**🌺 शीर्षक
“इंसुलिन का पौधा (Costus igneus) — पंचांग में छिपा मधुरोग-नाशक अमृत”**
पत्ते–फूल–तना–जड़–फल (पंचांग) पर आधारित आपकी विशेष शैली में रचना प्रस्तुत है—
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(१) — पत्ती का अमृत: मधु-मरीचि के रोगों का रक्षक
पत्तियाँ मोटी, हरित-मोमी, जैसे मोदक की शीतल छाँव,
शर्करा-दोष हरें क्षणभर में, इनमें छुपा प्रकृति का गावँ,
कोरोसोलिक अम्ल मिलाकर, देह में रस-धारा बहती,
रक्त-शर्करा संयमित करती, नाड़ी-नाड़ी शक्ति कहती।
कच्ची पत्ती रोज चबाने से, जठराग्नि दहक उठे प्रखर,
टाइप–२ मधुमेह में इसका, योगदान अतुलनीय गंभीर,
पत्ती-चूर्ण गुनगुने जल संग, बनता औषधि का आधार,
इंसुलिन पौधा—धरा का वरदान, रोग हरन में अत्यादर।
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(२) — पुष्प का ताप-नाशक तेज, सर्पिल तने की अद्भुत चाल
नारंगी-स्वर्णिम फूल खिले जब, तन-मन में आशिष भरते,
सूजन, ज्वर और रक्त-विकारों में, पुष्प-कषाय हित करते,
फूलों का अर्क पाचन-सूत्र में, नव जीवन ज्योति जगाए,
अंत:शुद्धि की राह दिखाकर, अग्नि-तत्व को दृढ़ बनाए।
तना इसका सर्पिल वंश, जैसे ऊर्जा की रहस्यमयी डोर,
शरीर-चक्र में संतुलन आरे, थके प्राण हों पुनः चित्त-चोर,
तने का रस लीवर-रक्षक, कफ–वात-दोष को दूर करे,
इंसुलिन प्लांट की प्रत्येक रेखा, मधुरोग-पीड़ा क्षीण करे।
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(३) — जड़ों में गूढ़ प्राण-रस, विष-हरण का गुप्त आधार
जड़ इसकी ओषधि-भंडार, जैसे गंगा की निर्मल धार,
रक्त-विकार, विष-दोष, सूजन में, देती जीवन का उपहार,
जड़-रसायन यकृत बचाए, पित्त-शोधन में लाभ करे,
पाचन-दुर्बलता हर लेती, देह की थकन भी दूर करे।
जड़ से उगते नव अंकुर, जैसे आशा फिर जन्म ले,
गृह-खेती में सरल पनपता, रोगों को हर क्षण हर ले,
प्रकृति जब दे अपना वरदान, तब जड़ से ऊर्जा बहती,
इंसुलिन पौधे की धरणी-सुरभि, सब रोग-पथारी हरती।
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(४) — समग्र पंचांग: रोग-नाश, आयु-वृद्धि का दिव्य विज्ञान
पत्ती-पुष्प-तना-जड़-फल का, पंचांग अद्भुत शक्ति भरे,
मधुमेह, मोटापा, कफ-दोष, रक्त-अवरोधन क्षीण करे,
हृदय-शुद्धि, लिवर-संरक्षण, त्वचा-शोथ सब दूर भगाए,
शरीर-रसायन पूर्ण बनाकर, नव आयु का दीप जलाए।
न डॉक्टर का विकल्प यह है, पर सहायक अनुपम औषधि,
पथ्य, अनुशासन, योग-साधना, संग हो तभी बने समर्थ,
इंसुलिन पौधा—जीवन-दीपक, संतुलन का सत्-संवाद,
मधुरोग-बद्ध मानव के भीतर, जगाता नया विश्वास-प्रसाद।
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डिस्क्लेमर:-
यह रचना कवि 🖌️🖌️ सुरेश पटेल सुरेश की मौलिक छंद-शैली कृति है;
इसके भाव, विचार एवं प्रस्तुति पूर्णतः लेखक के स्वत्वाधिकार में सुरक्षित हैं।
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