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भारत तिब्बत समन्वय संघ के दायित्वधारियों ने की कम समय में बड़ी तैयारी
- राजस्थान के क्रिकेट इतिहास में दशकों बाद बना कीर्तिमान।

जयपुर : ऑल इंडिया लिट्सा कप T-20 क्रिकेट टूर्नामेंट का उद्घाटन गुरुवार को हुआ जो कि जगत लिट्सा स्पोर्ट्स एवं भारत तिब्बत समन्वय संघ के संयुक्त तत्वावधान में, रेलवे स्टेडियम जयपुर में आयोजित की गई है। राष्ट्रीय स्तर के इस टूर्नामेंट में बृहस्पतिवार को कार्यक्रम के मुख्य अतिथि भुवनेश शर्मा, चेयरमैन, बार काउंसिल आफ़ राजस्थान एवं विशिष्ट अतिथि ओंकार सिंह, चीफ सिक्योरिटी कमिश्नर, आरपीएफ, जयपुर डिवीज़न ने सारे खिलाड़ियों से मुलाक़ात की और टॉस करवाया । आज के दिन दो मैच हुए:
मैच नं. 1 — VATS स्पोर्ट्स क्रिकेट अकैडमी बनाम KD ट्रैवल्स फ़रीदाबाद
टॉस: KD ट्रैवल्स ने टॉस जीता और पहले गेंदबाज़ी करने का निर्णय लिया।
VATS स्पोर्ट्स अकैडमी – 105/7 (20 ओवर में)
• कुशलेंद्र – 30 रन (26 गेंद)
• विनय कुमार – 19 रन (16 गेंद)
• साहिल दत्ता – 19/3
• राहुल डागर – 16/2
KD ट्रैवल्स – 106/1 (10.3 ओवर में)
• राहुल डागर – 45 रन (21 गेंद)
• आकाश अंटिल – 43 रन (28 गेंद)
• अंकित शर्मा – 33/1
परिणाम: KD ट्रैवल्स फ़रीदाबाद 9 विकेट से जीता।
मैच नं. 2 — 3S क्लब गाज़ियाबाद बनाम जयपुरिया क्रिकेट अकैडमी
टॉस: 3S क्लब ने टॉस जीता और पहले गेंदबाज़ी करने का निर्णय लिया।
जयपुरिया अकैडमी – 215/6 (20 ओवर में)
• तोशित भाटिया –78रन(38गेंद)
• पार्थ यादव – 39 रन (25 गेंद)
• यशवंत झा- 36(17)
• मो. आरिफ़ – 3/13
• स्वरित यादव – 46/2
3S क्लब – 154/10 (19.3 ओवर में)
• युधवीर – 48 रन (23 गेंद)
• रजत सिंह – 46 रन (27 गेंद)
• स्वप्निल चैधरी – 28/3
• करन– 33/3
परिणाम: जयपुरिया अकैडमी 61 रनों से जीती।

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धार नारायण मारू
सुचना अनुसार दिनांक 08.12.2025 को शाम के समय 02 संदिग्ध व्यक्ति मोटर साईकल से आये। जिसमें एक व्यक्ति के हाथ में बडी प्लास्टिक की थैली थी। सुचना वन्यजीव तस्करी की थी। वन स्टाफॅ द्वारा दोनों को रोकने की कोशिश की गई। जिसमें एक व्यक्ति भीड का फायदा उठा कर मौके से फरार हो गया वही दुसरे व्यक्ति को वन स्टाफें द्वारा रोक लिया गया। पुछताछ करने पर उसने अपना नाम प्रदीप पिता भगवानसिंह वड़ियावार बताया एवं फरार व्यक्ति का नाम श्याम पिता बाबुलाल दोनों ग्राम खेरवास के निवासी है एवं आपस में रिश्ते में भाई है। हम दोनों सांप को खेरवास से राजोद तक मोटर साईकल से लेकर आये थे। श्याम की किसी व्यक्ति से सांप को बेचने की बात हो रही थी। मौके से जप्त थैली को खोला गया जिसके भीतर गहरे लाल एवं चाकलेटी रंग का सांप जो लगभग 04 फिट लम्बा था, पाया गया। अवलोकन करने पर पता चला उक्त सांप रेड सेण्ड बोआ है, जो वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम, 1972 के तहत शेड्यूल्ड-1 अंतर्गत सरीसृप प्रजाति में लिस्टेड संरक्षित श्रेणी का वन्यजीव है, जिसका वैज्ञानिक नाम इरिक्स जोहनी है। मौका स्थल से सांप की थैली और अपराध में कारीत बाईक को जप्त किया एवं आरोपी को पुछताछ हेतु वन परिक्षेत्र कार्यालय सरदारपुर लाया गया। जप्त सांप को सुरक्षित स्नेक बाक्स में रखकर वेटनरी डॉक्टर श्री गामड़ से स्वास्थ्य परिक्षण करवाया गया। पुछताछ में प्रथम दृष्टया प्रदीप एवं श्याम का अपराध में संलिप्त होना पाया गया। नियमानुसार वन अपराध प्रकरण दर्ज कर प्रदीप को गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय सरदारपुर में पेश किया गया जहां से न्यायिक अभिरक्षा में रखा गया है। एवं न्यायालय के आदेशानुसार जप्त रेड सेण्ड बोआ को सुरक्षित प्राकृतिक स्थल में छोड़ दिया गया है। सतोष कुमार रनशौरे एस.डी.ओ. सरदारपुर द्वारा बताया गया उक्त सांप विषहीन होता है एवं अंध विश्वास एवं गलत मान्यताओं के कारण सर्वाधिक तस्करी किया जाने वाला वन्यजीव बन गया है। उक्त कार्यवाही में विक्रमसिंह निनामा, जोगडसिंह जमरा, मनीषपाल राठोर, अनिल कटारे, मनीष पंवार एवं जुबेरखान द्वारा प्रभावी कार्यवाही की गई। रेंजर सरदारपुर शैलेन्द्र सोलंकी ने बताया की रेड सेंड बोआ एक सीधा साधा पर्यावरण संतुलन बनाए रखने वाला वन्यजीव है जिसे पकडना, बेचना या शिकार करना गंभीर अपराध की श्रेणी में है। इसके साथ ही लोगो से अपील की गई है कि ऐसा कोई कृत्य ना करे एवं कोई भी घटना संज्ञान में आए त

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सारणी। औद्योगिक नगरी सारणी में अपराधियों ने लूट और ठगी का एक नया और बेहद शातिर तरीका अपनाया है। खुद को सीबीआई (CBI) अधिकारी बताकर अज्ञात बदमाशों ने दिनदहाड़े एक सेवानिवृत्त कर्मचारी को अपनी बातों के जाल में फंसाया और लाखों रुपये के सोने के जेवरात लेकर रफूचक्कर हो गए। घटना गुरुवार दोपहर की है, जिसने शहर की सुरक्षा व्यवस्था और नागरिकों की जागरूकता पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

क्या है पूरा मामला?

घटना गुरुवार दोपहर लगभग 1:30 बजे की है। पीड़ित सेवानिवृत्त कर्मचारी प्रयागराव धोटे निवासी सपर– ई 528 सारणी किसी निजी कार्य से नगरपालिका चौक जा रहे थे। इस दौरान वे शॉपिंग सेंटर के पास अपने मित्र तुलसी का इंतजार करने के लिए रुके। तभी दो अज्ञात व्यक्ति उनके पास पहुंचे। उन्होंने खुद को सीबीआई अधिकारी बताते हुए रौबदार आवाज में किसी 'पूरन सिंह' का पता पूछा। बुजुर्ग ने जानकारी न होने की बात कही और अपने मित्र तुलसी के आने पर उनके साथ वहां से निकल गए।

लेकिन ठगों ने उनका पीछा नहीं छोड़ा। जैसे ही बुजुर्ग अपने मित्र के साथ नए बस स्टैंड स्थित शिव मंदिर के पास पहुंचे, उन 'फर्जी अधिकारियों' ने उन्हें दोबारा रोक लिया।

डर दिखाया और हाथ की सफाई कर पत्थर थमा गए

बदमाशों ने बुजुर्ग को धमकाते हुए कहा, हमें देखकर क्यों भाग रहे थे"शहर में चोरियां बहुत बढ़ गई हैं, सुरक्षा को लेकर सख्ती है। आपने इतना सोना क्यों पहन रखा है? इसे उतारकर संभाल लीजिए।"

इसी दौरान नाटक को असली रूप देने के लिए दो अन्य व्यक्ति बाइक पर आए (जो संभवतः गिरोह का ही हिस्सा थे)। उन्होंने डरने का नाटक करते हुए अपने जेवर उतारे और उन फर्जी अधिकारियों को सौंप दिए। यह देख बुजुर्ग भी झांसे में आ गए। ठगों ने बुजुर्ग के गले से सोने की चेन और हाथ की अंगूठी उतरवाई। फिर बड़ी चालाकी से उसे एक कागज में लपेटा और रुमाल में बांधकर बुजुर्ग को वापस थमा दिया। जाते-जाते उन्होंने हिदायत दी, "इसे अभी मत पहनना, आगे खतरा है।"

ठगों के जाने के बाद, घबराए हुए बुजुर्ग अपने मित्र तुलसी के साथ थोड़ा आगे बढ़े। जब उन्होंने रुमाल खोलकर कागज की पुड़िया जांची, तो उनके होश उड़ गए। उसमें जेवर की जगह पत्थर और कंकड़ बंधे हुए थे।

ठगी का अहसास होते ही पीड़ित ने तत्काल सारणी थाने में शिकायत दर्ज कराई। सूचना मिलते ही पुलिस हरकत में आई और घटनास्थल का मुआयना किया। पुलिस द्वारा आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाले जा रहे हैं ताकि आरोपियों की पहचान की जा सके।

नागरिक सुरक्षा और जागरूकता 

पार्षद एवं समाजसेवी किरण झरबड़े का कहना है कि इस घटना ने यह साबित कर दिया है कि अब सतर्कता ही सुरक्षा है। शहर में फेरी लगाने वाले, किसी ट्रस्ट के नाम पर चंदा मांगने वाले, या झुंड में घूमकर आस्था के नाम पर भिक्षावृत्ति करने वाले लोगों की आमद बढ़ गई है। प्रशासन और जनता को अब सख्त कदम उठाने होंगे। शहर में बिना पुलिस एंट्री और सत्यापन के घूम रहे संदिग्धों, फेरीवालों और भिक्षावृत्ति करने वाले गिरोहों पर लगाम कसी जाए। बाहरी व्यक्तियों की थाने में एंट्री होना अति आवश्यक है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।

आम नागरिकों के लिए आवश्यक निर्देश:

आईडी कार्ड मांगना आपका हक है: कोई भी अनजान व्यक्ति, चाहे वह पुलिस की वर्दी में हो या किसी संस्था का प्रतिनिधि बनकर आए, बिना हिचकिचाहट के उसका 'आईडी कार्ड' (ID Card) मांगें।

थाने का अनुमति पत्र: फेरी वाले या बाहर से आए अनजान लोगों से स्थानीय थाने का 'वेरिफिकेशन लेटर' या अनुमति पत्र मांगना हर नागरिक का अधिकार है।

सत्यापन है जरूरी: बिना पुलिस वेरिफिकेशन के किसी भी अनजान व्यक्ति के साथ कोई भी जानकारी साझा न करें और न ही उन पर भरोसा करें।

संदेह होने पर 112 डायल करें: यदि कोई व्यक्ति आईडी दिखाने में आनाकानी करे या डराने की कोशिश करे, तो तुरंत पुलिस को सूचित करें।

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KOTA | अभिभाषक परिषद कोटा के आगामी चुनाव में इस बार मुकाबला बेहद रोचक हो गया है। तीन सीनियर और एक जूनियर उम्मीदवार के बीच कड़ा संघर्ष दिखाई दे रहा है, वहीं अधिवक्ताओं का यह स्पष्ट मत है कि संगठन को नए विचारों और युवा नेतृत्व की आवश्यकता है। अधिवक्ताओं का कहना है कि अब ऐसे लोगों को मौका मिलना चाहिए जो केवल चुनावी समय में बड़े वादे न करें, बल्कि पूरे कार्यकाल में सक्रिय रहकर संगठन को मजबूत बनाएं। उनका मानना है कि लंबा अनुभव हमेशा निर्णायक नहीं होता, बल्कि हौंसला, व्यवहारिकता और पारदर्शी नेतृत्व ही सही पहचान है।

वर्तमान परिस्थितियों में पूरा चुनाव माहौल साइलेंट मोड में है और यह कहना मुश्किल है कि ऊंट किस करवट बैठेगा, लेकिन ताजा सर्वे रिपोर्ट में युवा, महिलाएं और अनुभवी अधिवक्ता खुलकर पूर्व उपाध्यक्ष अतीश सक्सेना के समर्थन में दिखाई दे रहे हैं। चुनावी मैदान में गोपाल दत्त शर्मा, जो पूर्व में एक बार चुनाव हार चुके हैं; बृजराज सिंह, जो अध्यक्ष पद संभाल चुके हैं; और भारत सिंह अडसेला, जो अचानक चर्चा में आए हैं, अपनी-अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं। वहीं अतीश सक्सेना अपने तुर्क वक्तव्य, बेबाक अंदाज और लगातार सक्रिय भूमिका के कारण सबसे अलग पहचान बना रहे हैं।

हालांकि बाहरी दावों में गोपाल दत्त शर्मा और भारत सिंह अडसेला के बीच कड़ी टक्कर बताई जा रही है, लेकिन भीतरखाने चर्चाओं में यह माना जा रहा है कि इस बार अतीश सक्सेना एक बड़ा बदलाव ला सकते हैं। अब यह बदलाव वास्तविक रूप लेता है या नहीं, इसका निर्णय आगामी परिणाम बताएंगे।

12 दिसंबर शुक्रवार को सुबह 10 बजे से दोपहर 3 बजे तक मतदान होगा और 13 दिसंबर को मतगणना निर्धारित है। चुनाव के अंतिम दौर में सभी उम्मीदवार अपनी पूरी ताकत झोंक चुके हैं और पूरे परिसर में चुनावी माहौल चरम पर पहुंच चुका है।

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बीकानेर।We Are Foundation द्वारा सामाजिक जिम्मेदारी के तहत आज जरूरतमंद परिवार की बेटी के विवाह हेतु विशेष आर्थिक एवं सामग्री आधारित सहायता प्रदान की गई। फाउंडेशन की ओर से विवाह में सहयोग के रूप में 15 साड़ियाँ, 4 पेंट शर्ट, सोने की लॉन्ग, बिछिया आर्टिफिशियल सेट, चूड़ा, कंबल, स्वेटर , चप्पल सैंडल, चादरें, कैश लिफाफा ,बर्तन, प्रेस, गर्म केतली . हैनड बलेडर‌ , लहंगा पर्स,गिफ्ट तथा अन्य आवश्यक गृह-उपयोगी सामग्री प्रदान की गई।संस्था की फ़ाउंडर, डायरेक्टर एवं चेयरपर्सन अर्चना सक्सेना ने इस अवसर पर कहा कि “कन्या के विवाह में सहयोग देना केवल एक सामाजिक परंपरा नहीं, बल्कि मानवीय संवेदना का सर्वोच्च स्वरूप है। कन्यादान को हिंदू संस्कृति में महादान कहा गया है, क्योंकि यह सिर्फ एक कन्या का विवाह ही नहीं, बल्कि दो परिवारों को जोड़ने, एक नई जीवन यात्रा को संवारने और समाज में प्रेम व सद्भाव का संदेश फैलाने का पवित्र कार्य है। जिस परिवार की बेटी का विवाह हो रहा है, उसकी खुशियों में सहभागी बनना अत्यंत पुण्य का कार्य है।”इस सेवा कार्य में संस्था की को डायरेक्ट अलका पारीक सहित प्रदीप तंवर, कविता तंवर, प्रेम सेवग, राखी रावत, मोहिनी शर्मा,चंदा सुराणा, संगीता तंवर, अंजू जी ,ललिता कालरा लक्ष्मी पंवार, मनशाआदि ने विशेष रूप से सहयोग प्रदान किया। कार्यक्रम में उपस्थित सभी सदस्यों ने नवविवाहिता के सुखद भविष्य की मंगलकामनाएँ करते हुए कहा कि We Are Foundation आगे भी इसी प्रकार जरूरतमंद परिवारों के साथ खड़ा होकर समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए सतत प्रयास करता रहेगा।

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खेल विद्यार्थियों की स्वास्थ्य सुरक्षा पर फोकस: डॉ. आरिफ का विस्तृत मार्गदर्शन, 212 छात्रों को मिला लाभ

विधायक जेठानंद व्यास ने खिलाड़ियों की जरूरतों को दिया समर्थन, कहा इसके लिए राज्य सरकार की ओर से होंगे सकारात्मक प्रयास

खेल स्वास्थ्य पर लोकराग फाउंडेशन तथा रोटरी रॉयल्स का विशिस्ट आयोजन, विशेषज्ञ सलाह और संसाधनों पर हुयी खुली चर्चा

बीकानेर, 11 दिसंबर। लोकराग फाउंडेशन और रोटरी क्लब बीकानेर रॉयल्स द्वारा स्वास्थ्य जागरूकता अभियान निरामय के तहत आयोजित स्पोर्ट्स इंजरी अवेयरनेस ड्राइव में 212 खेल विद्यार्थियों ने खेल चोटों की पहचान, प्राथमिक उपचार और रोकथाम के तरीकों पर विस्तृत प्रशिक्षण प्राप्त किया।


मुख्य वक्ता हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. मोहम्मद आरिफ ने खिलाड़ियों से कहा कि किसी भी दर्द, खिंचाव या चोट को हल्के में न लें और चिकित्सकीय मार्गदर्शन के बिना अभ्यास जारी करना नुकसानदायक हो सकता है। उन्होंने बाजार में मिलने वाले प्रोटीन सप्लीमेंट्स के अनियंत्रित उपयोग से बचने, अनधिकृत व्यक्तियों की सलाह न लेने और केवल विशेषज्ञ चिकित्सक से ही परामर्श करने पर बल दिया। उनके अनुसार चोट का उपचार खिलाड़ी की शारीरिक संरचना के अनुसार ही प्रभावी होता है, इसलिए विशेषज्ञ की राय अनिवार्य है।

डॉ. आरिफ ने अपने विस्तृत उद्बोधन में स्प्रेन और स्ट्रेन जैसी आम चोटों की पहचान, RICE पद्धति में आइस के सही समय पर उपयोग, बर्फ व गर्म सेंक के उपयुक्त चरण, वार्म-अप की आवश्यकता और ओवरयूज़ इंजरी के कारणों को सरल भाषा में समझाया। उन्होंने खिलाड़ियों को बताया कि दर्द की अनदेखी चोट को गहरा कर सकती है, गलत तकनीक जोखिम बढ़ाती है और गंभीर चोट के मामलों में स्पोर्ट्स डॉक्टर की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। घुटने की आम चोटें, सही जूतों से एंकल इंजरी की रोकथाम, कंकशन के लक्षण दिखने पर तुरंत खेल रोकना और कंधे की सुरक्षा के उपाय भी उन्होंने विस्तार से साझा किए। उन्होंने कहा कि आराम रिकवरी की मुख्य कड़ी है और मैदान पर वापसी केवल चिकित्सकीय अनुमति के बाद ही होनी चाहिए।

कार्यक्रम में बीकानेर पश्चिम के विधायक जेठानंद व्यास मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। उन्होंने खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि वर्तमान में खेल विद्यार्थियों को प्रतिदिन 122 रुपये की जो डाइट राशि मिलती है, उसको अपर्याप्त मानते हुवे उन्होंने इसे बढ़ाकर 200 रुपये से अधिक करने की आवश्यकता जताई और विधानसभा में इस मुद्दे को उठाने का आश्वासन दिया। विधायक व्यास ने बीकानेर में खेल विश्वविद्यालय स्थापित करने के प्रयासों का उल्लेख किया तथा राज्य सरकार द्वारा खेल कॉलेज की अनुशंसा होने की जानकारी भी दी। उन्होंने कोठारी अस्पताल के चिकित्सक डॉ मो आरिफ, लोकराग फाउंडेशन, रोटरी क्लब बीकानेर रॉयल्स और शाला प्रबंधकों के साथ कार्यक्रम में जुड़े सभी सहयोगियों की पहल को सराहा।

लोक राग फाउंडेशन के डायरेक्टर योगेश खत्री ने बताया कि फाउंडेशन समाज के विभिन्न वर्गों के लिए विशेष जागरूकता अभियान चला रहा है और विद्यालयों में विषय विशेषज्ञों के माध्यम से बच्चों को विषयानुसार जागरूक किया जा रहा है। कार्यक्रम में स्पोर्ट्स स्कूल के प्राचार्य अजयपाल सिंह शेखावत ने कहा कि डॉ. आरिफ द्वारा साझा की गई जानकारी खिलाड़ियों को जीवनभर सही निर्णय लेने में मदद करेगी और अज्ञानता में होने वाली गलतियों को रोकने में सहायक होगी।

छात्रावास व खेल विभाग के उप प्रधानाचार्य विक्रम सिंह ने अपने उद्संबोधन में साधनों और खिलाड़ियों की डाइट से जुड़े मुद्दों की ओर ध्यान आकर्षित किया, जिन पर विधायक व्यास ने सकारात्मक पहल का भरोसा दिया। विक्रम सिंह ने छात्रों की नियमित देखरेख और विषय विशेषज्ञों के निरंतर संवाद की आवश्यकता पर भी जोर दिया।

लोकराग फाउंडेशन के योगेश खत्री ने बताया कि निरामय स्वास्थ्य जागरूकता अभियान शहर के अनुभवी चिकित्सकों के साथ मिलकर लगातार संचालित किया जा रहा है और इसका उद्देश्य छात्रों को वैज्ञानिक व सुरक्षित दृष्टिकोण देना है। कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन से हुई। मंचस्थ अतिथियों का स्वागत सुरेंद्र कुमार पुरोहित, प्रकाश सारस्वत, विजय तोलिया, प्रशांत अचार्य, गिरधारी गोदारा, कल्पना मैडम, सुभाष बढ़िया, सुनील दत्त रंगा, सुभाष गोदारा, सुमन भादू, प्रदीप गहलोत, कालूराम तथा घोष अहमद द्वारा माल्यार्पण कर किया गया।

समापन पर लोकराग फाउंडेशन की ओर से नरेश मारू, निखिल स्वामी और प्रेमपाल ने विधायक जेठानंद व्यास, मुख्य वक्ता डॉ. मोहम्मद आरिफ तथा विद्यालय परिवार के डॉ. विक्रम सिंह को स्मृति चिन्ह और शॉल भेंट कर सम्मानित किया। आयोजन का संचालन फाउंडेशन के डायरेक्टर रोटे आनंद आचार्य ने किया।

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