिझंडे का सही प्रदर्शनझंडे को संभालने और प्रदर्शित करने के अनेक परंपरागत नियमों का पालन करना चाहिए। यदि खुले में झंडा फहराया जा रहा है तो हमेशा सूर्योदय पर फहराया जाना चाहिए और सूर्यास्त पर उतार देना चाहिए चाहे मौसम की स्थिति कैसी भी हो। 'कुछ विशेष परिस्थितियों' में ध्वज को रात के समय सरकारी इमारत पर फहराया जा सकता है।झंडे का चित्रण, प्रदर्शन, उल्टा नहीं हो सकता ना ही इसे उल्टा फहराया जा सकता है। संहिता परंपरा में यह भी बताया गया है कि इसे लंब रूप में लटकाया भी नहीं जा सकता। झंडे को ९० अंश में घुमाया नहीं जा सकता या उल्टा नहीं किया जा सकता। कोई भी व्यक्ति ध्वज को एक किताब के समान ऊपर से नीचे और बाएँ से दाएँ पढ़ सकता है, यदि इसे घुमाया जाए तो परिणाम भी एक ही होना चाहिए। झंडे को बुरी और गंदी स्थिति में प्रदर्शित करना भी अपमान है। यही नियम ध्वज फहराते समय ध्वज स्तंभों या रस्सियों के लिए है। इन का रखरखाव अच्छा होना चाहिए।[5]दीवार पर प्रदर्शनझंडे को सही रूप में प्रदर्शित करने के लिए कुछ नियमों का पालन करना पड़ता है। यदि ये किसी भी मंच के पीछे दीवार पर समानान्तर रूप से फैला दिए गए हैं तो उनका फहराव एक दूसरे के पास होने चाहिए और केसरिया रंग सबसे ऊपर होना चाहिए। यदि ध्वज दीवार पर एक छोटे से ध्वज स्तम्भ पर प्रदर्शित है तो उसे एक कोण पर रख कर लटकाना चाहिए। यदि दो राष्ट्रीय झंडे प्रदर्शित किए जा रहे हैं तो उल्टी दिशा में रखना चाहिए, उनके फहराव करीब होना चाहिए और उन्हें पूरी तरह फैलाना चाहिए। झंडे का प्रयोग किसी भी मेज, मंच या भवनों, या किसी घेराव को ढकने के लिए नहीं करना चाहिए।[5]अन्य देशों के साथजब राष्ट्रीय ध्वज किसी कम्पनी में अन्य देशों के ध्वजों के साथ बाहर खुले में फहराया जा रहा हो तो उसके लिए भी अनेक नियमों का पालन करना होगा। उसे हमेशा सम्मान दिया जाना चाहिए। इसका अर्थ यह है कि झंडा सबसे दाईं ओर (प्रेक्षकों के लिए बाईं ओर) हो। लाटिन वर्णमाला के अनुसार अन्य देशों के झंडे व्यवस्थित होने चाहिए। सभी झंडे लगभग एक ही आकार के होने चाहिए, कोई भी ध्वज भारतीय ध्वज की तुलना में बड़ा नहीं होना चाहिए। प्रत्येक देश का झंडा एक अलग स्तम्भ पर होना चाहिए, किसी भी देश का राष्ट्रीय ध्वज एक के ऊपर एक, एक ही स्तम्भ पर फहराना नहीं चाहिए। ऐसे समय में भारतीय ध्वज को शुरू में, अंत में रखा जाए और वर्णक्रम में अन्य देशों के साथ भी रखा जाए। यदि झंडों को गोलाकार में फहराना हो तो राष्ट्रीय ध्वज को चक्र के शुरुआत में रख कर अन्य देशों के झंडे को दक्षिणावर्त तरीके से रखा जाना चाहिए, जब तक कि कोई ध्वज राष्ट्रीय ध्वज के बगल में न आ जाए। भारत का राष्ट्रीय ध्वज हमेशा पहले फहराया जाना चाहिए और सबसे बाद में उतारा जाना चाहिए।जब झंडे को गुणा चिह्न के आकार में रखा जाता है तो भारतीय ध्वज को सामने रखना चाहिए और अन्य ध्वजों को दाईं ओर (प्रेक्षकों के लिए बाईं ओर) होना चाहिए। जब संयुक्त राष्ट्र का ध्वज भारतीय ध्वज के साथ फहराया जा रहा है, तो उसे दोनों तरफ प्रदर्शित किया जा सकता है। सामान्य तौर पर ध्वज को दिशा के अनुसार सबसे दाईं ओर फहराया जाता है।[5]गैर राष्ट्रीय झंडों के साथजब झंडा अन्य झंडों के साथ फहराया जा रहा हो, जैसे कॉर्पोरेट झंडे, विज्ञापन के बैनर हों तो नियमानुसार अन्य झंडे अलग स्तंभों पर हैं तो राष्ट्रीय झंडा बीच में होना चाहिए, या प्रेक्षकों के लिए सबसे बाईं ओर होना चाहिए या अन्य झंडों से एक चौडाई ऊँची होनी चाहिए। राष्ट्रीय ध्वज का स्तम्भ अन्य स्तंभों से आगे होना चाहिए, यदि ये एक ही समूह में हैं तो सबसे ऊपर होना चाहिए। यदि झंडे को अन्य झंडों के साथ जुलूस में ले जाया जा रहा हो तो झंडे को जुलूस में सबसे आगे होना चाहिए, यदि इसे कई झंडों के साथ ले जाया जा रहा है तो इसे जुलूस में सबसे आगे होना चाहिए।[5]घर के अंदर प्रदर्शित झंडाजब झंडा किसी बंद कमरे में, सार्वजनिक बैठकों में या किसी भी प्रकार के सम्मेलनों में, प्रदर्शित किया जाता है तो दाईं ओर (प्रेक्षकों के बाईं ओर) रखा जाना चाहिए क्योंकि यह स्थान अधिकारिक होता है। जब झंडा हॉल या अन्य बैठक में एक वक्ता के बगल में प्रदर्शित किया जा रहा हो तो यह वक्ता के दाहिने हाथ पर रखा जाना चाहिए। जब ये हॉल के अन्य जगह पर प्रदर्शित किया जाता है, तो उसे दर्शकों के दाहिने ओर रखा जाना चाहिए।केसरिया पट्टी को ऊपर रखते हुए इस ध्वज को पूरी तरह से फैला कर प्रदर्शित करना चाहिए। यदि ध्वज को मंच के पीछे की दीवार पर लंब में लटका दिया गया है तो, केसरिया पट्टी को ऊपर रखते हुए दर्शेकों के सामने रखना चाहिए ताकि शीर्ष ऊपर की ओर हो।[5]परेड और समारोहयदि झंडा किसी जुलूस या परेड में अन्य झंडे या झंडों के साथ ले जाया जा रहा है तो, झंडे को जुलूस के दाहीनें ओर या सबसे आगे बीच में रखना चाहिए। झंडा किसी मूर्ति या स्मारक, या पट्टिका के अनावरण के समय एक विशिष्टता को लिए रहता है, पर उसे किसी वस्तु को ढकने के लिए प्रयोग नहीं करना चाहिए। सम्मान के चिह्न के रूप में इसे किसी व्यक्ति या वस्तु को ढंकना नहीं चाहिए। पलटन के रंगों, संगठनात्मक या संस्थागत झंडों को सम्मान के चिह्न रूप में ढका जा सकता है।किसी समारोह में फहराते समय या झंडे को उतारते समय या झंडा किसी परेड से गुजर रहा है या किसी समीक्षा के दौरान, सभी उपस्थित व्यक्तियों को ध्वज का सामना करना चाहिए और ध्यान से खड़े होना चाहिए। वर्दी पहने लोगों को उपयुक्त सलामी प्रस्तुत करनी चाहिए। जब झंडा स्तम्भ से गुजर रहा हो तो, लोगों को ध्यान से खड़े होना चाहिए या सलामी देनी चाहिए। एक गणमान्य अतिथि को सिर के पोशाक को छोड़ कर सलामी लेनी चाहिए। झंडा-वंदन, राष्ट्रीय गान के साथ लिया जाना चाहिए।[5]वाहनों पर प्रदर्शनवाहनों पर राष्ट्रीय ध्वज लगाने के लिए विशेषाधिकार होते हैं, राष्ट्रपति, उप राष्ट्रपति,प्रधानमंत्री, राज्यपाल और उपराज्यपाल, मुख्यमंत्री, मंत्रीमंडल के सदस्य और भारतीय संसद के कनिष्ठ मंत्रीमंडल के सदस्य, राज्य विधानसभाओं के सदस्य, लोकसभा के वक्ताओं और राज्य विधान सभाओं के सदस्यों, राज्य सभा के अध्यक्षों और राज्य के विधान सभा परिषद के सदस्य, भारत के सर्वोच्च न्यायालय और उच्च न्यायालयों के न्यायाधीशों और जल सेना, थल सेना और नौ सेना के अधिकारिकयों को जो ध्वज श्रेणीं में आते हैं, को ही अधिकार प्राप्त हैं। वे अपनी कारों पर जब भी वे जरुरी समझे झंडा प्रर्दशित कर सकते हैं। झंडे को एक निश्चित स्थान से प्रर्दशित करना चाहिए, जो कार के बोनेट के बीच में दृढ़ हो या कार के आगे दाईं तरफ रखा जाना चाहिए। जब सरकार द्वारा प्रदान किए गए कार में कोई विदेशी गणमान्य अतिथि यात्रा कर रहा है तो, हमारा झंडा कार के दाईं ओर प्रवाहित होना चाहिए और विदेश का झंडा बाईं ओर उड़ता होना चाहिए।झंडे को विमान पर प्रदर्शित करना चाहिए यदि राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री विदेश दौरे पर जा रहे हों। राष्ट्रीय ध्वज के साथ, अन्य देश का झंडा जहाँ वे जा रहे हैं या उस देश का झंडा जहाँ यात्रा के बीच में विराम के लिए ठहरा जाता है, उस देश के झंडे को भी शिष्टाचार और सद्भावना के संकेत के रूप में प्रवाहित किया जा सकता है। जब राष्ट्रपति भारत के दौरे पर हैं, तो झंडे को पोतारोहण करना होगा जहाँ से वे चढ़ते या उतरते हैं। जब राष्ट्रपति विशेष रेलगाड़ी से देश के भीतर यात्रा कर रहें हों तो झंडा स्टेशन के प्लेटफार्म का सामना करते हुए चालक के डिब्बे से लगा रहना चाहिए जहाँ से ट्रेन चलती हैं। झंडा केवल तभी प्रवाहित किया जाएगा जब विशेष ट्रेन स्थिर है, या जब उस स्टेशन पर आ रही हो जहाँ उसे रुकना हो।[5]झंडे को उतारनाशोक के समय, राष्ट्रपति के निर्देश पर, उनके द्वारा बताये गए समय तक झंडा आधा प्रवाहित होना चाहिए। जब झंडे को आधा झुका कर फहराना हो तो पहले झंडे को शीर्ष तक बढ़ा कर फिर आधे तक झुकाना चाहिए। सूर्यास्त से पहले या उचित समय पर, झंडा पहले शीर्ष तक बढ़ा कर फिर उसे उतारना चाहिए। केवल भारतीय ध्वज आधा झुका रहेगा जबकि अन्य झंडे सामान्य ऊँचाई पर रहेंगे।समस्त भारत में राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्रियों की मृत्यु पर झंडा आधा झुका रहेगा। लोक सभा के अध्यक्ष या भारत के सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के शोक के समय झंडा दिल्ली में झुकाया जाता है और केन्द्रीय मंत्रिमंडल मंत्री के समय दिल्ली में और राज्य की राजधानियों में भी झुकाया जाता है। राज्य मंत्री के निधन पर शोकस्वरूप मात्र दिल्ली में ही झुकाया जाता है। राज्य के राज्यपाल, उपराज्यपाल और मुख्यमंत्री के लिए राज्य और घटक राज्यों में झुकाया जाता है। यदि किसी भी गणमान्य अतिथि के मरने की सूचना दोपहर में प्राप्त होती है, यदि अंतिम संस्कार नहीं हुए हैं तो ऊपर बताये गए स्थानों में दूसरे दिन भी झंडा आधा फहराया जाएगा। अंतिम संस्कार के स्थान पर भी झंडा आधा फहराया जाएगा।गणतंत्र दिवस, स्वतंत्रता दिवस, गांधी जयंती, राष्ट्रीय सप्ताह (६ से १३ अप्रैल), किसी भी राज्य के वर्षगाँठ या राष्ट्रीय आनन्द के दिन, किसी भी अन्य विशेष दिन, भारत सरकार द्वारा निर्दिष्ट किये गए दिन पर मृतक के आवास को छोड़कर झंडे को आधा झुकाना नहीं चाहिए। यदि शव को शोक की अवधि की समाप्ति से पहले हटा दिया जाता है तो ध्वज को पूर्ण मस्तूल स्थिति में उठाया जाना चाहिए। किसी विदेशी गणमान्य व्यक्तियों की मृत्यु पर गृह मंत्रालय से विशेष निर्देश से राज्य में शोक का पालन किया जाएगा। हालाँकि, किसी भी विदेश के प्रमुख, या सरकार के प्रमुख की मृत्यु पर, उस देश के प्रत्यायित भारतीय मिशन उपर्युक्त दिनों में राष्ट्रीय ध्वज फहरा सकते हैं। राज्य के अवसरों, सेना, केन्द्रीय अर्ध सैनिक बलों की अन्तेय्ष्टि पर, झंडे के केसरिया पट्टी को शीर्ष पर रखकर टिकटी या ताबूत को ढक देना चाहिए। ध्वज को कब्र में नीचे नहीं उतारना चाहिए या चिता में जलाना नहीं चाहिए।[5]झंडे का समापनजब झंडा क्षतिग्रस्त है या मैला हो गया है तो उसे अलग या निरादरपूर्ण ढंग से नहीं रखना चाहिए, झंडे की गरिमा के अनुरूप विसर्जित/ नष्ट कर देना चाहिए या जला देना चाहिए। तिरंगे को नष्ट करने का सबसे अच्छा तरीका है, उसका गंगा में विसर्जन करना या उचित सम्मान के साथ दफना देना।[5]

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🇮🇳 **22 जुलाई का दिन कई ऐतिहासिक वजहों से खास माना जाता है**, खासकर भारत के संदर्भ में:

### ✨ भारत के लिए विशेष घटनाएँ
- **1947**: भारतीय संविधान सभा ने *तिरंगे को राष्ट्रीय ध्वज* के रूप में अंगीकार किया। यह भारत की आज़ादी और आत्म-सम्मान का प्रतीक बना।
- **1981**: भारत का पहला संचार उपग्रह **APPLE** ने इसी दिन कार्य करना शुरू किया, जो वैज्ञानिक प्रगति की दिशा में एक बड़ा कदम था।
- **2012**: **प्रणब मुखर्जी** भारत के 13वें राष्ट्रपति चुने गए।
- **2019**: *चंद्रयान-2* मिशन का सफल प्रक्षेपण हुआ, जो भारत की अंतरिक्ष यात्रा का एक ऐतिहासिक पड़ाव था।

### 🎉 जन्म और पुण्यतिथि
- **1923**: प्रसिद्ध पार्श्व गायक **मुकेश** का जन्म।
- **1970**: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री **देवेंद्र फडणवीस** का जन्म।
- **1933**: स्वतंत्रता सेनानी **यतीन्द्र मोहन सेन गुप्त** का निधन।

### 🏳️ विशेष दिवस
- **राष्ट्रीय झंडा अंगीकरण दिवस**: तिरंगे को अपनाने की याद में मनाया जाता है।

अंतरराष्ट्रीय घटनाएँ
1793: फ्रांस में अल्फोंस डी लामार्टिन का जन्म हुआ, जो एक प्रसिद्ध कवि और राजनीतिज्ञ थे।

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कौशाम्बी: अखिल विश्व गायत्री परिवार के माध्यम से कौशाम्बी जनपद में 7 नवंबर को भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा का आयोजन किया जाएगा। परीक्षा को लेकर आयोजन समिति की बैठक भरवारी नगर स्थित गायत्री चेतना केंद्र में 20 जुलाई दिन रविवार को आयोजित हुई जिनमें शांतिकुंज के प्रतिनिधि और जोनल प्रभारी श्री राधेश्याम त्रिपाठी ने परीक्षा आयोजित कराए जाने को लेकर योजना से परिचय कराया।

जनपद समन्वयक राम सनेही श्रीवास्तव ने बताया कि भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा शांतिकुंज हरिद्वार के मार्गदर्शन में आयोजित होने वाली एक प्रतिष्ठित परीक्षा है, जो छात्र-छात्राओं में भारतीय संस्कृति, नैतिकता और मानवीय मूल्यों के बारे में ज्ञान को बढ़ावा देने के लिए आयोजित की जाती है। इस अवसर पर प्रमुख रूप से सुरेश जायसवाल, ज्ञानेश्वर त्रिपाठी, अजय केसरवानी, राम चन्द्र, अभिषेक जायसवाल, अजीत कुशवाहा, सौरभ वर्मा, बृजेश द्विवेदी, पीयूष कुशवाहा, संतोष सिंह, दिलीप दिवाकर, शुभम, संध्या कुशवाहा, नीरज देवी, सीता केसरवानी, सलोनी, पिंकी देवी आदि लोग मौजूद रहें।

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*छिपादोहर*

छिपादोहर थाना क्षेत्र में सोमवार दोपहर 3 बजे कार और बाइक की जोरदार टक्कर हो गई। हादसे में तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। दुर्घटना छिपादोहर-बेतला मार्ग पर लाभर मंदिर के पास जिलेबिया मोड़ के पास हुई। बाइक सवार सभी लोग अपने रिश्तेदार के घर छिपादोहर के जुरुहार से सरजू (पुरानी डबरी) जा रहे थे।

घायलों में लालेश्वर उरांव उम्र 32 वर्ष, पिता रामू उरांव, जयंती कुमारी उम्र 12 वर्ष, पिता सुनेश्वर उरांव और पनप्तीया देवी उम्र 40 वर्ष, पति सुनेश्वर उरांव शामिल हैं। तीनों पुरानी डबरी खैरही टोला, पंचायत चोरहा, थाना सरजू टीओपी, जिला लातेहार के रहने वाले हैं।

हादसे में लालेश्वर उरांव और जयंती कुमारी के पैर में गंभीर चोटें आई हैं। टक्कर मारुति सुजुकी बरेजा (कार नंबर JH01GD9631) और बाइक (JH19F2117) के बीच हुई। राहगीरों ने छिपादोहर थाना को सूचना दी। थाना प्रभारी धीरज कुमार सिंह के निर्देश पर एएसआई राजेश कुमार और आनंत कुमार दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे।

घायलों को एंबुलेंस से बरवाडीह अस्पताल भेजा गया। पुलिस ने दोनों वाहनों को जब्त कर लिया है। जांच जारी है।

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*गारू पुलिस ने गोलीकांड के आरोपी को 24 घंटे में दबोचा, भेजा जेल*

• *ओझा-गुनी के विवाद में चाचा को मारी थी देसी बन्दुक से गोली*

गारू (लातेहार) : गारू थाना क्षेत्र के साल्वे गांव में रविवार को हुए गोलीकांड मामले में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 24 घंटे के भीतर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। घायल वासुदेव भगत के भतीजे शनेश्वर उरांव को पुलिस ने गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में लातेहार जेल भेज दिया। प्राप्त जानकारी के अनुसार, रविवार सुबह साल्वे गांव निवासी वासुदेव भगत को उनके ही भतीजे शनेश्वर उरांव ने देसी कट्टा से गोली मार दी थी। हालांकि गोली उनके हाथ में लगी जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना के बाद घायल वासुदेव को परिजनों ने इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया। घटना की सूचना मिलते ही गारू थाना की पुलिस सक्रिय हुई। वासुदेव भगत के पुत्र शनि भगत ने गारू थाना में लिखित शिकायत दर्ज कराई, जिसके आधार पर मामला दर्ज कर पुलिस ने तफ्तीश शुरू की।अनुसंधान पदाधिकारी पुअनि राजीव रंजन ने कार्रवाई करते हुए आरोपी शनेश्वर उरांव को सोमवार को साल्वे गांव से गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के दौरान आरोपी ने अपराध स्वीकार करते हुए बताया कि वह ओझा-गुनी के विवाद को लेकर अपने चाचा वासुदेव पर गुस्से में था और इसी कारण उसने देसी बंदूक से गोली चला दी। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लातेहाए जेल भेज दिया है। छापामारी टीम में बारेसाढ़ थाना प्रभारी प्रभात कुमार दास, पुअनि विजय कुमार, इन्द्रदेव राम, समेत कई पुलिस पदाधिकारी शामिल थे।

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धनबाद, 3 जुलाई 2025धनबाद फूड सेफ्टी विभाग ने आज सुबह बरटांड़ बस स्टैंड पर गोपनीय सूचना के आधार पर बड़ी कार्रवाई की। फूड सेफ्टी ऑफिसर डॉ. राजा कुमार के नेतृत्व में की गई इस छापेमारी में बिहार से आने वाली बसों से 780 किलोग्राम मिलावटी पनीर, 80 किलोग्राम खोया, 25 किलो लड्डू, और 25 किलो पेड़ा जब्त किया गया।फूड सेफ्टी टीम ने मौके पर ही सभी सामग्री का स्टार्च टेस्ट किया, जिसमें सभी नमूने फेल पाए गए। प्रारंभिक जांच में यह स्पष्ट हुआ कि ये मिलावटी और घटिया गुणवत्ता वाले उत्पाद थे, जिन्हें बाजार में खपाने की तैयारी थी।डॉ. राजा कुमार ने बताया कि जब्त खाद्य सामग्री के नमूने आगे की रासायनिक जांच के लिए राजकीय खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला भेज दिए गए हैं। जांच रिपोर्ट आने के बाद कानूनी कार्रवाई की जाएगी और जिम्मेदार आपूर्तिकर्ताओं के खिलाफ एफएसएसएआई एक्ट के तहत कड़ी कार्रवाई होगी।फिलहाल, बरटांड़ बस स्टैंड और आसपास के क्षेत्रों में खाद्य सुरक्षा विभाग की निगरानी बढ़ा दी गई है। विभाग ने उपभोक्ताओं से अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध खाद्य पदार्थ की सूचना तुरंत दें।

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रोहतक, हरियाणा – 22 जुलाई 2025: मशहूर हरियाणवी डांसर सपना शर्मा ने अपने ससुराल वालों के खिलाफ गंभीर आरोप लगाते हुए थाने में सीधे पहुँचकर शिकायत दर्ज कराई है, जिससे इलाके में सनसनी फैल गई है।

सोमवार देर शाम, सपना शर्मा रोहतक महिला थाना पहुँचीं और अपने पति व ससुराल पक्ष पर मानसिक उत्पीड़न, दहेज की मांग और व्यवसायिक जीवन में हस्तक्षेप जैसे आरोप लगाए। थाने के बाहर वे बेहद भावुक नज़र आईं लेकिन अपने फैसले को लेकर पूरी तरह स्पष्ट थीं।

🚨 आरोप क्या हैं?

सपना द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत में ये मुख्य बिंदु शामिल हैं:

बार-बार मानसिक प्रताड़ना

दहेज की अवैध मांग

नृत्य करियर में बाधा डालना और पेशेवर आज़ादी में दखल

बताया जा रहा है कि सपना ने कॉल रिकॉर्डिंग और चैट के स्क्रीनशॉट बतौर सबूत पुलिस को सौंपे हैं।
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🗣️ “अब और चुप नहीं रहूंगी”

थाने के बाहर मीडिया से संक्षिप्त बातचीत में सपना ने कहा:

> “बहुत सहा, बहुत झेला। एक महिला होने के नाते और कलाकार होने के नाते भी लोग सवाल उठाते हैं। लेकिन अब बात मेरे आत्मसम्मान की है। अब और चुप नहीं रहूंगी।”

सपना ने अन्य महिलाओं से भी अपील की कि वे डरें नहीं और अपने हक़ के लिए आवाज़ उठाएं।
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🏛️ पुलिस की कार्रवाई शुरू

पुलिस ने पुष्टि की है कि मामला दर्ज कर लिया गया है। एफआईआर में दहेज प्रताड़ना और घरेलू हिंसा से संबंधित धाराएँ शामिल की गई हैं। महिला थाना प्रभारी के अनुसार:

> “मामला संवेदनशील है। जांच शुरू कर दी गई है और सभी संबंधित व्यक्तियों को पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा।”

🌐 सोशल मीडिया पर समर्थन

घटना के बाद सोशल मीडिया पर सपना को जबरदस्त समर्थन मिल रहा है। #JusticeForSapnaSharma और #StandWithSapna जैसे हैशटैग ट्रेंड करने लगे हैं।

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पानीपत । नशा मुक्ति समाज सुधार समिति (रजि0) पानीपत के तत्वाधान में महादेव कालोनी स्थित सरकारी में नशा मुक्ति के पदाधिकारियों व कार्यकरणी सदस्यो की एक आवश्यक बैठक आयोजित की गई । जिसमें नशा के कारोबार व नशा करने वाले व्यक्तियों पर लगाम लगाने हेतु उपस्थित सदस्यो की सर्वसम्मति से विभिन्न प्रस्ताव पास किये गये । समिति के अध्यक्ष राजकुमार राणा ने बैठक में उपस्थित व्यक्तियों को सम्बोधित करते हुये कहा कि कॉलोनियों में नशे के कारोबार व नशा करने वाले लोगो प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है जिसको रोकने के लिये स्थानीय प्रशासन के सहयोग से नशा मुक्ति समाज सुधार समिति (रजि0) के जागरूकता अभियान चलाकर ऐसे लोगो खिलाफ सख्त कार्यवाही कर अपनी उसने युवा पीढ़ी को नशे से बचाने का काम करेंगे ताकि कालोनियों में शांति भी बनी रहे । समिति के उपाध्यक्ष भोपाल राठी ने कालोनीवासियों से अपील करते हुये आवाहन किया कि नशे के खिलाफ इस पुनीत अभियान में कार्य मे सभी सहयोग करे ताकि कॉलोनियों में शांति कायम करने के साथ ही अपनी युवा पीढ़ी को नशे से बचाकर एक अच्छे समाज की स्थापना की जा सके । समिति के महासचिव सन्तोष शर्मा ने कहा कि कुछ दिनों फिर नशे का कारोबार बढ़ता जा रहा है इसको रोकना प्रशासन के साथ साथ हम सब की जिम्मेदारी है क्षेत्र में जागरूकता अभियान चलाना अति आवश्यक है ताकि ऐसे लोगो की पहचान कर पहले उनको समझाया जायेगा अगर वह लोग नही मानते है फिर प्रशासन से सहयोग लिया जायेगा ।
इस अवसर नशा मुक्ति समाज सुधार समिति (रजि0) के अध्यक्ष राजकुमार राणा, भोपाल राठी, सन्तोष शर्मा, मनोज गर्ग, प्रताप गुर्जर, सुरेन्द्र सैनी, मनोज चौहान, अधिवक्ता बदन सिंह यादव, राजसिंह, सुनील तोमर, सुशील राणा, मनवीर राणा आदि पदाधिकारी व सदस्यगण मौजूद थे ।

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अंतर्राष्ट्रीय हिंदू परिषद राष्ट्रीय बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने कांवरियों पर की पुष्प वर्षा

गोला गोकर्णनाथ खीरी – राष्ट्रीय बजरंग दल के जिला अध्यक्ष राकेश कनौजिया के नेतृत्व में सावन माह के चलते द्वितीय सोमवार को छोटी काशी में स्थित पौराणिक शिव मंदिर में बाबा भोलेनाथ जी का जलाभिषेक करने आए लाखों शिव भक्त कावरियो पर पुष्प वर्षा कर हार्दिक स्वागत व अभिनंदन किया गया। पुष्प वर्षा का आयोजन अशोका ट्यूबवेल्स के पास मोहम्मदी रोड पर संगठन द्वारा बनाए गए सहायता केंद्र पर किया गया। जिला अध्यक्ष राकेश कनौजिया ने बताया कि पवित्र सावन माह में प्रदेश के कई जिलों से शिव भक्त पवित्र गंगा जल व कावड़ लेकर अपने अपने आस्था व शिव भक्ति के साथ एक सन्यासी का रूप धारण कर निकलते हैं और लंबी पदयात्रा कर भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक करते जिनका स्वागत करना सिर्फ संगठनों का ही नहीं बल्कि हर हिंदू का परम कर्तव्य है। इसी दौरान दर्द से प्रताड़ित एक बुजुर्ग महिला सहायता केंद्र पर पहुंची जो की जनपद शाहजहांपुर की निवासनी थीं। जिनका संगठन द्वारा उपचार कराया गया। उपचार के बाद उन्हें उनके जनपद शाहजहांपुर जाने वाली बस पर बैठाकर बस ड्राइवर द्वारा बुजुर्ग महिला को उनके स्थाई पते पर छोड़ने के लिए कहा गया। पुष्प वर्षा के समय जिला उपाध्यक्ष अनुज वर्मा,जिला महामंत्री प्रदीप जायसवाल,जिला संयोजक AHP अशोक जायसवाल,विधानसभा अध्यक्ष आकाश बजरंगी,नगर अध्यक्ष प्रमोद गुप्ता,अंशुल जायसवाल,राहुल शर्मा,प्रेमचंद राठौर,विकास कनौजिया,मुन्नालाल वर्मा आदि दर्जनों कार्यकर्ता शामिल रहें।

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(22 जुलाई 2025) प्रमुख ताज़ा खबरें हैं:


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🇮🇳 राष्ट्रीय और राजनीतिक खबरें

हरियाणा‑फरीदाबाद में भूकंप: आज सुबह करीब 6 बजे रिएक्टर नोटरफोर्स स्केल पर 3.2 तीव्रता का भूकंप आया, लेकिन किसी जान-माल की बड़ी क्षति नहीं हुई ।

उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का इस्तीफा: उन्होंने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए तुरंत प्रभाव से इस्तीफा दे दिया। इस पर विपक्ष एवं कांग्रेस ने “अकल्पनीय” बताया, वहीं राजनैतिक अटकलें तेज हो गईं कि अगला उम्मीदवार कौन होगा ।



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🚗 भारत और प्रौद्योगिकी

Kia Carens Clavis EV बुकिंग शुरू: Kia ने अपनी पहली भारतीय-निर्मित 7-सीटर इलेक्ट्रिक कार Carens Clavis EV की बुकिंग आज से शुरू कर दी है ।



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🌤️ मौसम और स्थानीय स्थिति

उत्तराखंड में ऑरेंज अलर्ट: देहरादून, उत्तरकाशी समेत चार ज़िलों में भारी बारिश को देखते हुए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। तिहरी जिले में सभी स्कूल बंद, भूस्खलन की चेतावनी दी गई है .



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📺 हाइलाइट वीडियो

आज की मुख्य खबरों का संक्षिप्त वीडियो रिपोर्ट देखें:



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📝 आज की खबरों का संक्षिप्त सारांश

सुबह फरीदाबाद में हल्का भूकंप दर्ज हुआ।

उपराष्ट्रपति धनखड़ का अचानक इस्तीफा, स्वास्थ्य कारण बताए गए।

Kia ने अपनी इलेक्ट्रिक SUV की बुकिंग शुरू की।

उत्तराखंड में भारी बारिश के चलते ऑरेंज अलर्ट जारी, स्कूलों में छुट्टी।

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नई दिल्ली, 22 जुलाई, 2025 - दक्षिणी दिल्ली के मैदानगढ़ी में स्थित केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल चिकित्सा विज्ञान संस्थान (CAPFIMS), अब औपचारिक रूप से समझौता ज्ञापन और बजटीय समर्थन में ₹2,207.5 करोड़ के कैबिनेट अनुमोदन के बाद, एम्स नई दिल्ली के तहत आधिकारिक तौर पर एकीकृत और कार्य कर रहा है।

यह सुविधा, 970 बिस्तरों वाला सुपर स्पेशलिटी और तृतीयक देखभाल अस्पताल है, जिसमें शामिल हैं:

500 सामान्य बिस्तर

300 सुपर स्पेशलिटी बिस्तर

170 आईसीयू/क्रिटिकल केयर बेड

इसमें एक मेडिकल कॉलेज (100 सीटें), नर्सिंग कॉलेज (60 सीटें), और एक पैरामेडिक्स स्कूल (300 सीटें) भी हैं, जो मेडिकल साइंस में पीजीडिप्लोमा और पोस्ट-डॉक्टोरल पाठ्यक्रम पेश करते हैं।

🎯उद्देश्य और दायरा

इस प्रयास का लक्ष्य है:

अतिप्रवाह सहायता और रेफरल मार्ग प्रदान करके एम्स दिल्ली में बिस्तर की कमी को कम करें।

सीएपीएफ कर्मियों, आश्रितों, पेंशनभोगियों, सीजीएचएस और एबी-पीएमजेएवाई लाभार्थियों और आम जनता की सेवा करें।

एम्स डॉक्टरों की रोस्टर प्रणाली के तहत सीएपीएफ कैडरों को चिकित्सा, नर्सिंग, पैरामेडिकल प्रशिक्षण और अनुसंधान के अवसर प्रदान करें।

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अंतर्राष्ट्रीय हिंदू परिषद राष्ट्रीय बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने कांवरियों पर की पुष्प वर्षा

गोला गोकर्णनाथ खीरी – राष्ट्रीय बजरंग दल के जिला अध्यक्ष राकेश कनौजिया के नेतृत्व में सावन माह के चलते द्वितीय सोमवार को छोटी काशी में स्थित पौराणिक शिव मंदिर में बाबा भोलेनाथ जी का जलाभिषेक करने आए लाखों शिव भक्त कावरियो पर पुष्प वर्षा कर हार्दिक स्वागत व अभिनंदन किया गया। पुष्प वर्षा का आयोजन अशोका ट्यूबवेल्स के पास मोहम्मदी रोड पर संगठन द्वारा बनाए गए सहायता केंद्र पर किया गया। जिला अध्यक्ष राकेश कनौजिया ने बताया कि पवित्र सावन माह में प्रदेश के कई जिलों से शिव भक्त पवित्र गंगा जल व कावड़ लेकर अपने अपने आस्था व शिव भक्ति के साथ एक सन्यासी का रूप धारण कर निकलते हैं और लंबी पदयात्रा कर भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक करते जिनका स्वागत करना सिर्फ संगठनों का ही नहीं बल्कि हर हिंदू का परम कर्तव्य है। इसी दौरान दर्द से प्रताड़ित एक बुजुर्ग महिला सहायता केंद्र पर पहुंची जो की जनपद शाहजहांपुर की निवासनी थीं। जिनका संगठन द्वारा उपचार कराया गया। उपचार के बाद उन्हें उनके जनपद शाहजहांपुर जाने वाली बस पर बैठाकर बस ड्राइवर द्वारा बुजुर्ग महिला को उनके स्थाई पते पर छोड़ने के लिए कहा गया। पुष्प वर्षा के समय जिला उपाध्यक्ष अनुज वर्मा,जिला महामंत्री प्रदीप जायसवाल,जिला संयोजक AHP अशोक जायसवाल,विधानसभा अध्यक्ष आकाश बजरंगी,नगर अध्यक्ष प्रमोद गुप्ता,अंशुल जायसवाल,राहुल शर्मा,प्रेमचंद राठौर,विकास कनौजिया,मुन्नालाल वर्मा आदि दर्जनों कार्यकर्ता शामिल रहें।

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नशे में धुत कंटेनर चालक की करतूत ने सभी को हैरान कर दिया। कंटनेर की टक्कर से ट्रैक्टर के दो टुकड़े हो गए। ट्रैक्टर चालक की मौके पर ही मौत हो गई। रेलवे के गाडर लेकर फिरोजाबाद जा रहे ट्रैक्टर में पीछे से आए कंटेनर ने टक्कर मार दी। इस घटना में ट्रैक्टर के दो टुकड़े हो गए। हादसे में ट्रैक्टर चालक की मौके पर ही मौत हो गई। घटना के बाद परिजन एवं पुलिस आ गई। पुलिस ने कंटेनर एवं उसके चालक को पकड़ लिया। आरोपी चालक शराब के नशे में धुत था।

शहर के गांव जसलई निवासी जगमोहन (35) के पास चार ट्रैक्टर है। वह ट्रैक्टर चलाकर अपने परिवार का भरण-पोषण करता था। रविवार शाम साढ़े चार बजे करीब वह शिकोहाबाद से रेलवे के सीमेंटेड गाडर ट्रैक्टर में लेकर फिरोजाबाद की ओर जा रहा था। जब वह पांच बजे करीब नेशनल हाईवे स्थित बालाजी मंदिर से कुछ आगे निकला। तभी अचानक पीछे से आए एक कंटेनर चालक जोकि शराब के नशे में धुत था, ने लापरवाही से ट्रैक्टर में टक्कर मार दी। इस घटना में ट्रैक्टर चालक अनियंत्रित होकर सड़क पर गिर गया।

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बिजली बिल का भुगतान कंपनी के अधिकृत गेटवे अथवा कैश काउण्टर पर करें

मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी ने कंपनी कार्यक्षेत्र के भोपाल, नर्मदापुरम्, ग्वालियर एवं चंबल संभाग के 16 जिलों के बिजली उपभोक्ताओं से अपील की है कि वे अपने बिजली बिलों का नगद भुगतान कंपनी के जोन अथवा वितरण केन्द्र कार्यालय, पीओएस मशीन अथवा अधिकृत भुगतान केन्द्रों जैसे एम.पी.ऑनलाइन, कॉमन सर्विस सेन्टर, आईसेक्ट कियोस्क पर ही करें। उपभोक्ताओं को बिजली बिलों के केशलेश भुगतान हेतु कंपनी के पोर्टल portal.mpcz.in, फोन पे, अमेजान पे, गूगल पे, पेटीएम एप, व्हाट्सएप पे एवं उपाय मोबाइल एप के माध्यम से भी बिल भुगतान की सुविधा उपलब्ध है।
कंपनी के सूचना प्रौद्योगिकी विभाग के अधिकारियों ने बताया है कि कंपनी अंतर्गत विद्युत देयकों के भुगतान के लिए उपभोक्ता पहचान नंबर यानि आईवीआरएस नंबर की जरूरत होती है। आईवीआरएस नंबर के आधार पर ही जोन, वितरण केन्द्रों या अन्य गेटवे एमपी ऑनलाइन, पेटीएम, फोन पे, गूगल पे. अमेजन पे, व्हाट्सएप पे आदि पर बिजली बिलों का भुगतान होता है। कंपनी ने उपभोक्ताओं से अपील की है कि वे किसी भी मोबाइल नंबर से आए फोन के आधार पर किसी भी मोबाइल नंबर पर देयकों की राशि अंतरित न करें। साथ ही अपना पिन नंबर भी किसी के साथ साझा न करें।
कंपनी के संज्ञान में आया है कि सायबर जालसाजों द्वारा बिजली उपभोक्ताओं को एसएमएस, व्हाट्सएप मैसेज अथवा आई.व्ही.आर. तकनीक से फोन कॉल पर नंबर दबाने हेतु कहा जाता है जिसमें बिल भुगतान कराने हेतु भय बनाकर कि आपकी बिजली कुछ घंटों बाद काट दी जाएगी, इसके लिए बिल भुगतान करने हेतु विशेष नंबर दबाएं अथवा मोबाइल नंबर विशेष पर संपर्क कर बकाया राशि जमा कराएं। इस प्रकार के एसएमएस, व्हाट्सएप मैसेज एवं आई.व्ही.आर. फोन कॉल फर्जी हैं, इन पर ध्यान नहीं दिया जाए। मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी द्वारा विद्युत उपभोक्ताओं से अपील की है इस प्रकार के फर्जी सायबर जालसाजों से सतर्क और सावधान रहें।

Jansampark Madhya Pradesh
Department of Energy Madhya Pradesh
#Harda #हरदा

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पद्मश्री सोमा घोष सहित सुधाकर शर्मा,सतीश देहरा,रचना चोपड़ा, राजलक्ष्मी आहूजा, अतुल श्रीवास्तव ने बढ़ाया कार्यक्रम का मान।_ मुंबई, मुंबई में कराओके डे के मौके पर ताल म्यूजिक एंड फिल्म्स और हार्मनी हेवन ने मेगा ग़ज़ल सिंगिंग कॉन्टेस्ट का ऑडिशन आज फनकार स्टूडियो में आयोजित किया। कराओके और ऊटपटांग शोरगुल गीतों के दौर में ग़ज़ल को पुनः आगे लाने के इरादे से वरिष्ठ पत्रकार, लेखक निर्देशक देवेंद्र खन्ना ने नीतू सिंह के साथ मिलकर इस शो का आयोजन किया है। इस शो का उद्देश्य कराओके सिंगर को ट्रेंड कर लाइव शो तक ले जाना भी है। इस शो की घोषणा वर्ल्ड म्यूजिक डे के दिन हुई थी।ग़ज़ल किंग एंड क्वीन के इस ऑडिशन में 10 लोग फाइनल राउंड में चले गए है। इस ऑडिशन के जज जाने माने गीतकार सुधाकर शर्मा थे, जोकि हजारों गीत लिख चुके है और 187 गीत तो चुनरी पर ही लिख चुके है,जिसकी वजह से लोग इन्हें चुनरी गीतकार भी कहते है। ये सारेगमा रियल्टी शो के जूरी सदस्य भी रहे है। इन दिनों ये अपने सबसे बड़े प्रोजेक्ट रामचरित मानस पर काम कर रहे है, जिसके मुख्य गायक अमित कुमार है और संगीतकार सतीश देहरा है। सुधाकर जी ने गायकों के शब्दों पर ध्यान देते हुए उन्हें सही उच्चारण की सलाह दी। इनके साथ गायिका राजालक्ष्मी भी यहां जज के रूप में उपस्थित थी इन्होंने गंधर्व महाविद्यालय से शास्त्रीय संगीत में डिग्री प्राप्त की और देश विदेश में शोज करती है।को एलबम भी इनके रिलीज हुए है। इनके साथ गायिका रचना चोपड़ा भी यहां विशेषरूप से आयी रचना जी स्टेज पर धमाल करती है ये पिछले 16 वर्षों से कुमार सानू के साथ देश विदेश में शो करती है। इनके कई एलबम भी रिलीज़ हुए है। इनके साथ ही स्टेज की दुनिया के स्टार गायक अतुल श्रीवास्तव भी जज के रूप में उपस्थित थे। सभी जजों ने सभी गायकों को सुना और अपने सुझाव देते हुए उम्दा 10 गायकों को फाइनल के लिए चुना। इस अवसर पर देश की सुप्रसिद्ध क्लासिकल गायिका पद्मश्री सोमा घोष भी यहां पहुंची और इन्होंने प्रतिभागियों को गायिकी के कई टिप्स देते हुए सभी को शुभकामनाएं दी, साथ ही उनकी नई ग़ज़ल यादों के साए को भी यहां रिलीज किया गया। जिसे पद्मश्री मुमताज मिर्जा ने लिखा है।इनके साथ गायक संगीतकार सतीश देहरा जी भी पहुंचे।इस मौके पर रचना चोपड़ा ने गायकों को उनकी खामियां बताते हुए उन्हें रियाज करने की सलाह दी। यहां रचना ने अपने नए रिलीज हुए भजन मेरे भोलेनाथ के बारे में भी बताया। अंत में सभी सेलिब्रिटीज ने आयोजक नीतू सिंह और देवेंद्र खन्ना को इस ग़ज़ल शो के लिए दिल से बधाई दी। इस शो की मुख्य स्पोर्टर वंदना असवानी ने भी इस शो को कामयाब करने में पूरा सहयोग करने की बात कही। इसके साथ ही इस शो को स्पोर्ट करने बैंगलोर के दो गज़लकार दत्ता शास्त्री और किशन डालमिया भी विशेष रुप से आ रही है। उस शो को जाने माने गायक विशाल रसकार भी सपोर्ट कर रहे हैं। बॉलीवुड सैंडलवुड एक्टर कमल घिमिरे भी इस शो को सहयोग दे रहे है। शो के शुभचिंतकों में समाज सेविका सुंदरी ठाकुर, दिलीप सोनी, अमरदासन नायर, प्रदीप कात्यायन, रजनीकांत भट्ट, अरविंद कोठारी भी शामिल है। अंत में देवेंद्र खन्ना ने मीडिया अतिथियो का भी आभार मानते हुए सभी का धन्यवाद किया।

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रांची : भारतीय बाजार में कमर्शियल वाहनों की बिक्री करने वाली प्रमुख वाहन निर्माता टाटा मोटर्स की ओर से कई सेगमेंट में वाहन ऑफर किए जाते हैं। इसी क्रम में बुधिया एजेंसी प्राइवेट लिमिटेड बूटी मोड़ ने टाटा ऐस प्रो को बाजार में लॉन्च किया. कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन के साथ हुई. टाटा मोटर्स की ओर से मिनी ट्रक सेगमेंट में टाटा ऐस प्रो को लॉन्च किया गया है। इस मिनी ट्रक को सबसे किफायती मिनी ट्रक बताया जा रहा है। इस मौके पर बोलते हुए बुधिया एजेंसीज प्राइवेट लिमिटेड के सीईओ पर प्रवीर प्रकाश ने कहा कि टाटा ऐस प्रो की सबसे बड़ी खासियत यही है कि इसे पेट्रोल, सीएनजी और ईवी तीनों तकनीक में ऑफर किया गया है। जिससे लोगों को अपनी जरुरत के मुताबिक विकल्प चुनने में सहायता मिलती है। इसमें 6.5 फीट का डेक दिया गया है जिसपर 750 किलोग्राम तक का सामान रखा जा सकता है। इसके साथ ही यह फैक्ट्री फिटेड लोड बॉडी विकल्पों के साथ ऑफर किया गया. इसमें 694 सीसी की क्षमता का इंजन दिया गया है। जिससे इसे 30 बीएचपी की पावर और 55 न्यूटन मीटर का टॉर्क मिलता है। वहीं इलेक्ट्रिक वर्जन से 38 बीएचपी की पावर और 104 न्यूटन मीटर का टॉर्क मिलता है। सिंगल चार्ज में इसे 155 किलोमीटर तक चलाया जा सकता है। सीएनजी विकल्प में पांच लीटर का अतिरिक्त पेट्रोल टैंक दिया गया है और सीएनजी इंजन के साथ यह 26 बीएचपी की पावर और 51 न्यूटन मीटर का टॉर्क जेनरेट करता है। बुधिया एजेंसीज के मनोज कुमार दुबे ने कहा ने क टाटा ऐस के लॉन्च ने भारत की कार्गो मोबिलिटी में क्रांति ला दी है। बिल्कुल नए टाटा ऐस प्रो के साथ हम सपने देखने वालों की नई पीढ़ी के लिए नए उद्देश्य के साथ इस विरासत को आगे बढ़ा रहे हैं। इस मौक़े पर बुधिया एजेंसी के सीईओ प्रवीर प्रकाश,नितीन टाटा मोटर्स, सूरज, महेंद्र, वरुण और मोहसिन मौजूद थे.

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🔳खदान श्रमिकों के बच्‍चों को मिलेगी छात्रवृत्ति

🔳"शिक्षा हेतु वित्तीय सहायता योजना" के अंतर्गत छात्रवृत्ति हेतु आवेदन प्रारंभ

🔳कटनी - मान्यता प्राप्त शिक्षण-संस्थाओं में अध्ययनरत राज्य के बीड़ी, चूना पत्थर, डोलोमाईट व लौह-मैग्नीज-क्रोम अयस्क खदान श्रमिक एवं उनके पुत्र-पुत्रियों को शैक्षणिक सत्र 2025-26 के लिए "शिक्षा हेतु वित्तीय सहायता योजना" के अंतर्गत कक्षा 1 से लेकर उच्च शिक्षा तक के छात्रों को 1 हजार रूपये से लेकर 25 हजार रूपये तक छात्रवृत्ति दी जा रही है।

योजना का लाभ प्राप्त करने हेतु पात्र छात्र-छात्राओं के लिए नेशनल स्कॉलरशिप पोर्टल https://scholarships.gov.in पर ऑनलाईन आवेदन करने की प्रक्रिया प्रारम्भ हो चुकी है। प्री. मेट्रिक हेतु आवेदन की अंतिम तिथि 31 अगस्‍त एवं पोस्ट मेट्रिक हेतु 31 अक्‍टूबर है। छात्रवृत्ति हेतु आवेदन करने के लिए ओ.टी.आर (वन टाइम रजिस्‍ट्रेशन) व फेस ऑथेंटिकेशन प्रक्रिया पूरी करना अनिवार्य है। आवेदन की पात्रता व संबंधित अन्य जानकारी एवं शर्ते नेशनल स्कॉलरशिप पोर्टल पर उपलब्ध है।

उप कल्याण आयुक्त श्रम कल्याण संगठन जबलपुर ने बताया कि ऑनलाईन आवेदन के साथ आवश्यक दस्तावेजों को स्कैन कर अपलोड करें जो कि स्पष्ट और पठनीय हो। साथ ही आवेदन करने के पश्चात् अपने शिक्षण संस्थान में संपर्क स्थापित कर अपने आवेदन को स्कॉलरशिप पोर्टल के माध्यम से ही सत्यापित करवाना सुनिश्चित करें। उन्‍होंने कहा कि यदि पोर्टल पर प्रदर्शित अन्य विभागों द्वारा प्रदान की जाने वाली छात्रवृत्ति, जिसमें अधिक राशि प्रदान की जाती है और आवेदक पात्रता रखते हैं, तो ऐसे पात्र आवेदक आवेदिका संबंधित विभाग की छात्रवृत्ति हेतु आवेदन कर सकते हैं।

इसके अलावा ऑनलाईन आवेदन करने संबंधी अन्य किसी भी प्रकार की जानकारी हेतु जबलपुर मुख्यालय के दूरभाष क्रमांक- 0761-4039511, 4039510 या ईमेल आईडी wc.jabalpur@rediffmail.com, wcjab@mp.gov.in तथा कल्याण प्रशासक कार्यालय, इन्दौर के दूरभाष क्रमांक-0731-2703530 व ई-मेल आईडी waind@mp.gov.in पर संपर्क किया जा सकता है। साथ ही मध्यप्रदेश परिक्षेत्र में संचालित अपने नजदीकी औषधालयों एवं केन्द्रीय चिकित्सालय सागर में व्यक्तिगत रूप से भी जानकारी प्राप्त की जा सकती है। शिक्षण संस्थान द्वारा सत्यापित नहीं किए गए आवेदनों पर विचार किया जाना संभव नहीं होगा।
Jansampark Madhya Pradesh
CM Madhya Pradesh
Dr Mohan Yadav
Uday Pratap Singh
#jbpcommissioner
#JansamparkMP
#कटनी
#katni

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నేనెప్పుడూ డబ్బు, రికార్డుల కోసం సినిమాలు చేయలేదు.
• గత ప్రభుత్వం బీమ్లా నాయక్ చిత్రం టిక్కెట్ ధర రూ. 10కి తగ్గించింది
• అప్పుడు ఒక్క పిలుపుతో అభిమానులు అండగా నిలిచారు
• ఎన్నిసార్లు పడిలేచినా అభిమానులే నా బలం
• హరిహర వీరమల్లు... ధర్మం కోసం పోరాడే యోధుడి కథ
• హరిహర వీరమల్లు ప్రీ రిలీజ్ ఫంక్షన్ లో ఆంధ్ర ప్రదేశ్ రాష్ట్ర ఉపముఖ్యమంత్రి పవన్ కళ్యాణ్
#AIMA MEDIA Suvarnaganti RaghavaRao Journalist
డబ్బు, రికార్డుల కోసం ఎప్పుడూ సినిమాలు చేయలేదు. రికార్డుల కోసం ప్రయత్నమూ చేయలేదు. సగటు మనిషిగా బతుకుదామన్న ఆలోచన తప్ప నాకు ఎలాంటి కోరికలు లేవని రాష్ట్ర ఉప ముఖ్యమంత్రివర్యులు శ్రీ పవన్ కళ్యాణ్ గారు స్పష్టం చేశారు. బీమ్లా నాయక్ చిత్రం విడుదల సమయంలో గత ప్రభుత్వం రూ. 100 ఉన్న టిక్కెట్ ధరని రూ. 10 చేసిన విషయాన్ని గుర్తు చేశారు. అప్పుడు, ఇప్పుడు హిట్స్ ఫ్లాప్స్ సంబంధం లేకుండా అభిమానులే తనకు అండగా నిలిచారని తెలిపారు. నేను ఇక్కడ ఈ స్థాయిలో నిలబడినా రాజకీయాల్లో పడి లేచినా అందుకు అభిమానులే కారణమన్నారు. ధర్మం కోసం పోరాటం చేసే యోధుడి పాత్ర హరి హర వీరమల్లు. మొఘలుల కాలంలో హిందువుగా బతకాలి అంటే పన్ను కట్టాల్సి వచ్చేది. అలాంటి సమయంలో చత్రపతి శివాజీ మహారాజ్ మాదిరి పోరాటం చేసిన ఓ కల్పిత పాత్ర ఇదని అన్నారు. కృష్ణా నది సమీపంలోని కొల్లూరు వజ్రపు గనుల్లో దొరికిన కోహినూర్ వజ్రం మొఘల్ సుల్తాన్ ల వరకు ఎలా చేరిందనేది చిత్రంలో చూపించినట్టు తెలిపారు. సోమవారం రాత్రి హైదరాబాద్ శిల్సకళా వేదికలో జరిగిన హరిహర వీరమల్లు చిత్ర ప్రీ రిలీజ్ ఫంక్షన్ లో పాల్గొని ప్రసంగించారు. ఈ సందర్భంగా శ్రీ పవన్ కళ్యాణ్ గారు మాట్లాడుతూ "చాలా క్లిష్ట మైన పరిస్థితుల్లో హైదరాబాద్ లో హరిహర వీరమల్లు ఫంక్షన్ చేసుకుంటున్నాం. లక్షలాది మంది మధ్య జరుపుకోవాలని భావించినా వర్షాల కారణంగా వేడుకను శిల్ప కళా వేదికకి పరిమితం చేయాల్సి వచ్చింది. ఇలాంటి వేడుకలు జరుపుకోవాలంటే చాలా ఒత్తిడులు ఉంటాయి. అలాంటి పరిస్థితుల్లో ఈ వేడుకకి అనుమతి ఇచ్చిన శ్రీ రేవంత్ రెడ్డి గారికి, పోలీస్ శాఖ వారికి ప్రత్యేక ధన్యవాదాలు. రాజకీయాల్లోకి వచ్చాక మంచి స్నేహితుడిని సంపాదించుకన్నా. ఆయనే కర్ణాటక మంత్రి శ్రీ ఈశ్వర్ ఖండ్రే గారు. అక్కడి నుంచి ఈ కార్యక్రమానికి వచ్చినందుకు ధన్యవాదాలు. కార్యక్రమానికి హాజరైన ఏపీ పర్యాటక శాఖ మంత్రి శ్రీ కందుల దుర్గేష్ గారు, శాసన సభ ఉప సభాపతి శ్రీ రఘురామ కృష్ణంరాజు గారికి ప్రత్యేక ధన్యవాదాలు.
• నా గుండెల నిండా అభిమానులే ఉన్నారు
బీమ్లా నాయక్ చిత్రం విడుదల అయినప్పుడు అందరి సినిమాల టెక్కెట్లు రూ. 100ల్లో ఉంటే నా సినమా టిక్కెట్ రూ. 10, రూ. 15 ఉండేది. ఆ రోజు నేను ఒకటే చెప్పాను మనల్ని ఎవడ్రా ఆపేది అని. ఆ మాట డబ్బు కోసమో, రికార్డుల కోసమో చెప్పలేదు. ధైర్యం కోసం, సాహసం కోసం, న్యాయం కోసం నిలబడ్డాం. నేను ఎప్పుడూ రికార్డుల కోసం ప్రయత్నం చేయలేదు. నేను ఏమీ కోరుకోలేదు. సగటు మనిషిగా బతుకుదామన్న ఆలోచన తప్ప మరొకటి లేదు. నేను ఈ రోజు ఇక్కడ నిల్చున్నాను అంటే కారణం అభిమానులే. పడి లేచి పడి లేచినా దానికి కారణం మీరే. నా దగ్గర ఆయుధాలు లేవు, గూండాలు లేరు. నా గుండెల్లో అభిమానులే ఉన్నారు.
• వయసు పెరిగినా.. గుండెల్లో చేవ చావలేదు
నా మొదటి చిత్రం అక్కడ అమ్మాయి, ఇక్కడ అబ్బాయి. చిత్ర పరిశ్రమకు వచ్చి దాదాపు 30 ఏళ్లు అవుతోంది. వయసు పెరిగింది కానీ, గుండెల్లో చేవ మాత్రం చావలేదు. గబ్బర్ సింగ్ సినిమా సమయంలో ఒక బంపర్ హిట్ కావాలని మహబూబ్ నగర్ జిల్లాకి చెందిన ఒక అభిమాని అడిగాడు. ఆ రోజు నా అభిమానుల కోసం ఒక హిట్ ఉంటే బాగుండు అని భగవంతుడిని కోరుకున్నాను. హరీష్ శంకర్ వల్ల అది తిరిగి వచ్చింది. ఆ సినిమా కూడా క్లిష్టమైన సమయంలోనే తీశా. అంతకు ముందు జానీ సినిమా ఫెయిల్ అయినా అభిమానులు నా వెంటే ఉన్నారు. చిత్ర పరిశ్రమలో అన్ని బంధాలు డబ్బుతో ముడిపడి ఉంటాయి. ఒకప్పుడు నా రెమ్యునరేషన్ తిరిగి ఇచ్చేశాను. నేను చిత్ర పరిశ్రమలో హిట్స్, ఫ్లాప్స్ అన్నీ వదిలేశా. నేను ఎప్పుడూ బంధాలకే ప్రాధాన్యత ఇచ్చాను. చాలా కష్టాల్లో ఈ సినిమా చేశాను
• కష్టాల్లో నాకు అండగా నిలిచిన మిత్రుడు శ్రీ త్రివిక్రమ్
దేశ ప్రధాన మంత్రి స్థాయి వ్యక్తి నుంచి నాకు పెద్ద పెద్ద పరిచయాలు ఉన్నాయి. కానీ దాని వల్ల డబ్బులు రావు. అభిమానుల్ని ఆనందింప చేసేందుకే ఈ సినిమా చేశా. ఖుషీ లాంటి సినిమా తీసిన శ్రీ ఎ.ఎం. రత్నం గారు ఇప్పుడు ఈ సినిమా తీశారు. ఎప్పుడూ రీమేక్ లు చేస్తావని అంతా నన్ను తిడతారు. మనకేమీ పెద్ద పెద్ద దర్శకులు లేరు. రీమేక్ చేస్తే పని అయిపోతుంది డబ్బు వస్తాయనే ఆలోచించారు. నేను ఒక్క ఫ్లాప్ ఇస్తే ఆ తర్వాత సినిమాపై నాకు గ్రిప్ దొరకలేదు. అలాంటి సమయంలో ఒక్క శ్రీ త్రివిక్రమ్ నాకు అండగా నిలబడ్డారు. అపజయాల్ల నన్ను వెతుక్కుంటూ వచ్చిన మిత్రుడు ఆయన. కష్టాల్లో ఉన్న సమయంలో నాతో జల్సా చేసి హిట్ ఇచ్చారు. త్రివిక్రమ్ రూపంలో భగవంతుడు నాకు మంచి మిత్రుడిని ఇచ్చాడు.
• శ్రీ కీరవాణి గారి మ్యూజిక్ వీరమల్లుకి బలం
కొత్త కథలు చేసే అవకాశం ఉన్నా, అది పోతే అందరం ఇబ్బంది పడతాం. పార్టీ నడపాలి, కుటుంబాన్ని పోషించాలి. అందుకే రీమేకల్ లకు ప్రాధాన్యత ఇచ్చా. ఎప్పటికైనా మంచి సినిమాలు చేయాలని కోరుకున్నా. ఆ సమయంలో శ్రీ ఎ.ఎం. రత్నం గారి ద్వారా వచ్చింది.. శ్రీ క్రిష్ జాగర్లమూడి ద్వారా వచ్చింది. ఆయనకు కరతాళ ధ్వనుల ద్వారా ధన్యవాదాలు తెలుపుతున్నా. ఈ చిత్రం మీద రెండు సార్లు కరోనా ప్రభావం పడింది. సినిమా ముందుకు వెళ్తుందా లేదా అన్న నిరుత్సాహం నాలో వచ్చినప్పుడల్లా శ్రీ కీరవాణి గారు సంగీతం తిరిగి ఉత్సాహం నింపేది. ఈ సినిమా పట్ల నిరుత్సాహం వచ్చినప్పుడల్లా శ్రీ కీరవాణి గారి సంగీతం ఆత్మవిశ్వాసం నిలిపింది. శ్రీ కీరవాణి మ్యూజిక్ లేకపోతే హరి హర వీరమల్లు లేదు. వాళ్ల నాన్న గారిని కోల్పోయిన సమయంలో కూడా బ్యాగ్రౌండ్స్ ఇచ్చారు. శ్రీ జ్యోతి కృష్ణ సినిమాని చాలా బాగా హ్యాండిల్ చేశారు. తండ్రి కొడుకుల తాలూకు ఎఫర్ట్ ఈ సినిమా. సినిమాని రికార్డు బ్రేకింగ్ స్థాయిలో పూర్తి చేశామంటే ఈ చిత్రం కోసం ప్రాణం పెట్టిన వ్యక్తి శ్రీ మనోజ్ పరమహంస. పాలనా వ్యవహారాల మధ్య రోజుకి రెండు గంటలు సమయం ఇస్తే నా సన్నిహితుని స్థలంలో సెట్ వేసి పూర్తి చేశాం. ఈ చిత్రాన్ని గత నెల రోజులుగా జనంలో ఉండేలా ప్రచారం చేసిన హీరోయిన్ నిధి అగర్వాల్ భుజాన వేసుకుని తిరిగారు. ఆమెని చూశాకే నాకు ప్రెస్ మీట్లలో పాల్గొనాలనిపించింది. శ్రీ బాబీ డియోల్ ఔరంగజేబు పాత్రలో జీవించారు.
• నాడు హిందువుగా బతకాలంటే పన్ను కట్టాల్సిన పరిస్థితి
ఈ రోజు మీ కోరిక మేరకు టిక్కెట్ రేట్స్ పెరిగి మన ప్రభుత్వంలో మన సినిమా విడుదల అవుతోంది. ఈ రోజు పంతం పెట్టి చూశారు. హరిహర వీరమల్లు చాలా ఆసక్తికరమైన కథ. నాకు చాలా ఇష్టమైన సబ్జెక్టు భారత దేశం ఎప్పుడూ ఎవరిపైనా దాడి చేయలేదు. ఆక్రమణ చేయలదు. మన దేశం పైనే అంతా దాడి చేశారు. మన పుస్తకాల్లో మోఘల్ తాలూకు గొప్పదనాన్ని చెప్పారు తప్ప, వారి అరాచకాల గురించి చెప్పలేదు. అక్బర్, షాజహాన్, ఔరంగజేబుల గురించి గొప్పలు చెప్పారు. ఔరంగజేబు చేసిన దుర్మార్గాలు చెప్పలేదు. సొంత తమ్ముడిన చంపేసిన వ్యక్తి. విజయనగరం సామ్రాజ్యం గొప్పతనం గురించి చెప్పలేదు. అప్పట్లో హిందువుగా బతకాలి అంటే పన్ను కట్టాల్సి వచ్చేది. అలాంటి సమయంలో చత్రపతి శివాజీ ధైర్యంగా పోరాటం చేశారు. అలా ధర్మం కోసం పోరాటం చేసిన ఒక కల్పిత పాత్ర హరిహర వీరమల్లు. ఆంధ్రప్రదేశ్ లోని కొల్లూరులో దొరికిన కోహినూర్ వజ్రం నిజాంల ద్వారా మొఘలులకి చేరింది. అలా అలా చేతులు మారుతూ లండన్ మ్యూజియంకి చేరింది. క్రిష్ చప్పిన కథ కోసం నా శక్తినంతా పెట్టాను. ఈ చిత్రంలో మీ కోసం రెండు స్టెప్పులు కూడా వేశాను. రాజకీయాల్లోకి వచ్చాక రియల్ లైఫ్ గూండాలు, రౌడీలను ఎదుర్కొన్నా, ఇప్పుడు సినిమాల్లో చేయడానికి మాత్రం కష్టపడ్డాను. ఎప్పుడో నేర్చుకున్న మార్షల్ ఆర్ట్స్ తిరిగి సాధన చేశాను. చిత్రం క్లైమాక్స్ యాక్షన్ సన్నివేశాలకు దర్శకత్వం వహించాను. ఈ సినిమా ఎంత కలెక్ట్ చేస్తుందో తెలియదు. మీరంతా కోరుకునే సక్సెస్ నే నేనూ కోరుకుంటున్నా. సినిమా మీకు నచ్చితే బాక్సాఫీస్ బద్దలు కొట్టేయండి. మీరే నా బలం. మీ కోసమే ఈ గుండె కొట్టుకుంటుంది. మీ కష్టం తీర్చేందుకు కొట్టుకుంటుంది" అన్నారు.

#HHVMBlazeFromJuly23
#HariHaraVeeraMalluOnJuly24th

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🔳खाद्य प्रसंस्करण के क्षेत्र में कैरियर बनाने का सुनहरा मौका

🔳कटनी - खाद्य प्रसंस्‍करण के क्षेत्र में खुद का कारोबार स्‍थापित करने के लिये प्रधानमंत्री सूक्ष्‍म खाद्य उद्यम उन्‍नयन योजना (पीएमएफएमई) चलाई जा रही है। इस योजना में लागत का 35 फीसदी अनुदान और ब्‍याज का 3 फीसदी अनुदान (सब्सिडी) दिया जाता है। प्रोजेक्‍ट के लिये सरकार अधिकतम 10 लाख रूपये की मदद देती है। साथ ही सरकार ब्रांडिंग एवं मार्केटिंग में भी मदद करती है।

योजना के तहत आवेदक फल, सब्‍जी, मसाला, अनाज, दूध आदि की प्रोसेसिंग से बनने वाले खाद्य पदार्थ जैसे आटा, तेल, मसाले, दाल, पोहा, नमकीन, पेठा, गजक, पापड, गुड, पनीर, घी, मावा, दही, आईस्‍क्रीम, अचार, मुरब्‍बा, जैम, सॉस, चिप्‍स, बेकरी आइटम तोस, बिस्किट, कुकीज, पेस्‍ट्री, केक बनाने के साथ ही पशु आहार यूनिट भी लगा सकते हैं।

योजनांतर्गत 18 वर्ष या अधिक की आयु का कोई भी युवा इसके लिये आवेदन कर सकता है। इसके लिए आवेदक का प्रोजेक्‍ट की कॉस्‍ट का 10 फीसदी योगदान होना जरूरी है। शेष राशि बैंक से लोन के जरिये ली जा सकती है।

आवेदक आधार, पेन कार्ड, बैंक पासबुक, बिजली का बिल, प्रोजेक्‍ट की यूनिट की जगह का फोटो, यूनिट का किरायानामा या बिजली बिल, मशीन कोटेशन, उद्यम प्रमाण पत्र, फूड लाईसेंस आदि दस्‍तावेज ले जाकर जिला रिसोर्स पर्सन (डीआरपी) के माध्‍यम से ऑनलाईन आवेदन कर सकते हैं।

योजना की जानकारी पीएमएफएमई पोर्टल www.pmfme.mofpi.gov.in पर भी उपलब्‍ध हैं। साथ ही कलेक्‍टर परिसर, प्रथम मंजिल, कमरा नंबर 70-71 में कार्यालय परियोजना अधिकारी उद्यान जिला कटनी में उपस्थित होकर एवं जिला रिसोर्स पर्सन से संपर्क कर जानकारी ले सकते हैं।
Jansampark Madhya Pradesh
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नरही बलिया: जिले के नरही थाना अंतर्गत लड्डूपुर गांव में चेकिंग करने गए जेई संतोष कुमार , लाईन मैन रजनीश कुमार सिंह और उपेन्द्र पटेल को कुछ ग्रामीणों ने पीट दिया। सूचना मिली थी कि बसंतपुर विद्युत उपकेंद्र के लड्डूपुर गांव में बिना कनेक्शन के कुछ लोग तार खींच कर मोटर चला रहे हैं। इस बात की चेकिंग करने जेई संतोष कुमार, लाइनमैन रजनीश सिंह और उपेन्द्र पटेल गांव में पहुंच गए। इस दौरान बिजली कटौती को लेकर कुछ ग्रामीणों से विवाद हो गया।जिसके उपरांत ग्रामीणों ने उक्त तीनों विद्युत कर्मियों को पीट कर घायल कर दिया। जेई संतोष कुमार ने लड्डूपुर निवासी योगेंद्र यादव और अमरजीत यादव सहित कुछ अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है।

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🔳कलेक्टर यादव के नाम की फर्जी फेसबुक अकाउंट से रहें, सतर्क,न बनें फ्रेंड

🔳कटनी - सोशल मीडिया पर एक फर्जी फेसबुक प्रोफाइल सक्रिय है, जो खुद को कटनी कलेक्टर दिलीप कुमार यादव आईएएस बताकर लोगों से संपर्क कर रही है। कलेक्टर दिलीप कुमार यादव के नाम से फर्जी फेसबुक प्रोफाइल के माध्यम से लोगों को गुमराह करने की कोशिश की जा रही है। इस संबंध में कलेक्टर यादव ने पुलिस अधीक्षक अभिनय विश्वकर्मा को जानकारी देते हुए साइबर सेल के माध्यम से नियमानुसार वैधानिक कार्यवाही करने कहा है। कलेक्टर ने फर्जी फेसबुक अकाउंट से जनता को सतर्क और सावधान रहने की अपील की है।

कलेक्टर यादव ने बताया कि -मेरे नाम और फोटो का दुरुपयोग करते हुए किसी ने यह फर्जी फेसबुक आईडी बनाई है। फर्जी फेसबुक आईडी का यूआरएल https://www.facebook.com/share/19JveUa64E/ है। यह आईडी पूरी तरह से फर्जी है और इसके माध्यम से ठगी की भी कोशिश की जा सकती है। आम जनता को धोखाधड़ी से बचाने के लिए कलेक्टर यादव ने लोगों से अपील की है ,कि इस फर्जी अकाउंट से भेजी गई फ्रेंड रिक्वेस्ट को कदापि स्वीकार न करें और किसी भी प्रकार के लेन-देन में शामिल न हों।

पुलिस विभाग के साइबर सेल ने कलेक्टर दिलीप कुमार यादव के नाम से बनीं फ़र्जी फेसबुक अकाउंट को हटाने के लिए फेसबुक के कैलीफोर्निया यूएसए स्थित कार्यालय से पत्राचार किया है।

*फर्जी आईडी बनाना एक गंभीर अपराध*

फर्जी फेसबुक प्रोफाइल बनाना एक गंभीर अपराध है और इसका दुरुपयोग करने वालों के खिलाफ कड़ी सजा का प्रावधान है। आईटी एक्ट 2000 की धारा 66(C) के तहत इस अपराध में दोषी पाए जाने पर आरोपी को जेल की सजा हो सकती है।
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नागौर । एसपी नारायण टोगस के तबादले पर ग्रामीणों और पुलिसकर्मियों ने विदाई समारोह आयोजित किया। एसपी टोगस को घोड़ी पर बैठाया, डीजे और ओपन जीप में उन्हें आवास तक छोड़ कर आए।

इस दौरान डीजे पर म्हारो तेजल सुपर-डुपर जैसे गीत बजाए गए।

बता दें कि राज्य सरकार ने शनिवार रात को भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के 91 अफसरों के ट्रांसफर किए थे।

भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के 10 अफसरों को पोस्टिंग और 2 के ट्रांसफर किए गए। राजस्थान प्रशासनिक सेवा (रस) के 142 अफसरों को भी बदला गया। जोधपुर पुलिस कमिश्नर को भी बदल दिया गया है।

इसी में नागौर के वर्तमान जिला एसपी नारायण टोगस को जोधपुर ग्रामीण एसपी लगाया गया है। इसके चलते सोमवार को ग्रामीणों और पुलिसकर्मियों ने उनके लिए विदाई समारोह आयोजित किया था। इससे पहले रविवार रात को नागौर के अहिछत्रपुर फोर्ट में नागौर पुलिस की ओर से नारायण टोगस की विदाई पार्टी दी गई।

एएसपी बोले- धैर्य और आक्रामकता सिखाई

नागौर एएसपी सुमित कुमार ने कहा-

" नारायण टोगस ने सभी पुलिसकर्मियों को धैर्य और आक्रामकता दोनों सिखाए। आज नागौर पुलिस जिस आत्मविश्वास से लबरेज है उसका कारण नारायण टोगस की पुलिसिंग है।

सुबह सवा 9 बजे से 2 बजे तक पूरे जिलेभर से आए लोगों और पुलिसकर्मियों ने फूलमालाएं, साफा, प्रतीक चिन्ह और अन्य उपहार देकर नारायण टोगस को बधाई दी। इसके बाद सैकड़ों लोग आईपीएस नारायण टोगस को घोड़ी पर बैठाकर डीजे, खुली जीप और नारे लगाते हुए एसपी आवास तक छोड़ने पहुंचे।

एसपी को भेंट की तलवार

इस दौरान पुलिसकर्मियों के साथ आमजन ने भी आईपीएस नारायण टोगस की कार्यशैली की प्रशंसा करते हुए नारे लगाए कि नागौर का एसपी कैसा हो-नारायण टोगस जैसा हो। पुलिसकर्मियों और नागौरवासियों ने आईपीएस नारायण टोगस की विदाई के समय तलवार भेंट की।

इन वजहों से चर्चित रहे नारायण टोगस-

नारायण टोगस ऐसे पहले एसपी हैं जिन्होंने 2024 में लोकदेवता तेजाजी के मेले से पहले नागौर से तेजाजी जन्मस्थली खरनाल तक दौड़ लगाई थी।

रालोपा प्रमुख सांसद हनुमान बेनीवाल से अदावत चर्चा में रही। यहां तक कि हनुमान बेनीवाल ने नारायण टोगस पर पूर्व सांसद की गाड़ी का फाटक खोलने और करोड़ों की वसूली करने के आरोप लगाए।

खींवसर में एम्बुलेंस कर्मियों की हत्या व कुरड़ायां में वृद्धा की हत्या के ब्लाइंड मर्डर केस में आरोपी पकड़े।

नारायण टोगस के कार्यकाल में एनडीपीएस की कार्रवाई बढ़ी और अवैध शराब की फैक्ट्रियों पर छापे मारे गए।

रालोपा की जन आक्रोश रैली में खींवसर के पूर्व विधायक नारायण बेनीवाल ने आईपीएस नारायण टोगस पर पाली जिले में अध्यापक रहने के दौरान स्कूल में अशोभनीय गाने बजाने के आरोप लगाए थे।

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रिपोर्टर देवेन्द्र कुमार जैन भोपाल मध्यप्रदेश
लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा राज्य मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल ने कहा है कि कैंसर से जीतकर जीवन की नई शुरुआत करने वाले बच्चे सच्चे योद्धा हैं। उनकी आगे की ज़िंदगी को सुरक्षित, स्वस्थ और सम्मानपूर्ण बनाना हम सबकी साझा ज़िम्मेदारी है। कैनकिड्स द्वारा सर्वाइवरशिप क्लिनिक और केयर प्लान इस दिशा में उत्कृष्ट प्रयास है। राज्य मंत्री ने कैनकिड्स संस्था के "पासपोर्ट टू लाइफ (सर्वाइवरशिप)" परियोजना के अंतर्गत राज्य स्तरीय सर्वाइवरशिप क्लीनिक पी2एल क्लिनिक भोपाल का शुभारंभ किया। राज्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार स्वास्थ्य के क्षेत्र में सर्वांगीण विकास के लिये निरंतर कार्य कर रही है। सरकार की प्राथमिकता है कि गंभीर बीमारियों से पीड़ित हर बच्चा न केवल जीवन रक्षक इलाज पाए, बल्कि इलाज के बाद की ज़रूरतों की भी समुचित पूर्ति हो। कार्यक्रम में कैनकिड्स संस्था द्वारा तैयार किए गए सर्वाइवर केयर प्लान का विमोचन भी राज्य मंत्री द्वारा किया गया। यह केयर प्लान कैंसर से उबर चुके बच्चों के दीर्घकालीन स्वास्थ्य प्रबंधन, नियमित फॉलोअप, पोषण, मानसिक स्वास्थ्य तथा सामाजिक पुनर्वास जैसे महत्वपूर्ण पहलुओं को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है।कैंसर से उबर चुके बच्चों से संवाद किया, उन्हें प्रोत्साहित किया और उनके साहस की सराहना करते हुए कहा कि आप सभी ने बीमारी को नहीं बल्कि हालात को भी हराया है। आप सबके लिए प्रेरणा हैं। प्रदेश सरकार आपकी आगे की यात्रा को सरल, सुरक्षित और संबलयुक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। कैंसर के इलाज के बाद फॉलोअप महत्वपूर्ण है। हमारे समाज में जानकारी के अभाव, आर्थिक कठिनाइयों और दूरी के कारण कई बच्चे जरूरी देखरेख से वंचित रह जाते हैं। यह पहल इन सभी बाधाओं को दूर करने में सहयोगी होगी। कैनकिड्स की सह-संस्थापक एवं निदेशक श्रीमती सोनल शर्मा ने बताया कि संस्था द्वारा पहले से ही इंदौर के एम.वाई. अस्पताल, सैम्स तथा जबलपुर के नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल कॉलेज में पी2एल क्लिनिक संचालित किए जा रहे हैं। अब भोपाल में राज्य स्तरीय क्लिनिक की शुरुआत के साथ संस्था का उद्देश्य प्रदेश के हर जिले तक सेवा पहुंचाना है। कार्यक्रम में स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा विभाग सहित विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि, डॉक्टर्स, कैंसर से उबरे बच्चे तथा उनके परिजन उपस्थित रहे।

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रा से यो ने चलाया स्वच्छता अभियान,जन जागरूकता रैली निकाल कर दिया स्वच्छता का संदेश
स्वच्छता ही सेवा अभियान अंतर्गत किया परिसर को गाजर घास मुक्त
बड़वानी 20 जुलाई 2025/ मैं यह संकल्प लेता हूँ कि मैं स्वच्छता के लिए प्रतिबद्ध रहूँगा और इसके लिए समय दूँगा । मैं स्वच्छता के लिए स्वैच्छिक रूप से काम करने के लिए प्रति वर्ष सौ घंटे अर्थात् प्रति सप्ताह दो घंटे समर्पित करूँगा । मैं अपने, अपने परिवार, अपने स्थल, अपने गांव और अपने कार्य स्थल की स्वछता का कार्य शुरू करूंगा। मैं न गंदगी करूंगा और न किसी को करने दूंगा । मैं अपने दैनिक जीवन में एक बार उपयोग होने वाले प्लास्टिक का उपयोग नहीं करूंगा। स्वच्छता की ओर बढ़ाया गया मेरा एक-एक कदम मेरे देश को स्वच्छ बनाने में मदद करेगा।ष् उक्त शपथ नगर पालिका परिषद बड़वानी के अध्यक्ष प्रतिनिधि विक्रम चौहान द्वारा शासकीय उत्कृष्ट उमावि क्रमांक एक बड़वानी की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के 200 से अधिक स्वयं सेवकों को स्वच्छता ही सेवा अभियान अंतर्गत शपथ दिलवाई गई। रा से यो द्वारा उक्त अभियान डॉ प्रकाश गढ़वाल, कार्यक्रम समन्वयक देवी अहिल्या विश्वविद्यालय इंदौर, डॉ आर एस मुजाल्दा रा से यो जिला संगठक, जे एस डामोर,सहायक आयुक्त जनजातीय कार्य विभाग बड़वानी, संस्था प्राचार्य आर एस जाधव के मार्गदर्शन व रा से यो कार्यक्रम अधिकारी जगदीश गुजराती,कैलाश बडोले, अजय यादव बालाराम मुजाल्दे के नेतृत्व में आयोजित किया गया। उक्त अभियान अंतर्गत विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए जिसमें स्वयं सेवकों ने करीब 4 घंटे में ष्गाजर घास उन्मूलन कार्यक्रम द्वारा परिसर से तीन ट्राली गाजर घास, कचरा व खरपतवार हटाकर संपूर्ण परिसर को स्वच्छ किया । इसके पश्चात् ष्कैंपस टू कम्युनिटीष् के माध्यम से क्लीन बड़वानी ग्रीन बड़वानी की थीम पर जन जागरूकता रैली निकाल कर दिया स्वच्छता का संदेश देकर स्वच्छता की शपथ ली। स्वच्छता ही सेवा अभियान अंतर्गत आयोजित कार्यक्रम में बड़वानी नगर पालिका परिषद का भी सहयोग रहा आपके द्वारा ट्रैक्टर व ट्राली उपलब्ध कराई गई जिससे संपूर्ण कचरे को हटाने में मदद मिली। उक्त कार्यक्रम को सफल बनाने में स्वयं सेवक आतर सिंग जाधव, रोहित भावरे, अक्षत बडोले, राजा वानखेडे, शिवम बागुल, रा से यो कार्यक्रम अधिकारी जगदीश गुजराती शिक्षक अजय यादव, कैलाश बडोले, बालाराम मुजाल्दे का विशेष सहयोग रहा।
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रिपोर्टर देवेन्द्र कुमार जैन भोपाल मध्यप्रदेश
सिविल अस्पताल गोविंदपुरा हताईखेड़ा में रात्रिकालीन चिकित्सा सेवाओं का जायजा लेने के लिए सीएमएचओ भोपाल डॉ. मनीष शर्मा द्वारा रात को औचक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान संस्था में नियमित ओपीडी संचालित पाई गई। अस्पताल में चिकित्सक सहित 6 लोगों का स्टाफ मौजूद मिला। रात के समय ओपीडी में मरीज भी मिले। रविवार को शासकीय अवकाश होने के बावजूद अस्पताल में निर्धारित ड्यूटी अनुसार स्टाफ उपस्थिति पाया गया। एक सप्ताह पहले संस्था के निरीक्षण के दौरान रात की ओपीडी बंद मिलने पर सीएमएचओ ने कड़ी नाराज़गी जाहिर करते हुए पूरे अस्पताल स्टाफ को नोटिस जारी किया था। सीएमएचओ द्वारा की गई कार्यवाही और नियमित पर्यवेक्षक के कारण स्वास्थ्य संस्थानों की ओपीडी एवं स्टाफ की उपस्थिति में निरंतर सुधार दिखाई दे रहा है। सिविल अस्पताल गोविंदपुरा हताईखेड़ा में चिकित्सकों, पैरामेडिकल सहित 𝟜𝟘 से अधिक लोगों का स्टॉफ उपलब्ध है। निरीक्षण के दौरान डॉ शर्मा ने अस्पताल अधीक्षक को स्टाफ की चौबीस घंटे ड्यूटी रोस्टर बनाकर सेवाएं देने के लिए निर्देशित किया है। साथ ही रात के समय में अस्पताल में आकस्मिक चिकित्सा के पर्याप्त इंतजाम करने के निर्देश भी दिए।

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नशा केवल शरीर ही नहीं, समाज और भविष्य को भी खोखला कर देता है - पुलिस अधीक्षक जगदीश डावर
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नुक्कड़ नाटक के माध्यम से नशा मुक्ति का दिया संदेश
बड़वानी 21 जुलाई 2025/ मध्यप्रदेश पुलिस मुख्यालय के निर्देशानुसार जिले में 15 जुलाई से 30 जुलाई 2025 तक “नशे से दूरी है जरूरी” जनजागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। इसी के तहत बड़वानी जिले में पुलिस अधीक्षक जगदीश डावर व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक धीरज बब्बर के मार्गदर्शन में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। एसडीओपी दिनेश चौहान, यातायात प्रभारी विनोद बघेल एवं कोतवाली थाना प्रभारी दिनेश कुशवाह के नेतृत्व में नुक्कड़ नाटक, मानव श्रृंखला, पंपलेट वितरण तथा पोस्टर लगवाने जैसे आयोजन किए जा रहे हैं।
इस अभियान की कड़ी में सरस्वती नर्सिंग कॉलेज बड़वानी के विद्यार्थियों द्वारा रंजीत चौक, बड़वानी में एक सशक्त नुक्कड़ नाटक का मंचन किया गया। नाटक में यह दर्शाया गया कि नशा व्यक्ति को मानसिक और शारीरिक रूप से कमजोर करता है तथा उसका सीधा दुष्प्रभाव परिवार और समाज पर भी पड़ता है। मार्मिक संवादों और जीवंत अभिनय के माध्यम से युवाओं ने यह संदेश दिया कि नशा सिर्फ व्यक्ति नहीं, उसकी पूरी पीढ़ी को प्रभावित कर सकता है।
कार्यक्रम के दौरान आम नागरिकों को नशा मुक्ति से संबंधित पंपलेट वितरित किए गए और शहर के विभिन्न क्षेत्रों में जागरूकता पोस्टर लगाए गए। इस अवसर पर स्वयं ’पुलिस अधीक्षक जगदीश डावर उपस्थित रहे। उन्होंने उपस्थित नागरिकों को नशे से दूर रहने की शपथ दिलाई और कहा कि नशा एक ऐसा धीमा ज़हर है जो व्यक्ति के भविष्य को खत्म कर देता है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि पुलिस आमजन की मित्र है, और नशा छोड़ने की राह में कोई भी व्यक्ति पुलिस से बेहिचक संपर्क कर सकता है। एस पी जगदीश डावर ने युवाओं से विशेष रूप से आग्रह किया कि वे स्वयं नशे से दूर रहें और अपने दोस्तों तथा समाज को भी इस दिशा में प्रेरित करें, क्योंकि एक जागरूक युवा ही नशामुक्त समाज की नींव रख सकता है।
इस कार्यक्रम में जिला साइबर एक्सपर्ट रितेश खत्री, पुलिस जनसंपर्क अधिकारी असद खान, प्रधान आरक्षक जगजोत, काउंसलर अनीता चोयल, सरस्वती कॉलेज के कुमरावत, महिला आरक्षक सुशीला, थाना कोतवाली का स्टाफ, बड़ी संख्या में आम नागरिक और युवा उपस्थित रहे।
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देहरादून: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को आईटी पार्क स्थित राज्य आपदा परिचालन केन्द्र से प्रदेश में हो रही अतिवृष्टि का जायजा लिया। मुख्यमंत्री ने सभी जिलाधिकारियों से वर्चुअल माध्यम से बातचीत कर जनपदों में बारिश की स्थिति, सड़कों की स्थिति, चारधाम और कांवड़ यात्रा की व्यवस्थाओं तथा विद्युत, पेयजल एवं मूलभूत आवश्यकताओं के बारे में जानकारी ली।

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि मानसून सीजन में सभी अधिकारी 24 घंटे अलर्ट मोड में रहें। किसी भी जान-माल के नुकसान से बचाव के लिए यह सुनिश्चित किया जाए कि बारिश के पूर्वानुमान का अपडेट लोगों को तुरंत मिल जाए। इसके लिए जनपद, तहसील, ब्लॉक और ग्राम स्तर तक आपदा प्रबंधन तंत्र को सक्रिय रखा जाए। वर्षा के कारण जो सड़कें बाधित हो रही हैं, उन्हें शीघ्रता से सुचारु किया जाए। भू-स्खलन की दृष्टि से संवेदनशील स्थानों पर सभी आवश्यक उपकरणों की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। वर्षा के कारण जनजीवन प्रभावित न हो, इसके लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाओं के लिए रिस्पांस टाइम कम से कम किया जाए।

मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि मानसून के दृष्टिगत राज्य के पर्वतीय जनपदों में खाद्यान्न, दवाइयों और अन्य मूलभूत आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए पर्याप्त स्टॉक रखा जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को आवागमन में परेशानी न हो। संपर्क मार्ग बाधित होने पर आवागमन के लिए वैकल्पिक व्यवस्थाएं भी रखी जाएं। मुख्यमंत्री ने सभी जिलाधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि जन सुरक्षा की दृष्टि से सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं। किसी जनपद से करंट लगने की शिकायतें न आएं। पुलों का सेफ्टी ऑडिट करने के निर्देश मुख्यमंत्री पहले ही अधिकारियों को दे चुके हैं। शहरी क्षेत्रों में जलभराव की समस्याएं न हों, इसके लिए सभी आवश्यक प्रबंध करने के निर्देश उन्होंने अधिकारियों को दिए हैं। नदियों के बढ़ते जल स्तर की नियमित निगरानी करने के निर्देश भी मुख्यमंत्री ने दिए हैं। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि चारधाम यात्रा पर जाने वाले सभी श्रद्धालुओं को मौसम का नियमित अपडेट दिया जाए। वर्षा के कारण यातायात प्रभावित होने की स्थिति में श्रद्धालुओं को ठहराव स्थलों पर भोजन, पानी एवं अन्य आवश्यक सामग्री उपलब्ध कराई जाए.

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યુનીટી ફાઉન્ડેશન દ્વારા ગ્રીન બાલીસણા પ્રોજેક્ટ બનાવી ત્રણ માસમાં વિવિધ પ્રકારના 700થી વધુ રોપાઓનું વાવેતર કરાશે

પાટણ તાલુકાના બાલીસણા ગામમાં છેલ્લા બે વર્ષમાં વન વિભાગ પાટણ દ્વારા વન કવચ, પવિત્ર ઉપવન, ગામ વનો, રોડ સાઈડ વાવેતર, ખેડુતલક્ષી વિવિધ યોજનાઓ અંતર્ગત ૪૦ હજારથી વધુ રોપાઓનું સફળતા પુર્વક વાવેતરની કામગીરી થતાં વન વિભાગના માર્ગદર્શન અને સંકલનમાં રહી એક પેડ માં કે નામ 2.0 અંતગર્ત યુનીટી ફાઉન્ડેશન બાલીસણા દ્વારા ગ્રીન બાલીસણા પ્રોજેક્ટ બનાવી માંહે જુન 2025 થી ઓગસ્ટ 2025 દરમ્યાન વિવિધ પ્રકારના ના નાના-મોટા વૃક્ષો ,ફુલછોડ ,વેલ વગેરે વાવેતર કરવાનું આયોજન હાથ ધરાયું છે.

જે અંતર્ગત યુનીટી ફાઉન્ડેશન દ્વારા બાલીસણા ગ્રામ પંચાયત તથા વન વિભાગના સહયોગથી નાના મોટા ફુલ છોડ, વેલ, કણજી, વડ, આંબલી, ગુલમહોર, બોરસલી એમ વિવિધ પ્રકારના 700થી વધુ રોપાનું ગામમાં વિવિધ સ્થળોએ વાવેતર કરવામાં આવેલ છે. સંસ્થા દ્વારા તમામ રોપા ઉછેર કરીને લોક સહકારનું ઉમદા ઉદાહરણ પૂરું પાડી ગ્રીન બાલીસણા પ્રોજેક્ટને સફળ બનાવવા સંકલ્પ લેવાયો છે. તેમજ આગામી સમયમાં યુનીટી ફાઉન્ડેશ દ્વારા વિવિધ વિકાસ કામોના પ્રોજેક્ટ પણ અમલમાં મુકવામાં આવશે.

આ પ્રસંગે વન વિભાગ પાટણમાંથી શ્રી વી એલ દેસાઈ રાઉન્ડ ફોરેસ્ટ ઓફિસર બાલીસણા તેમજ શ્રીમતી બી એન ચૌધરી વન રક્ષક બાલીસણા હાજર રહ્યા હતા.

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भगवा हिन्दू सेना बरेली के तत्वावधान में सावन के पावन माह के द्वितीय सोमवार को लल्ला मार्केट प्रेमनगर बरेली में एक भव्य सेवा कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर कावड़ यात्रियों के लिए शीतल जल सेवा, शर्बत वितरण एवं फल वितरण किया गया। साथ ही कावड़ियों पर पुष्प वर्षा कर उनका भावपूर्ण स्वागत किया गया।

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि वन एवं पर्यावरण मंत्री डॉ अरुण कुमार,अर्बन को ऑपरेटिव बैंक की चेयरमैन श्रीमती श्रुति गंगवार जी एवं विशिष्ट अतिथि भाजपा महानगर अध्यक्ष अधीर सक्सेना जी और डॉ विनोद पागरानी जी ,भाजपा महानगर उपाध्यक्ष विष्णु शर्मा जी उपस्थित रहे। उन्होंने संगठन के इस सेवा कार्य की सराहना की और सभी कार्यकर्ताओं का उत्साहवर्धन किया।

इस आयोजन में मुख्य सेवा दार आयुष अग्रवाल,कशिश सक्सेना, अंकित सक्सेना,लक्ष्य अग्रवाल की विशेष भूमिका रही, जिनके संयोजन और सेवा भावना से कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।

इस अवसर पर जिला अध्यक्ष एकांश गुप्ता ने कहा:
"कावड़ सेवा ना केवल एक धार्मिक कर्तव्य है, बल्कि यह सामाजिक समर्पण और एकता का भी प्रतीक है।"

बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं एवं श्रद्धालुओं ने भाग लिया और इस सेवा कार्य को भव्य और प्रेरणादायक बनाया।
भगवा हिन्दू सेना बरेली द्वारा किया गया यह आयोजन न केवल सेवा का प्रतीक था, बल्कि धार्मिक आस्था और सामाजिक समर्पण का संदेश भी था।

हर हर महादेव 🚩
इस मौके पर श्री अनिल अग्रवाल जी,कुमार गौरव शर्मा जी,पंकज अग्रवाल जी,राघव खंडेलवाल,राजीव गुप्ता ,कुशाग्र गुप्ता,पारस अग्रवाल,संजय सिंह,हार्दिक राज,विप्लव विनोद,आयुष सक्सेना,जसमीत सिंह,शिखर अग्रवाल,दिव्यांश निगम,अश्वनी जायसवाल,महेश अग्रवाल अनुज गुप्ता आदि लोग उपस्थित रहे।।

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ਫ਼ਰੀਦਕੋਟ 21 ਜੁਲਾਈ(ਨਾਇਬ ਰਾਜ)ਡਾਇਰੈਕਟਰ ਖੇਤੀਬਾੜੀ ਅਤੇ ਕਿਸਾਨ ਭਲਾਈ ਵਿਭਾਗ ਪੰਜਾਬ ਦੇ ਦਿਸ਼ਾ—ਨਿਰਦੇਸ਼ ਅਨੁਸਾਰ ਮੁੱਖ ਖੇਤੀਬਾੜੀ ਅਫਸਰ, ਡਾ.ਕੁਲਵੰਤ ਸਿੰਘ ਦੀ ਅਗਵਾਈ ਹੇਠ ਜਿਲ੍ਹਾ ਫਰੀਦਕੋਟ ਅੰਦਰ ਜਿਲ੍ਹਾ ਪੱਧਰ ਅਤੇ ਬਲਾਕ ਪੱਧਰ ਤੇ ਪਿੰਡ ਵਿੱਚ ਖੇਤਾਂ ਦਾ ਦੌਰਾ ਕਰਨ ਲਈ ਪੈਸਟ ਸਰਵੇਲੈਂਸ ਟੀਮਾਂ ਦਾ ਗਠਨ ਕੀਤਾ ਗਿਆ ਹੈ ਤਾਂ ਜੋ ਕਿਸਾਨਾਂ ਨੂੰ ਖੇਤਾਂ ਵਿੱਚ ਫਸਲਾਂ ਸਬੰਧੀ ਆਉਂਦੀਆਂ ਮੁਸ਼ਕਿਲਾਂ ਦਾ ਹੱਲ ਕੀਤਾ ਜਾ ਸਕੇ। ਪਿਛਲੇ ਕੁਝ ਦਿਨਾਂ ਤੋਂ ਵੱਖ—ਵੱਖ ਪਿੰਡਾਂ ਵਿੱਚ ਕਿਸਾਨਾਂ ਵੱਲੋਂ ਟੈਲੀਫੋਨ ਰਾਹੀਂ ਜਾਂ ਵਿਭਾਗ ਨਾਲ ਰਾਬਤਾ ਕਾਇਮ ਕਰਕੇ ਝੋਨੇ ਦੇ ਬੂਟਿਆਂ ਵਿੱਚ ਮਧਰੇਪਨ ਦੀ ਸਮੱਸਿਆ ਸਬੰਧੀ ਦੱਸਿਆ ਜਾ ਰਿਹਾ ਹੈ। ਸੋ ਵਿਭਾਗ ਵੱਲੋਂ ਗਠਿਤ ਕੀਤੀਆਂ ਟੀਮਾਂ ਵੱਲੋਂ ਵੱਖ—ਵੱਖ ਪਿੰਡਾਂ ਵਿੱਚ ਝੋਨੇ ਦੇ ਖੇਤਾਂ ਦਾ ਦੌਰਾ ਕੀਤਾ ਜਾ ਰਿਹਾ ਹੈ ਤਾਂ ਜੋ ਝੋਨੇ ਦੇ ਬੂਟਿਆਂ ਵਿੱਚ ਮਧਰੇਪਨ ਸਬੰਧੀ ਆ ਰਹੀ ਸਮੱਸਿਆ ਸਬੰਧੀ ਕਿਸਾਨਾਂ ਨੂੰ ਜਾਣੂ ਕਰਵਾ ਕੇ ਇਸ ਤੇ ਕਾਬੂ ਪਾਇਆ ਜਾ ਸਕੇ। ਇਸ ਲੜੀ ਤਹਿਤ ਮੁੱਖ ਖੇਤੀਬਾੜੀ ਅਫਸਰ, ਡਾ. ਕੁਲਵੰਤ ਸਿੰਘ ਅਤੇ ਉਹਨਾਂ ਦੀ ਟੀਮ ਜਿਸ ਵਿੱਚ ਡਾ.ਅਵੀਨਿੰਦਰਪਾਲ ਸਿੰਘ ਜਿਲ੍ਹਾ ਸਿਖਲਾਈ ਅਫਸਰ ਫਰੀਦਕੋਟ, ਡਾ. ਰੁਪਿੰਦਰ ਸਿੰਘ, ਖੇਤੀਬਾੜੀ ਅਫਸਰ (ਟੇ੍ਰਨਿੰਗ)ਫਰੀਦਕੋਟ ਅਤੇ ਡਾ.ਦਵਿੰਦਰ ਪਾਲ ਸਿੰਘ ਗਰੇਵਾਲ ਖੇਤੀਬਾੜੀ ਵਿਸਥਾਰ ਅਫਸਰ ਸਰਕਲ ਕੋਟਸੁਖੀਆ ਵੱਲੋਂ ਪਿੰਡ ਧੂੜਕੋਟ ਦਾ ਦੌਰਾ ਕੀਤਾ ਗਿਆ,ਜਿੱਥੇ ਉਹਨਾਂ ਨੂੰ ਸ੍ਰੀ ਹਰਫੂਲ ਸਿੰਘ ਕਿਸਾਨ ਦੇ ਖੇਤ ਵਿੱਚ ਝੋਨੇ ਦੇ ਬੂਟਿਆਂ ਵਿੱਚ ਮਧਰੇਪਨ ਦੀ ਸਮੱਸਿਆ ਦੇਖਣ ਨੂੰ ਮਿਲੀ। ਉਹਨਾਂ ਮੌਕੇ ਤੇ ਮੌਜੂਦ ਕਿਸਾਨ ਵੀਰਾਂ ਨੂੰ ਦੱਸਿਆ ਕਿ ਬੂਟਿਆਂ ਦਾ ਮਧਰੇ ਰਹਿ ਜਾਣਾ ਇੱਕ ਨਵਾਂ ਵਿਸ਼ਾਣੂ ਰੋਗ ਹੈ ਜੋ ਕਿ ਝੋਨੇ ਦੇ ਚਿੱਟੀ ਪਿੱਠ ਵਾਲੇ ਟਿੱਡੇ ਰਾਹੀਂ ਪ੍ਰਭਾਵਿਤ ਬੂਟਿਆਂ ਤੋਂ ਸਿਹਤਮੰਦ ਬੂਟਿਆਂ ਤੱਕ ਫੈਲਦਾ ਹੈ। ਉਹਨਾਂ ਦੱਸਿਆ ਕਿ ਇਹ ਵਿਸ਼ਾਣੂ ਰੋਗ ਝੋਨੇ ਦੀਆਂ ਮੌਜੂਦਾ ਸਾਰੀਆਂ ਕਿਸਮਾਂ ਤੇ ਹਮਲਾਕਰ ਸਕਦਾ ਹੈ। ਇਸ ਰੋਗ ਨਾਲ ਪ੍ਰਭਾਵਿਤ ਬੂਟੇ ਮਧਰੇ, ਉਹਨਾਂ ਦੇ ਪੱਤੇ ਨੋਕਦਾਰ ਅਤੇ ਜੜ੍ਹਾਂ ਘੱਟ ਡੂੰਘੀਆਂ ਰਹਿ ਜਾਂਦੀਆਂ ਹਨ। ਪ੍ਰਭਾਵਿਤ ਬੂਟਿਆਂ ਦੀ ਉਚਾਈ ਆਮ ਬੂਟਿਆਂ ਨਾਲੋਂ ਅੱਧੀ ਜਾਂ ਇੱਕ ਤਿਹਾਈ ਰਹਿ ਜਾਂਦੀ ਹੈ। ਜੇਕਰ ਹਮਲਾ ਜਿਆਦਾ ਮਾਤਰਾ ਵਿੱਚ ਹੋਵੇ ਤਾਂ ਕਈ ਵਾਰ ਬੂਟੇ ਮੁਰਝਾ ਕੇ ਸੁੱਕ ਵੀ ਜਾਂਦੇ ਹਨ ਅਤੇ ਜਲਦੀ ਪੁੱਟੇ ਜਾਂਦੇ ਹਨ। ਉਹਨਾਂ ਦੱਸਿਆ ਕਿ ਇਸ ਬਿਮਾਰੀ ਨੂੰ ਫੈਲਾਉਣ ਵਾਲੇ ਚਿੱਟੀ ਪਿੱਠ ਵਾਲੇ ਟਿੱਡਿਆਂ ਦਾ ਖੇਤ ਵਿੱਚ ਲਗਾਤਾਰ ਨਿਰੀਖਣ ਕਰਦੇ ਰਹਿਣਾ ਚਾਹੀਦਾ ਹੈ ਅਤੇ ਜੇਕਰ ਫਸਲ ਵਿੱਚ ਸੰਭਾਵਿਤ ਬਿਮਾਰੀ ਦੇ ਲੱਛਣ ਦਿਖਾਈ ਦਿੰਦੇ ਹਨ ਤਾਂ ਸਬੰਧਤ ਪਿੰਡ ਦੇ ਖੇਤੀਬਾੜੀ ਵਿਕਾਸ ਅਫਸਰ ਜਾਂ ਖੇਤੀ ਬਾੜੀ ਵਿਸਥਾਰ ਅਫਸਰ ਨਾਲ ਤੁਰੰਤ ਰਾਬਤਾ ਕਾਇਮ ਕੀਤਾ ਜਾਵੇ। ਇਸ ਤੋਂ ਇਲਾਵਾ ਜੇਕਰ ਖੇਤਾਂ ਵਿੱਚ ਟਿੱਡਿਆਂ ਦੀ ਆਮਦ ਨਜਰ ਆਉਂਦੀ ਹੈ ਤਾਂ 94 ਮਿ.ਲਿ.ਪੈਕਸਾਲੋਨ 10 ਐਸ.ਸੀ.ਜਾਂ 60 ਗ੍ਰਾਮ ਉਲਾਲਾ 50 ਡਬਲਯੂ ਜੀਜਾਂ 80 ਗ੍ਰਾਮਓਸ਼ੀਨ/ਟੋਕਨ/ਡੋਮਿਨੇਂਟ 20 ਐਸ.ਜੀ.ਜਾਂ 120 ਗ੍ਰਾਮਚੈੱਸ 50 ਡਬਲਯੂ ਜੀਜਾਂ 400 ਮਿ.ਲਿ.ਆਰਕੈਸਟਰਾ 10 ਐਸ.ਸੀ.ਜਾਂ 300 ਮਿ.ਲਿ.ਇਮੇਜਿਨ 10 ਐਸ.ਸੀ. ਨੂੰ ਪ੍ਰਤੀ ਏਕੜ ਦੇ ਹਿਸਾਬ ਨਾਲ 100 ਲਿਟਰ ਪਾਣੀ ਵਿੱਚ ਘੋਲ ਕੇ ਬੂਟਿਆਂ ਦੇ ਮੁੱਢਾਂ ਤੇ ਗੋਲ ਨੌਜਲ ਨਾਲ ਛਿੜਕਾਅ ਕਰੋ।

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ਫ਼ਰੀਦਕੋਟ 21 ਜੁਲਾਈ(ਨਾਇਬ ਰਾਜ)ਜ਼ਿਲ੍ਹਾ ਅਤੇ ਸੈਸ਼ਨਜ਼ ਜੱਜ-ਕਮ-ਚੇਅਰਮੈਨ ਜ਼ਿਲ੍ਹਾ ਕਾਨੂੰਨੀ ਸੇਵਾਵਾਂ ਅਥਾਰਟੀ ਫਰੀਦਕੋਟ ਅਤੇ ਡਿਪਟੀ ਕਮਿਸ਼ਨਰ ਮੈਡਮ ਪੂਨਮਦੀਪ ਕੌਰ ਵੱਲੋਂ ਕੇਂਦਰੀ ਜੇਲ੍ਹ ਫਰੀਦਕੋਟ ਦਾ ਨਿਰੀਖਣ ਕੀਤਾ ਗਿਆ । ਇਸ ਮੌਕੇ ਐੱਸ.ਪੀ. (ਇਨਵੈਸਟੀਗੇਸ਼ਨ), ਫਰੀਦਕੋਟ ਵੀ ਮੌਜੂਦ ਰਹੇ।ਇਸ ਮੌਕੇ ਜ਼ਿਲ੍ਹਾ ਅਤੇ ਸੈਸ਼ਨ ਜੱਜ ਅਤੇ ਦਫ਼ਤਰ ਡਿਪਟੀ ਕਮਿਸ਼ਨਰ ਦੀ ਰੈੱਡ ਕਰਾਸ ਸੁਸਾਇਟੀ ਵੱਲੋਂ 10 ਕੰਪਿਊਟਰ, 05 ਵੀਲ ਚੇਅਰਾਂ ਅਤੇ 100 ਛੱਤ ਵਾਲ਼ੇ ਪੱਖੇ ਕੇਂਦਰੀ ਜੇਲ੍ਹ ਫਰੀਦਕੋਟ ਨੂੰ ਦਿੱਤੇ ਗਏ। ਕੈਦੀਆਂ ਅਤੇ ਹਵਾਲਾਤੀਆਂ ਨੂੰ ਸਹੂਲਤਾਂ ਦੇ ਨਾਲ਼ ਨਾਲ਼ ਕਿੱਤਾ ਮੁਖੀ ਕੋਰਸਾਂ ਦਾ ਅਧਿਐਨ ਕਰਾਉਣ ਦੀ ਮੁਹਿੰਮ ਵੀ ਚਲਾਈ ਗਈ ਤਾਂ ਜੋ ਬੰਦੀ ਇਸ ਜੇਲ੍ਹ ਵਿੱਚੋਂ ਨਿਕਲਣ ਉਪਰੰਤ ਰੁਜ਼ਗਾਰ ਦੇ ਮੌਕੇ ਹਾਸਲ ਕਰ ਸਕਣ। ਇਸ ਸਮੇਂ ਸੁਪਰਡੈਂਟ ਕੇਂਦਰੀ ਜੇਲ੍ਹ ਫਰੀਦਕੋਟ ਨੇ ਜ਼ਿਲ੍ਹਾ ਅਤੇ ਸੈਸ਼ਨ ਜੱਜ ਅਤੇ ਡਿਪਟੀ ਕਮਿਸ਼ਨਰ ਦੇ ਇਸ ਸ਼ਲਾਘਾਯੋਗ ਕਦਮ ਦੀ ਤਾਰੀਫ ਕਰਦਿਆਂ ਹੋਇਆਂ ਉਕਤ ਅਫਸਰ ਸਾਹਿਬਾਨਾਂ ਦਾ ਤਹਿ ਦਿਲੋਂ ਧੰਨਵਾਦ ਕੀਤਾ।ਇਸ ਉਪਰੰਤ ਸੈਸ਼ਨ ਜੱਜ ਸਾਹਿਬ ਨੇ ਜੇਲ੍ਹ ਦੀਆਂ ਬੈਰਕਾਂ ਦਾ ਵਿਸ਼ੇਸ਼ ਨਿਰੀਖਣ ਕੀਤਾ ਅਤੇ ਬੰਦੀਆਂ ਨੂੰ ਮਿਲਣ ਵਾਲ਼ੇ ਖਾਣੇ ਦਾ ਵੀ ਨਿਰੀਖਣ ਕੀਤਾ। ਅੰਤ ਵਿੱਚ ਜੱਜ ਸਾਹਿਬ ਨੇ ਸਾਰੇ ਬੰਦੀਆਂ ਨੂੰ ਕਾਨੂੰਨ ਦੇ ਦਾਇਰੇ ਵਿੱਚ ਰਹਿ ਕੇ ਜ਼ਿੰਦਗੀ ਬਸਰ ਕਰਨ ਦੀ ਅਪੀਲ ਕੀਤੀ ਅਤੇ ਵਿਦਾਇਗੀ ਲਈ।ਨਿਰੀਖਣ ਦੌਰਾਨ ਚੀਫ ਜੁਡੀਸ਼ੀਅਲ ਮੈਜਿਸਟ੍ਰੇਟ ਫਰੀਦਕੋਟ, ਸਕੱਤਰ ਜ਼ਿਲ੍ਹਾ ਕਾਨੂੰਨੀ ਸੇਵਾਵਾਂ ਅਥਾਰਟੀ, ਫਰੀਦਕੋਟ, ਸੁਪਰਡੈਂਟ ਕੇਂਦਰੀ ਜੇਲ੍ਹ ਫਰੀਦਕੋਟ, ਐੱਲ.ਏ.ਡੀ.ਸੀ.ਐੱਸ., ਫਰੀਦਕੋਟ ਤੇ ਵਕੀਲ ਸਾਹਿਬਾਨ ਵੀ ਮੌਜੂਦ ਰਹੇ।

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ಚಿಕ್ಕಬಳ್ಳಾಪುರ:ಬೆಂಗಳೂರಿನ ಚೇತನ ಫೌಂಡೇಶನ್ ವತಿಯಿಂದ ಪಿಪಿಎಚ್ಎಸ್ ಶಿಕ್ಷಕ ಗುಂಪು ಮರದ ಆನಂದ್ ರವರಿಗೆ ನಾಡಪ್ರಭು ಕೆಂಪೇಗೌಡ ರಾಷ್ಟ್ರೀಯ ಪ್ರಶಸ್ತಿಯನ್ನು ಇಂದು ಬೆಂಗಳೂರಿನಲ್ಲಿ ಪ್ರಧಾನ ಮಾಡಲಾಯಿತು.
ಗುಂಪು ಮರದ ಆನಂದ್ ಶಿಕ್ಷಕರಾಗಿ, ಪರಿಸರವಾದಿಗಳಾಗಿ ಕವಿಗಳಾಗಿ ಸುಮಾರು 28 ವರ್ಷಗಳಿಂದ ಜಿಲ್ಲಾಧ್ಯಂತ 3 ಲಕ್ಷಕ್ಕೂ ಹೆಚ್ಚು ಗಿಡಗಳನ್ನು ನೆಟ್ಟು ಪೋಷಣೆ ಮಾಡಿರುತ್ತಾರೆ. ಜೊತೆಗೆ ಪಂಚಗಿರಿ ಬೋಧನಾ ಪ್ರೌಢಶಾಲೆಯಲ್ಲಿ 30 ವರ್ಷಗಳಿಂದ ಸೇವೆ ಸಲ್ಲಿಸುತ್ತಾ ಮಕ್ಕಳಲ್ಲಿ ಹಾಗೂ ಯುವಕರಲ್ಲಿ ಪರಿಸರದ ಅರಿವು ಮೂಡಿಸುತ್ತಿದ್ದಾರೆ. ಇವರ ಮುಖ್ಯ ಹವ್ಯಾಸ ಯಾವುದೇ ಹುಟ್ಟು ಹಬ್ಬ ಆಗಲಿ, ಶುಭ ಕಾರ್ಯವಾಗಲಿ ಮದುವೆಯಾಗಲಿ, ಗೃಹಪ್ರವೇಶವಾಗಲಿ, ಗಿಡ ನೆಡುವ ಹಾಗೂ ಹಂಚುವ ಕೆಲಸ ಮಾಡುತ್ತಾರೆ. ಇದಲ್ಲದೆ ಶನಿವಾರ ಭಾನುವಾರ ಹಾಗೂ ರಜಾ ದಿನಗಳಲ್ಲಿ ಜಿಲ್ಲಾಧ್ಯಂತ ಶಾಲಾ ಕಾಲೇಜುಗಳಲ್ಲಿ, ಸ್ಮಶಾನ ಗಳಲ್ಲಿ, ಮೈದಾನಗಳಲ್ಲಿ, ರಸ್ತೆ ಇಕ್ಕಲ ಗಳಲ್ಲಿ ಮಾವು, ಬೇವು, ಮಹಾಗನಿ, ಹೊಂಗೆ, ಹಲಸು, ನಲ್ಲಿ, ನುಗ್ಗೆ, ಬಸವನಪಾದ, ಹಾಗೂ ಹೂ ಬಿಡುವ ಗಿಡಮರಗಳನ್ನು ನೆಟ್ಟು ಅವುಗಳನ್ನು ಪೋಷಣೆ ಮಾಡುವ ಕಾರ್ಯದಲ್ಲಿ ನಿರತರಾಗಿರುತ್ತಾರೆ, ಜಿಲ್ಲಾಧ್ಯಂತ ಸಾವಿರಾರು ಪರಿಸರದ ಅರಿವು ಕಾರ್ಯಕ್ರಮಗಳು ಮಾಡುತ್ತಿರುತ್ತಾರೆ.ಇವರ ಸೇವೆಯನ್ನು ಗುರುತಿಸಿ ಕರ್ನಾಟಕ ಸರ್ಕಾರ *ಪರಿಸರ ಮಿತ್ರ* ರಾಜ್ಯ ಪ್ರಶಸ್ತಿಯನ್ನು ನೀಡಿ ಗೌರವಿಸಿದೆ. ಹಾಗೂ ರಾಷ್ಟ್ರೀಯ ವನಸಿರಿ ರತ್ನ ಪ್ರಶಸ್ತಿ ಬೇಲೂರು, ಸಾಲುಮರದ ತಿಮ್ಮಕ್ಕ ಹಸಿರು ಪ್ರಶಸ್ತಿ ಬೆಂಗಳೂರು, ಪಬ್ಲಿಕ್ ಹೀರೋ, ಜಿಲ್ಲಾ ರಾಜ್ಯೋತ್ಸವ ಪ್ರಶಸ್ತಿ, ಉತ್ತಮ ಶಿಕ್ಷಕ ಪ್ರಶಸ್ತಿ, ಪರಿಸರ ಬ್ರಹ್ಮ ಪ್ರಶಸ್ತಿ ಬೆಂಗಳೂರು,ಯೋಗಿ ಸೇವಾ ರತ್ನ ಬೆಂಗಳೂರು,ಹೀಗೆ ಹಲವಾರು ಪ್ರಶಸ್ತಿಗಳನ್ನು ಪಡೆದಿದ್ದಾರೆ, ಜೊತೆಗೆ ಹಲವಾರು ಸಂಘ ಸಂಸ್ಥೆಗಳು ಸನ್ಮಾನ ಮಾಡಿ ಗೌರವಿಸಿದೆ.
ಕಾರ್ಯಕ್ರಮದಲ್ಲಿ ಚೇತನ ಫೌಂಡೇಶನ್ ಕರ್ನಾಟಕ ಅಧ್ಯಕ್ಷರಾದ ಚಂದ್ರಶೇಖರ ಮಾಡಲಗೇರಿ, ಅಂತರರಾಷ್ಟ್ರೀಯ ಆರ್ಯಭಟ್ಟ ಪ್ರಶಸ್ತಿ ಪುರಸ್ಕೃತರಾದ ಡಾ. ಜಿ ಶಿವಣ್ಣ, ಕಿರುತೆರೆ ನಟಿ ಕುಮಾರಿ ಶ್ರೀದೇವಿ ಗೌಡ, ಶಿವಾಜಿ ಕಾಲೇಜ್ ಭಾಲ್ಕಿ ಪ್ರಾಚಾರ್ಯರಾದ ಚಂದ್ರಕಾಂತ ಬಿರಾದಾರ, ಕವಿ ಚನ್ನಪ್ಪ ಅಂಗಡಿ ಧಾರವಾಡ, ವೀರ ಸಾಹೇಬ ನದಾಫ ಹುಬ್ಬಳ್ಳಿ, ಕವಿಯತ್ರಿ ಶ್ರೀಮತಿ ಪಾರ್ವತಿ ಬೆಂಗಳೂರು, ರಾಜ್ಯ ಪರಿಷತ್ ಸದಸ್ಯರಾದ ಶ್ರೀಮತಿ ಸೌಭಾಗ್ಯ ಎ.ಎಂ. ಬೆಂಗಳೂರು, ಕವಿಗಳಾದ ಶ್ರೀ ಮುದಲ್ ವಿಜಯ್ ಬೆಂಗಳೂರು. ಮುಂತಾದವರು ಪಾಲ್ಗೊಂಡು ಕಾರ್ಯಕ್ರಮ ಯಶಸ್ವಿ ಮಾಡಿದರು.

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भारताचे उपराष्ट्रपती जगदीप धनखड यांनी तात्काळ प्रभावाने आपल्या पदाचा राजीनामा दिला आहे. राष्ट्रपती द्रौपदी मुर्मू यांना लिहिलेल्या पत्रात त्यांनी प्रकृतीसंबंधी समस्या आणि वैद्यकीय सल्ल्याचा हवाला देत संविधानाच्या कलम 67 (अ) अंतर्गत राजीनामा देत असल्याचं जाहीर केलं आहे. आपण तात्काळपणे पद सोडत असल्याची माहिती त्यांनी दिली आहे. 
राष्ट्रपती मुर्मू यांना लिहिलेल्या पत्रात जगदीप धनखड यांनी लिहिलं आहे की, 'आरोग्याला प्राधान्य देऊन आणि वैद्यकीय सल्ल्याचे पालन करून, मी भारताच्या उपराष्ट्रपती पदाचा तात्काळ राजीनामा देत आहे.' त्यांनी राष्ट्रपतींचे सहकार्य आणि सौहार्दपूर्ण संबंधांबद्दल आभार मानले आहेत. तसंच पंतप्रधान आणि मंत्रिमंडळाच्या पाठिंब्याबद्दल आणि मार्गदर्शनाबद्दल त्यांचे आभार मानले आहेत.

जगदीप धनखड यांनी त्यांच्या राजीनामा पत्रात लिहिलं आहे की, "संसदेतील सर्व सन्माननीय सदस्यांकडून मला मिळालेले प्रेम, विश्वास आणि आदर आयुष्यभर माझ्या हृदयात राहील". उपराष्ट्रपती म्हणून त्यांच्या कारकिर्दीची आठवण करून देताना ते म्हणाले, "या महान लोकशाहीत उपराष्ट्रपती म्हणून मला मिळालेल्या अनुभवांबद्दल आणि दृष्टिकोनांबद्दल मी मनापासून आभारी आहे. भारताच्या आर्थिक विकासाचे आणि अभूतपूर्व परिवर्तनाच्या टप्प्याचे साक्षीदार होणे माझ्यासाठी भाग्याची आणि समाधानाची गोष्ट आहे." भारताच्या जागतिक उदयावर आणि उज्ज्वल भविष्यावर अढळ विश्वास व्यक्त करून त्यांनी पत्राचा शेवट केला आहे. 
 

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प्रयागराज: उत्तर भारत में लगातार हो रही बारिश का असर अब संगम नगरी प्रयागराज में भी साफ नजर आने लगा है। यहां गंगा और यमुना नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है और अब यह नदियां उफान पर हैं।

शहर के निचले और रिहायशी इलाकों में बाढ़ का पानी घरों तक पहुंच गया हैं। बाढ़ के चलते लोगों की दिनचर्या पूरी तरह प्रभावित हो गई है। प्रयागराज शहर से करीब 15 किलोमीटर दूर स्थित बदरा सनौटी गांव की स्थिति सबसे ज्यादा गंभीर बनी हुई है। यह गांव अब पूरी तरह टापू में तब्दील हो चुका है। गांव की सड़कों पर जहां गाड़ियां चलती थी अब वहां नावें चल रही हैं। लोग रोजमर्रा की जरूरतों जैसे दूध, दवा और काम पर जाने के लिए नाव का सहारा ले रहे हैं। यहां तक कि साइकिल और जरूरी सामान भी नाव से ही इधर-उधर पहुंचाया जा रहा है।
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கம்பம் நகர் இந்து எழுச்சி முன்னணி நடத்தும் 3-ம் ஆண்டு ஸ்ரீ விநாயகர் சதுர்த்தி ஆலோசனை கூட்டம் தேனி மாவட்டம் கம்பம் ரைஸ்மில் பரமத்தேவர் மண்டபத்தில் நடைபெற்றது. இந்நிகழ்ச்சிக்கு இந்து எழுச்சி முன்னணி நிறுவனத்தலைவர் பொன் ரவி தலைமை தாங்கினார், மாவட்ட தலைவர் க.ராமராஜ், மாவட்ட பொதுச்செயலாளர்
மாய லோகநாதன், மாவட்ட செயலாளர்
இளங்கோ பிரதாப், கம்பம் நகர தலைவர்
அய்யப்பன் ஆகியோர் முன்னிலை வகித்தார்கள்.

கூட்டத்தில், கம்பம் நகரில் சென்ற ஆண்டு வைத்த இடங்களில் மட்டும் விநாயகர் திருமேனிகளை வைத்து பிரதிஷ்டை செய்வது,
கம்பம் நகர விநாயகர் சதுர்த்தி கமிட்டி பொறுப்பாளர்கள் விரதம் இருந்து விழாவில் கலந்துகொள்ள வேண்டும், அரசின் சட்ட திட்டங்களுக்கும், காவல்துறையின் வழிகாட்டுதலின் படி விழாவினை சிறப்பாக நடத்துவது உள்ளிட்ட தீர்மானங்கள் நிறைவேற்றப்பட்டன.

நிகழ்ச்சிக்கான ஏற்பாடுகளை கம்பம் நகர இந்து எழுச்சி முன்னணி பொறுப்பாளர்கள் செய்திருந்தனர்.
நிகழ்ச்சியில் இந்து எழுச்சி முன்னணி தேனி, சின்னமனூர்,பெரியகுளம், ஆண்டிபட்டி, மாவட்ட, ஒன்றிய, நகர பொறுப்பாளர்கள்
நூற்றுக்கும் மேற்பட்டோர் கலந்து கொண்டனர். கம்பம் நகர பொதுச்செயலாளர் பரம பெருமாள் நன்றி கூறினார்.

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*मंगलवार, 22 जुलाई 2025 के मुख्य सामाचार*

🔸बलरामपुर-आगरा के बाद अलीगढ़ में खुला अवैध धर्मांतरण का बड़ा जाल, 97 युवतियां लापता! पुलिस और खुफिया एजेंसियां जांच में जुटीं

🔸बांग्लादेश एयरक्राफ्ट क्रैश हादसे में 16 की मौत, 70 घायल

🔸उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने दिया इस्तीफा, स्वास्थ्य कारणों से छोड़ा पद

🔸PM मोदी ने ढाका विमान हादसे पर जताया दुख, कहा- भारत हर तरह की सहायता के लिए तैयार

🔸SBI की बड़ी कार्रवाई: RCom और अनिल अंबानी को फ्रॉड घोषित किया, जल्द होगी CBI जांच

🔸लालू यादव और ममता बनर्जी ने लिया यू टर्न! सम्राट चौधरी बोले- कभी घुसपैठियों का विरोध करने वाले आज कर रहे समर्थन

🔸वकीलों को समन भेजने पर सुप्रीम कोर्ट ED से नाराज: कहा- सारी हदें पार कर रही; वकीलों के खिलाफ आपराधियों को परामर्श देने पर कार्रवाई की थी

🔸ओडिशा NSUI प्रेसिडेंट रेप के आरोप में गिरफ्तार: छात्रा बोली- नशीला ड्रिंक पिलाकर दुष्कर्म किया; भाजपा ने पूछा- कांग्रेस अपने नेताओं को कब तक बचाएगी

🔸यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ का बड़ा फैसला, पूर्वी पाकिस्तान से आए 10 हजार हिंदू परिवारों को दिया मालिकाना हक

🔸2006 मुंबई लोकल ट्रेन ब्लास्ट के सभी आरोपी बरी… 1 की कोरोना से हो गई थी मौत, सरकार ने कहा सुप्रीमकोर्ट जाएंगे

🔸मणिपुर: नगा समिति ने तलहटी क्षेत्रों में कुकी लोगों की आवाजाही पर अनिश्चितकालीन बंद की घोषणा की

🔸न्यायमूर्ति यशवंत वर्मा के खिलाफ विपक्षी सांसद लोकसभा अध्यक्ष को महाभियोग प्रस्ताव सौंपेंगे

🔸केरल के पूर्व मुख्यमंत्री V.S. अच्युतानंदन का निधन, 101 साल की उम्र में ली अंतिम सांस

🔸मुंबई एयरपोर्ट पर बड़ा हादसा टला, लैंडिंग के दौरान एयर इंडिया का विमान फिसला, 3 टायर फटे, मुख्य रनवे बंद

🔸बिहार देश का ऐसा पहला राज्य बना, जिसके सभी मतदान केंद्रों पर 1200 से कम वोटर होंगे

🔸ब्रह्मपुत्र नदी पर चीन के बांध बनाने से फिलहाल चिंता की कोई बात नहीं: हिमंत विश्व शर्मा

🔸बीसलपुर बांध में पानी की आवक जारी : कभी भी छलक सकता है बांध, खुल सकते है गेट

🔸आज से शुरू संसद का मानसून सत्र, 'ऑपरेशन सिंदूर' से लेकर टैरिफ़ तक कई मुद्दों पर टकराव के आसार

🔹IND W vs ENG W: करो या मरो की लड़ाई, आखिरी मैच पर बन आई, सीरीज जीतने के लिए दिखाना होगा दम

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आळंदी (ता. खेड) येथील केळगाव रस्त्यावरील खासगी वारकरी शिक्षण संस्थेत युवतीला जबरदस्तीने डांबून तिच्यावर बलात्कार करत लग्नासाठी बळजबरी केल्याचा धक्कादायक प्रकार उघडकीस आला आहे. याबाबत संबंधित युवतीने पाच जणांविरुद्ध अपहरण व बलात्कार केल्याची गंभीर तक्रार शेवगाव (जि. अहिल्यानगर) पोलिस ठाण्यात दाखल केली आहे.

फिर्यादीनुसार, २ जून २०२५ रोजी सायंकाळी ती घरी एकटी असताना, तिच्या ओळखीच्या महिलेने तिला शेतात चल असे म्हणत बाहेर नेले. वाटेत एका काळ्या रंगाच्या गाडीत (एमएच ४३ सीसी ७८१२) अण्णासाहेब आंधळे, प्रवीण आंधळे

आणि अनोळखी चालक यांनी जबरदस्तीने तिला बसवले. आरडाओरडा केल्यावर अॅसिड टाकण्याची धमकी दिली. त्यानंतर तिला पुण्यातील आळंदी येथे मुलींच्या खासगी वारकरी शिक्षण संस्था असलेल्या इमारतीत नेण्यात आले. तेथे अण्णासाहेब आंधळे, प्रवीण आंधळे, कीर्तनकार सुनिता आंधळे आणि अभिमन्यू आंधळे यांनी तिला खोलीत डांबून ठेवले. अण्णासाहेब आंधळे याने तिच्यावर बलात्कार

केला. या घटनेनंतर पीडितेने ११२ नंबरवरून मदत मागितली. पोलिस तत्काळ घटनास्थळी दाखल झाले आणि संबंधित व्यक्तींना आळंदी ठाण्यात आणण्यात आले. घाबरल्यामुळे पीडित युवतीने तक्रार दिली नव्हती. परंतु, घरच्यांना सर्व हकिकत सांगितल्यावर ७ जुलै रोजी शेवगाव पोलिस ठाण्यात तक्रार दाखल केली. त्यानुसार पोलिसांनी अण्णासाहेब प्रल्हाद आंधळे, प्रवीण प्रल्हाद आंधळे, गाडीचा चालक, सुनीता अभिमन्यू आंधळे, अभिमन्यू भगवान आंधळे याच्यावर गुन्हा दाखल केला आहे. आरोपींवर अपहरण, जबरदस्ती, बलात्कार, धमकी देणे आणि गुन्हेगारी कट रचणे या कलमांखाली गुन्हा दाखल करण्यात आला आहे...

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आरोपींकडून एकूण ११,१७,७४०/- रूपयांचा मुद्देमाल हस्तगत

महेंद्र कुमार महाजन

वाशिम:-पोलीस अधीक्षक, वाशिम यांनी वाशिम जिल्हयातील पोलीस स्टेशनला दाखल घरफोडीच्या गुन्हयातील आरोपींचा शोध घेवून गुन्हे उघडकीस आणण्याच्या सुचना स्थानिक गुन्हे शाखा तसेच सर्व पोलीस स्टेशन प्रभारी अधिकारी यांना दिल्या होत्या.
पोलीस स्टेशन रिसोड, जि.वाशिम येथे दिनांक ०१/०३/२०२५ रोजी फिर्यादी राजेश श्रावण बलकार, रा. मोप, ता. रिसोड, जि. वाशिम यांचे जबानी रिपोर्टवरून अप. क्र. १०४/२०२५ कलम ३०५ (ए), ३३१ (४) बीएनएस. अन्वये दाखल गुन्हयातील आरोपीचा शोध घेवून सदर गुन्हयात स्थानिक गुन्हे शाखेच्या पथकाने आरोपी १) ईश्वर उर्फ प्रभूराज युवराज पवार, रा.बीबी, ता. लोणार, जि. बुलढाणा व २) शामराव रामकिसन पवार, रा. जांभरूण नावजी, ता.जि.वाशिम यास शिताफीने ताब्यात घेतले. त्यानंतर मा.पोलीस अधीक्षक साहेब, वाशिम यांचे आदेशाने नमूद आरोपींना पोलीस स्टेशन रिसोड यांचे ताब्यात देवून गुन्हयांचे गांभीर्य बघून संयुक्त कार्यवाहीचे आदेश दिल्याने पोलीस स्टेशन रिसोड व स्थानिक गुन्हे शाखा, वाशिम यांनी पोलीस अधीक्षक व अपर पोलीस अधीक्षक यांचे मार्गदर्शनाखाली संयुक्त तपास करून आरोपी नामे १) ईश्वर उर्फ प्रभूराज युवराज पवार, वय २५ वर्षे, रा. रा.बीबी, ता. लोणार, जि. बुलढाणा २) शामराव रामकिसन पवार, वय ३५ वर्षे, रा. जांभरूण नावजी, ता. जि. वाशिम यांचा पीसीआर घेवून सखोल विचारपूस करून आधूनिक व तांत्रिक पध्दतीने तपास केला असता आरोपींनी एकूण १० गुन्हयांची कबूली दिली व नमूद आरोपी यांचेकडून एकूण ११२ ग्रॅम (११.२ तोळे) सोने व ५०० ग्रॅम (५० तोळे) चांदी, एक मोबाईल, एक मोटारसायकल व नगदी ४५००/- रू. असा एकूण किंमत ११,१७,७४०/– रू. चा मुददेमाल जप्त करण्यात आला. या आरोपींची टोळी असून आणखी बुलडाणा व हिंगोली जिल्हयातील ०३ आरोपी सहभागी आहेत. हि टोळी महाराष्ट्रात व इतर राज्याबाहेर सुध्दा सक्रिय असल्याने सामान्य जनता यांचे घरफोडी सारख्या कृत्यामूळे भयभीत झाली होती. उर्वरित आरोपीचा शोध घेण्यासाठी पथके नेमण्यात आले आहेत.सदरची कामगिरी पोलीस अधीक्षक अनुज तारे (IPS), अपर पोलीस अधीक्षक लता फड, मा. सहायक पोलीस अधीक्षक, वाशिम नवदिप अग्रवाल (IPS), उपविभाग वाशिम, स्थानिक गुन्हे शाखेचे पोलीस निरीक्षक प्रदिप परदेशी यांचे मार्गदर्शनाखाली रिसोड पोलीस स्टेशनचे पोलीस निरीक्षक रामेश्वर चव्हाण यांचे नेतृत्वाखाली सहा. पोलीस निरीक्षक जगदीश बांगर, पोलीस उपनिरीक्षक सचिन गोखले, शेखर मसकर, मसपोउपनि मिना पाथरकर, पोलीस हवालदार प्रशांत राजगुरू, दिपक सोनोने, गजानन झगरे, पोलीस अंमलदार विनोद घनवट, रवि अढागळे, परमेश्वर भोणे, देविदास काळबांडे, संदीप दुतोंडे, दिपक घुगे, गजानन गोटे, सुरज खडके, चापोहवा. साहेबराव मुकाडे, मपोशि/ योगिता भस्मे, कांचन डोंगरदिवे, तसेच स्थानिक गुन्हे शाखाव रिसोड पोलीसांचे पथकाने केली आहे.

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पुण्यात खळबळ, खडकवासला धरणाच्या जंगलात तरुण-तरुणीची बॉडी सापडली, दोघांच्या शेजारी....
Pune Couple Ends Life Khadakwasla : पुण्यात खडकवासला धरणाजवळ एका अल्पवयीन मुलगा आणि मुलगी यांचा मृतदेह आढळल्याने खळबळ उडाली आहे. या दोघांनी विषारी औषध सेवन करून आत्महत्या केली, अशी प्राथमिक माहिती आहे. प्रेमसंबंधांना कुटुंबियांचा विरोध असल्याने दोघांनी हे टोकाचे पाऊल उचलल्याचा पोलिसांचा अंदाज आहे.आदित्य भवार, पुणे : पुण्यातून धक्कादायक घटना समोर आली आहे. खडकवासला धरणाजवळ मोकळ्या जागेत एका अल्पवयीन मुला-मुलीचा मृतदेह आढळला आहे. दोघांनी विषारी औषध सेवन करुन आयुष्याचा शेवट केल्याची प्राथमिक माहिती मिळते आहे. आत्महत्या केलेल्या मुलीचं नाव अक्षरा (वय १६, रा. महादेव नगर, मांजरी) असून, ती दोन दिवसांपासून बेपत्ता होती. तिचा प्रियकर संतोष (रा. मांजरी, मूळगाव रावळगाव, ता. कर्जत, जि. अहिल्यानगर) याच्यासह तिने एकत्रच विष प्राशन करून आत्महत्या केल्याचं समोर आलं आहे.

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Pune News : भरधाव रिक्षा डिव्हायडरवर आदळली, ऑटोचा चक्काचूर; पुण्यात भीषण अपघात
Pune Accident News : पुण्यात बावधन-वारजे महामार्गावर पहाटे भीषण अपघात झाला, रिक्षा डिव्हायडरला आदळल्याने चालक गंभीर जखमी झाले. अग्निशमन दलाने अथक प्रयत्नांनी चालकाला रिक्षेतून बाहेर काढले आणि रुग्णालयात दाखल केलं.
Updated: 21 Jul 2025, 11:39 am
अभिजित दराडे, पुणे : पुणे शहराच्या पश्चिमेकडील बावधन ते वारजे दरम्यानच्या महामार्गावर रविवारी पहाटेच्या सुमारास एक धक्कादायक अपघात घडला. वेद विहार परिसरात भरधाव वेगाने जाणारी रिक्षा अचानक रस्त्याच्या मध्यभागी असलेल्या डिव्हायडरवर आदळली. या भीषण अपघातात रिक्षाचालक रिक्षामध्ये अडकून पडल्याने एकच खळबळ उडाली होती.अपघात झालेली रिक्षा (क्रमांक MH 12 QR 4621) इतकी चिरडली गेली होती की चालक गणेश कोळसकर (वय ३५) यांना बाहेर काढणं अत्यंत कठीण झालं होतं. घटनेची माहिती मिळताच वारजे फायर स्टेशन आणि NDA अग्निशमन केंद्रातील रेस्क्यू पथक तातडीने घटनास्थळी दाखल झालं.

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Pune News : 'जंगली रम्मीतले माणिकमोती! ना शेतमालाला हमी, कृषीमंत्रीच खेळतंय रम्मी'; शरद पवार गटाची पुण्यात बॅनरबाजी
Pune Marwathi News : पुण्यात राष्ट्रवादी काँग्रेसमध्ये (शरद पवार गट) विरुद्ध अजित पवार गट यांच्यात तणाव वाढला आहे. लातूरमधील मारहाणीच्या घटनेनंतर, शरद पवार गटाच्या कार्यकर्त्यांनी अजित पवार गटाचे नेते सुरज चव्हाण आणि कृषी मंत्री माणिकराव कोकाटे यांच्या विरोधात बॅनरबाजी केली आहे.आदित्य भवार, पुणे : पुणे हे राजकारणाचं महत्त्वाचं केंद्र आहे. सध्या राष्ट्रवादी काँग्रेस (शरद पवार गट) विरुद्ध अजित पवार गट अशी थेट रणभूमी तयार होताना दिसत आहे. कारण, लातूरमध्ये घडलेल्या मारहाणीच्या घटनेनंतर पुण्यात अजित पवार गटातील प्रमुख नेते सुरज चव्हाण आणि कृषी मंत्री माणिकराव कोकाटे यांच्या विरोधात बॅनरबाजी करत थेट इशारे देण्यात आले आहेत.शरद पवार गटाच्या कार्यकर्त्यांकडून "सुरज चव्हाणला पुण्यात येऊ देणार नाही" असा स्पष्ट शब्दांत इशारा देण्यात आलं आहे. त्या सोबत बॅनर पुण्यात लावण्यात आला आहे. हा बॅनर संदीप शिकांत काळे या कार्यकर्त्याने लावल्याचं समोर आलं आहे. या बॅनरवर सुरज चव्हाण आणि माणिकराव कोकाटे यांचे व्यंगात्मक फोटो छापून जोरदार टीका करण्यात आली आहे.

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जुलैचा पाऊस’ पुन्हा भेटीला, कोकणात 'ऑरेंज अलर्ट'; मुंबईतही मुसळधार पावसाची शक्यता
Maharashtra Weather Update : जुलैच्या पहिल्या २० दिवसांत मुंबईकरांनी पावसाची प्रतीक्षा केली, परंतु रविवारपासून जोरदार पाऊस सुरू झाला. हवामान विभागाने दक्षिण कोकणासाठी 'ऑरेंज अलर्ट' जारी केला असून, मुंबईतही मुसळधार पावसाची शक्यता वर्तवली आहे. मान्सूनचे वारे पुन्हा सक्रिय झाल्याने आणि अनुकूल वातावरणीय स्थितीमुळे पुढील काही दिवस जोरदार पावसाचा अंदाज आहे.मुंबई : जुलै महिन्यातील पहिले २० दिवस फारसा पाऊस न झालेल्या मुंबईने रविवारी रात्रीपासून मात्र जोरदार पाऊस अनुभवला आणि अखेर जुलैचा पाऊस भेटीला आल्याची भावना मुंबईकरांनी व्यक्त केली. रविवारी आणि सोमवारी दोन्ही दिवस मुंबईच्या उपनगरांमध्ये पावसाचे प्रमाण अधिक होते. सोमवारी वर्तवलेल्या अंदाजानुसार, दक्षिण कोकणामध्ये पुढील चारही दिवस ‘ऑरेंज ॲलर्ट’ देण्यात आला आहे. मुंबईमध्येही बुधवार, गुरुवारी तुरळक ठिकाणी मुसळधार पावसाची शक्यता आहे.मुंबईमध्ये सांताक्रूझ केंद्रावर रविवारी स. ८.३० ते सोमवारी स. ८.३० या २४ तासांत ११४.६ मिमी पावसाची नोंद झाली. त्याचवेळी कुलाबा येथे केवळ ११.२ मिमी पाऊस नोंदला गेला. कोकणामध्ये तुरळक ठिकाणी पावसाचा जोर वाढलेला होता. अलिबाग येथे ९० मिमी, मुरुड ७७ मिमी, श्रीवर्धन ६५ मिमी पावसाची नोंद झाली. दक्षिण कोकणात पावसाचा जोर येत्या चार ते पाच दिवसांमध्ये वाढण्याचा अंदाज आहे. मुंबईमध्ये सोमवारी स. ८.३० ते सायं. ५.३० या वेळेत सांताक्रूझ येथे ८७ मिमी, तर कुलाबा येथे केवळ आठ मिमी पावसाची नोंद झाली. विलेपार्ले, सांताक्रूझ येथे ९० मिमीहून अधिक पाऊस दिवसभरात नोंदला गेला.

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वाराणसी/दिनाँक: 21 जुलाई 2025 (सू0वि0)

*बस की डिग्गी में प्रतिबन्धित तोते (Indian parakeet) के नवजात 28 शिशु बरामद*

*वन विभाग ने लगाया बस पर रू0-एक लाख का जुर्माना*

वाराणसी। आज दि0-28.04.2025 को वृत्त कार्यालय वाराणसी से प्राप्त निर्देशों के क्रम में क्षेत्रीय वन अधिकारी, वाराणसी द्वारा अन्धरापुल के निकट वाहन की चेकिंग अभियान चलाया जा रहा था जिसमें जिला-पलामू, झारखण्ड से वाराणसी आ रही डबल डेकर प्राइवेट बस की चेकिंग की गयी। बस की डिग्गी में प्रतिबन्धित तोते (Indian parakeet) के नवजात 28 शिशु बरामद किये गये जिनको विभागीय अभिरक्षा में लेते हुए प्राथमिक चिकित्सा प्रदान की गयी। बस चालक व परिचालक को पूछताछ के लिये विभागीय अभिरक्षा में लिया गया तथा उनकी निशानदेही पर तोतों को लाने वाले अभियुक्त बस वाहन चालक धनंजय सिंह पुत्र राजदेव सिंह ग्राम, पोस्ट व थाना-छतरपुर, जिला- पलामू झारखण्ड व बस कन्डक्टर अभय सिंह उर्फ कन्हैया पुत्र श्री चन्द्रबली सिंह ग्राम, व पोस्ट- सदलपुरा थाना-अलीनगर, जिला-चन्दौली एवं परिचालक मो0 आरिफ पुत्र जमील अहमद, पता-हसनपुरा, विशेश्वरगंज, जिला-वाराणसी को गिरफ्तार किया गया। तीनों अभियुक्त को न्यायिक अभिरक्षा में लेकर मामले की विवेचना की जा रही है।
उपरोक्त बस को वन्य जीव संरक्षण अधिनियम-1972 की धारा-51 (ब) में सीज करते हुए बस मालिक को नोटिस प्रेषित की गयी। बस मालिक रवीन्द्र कुमार सिंह, द्वारा अपना जुर्म स्वीकार किया गया। वन विभाग द्वारा किसी भी वाहन द्वारा प्रतिबन्धित पक्षियों व वन्य जीवो की तस्करी को जीरो टॉलरेन्स की नीति अपनाते हुए बस मालिक पर आज दिनांक - 21.07.2025 को रू0-1,00,000.00 (रू0-एक लाख) जुर्माना लगाते हुए जुर्माना राजकीय कोष में जमा कराया गया।
उपरोक्त कार्यवाही इस अवैध व्यापार में संलिप्त वाहन स्वामियों व व्यक्तियों के लिये संदेश के रूप में है जो कि अज्ञानतावश इस अवैध कार्य में संलिप्त हो जाते हैं।

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மாண்புமிகு பாரத பிரதமர் திரு.நரேந்திர மோடி அவர்கள், வரும் 26 ஆம் தேதி, புதுப்பிக்கப்பட்ட தூத்துக்குடி விமான நிலையத்தை திறந்து வைக்க வருகைதரவுள்ளார். இதையொட்டி, தமிழக பாரதிய ஜனதா கட்சியின் சார்பாக மேற்கொள்ள வேண்டிய ஏற்பாடுகள் குறித்த, கன்னியாகுமரி மண்டல நிர்வாகிகளுக்கான ஆலோசனைக் கூட்டத்தில் கலந்துகொண்டு பாஜக மாநில தலைவர் திரு நயினார் நாகேந்திரன் அவர்கள் உரையாற்றினார்.
அப்போது, பாஜக மாநில அமைப்பு பொதுச்செயலாளர் திரு.கேசவ விநாயகன் அவர்களும், மாநில பொதுச் செயலாளர் மற்றும் கன்னியாகுமரி பெருங்கோட்ட பொறுப்பாளர் திரு. பொன் V.பாலகணபதி அவர்களும், தமிழ்நாடு பாஜக துணைத் தலைவர் மற்றும் தூத்துக்குடி தெற்கு மாவட்ட பொறுப்பாளர் திருமதி. சசிகலா புஷ்பா அவர்களும், ராஜபாளையம் சட்டமன்ற தொகுதி முன்னாள் உறுப்பினர் திரு.கோபால்சுவாமி அவர்களும், தமிழ்நாடு பாஜக மாநில செயலாளர் திருமதி. மீனா தேவ் அவர்களும் உடன் இருந்தனர்.
-திருச்சி பிரசன்னா

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आरसीएस कॉलेज मंझौल में पढ़ रहे हजारों छात्र-छात्राओं की जटिल समस्याओं का जल्द समाधान करें कॉलेज प्रशासन:
छात्र नेता कन्हैया कुमार

मंझौल, बेगूसराय।

आज अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद मंझौल नगर इकाई एवं छात्रसंघ के द्वारा आरसीएस कॉलेज मंझौल में छात्र नेता प्रियांशु कुमार एवं श्यामजी के नेतृत्व में छात्र-छात्राओं के बीच कॉलेज कैंपस में बेहतर शैक्षणिक वातावरण हो, इसके लिए समस्या संग्रह किया गया। इसी अवसर पर छात्र नेता कन्हैया कुमार ने कहा कि विद्यार्थी परिषद साल के 365 दिन कैंपस में छात्र-छात्राओं से जुड़कर उनकी हरेक गतिविधियों को बेहतर करने के लिए महाविद्यालय से लेकर विश्वविद्यालय तक आवाज उठाती है। मगर कागज पर बेहतर सुधार की बात महाविद्यालय से लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन तक की जाती है, धरातल पर कुछ भी सुधार नहीं के बराबर दिखाई देता है। आज विद्यार्थी परिषद के प्रमुख कार्यकर्ताओं ने कॉलेज कैंपस में छात्र-छात्राओं से महाविद्यालय से जुड़ी हुई समस्याओं को लेकर समस्या संग्रह करते हुए जल्द-से-जल्द विश्वविद्यालय प्रशासन को समस्याओं से अवगत कराएगी। इसी अवसर पर नगर अध्यक्ष अविनाश कुमार, जिला सहसंयोजक रवि कुमार एवं प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य अमित कुमार सिंह गप्पू ने कहा कि विश्व स्तर के छात्र संगठन समाजहित, राष्ट्रहित एवं वर्तमान युवा पीढ़ी के लिए विभिन्न तरह के आयोजन को करके युवाओं को आनेवाले दिनों में बेहतर अवसर शैक्षणिक कैंपस में मिले, इसके लिए लगातार महाविद्यालय प्रशासन से मिलकर हजारों पठन-पाठन कर रहे छात्र-छात्राओं की समस्याओं को संग्रह करते हुए जल्द निदान करने की अपील की। इसी अवसर पर सोनू कुमार एवं सुमन कुमार ने कहा कि आज वर्तमान समय में सुदूर गाँव से आनेवाले छात्र-छात्राओं को कॉलेज के जटिल समस्याओं से जूझना पड़ता है। यह विद्यार्थी परिषद कतई बर्दाश्त नहीं करेगी एवं इन समस्याओं का जल्द-से-जल्द महाविद्यालय के प्रशासनिक पदाधिकारी को संज्ञान लेना चाहिए, नहीं तो विद्यार्थी परिषद आर-पार की लड़ाई लड़ने के लिए विवश होगी। मौके पर छात्र नेता रिशुराज उर्फ नवनीत, पीयूष, धीरज, सूरज, पवन, अमित सिंह, अनुराग, नीतीश उर्फ झुनबाबू, तिवारी, दीपू, बिट्टू, सोनू, ब्रजेश, विभाग छात्रा प्रमुख आँचल, शिवानी, पूजा, मीनाक्षी, शालिनी राज, सगुन भारती आदि सभी उपस्थित थे

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मध्यप्रदेश पुलिस द्वारा चलाए जा रहे "नशे से दूरी है जरूरी" जन-जागरूकता अभियान के अंतर्गत थाना अजयगढ द्वारा एक प्रेरणादायी साइकिल रैली का आयोजन किया गया। इस रैली का उद्देश्य आमजन को नशे के दुष्प्रभावों से अवगत कराना एवं युवाओं को नशा मुक्त जीवन की ओर प्रेरित करना रहा।रैली की शुरुआत थाना अजयगढ़ परिसर से हुई, जो कस्बे के प्रमुख चौक-चौराहों से होते हुए पुनः थाने पर आकर संपन्न हुई। इस जागरूकता रैली में राजस्व विभाग, शिक्षा विभाग, वन विभाग से अधिकारीगण सहित स्थानीय विद्यालयों के छात्र-छात्राएं, नगर के नवयुवक एवं समाजसेवी नागरिकों ने उत्साहपूर्वक सहभागिता की।#नशे_से_दूरी_है_जरूरी

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मध्यप्रदेश पुलिस द्वारा संचालित "नशे से दूरी है जरूरी" जन-जागरूकता अभियान के अंतर्गत थाना अजयगढ़ द्वारा स्थानीय विद्यालयों में छात्र-छात्राओं के बीच विभिन्न रचनात्मक प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जा रहा है।इन प्रतियोगिताओं में ड्राइंग, पेंटिंग तथा स्लोगन लेखन के माध्यम से बच्चों को नशा उन्मूलन के प्रति जागरूक करने का प्रयास किया गया।प्रतियोगिता का उद्देश्य न केवल विद्यार्थियों में नशे के दुष्परिणामों की समझ विकसित करना है, बल्कि उनके माध्यम से समाज में नशामुक्ति का संदेश फैलाना भी है।छात्रों ने अपनी रचनात्मकता और कल्पनाशक्ति से चित्रों, नारों और रंगों के माध्यम से यह दर्शाया कि नशा कैसे व्यक्ति, परिवार और समाज को प्रभावित करता है।"नशा जीवन को निगलता है", "नशा छोड़ो – जीवन जोड़ो", जैसे प्रभावशाली स्लोगनों के माध्यम से बच्चों ने नशामुक्त समाज की कल्पना को जीवंत किया।#नशे_से_दूरी_है_जरूरी #SayNoToDrugs #NashamuktMP #MANAS #mppoliceHome Department of Madhya Pradesh DIG Chhatarpur Range Madhya Pradesh Police

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पुलिस अधीक्षक, पन्ना श्री साईं कृष्ण एस. थोटा द्वारा जिले के सभी थाना एवं पुलिस कार्यालयों मे आगंतुकों की सुविधा एवं पारदर्शिता बढ़ाने के उद्देश्य से एक एक विशेष क्यूआर कोड (QR Code) जारी किया गया है।इस क्यूआर कोड को प्रत्येक पुलिस थाने एवं कार्यालयों में चस्पा किया जा रहा है, जिसे नागरिक अपने मोबाइल से स्कैन कर निम्न कार्य कर सकते हैं:अपनी शिकायतें सीधे पुलिस अधीक्षक, पन्ना तक पहुँचा सकते हैं।थानों में शिकायत दर्ज कराने में आने वाली समस्याओं की जानकारी दे सकते हैं।पुलिस द्वारा किए गए दुर्व्यवहार या अनुचित व्यवहार की सूचना दे सकते हैं।अच्छा कार्य करने वाले कर्मियों के नाम भेजकर उनकी सराहना कर सकते हैं।किसी कार्यवाही में अनुचित विलंब, अनावश्यक टालमटोल या अन्य किसी असुविधा के बारे में भी नागरिक इस माध्यम से अपनी शिकायत या राय दर्ज करा सकते हैं।इस पहल का उद्देश्य पुलिस और आमजन के बीच संवाद को मजबूत करना, पुलिस कार्यवाही मे तेजी लाना एवं कानून व्यवस्था को और अधिक प्रभावी बनाना है।पन्ना पुलिस नागरिकों से अपील करती है कि वे इस सुविधा का अधिकतम लाभ लें एवं एक जिम्मेदार नागरिक के रूप में अपनी सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करें।

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👉 *संडीला: साढ़े तीन माह बाद वृद्धा की मौत का खुलासा,*
*बेटी और प्रेमी ने मिलकर की थी हत्या,*
👉 *संडीला कोतवाली क्षेत्र के मीतों गांव में वृद्धा की संदिग्ध मौत के मामले का संडीला पुलिस ने साढ़े तीन माह बाद खुलासा किया है,*
👉 *जांच में सामने आया कि मृतका की बेटी नीरज ने अपने प्रेमी शराफत निवासी सोम के साथ मिलकर मां की हत्या की थी,*
👉 *वृद्धा घर में युवक के आने का विरोध करती थी,*
👉 *जिससे नाराज होकर सिर पर लाठी से वार कर हत्या की गई,*
👉 *शव गांव के बाहर खेत में मिला था,*
👉 *मृतका की दूसरी बेटी ने एफआईआर दर्ज कराई थी,*
👉 *पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।*


*न्यूज रिपोर्ट मीडिया मंडल अध्यक्ष*
👉 *शिवम कुमार अस्थाना*
*ऑल इंडिया न्यूज*
*उत्तर प्रदेश*

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नई दिल्ली, 21 जुलाई, 2025 - भारत के 14वें उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने "स्वास्थ्य देखभाल को प्राथमिकता देने और चिकित्सा सलाह का पालन करने" की आवश्यकता का हवाला देते हुए, संविधान के अनुच्छेद 67 (ए) के तहत राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को अपना इस्तीफा सौंप दिया है। उनका इस्तीफा तुरंत प्रभाव से लागू हो गया, जिससे उनका कार्यकाल जल्दी समाप्त हो गया, जो अगस्त 2027 तक चलने वाला था।

अपने आधिकारिक पत्र में, धनखड़ ने राष्ट्रपति मुर्मू के प्रति गहरा आभार व्यक्त किया, और उनके "अद्भुत कामकाजी संबंधों" पर प्रकाश डाला। उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान समर्थन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मंत्रिपरिषद और संसद सदस्यों को भी धन्यवाद दिया।

उपराष्ट्रपति के रूप में, धनखड़ ने भारत की संसद के ऊपरी सदन-राज्यसभा के पदेन सभापति के रूप में भी कार्य किया। मानसून सत्र के शुरुआती दिन, एक गहन सत्र के बाद, जिसमें विपक्ष के कदम और न्यायिक जवाबदेही पर बहस शामिल थी, उनके इस्तीफे ने कई राजनीतिक हलकों को आश्चर्यचकित कर दिया है।

आगे क्या होता है?

अनुच्छेद 67 (ए) के तहत, उपराष्ट्रपति राष्ट्रपति को एक पत्र सौंपकर इस्तीफा दे सकता है - एक विकल्प धनखड़ ने तुरंत प्रयोग किया।

नए उपराष्ट्रपति के निर्वाचित होने तक राज्यसभा के उपसभापति या राष्ट्रपति द्वारा नामित कोई अन्य सदस्य सभापति की कुर्सी संभालेंगे।

चुनाव आयोग अब उपराष्ट्रपति के लिए नए सिरे से चुनाव शुरू करेगा। संवैधानिक नियमों के अनुसार, प्रक्रिया "जितनी जल्दी हो सके" शुरू होनी चाहिए, आमतौर पर रिक्ति के छह महीने के भीतर पूरी हो जाती है।

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मडबिद्री, मंगलुरु (कर्नाटक), 21 जुलाई 2025:मणिपुर राज्य के जिरिबाम जिले के निवासी एक श्रमिक कर्नाटक के मडबिद्री क्षेत्र में निर्माण कार्य के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। वह एक निजी फैब्रिकेशन साइट पर एक ठेकेदार के अधीन कार्यरत था।प्राप्त जानकारी के अनुसार, घायल श्रमिक का नाम बहरुल इस्लाम (उम्र 23 वर्ष) है, जो बड़ोबेकरा, जिरिबाम, मणिपुर का निवासी है।21 जुलाई की सुबह, काम के दौरान ऊँचाई से गिरने के कारण उनकी दाईं जांघ की हड्डी (Femur) में गंभीर चोट आई।घटना के तुरंत बाद, बहरुल इस्लाम को Yenepoya Medical College Hospital, Derlakatte, Mangalore में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों के अनुसार, उनकी हालत स्थिर है, लेकिन ऑपरेशन की आवश्यकता है।ठेकेदार द्वारा तत्काल अस्पताल पहुँचाने की व्यवस्था की गई थी और प्रारंभिक इलाज शुरू कराया गया है। आगे का इलाज जारी है।मानवाधिकार कार्यकर्ता एवं पत्रकार नूर हुसैन (AIMA) ने अस्पताल जाकर बहरुल इस्लाम से मुलाक़ात की। उन्होंने कहा:“यह मामला मेरी निगरानी में है। फिलहाल जो सहायता दी जा रही है, हम उसे नोट कर रहे हैं। यदि भविष्य में कोई लापरवाही होती है, तो ज़रूरत के अनुसार उचित कार्रवाई पर विचार किया जाएगा।”⸻रिपोर्ट:✍️ नूर हुसैनमानवाधिकार कार्यकर्ता एवं पत्रकारAIMA – All India Media Association📍 जिरिबाम, मणिपुर📧 Nuractivist@proton.me

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भूराहेड़ी बॉर्डर, उत्तर प्रदेश-उत्तराखंड सीमा — श्रावण माह के पावन अवसर पर शिवभक्त कांवड़ियों की सेवा में जुटे भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने सोमवार रात्रि को भूराहेड़ी बॉर्डर पहुंचकर सेवा कार्यों का निरीक्षण किया और स्वयं भी श्रद्धा से पुष्पवर्षा कर शिवभक्तों का स्वागत किया। उन्होंने वहां मौजूद श्रद्धालुओं से संवाद कर उनका हालचाल जाना और उन्हें पेयजल एवं अन्य आवश्यक सेवाएं वितरित कीं।

यह सेवा अभियान भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश महासचिव एवं पुरकाजी चेयरमैन जहीर फारूकी के नेतृत्व में संचालित किया जा रहा है, जिसमें भव्य और सुंदर व्यवस्थाएं की गई हैं। इस कार्य में भूराहेड़ी ग्राम प्रधान एवं ब्लॉक अध्यक्ष मोनू पंवार, उनके समस्त सभासदगण एवं कर्मचारीगण पूरी तत्परता से जुटे हुए हैं।

राकेश टिकैत ने इस सेवा भावना की खुले दिल से सराहना की और कहा कि, "यह दृश्य हमारी सांस्कृतिक विरासत और ग्रामीण नेतृत्व की संवेदनशीलता का प्रतीक है। जब किसान और ग्राम पंचायतें श्रद्धालुओं की सेवा में आगे आती हैं, तो यह भारत की असली आत्मा को दर्शाता है।"

स्थानीय जनों और शिवभक्तों ने भी टिकैत जी की सेवा भावना की सराहना की और उन्हें एक जननेता के रूप में सम्मानित किया।

इस आयोजन से यह स्पष्ट होता है कि भारतीय किसान यूनियन न केवल किसानों की आवाज है, बल्कि सनातन संस्कृति और सामाजिक सेवा में भी अग्रणी भूमिका निभा रही है।

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छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल को ईडी की ओर से गिरफ्तार करने के विरोध में छतीसगढ़ कांग्रेस 22 जुलाई को पूरे राज्य में आर्थिक नाकेबंदी करेगी।

छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल को ईडी की ओर से गिरफ्तार करने के विरोध में छतीसगढ़ कांग्रेस 22 जुलाई को पूरे राज्य में आर्थिक नाकेबंदी करेगी। कांग्रेसी राज्य सरकार, उद्योगपति अडानी और केंद्रीय एजेंसियों के खिलाफ 22 जुलाई को पूरे प्रदेश में आर्थिक नाकेबंदी करते हुए चक्काजाम करेंगे। इस संबंध में पिछले दिनों पार्टी की बड़ी बैठक में फैसला लिया जा चुका है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि कांग्रेसी सुबह 11 से 2 बजे तक पांच संभागों के सभी प्रमुख मार्गों राष्ट्रीय राजमार्गों एवं राजकीय राजमार्गो पर चक्काजाम कर आर्थिक नाकेबंदी करेंगे। यह आर्थिक नाकेबंदी प्रदेश की जनता की ओर से छत्तीसगढ़ के संसाधनों की लूट का प्रतिकार होगा।

उन्होंने कहा कि इस नाकेबंदी से एम्बुलेंस और स्कूल वाहनों को अलग रखा गया है। हमारा उद्देश्य छत्तीसगढ़ की संपदा को बचाना है। रायपुर में मुंबई, कोलकाता नेशनल हाईवे पर वीआईपी चौक तेलीबांधा, बिलासपुर, रायपुर हाईवे पर सांकरा, आरंग, अभनपुर, तिल्दा, खरोरा में नाकेबंदी की जायेगी। इसी प्रकार प्रदेश के सभी शहरों में चक्का जाम नाकेबंदी होगी।

छत्तीसगढ़ की संपदा को लूट रहे'
बैजे ने आरोप लगाते हुए कहा कि कारोबारी अडानी छत्तीसगढ़ की संपदा को लूट रहे हैं। उसका विरोध करने वालों के यहां ईडी की छापेमारी करवाया जा रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पुत्र की गिरफ्तारी अडानी और भाजपा की साजिश है।आर्थिक नाकाबंदी कर भाजपा सरकार के संरक्षण में अडानी की ओर से यहां की खनिज संपदा को लूटा जा रहा है उसका विरोध होगा। आम जनता से अपील है वह भी जंगल कटाई के विरोध में आयोजित इस आर्थिक नाकेबंदी में बढ़-चढ़कर हिस्सा ले। तानाशाही भाजपा सरकार को मुंहतोड़ जवाब दें।

जंगलों की कटाई की अनुमति दी'
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बैज ने आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा की सरकार प्रदेश की जंगलों की कटाई की अनुमति देकर वन संपदा, खनिज संपदा की लूट की छूट अडानी को दी है। भाजपा सरकार के संरक्षण में हो रही जंगलों की कटाई और खनिज संपदा की लूट को रोकने के लिए पूरा प्रदेश एकजुट है। प्रदेश की खनिज संपदा को अडानी जैसे पूंजीपति ट्रकों में भरकर प्रदेश से बाहर ले जा रहे हैं इससे छत्तीसगढ़ को जो आर्थिक नुकसान हो रहा है। साथ ही यहां के पर्यावरण भी नष्ट हो रही है, आदिवासी वर्ग एवं आम जनता हसदेव एवं तमनार के हरे भरे जंगलों की कटाई के विरोध में लगातार संघर्ष कर रहे हैं। कांग्रेस के नेता भी जंगलों को बचाने की मुहिम में लगे हुए हैं, लेकिन भाजपा की सरकार पुलिस तंत्रों का दुरुपयोग करके जंगल कटाई का विरोध कर रहे लोगों के खिलाफ फर्जी मुकदमे दर्ज कर रही है, उन पर लाठियां चल रही है, उनका लहू बहा रही है।

बीजेपी सरकार पर लगाये आरोप
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा की सरकार अडानी की गोद में बैठ गई है। अडानी को लाभ पहुंचाने के लिए छत्तीसगढ़ के नागरिकों को जख्मी कर रही है। विरोध करने वालों के खिलाफ ईडी, सीबीआई, आईटी, एसीबी, ईओडब्ल्यू और स्थानीय पुलिस एफआईआर दर्ज कर रही है। लोकतंत्र में मिले आंदोलन के अधिकार को खत्म कर रही है। तानाशाही स्थापित कर रही है लेकिन कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता डरेंगे नहीं प्रदेश की समृद्धि, संस्कृति और संसाधनों को बचाने के लिए डटकर मुकाबला करेंगे, आर्थिक नाकेबंदी प्रदेश की खनिज संपदा को बचाने की मुहिम है, हमारा संघर्ष आगे भी जारी रहेगा।

इससे पहले पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने प्रेस कॉन्फेंस लेकर कहा कि पेड़ कटाई को लेकर नेता प्रतिपक्ष की ओर से विधानसभा में स्थगन प्रस्ताव लाया गया था। इससे ध्यान भटकाने के लिए सुबह छह बजे रेड ईडी की रेड पड़ी। पिछली बार भी रेड मारी गई थी, लेकिन इस बार मैं विधानसभा पहुंचने में सफल रहा। आरोप लगाते हुए कहा कि ये बीजेपी के सोची-समझी रणनीति है। चाहे देवेंद्र यादव हों, सतनामी समाज के नेता हों, उन्हें एक केस में फंसाया गया। आदिवासी की आवाज दबाने के लिये कवासी लखमा को जेल में डाला गया। मेरा बेटा जो राजनीति में भी नहीं है, उसे भी टारगेट किया जा रहा है।

इन नेशनल हाइवे पर ये नेता करेंगे चक्काजाम
मैग्नेटो मॉल के पास हाइवे पर ( मुंबई-कोलकाता नेशनल हाईवे पर वीआईपी चौक तेलीबांधा) शहर जिला कांग्रेस अध्यक्ष गिरीश दुबे के नेतृत्व में
विधानसभा रोड सकरी में नारायण कुर्रे व पप्पू बंजारे के नेतृत्व में
दिलबाग ढाबा के पास, साकरा में सांसद छाया वर्मा व अनीता योगेंद्र शर्मा के नेतृत्व में
अभनपुर मोहन ढाबा के पास जिला पंचायत सदस्य यशवंत साहू के नेतृत्व में
आरंग रसनी के पास पूर्व विधायक शिवकुमार डहरीया के नेतृत्व में
तिल्दा के दीनदयाल उपाध्याय चौक में कांग्रेस प्रवक्ता शैलेश नितिन त्रिवेदी के नेतृत्व में
बुडेरा आजाद चौक के पास खरोरा में ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष सौरभ मिश्रा के नेतृत्व में

ये वाहन चक्काजाम से रहेंगे मुक्त
नाकेबंदी के दौरान सवारी वाहनों ( स्कूल की बसें, एंबुलेंस, कार, जीप, बस आदि) को नहीं रोका जाएगा

इधर बीजेपी बोली- कांग्रेस सरकार में करोड़ों रुपए का शराब घोटाला, कांग्रेस ने कवासी लखमा को बनाया बलि का बकरा

दूसरी ओर डिप्टी सीएम अरुण साव ने नवा रायपुर निवास कार्यालय में कहा कि, कांग्रेस सरकार में करोड़ों रुपए का घोटाला हुआ है। इसमें कई लोगों की गिरफ्तारी हुई है। सरकार में मंत्री रहे कवासी लखमा भी जेल में है। कांग्रेस ने कवासी लखमा को बलि का बकरा बनाया है, उन्होंने करोड़ों रुपए का घोटाला किया है। यह पूरे छत्तीसगढ़ के लोगों को भी पता है। डिप्टी सीएम अरुण साव ने कहा कि छत्तीसगढ़ में जब कांग्रेस की सरकार थी, तब धर्मांतरण पर कोई कार्रवाई नहीं होती थी। आज विष्णुदेव साय की सुशासन सरकार में अवैध धर्मांतरण करने वाले पकड़े जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि, इस पर कड़ा कानून बनाने की दिशा में आगे बढ़ गए हैं। और अभी मौजूदा कानून के तहत अवैध धर्मांतरण करने वाले आरोपियों पर कार्रवाई हो रही है। इसलिए मामले उजगार हो रहे हैं। श्री साव ने कहा कि, कांग्रेस सरकार में धर्मांतरण करने वालों को खुली छूट दे रखी थी। अधिकारियों ने खत लिखकर इस बात को स्वीकार किया था।

उप मुख्यमंत्री ने कहा कि, योग को फिजूलखर्ची बताना कांग्रेसियों की मानसिक दिवालियापन को दर्शाता है। योग और सनातन के प्रति कांग्रेसियों की नफरत जग जाहिर है। जिस योग को पूरी दुनिया ने अपनाया है, उससे इन लोगो को नफरत है, इसीलिए कांग्रेसियों की मानसिक स्थिति खराब हो गई है, अगर वे रोजाना योग करें तो जल्द ही ठीक हो जाएंगे।

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पानी की समस्या को लेकर नगर निगम के पार्षदों का दल 77 MLD प्लांट निरीक्षण करने पहुंचा निगम के अधिकारियों के द्वारा फिल्टर प्लांट की पूरी प्रक्रिया और पानी सप्लाई में आ रही है समस्या के संबंध में पूरी जानकारी पार्षदों को उपलब्ध कराई गई पार्षदों ने कहा कि जल्द से जल्द समस्या का निराकरण कर भिलाई की जनता तक पानी पहुंचाया जाए

भिलाई। भिलाई निगम आयुक्त ने 77 MLD एवं 66 MLD दो बड़े जल शोधन संयंत्र का आज निरिक्षण किया। इन जल शोधन संयंत्र के माध्यम से नगर निगम भिलाई एवं रिसाली के नागरिकों को पानी की आपूर्ति की जाती है। जल शोधन संयंत्र में शिवनाथ नदी से पानी आता है। नेहरू नगर बटालियन के पास संयंत्र में आधुनिक मशीनों द्वारा उसे साफ करके पीने के योग्य बनाया जाता है। शनिवार को यहां नव नियुक्त आयुक्त राजीव कुमार पाण्डेय संयंत्र का निरीक्षण करने पहुंचे।

वहां पर उन्होंने पानी कैसे साफ किया जाता है, किस प्रकार से रॉ वॉटर को पीने की योग्य बनाया जाता हैं… उसकी पूरी प्रक्रिया की जानकारी प्राप्त की। ऑटोमेटिक सिस्टम होने के कारण कंप्यूटर में यह पता चल जाता है कि, पानी कैसे आ रहा है, कहां जा रहा है, किस प्रकार से शुद्धिकरण हो रहा है, अगर कहीं पर भी कोई गड़बड़ी होती है तो सिस्टम बता देता है। वहां उपस्थि आधिकारिक कर्मचारियों को निर्देश दिए गए की पानी की सप्लाई सुचारू रूप से चलनी चाहिए। एक बैकअप प्लान भी होना चाहिए अगर कभी किसी कारण से एक सिस्टम में खराबी आ जाए दूसरा चालू कर दिया जाए। आयुक्त द्वारा वहां पर स्थित लेबोरेटरी का भी निरीक्षण किया गया।

किस प्रकार से नगर निगम के विभिन्न क्षेत्रों से पानी का सैंपल लाया जाता है। वहां पर जांच किया जाता है कि पानी पीने के योग्य है कि नहीं। उसमें किसी प्रकार की बैक्टीरिया या कोई अशुद्धि तो नहीं है।… इन बातों का भी धयान रखा गया। गौरतलब है कि नगर निगम भिलाई के कर्मचारी विभिन्न वार्डों में जाते हैं। औचक रूप से किसी घर से या बोरिंग से पानी का सैंपल लेते हैं। लाकर के लेबोरेटरी में चेक करते हैं। कि पानी के सप्लाई में किसी प्रकार का अशुद्धि तो नहीं है। उन्होंने कहा कि, यह देख करके बहुत अफसोस होता है कि कुछ लोग इतनी कीमती पानी को बर्बाद करते हैं। नल को बंद नहीं करते, नगर निगम के नल को तोड़ देते हैं। जिससे पानी बेकार गिरता है। पानी सबको बचाना आवश्यक है। निरीक्षण के दौरान अभियंता संजय अग्रवाल, बृजेश श्रीवास्तव, अर्पित बंजारे, जनसंपर्क अधिकारी अजय शुक्ला आदि उपस्थित रहे।

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జూలై 21**( ఏఐఎంఏ మీడియా )

రాజస్థాన్ రాష్ట్రం నుండి సివిల్స్ సర్వీసెస్ కు ఒకే కుటుంబానికి చెందిన ముగ్గురు అక్కా చెల్లెల్లు కమల, గీత, మమత(కలెక్టర్ లుగా) లకు ర్యాంకు లు 32,64,128 వీరి కుటుంబ నేపథ్యాన్ని పరిశీలిస్తే తండ్రి చనిపోయాడు, తల్లి దినసరి కూలీ మరియు రజక కులవృత్తి చేస్తూ ఒక తల్లి గా వారిని పోషించడమే అసాధ్యం ఒకెత్తు అయితే ఆ తల్లి పేరు ను,వంశ గౌరవాన్ని నిలిపిన ముగ్గురు కుమార్తెలు (దేవతలు) నిజం గా సరస్వతులే ఎన్నో అవకాశాలు, ఆర్థిక వనరులు, కుటుంబ ఇబ్బందులు లేకున్నా అన్ని రకాల సౌకర్యాలు ఉన్నా, రాజకీయం గా ఉన్న ఇలాంటి ఉన్నత శిఖరాలకు చేరుకోవాలంటే సాధ్యం కాని రీతిలో వీరు మనకు మన పిల్లల కు భావి భారత పౌరులకు స్పూర్తి దాయకం.

వెయ్యి ఏనుగుల బలం,వారి ధృఢ సంకల్పం, ఆత్మ విశ్వాసం చూస్తే మనం నమ్మలేని నిజాలు గా ఉన్నాయి,
ఒకే కుటుంబం లో ఒక్క రికీ సివిల్ సర్వీసెస్ (IASలుగా సెలెక్టు) రావడమే గొప్ప అయితే అలాంటిది. ఒకే ఇంట్లోనే ముగ్గురు అమ్మాయిలకు అది రజక బిడ్డ లకు సివిల్స్(కలెక్టర్ లు కావడమంటే) రావడమంటే ఎంతో గొప్ప విషయం వీరిని ఆవిధంగా పెంచి పోషించిన ఆమాతృమూర్తికి శతకోటి వందనాలు అలాగే ఇంతటి అత్యున్నత స్థాయి కి చేరుకున్న ముగ్గురు అక్కాచెల్లెళ్లకు అభినంద
నలు తెలిపిన గ్రామస్తులు బంధుమిత్రులు తదితరులు

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