
जयगुरुदेव का नाम लेने वाले होंगे भव से पार : महाराज पंकज जी
★संवाददाता : विजय अवस्थी★
हरियावाँ(हरदोई)। क्षेत्र के कपुरापुर चैधी में पंकज जी महाराज की 86 दिवसीय शाकाहार-सदाचार मद्यनिषेध आध्यात्मिक जनजागरण यात्रा का छत्तीसवाँ पड़ाव पड़ा। श्रद्धालुओं को सम्बोधित करते हुये बाबा पंकज जी ने कहा सौभाग्य से मनुष्य शरीर की प्राप्ति का बड़ा वरदान मिल गया। समय रहते हुये अपनी जीवात्मा के कल्याण पर विचार कीजिये। जैसे आप स्वप्न देखते हैं तो वह सच मालूम होता है लेकिन जब जागते हैं तो मालूम होता है स्वप्न था। इसी प्रकार यह दुनिया दस-बीस सौ साल का स्वप्न है। जिस दिन मृत्यु का समय आयेगा। आप रोयेंगे, पछतायेंगे कि हमने आत्म कल्याण के लिये कुछ नहीं किया। डाक्टर, बैद्य, परिवार वाले सब खड़े रहेंगे कोई सहायता नहीं कर सकता। सहायता तो अन्त समय में सन्त सत्गुरु ही करते हैं। इसीलिये हमारे गुरु महाराज बाबा जयगुरुदेव जी ने आवाज लगाई ‘‘ऐ इन्सानों! तुम अपने दीन-ईमान पर वापस आ जाओ, इस मनुष्य मन्दिर में बैठकर भवागन की सच्ची पूजा करो ताकि आप की आत्मा नर्कों में जाने से बच जाय।’’ लोक-परलोक दोनों बनायें। यह जयगुरुदेव नाम समय का जागृत व सिद्धनाम है। इस नाम जहाज पर जितने जीव चढ़ जायेंगे वे भवसागर से पार हो जायेंगे।
उन्होंने कहा वर्तमान में समाज में व्याप्त हिंसा, अपराध की प्रवृत्ति अशुद्ध खान-पान और सन्तों, महात्माओं की शिक्षा से दूर होने के कारण है। हमारी आप सबसे प्रार्थना है मांसाहार व शराब छोड़कर शाकाहारी-सदाचारी बनें। अच्छे समाज के निर्माण में भागीदार बनें। भगवान के भजन से रोजी-रोटी में बरकत मिलेगी। जीवन सुखमय चलेगा। इस अवसर पर अनिल कुमार, रजनीश, यदुराम, मृत्युन्जय राय आदि मौजूद रहे। ब्लाक प्रमुख मुनेन्द्र सिंह, प्रधान कौशल का आयोजन में सहयोग रहा। व्यवस्था में पुलिस प्रशासन ने सहयोग किया।