|
|
देव वन नक्षत्र वाटिका में जिलाधिकारी लखनऊ श्री विशाख अय्यर जी ने हरि शंकरी वृक्ष के पौधे रोपित किए।
देव वन नक्षत्र वाटिका में जिलाधिकारी लखनऊ श्री विशाख अय्यर जी ने हरि शंकरी वृक्ष के पौधे रोपित किए।
जिलाधिकारी लखनऊ ने किया हरिशंकरी वृक्षारोपण
लखनऊ, [25/09/2025]। जिलाधिकारी लखनऊ श्री विशाख अय्यर ने आज शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि, शतभिषा नक्षत्र एवं अभिजीत मुहूर्त में देववन नक्षत्र वाटिका परिसर में हरिशंकरी पौधों का वृक्षारोपण किया।
इस अवसर पर समाजसेवी श्री के.के. जनार्दन नांबियार के नेतृत्व में पाकड़, बरगद और पीपल के पवित्र वृक्ष लगाए गए। वृक्षारोपण कार्यक्रम के दौरान श्री नांबियार ने जिलाधिकारी महोदय को नक्षत्र वाटिका की विशेषताओं से अवगत कराया। तत्पश्चात जिलाधिकारी महोदय ने पूरे परिसर का निरीक्षण भी किया और पौधारोपण कार्यक्रम को सफलतापूर्वक संपन्न कराया।
कार्यक्रम में क्षेत्रीय नागरिकों की सक्रिय भागीदारी रही। इस अवसर पर पंडित सुमित पांडेय (जिला सदस्य, मानवाधिकार सुरक्षा एवं संरक्षण ऑर्गेनाइजेशन) ने जिलाधिकारी महोदय का पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया और उन्हें अभिमंत्रित किया।
इस अवसर पर सनातन समिति से श्री राम शरण तिवारी, सुश्री प्रीति श्रीवास्तव, श्री सतेंद्र गुप्ता, श्री आर.के. नायर, श्री अरविंद शिवा, रिटायर्ड DFO पी.एस. दुबे, श्री तेज कुमार मिश्रा, श्री सुरेश नायर, सुश्री नंदनी मिश्रा, श्री अजय तिवारी, श्री मनोज मिश्रा, सुश्री प्रज्ञा पवार, डॉ. अनामिका नेगी, मिश्रा टी स्टाल संचालक पंकज मिश्रा तथा फल विक्रेता सुशील कुमार सहित बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के उपरांत प्रसाद वितरण की व्यवस्था मां अन्नपूर्णा रसोई की संचालिका सुश्री कोमल चौधरी द्वारा की गई। देववन नक्षत्र वाटिका के निर्माण कार्य में राजगीर मिस्त्री लखन कुमार, लालू, कमलेश सहित सभी सहयोगी कर्मचारियों का विशेष योगदान रहा।
जिलाधिकारी श्री विशाख अय्यर का मार्गदर्शन
इस अवसर पर जिलाधिकारी महोदय ने उपस्थित नागरिकों को संबोधित करते हुए कहा कि – “पर्यावरण संरक्षण आज के समय की सबसे बड़ी आवश्यकता है। वृक्ष हमारे जीवन का आधार हैं और प्रत्येक नागरिक का यह कर्तव्य है कि वह पौधारोपण के साथ-साथ उसकी देखभाल की भी जिम्मेदारी निभाए। हरिशंकरी वृक्ष केवल पर्यावरण ही नहीं, बल्कि हमारी सनातन संस्कृति और धार्मिक आस्था के प्रतीक भी हैं। हमें आने वाली पीढ़ियों के लिए स्वच्छ वातावरण और हरियाली छोड़ने का संकल्प लेना होगा।”
हरिशंकरी वृक्षारोपण कार्यक्रम ने न केवल पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया, बल्कि सनातन परंपरा और धार्मिक आस्था को भी सशक्त रूप से अभिव्यक्त किया।
Read More
|
|
|