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कोटा, राजस्थान। आज पत्रकारिता उस मोड़ पर खड़ी है, जहां सच्चाई बोलना साहस का कार्य बन चुका है। ऐसे समय में एक नाम है रवि सामरिया, जो न केवल पत्रकारिता की गरिमा को बनाए हुए हैं, बल्कि समाज सेवा, जन-जागरूकता और निर्भीक रिपोर्टिंग के माध्यम से सच को उजागर करने का कर्तव्य पूरी निष्ठा से निभा रहे हैं। रवि सामरिया वर्तमान में कई ज़िम्मेदारियों के साथ सक्रिय हैं। वे जिलाध्यक्ष ऑल इंडिया मीडिया एसोसिएशन, कोटा और डायरेक्टर मीडिया हाउस राजस्थान न्यूज़ एजेंसी (MHR), स्टेट कोऑर्डिनेटर सूचना इंडिया टीवी न्यूज़ चैनल, प्रदेश संयोजक पत्रकार प्रेस परिषद (PPP), प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य मीडिया काउंसिल ऑफ जर्नलिस्ट के पद पर हैं। उनकी फेसबुक प्रोफ़ाइल पर 33 हजार से अधिक फॉलोअर्स हैं, और अन्य डिजिटल पर 5 लाख सदस्य हैं जो दर्शाता है कि उनकी रिपोर्टिंग और सक्रियता आम जनता के बीच कितनी लोकप्रिय है।

- पत्रकारिता में बेबाक आवाज़

रवि सामरिया ने हमेशा जनहित से जुड़े मुद्दों पर बिना डरे कलम और कैमरा उठाया है। चाहे प्रशासन की लापरवाही हो, या सामाजिक अन्याय, रवि सामरिया ने जनता की आवाज़ को मुख्यधारा में लाकर पत्रकारिता का असली धर्म निभाया है। उन्होंने कोटा की चंबल नदी को बचाने के लिए जागरूकता रैली और विशेष रिपोर्टिंग की। उनके इस प्रयास को पर्यावरण प्रेमियों और समाज सेवियों से भरपूर सराहना मिली। जहां हर कोई घरों में बंद था, रवि सामरिया ने फील्ड रिपोर्टिंग, फ्री मास्क वितरण, और जरूरतमंदों को भोजन पहुंचाने का ज़िम्मा उठाया। उन्होंने फ्रंटलाइन वर्कर्स को सम्मानित कर समाज में प्रेरणा का संदेश दिया।

- सामाजिक सेवा में अग्रणी :

सिर्फ पत्रकारिता ही नहीं, रवि सामरिया ने स्माइल केयर चाइल्ड फाउंडेशन के माध्यम से हजारों गरीब, अनाथ, और जरूरतमंद बच्चों तक खुशियां पहुंचाई हैं। जादू शो, खिलौने वितरण, शिक्षा जागरूकता, और बाल हक संरक्षण जैसे अनगिनत कार्यों में वे सक्रिय हैं। सत्य बोलने की राह कभी आसान नहीं होती। रवि सामरिया पर कई बार राजनैतिक और प्रशासनिक दबाव डाले गए, उन पर झूठे मुकदमे तक दर्ज हुए, लेकिन उन्होंने कभी भी अपने कर्तव्यों से समझौता नहीं किया। पत्रकार वही जो जन की बात जन तक और जन से सत्ता तक पहुंचाए, बिना डरे, बिना झुके! रवि सामरिया केवल एक पत्रकार नहीं, बल्कि जनता की आवाज़, समाज का प्रहरी और निर्भीक युगधर्म निभाने वाले सिपाही हैं। उनकी लेखनी में आग है और उनकी सोच में जनसरोकार। कोटा जैसे शहर को उन पर गर्व है।

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मेरठ, 20 जुलाई 2025 (रविवार) – राष्ट्रीय काव्य संग्रह मंच के तत्वावधान में आयोजित वरिष्ठ अंतरराष्ट्रीय गीतकार सत्यपाल सत्यम जी के जन्मोत्सव पर "एक शाम सत्यपाल सत्यम के नाम" काव्य संध्या कार्यक्रम का आयोजन मेरठ में बड़े भव्य और भावपूर्ण रूप से संपन्न हुआ। इस अवसर पर देश के कई ख्यातिप्राप्त साहित्यकारों, कवियों और रसिक श्रोताओं की गरिमामयी उपस्थिति रही।

कार्यक्रम की अध्यक्षता डाॅ. किरण सिंह ने की और मुख्य अतिथि के रूप में ओंकार गुलशन मंचासीन रहे। कार्यक्रम की शुरुआत सरस्वती वंदना से हुई जिसे कवयित्री रेखा गिरीश ने प्रस्तुत किया। मंच संचालन कवियत्री नीलम मिश्रा 'तरंग' एवं वरिष्ठ कवि सुमनेश सुमन ने संयुक्त रूप से किया।

राष्ट्रीय कवि सत्यपाल सत्यम ने इस अवसर पर अपने कई लोकप्रिय गीत सुनाकर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। उनके गीत —
“तेरे शहर में रिमझिम रिमझिम, गांव मेरा मरुस्थल जी”,
“मेघ पहली बार जब झरे, वृक्ष सब निखर गए”,
“लौ लगी है और तुम्हारा नाम की…”
जैसे भावपूर्ण रचनाओं ने खूब तालियाँ बटोरी और हर दिल को छू लिया।

कार्यक्रम की विशेष उपलब्धि यह रही कि भारतीय जनता पार्टी के सांस्कृतिक प्रकोष्ठ के महानगर संयोजक एवं हिंदी साहित्य अकादमी मेरठ के अध्यक्ष, कवि एवं पत्रकार मनमोहन भल्ला ने सत्यपाल सत्यम जी को दोनों संस्थाओं की ओर से सम्मान एवं साधुवाद प्रेषित किया। उन्होंने कहा कि "सत्यपाल सत्यम हिंदी गीत विधा के ऐसे स्तंभ हैं जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मेरठ और हिंदी साहित्य को पहचान दिलाई है।"

कार्यक्रम में मंच और पंक्ति से जुड़े अनेक साहित्यकारों ने काव्यपाठ किया, जिनमें प्रमुख रूप से – बीना मंगल, राशिद अहमद, आदिल अहमद, दिशा तलवार, दिनेश तलवार, ब.हाव मेरठी, चंद्रशेखर मयूर, कविता मधुर, जीशान कुरैशी, नीलम कुमार, सरोज दुबे, पूनम शर्मा, कमलेश तन्हा, डोरीलाल भास्कर, चुन्नी रस्तोगी, कविता मधुर, अलका गुप्ता आदि शामिल रहे।

इस काव्य संध्या ने जहां एक ओर सत्यपाल सत्यम जी की सृजनशीलता को सजीव मंच दिया, वहीं मनमोहन भल्ला जी की सादगीपूर्ण लेकिन प्रभावशाली साहित्यिक सक्रियता ने कार्यक्रम को विशेष गरिमा प्रदान की।

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कोटा। राजस्थान के शैक्षिक नगरी कहे जाने वाले कोटा में जहां हर कोना छात्रों की उपलब्धियों और प्रतियोगी संस्थानों की चमक से भरा है, वहीं इस धरती ने ऐसे पत्रकार को भी जन्म दिया है जिसने सिर्फ खबर नहीं बनाई, बल्कि समाज में संवाद, सेवा और संवेदना को पत्रकारिता के माध्यम से जीवंत किया। नाम है — रवि सामरिया।

- पत्रकारिता के संकल्प से सेवा तक

रवि सामरिया (Ravi Samariya) एक स्वतंत्र पत्रकार हैं जिन्होंने पिछले एक दशक से अधिक समय से कोटा सहित राजस्थान के विभिन्न क्षेत्रों में पत्रकारिता को जन-सरोकारों से जोड़े रखा है। वे ऑल इंडिया मीडिया एसोसिएशन (AIMA) के कोटा जिलाध्यक्ष हैं। साथ ही मीडिया हाउस राजस्थान न्यूज़ एजेंसी के डायरेक्टर, सूचना इंडिया टीवी न्यूज़ चैनल के राज्य समन्वयक और पत्रकार प्रेस परिषद (PPP) के प्रदेश संयोजक भी हैं। उनकी पहचान एक निडर, निष्पक्ष और जनप्रतिनिधि पत्रकार के रूप में है, जो बिना किसी राजनीतिक या कॉर्पोरेट दबाव के जमीनी मुद्दों को उठाते हैं।

- स्माइल केयर चाइल्ड फाउंडेशन बच्चों के लिए एक मुस्कान

पत्रकारिता से परे रवि सामरिया का समाजसेवी पक्ष उन्हें विशेष बनाता है। उन्होंने कोटा में "स्माइल केयर चाइल्ड फाउंडेशन" की स्थापना की, जो विशेष रूप से आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों की शिक्षा सहायता, कटे-फटे होंठ व तालू जैसी जन्मजात बीमारियों के इलाज हेतु मदद, बालिका शिक्षा, पोषण किट और परामर्श कार्यक्रम, ज़रूरतमंद परिवारों के लिए ब्लैंकेट और आवश्यक सामग्री वितरण जैसी सेवाएं निःशुल्क प्रदान करता है। वे इन गतिविधियों में व्यक्तिगत रूप से सक्रिय रहते हैं, और कई बार प्रशासन से लेकर जनप्रतिनिधियों तक को भी बच्चों के लिए ज्ञापन, अभियान और योजनाएं भेजते हैं।

- जादू से जन-जागरूकता: मैजिक फैमिली शो

रवि सामरिया (RAVI SAMARIYA) ने पत्रकारिता के मंच को मनोरंजन और जनजागरूकता से भी जोड़ा। वे समय-समय पर 'मैजिक फैमिली शो' का आयोजन करते हैं, जिसमें प्रसिद्ध जादूगर सिकंदर, आंचल, और प्रिंस जैसे कलाकार अपनी प्रस्तुतियां देते हैं। यह शो सिर्फ जादू तक सीमित नहीं रहता, इसमें पत्रकारों व संस्थाओं के लिए सम्मान, बाल अधिकारों की जानकारी, मतदाता जागरूकता, परिवारिक मनोरंजन के साथ सामाजिक संदेश भी समाहित रहता है। उल्लेखनीय है कि यह शो पूरी तरह निःशुल्क और सार्वजनिक उपयोग के लिए आयोजित किया जाता है।

- डिजिटल मीडिया में अभिनव प्रयोग

रवि सामरिया आज एक डिजिटल मीडिया नेता के रूप में भी उभरे हैं। उन्होंने MHR DIGITAL न्यूज़ प्लेटफॉर्म YouTube चैनल Media House Rajasthan, सूचना इंडिया टीवी व अन्य वेबसाइटें विकसित की हैं, जो क्षेत्रीय खबरों को राष्ट्रीय मंच देती हैं। उनके सोशल मीडिया पर 35 हजार से अधिक फॉलोअर्स हैं और वे युवाओं को मीडिया ट्रेनिंग, रिपोर्टिंग सर्टिफिकेट कोर्स, डिजिटल रिपोर्टिंग सेमिनार जैसी सेवाएं भी देते हैं।

- सम्मान और संगठनात्मक भागीदारी

रवि सामरिया विभिन्न संगठनों के माध्यम से पत्रकारों के अधिकारों की रक्षा, प्रेस आईडी निर्गमन, संवाद मंच निर्माण और संवाददाताओं को जोड़ने का कार्य कर रहे हैं। उनके प्रयासों से सैंकड़ों स्थानीय पत्रकारों को संरचना और पहचान मिली है। वे मीडिया काउंसिल ऑफ जर्नलिस्ट्स की प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य भी हैं। रवि सामरिया केवल एक नाम नहीं, बल्कि वह आंदोलन हैं जिसने पत्रकारिता को कलम से बाहर निकालकर जनता, जनप्रतिनिधियों और ज़मीनी मुद्दों के बीच एक जीवंत पुल बना दिया है। वे एक ऐसे पत्रकार (Journalist) हैं जो न केवल समाचार बनाते हैं, बल्कि समाज को दिशा भी देते हैं। उनकी यात्रा पत्रकारिता में एक सत्यनिष्ठ, संवेदनशील और प्रेरणादायक अध्याय है।

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हिंदू युवती को जाल में फंसाकर उसके साथ प्रेम संबंध बनाए।

अश्लील वीडियो बनाकर ब्लैकमेल कर 14 साल तक उसकी अस्मत के साथ खिलवाड़ किया।
युवती ने हिम्मत जुटाकर आरोपी के खिलाफ थाना न्यू आगरा में केस दर्ज कराया है।

युवती ने बताया कि उसके साथ जबरन निकाह करने के लिए धर्म परिवर्तन का दवाब बनाया जा रहा है।

उत्तर प्रदेश आगरा में लव जिहाद का एक मामला सामने आया है।

एक मुस्लिम युवक नाम बदल कर हिंदू युवती की अस्मत लूटता रहा।

सच्चाई जानने के बाद जब उसने शिकायत की तो पैसे और पॉवर के बल पर उसे दबाता रहा। शहर छोड़ने के बाद भी उसका पीछा नहीं छोड़ा। धर्म परिवर्तन की धमकी देकर जबरन उसके साथ निकाह करना चाहता है।

पिछले 14 साल से युवती शातिर के आतंक के जाल में फंसी है। अश्लील वीडियो बनाकर वह उसे लगातार धमका रहा है।

पीड़िता की शिकायत पर थाना न्यू आगरा पुलिस ने केस दर्ज किया है। पुलिस मामले की जांच मेें जुटी हैपीडि़ता थाना न्यू आगरा स्थित एक कोचिंग में पढ़ती थी।

इंद्रपुरी न्यू आगरा का रहने वाला शारिक अब्बास पुत्र अजादर हुसैन भी कोचिंग में पढ़ने आया। उसने अपना दीपक राय बताया था। आरोपी ने युवती से नजदीकियां बनाईं। उसके घर जाकर शारीरिक संबंध बना लिए।

ये घटना साल 2012 की थी।जब वह 11वीं कक्षा में पढ़ती थी।

2 साल तक वह दीपक बना रहा और उसके साथ मंदिर में पूजा पाठ करने भी जाता था।

जब उसे आरोपी की सच्चाई पता चली तो वह उससे अलग हो गई। मगर शातिर ने उसे लगातार धमकाता रहा।

थाना न्यू आगरा प्रभारी राजीव त्यागी का कहना है कि आरोपी कि गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं।

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Patients are being treated unfairly in Darbhanga Medical College Hospital in Darbhanga district of Bihar.

There is not a single doctor in the ICU department of Darbhanga Medical College Hospital, Laheriyasarai, Darbhanga, whereas the doctor should be available 24 hours. Sometimes a first year student is present, that too only one student and he comes and goes as if it is his own house. If the patient dies, let him die, these people do not care.

1. Doctors are not available 24 hours in the ICU.

2. A first year student treats. That too in the ICU. He also comes and goes as per his wish. If the patient's family says anything, he starts fighting and abusing.

3. There should be one nurse for five beds, whereas here there are four nurses for 350 to 400 beds. If someone asks, they say that they are on leave. And everything goes away after marking their presence. She goes only once after calling 10 times. The nurse students who come for training are left among the patients in the absence of the senior nurse. They do not even know what a nurse has to do for treatment. For example, the oxygen trolley is put up by the employee, the Foley cleaner puts it and the same employee removes it. The bedsheet given to the patient is picked up by the patient himself, this is the nurse's job.

4. None of the nurses or doctors who are first-grade students have an identity card (in such a case, anyone can come and do something to the patient and even run away, any incident can happen at any time by disguising themselves as a doctor or nurse.)

5. When patients come in an emergency, they are sent to the ward without treatment, and in this process they die. First-year medical students are made to treat the patients.After 10 pm, the doctor is not present in the hospital until 11:30 am. It takes time to call them, due to which the patient dies in the hospital itself. The cleaning staff present there from external sources do not do the cleaning and when the patient and his relatives ask them to do the cleaning, the cleaning staff starts abusing and quarreling with the patient and the patient's relatives.Today, on 20th July 2025 at 10.45 pm, I went to ICU Medicine to see a patient, but there was no doctor available and three-four patients were in a lot of pain and were waiting for the doctor. When I asked where is the doctor sahab, I called the senior officer, complained to him about the absence of the doctor, after some time a man came there and said who are you to complain, I can come anytime, he started pushing me and abusing me and said who are you to ask, will the health minister ask this gentleman, will this gentleman talk directly to the health minister, will he not listen to the common citizen, the name of this gentleman was Doctor Gopal, this gentleman is a first year student in VN Jha Unit.It seems that these people have not come to treat the patient and study, but to become goons and leaders.

* I am also uploading a video clip of the absence of the doctor in the ICU.The reason for not having a bed is that the patient is treated by laying him on the floor

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मेरठ - राष्ट्रीय काव्य संग्रह मंच द्वारा एक शाम सुप्रसिद्ध अंतर्राष्ट्रीय गीतकार सत्यपाल सत्यम जी के नाम दिनांक 20/7/2025 दिन रविवार को बड़े सुचारु रूप से संपन्न हुई।
अध्यक्षता डाॅ किरण सिंह ने की मुख्य अतिथि ओमकार गुलशन जी रहे दीप प्रज्वलित नीलम मिश्रा तरंग, मंगल सिह मंगल . ,सत्यपाल सत्यम गुलशन जी पूनम शर्मा अरुणा पंवार आदि ने किया
सरस्वती वंदना श्रीमती रेखा गिरीश ने की ,
संचालन और नीलम मिश्रा सुमनेश सुमन ने किया।
श्री सुमनेश सुमन, श्री सौरभ जैन सुमन श्री प्रतीक गुप्ता, श्री भटनागर जी ओमकार गुलशन, सूर्य कान्त द्विवेदी, श्री श्याम मोहन गुप्ता जी श्री दीवान गिरी जी श्री दिनेश शांडिल्य जी की गरिमा मई उपस्थिति रही

सत्यम जी ने यूं कहा
तेरे शहर में रिमझिम रिमझिम गांव मेरा मरुस्थल जी हमसे रूठ गया बादल
डाॅ नीलम मिश्रा ने कहा
ना हिंदू मरता है ना मुसलमान मरता है
जब भी मरता है इंसान मरता है ।
गीतकार सत्यम जी के इस तरह कुछ कहा
मेघ पहली बार जब झरे वृक्ष सब निखर निखर गए
रूपसी रूप आ गया आईने संवर संवर गए।
सत्यम जी ने अपना गीत यूं सुनाकर
लोग जो पूछे झूठ बोल दूं राधे श्याम बता दूं क्या।
इन गीतों में कौन छुपा है तेरा नाम बता दूं क्या
खूब तालियां बटोरी।
लोगों की फरमाईश पर कहा
चांद से उतरती है चांदनी तो दिखती है चांद पर लगा हुआ कलंक नहीं दिखता।
फिर यूँ पढा
गीत किसके गा रहा हूं तुम भी जानो मैं भी जानू।
किस पर मैं इतरा रहा हूं तुम भी जानो मैं भी जानू।
समापन गीत
लौ लगी है और तुम्हारा नाम की,
इसको सीताराम की बोलूं या राधेश्याम की
भाजपा सांस्कृतिक प्रकोष्ठ के महानगर संयोजक व हिंदी साहित्य अकादमी के मेरठ अध्यक्ष कवि मनमोहन भल्ला ने भी उन्हें दोनों संस्थाओं की और से उन्हें साधुवाद प्रेषित किया

श्रीमती बीना मंगल , मनमोहन भल्ला ,ब।हाव मेरठी ,गोपाल जानम राशिद अहमद, आदिल अहमद,दिनेश तलवार , दिशा तलवार , श्याम मोहन गुप्ता ,
चंद्र शेखर मयूर, , रेखा गिरीश, अरुणा पवार, कमलेश शर्मा,चुन्नी रस्तोगी , कभलेश तन्हा, पूनम शर्मा,सरोज दुबे, राजबाला कपिल अलका गुप्ता ,जीशान कुरैशी, राम कुमारी, नीलम कुमार, नन्दनी रस्तोगी , कविता मधुर,राजीव कुमार,सुरेन्द्र खेड़ा, प्रदीप अग्रवाल, सुधा शर्मा,डोरी लाल भास्कर,आदि ने काव्य पाठ किया

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(मीडिया प्रभारी रवि सामरिया)
कोटा। नंदीश्वर महादेव मंदिर समिति एवं चौरसिया समाज कोटा के संयुक्त तत्वावधान में पहली बार भव्य कावड़ यात्रा का आयोजन किया गया। यह ऐतिहासिक कावड़ यात्रा श्रद्धा, भक्ति और सामाजिक एकता का प्रतीक बन गई, जिसमें हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं और समाज बंधुओं ने भाग लिया। कावड़ यात्रा का शुभारंभ पारंपरिक विधि-विधान से नाना देवी माता मंदिर, के.एस.टी. पाल तालाब से किया गया। वहां से यात्रा नयापुरा कलेक्ट्रेट होते हुए खेरली फाटक स्थित नंदीश्वर महादेव मंदिर पहुंची, जहां शिवलिंग का जलाभिषेक कर समापन हुआ।

इस अवसर पर माहौल भक्तिमय बना रहा, चारों ओर हर हर महादेव और बम बम भोले के जयकारों से वातावरण गूंज उठा। प्रशासन ने यात्रा की संपूर्ण व्यवस्था में विशेष सहयोग प्रदान किया, जिससे आयोजन सकुशल और अनुशासित रूप से संपन्न हुआ। मंदिर समिति के अध्यक्ष श्री दिनेश चौरसिया ने बताया, यह कावड़ यात्रा चौरसिया समाज की धार्मिक आस्था और एकजुटता का प्रतीक है। पहली बार समाज के इतने सारे लोग एक साथ कावड़ यात्रा में शामिल होकर भगवान शिव की आराधना कर रहे हैं, यह एक शुभ संकेत है। इस ऐतिहासिक आयोजन में चौरसिया समाज के अनेक प्रमुख जनों की गरिमामयी उपस्थिति रह।


इस अवसर विशेष रूप से समाज अध्यक्ष सुरेंद्र चौरसिया, दिनेश चौरसिया, जगदीश चौरसिया, राजेंद्र चौरसिया, प्रदीप चौरसिया, हेमराज चौरसिया, गजेंद्र चौरसिया, राधेश्याम चौरसिया, डॉ. यशवंत राय चौरसिया, नरेंद्र चौरसिया, कपिल चौरसिया, महेश चौरसिया, टीकम चौरसिया, सुनील चौरसिया, सुरेश चौरसिया आदि गणमान्य सदस्य शामिल रहे। कार्यक्रम की संपूर्ण जानकारी मीडिया प्रभारी आलोक कुमार चौरसिया द्वारा साझा की गई। उन्होंने बताया कि समाज की यह पहल आने वाले वर्षों में और भी व्यापक स्तर पर आयोजित की जाएगी। कावड़ यात्रा के दौरान रास्तों में विभिन्न सामाजिक संगठनों और भक्तों ने जगह-जगह श्रद्धालुओं का फूलों और जलपान से स्वागत किया, जिससे यह आयोजन एक भव्य उत्सव में परिवर्तित हो गया।

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बिहारवासियों का मेट्रो ट्रेन मेंं सफर का सपना जल्द होगा पूरा, पुणे से पटना पहुंचा कोच; अब शुरू होगा ट्रायल
पटना मेट्रो परियोजना में एक बड़ी सफलता मिली है। पुणे से लाई गई मेट्रो की बोगी पटना डिपो पहुंच गई है। 12 जुलाई को रवाना हुई बोगियों को 40 चक्कों वाले ट्रकों से लाया गया। बैरिया स्थित मेट्रो डिपो में बोगियों को असेंबल किया जाएगा जिसके बाद ट्रायल की तैयारी होगी। 15 अगस्त से मलाही पकड़ी से न्यू आईएसबीटी तक पहली सेवा शुरू करने की योजना है।जागरण संवाददाता, पटना। राजधानी में मेट्रो परियोजना ने एक और महत्वपूर्ण कदम बढ़ाया है। पटना मेट्रो की बोगी शनिवार की देर शाम पटना डीपो पहुंच गई है।

पुणे से पटना मेट्रो की बोगियां विशेष ट्रकों के जरिए 12 जुलाई को रवाना की गई थी। शनिवार को पुणे से आ रहा ट्रक सुबह गया में एनएच-22 पर देखा गया। दोपहर में बोधगया टोल प्लाजा से पटना के लिए रवाना हुआ।

दोपहर 3:30 बजे जहानाबाद के कोहरा गांव टोल प्लाजा होते हुए देर शाम इन बोगियों को 40 चक्कों वाले ट्रकों से पटना लाया गया। पटना मेट्रो परियोजना के सूत्रों की मानें तो बैरिया स्थित मेट्रो डीपो में बोगियों को रखा गया है। अब सभी बोगियों को असेंबल किया जाएगा। इसके बाद ट्रायल की तैयारी की जाएगी।

पटना मेट्रो परियोजना बिहार के शहरी परिवहन को आधुनिक और सुगम बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है। मेट्रो की पहली सेवा 15 अगस्त से मलाही पकड़ी से न्यू आईएसबीटी तक शुरू करने की योजना है। इस रूट की शुरुआत से यात्रियों को तेज, सुरक्षित और आरामदायक परिवहन सुविधा मिलेगी।

पटना मेट्रो परियोजना के तहत कुल 24 स्टेशनों के साथ दो कॉरिडोर बनाए जा रहे हैं, जो शहर के विभिन्न हिस्सों को जोड़ेंगे। बोगियों के आगमन से परियोजना के ट्रायल रन की तैयारियां भी तेज हो गई हैं।

अधिकारियों का कहना है कि बोगियों के पहुंचने के बाद तकनीकी जांच और ट्रायल रन किए जाएंगे ताकि सेवा शुरू होने से पहले सभी मानकों को पूरा किया जा

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#Ravi_Samariya_Media_Kota
कोटा की बेटी विशाखा कंवर मिस ग्रेंड इंडिया 2025 बनने के बाद रविवार को पहली बार कोटा आईं। इस दौरान विशाखा का रोड शो के साथ स्वागत किया गया। स्वागत समारोह हवाई अड्डे के सामने वाले बालाजी मंदिर से माहेश्वरी भवन कोटा तक आयोजित हुआ। उल्लेखनीय है कि मिस ग्रैंड इंडिया 2025 का भव्य और ऐतिहासिक समापन 13 जुलाई को जी स्टूडियोज, जयपुर में हुआ था। यह राष्ट्रीय सौंदर्य प्रतियोगिता 4 से 14 जुलाई तक आयोजित की गई। जिसमें देशभर के विभिन्न प्रान्तों से चुनी गई 28 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया था। अब विशाखा कंवर अक्टूबर 2025 में थाईलैंड में होने वाली मिस ग्रैंड इंटरनेशनल प्रतियोगिता में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगी।

इस दौरान विशाखा ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि हर काम को तनावमुक्त होकर करना चाहिए। अपने गोल पर फोकस करें और बार-बार ट्राई करते रहें, हारते हैं तो भी ट्राई कीजिए। विशाखा ने बताया कि वह पिछले 8 महीनों से मुंबई में रहकर प्रोफेशनल ट्रेनिंग ले रही थीं। इससे पहले भी उन्होंने फेमिना मिस इंडिया में भाग लिया था, लेकिन अनुभव की कमी के कारण वह चयनित नहीं हो सकीं। उस हार ने उन्हें तोड़ा नहीं, बल्कि निखारा। मैंने सीखा है कि हार ही सफलता का पहला अध्याय होती है। विशाखा ने कहा कि ग्लैमर सिर्फ फैशन नहीं, आत्मबल और आत्मविश्वास की अभिव्यक्ति है। भारतीय महिलाएं हर क्षेत्र में अग्रणी हैं, अब समय है ग्लैमर की दुनिया में भी हम नेतृत्व करें। महिलाओं को आसमान छूने की फ्रीडम मिलनी चाहिए।

विशाखा ने कहा कि कोटा की मिट्टी में जो अनुशासन, आत्मबल और शिक्षा है, उसने उन्हें यह मुकाम दिलाने में अहम भूमिका निभाई है। जेडीबी से ग्रेजुएशन करने वाली विशाखा शिवपुरा, कोटा निवासी हैं। उन्होंने कहा कि कोटा की बेटियां अब सिर्फ मेडिकल और इंजीनियरिंग में ही नहीं, ग्लैमर की दुनिया में भी चमकेंगी। अब लक्ष्य मिस ग्रैंड इंटरनेशनल 2025 का खिताब है। उन्होंने बताया कि वह पहले से अधिक मेहनत, अभ्यास और विश्वास के साथ इस प्रतियोगिता की तैयारी कर रही हैं।

डायरेक्टर सौरव आनंद ऋषि ने बताया कि इस वर्ष का ग्रैंड फिनाले और भी खास रहा, क्योंकि इसमें थाईलैंड से मिस ग्रैंड इंटरनेशनल की ऑफिशियल टीम विशेष रूप से उपस्थित रही। मिस ग्रैंड इंटरनेशनल के प्रेसिडेंट नवात इट्सारग्रिसिल स्वयं भारत आए और शो को जज किया। इसके साथ ही मिस ग्रैंड इंटरनेशनल 2024 की विजेता सीजे ओपीजा ने व्यक्तिगत रूप से विशाखा कंवर को मिस ग्रैंड इंडिया 2025 का ताज पहनाकर सम्मानित किया।

को डायरेक्टर आकांक्षा ठाकुर ने बताया कि 10-दिवसीय आयोजन में प्रतिभागियों को विभिन्न राउंड्स जैसे टैलेंट, ईवनिंग गाउन, हेड-टू-हेड इंटरव्यू, सोशल इशू प्रेजेंटेशन और पब्लिक स्पीकिंग से होकर गुजरना पड़ा। इस मंच ने यह सिद्ध किया कि सुंदरता के साथ- साथ विचारशीलता, आत्मनिर्भरता और सामाजिक जिम्मेदारी ही असली मुकुट की पहचान है। स्टार एंटरटेनमेंट प्रोडक्शन द्वारा आयोजित यह शो न केवल भारत के लिए गर्व का विषय रहा, बल्कि यह भारतीय पेजेंट इंडस्ट्री को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नई ऊंचाइयों तक ले जाने वाला एक सशक्त कदम भी बना।

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