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शिक्षकों के प्रोन्नति सहित 28 सूत्री मांगो के लेकर शिक्षकों का धरना
शिक्षकों के प्रोन्नति सहित 28 सूत्री मांगो के लेकर शिक्षकों का धरना
नालंदा(बिहारशरीफ)। व्यापक शिक्षा और शिक्षक हित में स्थानीय निकाय के शिक्षकों,विद्यालय अध्यापकों, विशिष्ट शिक्षकों एवं पुस्तकालयाध्यक्षों की बहुप्रतीक्षित मांगों को पूरा कराने तथा शिक्षकों के समस्याओं को त्वरित समाधान के लिए परिवर्तनकारी प्रारम्भिक शिक्षक संघ प्रदेश इकाई के आवाहन पर जिला इकाई नालन्दा के बैनर तले जिला मुख्यालय के अस्पताल चौराहा के समीप शनिवार को एक दिवसीय धरना प्रदर्शन दिया गया। धरना स्थल पर सभा की आयोजन किया गया। जिसकी अध्यक्षता शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष रौशन कुमार और संचालन मिडिया प्रभारी दिबसंबल ऊर्फ बंटी ने की। सभा को सम्बोधित करते हूए शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष रौशन कुमार ने कहा कि राज्य के विद्यालयों में कार्यरत विभिन्न संवर्ग के शिक्षकों एवं पुस्तकालयाध्यक्षों की समस्याओं के समाधान की दिशा में शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ0 एस सिद्धार्थ के द्वारा कई सकारात्मक प्रयासों के बावजूद भी सरकार के निदेशालय और जिला स्तरीय पदाधिकारियों की उदासीनता के कारण अभी भी शिक्षकों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि विभिन्न शिक्षक संगठनों,शिक्षक प्रतिनिधियों एवं विधानमंडल के सदस्यों के माध्यम से भी शिक्षकों के समस्याओं को लगातार सरकार के संज्ञान में लाने के बावजूद उनका समाधान नहीं हो सका है।उन्होंने कहा कि हाल ही में शिक्षकों को स्थानांतरण किया गया है। लेकिन शिक्षकों को विद्यालय आवंटित किए जाने के बाद शिक्षकों का दर्द और बढ़ गया है। उन्होंने कहा कि उच्च न्यायालय पटना के आदेशों के बाद भी नियोजित शिक्षकों को दो दशकों बाद भी स्नातक ग्रेड में प्रोन्नति नहीं दिया गया है।ऐसे में शिक्षक परेशान,हताशा और निराशा का सामना कर रहे। उन्होंने कहा कि इस स्थिति में शिक्षकों से गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की बात करना बेमानी होगा।उन्होंने कहा कि शिक्षकों को अपनी लंबित मांगों के लिए सभी कोटि के शिक्षकों को एकजुट होना पड़ेगा, तभी सरकार हमारी मांगों को जल्द पूरा करेगी। उन्होंने कहा कि यह धरना संकेतिक है। जरूरत पड़ी तो शिक्षक चरणबद्ध आंदोलन करने के लिए तैयार है। संघ के जिला महासचिव मो0 इरफ़ान मल्लिक तथा सचिव सुनील कुमार ने कहा कि शिक्षा विभाग के प्रखंड से लेकर जिला स्तर के कार्यलय में अत्यधिक भ्र्ष्टाचार व्याप्त है।जिसमें ख़ासकर डाटा ऑपरेटर,पदाधिकारीयों का ड्राइवर रुपया तसिलने का मुख्य शुत्रधार है।इन दोनों नेताओं ने कहा की डी ई ओ और डीपीओ कार्यालय के लिपिकों के कक्ष में दलाल दिन भर जमे रहते है।शिक्षक अपनी समस्या को समाधान के लिए जब कार्यालय में जाते है तब सबंधित लिपिक के द्वारा उन्ही दलालों से सम्पर्क करने के लिए कहा जाता है। उन्होंने कहा कि शिक्षक अपनी समस्या को लेकर डी ई ओ कार्यलय का चकर लगा रहे है, लेकिन उनकी समस्या का समाधान नही हो रहा है। जब शिक्षक दलाल के माध्यम से अपना काम करवाते है तो उनका काम एक से दो दिनों में पूरा कर दिया जाता है। दोनों नेताओं ने कहा कि कुछ दलाल के चंगुल में डी ई ओ और डी पी ओ (स्थापना) भी है।इसको लेकर शिक्षकों में काफी आक्रोश है।उन्होंने जिला पदाधिकारी से डी ई ओ कार्यलय को औचक निरिक्षण करने और शिक्षकों के लंबित समस्याओं का शीघ्र निदान कराने की मांग किए। संघ के उपाध्यक्ष सुनैना कुमारी ने कहा कि राज्य के स्कूलों में गरीबों के बच्चों को भी समान शिक्षा मिले इसके लिए छठी से आठवीं तक एन सी ई आर टी की पाठ्य पुस्तकें लागू किया गया है।इसके लिए संघ राज्य सरकार को धन्यवाद देता है और मांग करता है कि छात्र और शिक्षा हित में 1ली से 12वीं तक की सभी कक्षाओं के लिए भी सभी निजी एवं सरकारी विद्यालयों में एन सी ई आर टी की पाठ्य पुस्तकें लागू की जाएं।उन्होंने कहा कि इससे सरकारी और निजी स्कूलों का भेदभाव समाप्त करने के लिए सभी निजी एवं सरकारी स्कूलों के बच्चों के लिए समान ड्रेस कोड लागू किया जाए ताकि शिक्षा के नाम पर निजी स्कूलों में चल रही ड्रेस की दुकानदारी बंद हो और अभिभावकों के शोषण पर विराम लग सके। धरना समाप्ति के बाद संघ के एक प्रतिनिधि मंडल जिलाधिकारी से मिलकर राज्य स्तरीय और जिला स्तरीय मांग पत्र का ज्ञापन दिए। जिसमें प्रमुख मांगों मे नियमावली 2012 के आलोक में नियोजित शिक्षकों को स्नातक ग्रेड के पदों पर कलबद्ध एवं प्रधानाध्यापक पदों पर प्रोन्नति देना,नियोजित शिक्षकों से विशिष्ट शिक्षक,विद्यालय अध्यापक,प्रधानाध्यापक एवं प्रधान शिक्षक पदों पर नियुक्त शिक्षकों को सेवा निरंतरता एवं पूर्ण वेतन संरक्षण का लाभ देना,उच्च विद्यालयों के नवनियुक्त प्रधानाध्यापकों एवं प्राथमिक विद्यालयों के प्रधान शिक्षकों का योगदान अविलंब सुनिश्चित कराना,राज्य कर्मियों के भुगतान के लिए बनाए गए एच आर एम एस पोर्टल पर सपोर्ट नहीं लेने के कारण योगदान के महीना बाद भी विद्यालय अध्यापकों एवं विशिष्ट शिक्षकों को वृद्धि महंगाई भत्ता,आवास भत्ता एवं वार्षिक वेतन वृद्धि का लाभ नहीं मिल पा रहा है और उनके अंतर-वेतन की राशि हर महीने लंबित होती जा रही है।एच आर एम एस पोर्टल को शीघ्र अपडेट कराते हुए सभी बकाए का भुगतान कराया जाए और अभियान चलाकर उनका वेतन निर्धारण कराया जाए,पूर्व के भांति शनिवार को विद्यालय संचालन का समय 09:30 बजे पूर्वांहन से 01:30 बजे अपराह्न तक करने,सक्षमता 01 और 02 के विशिष्ट शिक्षकों का एच आर एम एस तेजी से करते हूए वेतन का भुगतान करने,सेवा पूर्व प्रशिक्षित शिक्षकों की वेतन विसंगति दूर कर वेतन निर्धारण करते हूए अंतर राशि का भुगतान करने, राज्य अंतर्गत सभी जिलों के विद्यालयों में आपूर्ति किए गए बेंच-डेस्क, आधारभूत संरचनात्मक कार्यों यथा-प्री फैब स्ट्रक्चर निर्माण, सबमर्सिबल के अधिष्ठापन, मरम्मती इत्यादि कार्यों में हुए अरबों रुपए के घोटाले की सीबीआई से जांच कराने, वर्षों से प्रतिक्षित सभी अनुकंपा आश्रितों की नियुक्ति अविलंब कराने,संवैधानिक अधिकारों के तहत सभी कोटि के शिक्षकों को समान काम के बदले समान वेतन देने सहित 28 सूत्री मांगे है।इस धरना में जिलाध्यक्ष रौशन कुमार, उपाध्यक्ष सुनैना कुमारी, सूचित कुमार, पंकज कुमार, सचिव सुनील कुमार, महासचिव मो0 इरफ़ान मल्लिक, संयुक्त सचिव शशिकांत कुमार वर्मा, अतिउत्तम कुमार, भोली कुमारी, उपसचिव रविरंजन कुमार,संयोजक प्रकाशचंद्र, प्रवक्ता रौशन कुमार(वेन ), कार्यालय सचिव सूरज चौहान,नवीन कुमार सिंह, राकेश कुमार,मथुरा चौधरी, संजीव कुमारी, मिथलेश कुमार, मुकेश कुमार, संतोष कुमार निराला, अजय कुमार, अमरेंद्र कुमार, रेणु कुमारी, मिंकू कुमारी, रूपा कुमारी, संतोष पटेल, हर्षवर्धन, विद्यानन्द निराला, सहित सैंकड़ो शिक्षक उपस्थित थे।
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