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नई दिल्ली,सूत्रराजधानी दिल्ली सोमवार शाम उस वक्त दहल गई जब ऐतिहासिक लाल क़िले के पास ट्रैफिक सिग्नल पर खड़ी एक कार में ज़ोरदार विस्फोट हुआ। धमाका इतना भीषण था कि आसपास खड़ी कई गाड़ियां चपेट में आ गईं और सड़क का एक बड़ा हिस्सा तहस-नहस हो गया।पुलिस और राहत दलों के मुताबिक अब तक 13 लोगों की मौत और 20 से अधिक घायल होने की पुष्टि हुई है। घायलों को पास के एलएनजेपी और सब्ज़ी मंडी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जिनमें कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है।प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि “अचानक तेज़ धमाका हुआ, कुछ समझ ही नहीं आया, धुआं और आग चारों तरफ फैल गई।” आसपास की दुकानों के शीशे टूट गए और लोगों में अफरातफरी मच गई।दिल्ली पुलिस ने इलाके को घेरकर जांच शुरू कर दी है। शुरुआती रिपोर्टों के अनुसार कार में ऐमोनीयम नाइट्रेट जैसे विस्फोटक पदार्थ का इस्तेमाल किया गया था। इस मामले में एक संदिग्ध को जम्मू-कश्मीर से हिरासत में लिया गया है।केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को जांच सौंप दी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह ने घटना पर गहरा दुख जताया और पीड़ित परिवारों को सहायता देने का भरोसा दिलाया।दिल्ली के पुलिस आयुक्त ने कहा कि “यह एक सुनियोजित साजिश लगती है। हम हर एंगल से जांच कर रहे हैं।” राजधानी समेत देश के अन्य प्रमुख शहरों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है।यह धमाका ऐसे समय में हुआ जब दिल्ली में त्योहारों का मौसम चल रहा है और बाजारों में भारी भीड़ थी। घटना के बाद इलाके में लंबे समय तक यातायात ठप रहा और लोग दहशत में घरों को लौट गए।दिल्ली इससे पहले भी कई बार आतंकवादी हमलों की चपेट में आ चुकी है। 2005 और 2008 के सिलसिलेवार बम धमाकों की यादें अभी भी ताज़ा हैं।अधिकारियों का कहना है कि जांच पूरी होने तक किसी निष्कर्ष पर पहुँचना जल्दबाज़ी होगी, लेकिन यह साफ है कि दिल्ली की सुरक्षा-व्यवस्था पर बड़ा सवाल खड़ा हो गया है।

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बनखेड़ी। ठैनी निवासी राजेंद्र चौधरी एवं भैरोपुर निवासी दुर्गेश पटेल कांग्रेस परिवार के संगठन सृजन अभियान कार्यक्रम पचमढ़ी में प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी की मौजूदगी मैं पुनः कांग्रेस में शामिल हुए। दोनों युवा नेताओं ने लोकसभा चुनाव के समय भाजपा ज्वाइन करली थी परंतु प्रदेश सरकार की किसान विरोधी नीतियों और खाद के लिए परेशान हो रहे है किसानों के दर्द को देखते हुए दोनों ने पुनः कांग्रेस में शामिल होकर किसानों के हित के लिए संघर्ष करने का निर्णय लिया है। इस अवसर पर जयवर्धन सिंह, संजू शर्मा , जिला अध्यक्ष गुड्डन पांडे, राजा पलिया,
राजेंद्र शर्मा, खेल किशोर चौधरी, आनंद पलिया, श्रीमंत पटेल,संजू शुक्ला, इंद्रजीत पटेल पंकज पजापति आदि ने उनके पुनः कांग्रेस में शामिल होने पर स्वागत किया एवं बधाई व शुभकामनाएं दीं।

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🚧 पुलिया निर्माण: ग्राम पंचायत उज्ञाव एक साल बाद भी मजदूरी का भुगतान नहीं!?
ग्रामीणों का रोष चरम पर:? पुलिया निर्माण की मजदूरी का भुगतान दीर्घकाल से लंबित! सचिव पर लग रहे उदासीनता के आरोप?
🚧 ग्रामीणों का रोष चरम पर: पुलिया निर्माण की मजदूरी का भुगतान दीर्घकाल से लंबित! सचिव पर लग रहे उदासीनता के आरोप
क्षेत्र के निवासियों का आक्रोश अपनी चरम सीमा पर है। ग्राम पंचायत उज्ञाव में एक वर्ष से अधिक समय पूर्व पुलिया का निर्माण कार्य संपन्न हो चुका है, किंतु इसमें कार्यरत श्रमिकों को उनकी परिश्रम का पारिश्रमिक अभी तक प्राप्त नहीं हुआ है।?
!ग्रामीणों ने यह गंभीर आरोप लगाया है कि इस दीर्घकालिक विलंब के लिए ग्राम पंचायत के सचिव पूर्णतः उत्तरदायी हैं और उनकी अकर्मण्यता के कारण मेहनतकश जनता को आर्थिक कष्ट झेलना पड़ रहा है।?
⏳ एक वर्ष से अधिक का विलंब?
स्थानीय ग्रामीणों के कथनानुसार, पुलिया निर्माण का कार्य एक वर्ष से भी पहले समाप्त हो गया था। यह निर्माण कार्य गाँव की बुनियादी सुविधाओं के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण था, और ग्रामीणों ने उत्साह के साथ इसमें श्रमदान किया था। किंतु, निर्माण के पूर्ण होने के बावजूद, उनकी मेहनत का फल उन्हें आज तक नहीं मिला है।?
यह स्थिति न केवल न्याय के सिद्धांतों का उल्लंघन है, बल्कि ग्रामीणों के प्रति प्रशासनिक संवेदनशीलता की भी पोल खोलती है।
👤 सचिव पर उदासीनता का आरोप
की जनता ने इस पूरे मामले में ग्राम पंचायत सचिव की भूमिका पर तीव्र आपत्ति जताई है। उनका स्पष्ट आरोप है कि सचिव की उदासीनता, लापरवाही और कर्तव्यनिष्ठा में कमी के कारण ही भुगतान की प्रक्रिया अवरुद्ध पड़ी है।?
ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने अनेक बार सचिव से संपर्क साधा, किंतु हर बार उन्हें केवल आश्वासन ही मिला, और वास्तविक धरातल पर कोई ठोस प्रगति नहीं हुई।
इस अमानवीय विलंब के कारण अनेक परिवारों को आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है। मेहनतकश वर्ग का यह परिश्रम उनका जीवनयापन का मूल आधार होता है, और भुगतान का अटकाव उनके दैनिक जीवन को गहन रूप से प्रभावित कर रहा है।
📢 उज्ञाव की माँग: तत्काल हस्तक्षेप और कार्रवाई?
के उज्ञाव ने उच्चाधिकारियों से इस संपूर्ण प्रकरण में तत्काल हस्तक्षेप करने और सचिव के विरुद्ध कड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई करने की पुरजोर माँग की है। उनकी माँग है कि श्रमिकों का लंबित पारिश्रमिक बिना किसी अतिरिक्त विलंब के शीघ्र अति शीघ्र जारी किया जाए, ताकि न्याय की स्थापना हो सके।?
यह निंदनीय स्थिति प्रशासनिक ढाँचे में मौजूद त्रुटियों को उजागर करती है और पारदर्शिता तथा जवाबदेही के सिद्धांतों पर एक प्रश्नचिह्न लगाती है।?
ग्राम पंचायत उज्ञाव
एक साल बाद भी मजदूरी का भुगतान नहीं!?
खबर/जन-जन की आवाज

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షార్జా యూఏఈ: కామారెడ్డి (జిల్లా) అయిలాపూర్ గ్రామం, లింగంపెట్: వివరాల్లోకి వెళితే గ్రామానికి చెందిన మన్నె సంగమేశ్వరు (39) గల్ఫ్ ఉపాధి నిమిత్తం షార్జా లో ఏడది నర కిందట వచ్చి కార్మికునిగా పనిచేస్తున్న సంగమేశ్వర్ కు (భార్య) ఇద్దరు కుమారులు, కుటుంబ ఆర్థిక స్థోమత చినంత.. పని చేసే చోట ఆత్మహత్య చేసుకున్నాడు. 10-10-2025 రోజున ఈ సమాచారాన్ని వాళ్ళ కుటుంబసభ్యులుకు తెలిపారు. అతని మిత్రులు మన్నె సాయిలు.. "భారత్ సేవా సమితి దుబాయ్" బొమ్మ ప్రవీణ్ ను సంప్రదించగా కంపెనీ తో మాట్లాడి ఇంటి దగ్గర నుంచి అధికార ద్రువీకరణ పత్రాలు తెప్పించి, ఈ రోజు షార్జా నుండి హైదరాబాద్ 11.11.2025 నాడు మన్నె సంగమేశ్వర్ మృతదేహన్ని వారి స్వగ్రామంకు బయలుదేరుతుంది .. కంపెనీ వారి సహాయం మరియు "భారత్ సేవా సమితి సభ్యులు మృతదేహాన్ని తరలించేందుకు సహాయం చేశారు. కంచర్ల శ్రీనివాస్ రెడ్డి ప్రత్యేక చొరవతో హైదరాబాద్ నుంచి అయిలాపూర్ కు అంబులెన్స్ ని ఏర్పాటు చేశారు.
బొమ్మ ప్రవీణ్ .
బారత్ సేవా సమితి దుబాయ్ యూఏఈ.

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अमरावतीमध्ये एक थरारक घटनाक्रम घडला असून आश्चर्याची बाब म्हणजे हल्लेखोर चक्क ड्रोन व्हिडीओमध्ये कैद झाला आहे. येथील बडनेरा रोडवरील साहिल लॉनमध्ये सुरू असलेल्या लग्नसमारंभात रात्री अचानक नवरदेवावर काही इसमांनी हल्ला केला. या हल्ल्यात नवरदेव गंभीर जखमी झाला असून त्याच्यावर सध्या उपचार सुरु आहेत. मात्र हल्ल्याचा संपूर्ण थरार लग्नाच्या शुटींगसाठी वापरण्यात आलेल्या ड्रोन कॅमेरात कैद झालाय.

नवरदेवावर हल्ला

अमरावतीच्या बडनेरा रोडवरील साहिल लॉनमध्ये सुरू असलेल्या लग्नसमारंभात काल रात्री अचानक गोंधळ उडाला. साहिल लॉन येथे बडनेरा येथील सुजलराम समुद्रे या तरुणाचा विवाहसमारंभ सुरू असताना या लग्न समारंभात एक विचित्र प्रकार घडला. दोन युवकांनी नवरदेव सुजलराम समुद्रे याच्यावर धारदार चाकूने हल्ला केला. या हल्ल्याचे ड्रोन व्हिडिओ 'झी 24 तास'च्या हाती आलेत.

बायको बेशुद्ध पडली

अचानक झालेल्या या हल्ल्यात नवरदेव सुजलराम जखमी झाला. नवऱ्याला रक्ताच्या थारोळ्यात पाहून नववधू जागेवर चक्कर येऊन पडली. मुलावर हल्ला झाल्याचं पाहताच नवरदेवाचे वडील आरोपींना पकडायला त्यांच्या मागे धावले.

नवरदेवाच्या वडिलांनी केला पाठलाग

अगदी मंडपाच्या बाहेरपर्यंत नवरदेवाच्या वडिलांनी हल्लेखोरांचा पाठलाग केला. मात्र नवरदेवाचे वडील आपल्या पाठी येत असल्याचं पाहून हल्लेखोरांनी त्यांच्यावर देखील हल्ला करण्याचा प्रयत्न केला. हा प्रयत्नही ड्रोन कॅमेरामध्ये कैद झाला आहे. दोन हल्लेखोर आरोपी दुचाकी वाहनावर बसून पळून गेले. मात्र हल्ला झाल्यापासून ते अगदी बाईकवर बसून हायवेवरुन पळून गेलेल्या हल्लेखोरांचा संपूर्ण व्हिडिओ ड्रोन कॅमेरात कैद झाला.
नक्की वाचा >> सांगलीत मुळशी पॅटर्न स्टाइल मर्डर! वाढदिवसाच्या सेलिब्रेशनदरम्यान स्टेजवरच दलित महासंघाच्या प्रमुखाला...

नवरदेव गंभीर जखमी

या हल्ल्यात नवरदेव गंभीर जखमी झाला असून त्याला तातडीने उपचारासाठी रिम्स रुग्णालयात दाखल करण्यात आले आहे. घटनेनंतर लग्नसमारंभात एकच खळबळ उडाली. माहिती मिळताच बडनेरा पोलिस घटनास्थळी दाखल झाले आणि तपास सुरू केला आहे. प्राप्त माहितीनुसार जखमी सुजल समुद्रे हा टिळक नगर परिसरातील रहिवासी आहे. या घटनेमुळे परिसरात तणावाचे वातावरण निर्माण झाले असून पोलिसांनी आरोपींचा शोध सुरू केला आहे.

परिसरात एकच खळबळ

या आरोपीचा शोध आता बडनेरा पोलीस घेत असून यापूर्वी देखील बडनेरा पोलीस ठाण्याच्या हद्दीत काही आरोपींनी धाब्यावर महिलेस मारहाण केली होती. त्यामुळे बडनेरा पोलीस ठाण्याचे पोलीस निरीक्षक यांचा गुन्हेगारावर वचक राहिला नाही का असा प्रश्न निर्माण होत आहे.

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श्रीनगर संवाददाता जयमल चंद्रा

श्रीनगर (पौड़ी गढ़वाल), 11 नवम्बर 2025: जल जीवन मिशन के अंतर्गत नल जल मित्र योजना के तहत प्रशिक्षुओं को तकनीकी दक्षता और प्रबंधन कौशल से सशक्त बनाने हेतु आज से आईआईटी श्रीनगर (पौड़ी गढ़वाल) में 43 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारम्भ हुआ।

प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन संस्थान के प्रधानाचार्य श्री संजीव कुमार द्वारा दीप प्रज्वलन कर किया गया। इस अवसर पर उन्होंने प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कहा कि —

“ग्रामीण क्षेत्रों में जल प्रबंधन की सबसे बड़ी आवश्यकता गुणवत्ता और स्थायित्व की है। नल जल मित्र इस दिशा में सेतु का कार्य करते हैं। प्रशिक्षण के माध्यम से आप सभी अपने-अपने गाँवों में जल संरक्षण और आपूर्ति व्यवस्था के सशक्त प्रतिनिधि बनेंगे।”

इस अवसर पर कार्यनिदेशक दीपक सिंह सहित अनुदेशक नवीन सैनी, गोविन्द राम रतूड़ी, शकीम अहमद और मनोज पंत भी उपस्थित रहे।

प्रशिक्षण में जनपद पौड़ी गढ़वाल के विभिन्न ब्लॉकों से आए 30 नल जल मित्र भाग ले रहे हैं। प्रशिक्षण अवधि के दौरान प्रतिभागियों को जल गुणवत्ता परीक्षण, पाइपलाइन रखरखाव, मोटर संचालन, जल संरक्षण तकनीक, ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन तथा सामुदायिक सहभागिता के व्यावहारिक सत्रों से अवगत कराया जाएगा।

संस्थान प्रशासन ने बताया कि यह प्रशिक्षण ग्रामीण जल आपूर्ति व्यवस्था को अधिक सक्षम और टिकाऊ बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

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वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा हाल ही में हरी झंडी दिखाने के बाद मंगलवार से बनारस-खजुराहो वंदे भारत एक्सप्रेस का नियमित संचालन शुरू हो गया। अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस इस सेमी हाईस्पीड ट्रेन से बनारस और मध्यप्रदेश के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल खजुराहो के बीच धार्मिक और सांस्कृतिक पर्यटन को नई दिशा देने की उम्मीद है।पहले ही दिन ट्रेन में यात्रियों की संख्या उम्मीद से कम रही। बनारस से खजुराहो के लिए रवाना हुई ट्रेन में मात्र 52 यात्री सवार थे। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि जैसे-जैसे लोगों को ट्रेन के संचालन की जानकारी होगी, यात्रियों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि होगी।बनारस से खजुराहो जाने वाली 26506 वंदे भारत एक्सप्रेस सुबह 5:15 बजे बनारस स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 8 से रवाना हुई। यह ट्रेन कैंट स्टेशन पर नहीं रुकी, जिससे स्थानीय यात्रियों में सवाल उठने लगे हैं। कई यात्रियों का कहना है कि कैंट स्टेशन से चित्रकूट या विंध्याचल जाने वाली ट्रेनों की संख्या पहले से ही सीमित है, ऐसे में इस स्टेशन पर ठहराव न होना यात्रियों के लिए असुविधाजनक साबित हो सकता है। हालांकि इस संबंध में रेल अधिकारी फिलहाल कुछ भी बोलने से बच रहे हैं।ट्रेन अपने तय मार्ग पर विंध्याचल, प्रयागराज छिवकी, चित्रकूट धाम कर्वी, बांदा और महोबा होते हुए दोपहर 1:10 बजे खजुराहो पहुंची। वापसी यात्रा के दौरान यह ट्रेन दोपहर 3:20 बजे खजुराहो से रवाना हुई। रेलवे का मानना है कि इस नई वंदे भारत सेवा से पूर्वांचल और बुंदेलखंड के धार्मिक, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक स्थलों तक पहुंच आसान होगी। विंध्याचल, चित्रकूट और खजुराहो जैसे धार्मिक स्थलों से लेकर प्रयागराज तक यह ट्रेन एक तरह से “तीर्थ एक्सप्रेस” की भूमिका निभा सकती है।अधिकारियों का कहना है कि यह रूट पर्यटन की दृष्टि से बेहद संभावनाशील है। आने वाले दिनों में जैसे-जैसे श्रद्धालु, पर्यटक और व्यापारी समुदाय इस ट्रेन की सुविधा से परिचित होंगे, यह सेवा क्षेत्र के आर्थिक विकास और पर्यटन को नई ऊंचाई तक ले जाएगी।

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वाराणसी। दालमंडी में ध्वस्तीकरण की कार्रवाई को लेकर विपक्षी दल मुखर हैं। सपा के बाद कांग्रेस भी व्यापारियों के समर्थन में आ गई है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने मंगलवार को प्रभावित दुकानदारों व व्यापारियों से मुलाकात की। इस दौरान प्रशासन की कार्रवाई पर सवाल खड़े किए। आरोप लगाया कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश की अवहेलना करते हुए स्थानीय प्रशासन बिना सहमति के अधिग्रहण और ध्वस्तीकरण की कार्रवाई कर रहा है। यदि व्यापारियों, दुकानदारों और उनके परिवारों को कुछ हुआ तो वाराणसी के सांसद के नाते इसकी सीधे जिम्मेदारी प्रधानमंत्री की होगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पहले से ही अन्याय और अत्याचार के खिलाफ लड़ाई लड़ रही है। प्रभावित व्यापारियों के साथ कांग्रेस कार्यकर्ता मजबूती के साथ खड़े हैं। दालमंडी में व्यापारी कई पीढ़ियों से आबाद हैं। तीन-तीन, चार-चार पीढ़ियों से इनकी दुकानें दालमंडी गली में हैं। इन गरीब व्यापारियों को उजाड़ा जा रहा है। उनके पेट पर लात मारने का काम किया जा रहा है। प्रशासन की इस कार्रवाई से हजारों लोग बेरोजगार और बेघर हो जाएंगे। प्रशासन को सहमति के बगैर किसी का भी मकान-दुकान नहीं लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि जिलाधिकारी ने सुप्रीम कोर्ट में शपथपत्र दिया है कि बिना सहमति के किसी भी स्थान का अधिग्रहण नहीं किया जाएगा। सबसे बातचीत और सहमति के बाद ही प्रशासन को कार्रवाई करनी चाहिए। प्रशासन के दोगुना मुआवजा के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि दुकानदारों की रोजी-रोटी चली जाएगी तो मुआवजा लेकर क्या करेंगे। किस तरह उनका जीवन चलेगा। उन्होंने कहा कि इस कार्रवाई से पूरा परिवार तबाह हो रहा है।उन्होंने कहा कि बिना बातचीत अथवा सहमति के कोई भी कार्रवाई नहीं होनी चाहिए। प्रशासन चाहे बुलडोजर ले आए या कुछ और, काशी की जनता दालमंडी के व्यापारियों के साथ खड़ी है। कांग्रेस का एक-एक कार्यकर्ता इनके साथ खड़ा रहेगा। सरकार को इस मुद्दे पर संवेदना के साथ काम करते हुए सभी पक्षों से वार्ता कर आपसी सहमति से निर्णय लेना चाहिए।

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🚧 पुलिया निर्माण: ग्राम पंचायत उज्ञाव एक साल बाद भी मजदूरी का भुगतान नहीं!? ग्रामीणों ने लगाया सचिव कैलाश गुप्ता पर गंभीर आरोप ?
ग्राम पंचायत के के पश्चिम वार्ड में बनी पुलिया का मामला ?।
ग्राम पंचायत उज्ञाव के पश्चिम पारा वार्ड में एक साल पहले बनी पुलिया के निर्माण कार्य में लगे मजदूरों को अभी तक उनकी मजदूरी का भुगतान नहीं हुआ है।?
यह आरोप वहाँ के ग्रामीणों ने ग्राम पंचायत के सचिव कैलाश गुप्ता पर लगाया है।?
ग्रामीणों के अनुसार, पुलिया का निर्माण कार्य लगभग एक वर्ष पूर्व पूरा हो चुका है, लेकिन इस निर्माण कार्य में हाथ बंटाने वाले स्थानीय मजदूरों को आज तक उनकी मेहनत का पैसा नहीं मिला है?
, जिससे उनके परिवारों के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है।?
😠 ग्रामीणों का आक्रोश
ग्रामीणों का कहना है कि वे कई बार सचिव कैलाश गुप्ता से भुगतान के संबंध में मिल चुके हैं, लेकिन हर बार उन्हें केवल आश्वासन ही मिला है। ग्रामीणों का आरोप है कि जानबूझकर उनके भुगतान को लटकाया जा रहा है,?
और इस लापरवाही तथा उदासीनता के कारण मजदूरों को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है।?
> "एक साल हो गया, हमने कड़ी मेहनत की, लेकिन हमारे बच्चों के पेट पर लात मारी जा रही है। सचिव महोदय हमारी बात क्यों नहीं सुन रहे ?
क्या गरीब का पैसा मारना ही उनकी नीति है?" - [किसी ग्रामीण का नाम सोन कुवर सिंह फूल कुंवर सिंह हिरमतिया सिंह सोनकाली उदयराज सिंह प्रभावित ग्रामीण]
>
✍️ ?
इस पूरे मामले में ग्राम पंचायत सचिव कैलाश गुप्ता की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। ग्रामीणों ने एक स्वर में सचिव के इस निंदनीय कृत्य की कड़ी आलोचना की है।?
* भुगतान में अनावश्यक देरी: मजदूरों की मजदूरी को एक साल तक रोकना श्रम कानूनों का उल्लंघन और अमानवीय व्यवहार है।?
* उदासीनता और गैर-जिम्मेदारी: ग्रामीणों की बार-बार की अपील के बावजूद भुगतान न करना सचिव की अपने कर्तव्यों के प्रति घोर लापरवाही और गैर-जिम्मेदारी को दर्शाता है।?
* प्रशासनिक विफलता: यह घटना ग्राम पंचायत स्तर पर वित्तीय कुप्रबंधन और प्रशासनिक विफलता की ओर भी इशारा करती है।?
🔎 आगे की कार्रवाई की मांग?
प्रभावित ग्रामीणों ने उच्चाधिकारियों से इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच करवाने और सचिव कैलाश गुप्ता के खिलाफ कड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई करने की मांग की है।?
साथ ही, उन्होंने जल्द से जल्द उनकी बकाया मजदूरी का भुगतान सुनिश्चित करने की अपील की है।?
ग्राम पंचायत उज्ञाव
खबर/जन जन की आवाज

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बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता धर्मेंद्र के प्रशंसकों के लिए राहत भरी खबर आई है। हाल ही में उन्हें मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल से छुट्टी मिल गई है। स्वास्थ्य में सुधार आने के बाद डॉक्टरों और परिवार के निर्णय के अनुसार अब उनका आगे का इलाज घर पर ही जारी रहेगा।पिछले कुछ दिनों से धर्मेंद्र की तबीयत खराब होने की खबरों ने उनके चाहने वालों को चिंतित कर दिया था। सोशल मीडिया पर उनके स्वास्थ्य को लेकर कई अफवाहें भी फैल रही थीं। लेकिन अब परिवार ने स्पष्ट किया है कि धर्मेंद्र की स्थिति स्थिर है और वे धीरे-धीरे स्वास्थ्य लाभ कर रहे हैं।सूत्रों के अनुसार, धर्मेंद्र इस समय अपने फार्महाउस में हैं, जहाँ वे नियमित फिजियोथेरैपी और डॉक्टरी निगरानी में आराम कर रहे हैं। डॉक्टरों ने उन्हें फिलहाल किसी भी तरह के भारी शारीरिक कार्य से बचने की सलाह दी है।धर्मेंद्र का फिल्मी सफर संघर्ष, मेहनत और जज़्बे की मिसाल रहा है। गाँव से मायानगरी मुंबई तक का सफर तय करने वाले इस अभिनेता ने ‘शोले’, ‘चुपके चुपके’, ‘अनुपमा’, ‘धरम वीर’ जैसी कालजयी फिल्मों के जरिए भारतीय सिनेमा में अमिट छाप छोड़ी है।उनकी वापसी की खबर से न केवल परिवार, बल्कि पूरे फिल्म उद्योग और उनके प्रशंसकों में खुशी की लहर है। सोशल मीडिया पर फैंस लगातार उनके जल्द स्वस्थ होने की दुआएँ कर रहे हैं।धर्मेंद्र की यह नई शुरुआत सिर्फ उनके लिए नहीं, बल्कि उन सभी के लिए प्रेरणा है जो जीवन की कठिनाइयों से जूझ रहे हैं। उन्होंने एक बार फिर साबित किया है कि सकारात्मक सोच और हौसले से हर मुश्किल को हराया जा सकता है।

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🚧 पुलिया निर्माण: ग्राम पंचायत उज्ञाव पश्चिम पर एक साल बाद भी मजदूरी का भुगतान नहीं! ?ग्रामीणों ने लगाया सचिव कैलाश गुप्ता पर गंभीर आरोप ?
ग्राम पंचायत उज्ञाव के पश्चिम वार्ड में बनी पुलिया का मामला?
पश्चिम वार्ड में एक साल पहले बनी पुलिया के निर्माण कार्य में लगे मजदूरों को अभी तक उनकी मजदूरी का भुगतान नहीं हुआ है। ?
यह आरोप वहाँ के ग्रामीणों ने ग्राम पंचायत के सचिव?
ग्रामीणों के अनुसार, पुलिया का निर्माण कार्य लगभग एक वर्ष पूर्व पूरा हो चुका है, लेकिन इस निर्माण कार्य में हाथ बंटाने वाले स्थानीय मजदूरों को आज तक उनकी मेहनत का पैसा नहीं मिला है,?
जिससे उनके परिवारों के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है।?
😠 ग्रामीणों का आक्रोश
ग्रामीणों का कहना है कि वे कई बार सचिव कैलाश गुप्ता से भुगतान के संबंध में मिल चुके हैं, लेकिन हर बार उन्हें केवल आश्वासन ही मिला है। स्थानीय मजदूर सोन कुंवर सिंह। रघुवीर सिंह ।उदय सिंह और भी ग्रामीण जन मजदूरी न मिलने से दुखी है?
ग्रामीणों का आरोप है कि जानबूझकर उनके भुगतान को लटकाया जा रहा है, और इस लापरवाही तथा उदासीनता के कारण मजदूरों को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है।?
> "एक साल हो गया, हमने कड़ी मेहनत की, लेकिन हमारे बच्चों के पेट पर लात मारी जा रही है। सचिव महोदय हमारी बात क्यों नहीं सुन रहे? क्या गरीब का पैसा मारना ही उनकी नीति है?" -
>
इस पूरे मामले में ग्राम पंचायत सचिव के कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं।?
ग्रामीणों ने एक स्वर में सचिव के इस निंदनीय कृत्य की कड़ी आलोचना की है।?
* भुगतान में अनावश्यक देरी: मजदूरों की मजदूरी को एक साल तक रोकना श्रम कानूनों का उल्लंघन और अमानवीय व्यवहार है।?
* उदासीनता और गैर-जिम्मेदारी: ग्रामीणों की बार-बार की अपील के बावजूद भुगतान न करना सचिव की अपने कर्तव्यों के प्रति घोर लापरवाही और गैर-जिम्मेदारी को दर्शाता है।?
* प्रशासनिक विफलता: यह घटना ग्राम पंचायत स्तर पर वित्तीय कुप्रबंधन और प्रशासनिक विफलता की ओर भी इशारा करती है।?
🔎 आगे की कार्रवाई की मांग
प्रभावित ग्रामीणों ने उच्चाधिकारियों से इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच करवाने और सचिव कैलाश गुप्ता के खिलाफ कड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई करने की मांग की है।?
साथ ही, उन्होंने जल्द से जल्द उनकी बकाया मजदूरी का भुगतान सुनिश्चित करने की अपील की है।?

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 सोन्याच्या दरात गेल्या काही दिवसांपासून सातत्याने चढ-उतार होताना दिसतोय. मंगळवारी सोन्याचे दरांनी मोठी उसळी घेतली होती. मात्र आज मौल्यवान धातुचे दर घसरले आहेत. आज सोन्याचे दर काय आहेत, जाणून घ्या.

अमेरिकेच्या फेडरल रिझर्व्हचे गव्हर्नर स्टीफन मिरॉन यांनी अलीकडेच वाढती बेरोजगारी आणि मंदावलेली महागाई यावर उपाय म्हणून ०.५० टक्के व्याजदरात लक्षणीय कपात करण्याचे संकेत दिले आहेत. तसंच, अमेरिकेत शटडाउनची भीती कमी झाल्यामुळं डिसेंबरच्या बैठकीत फेडरल रिझर्व्हकडून व्याजदर कपातीची वाढती अपेक्षा आहे. त्यामुळं सोन्याच्या दरात सातत्याने चढ-उतार होताना दिसत आहे.







आज 24 कॅरेट सोन्याच्या दरात 330 रुपयांची घसरण झाली असून 1,25,510 रुपयांवर स्थिरावले आहे. तर 22 कॅरेट सोन्याच्या दरात 300 रुपयांची घट झाली असून 1,15,050 रुपयांवर पोहोचले आहे. तसंच, 18 कॅरेट सोन्याच्या दरात 250 रुपयांची घसरण झाली नसून 94,130 रुपयांवर पोहोचले आहे.

आजचा सोन्याचा भाव काय?

- 10 ग्रॅम सोनं किंमत

10 ग्रॅम 22 कॅरेट 1,15,050 रुपये
10 ग्रॅम 24 कॅरेट 1,25,510 रुपये
10 ग्रॅम 18 कॅरेट 94,130 रुपये

- 1 ग्रॅम सोनं किंमत
1 ग्रॅम 22 कॅरेट 11,505 रुपये
1 ग्रॅम 24 कॅरेट 11,551 रुपये
1 ग्रॅम 18 कॅरेट 9,413 रुपये

- 8 ग्रॅम सोनं किंमत
8 ग्रॅम 22 कॅरेट 92,040 रुपये
8 ग्रॅम 24 कॅरेट 1,15,050 रुपये
8 ग्रॅम 18 कॅरेट 75,304 रुपये

- मुंबई - पुण्यात कसे असतील सोन्याचे दर? (Today Gold Rate in Mumbai Pune)

10 ग्रॅम 22 कॅरेट 1,15,050 रुपये
10 ग्रॅम 24 कॅरेट 1,25,510 रुपये
10 ग्रॅम 18 कॅरेट 94,130 रुपये

www.merabharatsamachar.com

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Pingla Barta =Purba medinipur, দীর্ঘ দু'বছর অপেক্ষার পরে প্রতিমা পাল ফিরে পেল তার জন্ম দেয়া শিশু টিকে, সম্পূর্ণ পুলিশের সহযোগিতায় এই শিশুটি উদ্ধার হয়েছে, অনেক পরিশ্রম অনেক কিছু তদন্তের পরেই এই শিশুটিকে উদ্ধার করা সম্ভব হয়েছে পুলিশের তরফ থেকে, ২০২৩ সালে পশ্চিম মেদিনীপুর জেলা এগ্রার একটি নার্সিংহোমে ভর্তি হয়েছিল প্রতিমা পাল সদ্য শিশুর জন্ম দেওয়ার জন্য, শিশুটি জন্মে যাবার পরে নার্সিংহোম কর্তৃপক্ষ থেকে প্রতিমা পালের পরিবারের লোকজনকে জানান শিশুটি  মৃত. তখন প্রতিমা পালের পরিবারের লোকজন শিশুটিকে দেখতে চান, নার্সিংহোম কর্তৃপক্ষ থেকে জানানো হয় তাকে ডাস্টবিনে ফেলে দেয়া হয়েছে, অসহায় হয়ে কাউকে কিছু না বলে প্রতিমার পরিবারের লোকজন প্রতিমাকে নিয়ে বাড়ি ফিরে আসেন।, বর্তমান প্রতিমা পাল শিশুটিকে পেয়ে খুবই খুশি এবং তিনি বলেছেন আমার শিশুটি এখন সুস্থ, প্রতিমা পালের বাড়ি আর গোয়াল গ্রাম এলাকায়,

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🚨 ग्राम पंचायत सिंघौर के पश्चिम पारा के वार्ड में नल-जल योजना की दुर्दशा: एक साल से ठप, ग्रामीण परेशान ? 🚨
सौर ऊर्जा के ऊपर की सारी प्पेलट गायब हो चुकी हैं गांव वालों का ऐसा कहना है की प्लेटों को इधर-उधर भेज दिया गया है ऐसा आरोप है ग्राम वासियों का पश्चिम पर के लोगों को कहना है?
: सिंघौर के पश्चिमी पारा वार्ड में पानी का संकट! नल-जल योजना का हाल बेहाल, ग्रामीण बूंद-बूंद को तरसे !
ग्राम पंचायत [सिंघौर]: के पश्चिमी वार्ड में सरकार की महत्वकांक्षी नल-जल योजना पिछले एक साल से पूरी तरह से ठप पड़ी हुई है।?
स्थानीय निवासियों को पीने के पानी के लिए गंभीर संकट का सामना करना पड़ रहा है, जिससे उन्हें दूर-दराज के क्षेत्रों से पानी लाने को मजबूर होना पड़ रहा है।?
दुर्दशा का आलम:?
* एक साल से खराब: वार्ड [पश्चिम पारा] में लगी नल-जल योजना की मोटर और पाइपलाइन पिछले 12 महीनों से निष्क्रिय पड़ी है। ?
* गायब हुई सीट: स्थिति की गंभीरता का अंदाज़ा इस बात से लगाया जा सकता है कि योजना के पंप हाउस/जलापूर्ति केंद्र की ऊपरी सीट ही गायब हो चुकी है।?
यह न केवल सरकारी संपत्ति का नुकसान है, बल्कि यह योजना के प्रति घोर लापरवाही और उदासीनता को भी दर्शाता है। ?
* खतरे में स्वास्थ्य: दूषित और अनियमित जल आपूर्ति के कारण ग्रामीण क्षेत्रों में जल-जनित बीमारियों का खतरा बढ़ गया है। ?
ग्रामीणों का आक्रोश:
स्थानीय निवासी - राम सिंह] ने बताया, "एक साल हो गया, कोई देखने वाला नहीं है। हम हर दिन मुखिया जी से शिकायत करते हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं होती। ?सरकार लाखों खर्च कर रही है और यहाँ हम पानी के लिए तरस रहे हैं।"?
जिम्मेदार कौन?
यह गंभीर मामला ग्राम पंचायत मुखिया और पीएचईडी (जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग) दोनों की जवाबदेही पर बड़े सवाल खड़े करता है।?
इतनी महत्वपूर्ण योजना का एक साल तक खराब रहना स्थानीय प्रशासन की कार्यशैली पर एक काला धब्बा है।?
🔥 हमारी मांग (Demand) 🔥
* तत्काल मरम्मत: नल-जल योजना को अगले 7 दिनों के भीतर चालू किया जाए।
* जांच और कार्रवाई: योजना की सीट गायब होने और एक साल की देरी के लिए जिम्मेदार अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए।?
* स्थायी समाधान: भविष्य में ऐसी स्थिति से बचने के लिए उचित निगरानी तंत्र स्थापित किया जाए।?
ग्राम पंचायत सिंघौर पश्चिम पारा
खबर /जन जन की आवाज

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गुरुग्राम के सैक्टर 10 हुडा ग्राउंड में दिव्य ज्योति जागृति संस्थान के द्वारा भव्य शिव कथा आयोजन किया जा रहा है। कथा व्यास डॉ सर्वेश के मुखारविंद से किया जा रहा। शिव कथा का रहस्य जो कथा व्यास डॉ सर्वेश के मुखारविंद से विलक्षण रूप से किया जा रहा है। शिव तत्व को कैसे अपने ही घट में उतर कर ,अपने घट के ईश्वर का दर्शन करे । प्रति दिन हजारों के संख्या में शिव भक्त कथ में पहुंच कर कथा सुनकर अपने आत्म को तृप्त कर रहे है । यह कथा कामधेनु गौशाला के प्रकल्प में किया जा रहा है।
आप सभी गुरुग्राम वाशी से अनुरोध है कि आप भी सहपरिवार के साथ कथा में पधारे एवं अपने परिवार के आत्मा को तृप्त करे।
आप का पत्रकार
श्री कांत पांडेय
गुरुग्राम
🙏🙏🙏🙏

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खानपुर कलां, 12 नवंबर।  भगत फूल सिंह महिला विश्वविद्यालय में शैक्षणिक एवं प्रशासनिक उत्कृष्टता को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए भारतीय विश्वविद्यालय संघ (ए आई यू ) और महिला विश्वविद्यालय  के बीच एक समझौता ज्ञापन (एम ओ यू ) पर हस्ताक्षर किए गए। समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर भारतीय विश्वविद्यालय संघ की सचिव डॉ पंकज मित्तल व महिला विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो शिवालिक यादव ने किए। इस समझौते के तहत विश्वविद्यालय में “अकादमिक एवं प्रशासनिक विकास केन्द्र" की स्थापना की जाएगी, जिसके तहत पांच अल्पकालिक कार्यक्रम चलाए जाएंगे। जिनका उद्देश्य विश्वविद्यालय के शिक्षकों, अधिकारियों एवं कर्मचारियों के लिए प्रशिक्षण, क्षमता निर्माण और नेतृत्व विकास के अवसर प्रदान करना है।कुलपति प्रो. सुदेश ने कहा कि इस केन्द्र की स्थापना से विश्वविद्यालय में शैक्षणिक गुणवत्ता, नीति निर्माण, प्रशासनिक दक्षता और नवाचार के नए मानक स्थापित होंगे। उन्होंने कहा कि यह पहल विश्वविद्यालय को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नई पहचान दिलाने में सहायक सिद्ध होगी।भारतीय विश्वविद्यालय संघ की सचिव डॉ पंकज मित्तल ने बताया कि यह एमओयू विश्वविद्यालयों के बीच सहयोग, अनुभवों के आदान-प्रदान, और संस्थागत प्रबंधन में सुधार के लिए एक महत्त्वपूर्ण पहल है। इस केंद्र के माध्यम से कार्यशाला, सेमिनार, प्रशिक्षण कार्यक्रम और शोध गतिविधियाँ आयोजित की जाएंगी।इस अवसर पर भारतीय विश्वविद्यालय संघ की जॉइंट सेक्रेटरी मिस रंजना परिहार व महिला विश्वविद्यालय के प्रबंधन विभाग की एसोसिएट प्रोफेसर डॉ अंशु भारद्वाज भी मौजूद रही। फोटो कैप्शन :- भारतीय विश्वविद्यालय संघ व भगत फूल सिंह महिला विश्वविद्यालय खानपुर कलां के मध्य हुए समझौता ज्ञापन को दिखाते भारतीय विश्वविद्यालय संघ की सचिव डॉ पंकज मित्तल व महिला विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो शिवालिक यादव।

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ਤਰਨ ਤਾਰਨ ਡਾਕਟਰ ਸਤਵਿੰਦਰ ਬੁੱਗਾ : ਜ਼ਿਲ੍ਹਾ ਤਰਨ ਤਾਰਨ ‘ਚ ਹੋਈ ਚੋਣ ਪ੍ਰਕਿਰਿਆ ਸ਼ਾਂਤੀਪੂਰਨ ਢੰਗ ਨਾਲ ਸਮਾਪਤ ਹੋਈ, ਜਿੱਥੇ ਕੁੱਲ ਵੋਟਿੰਗ ਦਰ ਲਗਭਗ 60 ਪ੍ਰਤੀਸ਼ਤ ਦੇ ਕਰੀਬ ਦਰਜ ਕੀਤੀ ਗਈ। ਵੋਟਰਾਂ ‘ਚ ਖਾਸ ਉਤਸ਼ਾਹ ਦੇਖਣ ਨੂੰ ਮਿਲਿਆ ਅਤੇ ਲੋਕ ਸਵੇਰੇ ਤੋਂ ਹੀ ਵੋਟ ਪਾਉਣ ਲਈ ਕੇਂਦਰਾਂ ‘ਤੇ ਲਾਈਨਾਂ ਵਿੱਚ ਖੜੇ ਨਜ਼ਰ ਆਏ। ਮਹਿਲਾਵਾਂ ਤੇ ਨੌਜਵਾਨਾਂ ਦੀ ਭਾਗੀਦਾਰੀ ਖਾਸ ਤੌਰ ‘ਤੇ ਪ੍ਰਸ਼ੰਸਾ ਜੋਗ ਰਹੀ।ਚੋਣ ਦੌਰਾਨ ਕਿਸੇ ਵੀ ਵੱਡੀ ਅਣਚਾਹੀ ਘਟਨਾ ਦੀ ਖ਼ਬਰ ਨਹੀਂ ਆਈ, ਜਿਸ ਨਾਲ ਪ੍ਰਸ਼ਾਸਨ ਨੇ ਰਾਹਤ ਦੀ ਸਾਹ ਲਿਆ। ਵੱਖ-ਵੱਖ ਪਾਰਟੀਆਂ ਦੇ ਉਮੀਦਵਾਰਾਂ ਨੇ ਆਪਣੇ ਹਕ ‘ਚ ਵੱਡੀ ਜਿੱਤ ਦਾ ਦਾਵਾ ਕੀਤਾ ਹੈ, ਪਰ ਜ਼ਿਲ੍ਹੇ ਦੇ ਲੋਕ ਕਹਿ ਰਹੇ ਹਨ ਕਿ ਇਸ ਵਾਰੀ ਨਤੀਜੇ ਸਭ ਦੀਆਂ ਉਮੀਦਾਂ ਤੋਂ ਉਲਟ ਹੋ ਸਕਦੇ ਹਨ।ਚੋਣ ਵਿਸ਼ਲੇਸ਼ਕਾਂ ਦਾ ਮੰਨਣਾ ਹੈ ਕਿ ਇਸ ਵਾਰੀ ਤਰਨ ਤਾਰਨ ‘ਚ ਮੁਕਾਬਲਾ ਕਾਫ਼ੀ ਤਗੜਾ ਹੈ ਅਤੇ ਵੋਟਰਾਂ ਨੇ ਗੁਪਤ ਤੌਰ ‘ਤੇ ਆਪਣਾ ਫ਼ੈਸਲਾ ਕੀਤਾ ਹੈ। ਹੁਣ ਸਾਰਿਆਂ ਦੀਆਂ ਨਜ਼ਰਾਂ ਗਿਣਤੀ ਦੇ ਦਿਨ ‘ਤੇ ਟਿਕੀਆਂ ਹੋਈਆਂ ਹਨ, ਜਦੋਂ ਪਤਾ ਲੱਗੇਗਾ ਕਿ ਕਿਸ ‘ਤੇ ਲੋਕਾਂ ਨੇ ਆਪਣਾ ਭਰੋਸਾ ਜਤਾਇਆ ਹੈ।

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बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के दोनों चरणों का मतदान रिकॉर्ड उत्साह के साथ संपन्न हुआ। जनता ने बढ़-चढ़कर लोकतंत्र के इस महापर्व में हिस्सा लिया, जिससे स्पष्ट है कि इस बार बदलाव या सुशासन की निरंतरता में से किसी एक पक्ष को स्पष्ट जनादेश मिलने का मन बना लिया गया है।

जनता की सोच और मुख्य मुद्दे:

रोजगार और विकास: जनता के बीच बेरोज़गारी और विकास सबसे बड़े मुद्दे रहे। युवाओं ने रोज़गार सृजन और शिक्षा के बेहतर अवसरों पर सबसे ज़्यादा ध्यान दिया।
सुशासन बनाम बदलाव: एनडीए (NDA) ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सुशासन की छवि और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकास के एजेंडे पर भरोसा जताया। वहीं, महागठबंधन (MGB) ने बदलाव की लहर और तेजस्वी यादव के रोजगार के वादों पर ज़ोर दिया।
कानून व्यवस्था: राज्य में कानून व्यवस्था और भ्रष्टाचार पर नियंत्रण भी एक महत्वपूर्ण विषय रहा।
एग्जिट पोल के अनुमान: मतदान के बाद जारी हुए अधिकतर एग्जिट पोल में एनडीए (NDA) को स्पष्ट बहुमत मिलता दिख रहा है, जबकि महागठबंधन (MGB) भी अपनी जीत का दावा कर रहा है।
अंतिम फैसला:

अब सबकी निगाहें 14 नवंबर पर हैं, जब मतगणना के बाद यह स्पष्ट हो जाएगा कि बिहार की जनता ने किसके पक्ष में जनादेश दिया है।

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आज़ सारी दुनियाँ में हाँ हाँ कार मचा हुआ है कि स्वास्थ्य के लिए दवा ले तो कौनसी लें ? किस चिकित्सा की और गमन करें ? आज चिकित्सा के लिए दवा-पैथी चुनना एक चुनौती बनती जा रही हैं । दवाओं का बेअसर होना या नुक़सानदायक होना यह आज गंभीर परिस्थिति बनती जा रही हैं । जीवन रक्षक दवाईयां कब और किस तरह से नुक़सान पहुँचा दें इससे भय व्याप्त हो गया है । विश्व स्वास्थ्य संगठन भी इस बात को नकार नहीं सकता कि हर छ संक्रमण में से एक पर दवाईयां असर क्यों नहीं कर रही हैं ? यूनानी चिकित्सा एक ऐसी चिकित्सा है जो प्राकृतिक तरीके से स्वास्थ्य प्रदान करती हैं । आज जीवनरक्षक के रूप में हर्बल यूनानी चिकित्सा असर करती नज़र आ रही है चाहें वह किसी भी बीमारी से पीड़ित हो । यूनानी चिकित्सा हर्बल होने से बीमारी पर भारी तो दिखती नज़र आ ही रही हैं , यह साईड इफ़ेक्ट ( दुष्प्रभाव ) भी नहीं करती है साथ ही शारीरिक इम्युनिटी को बढ़ा कर चलती हैं जिससे मरीज़ बीमारी के साथ कमज़ोर नहीं होता हैं और यूनानी दवाओं का दीर्गकालिक असर भी होता हैं एवं यूनानी दवा पाचन शक्ति को और बढ़ाती हैं । यूनानी दवाइयां किफायती और पौष्टिक होती हैं। मानव शरीर की शारीरिक क्रियाविधि के अनुकूल भी होती हैं । यकृत, त्वचा, प्रजनन प्रणाली, और मांसपेशियों-कंकाल संबंधी विकारों जैसी कई पुरानी बीमारियों के इलाज में प्रभावी मानी जाती हैं।
यूनानी दवाईयां एक पारंपरिक चिकित्सा पद्धति हैं जो हिप्पोक्रेट्स के सिद्धांतों पर आधारित है और शरीर में 'चार द्रव्यों' (कफ, रक्त, पीला पित्त और काला पित्त) के संतुलन को बहाल करने पर केंद्रित है।
वायरल इंफ़ेक्शन के अलावा महिला रोगों, डायबिटीज़, दिल के रोग, मानसिक बीमारियाँ, मौसमी बीमारियाँ, कैंसर जैसे रोगों के लिये लोग यूनानी चिकित्सा को अपनाते नज़र आ रहे हैं और बीमारियों से राहत भी पा रहे हैं ।

उपचार के तरीके—
1. औषधि चिकित्सा—जड़ी-बूटियों से बनी दवाओं का उपयोग किया जाता है, जिसमें एकल और मिश्रित दोनों तरह की दवाएं शामिल होती हैं।
2. आहार चिकित्सा—विभिन्न रोगों के उपचार के लिए विशिष्ट आहार की सिफारिश या प्रतिबंध किया जाता है।
3. ⁠रेजिमेंटल थैरेपी—व्यायाम, मालिश, हम्माम, शमुआत और हिज़ामा जैसी प्रक्रियाओं से इलाज किया जाता हैं ।

डॉ लियाक़त अली मंसूरी
(यूनानी चिकित्सक एवं हिजामा
थैरेपी स्पेशियलिस्ट)
जयपुर कोऑर्डिनेटर
सवाई मानसिंह अस्पताल
जयपुर (राज.)

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जयपुर (संवाददाता देवीलाल बैरवा) l जिला विधिक प्राधिकरण सेवा प्रथम महानगर जयपुर दीपेंद्र माथुर सचिव के नेतृत्व में एक नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया गया l जिसमें कॉलेज से बकालात प्रैक्टिस भी एडवोकेट टीम व पीएलवी विनोद वर्मा और बनवारी, एलडीसी शंकर लाल गुर्जर स्पेक्ट्रा संस्था की टीम के सतीश सोगरवाल, राकेश कुमार जांगिड, रेखा चौधरी, इन्द्रपाल मेघवाल, लोकेश शर्मा, केदारी कुशवाह, वीरवती कुमारी, दीपा बैरवा उपस्थित रहे व टीम के सहयोग से मजदूर लोगों को सरकारी योजनाओं व मजदूर का बकाया भुगतान नहीं किया जाने पर मजदूर अपनी शिकायत किस प्रकार से करे और अपना बकाया भुगतान किस तरह से प्राप्त करें व सरकारी योजनाओं का लाभ किस प्रकार से लें जिसमें स्पेक्ट्रा टीम के कार्यकर्ताओ ने नुक्कड़ नाटक का आयोजन कर झालाना समुदाय के लोगों को जागरूक किया गया।

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विकासनगर (इंद्रपाल सिंह): कोतवाली सहसपुर क्षेत्र मेदनीपुर-बद्रीपुर ग्राम पंचायत में जमीन विवाद ने हिंसक रूप अख्तियार कर लिया। कुछ व्यक्तियों पर आरोप है कि उन्होंने लाठी, डंडे, लोहे की रॉड और धारदार हथियारों से एक परिवार पर हमला किया और उनकी जमीन पर कब्जा करने का प्रयास किया। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें हमलावर हथियार लहराते साफ नजर आ रहे हैं। पीड़ित पक्ष ने पुलिस को तहरीर देकर कार्रवाई की गुहार लगाई है।

मामला हरियाणा से आए एक परिवार से जुड़ा है, जो कुछ समय पहले गांव में बस गया था। स्थानीय युवक बबलू ने दावा किया कि उसने इस परिवार से 1500 रुपये उधार लिए थे, लेकिन ब्याज की रकम को बढ़ा-चढ़ाकर बताकर उनकी जमीन पर कब्जा कर लिया गया। अब उसी जमीन तक पहुंचने के लिए रास्ते की मांग को लेकर बुक्सा जनजाति के सुरेंद्र के घर पर कथित तौर पर हमला बोला गया। हमलावरों ने न केवल मारपीट की, बल्कि जमीन हथियाने की कोशिश भी की।

गौरतलब है कि भारत की पांचवीं अनुसूची के तहत बुक्सा अनुसूचित जनजाति (एसटी) की जमीन का हस्तांतरण गैर-जनजातीय व्यक्तियों को प्रतिबंधित है। केवल जनजातीय सदस्य ही ऐसी जमीन खरीद सकते हैं, जबकि गैर-जनजातीय व्यक्ति बिना विशेष सरकारी अनुमति के ऐसा नहीं कर सकते। किसी भी अवैध हस्तांतरण को शून्य घोषित किया जा सकता है और जिला प्रशासन मूल मालिक को जमीन बहाल करने की कार्रवाई कर सकता है।
खुलेआम हथियारों के साथ मारपीट की यह घटना स्थानीय कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर रही है। इससे सामाजिक सुरक्षा को सीधी चुनौती मिल रही है। धामी सरकार भूमाफिया के खिलाफ सख्ती के दावे तो कर रही है, लेकिन जांच और कार्रवाई में देरी से इलाके में तनाव बढ़ता जा रहा है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।

सुरेंद्र (पीड़ित): "हमलावर हथियार लेकर आए और मारपीट शुरू कर दी। जमीन पर कब्जा करने की नीयत साफ थी। हम बुक्सा जनजाति के हैं, हमारी जमीन कोई नहीं छीन सकता।"
बबलू (पीड़ित): "मैंने सिर्फ 1500 रुपये लिए थे, लेकिन ब्याज बढ़ाकर जमीन हड़प ली गई। अब रास्ते के नाम पर घर पर हमला कर रहे हैं। पुलिस से न्याय की उम्मीद है।"

ग्राम प्रधान (मेदिनीपुर-बद्रीपुर): "हमलावरों ने खुद मुझे फोन करके बताया कि वे सुरेंद्र के घर गए थे और वहां तोड़फोड़ की। ग्राम प्रधान ने कहा, लाठी डंडे लोहे की रॉड जैसे हथियार लेकर पहुंचना पूरी तरह गलत था। ऐसा नहीं करना चाहिए था। यह विवाद पुराना है, लेकिन हिंसा तक पहुंच गया। प्रशासन को तुरंत हस्तक्षेप करना चाहिए, वरना इलाके में अशांति फैल सकती है।"

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रायगढ़। सामाजिक कार्यकर्ता, नागरिक सुरक्षा सेवा संगठन के संस्थापक एवं प्रेस रिपोर्टर क्लब के प्रदेश संरक्षक श्याम गुप्ता ने कहा कि आज राजनीति का चरित्र तेजी से बदल रहा है। जब कोई राजनीतिक दल सत्ता में नहीं होता, तब वह जनभावनाओं और समस्याओं के साथ खड़ा दिखता है, लेकिन जैसे ही सत्ता प्राप्त होती है, वही दल सीमित नेताओं और हितग्राही समूहों तक सिमटकर रह जाता है। परिणामस्वरूप जनता, जिसने अपने विश्वास और उम्मीदों के साथ उन्हें सत्ता तक पहुंचाया, खुद को ठगा महसूस करती है।श्याम गुप्ता ने कहा कि लोकतंत्र का आधार जनता है, लेकिन सत्ता में आने के बाद जनहित की जगह व्यक्तिगत और गुटीय स्वार्थ हावी हो जाता है। जनता की समस्याओं — चाहे वह रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य या सुरक्षा की हों — वे फिर से चुनावी मुद्दा बनकर रह जाती हैं। उन्होंने कहा कि असली राजनीति वही है जो जनता के बीच रहकर उनकी तकलीफों को समझे और समाधान की दिशा में काम करे, न कि केवल मंचों और बयानों तक सीमित रहे।उन्होंने यह भी कहा कि देश की जनता अब सजग है, और ऐसे नेताओं को पहचानने लगी है जो केवल सत्ता सुख के लिए राजनीति करते हैं। समाज को भी चाहिए कि वह अपने जनप्रतिनिधियों से जवाबदेही मांगे, ताकि राजनीति का असली उद्देश्य — जनसेवा — पुनः सशक्त हो सके।श्याम गुप्ता ने स्पष्ट कहा कि जब तक सत्ता जनता के प्रति ईमानदार नहीं होगी, तब तक लोकतंत्र अधूरा रहेगा। जनता का विश्वास लौटाना ही सच्चे नेतृत्व की पहचान है।

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आज FIH Hockey Men’s Junior World Cup 2025 की ट्रॉफी का शहर Lucknow में भव्य स्वागत किया गया है,

🏑 तथ्यों का सारांश

ट्रॉफी भारत में आयोजित होने जा रही इस टूर्नामेंट के लिए प्रचारक रूप में विभिन्न शहरों में यात्रा कर रही है।

यह ट्रॉफी 12 नवंबर 2025 को लखनऊ पहुँची।

समारोह में राज्य योगी आदित्यनाथ (मुख्यमंत्री) द्वारा ट्रॉफी का अनावरण किया गया।

अनावरण के बाद ट्रॉफी को K. D. Singh Babu Stadium में ले जाया गया, जहाँ हॉकी प्रेमियों एवं खिलाड़ियों को नज़दीक से देखने और फोटो लेने का अवसर मिला।

इस टूर का उद्देश्य पूरे देश में हॉकी के प्रति उत्साह बढ़ाना है — पूरे भारत में 20 शहरों में ट्रॉफी पहुंचेगी।

इस टूर्नामेंट का आयोजन भारत के राज्य Chennai एवं Madurai (तमिल नाडु) में 28 नवंबर से 10 दिसंबर 2025 तक होगा।


🌟 उत्तर प्रदेश की भूमिका

उत्तर प्रदेश को हॉकी के क्षेत्र में एक गौरवशाली इतिहास प्राप्त है, और लखनऊ विशेष रूप से हॉकी के आयोजन व प्रतिभाओं के केंद्र के रूप में जाना जाता है।

लखनऊ ने पहले भी 2016 में इसी टूर्नामेंट की मेजबानी की थी, जहाँ भारत ने विश्व चैंपियनशिप जीती थी।

इस अवसर पर कहा गया है कि ट्रॉफी का स्वागत हॉकी के प्रति राज्य की प्रतिबद्धता व प्रतिभावान खिलाड़ियों की याद दिलाता है।


✨ संदेश एवं शुभकामनाएँ

यह स्वागत समारोह न केवल एक ट्रॉफी के आगमन का था, बल्कि हॉकी के युवा खिलाड़ियों, पदाधिकारियों और हॉकी प्रेमियों के लिए प्रेरणा देने वाला आयोजन था।

आगामी टूर्नामेंट के सफल आयोजन के लिए सभी खिलाड़ियों, अधिकारियों एवं आयोजकों को शुभकामनाएँ।

उत्तर प्रदेश की पवित्र धरा ने हॉकी में जो योगदान दिया है, उसे आगे भी जारी रखने का आग्रह और समर्थन।

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डिंडौरी -- जिला प्रशासन के समक्ष आज उस समय हलचल मच गई जब म.प्र. दीनदयाल अंत्योदय योजना – राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन से जुड़ी एक पूर्व अधिकारी सरोज गुप्ता ने जिला परियोजना प्रबंधक अपर्णा सोनकिया पाण्डे पर गंभीर आरोप लगाते हुए जनसुनवाई मे एक विस्तृत शिकायत पत्र सौपा।शिकायत में कहा गया है कि श्रीमति पाण्डे द्वारा द्वेषतापूर्ण रवैया अपनाते हुए अनुभव प्रमाण पत्र और गोपनीय प्रतिवेदन (ACR) देने से इनकार किया गया है, जबकि इस संबंध में माननीय उच्च न्यायालय जबलपुर द्वारा आदेश भी पारित किया जा चुका है (प्रकरण क्रमांक WP/34381/2025)।

न्यायालय के आदेश की भी अनदेखी -- शिकायतकर्ता सरोज गुप्ता का कहना है कि उन्होंने 23 अक्टूबर 2025 को पुनः अनुभव प्रमाण पत्र हेतु आवेदन प्रस्तुत किया था, परंतु अब तक प्रमाण पत्र उपलब्ध नहीं कराया गया। इतना ही नहीं, आरटीआई के माध्यम से मांगी गई जानकारी भी नहीं दी गई और यह कहकर टाल दिया गया कि जानकारी राज्य कार्यालय से ली जाए।

वित्तीय अनियमितताओं के भी गंभीर आरोप -- सरोज गुप्ता ने अपने पत्र में खुलासा किया है कि अपर्णा सोनकिया पाण्डे ने जिला वित्तीय प्रबंधक (DFM) अमित वैश्य के साथ मिलकर बिना अनुबंध के सात माह का मानदेय भुगतान करने की तैयारी की थी। संबंधित नोटशीट मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत को प्रस्तुत की गई, लेकिन समय रहते वित्त अधिकारी ने भुगतान पर रोक लगाकर बड़ी अनियमितता को रुकवाया।
भ्रष्ट अधिकारियों को संरक्षण” देने का आरोप -- शिकायत में यह भी कहा गया है कि जिला परियोजना प्रबंधक द्वारा राजेश पाण्डे (अमरपुर), शिवमंगल सिंह (करंजिया), नरेन्द्र पाण्डे (बजाग) और शिव झारिया (समनापुर) जैसे अधिकारियों पर लगे वित्तीय गड़बड़ियों के मामलों में कार्रवाई करने की बजाय उन्हें संरक्षण दिया जा रहा है।बताया गया है कि इन अधिकारियों के ACR तत्कालीन कलेक्टर नेहा मारव्या द्वारा रोके गए थे, परंतु अपर्णा सोनकिया पाण्डे ने पूर्व कलेक्टर हर्ष सिंह से नियमों के विपरीत हस्ताक्षर करवाकर एसीआर जारी करवा लिए।
राज्य कार्यालय को भेजी गई ‘झूठी रिपोर्ट’ -- पत्र में यह भी उल्लेख है कि जिला परियोजना प्रबंधक द्वारा पत्र क्र. 776/म.प्र.दी.अं.यो.रा.ग्रा.आ.मि./प्रशा./2025 दिनांक 10.10.2025 के माध्यम से राज्य कार्यालय को भ्रामक रिपोर्ट भेजी गई, जिसमें चल रही जांचों को छिपाया गया।जबकि राज्य कार्यालय, भोपाल के पत्र क्रमांक 9650/MPNRLM/कृषि/2024 दिनांक 27.12.2024 में यह स्पष्ट रूप से उल्लेखित है कि “PVTG (विशेष रूप से कमजोर जनजातीय समूह) योजना में वित्तीय जांच लंबित है।”
सख्त कार्रवाई की मांग --सरोज गुप्ता ने अपने शिकायत पत्र के माध्यम से अनुरोध किया है कि उच्च न्यायालय के आदेशों का पालन सुनिश्चित किया जाए।अनुभव प्रमाण पत्र तत्काल प्रदान किया जाए। अपर्णा सोनकिया पाण्डे और सहयोगी अधिकारियों पर वित्तीय एवं प्रशासनिक अनियमितताओं की जांच कर कठोर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए।
जिले में मचा प्रशासनिक हलचल --इस गंभीर शिकायत के बाद जिला प्रशासन और आजीविका मिशन के दफ्तरों में हड़कंप मच गया है।कलेक्टर कार्यालय में जनसुनवाई के दौरान यह मामला उठने से चर्चा तेज हो गई है कि आखिर क्यों न्यायालय के आदेशों को महीनों से नजरअंदाज किया जा रहा है और अधिकारी जवाबदेही से बच रहे हैं।
इनका कहना है --
उन्होंने अनुभव प्रमाण पत्र सम्बन्धी जो जानकारी मुझसे मांगी जो नियमानुसार थी उन्हें पूर्व मे ही दी जा चूकि है। गोपनीय प्रतिवेदन के मामले मे जबसे मैंने यहॉ का प्रभार संभाला है मेरे कार्यकाल मे ऐसा कोई पत्र प्राप्त नहीं हुआ है, और ना ही ऐसी जानकारी सामने आई है, वैसे भी वो गोपनीय होता है, (ACR ) या अनुबंध सर्टिफिकेट दिया जा सकता है पर यदि उनको वो लेना है तो मै उन्हें डायरेक्ट नहीं दे सकती।
अर्पणा सोनकिया पांडे ( जिला परियोजना प्रबंधक, एन आर एल एम )

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राजस्थान के चित्तौड़गढ़ में मंगलवार को उस समय सनसनी फैल गई जब भाजपा नेता रमेशचंद्र ईनाणी पर दिनदहाड़े फायरिंग की गई। घटना सिटी पेट्रोल पंप के पास हुई, जहां बाइक सवार दो बदमाशों ने अचानक उन पर गोलियां चला दीं। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हमले में रमेश ईनाणी की पीठ से एक गोली आर-पार निकल गई, जबकि दूसरी गोली उनके पैर में लगी। गंभीर रूप से घायल ईनाणी को तुरंत जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां उनका इलाज जारी है। पुलिस ने आसपास के इलाकों की CCTV फुटेज जब्त कर ली है और हमलावरों की पहचान में जुटी है। शुरुआती जांच में पुरानी रंजिश या राजनीतिक कारणों की आशंका जताई जा रही है। घटना के बाद शहर में तनाव फैल गया — व्यापार मंडल ने विरोध में बाजार बंद रखे, और सुरक्षा के मद्देनज़र पुलिस बल तैनात किया गया। भाजपा नेताओं ने इस हमले को प्रदेश में बिगड़ती कानून-व्यवस्था का प्रतीक बताते हुए कड़ी निंदा की है और दोषियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की है। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि “हमलावर जल्द पकड़े जाएंगे, सभी दिशाओं में जांच चल रही है।”

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डायबिटीजचा आजार आजकाल खूपच कॉमन झाला आहे. हा आजार जीवनशैलीशी संबंधित आजार आहे.म्हणजे चुकीचा आहार आणि आरामदायी जीवनशैलीमुळे हा आजार होता. त्यामुळे यात शुगर नियंत्रित करावी लागते. त्यामुळे या आजारातून बरे होण्यासाठी आपला डाएट आणि लाईफस्टाईलमध्ये बदल करावा लागतो
जराही ढीलाई केली तर तुमची ब्लड
सांगितले आहेत. त्यामुळे आपला डायबिटीज बरा होऊ शकतो. न्युट्रीशनिस्ट डॉ.हर्षिता कौशिक यांनी दावा केला आहे की या तीन उपायांना एका ४२ वर्षांच्या डायबिटीक पेशंटचा औषधे १२ वर्षांनी बंद झाली. चला जाणूया..न्यूट्रीशनिस्टने या रुग्णाच्या डाएटमध्ये काय बदल केले ते आपण पाहूयात…

डीनर प्रोटीन आणि फायबरने भरपूर असावा

न्यूट्रीशनिस्ट डॉ.हर्षिता कौशिक यांनी सांगितले की सर्वात आधी आम्ही रुग्णाच्या डीनरमध्ये बदल केला.तुम्ही आहारात प्रोटीन आणि फायबर याचे प्रमाण जास्त असेल असा आहार करावा. उदाहरणार्थ सोयाबिन सलाड, काळे चणे सलाड वा स्प्राउट सलाड सारखा वस्तू नियमित डीनरमध्ये असायला हव्यात. हाय कार्ब्स मिल जेवढे शक्य तेवढा टाळण्याचा सल्लाही डॉ.कौशिक यांनी दिला आहे.

सायंकाळी 7 च्या आत डीनर

डॉ. हर्षिता यांनी जेवणाच्या वेळेत बदल करायला सांगितला आहे. रोजचा डिनर सायंकाळी सात वाजण्याच्या आत संपायला हवा असे त्यांनी म्हटले आहे. यानंतर १० ते १५ मिनिटांचा वॉक नियमित रुपाने करायला जावे. या छोट्याशा बदलाने तुमची शुगर लेव्हल आणि ओव्हरऑल आरोग्यावर चांगला परिणाम होणार आहेत.

झोपण्याच्या आधी ‘शुगर नाशक’ हर्बचा वापर

न्यूट्रीशनिस्ट डॉ. हर्षिता यांनी सांगितले की रुग्णाला झोपण्याच्या आधी ३० मिनिटे आधी एक आयुर्वेदिक हर्बचा समाविष्ट केले होते. ज्यामुळे १२ वर्षांचा जुना डायबिटीजला रिव्हर्स करण्यात महत्वाची भूमिका बजावली आहे. या औषधाचे नाव ‘गुडमार’ असे आहे. या वनस्पतीला ‘बेडकीचा पाला’ असे मराठीत म्हटले जाते. आयुर्वेदात यास ‘शुगर नाशक’ वनस्पती म्हटले जाते. ही वनस्पती शुगर स्पाईक कंट्रोल करण्यास मदत मिळू शकते. तसेच ही वनस्पती इन्सुलिनची निर्मिती नैसर्गिकपणे वाढवते. तुम्ही ही झोपण्यापूर्वी हा बेडकीचा पाला खाऊ शकता

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दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के महाप्रबंधक  तरुण प्रकाश द्वारा बिलासपुर-रायगढ़ रेल खंड का विंडो निरीक्षण

महाप्रबंधक तरुण प्रकाश ने संरक्षा सेमिनार में शामिल होकर बेहतर समन्वय,जिम्मेदारी एवं संरक्षा नियमों का पालन के साथ कार्य करने के लिए प्रेरित किये

रायगढ़ स्टेशन में हो रहे विकास कार्यों, रनिंग रूम, लॉबी तथा चक्रधर नगर में बन रहे हट केबिन(ब्लॉक) केबिन का भी निरीक्षण कर जायजा लिए

रायगढ़,पूर्व मध्य रेलवे के महाप्रबंधक  तरुण प्रकाश ने आज बिलासपुर–रायगढ़ रेलखंड का विंडो निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने रेलखंड पर ट्रैक मेंटेनेंस, सिग्नलिंग सिस्टम, कर्व, ब्रिज, समपार फाटक एवं क्रॉसिंग पॉइंट्स आदि की स्थिति का जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान गति प्रतिबंधों, संरक्षा मानकों एवं परिचालन से संबंधित विभिन्न पहलुओं की समीक्षा की गई।

महाप्रबंधक  तरुण प्रकाश, रायगढ़ के रेलवे इंस्टिट्यूट में SPAD से बचाव विषय पर आयोजित संरक्षा सेमिनार में विशेष रूप से उपस्थिति हुए। इस अवसर पर महाप्रबंधक ने रेल संरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता बताते हुए सभी विभागों को बेहतर समन्वय एवं जिम्मेदारी के साथ कार्य करने के निर्देश दिए।

सेमिनार में लोको पायलट, सहायक लोको पायलट, गार्ड तथा संरक्षा से जुड़े रेल पथ, सिग्नल आदि विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने भाग लिया। महाप्रबंधक ने कहा कि संरक्षा मानकों का पालन प्रत्येक स्तर पर सुनिश्चित किया जाना चाहिए। उन्होंने फील्ड में कार्यरत कर्मचारियों को नवीन तकनीकों का उपयोग कर दक्षता बढ़ाने तथा दुर्घटनारहित संचालन सुनिश्चित करने की भी सलाह दी। महाप्रबंधक श्री तरुण प्रकाश ने लोको पायलट, सहायक लोको पायलट तथा गार्ड के परिवार के सदस्यों से वार्तालाप उनके परिवार की स्थिति के बारे में जानकारी ली तथा उनका मनोबल बढ़ाया। उन्होंने सेमिनार में उपस्थित सभी लोको पायलट, सहायक लोको पायलट को ड्यूटि के दौरान सिग्नल को दूर से अनुमान लगाने की कोशिश ना करने एवं सिग्नल की दृश्यता (Signal Visibility) को ध्यान में रखते हुए मानक नियमों के अनुरूप कार्य करने की महत्वपूर्ण सलाह दिए। उन्होंने अधिकारियों को नियमित निरीक्षण, सतर्कता और पूर्वनियोजित रखरखाव के माध्यम से बेहतर परिणाम प्राप्त करने पर भी बल दिया।
रायगढ़ स्टेशन के निरीक्षण के दौरान महाप्रबंधक श्री तरुण प्रकाश ने रनिंग रूम, प्रतीक्षालय, लॉबी, स्टेशन परिसर तथा अमृत भारत स्टेशन योजना के अंतर्गत रायगढ़ स्टेशन में चल रहे विकास कार्यों का भी निरीक्षण किया।निर्माणाधीन यात्री सुविधाओं, सर्कुलेटिंग एरिया के उन्नयन कार्यों का निरीक्षण कर जायजा लिये तथा अधिकारियों को निर्देश दिए कि कार्य निर्धारित समयसीमा में गुणवत्तापूर्वक पूर्ण किए जाएं ताकि यात्रियों को बेहतर एवं आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सके।
क्रू लॉबी व रनिंग रूम के निरीक्षण के दौरान कर्मचारियों से संरक्षा के संबंध में पूछताछ की एवं रेल परिचालन में अहम भूमिका अदा करने वाले लोको पायलट एवं अन्य रेलकर्मियों से मुलाकात की एवं उन्हें उपलब्ध करायी जा रही सुविधाओं का जायजा लिए ।

इसके अतिरिक्त महाप्रबंधक ने चक्रधर नगर में ट्रेनों के बेहतर संचालन के लिए बनाए जा रहे निर्माणाधीन हट केबिन (ब्लॉक केबिन) का भी निरीक्षण किया। उन्होंने कार्य प्रगति की समीक्षा करते हुए समयबद्ध एवं गुणवत्तापूर्ण क्रियान्वयन हेतु अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
इस अवसर पर दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के प्रमुख विभागाध्यक्ष, बिलासपुर मंडल के मंडल रेल प्रबंधक  राजमल खोईवाल सहित संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।

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2025 बिहार विधानसभा पर विश्लेषण....

इसबार का चुनाव एकतरफा दिख रहा है, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी का राजनीतिक परिपक्वकता, कार्य एवं चाणक्य की भूमिका से एन डी ए क़ो जबरदस्त फायदा होने जा रहा है, नीतीश कुमार जी की पार्टी की तैयारी, टिकट बटवारा में सूझ बुझ एवं समय पर टिकट बटवारा एक बार पुनः जदयू क़ो बिहार की नम्बर एक पार्टी बना रही है, सहयोगी भाजपा का नितीश कुमार जी के साथ सामंजस्य काफ़ी बढ़िया होने से एवं लोगों का प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के प्रति लगाव के कारण भाजपा का प्रदर्शन अच्छा होगा, हालांकि टिकट बटवारा में भाजपा ने घिसा पिटा चेहरा पर ज्यादातर भरोसा जताया है जो थोड़ा सा नुकसान दायक होगा, टिकट बटवारा में भाजपा के मुकाबले जदयू ज्यादा सूझ बुझ दिखाया है।
एन डी ए के सहयोगी लोजपा (रामविलास), राष्ट्रीय लोक मोर्चा, एवं हम पार्टी के साथ ने एन डी ए क़ो अभेद किला बना दिया है, इन तीनों दल का प्रदर्शन काफी अच्छा रहेगा।

बिहार के मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी के चेहरा के सामने बिपक्ष कहीं ठहरता नहीं दिख रहा है, लोगों क़ो लालू जी के शासन का जंगलराज आज भी याद आ रहा है, बिहार में सड़को का जाल, बिजली पानी, स्कूल, महिलाओं का डेवलपमेंट सब भा रहा है, हाल फिलहाल में मुख्यमंत्री जी का फैसला चुनाव क़ो एकतरफा बनाया है वह है, वृद्धा पेंशन 1100, 125 यूनिट बिजली फ्री, महिलाओं के खाता में 10000 रुपया का तत्काल ट्रांसफर, स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड क़ो 10 लाख करना, इत्यादि।

दूसरे तरफ विपक्ष का आपस में सामंजस्य का अभाव, नॉमिनेशन के अंतिम समय तक गठबंधन का स्वरुप क्लियर नहीं होना महागठबंधन क़ो और नुकसान पहुंचाया है।
सबसे बड़ी बात बिहार की जनता श्री तेजस्वी यादव जी क़ो मुख्यमंत्री के रूप में स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं होना महागठबंधन के हार का सबसे बड़ा कारण बनेगा।
ज़ब श्री लालू प्रसाद जी मुख्यमंत्री बने थे तो वह स्वाभाविक तौर पर खुद अपने राजनीत के कारण मुख्यमंत्री बने थे, श्री नीतीश कुमार जी मुख्यमंत्री बने तो खुद अपने मेहनत के बलबुता पर बने, परन्तु आज श्री लालू प्रसाद जी, विरासत के अंतर्गत श्री तेजस्वी यादव जी क़ो मुख्यमंत्री बनाना चाह रहें है, परन्तु बिहार की जनता इसपर तैयार नहीं दिख रही है, तेजस्वी जी का मैट्रिक पास नहीं हो पाना भी एक नकारात्मक पहलू है जो उनके गठबंधन क़ो नुकसान पहुंचता है।
टिकट बतावारा में राजद ने बाहुबली, माफिया, धनपशुओ पर भरोसा जताया है इससे भी नुकसान दिख रहा है, तेजस्वी जी के प्रण पत्र में जो हर परिवार के सदस्यों क़ो नौकरी देने या अन्य वादों पर लोगों क़ो भरोषा नहीं हो पा रहा है, सिवान में जिस दौर क़ो लोग भूल चुके है उनके परिवार से टिकट देकर लोगों के याद क़ो ताज़ा किया जा रहा है।
राजद के समर्थक जिस तरीका से गाना क़ो लिख और गा रहें है उससे भी महागठबंधन क़ो भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है, कुल मिलाकर MY समीकरण महागठबंधन के साथ जुड़े हुए है, परन्तु अन्य जातिया महागठबंधन से दुरी बना कर रह रही है, हालांकि महागठबंधन के यादव समीकरण भी वहां पूरी तरह से ध्वस्त दिख रही है जंहा से एन डी ए का यादव प्रत्याशी है।

तीसरे शक्ति जनसूराज की बात करें तो जनसूराज के लिए उपलब्धि यह होगी की 5-8% वोट लेकर जनसुराज बिहार की मान्यता प्राप्त क्षेत्रीय राजनीतिक दल बन कर उभरेगी, जहां तक सीटों की बात करें तो दो चार सीट जीत भी सकती है नहीं भी जीत सकती है।

निष्कर्ष -
एन डी ए पूर्ण बहुमत के साथ सरकार में आ रही है... अगर NDA 155 + सीट जीत जाये तो इसमें आश्चर्य की बात नहीं है

महागठबंधन 5 से 6 दर्जन सीट जीतने के लिए संघर्ष करेगी।

जनसुराज 6% से अधिक वोट प्राप्त कर बिहार की मान्यता प्राप्त क्षेत्रीय दल बनेगा, सीट दो चार जीत भी सकता है, नहीं भी जीत सकता है..



Deepak kumar

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Estimate direct and indirect jobs per project

Estimating direct and indirect jobs per project in heavy industry can generally follow these guidelines based on job creation studies and industry multipliers:

- Direct jobs are those created within the project itself, such as production line workers, engineers, technicians, and support staff employed by the project.
- Indirect jobs arise in the supply chain and supporting industries — for example, jobs in steel suppliers, logistics, services, and equipment manufacturing that support the main project.

From job impact analysis in similar industrial sectors, indirect jobs typically range from 1.5 to 2 times the number of direct jobs, meaning total employment impact (direct + indirect) is around 2.5 to 3 times the direct employment.

Applying this to the Odisha heavy industry projects with known direct employment:

| Project | Direct Jobs | Estimated Indirect Jobs (1.5x direct) | Estimated Total Jobs (Direct + Indirect) |
|------------------------------------------------|--------------|----------------------------------------|---------------------------------------------|
| Jindal Steel and Power (Angul) | 24,350 | ~36,525 | ~60,875 |
| Jindal Stainless (Kalinganagar, Jajpur) | 2,236 | ~3,354 | ~5,590 |
| Essar Minmet (Keonjhar & Paradip) | 1,468 | ~2,202 | ~3,670 |
| ArcelorMittal Nippon Steel (Keonjhar & Paradip)| 655 | ~983 | ~1,638 |
| Shyam Metalics and Energy (Sambalpur) | 3,270 | ~4,905 | ~8,175 |
| Galax Industries (Khurdha) | 310 | ~465 | ~775 |
| Envirocare Pellet Plant (Sundergarh) | 195 | ~293 | ~488 |
| Envirocare Slurry Pipeline Project | 68 | ~102 | ~170 |
| Fomento Group (Bhadrakh) | 700 | ~1,050 | ~1,750 |
| Rungta Mines Limited (Dhenkanal) | 290 | ~435 | ~725 |

This approach provides a reasoned estimate of total employment impact combining direct and indirect jobs per project, reflecting the broader economic effects these heavy industry projects generate in Odisha [1][3][4][8].

Citations:
[1] ASSESSING EMPLOYMENT GENERATION https://mohua.gov.in/upload/uploadfiles/files/NIPFP_Report_Final.pdf
[2] How to Measure Job Creation in Development Projects https://idbinvest.org/en/blog/development-impact/how-measure-job-creation-development-projects
[3] What is the difference between direct jobs and indirect jobs ... https://www.eb5investors.com/qa/what-is-the-difference-between-direct-jobs-and-indirect-jobs-in-eb5/
[4] Estimating the Job Creation Impact of ... https://www.adb.org/sites/default/files/publication/850336/job-creation-impact-development-assistance.pdf
[5] TABLE 1. ESTIMATED DIRECT AND INDIRECT JOBS IN ... https://www.eqmagpro.com/wp-content/uploads/2020/09/IRENA_RE_Jobs_2020_compressed-21-30.pdf
[6] Indirect Jobs Measurement https://www.jobsanddevelopment.org/indirect-jobs-measurement/
[7] Direct vs Indirect Costs in Construction https://www.deltek.com/en/construction/accounting/job-costing/direct-cost-vs-indirect-cost
[8] Employment Direct Indirect And Induced https://www.sejplatform.org/Key-concepts/Employment-Direct-Indirect-And-Induced
[9] Direct, indirect, and induced employment https://en.wikipedia.org/wiki/Direct,_indirect,_and_induced_employment

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Give expected employment numbers for those projects

The expected employment numbers for the top heavy industry projects in Odisha during 2024-25 are as follows:

1. Jindal Steel and Power Limited expansion in Angul: Over 24,350 persons.
2. Jindal Stainless Limited expansion in Kalinganagar, Jajpur: Over 2,236 persons.
3. Essar Minmet Limited beneficiation, pellet plant, and slurry pipeline in Keonjhar and Paradip: Over 1,468 persons.
4. ArcelorMittal Nippon Steel India Limited beneficiation and pellet plant expansion: Over 655 persons.
5. Shyam Metalics and Energy Limited steel plant expansion in Pandloi, Sambalpur: Over 3,270 persons.
6. Galax Industries Medium Density Fibreboard manufacturing facility in Khurdha: Over 310 persons.
7. Envirocare Infrasolution pellet plant at Lathikata, Sundergarh: Over 195 persons.
8. Envirocare Infrasolution slurry pipeline project: 68 persons.
9. Fomento Group beneficiation and pellet plant at Dhamra, Bhadrakh: About 700 persons.
10. Rungta Mines Limited Integrated Steel Plant expansion in Dhenkanal: About 290 persons.

These projects together provide employment opportunities spanning from around 68 to over 24,000 with large-scale steel and metallurgical expansions being the most significant job creators [8][9][10].

Citations:
[1] Building the Workforce: India Adds~17 Crore Jobs in 6 years https://www.pib.gov.in/PressReleasePage.aspx?PRID=2174773
[2] Future of Jobs Report 2025: 78 Million New ... https://www.weforum.org/press/2025/01/future-of-jobs-report-2025-78-million-new-job-opportunities-by-2030-but-urgent-upskilling-needed-to-prepare-workforces/
[3] Employment Projections Home Page https://www.bls.gov/emp/
[4] Employment Situation in the Country A. What PLFS data ... https://dge.gov.in/dge/sites/default/files/2024-11/Revised_Employment_situation_08_11.pdf
[5] The Future of Jobs Report 2025 | World Economic Forum https://www.weforum.org/publications/the-future-of-jobs-report-2025/digest/
[6] Employment in India https://www.dataforindia.com/work-employment-in-india/
[7] The Future of Jobs Report 2025 Predictions and Opp https://employmentnews.gov.in/newemp/MoreContentNew.aspx?n=Editorial&k=120467
[8] Odisha approves investment projects worth Rs 464.72 crore https://investodisha.gov.in/news/
[9] Odisha government approves 15 industrial projects worth ... https://www.eqmagpro.com/odisha-government-approves-15-industrial-projects-worth-rs-3353-crore-eq/
[10] CM Manjhi launches 27 major industrial projects worth ... https://www.business-standard.com/india-news/cm-manjhi-launches-27-major-industrial-projects-worth-25-308-crore-125091501220_1.html

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List top heavy industry projects in Odisha 2024-25 with investment amounts

The top heavy industry projects in Odisha for 2024-25 with their investment amounts are as follows:

1. Expansion of Jindal Steel and Power Limited’s Integrated Steel Plant in Angul from 6 MTPA to 18.6 MTPA, along with a 36 MTPA slurry pipeline and 12.5 MTPA cement plant, with an investment of Rs 76,018 crore. Potential employment for over 24,350 persons.

2. Expansion of Jindal Stainless Limited’s Stainless Steel capacity from 1.1 MTPA to 3.2 MTPA and Cold Rolling Mill capacity from 0.8 MTPA to 2.4 MTPA in Kalinganagar, Jajpur, with an investment of Rs 6,840 crore. Employment potential over 2,236 persons.

3. Essar Minmet Limited’s 14 MTPA beneficiation plant, 14 MTPA pellet plant, and 14 MTPA slurry pipeline project in Keonjhar and Paradip with an investment of Rs 6,650 crore. Employment potential over 1,468 persons.

4. Expansion of ArcelorMittal Nippon Steel India Limited’s Beneficiation Plant in Keonjhar from 10.76 MTPA to 16.76 MTPA and Pellet Plant at Paradip from 6 MTPA to 12 MTPA, with an investment of Rs 2,000 crore. Employment for over 655 persons.

5. Expansion of Shyam Metalics and Energy Limited’s steel plant in Pandloi, Sambalpur from 0.77 MTPA to 2.373 MTPA and rolling mill with Rs 1,205 crore investment. Employment potential over 3,270 persons.

6. Medium Density Fibreboard manufacturing facility by Galax Industries at Malipada in Khurdha district with an investment of Rs 93 crore and employment for over 310 people.

7. Pellet plant at Lathikata in Sundergarh by Envirocare Infrasolution Pvt Ltd with Rs 100 crore investment and employment for over 195 persons.

8. Four MTPA slurry pipeline project by Envirocare Infrasolution Pvt Ltd with Rs 100 crore investment and employment for 68 persons.

9. Fomento Group’s 3.6 MTPA iron ore beneficiation plant and 3.2 MTPA pellet plant at Dhamra in Bhadrakh district with Rs 1,040 crore investment and employment potential of about 700 persons.

10. Expansion of Rungta Mines Limited’s Integrated Steel Plant in Dhenkanal with Rs 975 crore investment and employment about 290 people.

These projects reflect Odisha's emphasis on steel, pellet plants, beneficiation, cement, and allied heavy industry infrastructure, collectively involving investments exceeding Rs 90,000 crore and generating substantial employment opportunities [1][2][3].

Citations:
[1] Odisha approves investment projects worth Rs 464.72 crore https://investodisha.gov.in/news/
[2] Odisha government approves 15 industrial projects worth ... https://www.eqmagpro.com/odisha-government-approves-15-industrial-projects-worth-rs-3353-crore-eq/
[3] CM Manjhi launches 27 major industrial projects worth ... https://www.business-standard.com/india-news/cm-manjhi-launches-27-major-industrial-projects-worth-25-308-crore-125091501220_1.html
[4] Rs 25380 Crore Investment To Generate Over 52000 Jobs https://www.youtube.com/watch?v=v-lSu39RNqk
[5] Odisha Govt Approves 18 Industrial Projects, ₹4515 Crore ... https://www.youtube.com/watch?v=Ky0kH_iQUpE
[6] Odisha chief minister lays foundation stone for 27 projects ... https://timesofindia.indiatimes.com/city/bhubaneswar/odisha-chief-minister-lays-foundation-stone-for-27-projects-worth-rs-25380-crore-to-generate-over-51000-jobs/articleshow/123907875.cms
[7] Infrastructure Projects under Implementation https://industries.odisha.gov.in/about-us/associate-bodies/IDCO/infrastructure-projects-under-implementation
[8] Odisha govt approves 25 industrial projects valued at Rs ... https://www.dailyworld.in/national/odisha-govt-approves-25-industrial-projects-valued-at-rs-4-739-crore-in-13-sectors-639491.html
[9] Odisha CM Majhi inaugurated 27 industrial projects worth ... https://www.facebook.com/mycitylinks/posts/odisha-cm-majhi-inaugurated-27-industrial-projects-worth-25380-crore-across-12-d/1360964046034857/

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Compare heavy industry investment totals for Karnataka and Odisha in 2024-25

In comparing heavy industry investment totals for Karnataka and Odisha in 2024-25:

Karnataka attracted approximately INR 4.27 lakh crore (about USD 55.5 billion) in investments across sectors including heavy industries, advanced manufacturing, semiconductor equipment, EV, avionics, and clean energy-related manufacturing. Karnataka accounted for about 20% of India's Foreign Direct Investment (FDI) inflow, indicating a significant volume of investment in its industrial and technology sectors [10][5].

On the other hand, Odisha approved heavy industry projects worth roughly Rs 1.65 lakh crore (approximately USD 22 billion) during this period, primarily focused on steel, aluminium, cement, power generation, and green hydrogen. Odisha's investments are concentrated in large integrated steel plants, metallurgical projects, and related heavy industrial infrastructure, with government facilitation for major expansions [11][12][7].

To summarize the comparison:

| State | Heavy Industry Investment Total (2024-25) | Investment Focus |
|-----------|--------------------------------------------------|---------------------------------------------|
| Karnataka | INR 4.27 lakh crore (USD ~55.5 billion) | Semiconductor, EV, avionics, advanced manufacturing, clean energy |
| Odisha | Rs 1.65 lakh crore (USD ~22 billion) | Steel, aluminium, cement, power, green hydrogen |

Karnataka's heavy industry investments in 2024-25 are approximately 2.6 times higher than Odisha's, reflecting Karnataka's diverse industrial investment base including high-tech manufacturing and clean energy sectors. Odisha’s investments, while smaller in total, are concentrated in heavy metallurgical and energy infrastructure sectors with large-scale integrated plants [10][11][12][5][7].

Citations:
[1] Five Indian states with highest FDI in FY 2024-25 https://www.investindia.gov.in/team-india-blogs/five-indian-states-highest-fdi-fy-2024-25
[2] Sector-Wise Projections 2024-25 https://www.nabard.org/auth/writereaddata/tender/2708240923pub_250124104035893.pdf
[3] State of State Finances 2024-25 https://prsindia.org/files/budget/State_of_State_Finances-2024-25.pdf
[4] India Manufacturing Tracker: 2024-25 https://www.india-briefing.com/news/india-manufacturing-tracker-2025-33968.html/
[5] Industrial Development & Economic Growth in Karnataka https://www.ibef.org/industry/karnataka-presentation
[6] Annual Report 2024-25 https://www.dpiit.gov.in/static/uploads/2025/06/3d9c9c2daeefb97bb9ce964370938b71.pdf
[7] Odisha Economic Survey 2024-25 - Finance Department https://finance.odisha.gov.in/sites/default/files/2025-02/Highlights%20and%20Executive%20Summary-English%20Version%20(1).pdf
[8] economic survey of karnataka https://data.opencity.in/dataset/de112131-ef56-4c2a-a001-da90cc0d06ca/resource/d652fb65-fde9-4c2b-a021-256c1bd7b73a/download/economic-survey-2024-25_compressed.pdf
[9] Annual Report 2024-25 https://www.niti.gov.in/sites/default/files/2025-02/Annual%20Report%202024-25%20English_FINAL_LOW%20RES_0.pdf
[10] Invest Karnataka 2025 Wraps Up with ₹10.27 Lakh Cr https://investkarnataka.co.in/wp-content/uploads/2025/03/Invest-Karnataka-2025-Wraps-Up-with-%E2%82%B910.27-Lakh-Cr.pdf
[11] Odisha approves investment projects worth Rs 464.72 crore https://investodisha.gov.in/news/
[12] Odisha govt approves Rs 1,65303 crore investments for ... https://timesofindia.indiatimes.com/city/bhubaneswar/odisha-govt-approves-rs-165303-crore-investments-for-industrial-projects-across-seven-districts/articleshow/119631973.cms

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get the Heavy Industry held in Karnataka and Odisha as on 2024-25

The heavy industry holdings in Karnataka as of 2024-25 include major investments in manufacturing, engineering, and advanced technology sectors. Key heavy industry projects involve companies like Lam Research for semiconductor equipment manufacturing and R&D (INR 10,000 Cr), Volvo for manufacturing EV trucks (INR 1,400 Cr), Samvardhana Motherson for manufacturing and engineering facilities (INR 3,700 Cr), Safran for avionics manufacturing (INR 225 Cr), Honda for EV 2-wheeler manufacturing (INR 600 Cr), and other significant investments in solar photovoltaic manufacturing, battery production, and electrical product manufacturing. Karnataka is also focused on clean mobility clusters and infrastructure development to strengthen its EV leadership, with strong incentives for investments in the sector [1].

In Odisha, the heavy industry includes a mix of steel, iron, aluminium, cement, and power projects with very large-scale investments. Highlights include the expansion of Jindal Steel and Power Limited’s integrated steel plant in Angul with investments of approximately Rs 76,018 crore, a JSW Steel integrated steel plant project worth Rs 35,000 crore at Keonjhar, along with several other substantial steel and metal downstream sector projects. Odisha government has approved heavy industry projects amounting to Rs 1,65,303 crore recently, covering steel, aluminium, power generation, and green hydrogen sectors. The government also supported projects like pellet plants, sponge iron beneficiation, and infrastructure with employment opportunities for tens of thousands [2][4].

To summarize:

| State | Notable Heavy Industry Holdings & Investments (2024-25) | Approximate Investment Scale |
|-----------|--------------------------------------------------------------------------------------|-------------------------------------|
| Karnataka | Semiconductor, EV trucks, avionics, solar photovoltaic, battery, electrical products | INR 10,000 Cr+ range for top projects |
| Odisha | Steel plants (Jindal, JSW), aluminium, cement, pellet plants, power generation | Rs 1,65,303 crore total in major projects |

This demonstrates Karnataka's focus on advanced manufacturing and clean energy-related heavy industries, while Odisha centers on steel and metal industries with massive integrated steel plant expansions as key pillars [1][2][4].

Citations:
[1] Invest Karnataka 2025 Wraps Up with ₹10.27 Lakh Cr https://investkarnataka.co.in/wp-content/uploads/2025/03/Invest-Karnataka-2025-Wraps-Up-with-%E2%82%B910.27-Lakh-Cr.pdf
[2] Odisha approves investment projects worth Rs 464.72 crore https://investodisha.gov.in/news/
[3] Year End Review 2024: Ministry of Heavy Industries https://www.pib.gov.in/PressReleasePage.aspx?PRID=2085938
[4] Odisha govt approves Rs 1,65303 crore investments for ... https://timesofindia.indiatimes.com/city/bhubaneswar/odisha-govt-approves-rs-165303-crore-investments-for-industrial-projects-across-seven-districts/articleshow/119631973.cms
[5] Orders Technical Cell Large and Mega Industry https://industry.karnataka.gov.in/42/technical-cell-large-&-mega-industry/en
[6] Odisha chief minister lays foundation stone for 27 projects ... https://timesofindia.indiatimes.com/city/bhubaneswar/odisha-chief-minister-lays-foundation-stone-for-27-projects-worth-rs-25380-crore-to-generate-over-51000-jobs/articleshow/123907875.cms
[7] KARNATAKA INDUSTRIAL POLICY 2025-30 https://consbangalore.esteri.it/wp-content/uploads/2025/03/Karnatakas-New-Industrial-Policy-2025-30_compressed.pdf
[8] Odisha Economic Survey 2023-24 - Finance Department https://finance.odisha.gov.in/sites/default/files/2024-07/02-OES%202023-24%20Highlights%20and%20Executive%20Summary%20(English).pdf
[9] Industrial Development & Economic Growth in Karnataka https://www.ibef.org/industry/karnataka-presentation
[10] Annual Report 2024-25 https://www.dpiit.gov.in/static/uploads/2025/06/3d9c9c2daeefb97bb9ce964370938b71.pdf

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💧 वार्ड 8, सोनहत: नल-जल योजना की बदहाली,? एक साल से खराब है? नाल पानी को तरस रहे लोग!?
सोनहत (कोरिया): ग्राम पंचायत सोनहत के वार्ड क्रमांक 8 में सरकार की महत्वाकांक्षी नल-जल योजना पूरी तरह से दम तोड़ चुकी है। आलम यह है कि वार्ड में लगा नल-जल का पंप/कनेक्शन पिछले एक साल से अधिक समय से खराब पड़ा है।?
🚱 समस्या की गंभीरता। ?
* एक साल से खराब: वार्ड के रहवासियों को पीने और दैनिक उपयोग के पानी के लिए भयंकर संकट का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि नल-जल कनेक्शन खराब होने के कारण एक बूँद पानी भी घरों तक नहीं पहुँच रहा है।?
* विभाग मौन, पंचायत उदासीन: ग्रामीणों की शिकायत है कि इतने लंबे समय से खराब पड़े पंप की मरम्मत के लिए जल संसाधन विभाग या संबंधित तकनीकी अमले द्वारा किसी भी प्रकार का कोई प्रयास नहीं किया गया है।?
वहीं, स्थानीय ग्राम पंचायत भी इस गंभीर समस्या पर पूरी तरह से मौन है और वार्डवासियों की सुध नहीं ले रही है।?
* पानी का विस्तार ठप्प: जिस उद्देश्य से यह योजना शुरू की गई थी - हर घर तक स्वच्छ पानी पहुँचाना - वह वार्ड 8 में पूरी तरह विफल हो चुका है। विभाग और पंचायत की उदासीनता के कारण पानी के विस्तार की योजना कागजों तक सीमित होकर रह गई है।?
😡 ग्रामीण आक्रोशित
वार्ड के लोगों में इस निंदनीय स्थिति को लेकर गहरा आक्रोश है। उनका कहना है कि जहाँ एक ओर सरकार हर घर नल से जल पहुँचाने का दावा कर रही है, वहीं उनके वार्ड में एक साल से नल-जल योजना खराब पड़ी है।?
> "जब योजना को चालू रखने के लिए मरम्मत ही नहीं हो रही है, तो फिर इस तरह की योजना का क्या फायदा? जिम्मेदार अधिकारी और जनप्रतिनिधि तुरंत इस पर ध्यान दें,"?
एक स्थानीय निवासी ने कहा।
> बलभद्र सिंह भदोरिया ने ऐसा बताया कि
🛠️ तत्काल समाधान की मांग
वार्डवासियों ने जिला प्रशासन से तत्काल हस्तक्षेप करने और नल-जल कनेक्शन की मरम्मत करवाकर सुचारू रूप से पानी की आपूर्ति बहाल करने की मांग की है, ताकि उन्हें पानी की गंभीर समस्या से निजात मिल सके।
सवाल यह है: ?
आखिर ग्राम पंचायत और संबंधित विभाग कब जागेगा, और वार्ड क्रमांक 8 के लोगों को कब तक पानी के लिए भटकना पड़ेगा??
ग्राम पंचायत सोनहत
खबर/जन-जन की आवाज

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ಹಿಂದೂ ಮೂಲಭೂತವಾದಿಗಳು ಕೋಮುವಾದಿಗಳು ಎಂದು ಟಿಕೀಸುವ ಪ್ರಗತಿಪರರು ಬುದ್ದಿಜೀವಿಗಳು, ಸಾಹಿತಿಗಳು ಎಂದು ಕೂಡ ಮುಸ್ಲಿಂ ಮೂಲಭೂತವನ್ನು ಅವರಲ್ಲಿಯ ಅತಿಹೆಚ್ಚು ಅಡಗಿಕೊಂಡ ಕೋಮುವಾದಿಯ ಮನಸ್ಥಿತಿ ಯನ್ನು ಪ್ರಶ್ನಿಸುವ ಗೋಜಿಗೆ ಹೋಗಲಿಲ್ಲ ಕಾರಣ ಎಲ್ಲರಿಗೂ ತಿಳಿದಿರುವುದೇ.
ಪ್ರಗತಿಪರರ ಗುಂಪಿನಲ್ಲಿ ಕಾಣಸಿಗುವ ಮುಸ್ಲಿಂ ಸಮುದಾಯದವರು ಬೆರಳೆಣಿಕೆಯಷ್ಟು ಮಾತ್ರ,ಇಡೀ ನಮ್ಮ ಒಂದೆರೆಡು ಶತಮಾನ ಹುಡುಕಿದರೂ ಸಿಕ್ಕುವುದಿಲ್ಲ. ಅದು ಬೋಳುವಾರು, ಸಾರಾ ಅಬ್ಬುಬಕರ್, ರಹಮತ ತರೀಕೆರೆ, ಬಾನು ಮಾಸ್ತಕ್ ಇವರೆಲ್ಲರೂ ತಮ್ಮ ಸಮುದಾಯದ ಮೂಲಭೂತವಾದಿಗಳನ್ನು ಒಂದು ಸಲ ಪ್ರಶ್ನಿಸಿ ಮುಂದೆ ಅದರಿಂದ ಪರಿಣಾಮಕ್ಕೆ ಅಂಜಿ ಧೈರ್ಯದಿಂದ ಪ್ರಶ್ನಿಸುವುದನ್ನೇ ಮರೆತಿದ್ದಾರೆ, ಅದಕ್ಕೆ ಬಾಂಗ್ಲಾದೇಶದ ತಸ್ಲೀಮ್ ನಸ್ರಿನ್ ಉದಾಹರಣೆಯಾಗಿ ನಿಲ್ಲುತ್ತಾರೆ ದೇಶ ಬೇರೆಯಾದರು ಮನಸ್ಥಿತಿ ಒಂದೇ. ಇವರ ಪ್ರಗತಿಪರ ವಿಚಾರಧರೆಗಳೆಲ್ಲವೂ ಹಿಂದೂ ಧರ್ಮದ ವಿರುದ್ಧವೇ.
ಬಹುಷಃ ಆ ಸಮುದಾಯದವರೇ ಆತ್ಮವಿಮರ್ಶೆ ಮಾಡಿಕೊಳ್ಳುಬೇಕು. ಇವತ್ತಿನ ದೆಹಲಿ ಸ್ಫೋಟದ ಬಗ್ಗೆ ಯಾವ ಮುಸ್ಲಿಂ ಪ್ರಗತಿಪರರು ಗಟ್ಟಿಯಾಗಿ ಆ ಕೃತ್ಯವನ್ನು ಖಂಡಿಸಿದ್ದಾರೆ. ತ್ರಿಪಲ್ ತಲಾಕ್, ಹಿಜಾಬ್ ಬಗ್ಗೆ ಬೀದಿಗಿಳಿದವರು ಇಂದು ಯಾರು ಬೀದಿಗಿಳಿದಿದ್ದಾರೆ ಹೇಳಿ. ಅವರ ಪ್ರತಿ ಭಯೋತ್ಪಾದನೆ ಕೃತ್ಯದ ಬಗ್ಗೆ ವಹಿಸುವ ಮೌನ ಅವರನ್ನು ಭಾರತ ನೆಲದ ಬಹುಸಂಖ್ಯೆತರಲ್ಲಿ ಅಪನಂಬಿಕೆ ಮೂಡಿಸುವಲ್ಲಿ ಅವರೇ ಪ್ರಮುಖ ಪಾತ್ರ ವಹಿಸಿದ್ದಾರೆ. ಸಧ್ಯ ಈಗ ಎಷ್ಟು ಅಪನಂಬಿಕೆ ಮೂಡಿದೆ ಎಂದರೆ ದೇವಸ್ಥಾನದ ಮುಂದೆ ಅವರಿಗೆ ವ್ಯಾಪಾರಕ್ಕೆ ಸರ್ಕಾರ ಜಾಗ ಕೊಡಬಾರದು ಎನ್ನುವಷ್ಟು ಆದರೂ ಅದರಿಂದ ಆ ಸಮುದಾಯದವರು ಇನ್ನು ನಿದ್ದೆಯಿಂದ ಎಚ್ಚರವಾಗಿಲ್ಲ.

ಇನ್ನು ಆ ಸಮುದಾಯದವರು ಎಚ್ಛೆತ್ತುಕೊಳ್ಳದಿದ್ದರೆ ಮುಂದೆ ಸಂಪೂರ್ಣವಾಗಿ ಇಲ್ಲಿಯ ಬಹುಸಂಖ್ಯೆಯ ಜನರ ನಂಬಿಕೆಯನ್ನು ಕಳೆದುಕೊಳ್ಳಬೇಕಾಗುತ್ತದೆ.

ಭಯೋತ್ಪಾದನೆಗೆ ಧರ್ಮವಿಲ್ಲ ಎನ್ನುತ್ತಾರೆ ಆದರೆ ಧರ್ಮದ ಅಮಲಿನಲ್ಲಿಯೇ ಭಯೋತ್ಪಾದನೆ ಹುಟ್ಟುಕೊಂಡಿದೆ ಎಂಬುದು ಜಾಗತಿಕ ಮಟ್ಟದಲ್ಲಿ ರುಜುವಾತಾಗಿದೆ.
ಇನ್ನಾದರೂ ಮುಸ್ಲಿಂ ಸಮುದಾಯದ ಧಾರ್ಮಿಕ ಮುಖಂಡರು, ರಾಜಕೀಯ ನಾಯಕರು, ಇದರ ಬಗ್ಗೆ ಗಂಭೀರವಾಗಿ ಯೋಚಿಸಬೇಕು. ತಪ್ಪನ್ನು ಖಂಡಿಸುವ ಚಾತಿಯನ್ನು ರೂಢಿಸಿಕೊಳ್ಳಬೇಕು. ಸರ್ವಧರ್ಮ ಸಮಾಣತೆಯಲ್ಲಿ ನಂಬಿಕೆಯನ್ನು ಇಡಬೇಕು.
ಜಗತ್ತಿನಲ್ಲಿ ಎಲ್ಲೇ ಹೋದರು ಭಾರತದಂತ ಸುಂದರ ದೇಶ ಸಿಕ್ಕದು.

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🚨 नारकीय दुर्गंध और गंदगी से त्रस्त सोनहत वार्ड क, 8: पंचायत की घोर उपेक्षा का शिकार! 🚨
सोनहत (कोरिया): ग्राम पंचायत सोनहत के वार्ड क्रमांक 8 के मोहल्लेवासियों का जीवन इन दिनों नरक से भी बदतर हो गया है। चारों ओर कचरे का अंबार और असहनीय गंदगी ने पूरे वार्ड को अपनी गिरफ्त में ले रखा गया है।?
स्थानीय निवासियों के बार-बार गुहार लगाने के बावजूद, ग्राम पंचायत की घोर उपेक्षा और असंवेदनशीलता के कारण यह समस्या विकराल रूप ले चुकी है।
🤢 बदहाली का मंजर: जीवन हुआ दुश्वार
वार्ड 8 में जहां-तहां फैले कचरे के ढेर प्रशासनिक उदासीनता की खुली पोल खोल रहे हैं। सड़कों के किनारे, खाली प्लॉटों और नालियों में जमा यह सड़ांध भरा कचरा अब बीमारियों को न्योता दे रहा है।?
* असहनीय दुर्गंध: मोहल्ले में 24 घंटे बदबू फैली रहती है, जिससे लोगों का सांस लेना भी मुश्किल हो गया है।
* मच्छरों का आतंक: गंदगी के कारण मच्छरों और अन्य कीटाणुओं का प्रकोप इतना बढ़ गया है कि बच्चों और बुजुर्गों का स्वास्थ्य खतरे में है।?
* स्वास्थ्य पर खतरा: स्थानीय लोग लगातार सर्दी, खांसी, और पेट संबंधी संक्रमणों की चपेट में आ रहे हैं, जिसकी सीधी जिम्मेदारी पंचायत प्रशासन की सुस्ती पर जाती है।?
😡 मोहल्लेवासियों का आक्रोश: "क्या हम इंसान नहीं?"
मोहल्लेवासियों का धैर्य अब जवाब दे चुका है। उन्होंने कठिन से कठिन निंदा शब्दों में पंचायत के रवैये पर अपना गुस्सा जाहिर किया है।?
एक निवासी ने कड़े शब्दों में कहा, "पंचायत को क्या हमारी समस्या दिखाई नहीं देती? क्या वे हमारी तकलीफों के प्रति बिल्कुल अंधे हो चुके हैं? हम टैक्स देते हैं, हम इसी पंचायत के नागरिक हैं, फिर भी हमें इस घिनौनी गंदगी में रहने को मजबूर क्यों किया जा रहा है?"
उनका मुख्य रोष कचरा घर (Solid Waste Management/कचरा संग्रहण केंद्र) के निर्माण में हो रही अक्षम्य देरी पर है।
> 🗣️ "हम पंचायत से नहीं, बल्कि स्वच्छता के अधिकार की भीख मांग रहे हैं। यह कैसी लचर व्यवस्था है, जहां प्राथमिक नागरिक सुविधा के लिए भी हमें सड़कों पर उतरने को मजबूर होना पड़ रहा है। अगर जल्द ही कचरा घर नहीं बना, तो यह साफ है कि पंचायत हमारी जान-माल की परवाह नहीं करती।"
>
🛠️ मांग: तत्काल कचरा घर का निर्माण
स्थानीय निवासियों ने ग्राम पंचायत से तत्काल प्रभाव से निम्नलिखित कदम उठाने की मांग की है:?
* कचरा घर/संग्रहण केंद्र का शीघ्र निर्माण एवं उसे क्रियान्वित करना।
* नियमित रूप से कचरा उठाव की व्यवस्था सुनिश्चित करना।
* पूरे वार्ड में विशेष सफाई अभियान चलाना और कीटनाशकों का छिड़काव करना।?
प्रशासन को यह समझना होगा कि यह केवल कचरा नहीं, बल्कि वार्ड 8 के निवासियों के स्वास्थ्य और गरिमा का सवाल है। अगर पंचायत अपनी कुम्भकर्णी नींद नहीं तोड़ती है, तो इसका खामियाजा क्षेत्र की जनता को भुगतना पड़ेगा?
, जिसकी पूरी जिम्मेदारी पंचायत प्रशासन की होगी।?
वार्ड क्रमांक 8 हॉट मेन्ट कॉलोनी के व्यक्तियों का कहना है कि यहां पर एक कचरा बॉक्स नाटो बनना चाहिए जिस मोहल्ले वासियों को कचरा फेंकने में तकलीफ का सामना न करना पड़े ऐसी मांग है ग्राम पंचायत चुनाव से स्थानीय ग्रामीणों का मोहल्ले वासियों का ?
ग्राम पंचायत सोनहत
खबर/जन जन की आवाज

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Koraput | Nov 12, 2025 - In a proud moment for Odisha, Koraput Damanjodi Higher Secondary School has brought national glory by being recognised in the 6th National Water Awards 2024, announced by the Ministry of Jal Shakti. The institution’s remarkable efforts in promoting water conservation, rainwater harvesting, and sustainable resource management have earned it distinction among the Best Schools in the Country category.

Union Minister of Jal Shakti Shri C.R. Paatil declared the winners today at Shram Shakti Bhawan, New Delhi, acknowledging 46 individuals and organisations across 10 categories for their outstanding contributions to water resource management. The awards aim to celebrate those leading the nation towards a “Jal Samridh Bharat” (Water-Enriched India).

The award ceremony will be held on November 18, 2025, at Vigyan Bhawan, New Delhi, where the Hon’ble President of India, Smt. Droupadi Murmu, will grace the event as the Chief Guest and present the awards.

Speaking about the achievement, school officials expressed immense pride, stating that this recognition reflects years of dedicated work by students and teachers toward environmental sustainability and community awareness. The school’s innovative practices in rainwater harvesting, groundwater recharge, and student-led awareness drives stood out during the national evaluation process conducted by the Central Water Commission (CWC) and Central Ground Water Board (CGWB).

Instituted in 2018, the National Water Awards continue to encourage individuals and institutions to adopt water-wise practices. For Koraput district, this national recognition marks a moment of pride, showcasing how education and environmental commitment can create lasting change.

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राहुल आलाईपुरा

उरई-(जालौन)-दिल्ली में हुए ब्लास्ट को लेकर हिंदुत्व सुरक्षा सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अंकित पाठक के नेतृत्व में प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी,जिलाध्यक्ष भूपेश तिवारी,जिला उपाध्यक्ष ऋतुराज नागर, जिला महामंत्री रामप्रकाश मिश्रा,जिला प्रभारी सन्तोष पटेरिया, जिला मंत्री गजेंद्र सिंह,जिला वरिष्ठ मंत्री सचेन्द्र सिंह राजपूत,
वरिष्ठ कार्यकर्ता बिनोद भदौरिया, ने अपने ऑफिस मौखरी रोड से चलकर मच्छर चौराहे पर पहुंच कर

दिल्ली में हुए ब्लास्ट को लेकर आतंकवाद का पुतला फूंका और नारेबाजी,की साथ ही पाकिस्तान पर आतंकियों को संरक्षण देने का आरोप लगाया है और वहीं राष्ट्रीय अध्यक्ष ने बताया कि दिल्ली पुलिस पूरी तरह सतर्कता से काम कर रही है और दिल्ली पुलिस के साथ पूरा देश खड़ा हुआ है और बहुत ही जल्द दिल्ली पुलिस इन आतंकियों तक पहुंच कर मामले का खुलासा भी करेगी और पूरे मामले की जांच सीबीआई से कराने की बात की और कहा दोषियों को फांसी की सजा दी जाए वहीं जिलाध्यक्ष भूपेश तिवारी ने कहा कि देश और प्रदेश की सरकार हमेशा हिन्दुओं को बढ़ाने का काम कर रही है ये जो घटना हुई इसके पीछे पाकिस्तान का हाथ है जल्द की देश की सुरक्षा एजेंसियां इसका खुलासा करेंगी और दोषियों को अवश्य फाँसी होगी।।

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जगदलपुर, 11 नवंबर। जिले के परपा थाना क्षेत्र अंर्तगत गीदम रोड़ में मंगलवार सुबह एक तेज रफ्तार एम्बुलेंस व स्कूटी में भिड़ंत हो गई, इस घटना में एक मासूम बच्ची की मौत हो गई, जबकि अन्य तीन लोग घायल हो गए जिन्हें उपचार के लिए मेकाॅज लाया गया है।परपा पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार गीदम रोड़ निवासी नेहा सिंह अपनी बेटी जान्हवी 6 वर्ष, विकास 26 वर्ष, नीतू 22 वर्ष और 1 वर्ष का बच्चा सभी को लेकर घर से विद्या ज्योति स्कूल जा रहे थे, इसी दाैरान सामने से आ रही एम्बुलेंस से टक्कर हो गई। हादसे में जान्हवी की माैके पर ही मौत हो गई, जबकि अन्य तीन लोग घायल हो गए। बच्ची के शव को पीएम के लिए भेज दिया गया है, वहीं परपा पुलिस मामले की जांच कर रही है।

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दिल्ली ब्लास्ट मामला

• धौज व फतेहपुर तगा में 800 पुलिस कर्मियों ने खंगाले मकान

अलफलाह मेडिकल कॉलेज के कई छात्र और कर्मचारी हिरासत में, पूछताछ जारी

धौज व फतेहपुर तगा गांव से भारी मात्रा में बरामद 2900 विस्फोटक, एक आरोपी की गिरफ्तारी व दिल्ली में हुए ब्लास्ट के बाद मंगलवार को दिनभर फरीदाबाद पुलिस ने धौज क्षेत्र में सघन जांच अभियान चलाया। करीब 800 पुलिसकर्मियों की कई टीमें धौज, अलफलाह मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल, फतेहपुर तगा और उसके आसपास के इलाकों के घरों, खाली जगह, जंगल की जांच की। जांच में कई सुरक्षा एजेंसियों के अलावा बम स्क्वाड, डॉग स्क्वाड व फॉरेंसिक टीमें भी शामिल थीं। स्थानीय लोगों से भी पूछताछ की।

एजेंसियों ने मंगलवार को अलफलाह मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल, धौज व फतेहपुर तगा से बरामद अमोनियम नाइट्रेट वाले कमरे की जांच की। जांच में स्थानीय पुलिस की टीमों के साथ आईबी, एनआईए, दिल्ली पुलिस व एटीएस की टीमें शामिल थीं। इन्होंने अलफलाह मेडिकल कॉलेज के छात्र व कर्मचारियों से भी पूछताछ की। एजेंसियां मेडिकल कॉलेज के 11 छात्रों को हिरासत में लेकर पूछताछ के लिए साथ ले गई हैं। दिनभर मेडिकल कॉलेज में अंदर-बाहर पुलिस का आना-जाना जारी रहा। अलफलाह मेडिकल कॉलेज की लैब, लाइब्रेरी की जांच की। कर्मचारियों से भी पूछताछ की। लैब के रजिस्टर को भी देखा गया। तीन माह के सीसीटीवी कैमरे की फुटेज भी ली गई है।

सीआईडी को जांच में उर्दू में कुछ शब्द लिखे मिले

डॉ. मुजम्मिल के किराए के कमरे पर चंडीगढ़ सीआईडी की टीम भी पहुंची। यहां उर्दू में कुछ शब्द लिखे मिले। वीडियो रिकॉर्ड कर जांच के लिए भेजा है। पुलिस ने फतेहपुर तगा गांव की मस्जिदों से 4 जमातियों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। पहले गांव में काफी देर तक पुलिस ने इन जमातियों के दस्तावेज और बैग चेक किए। बाद में पुलिस अपने साथ लेकर गई। इनमें एक जम्मू-कश्मीर, एक तमिलनाडु, एक ओडिशा व 1 पलवल के हथीन का रहने वाला है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक जमातियों के फोन में कुछ चैट डिलीट पाई गई। इसके बाद उन्हें पूछताछ के लिए अपने साथ लेकर गई है।

अम्बाला कैंट रेलवे स्टेशन पर आरपीएफ ने की जांच

दिल्ली ब्लास्ट को लेकर प्रदेशभर में मंगलवार को जांच हुई। अम्ब ाला कैंट रेलवे स्टेशन परिसर में आरपीएफ और जीआरपी की टीम ने पार्सल कार्यालय, प्लेटफॉर्म, सवारी गाड़ियों, प्रतीक्षालय व पार्किंग स्थलों की चेकिंग की। जांच में कोई भी संदिग्ध व्यक्ति या वस्तु नहीं मिली है।

पड़ोसी बोले- पता नहीं मुजम्मिल कब आता था

जिस मकान के कमरे से सोमवार को विस्फोटक बरामद हुआ, वह कमरा खंडहरनुमा है। इस समय यहां एक व्यक्ति परिवार के साथ रहता है। वह ट्रक परिचालक है। उन्हें नहीं पता कि डॉ. मुजम्मिल कब सामान लेकर आता था। वह शाम होते ही कमरा बंद कर लेती थी।

कुछ देर के लिए रात को आता था मुजम्मिल

आसपास रह रहे कुछ युवाओं ने बताया कि वह मजदूरी करते हैं। कुछ दिन से देर रात बाहर वाले कमरे का दरवाजा खुलने की आवाज आती थी। वह इतना गौर नहीं करते थे। कुछ मिनट के बाद कमरा बंद मिलता था। इसलिए मुजम्मिल कुछ ही देर के लिए कमरे पर आता था।

फरीदाबाद फतेहपुर तगा गांव में सर्च अभियान के लिए भारी संख्या में पहुंची पुलिस।

मंगलवार को सर्च अभियान के दौरान धौज और फतेहपुर तगा गांव में हर गली में पुलिस दिखाई दे रही थी। दोनों गांवों के घरों के अंदर-बाहर और छतों की भी जांच की गई। यह देखा कि विरोध के लिए छतों पर ईंट-पत्थर तो जमा नहीं किए गए थे। ऐसी जांच अलफलाह मेडिकल कॉलेज में भी की गई। कॉलेज की छत की पूरी तरह जांच की गई।
कमरे में भूसे पर रखता था विस्फोटक सामान

कमरे में भूसा रखा है। मंगलवार को भूसा भीगा नजर आया। आशंका है विस्फोटक सामान रखने से पहले कमरे में भूसा बिछाया गया। फिर उस पर विस्फोटक सामान रखा गया। आशंका है अमोनियम नाइट्रेट के पिघलने से भूसा भींग गया होगा।

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कृष्ण कुमार छाबड़ा
पलवल-12 नवम्बर

आर्य समाज दरबार कुआं शहर पलवल के तत्वावधान में घर-घर यज्ञ कार्यक्रम के तहत डॉक्टर महेश गर्ग जी के निवास स्थान ( आर्यन हॉस्पिटल ) में सायंकालीन सभा के अंतर्गत कार्यक्रम किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता आर्य समाज शहर पलवल के प्रधान श्री यशवीर कुमार सचदेवा जी ने की
सर्वप्रथम आचार्य ओम प्रकाश शास्त्री जी एवं आचार्य श्री देशराज शुक्ला सिद्धांत आचार्य के ब्रह्मत्व में बृहद यज्ञ किया गया जिसमें मुख्य यजमान डॉक्टर संदीप गर्ग एवं डॉक्टर शशि गर्ग जी थी ।
तथा पूरे परिवार के लोगों ने यज्ञ में बढ़-चढ़कर भाग लिया इस अवसर पर आर्य समाज के संरक्षक श्री मोतीलाल गुप्ता जी ने प्रभु भक्ति के गीत प्रस्तुत किया
आचार्य ओम प्रकाश शास्त्री जी ने अपने भजन के माध्यम से बताया कि जो मनुष्य यज्ञ करता है तप करता है दान करता है तथा धार्मिक प्रवृत्ति से ओतप्रोत रहता है । आचार्य जी ने बताया कि ईश्वर हमारे प्रत्येक कर्म को प्रति क्षण देखता रहता है इसलिए सदैव श्रेष्ठ कर्म करना चाहिए ।
आर्य समाज के प्रधान जी ने अंत में बताया कि यह कार्यक्रम महीने के किसी एक रविवार को घर - घर यज्ञ के तहत निरंतर चलता रहेगा।
जो भी हमारे आर्य समाज के सदस्य इस कार्यक्रम को अपने घर में करवाना चाहेंगे उनके निशुल्क कार्यक्रम आर्य समाज दरबार कुआ शहर पलवल के तत्वाधान में किया जाएगा ।
अंत में आर्य समाज के नियम का पाठ तथा शांति पाठ के बाद कार्यक्रम का समापन किया गया डॉक्टर महेश गर्ग जी ने घर में आने वाले सभी आगन्तुक महानुभावों का सम्मान किया और उनका धन्यवाद किया इस अवसर पर मैडम रिंकी ,मास्टर घनश्याम दास मास्टर यशपाल गर्ग यशपाल मंगला रोशन लाल आर्य अशोक कुमार पाराशर वीर सिंह आर्य , डॉक्टर धर्म प्रकाश जी आर्य ज्ञानचंद शर्मा सत्यवीर शास्त्री प्रधान आर्य समाज आदर्श कॉलोनी दिनेश मंगला दौलत राम गुप्ता प्रदीप सरदाना प्रधान आर्य समाज न्यू कॉलोनी पलवल
अश्वनी कुमार शास्त्री जगबीर सिंह जी आर्य विमलेश गर्ग मोतीलाल आर्य अजय भाटी ,चंद्र बोस सेतिया अशोक गर्ग मदन मोहन आर्य ,पूर्व प्रधान आर्य केंद्रीय सभा पलवल टेकचंद जी आर्य श्री नरेंद्र आर्य आदि लोग मुख्य रूप से उपस्थित रहे

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पूछताछ में कई खुलासे •
जितेन्द्र जायसवाल
जन जन की आवाज

दिल्ली के आजाद मैदान के आसपास की तस्वीरें और वीडियो भी लिये थे

एटीएसः गिरफ्तार 3 आतंकियों ने अहमदाबाद में रेकी की, लखनऊ RSS कार्यालय था निशाने पर
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गुजरात एटीएस के हाथों गिरफ्तार 3 आतंकियों से पूछताछ में बड़ा खुलासा हुआ है। आतंकियों ने अहमदाबाद के - नरोडा में फल मंडी के आसपास के इलाके की रेकी थी। उनका मुख्य निशाना लखनऊ का आरएसएस मुख्य कार्यालय था, जिसकी भी रेकी की थी। उन्होंने दिल्ली के आजाद मैदान के आसपास के इलाकों की रेकी कर तस्वीरें-वीडियो भी लिये।

हैदराबाद से आए आतंकी के वाहन से बंदूक-कारतूस मिले थेः एटीएस के डीएसपी शंकर चौधरी और केके पटेल को सूचना मिली थी कि हैदराबाद का आतंकी अहमदाबाद में हथियार लेने आया है। इसके बाद टीम ने योजना बनाकर अडालज टोल प्लाजा से गांधीनगर पुलिस की मदद से हैदराबाद के आतंकी डॉ. अहमद मोहिउद्दीन सैयद को गिरफ्तार कर लिया। उसके वाहन से 3 विदेशी स्वचालित बंदूकें और 30 कारतूस बरामद हुए। उसे हथियार देने आए उत्तर प्रदेश के 2 आतंकी सुहैल और आजाद सुलेमान को भी पुलिस ने पालनपुर से गिरफ्तार कर लिया। फिलहाल एटीएस सभी आतंकियों से पूछताछ कर रही है। तीनों आतंकी सोशल मीडिया के जरिये एक-दूसरे के संपर्क में आए और बदला लेना है, कुछ करना है, कई मुसलमानों को इकट्ठा करना है जैसी बातें करते थे। आतंकी आजाद सुलेमान शेख और मोहम्मद सुहैल ने पहले अहमदाबाद के संवेदनशील इलाकों और भीड़-भाड़ वाली जगहों की रेकी की थी।
बड़े नरसंहार की थी योजनाः

मोहम्मद सुहैल

डॉ. अहमद मोहियुद्दीन

आजाद शेख

साइनाइड से भी घातक राइसिन जहर बना रहे थे
डॉ. मोहियुद्दीन और उसके विशेषज्ञों की टीम साइनाइड से भी खतरनाक जहर राइसिन तैयार कर रही थी। इससे वे बड़े नरसंहार की योजना बना रहे थे। इसे खाने-पीने की चीजों में पाउडर के रूप में और पानी में तरल रूप में मिलाकर बड़ा नरसंहार करना चाहते थे, जिसके लिए वे पहले ही पकड़े जा चुके हैं। इस्लामिक स्टेट खोरसन प्रोविंस नामक आतंकवादी संगठन एशिया के कई देशों में सक्रिय है। अफगानिस्तान में बैठा इनका सरगना अबू खजेदा सभी आतंकवादियों को अलग-अलग आदेश देता था और उनसे काम करवाता था। इस संगठन के आतंकवादी गुजरात समेत पूरे देश में सक्रिय हैं, अभी उनकी जांच चल रही है। पहले भी इस आतंकी संगठन के लोग गुजरात में पकड़े गए थे। 7 नवंबर शुक्रवार की सुबह गुजरात एटीएस को सूचना मिली कि देश विरोधी गतिविधियों में शामिल अहमद मोहियुद्दीन सैयद नामक संदिग्ध व्यक्ति गुजरात आया है। रात करीब 9 बजे अहमद मोहिउद्दीन की गतिविधि कलोल की ओर देखी गई, तो एटीएस टीम ने उसे पकड़ने की योजना बनाई थी। गांधीनगर और पालनपुर से गिरफ्तार किए गए 3 ISIS आतंकियों को सारी जानकारी देने के बजाय, उनका आका टुकड़ों में जानकारी देता था कि आगे क्या करना है।
डेढ़ माह पहले भी आतंकी डॉ. मोहियुद्दीन अहमदाबाद गया था| आतंकी डॉ. मोहियुद्दीन डेढ़ माह पहले

अहमदाबाद से पार्सल में रुपए लेकर लौटा था। उसके लिए हनुमानगढ़ से हथियार लेकर आए यूपी के सुहैल और आजाद सुलेमान को खास जगह से हथियार इकट्ठा करके कलोल पहुंचने का आदेश था। हर जगह हथियार किसने रखे, इसकी जांच जारी है। पाकिस्तानी सीमा से जुड़े हनुमानगढ़ जिल में सीमा पार कराकर ड्रोन से हथियार भेजना माना जा रहा है, जहां से गुगों ने खास जगह हथियार रखे।

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✍️ डॉ. महेश प्रसाद मिश्रा, भोपाल की कलम से
सूरत से लेकर दिल्ली तक देश एक नए खतरे से दो-चार है — जब आतंक का चेहरा अब पढ़े-लिखे और प्रोफेशनल लोगों के बीच से सामने आने लगा है। हाल ही में गुजरात एटीएस ने तीन आतंकियों को पकड़ा, जिनमें से एक डॉक्टर भी शामिल था।जांच में सामने आया कि ये लोग भारत में ज़हर से हमला करने की तैयारी कर रहे थे।
यह खबर सिर्फ़ डराने वाली नहीं, बल्कि चेतावनी देने वाली है।क्योंकि अगर समाज में शिक्षा, वर्दी या प्रोफेशन की आड़ में ज़हर पलने लगे — तो भरोसे की सबसे मजबूत दीवार भी गिर जाती है।
अब ज़रूरत है कि हर समुदाय, हर वर्ग के ज़िम्मेदार लोग आगे आएं —ऐसे भटके हुए लोगों को पहचानें, रोकें और समाज से अलग करें।क्योंकि आतंक का कोई धर्म नहीं होता — पर उसका असर पूरे देश के भरोसे पर पड़ता है।
हमारा देश तभी सुरक्षित रहेगा,जब शिक्षा और धर्म दोनों का इस्तेमाल इंसानियत की रक्षा के लिए होगा,
ना कि उसकी हत्या के लिए।

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जिला संवाददाता राज बहादुर सिंह की रिपोर्टl गोरमी नगर के थापक मैरिज गार्डन में आयोजित भागवत कथा तीसरे दिन आरती के साथ प्रारंभ हुईl इस अवसर पर भागवत आचार्य डॉक्टर सुरेश शास्त्री महाराज ने कहा कि जिस तरह रामायण हमें जीवन जीने की कला सिखाती है उसी तरह हमें भागवत कथा मोक्ष का रास्ता दिखाती है l इसलिए जहां भी भागवत कथा हो रही हो हमको परिवार सहित कथा सुनने जरूर जाना चाहिएl शास्त्री जी ने कहा कि संसार में जितने भक्त हुए जैसे मीरा,रसखान,कबीर आदि ने जगत का त्याग किया और भगवान की भक्ति में ही अपना जीवन लगा दियाl जीवन में व्यक्ति को हमेशा सुनने वाला बनना चाहिए l उन्होंने आगे कहा पारिवारिक जीवन में यदि भगवान का भजन नहीं कर पा रहे हैं तो सुबह जागते ही धरती माता को प्रणाम और रात को सोते समय भगवान को याद जरूर करना चाहिएl भागवत कथा के अंत में आरती हुई और उसके बाद विशाल संत भंडारा हुआ भागवत कथा में मुख्य रूप से मुख्य यजवान राज नारायण थापक, ओम प्रकाश थापक, अरुण थापक, दीपक थापक,मुकेश थापक, विकास थापक सहित सभी पारिवारिक जन और हजारों की संख्या में भक्तजन,सतंजन उपस्थित रहेl

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✍️ डॉ. महेश प्रसाद मिश्रा, भोपाल की कलम से
ग़ज़ब है हमारे देश का मीडिया!11 नवम्बर की सुबह जैसे ही लोग चैनल ऑन करते हैं, हर स्क्रीन पर एक ही हेडलाइन गूँज रही थी — “अलविदा धर्मेंद्र जी!”देशभर में शोक की लहर दौड़ गई, सोशल मीडिया पर संवेदनाओं की बाढ़ आ गई। लेकिन जैसे-जैसे दिन बीतता गया, वही चैनल शाम तक कहने लगे — अभी-अभी मिली जानकारी के अनुसार धर्मेंद्र जी की तबीयत में सुधार है।”
वाह रे मीडिया!तुम्हारी जल्दी में खबर नहीं, खबर की मौत हो जाती है।हर चैनल यह चिल्लाता रहा कि — “सबसे पहले हमने दिखाया!”पर कोई यह नहीं बोला कि “सबसे पहले हमने गलती की!”
यह डिजिटल दौर का मज़ाक नहीं, पत्रकारिता की विश्वसनीयता पर प्रहार है।खबर दिखाने से पहले उसकी पुष्टि करना पत्रकार का धर्म है, न कि टीआरपी की भूख में झूठ को सच बनाना।
हम सब भगवान से यही प्रार्थना करते हैं किमहान अभिनेता धर्मेंद्र जी शीघ्र स्वस्थ हों, लम्बी आयु पाएं और देश को यूँ ही अपनी मुस्कान और अभिनय से प्रेरित करते रहें।

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Projected fiscal gap and borrowing plan for 2025-26

For the fiscal year 2025-26, Karnataka's projected fiscal gap and borrowing plan are as follows:

- The state's fiscal deficit is targeted at approximately 2.95% of its Gross State Domestic Product (GSDP), with an estimated fiscal deficit amount of Rs 90,428 crore [10].
- The projected revenue deficit is about Rs 19,262 crore, or roughly 0.6% of GSDP, indicating some narrowing compared to the previous year [10].
- Karnataka’s total liabilities are expected to increase to Rs 7.64 lakh crore, about 24.91% of its GSDP by the end of 2025-26 [10].
- The borrowing plan includes managing this fiscal deficit primarily via market borrowings, with the state likely to align with the broader fiscal discipline signals from the Central Government, which targets a 4.4% fiscal deficit of GDP at the national level [4].
- The central government plans substantial transfers and loans to states including Karnataka, amounting to Rs 1.5 lakh crore in interest-free capital expenditure loans for 2025-26, which will support the state’s fiscal management [4].
- Karnataka's borrowing will thus include a combination of internal borrowing through market loans and external assistance through central transfers and loans, aimed at balancing development needs and fiscal prudence [10][4].

In summary, Karnataka's fiscal gap for 2025-26 is projected around Rs 90,000 crore with strategic borrowing and state-central financial coordination to manage expenditures and liabilities within targeted fiscal deficit limits. This reflects a cautious approach to maintain fiscal health while supporting economic growth and welfare commitments.

Citations:
[1] India targets fiscal deficit at 4.4% for 2025-26, sets path to ... https://www.cnbc.com/2025/02/01/india-targets-fiscal-deficit-at-4point4percent-for-2025-26-sets-path-to-bring-down-debt.html
[2] India's borrowing plan for FY26 second half unchanged, ... https://www.reuters.com/world/india/indias-borrowing-plan-fy26-second-half-unchanged-chief-adviser-says-2025-09-22/
[3] India's borrowing plan for FY26 second half unchanged, ... https://www.business-standard.com/finance/news/india-to-keep-fy26-second-half-borrowing-plan-unchanged-chief-adviser-says-125092200763_1.html
[4] Union Budget 2025-26 Analysis https://prsindia.org/files/budget/budget_parliament/2025/Union_Budget_Analysis_2025-26.pdf
[5] India's Union Budget FY 2025-26: Key Takeaways https://www.investindia.gov.in/team-india-blogs/indias-union-budget-fy-2025-26-key-takeaways
[6] summary of union budget 2025-26 https://www.pib.gov.in/PressReleasePage.aspx?PRID=2098352
[7] BUDGET 2025-2026 NIRMALA SITHARAMAN https://www.indiabudget.gov.in/doc/budget_speech.pdf
[8] Second half market borrowing to remain unchanged: CEA https://economictimes.com/news/economy/policy/second-half-market-borrowing-to-remain-unchanged-cea/articleshow/124050712.cms
[9] Budget 2025: Fiscal deficit for FY26 estimated to be 4.4% ... https://www.cnbctv18.com/budget/budget-2025-fm-nirmala-sitharaman-fiscal-deficit-fy26-at-4-4-pc-market-borrowing-tax-receipts-19550472.htm
[10] Fiscal deficit maintained in FY26, focus on B'luru https://www.business-standard.com/india-news/fiscal-deficit-maintained-in-fy26-focus-on-b-luru-cm-on-karnataka-budget-125030700285_1.html

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Current revenue shortfall and fiscal gap figures for Karnataka

The current revenue shortfall and fiscal gap figures for Karnataka are as follows:

- For the financial year 2024-25, Karnataka's revenue deficit is estimated at Rs 27,354 crore, which is about 1% of the Gross State Domestic Product (GSDP). This is higher than the revised estimate for 2023-24, which was around 0.5% of GSDP [3].
- The fiscal deficit for 2024-25 is targeted at Rs 82,981 crore, approximately 3% of GSDP, which is also higher than the previous year's revised figure of 2.7% of GSDP [3].
- For the financial year 2025-26, the revenue deficit is projected to be Rs 19,262 crore, about 0.6% of GSDP, showing some improvement in deficit control. The fiscal deficit for 2025-26 is estimated at Rs 90,428 crore, roughly 2.95% of GSDP. Total liabilities at the end of 2025-26 are expected to reach Rs 7,64,655 crore, or 24.91% of GSDP [2].
- Additionally, Karnataka experienced a revenue shortfall of about Rs 12,000 crore reported earlier, linked to expenditures on welfare schemes and other fiscal pressures [10].

Overall, Karnataka is managing a significant revenue shortfall and fiscal gap but is showing efforts to maintain fiscal discipline within the limits mandated under the Karnataka Fiscal Responsibility Act [2][3].

These figures reflect the state's ongoing financial challenges amid large welfare commitments and development needs.

Citations:
[1] Karnataka: Revenue Surplus or Deficit | Economic Indicators https://www.ceicdata.com/en/india/state-accounts-karnataka/karnataka-revenue-surplus-or-deficit
[2] Fiscal deficit maintained in FY26, focus on B'luru https://www.business-standard.com/india-news/fiscal-deficit-maintained-in-fy26-focus-on-b-luru-cm-on-karnataka-budget-125030700285_1.html
[3] Karnataka Budget Analysis 2024-25 https://prsindia.org/budgets/states/karnataka-budget-analysis-2024-25
[4] K'taka misses tax collection target by nearly 10% despite ... https://timesofindia.indiatimes.com/city/bengaluru/ktaka-misses-tax-collection-target-by-nearly-10-despite-rate-hikes/articleshow/120005886.cms
[5] Karnataka Budget Analysis 2025-26 https://prsindia.org/files/budget/budget_state/karnataka/2025/Karnataka_State_Budget_Analysis_2025-26.pdf
[6] Macro and Fiscal Landscape of the State of Karnataka https://www.niti.gov.in/sites/default/files/2025-03/Macro-and-Fiscal-Landscape-of-the-State-of-Karnataka.pdf
[7] Government of Karnataka - FISCAL POLICY INSTITUTE https://fpibengaluru.karnataka.gov.in/storage/pdf-files/Intern%20Reports/InternshipReport_ShashankKumarSK_21012025.pdf
[8] 6 Fiscal Deficit and Economic Growth Relationship ... https://fpibengaluru.karnataka.gov.in/storage/pdf-files/Technical%20Reports/6%20Fiscal%20Deficit%20and%20Economic%20Growth%20Relationship%20in%20Karnataka.pdf
[9] ACCOUNTS AT A GLANCE (At the end of JANUARY 2025) https://cag.gov.in/uploads/state_accounts_report/account-report-MKI-Jan-2025-067aebff90481b4-43676747.pdf
[10] Karnataka Faces Rs 12000 Cr Revenue Shortfall https://timesofindia.indiatimes.com/city/bengaluru/karnataka-faces-rs-12000-cr-revenue-shortfall-major-changes-ahead-for-welfare-schemes/articleshow/114785855.cms

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Karnataka Government exchequer's status

The Karnataka government exchequer is currently under significant financial strain mainly due to the implementation of extensive welfare schemes known as the five guarantee schemes. These schemes alone have cost the state exchequer around Rs 95,450 crore since their inception, with Rs 52,526 crore spent in the 2024-25 fiscal year and continuing expenditures in 2025 [4].

This large allocation towards welfare has contributed to a revenue shortfall estimated at Rs 12,000 crore despite robust revenue collection. The government is facing mounting debt pressure and is considering measures such as reducing borrowings and rationalizing some of the subsidy schemes to manage the fiscal deficit [2]. Efforts are also underway to generate alternative and more reliable sources of income, including leveraging surplus funds from state-run corporations to support financially troubled entities [2].

Chief Minister Siddaramaiah has acknowledged the burden on the state's finances but affirmed the government's commitment to continue these welfare initiatives without stopping development work, emphasizing that expenditures are being managed despite pressures [1][7]. However, Karnataka is also facing challenges at the national level, receiving disproportionately lesser tax shares and grants relative to its contributions to the national exchequer, which is considered a "raw deal" by critics and state leaders [5][3].

In summary, Karnataka's exchequer is pressured by the heavy spending on welfare guarantees and subsidies, leading to a notable revenue shortfall and debt concerns, but the government remains committed to its social welfare policies while seeking new fiscal strategies to balance development and financial health [1][2][4][5][7].

Citations:
[1] Siddaramaiah admits burden on Karnataka exchequer due ... https://www.indiatoday.in/india/karnataka/story/siddaramaiah-guarantees-burden-state-exchequer-poll-sops-row-mallikarjun-kharge-2631673-2024-11-11
[2] Karnataka Faces Rs 12000 Cr Revenue Shortfall https://timesofindia.indiatimes.com/city/bengaluru/karnataka-faces-rs-12000-cr-revenue-shortfall-major-changes-ahead-for-welfare-schemes/articleshow/114785855.cms
[3] Mohandas Pai says Karnataka got 'raw deal' from 14th & ... https://www.newindianexpress.com/cities/bengaluru/2025/Oct/17/mohandas-pai-says-karnataka-got-raw-deal-from-14th-15th-finance-commissions-stresses-their-autonomy
[4] Karnataka Government Allocates Rs 95450 Crore for Five ... https://www.deccanherald.com/india/karnataka/karnataka-govt-spends-rs-95000-cr-on-five-guarantee-schemes-so-far-3704652
[5] Siddaramaiah on X https://x.com/siddaramaiah/status/1845067244046524877?lang=en
[6] After rolling out five guarantee schemes that cost the state ... https://www.instagram.com/p/DNme6bRh2FR/
[7] The five 'guarantee' schemes in #Karnataka have “neither ... https://www.facebook.com/deccanherald/posts/the-five-guarantee-schemes-in-karnataka-have-neither-burdened-the-exchequer-nor-/1314764520691942/
[8] budget 2025-26 https://finance.karnataka.gov.in/uploads/media_to_upload1741332694.pdf
[9] Karnataka Minister Zameer Ahmed On Govt's Rs 60000 ... https://www.youtube.com/watch?v=v0CcDPz7Wso

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हिमाचल के युवाओं और अविभावकों के लिए उम्मीद की किरण….ओ.पी.शर्मा.

हिमाचल प्रदेश जैसे शांतिप्रिय और देवभूमि में वर्तमान दौर में नशे का सेवन, उसकी उपलब्धता और युवाओं में निरंतर फैलता यह जहर आज अविभावकों के लिए गंभीर चिंता का विषय बन चुका है.यह हमारे समाज, व्यवस्था और संबंधित जिम्मेवार लोगों के लिये गंभीर चिंतन का विषय और आत्मचिंतन का विषय बन चुका है.और इसके कारण और निवारण पर सभी आंखे मूंदे हुए हैं.


आज के युग में जब समाज नशे की अंधेरी खाई की ओर तेजी से बढ़ रहा है, तब कुछ लोग ऐसे भी हैं जो अपने जीवन का ध्येय समाज को इस विनाशकारी लहर से बचाना बना चुके हैं। ऐसे ही व्यक्तित्व हैं श्री ओ. पी. शर्मा, जो हिमाचल प्रदेश में नशा निवारण की दिशा में उम्मीद की किरण बनकर उभरे हैं। पूर्व नारकोटिक कंट्रोल ब्यूरो (NCB) के अधिकारी के रूप में उन्होंने वर्षों तक मादक पदार्थों की रोकथाम और नियंत्रण के क्षेत्र में अनुभव अर्जित किया, और अब उसी अनुभव को समाज कल्याण के कार्यों में समर्पित कर दिया है।


श्री ओ. पी. शर्मा का मानना है कि नशे की समस्या केवल कानून और दंड से नहीं, बल्कि जागरूकता और शिक्षा से समाप्त की जा सकती है। इसी सोच के साथ वे हिमाचल प्रदेश नशा निवारण बोर्ड के संयोजक और मुख्य सलाहकार के रूप में कार्यरत हैं। अपने अनुभव और दूरदृiiष्टि के आधार पर उन्होंने एक व्यावहारिक कार्यनीति तैयार की है, जिसके अंतर्गत नशा मुक्त भारत अभियान को धरातल पर उतारने का प्रयास किया जा रहा है।

वे केवल बैठकों और रिपोर्टों तक सीमित नहीं रहते, बल्कि स्वयं मैदान में उतरकर लोगों से संवाद करते हैं। वे विद्यालयों, महाविद्यालयों और शिक्षण संस्थानों में जाकर विद्यार्थियों, शिक्षकों और अभिभावकों को नशे के दुष्प्रभावों के बारे में जागरूक करते हैं। उनके व्याख्यान केवल जानकारी देने तक सीमित नहीं रहते, बल्कि प्रेरणा का स्रोत बनते हैं। उनके शब्दों में संवेदना, अनुभव और समाजसेवा का भाव झलकता है जो भावी पीढ़ी के लिये प्रेरणा स्त्रोत है.



ओ. पी. शर्मा जी का कहना है कि युवा किसी भी राष्ट्र की सबसे बड़ी पूंजी होते हैं। यदि यह शक्ति भटक जाए, तो समाज का संतुलन बिगड़ जाता है। इसलिए वे युवाओं के बीच जाकर उन्हें यह समझाते हैं कि नशा पल भर का आनंद और जीवन भर की बर्बादी है। वे वास्तविक उदाहरणों और आंकड़ों के माध्यम से बताते हैं कि कैसे नशे की लत एक व्यक्ति ही नहीं, बल्कि पूरे परिवार और समाज को प्रभावित करती है।

उनकी कार्यशैली में विशेषता यह है कि वे आलोचना नहीं, संवाद पर विश्वास करते हैं। वे युवाओं को दुत्कारने की बजाय उनके भीतर की ऊर्जा को सही दिशा देने का प्रयास करते हैं। उनके कार्यक्रमों में अक्सर “जीवन के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण, आत्मविश्वास और आत्मनियंत्रण” पर विशेष जोर रहता है।


नशा मुक्त समाज के निर्माण में अभिभावकों की भूमिका भी अत्यंत महत्वपूर्ण है। ओ. पी. शर्मा जी इस पहलू को भलीभांति समझते हैं। वे माता-पिता को यह समझाते हैं कि बच्चों पर अत्यधिक दबाव डालने, संवाद की कमी और सामाजिक दूरी जैसी बातें अक्सर युवाओं को नशे की ओर धकेल देती हैं।

वे अभिभावकों को प्रोत्साहित करते हैं कि वे अपने बच्चों के मित्र बनें, उनके जीवन की समस्याओं को समझें और उन्हें प्यार, विश्वास और दिशा दें। शर्मा जी का कहना है कि “परिवार ही पहला विद्यालय है, और माता-पिता सबसे पहले शिक्षक।” इस भावना के साथ वे परिवारों में संवाद और सहयोग की संस्कृति विकसित करने का संदेश देते हैं।


ओ. पी. शर्मा जी को सही मायने में “वन मैन आर्मी” कहा जा सकता है। उन्होंने अपने व्यक्तिगत प्रयासों से हजारों युवाओं और परिवारों तक यह संदेश पहुँचाया है कि नशा कोई समाधान नहीं, बल्कि समस्या की जड़ है। उनका जीवन स्वयं एक उदाहरण है कि दृढ़ निश्चय और ईमानदारी से किया गया प्रयास समाज को बदल सकता है।

वे किसी सरकारी समर्थन या प्रचार की परवाह किए बिना अपने मिशन पर कार्यरत हैं। अपने संसाधनों, अनुभव और जुनून के बल पर वे गाँव-गाँव, स्कूल-स्कूल जाकर नशा उन्मूलन के बीज बो रहे हैं

उनके प्रयासों से आज हिमाचल प्रदेश के कई शैक्षणिक संस्थानों में नशा विरोधी क्लब स्थापित हो चुके हैं। छात्र स्वयंसेवक बनकर अपने साथियों को जागरूक कर रहे हैं। अभिभावक बैठकों में नशे के खिलाफ चर्चा शुरू हो चुकी है। सबसे बड़ी बात, समाज में यह विश्वास जागा है कि बदलाव संभव है — यदि कोई आगे बढ़कर नेतृत्व करे

श्री ओ. पी. शर्मा का जीवन और कार्य हमें यह सिखाता है कि एक व्यक्ति भी समाज परिवर्तन की बड़ी लहर का कारण बन सकता है। वे केवल नशा निवारण के कार्यकर्ता नहीं, बल्कि नवयुग के पथप्रदर्शक हैं। युवाओं में जागरूकता, अभिभावकों में जिम्मेदारी और समाज में सामूहिक चेतना का जो संचार उन्होंने किया है, वह आने वाले वर्षों में हिमाचल ही नहीं, पूरे भारत के लिए प्रेरणा बनेगा।
ओ पी शर्मा के प्रयासों, अनुभव और व्यवहारिक कार्यनीति को सामाजिक संस्थाओं, स्वंयसेवी संस्थाओं और सरकार को धरातल पर कार्यान्वयन करने की दृढ़ इच्छाशक्ति और प्रतिबद्धता दिखानी होगी, तभी हमारी भावी पीढ़ी का वर्तमान और भविष्य सुनहरा बन सकता है और हमारी युवा पीढ़ी इस घोर अंधकार से बचकर जीवन के उजियारे की दिशा में आगे बढ़ सकती है.


विक्रम वर्मा
स्वतंत्र लेखक चम्बा
हिमाचल प्रदेश

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Projected revenue shortfall drivers for Odisha 2024-25

The projected revenue shortfall drivers for Odisha in the fiscal year 2024-25 primarily include:

1. Volatility and dependency on mining revenue: Odisha's own non-tax revenue, which contributes around 27% of the state's total revenue receipts, relies heavily (84%) on mining royalties. Since mining revenue depends on international metal prices, fluctuations in global commodity prices can significantly impact the state's revenue. A 20% variation in metal prices can affect Odisha's revenue by about Rs 10,000 crore, making mining sector vulnerability a key risk to revenue shortfall.

2. Increase in subsidy expenditure: Total subsidy expenditure for 2024-25 is projected at Rs 7,767 crore, which is 107% higher than the previous year's revised estimates. This increase is largely due to the newly announced Samrudha Krushak Yojana, which has an allocation of Rs 5,000 crore. Higher subsidies add pressure on the revenue.

3. Agricultural sector challenges: The state's economy is susceptible to unpredictable weather patterns such as erratic rainfall and frequent cyclones, which can affect agricultural output. This leads to instability in revenue flows related to the agriculture sector.

4. Inflationary pressures: Rising energy and fuel prices contribute to inflation, which can reduce consumer purchasing power and increase input costs for businesses and agriculture, indirectly impacting state revenues.

These factors combined present key challenges to Odisha’s revenue position in 2024-25, despite the state's overall positive fiscal outlook with a revenue surplus estimated at 3% of GSDP [1][2].

Citations:
[1] Odisha Budget Analysis 2024-25 https://prsindia.org/files/budget/budget_state/odisha/2024/Odisha_Budget_Analysis-2024-25.pdf
[2] Fiscal Strategy Report - Finance Department https://finance.odisha.gov.in/sites/default/files/2025-02/Fiscal%20Strategy%20Paper%202025-26%20Final.pdf
[3] Odisha Budget 2024-2025 Highlights PDF: Budget Review https://www.adda247.com/exams/odisha/odisha-budget-2024-2025/
[4] Odisha's economy to grow by 7.2 pc in FY 2024-25: Survey https://www.taxtmi.com/news?id=34212
[5] Odisha Economic Survey 2024-25 Report projects state's ... https://kalingatv.com/odisha/odisha-economic-survey-2024-25-report-projects-states-growth-rate-at-7-2-heres-all-you-need-to-know/
[6] Odisha Economic Survey 2024-25 - Finance Department https://finance.odisha.gov.in/sites/default/files/2025-02/Highlights%20and%20Executive%20Summary-English%20Version%20(1).pdf
[7] ODISHA BUDGET – AN INSIGHT - Finance Department https://finance.odisha.gov.in/sites/default/files/2025-01/Odisha%20Budget-An%20Insight%202024-25%20(Vol-I).pdf
[8] odisha state budget 2025-26 https://aptiplus.in/wp-content/uploads/2025/02/Odisha-Budget-2025-26.pdf
[9] RECEIPT BUDGET 2025-2026 https://www.indiabudget.gov.in/doc/rec/allrec.pdf
[10] Odisha Budget 2025-26: Check Key Highlights https://pragativadi.com/odisha-budget-2025-26-check-key-highlights/

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अल्मोड़ा, उत्तराखंड — देवभूमि के नाम से प्रसिद्ध उत्तराखंड में एक ऐसा मंदिर है जहां भक्त अदालतों में नहीं, बल्कि भगवान के दरबार में न्याय मांगने आते हैं। यह है चित्तई गोलू देवता का मंदिर, जो न्याय के देवता के रूप में विख्यात है।

हर दिन यहां सैकड़ों श्रद्धालु पहुंचते हैं — कोई अपनी मनोकामना लेकर, तो कोई अपने दुखों का समाधान पाने के लिए। सबसे खास बात यह है कि भक्त कागज़ पर अपनी प्रार्थना लिखकर घंटियों के साथ मंदिर परिसर में बांधते हैं। मंदिर में लटकी हजारों घंटियां इस विश्वास की गवाही देती हैं कि यहां मांगी गई हर प्रार्थना सुनी जाती है।

स्थानीय लोगों का कहना है कि गोलू देवता सच्चे और निर्दोष भक्तों की पुकार जरूर सुनते हैं। कहा जाता है कि जब किसी को अन्याय का सामना करना पड़ता है, तो वह अदालत नहीं बल्कि गोलू देवता के दरबार में अपनी याचिका लगाता है — और जब न्याय मिलता है, तो भक्त वापस आकर देवता को धन्यवाद स्वरूप घंटी चढ़ाते हैं।

पर्यटकों के लिए यह स्थान सिर्फ एक धार्मिक केंद्र नहीं, बल्कि लोक आस्था और परंपरा का जीवंत उदाहरण है।

विनय मिश्रा
आल इंडिया मीडिया एसोसिएशनस
लखनऊ

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Current fiscal deficit and revenue gap for Odisha 2024 25

For the fiscal year 2024-25, Odisha's fiscal deficit is targeted at 3.5% of its Gross State Domestic Product (GSDP), amounting to Rs 32,403 crore. This is higher than the revised estimates for 2023-24, where the fiscal deficit was 3% of GSDP. The revenue surplus for 2024-25 is estimated at 3% of GSDP, which corresponds to Rs 27,437 crore, indicating that the state expects its revenue receipts to exceed revenue expenditures by this margin. The state has planned total expenditure (excluding debt repayment) of Rs 2,43,908 crore, which is a 15% increase over the previous year's revised estimates, with revenue receipts (excluding borrowings) estimated at Rs 2,11,505 crore, a 13% increase from 2023-24. Overall, Odisha maintains a prudent fiscal management stance with these targets for fiscal deficit and revenue surplus during 2024-25 [1][2][3].

Citations:
[1] Odisha Budget Analysis 2024-25 https://prsindia.org/files/budget/budget_state/odisha/2024/Odisha_Budget_Analysis-2024-25.pdf
[2] Odisha Budget Analysis 2024-25 https://prsindia.org/budgets/states/odisha-budget-analysis-2024-25
[3] Budget 2024-25 https://finance.odisha.gov.in/sites/default/files/2024-07/10-People%20Guide_English.pdf
[4] Odisha Economic Survey 2024-25 - Finance Department https://finance.odisha.gov.in/sites/default/files/2025-02/Highlights%20and%20Executive%20Summary-English%20Version%20(1).pdf
[5] Finances of the State https://cag.gov.in/uploads/download_audit_report/2023/10.-Chapter-II-066e2805901fa19.17531001.pdf
[6] State of States https://nsearchives.nseindia.com/web/sites/default/files/inline-files/State_Budget_Analysis_FY25_20241015.pdf
[7] FISCAL HEALTH INDEX 2025 https://www.niti.gov.in/sites/default/files/2025-01/Fiscal_Health_Index_24012025_Final.pdf
[8] Fiscal Strategy Report - Finance Department https://finance.odisha.gov.in/sites/default/files/2024-07/19-Fiscal%20Strategy%20Report.pdf
[9] STATE GOVERNMENT FINANCES https://www.icra.in/Rating/DownloadResearchSummaryReport?id=6593
[10] RECEIPT BUDGET 2025-2026 https://www.indiabudget.gov.in/doc/rec/allrec.pdf

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odisha's exchequer's status

Odisha's exchequer has shown a mixed financial status with notable improvements and challenges. The state has transitioned from a revenue deficit to a revenue surplus position over the years, with improvements in managing contingent liabilities, subsidies, and interest payments. State Public Enterprises (SPEs), especially entities like Odisha Mining Corporation (OMC), have been net contributors to the exchequer, although some have incurred losses. The state exchequer has benefited significantly from mining revenue due to Odisha's rich mineral reserves. However, there have been allegations of losses to the exchequer due to irregularities in the mining sector, with concerns about the quality and auction process of iron ore mines impacting revenue. The government has also been under pressure to manage expenditure efficiently and reduce the financial burden on the exchequer following its various commitments and subsidy increases. Recent political changes in the state government's cabinet include a focus on key departments such as finance, steel, and mines, which are crucial for the state's fiscal health [1][2][3].

Citations:
[1] evaluation of state finances with reference to state of odisha https://fincomindia.nic.in/asset/doc/commission-reports/14th-FC/studies/19.pdf
[2] Odisha exchequer facing losses due to BJD govt, mine ... https://www.business-standard.com/article/current-affairs/odisha-exchequer-facing-losses-due-to-bjd-govt-mine-owners-nexus-bjp-mp-122091300445_1.html
[3] In Odisha portfolio allocation, CM Mohan Charan Majhi ... https://indianexpress.com/article/india/in-odisha-portfolio-allocation-cm-keeps-key-departments-with-himself-9395105/
[4] government of odisha - finance department https://finance.odisha.gov.in/sites/default/files/2025-01/338.pdf
[5] state-exchequer News: Latest Updates, Stories & Headlines https://odishatv.in/tags/state-exchequer
[6] Odisha Govt Must Reduce Burden on Exchequer https://www.newindianexpress.com/opinions/editorials/2014/Jun/25/odisha-govt-must-reduce-burden-on-exchequer-628401.html
[7] Superintendent of Excise, Bhubaneswar https://rtiodisha.gov.in/pa/T1RILzI2LzMzMjkvMTk=
[8] Cabinet Ministers https://cm.odisha.gov.in/cabinet
[9] The Odisha government has issued a show-cause notice to ... https://timesofindia.indiatimes.com/the-odisha-government-has-issued-a-show-cause-notice-to-sarada-mines-for-certain-legal-violations-that-have-caused-losses-to-the-state-exchequer-official-s-ources-said-the-showcause-was-served-on-sarada-mines-which-is-the-lease-holder-for-thakurani-iron-ore-block-spread-over-950-hectare-in-keonjhar-district-after-an-inquiry-committee-found-that-it-contravened-rule-37-of-mining-concession-rules-1960-the-government-has-asked-the-company-to-respond-within-30-days-/articleshow/14695603.cms

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बांका (धोरैया प्रखंड से संजीत गोस्वामी की रिपोर्ट) —
बिहार विधानसभा चुनाव के तहत बांका जिला के धोरैया प्रखंड में मंगलवार को मतदान शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न हुआ। सुबह से ही मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की लंबी कतारें देखने को मिलीं। लोग लोकतंत्र के इस पर्व में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते दिखे।

घसीया पंचायत के बेलडिहा मतदान केंद्र संख्या 300 पर कुल 813 मतदाता पंजीकृत थे, जिनमें से 453 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
वहीं भगलपुरा गांव के मतदान केंद्र संख्या 297 और 298 पर क्रमशः 643 और 636 वोट पड़े।

गचिया पंचायत के महुआ कचरती गांव में मतदान केंद्र संख्या 288 पर 791 मतदाता थे, जिनमें से 509 ने मतदान किया।
इसी पंचायत के गचिया गांव में मतदान केंद्र संख्या 286 और 287 पर कुल 1637 पंजीकृत मतदाता थे, जिनमें से 1310 ने अपने मत डाले।

सभी मतदान केंद्रों पर सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम किए गए थे। हर बूथ पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए और प्रशासनिक टीम मुस्तैदी से ड्यूटी पर तैनात रही।
शाम 6 बजे तक मतदान शांतिपूर्ण और व्यवस्थित माहौल में संपन्न हुआ। मतदाताओं में उत्साह और अनुशासन दोनों देखने को मिले।

कुल मिलाकर धोरैया प्रखंड के सभी पंचायतों में मतदान प्रक्रिया वैभवपूर्ण, शांतिपूर्ण और पारदर्शी रही। किसी भी केंद्र से किसी प्रकार की गड़बड़ी या विवाद की सूचना नहीं मिली।

रिपोर्टर — संजीत गोस्वामी
ऑल इंडिया मीडिया एसोसिएशन, जन जन की आवाज़, बांका (बिहार)🇳🇪

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हिमाचल के युवाओं और अविभावकों के लिए उम्मीद की किरण….ओ.पी.शर्मा.

हिमाचल प्रदेश जैसे शांतिप्रिय और देवभूमि में वर्तमान दौर में नशे का सेवन, उसकी उपलब्धता और युवाओं में निरंतर फैलता यह जहर आज अविभावकों के लिए गंभीर चिंता का विषय बन चुका है.यह हमारे समाज, व्यवस्था और संबंधित जिम्मेवार लोगों के लिये गंभीर चिंतन का विषय और आत्मचिंतन का विषय बन चुका है.और इसके कारण और निवारण पर सभी आंखे मूंदे हुए हैं.


आज के युग में जब समाज नशे की अंधेरी खाई की ओर तेजी से बढ़ रहा है, तब कुछ लोग ऐसे भी हैं जो अपने जीवन का ध्येय समाज को इस विनाशकारी लहर से बचाना बना चुके हैं। ऐसे ही व्यक्तित्व हैं श्री ओ. पी. शर्मा, जो हिमाचल प्रदेश में नशा निवारण की दिशा में उम्मीद की किरण बनकर उभरे हैं। पूर्व नारकोटिक कंट्रोल ब्यूरो (NCB) के अधिकारी के रूप में उन्होंने वर्षों तक मादक पदार्थों की रोकथाम और नियंत्रण के क्षेत्र में अनुभव अर्जित किया, और अब उसी अनुभव को समाज कल्याण के कार्यों में समर्पित कर दिया है।


श्री ओ. पी. शर्मा का मानना है कि नशे की समस्या केवल कानून और दंड से नहीं, बल्कि जागरूकता और शिक्षा से समाप्त की जा सकती है। इसी सोच के साथ वे हिमाचल प्रदेश नशा निवारण बोर्ड के संयोजक और मुख्य सलाहकार के रूप में कार्यरत हैं। अपने अनुभव और दूरदृiiष्टि के आधार पर उन्होंने एक व्यावहारिक कार्यनीति तैयार की है, जिसके अंतर्गत नशा मुक्त भारत अभियान को धरातल पर उतारने का प्रयास किया जा रहा है।

वे केवल बैठकों और रिपोर्टों तक सीमित नहीं रहते, बल्कि स्वयं मैदान में उतरकर लोगों से संवाद करते हैं। वे विद्यालयों, महाविद्यालयों और शिक्षण संस्थानों में जाकर विद्यार्थियों, शिक्षकों और अभिभावकों को नशे के दुष्प्रभावों के बारे में जागरूक करते हैं। उनके व्याख्यान केवल जानकारी देने तक सीमित नहीं रहते, बल्कि प्रेरणा का स्रोत बनते हैं। उनके शब्दों में संवेदना, अनुभव और समाजसेवा का भाव झलकता है जो भावी पीढ़ी के लिये प्रेरणा स्त्रोत है.



ओ. पी. शर्मा जी का कहना है कि युवा किसी भी राष्ट्र की सबसे बड़ी पूंजी होते हैं। यदि यह शक्ति भटक जाए, तो समाज का संतुलन बिगड़ जाता है। इसलिए वे युवाओं के बीच जाकर उन्हें यह समझाते हैं कि नशा पल भर का आनंद और जीवन भर की बर्बादी है। वे वास्तविक उदाहरणों और आंकड़ों के माध्यम से बताते हैं कि कैसे नशे की लत एक व्यक्ति ही नहीं, बल्कि पूरे परिवार और समाज को प्रभावित करती है।

उनकी कार्यशैली में विशेषता यह है कि वे आलोचना नहीं, संवाद पर विश्वास करते हैं। वे युवाओं को दुत्कारने की बजाय उनके भीतर की ऊर्जा को सही दिशा देने का प्रयास करते हैं। उनके कार्यक्रमों में अक्सर “जीवन के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण, आत्मविश्वास और आत्मनियंत्रण” पर विशेष जोर रहता है।


नशा मुक्त समाज के निर्माण में अभिभावकों की भूमिका भी अत्यंत महत्वपूर्ण है। ओ. पी. शर्मा जी इस पहलू को भलीभांति समझते हैं। वे माता-पिता को यह समझाते हैं कि बच्चों पर अत्यधिक दबाव डालने, संवाद की कमी और सामाजिक दूरी जैसी बातें अक्सर युवाओं को नशे की ओर धकेल देती हैं।

वे अभिभावकों को प्रोत्साहित करते हैं कि वे अपने बच्चों के मित्र बनें, उनके जीवन की समस्याओं को समझें और उन्हें प्यार, विश्वास और दिशा दें। शर्मा जी का कहना है कि “परिवार ही पहला विद्यालय है, और माता-पिता सबसे पहले शिक्षक।” इस भावना के साथ वे परिवारों में संवाद और सहयोग की संस्कृति विकसित करने का संदेश देते हैं।


ओ. पी. शर्मा जी को सही मायने में “वन मैन आर्मी” कहा जा सकता है। उन्होंने अपने व्यक्तिगत प्रयासों से हजारों युवाओं और परिवारों तक यह संदेश पहुँचाया है कि नशा कोई समाधान नहीं, बल्कि समस्या की जड़ है। उनका जीवन स्वयं एक उदाहरण है कि दृढ़ निश्चय और ईमानदारी से किया गया प्रयास समाज को बदल सकता है।

वे किसी सरकारी समर्थन या प्रचार की परवाह किए बिना अपने मिशन पर कार्यरत हैं। अपने संसाधनों, अनुभव और जुनून के बल पर वे गाँव-गाँव, स्कूल-स्कूल जाकर नशा उन्मूलन के बीज बो रहे हैं

उनके प्रयासों से आज हिमाचल प्रदेश के कई शैक्षणिक संस्थानों में नशा विरोधी क्लब स्थापित हो चुके हैं। छात्र स्वयंसेवक बनकर अपने साथियों को जागरूक कर रहे हैं। अभिभावक बैठकों में नशे के खिलाफ चर्चा शुरू हो चुकी है। सबसे बड़ी बात, समाज में यह विश्वास जागा है कि बदलाव संभव है — यदि कोई आगे बढ़कर नेतृत्व करे

श्री ओ. पी. शर्मा का जीवन और कार्य हमें यह सिखाता है कि एक व्यक्ति भी समाज परिवर्तन की बड़ी लहर का कारण बन सकता है। वे केवल नशा निवारण के कार्यकर्ता नहीं, बल्कि नवयुग के पथप्रदर्शक हैं। युवाओं में जागरूकता, अभिभावकों में जिम्मेदारी और समाज में सामूहिक चेतना का जो संचार उन्होंने किया है, वह आने वाले वर्षों में हिमाचल ही नहीं, पूरे भारत के लिए प्रेरणा बनेगा।
ओ पी शर्मा के प्रयासों, अनुभव और व्यवहारिक कार्यनीति को सामाजिक संस्थाओं, स्वंयसेवी संस्थाओं और सरकार को धरातल पर कार्यान्वयन करने की दृढ़ इच्छाशक्ति और प्रतिबद्धता दिखानी होगी, तभी हमारी भावी पीढ़ी का वर्तमान और भविष्य सुनहरा बन सकता है और हमारी युवा पीढ़ी इस घोर अंधकार से बचकर जीवन के उजियारे की दिशा में आगे बढ़ सकती है.


विक्रम वर्मा
स्वतंत्र लेखक चम्बा
हिमाचल प्रदेश

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जळगाव : भ्रष्टाचार निर्मूलनाविषयी व्हावी, तसेच लचखोरीला आळा बसावा, यासाठी दक्षता जनजागृती सप्ताहात विविध उपक्रम राबविण्यात आले. लाच न घेण्याची शपथ घेण्यात आली, मात्र या सप्ताहातही लाचेचा मोह काही सुटला नाही. हा सप्ताह राबविला जात असतानाच पारोळा वनविभागातील वनपाल महिलेसह कर्मचारी व खासगी इसमाने लाचेची मागणी केल्याने तीन जणांविरुद्ध गुन्हा दाखल झाला.

२७ ऑक्टोबर ते २ नोव्हेंबर दरम्यान लाचलुचपत प्रतिबंधक विभागाने 'दक्षता च जनजागृती सप्ताह २०२५'चे आयोजन केले होते. या सप्ताहात भ्रष्टाचार निर्मूलनासाठी प्रयत्न सुरू असतानाही लाच मागितल्याचा प्रकार समोर आला व या सप्ताहादरम्यानच तीन जणांविरुद्ध गुन्हा दाखल झाला.

तीन जण अडकले जाळ्यात

दक्षता जनजागृती सप्ताह सुरू असतानाच तीन जणांविरुद्ध गुन्हा दाखल झाला. पारोळा वनविभागाची वनपाल महिला, एक कर्मचारी व एका खासगी इसमाविरुद्ध एक लाख रुपयांची लाच मागितल्याप्रकरणी जाळ्यात अडकले. तिघांविरुद्ध ऑक्टोबर रोजी गुन्हा दाखल झाला.

महसूलमध्ये सर्वाधिक लाचखोरांवर कारवाई

यावर्षी जानेवारी ते ऑक्टोबर या दरम्यान करण्यात आलेल्या कारवायांमध्ये सर्वाधिक सात कारवाया महसूल विभागात झाल्या आहेत. त्या खालोखाल जिल्हा परिषद ६, पोलिस ४, शिक्षण विभाग ३, महानगरपालिका २ जणांवर कारवाई करण्यात आली.

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AIMA Media
पुरानी दिल्ली के बाजारों में जहां पैर रखने की जगह नहीं होती थी मंगलवार को वहाँ सन्नाटा सा था। दुकानदारों के चेहरे पर मायूसी थी ।इस विस्फोट में उन्होंने अपने साथियों और ग्राहकों को भी खोया था ।सादर बाजार चांदनी चौक भगीरथ पैलेस नई सड़क दरीबा बल्लीमारान में जगह जगह श्रद्धांजलि सभा के साथ साथ कैंडल मार्च निकाला गया । व्यापार महासंघ के सभी पदाधिकारीयो ने आतंकवादियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की और सरकार से शहीद हुए लोगों के परिवार वालो को मदद देने की मांग की।लाल मंदिर जी गौरी शंकर मंदिर जी शीशगंज गुरुद्वारा साहब में आए लोगों के चेहरे पर उदासी सी थी तो वही बाजारों से रोजाना अपना जीवन यापन करने वाले लोगों को अपनी रोटी कमाने की चिंता सता रही थी।

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12/11/2025 புதன்கிழமை (ஐப்பசி 26)
*இன்றைய தலைப்புச் செய்திகள்!*

🗞️ பெண்களின் பாதுகாப்பினை உறுதி செய்வதற்காக 12 கோடி ரூபாயில் 80 இளஞ்சிவப்பு ரோந்து வாகனம்- முதல்வர் மு.க.ஸ்டாலின்

🗞️ இரண்டு காவலாளிகளை வெட்டிக்கொண்டு கோவில் நகை கொள்ளை

🗞️ தலைவர்களின் பெயரால் செய்யப்படும் வன்முறையை நியாயப்படுத்த முடியாது-ஐகோர்ட் கிளை நீதிபதிகள்

🗞️ தமிழகத்தில் இருந்து கேரளா, கர்நாடகா உள்ளிட்ட அண்டை மாநிலங்களுக்கு ஆம்னி பேருந்து சேவை தொடர்ந்து நிறுத்தம்

🗞️ பிரதமர் மோடி தலைமையில் இன்று கூடுகிறது பாதுகாப்பிற்கான அமைச்சரவை கூட்டம்

🗞️ தமிழ்நாட்டில் அவசரகதியில் SIR கொண்டு வந்தது ஏன் தேர்தல் ஆணையத்துக்கு உச்சநீதிமன்றம் நோட்டீஸ்

🗞️ பீகாரில் இரண்டு கட்டங்களாக நடைபெற்ற தேர்தலில் 67 சதவீத வாக்குப்பதிவு-தேர்தல் ஆணையம்

🗞️ இந்தியா-பூடான் இடையே எரிசக்தி ஒத்துழைப்பை அதிகரிக்க வேண்டும்-பிரதமர் மோடி

🗞️ இந்தியா மீதான வரிகள் குறைக்கப்படும்-அமெரிக்க அதிபர் ட்ரம்ப்

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शामली। स्मार्ट मीटर व किसानों की बिजली संबंधी अन्य समस्याओं को लेकर मंगलवार को भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारियों व किसानों ने खेडीकरमू स्थित बिजलीघर पर धरना प्रदर्शन किया। भाकियू ने चेतावनी दी कि किसी भी सूरत में स्मार्ट मीटर नहीं लगाने दिया जाएगा। इस अवसर पर किसानों की बिजली संबंधी अन्य समस्याओं के समाधान को भी ज्ञापन सौंपा गया।

मंगलवार को भारतीय किसान यूनियन के सैंकडों पदाधिकारी व किसानों ने स्मार्ट मीटर के विरोध व बिजली संबंधी अन्य समस्याओं को लेकर खेडीकरमू स्थित अधिशासी अभियंता के कार्यालय पर धरना प्रदर्शन किया। वक्ताओं ने कहा कि विद्युत विभाग द्वारा लगातार आम आदमी का शोषण किया जा रहा है। रात दिन विद्युत विभाग छापेमारी के नाम पर अवैध वसूली कर रहा है। भाकियू ने विद्युत विभाग द्वारा लगाए जा र हे स्मार्ट मीटर का भी

विरोध करते हुए कहा कि किसी भी कीमत पर स्मार्ट मीटर नहीं लगवाने दिए जाएगे, चाहे इसके लिए कितनी भी लडाई और आंदोलन क्यों न करना पडे। उन्होंने कहा कि अधिकारी टीम के साथ चेकिंग के लिए आते हैं, और एकदम से घर में घुस जाते हैं। कई बार वह घर पर नहीं होते हैं। ऐसे में उनके प्रवेश पर रोक लगाई जाए। साथ ही बिजली संबंधी सभी समस्याओं का जल्द समाधान किया जाए, पुराने व जर्जर तारों को बदलवाया जाए। इस मौके पर अधिशासी अभियंता को समस्याओं को लेकर एक ज्ञापन भी सौंपा गया। इस अवसर पर कपिल खाटियान, कुलदीप पंवार, विदेश मलिक, कमलेश पंवार, कविता चौधरी, जावेद तोमर, रणकुमार, मैनपाल चौहान, विकास मालैंडी, लबनान, दीपक शमा, विनोद चौहान, अरविन्द प्रधान, इनाम, मेहरदीन, पुष्कर, गयूर हसन, गुरदीप सिंह, फैज़ान अहमद,मनोज तोमर, अरविन्द खोडसमा मौजूद रहे।

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शामली। स्मार्ट मीटर व किसानों की बिजली संबंधी अन्य समस्याओं को लेकर मंगलवार को भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारियों व किसानों ने खेडीकरमू स्थित बिजलीघर पर धरना प्रदर्शन किया। भाकियू ने चेतावनी दी कि किसी भी सूरत में स्मार्ट मीटर नहीं लगाने दिया जाएगा। इस अवसर पर किसानों की बिजली संबंधी अन्य समस्याओं के समाधान को भी ज्ञापन सौंपा गया।

मंगलवार को भारतीय किसान यूनियन के सैंकडों पदाधिकारी व किसानों ने स्मार्ट मीटर के विरोध व बिजली संबंधी अन्य समस्याओं को लेकर खेडीकरमू स्थित अधिशासी अभियंता के कार्यालय पर धरना प्रदर्शन किया। वक्ताओं ने कहा कि विद्युत विभाग द्वारा लगातार आम आदमी का शोषण किया जा रहा है। रात दिन विद्युत विभाग छापेमारी के नाम पर अवैध वसूली कर रहा है। भाकियू ने विद्युत विभाग द्वारा लगाए जा र हे स्मार्ट मीटर का भी

विरोध करते हुए कहा कि किसी भी कीमत पर स्मार्ट मीटर नहीं लगवाने दिए जाएगे, चाहे इसके लिए कितनी भी लडाई और आंदोलन क्यों न करना पडे। उन्होंने कहा कि अधिकारी टीम के साथ चेकिंग के लिए आते हैं, और एकदम से घर में घुस जाते हैं। कई बार वह घर पर नहीं होते हैं। ऐसे में उनके प्रवेश पर रोक लगाई जाए। साथ ही बिजली संबंधी सभी समस्याओं का जल्द समाधान किया जाए, पुराने व जर्जर तारों को बदलवाया जाए। इस मौके पर अधिशासी अभियंता को समस्याओं को लेकर एक ज्ञापन भी सौंपा गया। इस अवसर पर कपिल खाटियान, कुलदीप पंवार, विदेश मलिक, कमलेश पंवार, कविता चौधरी, जावेद तोमर, रणकुमार, मैनपाल चौहान, विकास मालैंडी, लबनान, दीपक शमा, विनोद चौहान, अरविन्द प्रधान, इनाम, मेहरदीन, पुष्कर, गयूर हसन, गुरदीप सिंह, फैज़ान अहमद,मनोज तोमर, अरविन्द खोडसमा मौजूद रहे।

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মৌনতা মানে নিৰৱে কাম কৰি যোৱা আনক বাধা নিদিবা। কিন্তু মৌনতা মানে এইটো নহয় ।কাৰোবাৰ অন্যায় দেখি নিৰৱে নিতালে মুখখন জপাই ৰখাটো নুবুজাই।মৌনতাৰ বাবে বহু জীৱন শেষ গৈছে ।কাৰণ ৰাজধানী দিল্লীত কেইবাটাও ঘটনা সংঘটিত হৈছে তাৎক্ষণিক ব্যৱস্থা কৰা হেঁতেন ভূক্তভোগিৰ মৃত্যু পৰা ৰেহাই পোৱা লগতে অভিযুক্ত 4/5জনক একেলগে ফাঁচি দিব লগা নহয়। আচলতে কোনোবা এজনী ছোৱালী ব্যক্তি যেতিয়া সন্ধাহীন হয়। লগতে তাইক বা মানুহজনক বিচাৰি উদ্ধাৰ কৰিবলৈ সক্ষম হব লাগিব।তাৰ বাবে আৰক্ষীয়ে ততাতৈয়াকৈ যুদ্ধ কালিন ব্যৱস্থা গ্ৰহণ কৰিলে হয়তো আধা বাটতে ছোৱালী জনীৰ লগতে অভিযুক্তক ধৰিব পাৰিব ।তেতিয়া হয়টো ছোৱালী জনী মৃত্যুৰ পৰা বাছি যাব আৰু লগতে ৪/৫অভিক্তৰ ফাচি দিব লগা নহয়। আৰক্ষীয়ে নাকা তালাচী ব্যৱস্থা কৰাহেতেন বাছ বা গাড়ী ভিতৰতে ধৰিব পাৰিলেহেতেন আৰু কেইবাজনো মানুহ মৃত্যুৰ পৰা ৰক্ষা পালেহেন।ঠিক তেনেকৈ আমি যেতিয়া কাৰোবাৰ অন্যায় দেখি প্ৰতিবাদ নকৰোঁ নিজৰ ঘৰখন কথা চিন্তা কৰি,কিন্তু সেই অন্যায় বোৰ আপোনাৰ ঘৰত সোমাই যাব পাৰে তেতিয়া আপোনাৰ কেনেকুৱা লাগিব। কোনোবা এজনে বাইক খুভ দ্ৰুত গতিত চলাইছে কিন্তু আপুনি মৌনৱতা অৱলম্বণ কৰিছে আৰু বাধা দিয়া নাই।।হয় আধা কিলোমিটাৰ ল'ৰা জনে গৈ জীৱনৰ যৱনিকা পেলালে। গতিকে মৌনতা সকলো সময়ত শুদ্ধ নহয়।ছৈয়দ মহচিন।

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बिजली बिल समाधान योजना: आपका बोझ अब होगा हल्का

कलेक्टर महोदय की सभी जिलेवासियों से अपील

जिले के सभी बिजली उपभोक्ताओं से निवेदन है कि राज्य सरकार की बिजली बकाया समाधान योजना 2025-26 का लाभ जरूर उठाएँ। यह योजना 1 नवम्बर 2025 से 28 फरवरी 2026 तक लागू है और 31 अक्टूबर 2025 तक के बकाया बिलों पर खास राहत देती है।

योजना के तहत लो टेंशन और हाई टेंशन दोनों तरह के उपभोक्ताओं को देर से भुगतान पर लगने वाले शुल्क में 60 से 100 प्रतिशत तक छूट मिलेगी। जो उपभोक्ता जल्दी भुगतान करेंगे, उन्हें ज्यादा छूट मिलेगी। पुराने, विवादित या अदालत/विभाग में लंबित मामलों वाले उपभोक्ता भी तय प्रक्रिया से इस योजना में शामिल हो सकते हैं।

जिन उपभोक्ताओं के कनेक्शन बकाया के कारण कट चुके हैं, वे निर्धारित राशि जमा कर अपना कनेक्शन फिर से चालू करवा सकते हैं। अग्रिम भुगतान करने वाले उपभोक्ताओं को भी छूट मिलेगी।

यह योजना पुराने बकायों को निपटाने का अच्छा अवसर है और उपभोक्ताओं को आर्थिक राहत देगी। इसलिए सभी घरेलू, व्यापारिक, औद्योगिक और किसान उपभोक्ता इसका लाभ ज़रूर लें।

अधिक जानकारी के लिए अपने पास के बिजली उपखंड कार्यालय, वितरण डिवीजन कार्यालय या राज्य बिजली वितरण निगम की वेबसाइट पर संपर्क करें।
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#JansamparkMP #morena2025 #Morena

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240 परिवारो के 1000 लोगो की घर वापसी, बीमारी और जादू-टोने के नाम पर हुआ था धर्म परिवर्तन।

रायपुर - हिन्दू शुद्धि सभा के अनुसार रायपुर के गुढ़ियारी (छत्तीसगढ़) में रामानंदाचार्य स्वामी नरेंद्राचार्य महाराज के प्रवचन शिविर में 240 ईसाई परिवारों के लगभग 1000 लोगों ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ सनातन धर्म में वापसी की है। राज परिवार के प्रबल प्रताप जुदेव ने पैर पखारकर उनका स्वागत किया। यह आयोजन 09 नवम्बर को गुढ़ियारी स्थित दही हांडी मैदान में हुआ।

बताया जाता है कि मोहला मानपुर के देवांगन परिवार के बच्चों के बार-बार बीमार रहने से परेशान होकर करीब आठ साल पहले पड़ोसियों की सलाह पर चर्च जाने लगे और धर्म परिवर्तन कर ईसाई बन गये परंतु स्थिति में सुधार नहीं हुआ। कठिनाइयों का सामना करने के बाद अब इन परिवारो ने अपने मूल धर्म में लौटने का निर्णय लिया रायपुर में आयोजित धर्म वापसी कार्यक्रम की जानकारी मिलने पर वे इसमें सम्मिलित होकर पुनः अपने सनातन धर्म में लोट आये। इन परिवारो ने बताया कि अब उन्हें मन की शांति और आत्मिक संतोष की अनुभूति हो रही है।

*बिमारी ठीक करने के बहाने होता धर्मपरिवर्तन*
उदाहरण 1.निषाद परिवार के एक सदस्य ने करीब दो साल पहले कुछ लोगों की बातों में आकर ईसाई धर्म अपना लिया था। परिवार ने इस परिवर्तन का विरोध किया, किंतु भाई अपने निर्णय पर अडिग रहा। इस दौरान समाज के पदाधिकारियों ने उन्हें जानकारी दी कि रायपुर में धर्म वापसी का कार्यक्रम आयोजित हो रहा है। परिवार ने पुनः अपने मूल धर्म में लौटने का निर्णय लिया। अब समाज ने भी उन्हें पुनः स्वीकार कर लिया है ।
उदाहरण 2. उरकुरा गांव (कांकेर) के कुछ लोगों ने बीमारी से राहत पाने के लिए चर्च जाने की सलाह दी थी। परिवार के मुखिया ने बताया कि चर्च जाने के बाद भी बीमारी में कोई सुधार नहीं हुआ, बल्कि अब उन्हें एहसास हुआ कि उन्होंने अपनी परंपराओं से दूरी बना ली थी। ऐसे में उन्होंने रायपुर में आयोजित धर्म वापसी कार्यक्रम में शामिल होकर पुनः अपने मूल धर्म को अपनाने का निर्णय लिया है ।
उदाहरण 3. नर्राटोला (बालोद) के नायक परिवार ने बताया कि बीमारी से परेशान होकर उन्होंने तीन साल पहले चर्च जाना शुरू किया था। परिवार के सदस्यों ने बताया कि चर्च में ईसाई धर्म की बातें सिखाई जाती थीं और सनातन से दूरी बनाने की सलाह दी जाती थी । अतः परिवार ने धर्म वापसी का निर्णय लिया ।

वर्तमान में शुद्धि ही आपकी आने वाली पुश्तों की रक्षा करने में सक्षम हैं। याद रखें आपके धार्मिक अधिकार तभी तक सुरक्षित हैं, जब तक आप बहुसंख्यक हैं। इसलिए अपने भविष्य की रक्षा के लिए शुद्धि कार्य को तन, मन, धन से सहयोग कीजिए।
रिपोर्ट - घेवरचन्द आर्य पाली
#shuddhi_andolan #bhartiya_hindu_shuddhi_sabha #swami_dayanand #swami_shraddhanand

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क्रांतिसूर्य भगवान बिरसा मुंडा जयंती के उपलक्ष में निकाली जा रही जनजाति गौरव यात्रा का शुभारंभ आज विधानसभा राजपुर के अंतर्गत ग्राम बरुफाटक में टंट्या मामा भील की प्रतिमा से किया गया।कार्यक्रम की शुरुआत में उपस्थित जनसमूह को संबोधित किया गया, जिसमें वक्ताओं ने भगवान बिरसा मुंडा जी के अमर योगदान, स्वतंत्रता संग्राम में उनकी ऐतिहासिक भूमिका, और आदिवासी समाज को एकजुट करने के उनके प्रयासों पर विस्तार से प्रकाश डाला।कार्यक्रम स्थल पर स्थानीय छात्र-छात्राओं, युवाओं और ग्रामीणों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।इस अवसर पर भाजपा अजजा मोर्चा के जिला अध्यक्ष डॉ. रैलाश जी सैनानी सहित अनेक जनप्रतिनिधि एवं सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित रहे।मुख्य अतिथि के रूप मेंप्रदेश महामंत्री एवं राज्यसभा सांसद डॉ. सुमेर सिंह जी सोलंकी,भाजपा जिला अध्यक्ष अजय जी यादव,जनजातीय नेता श्री महेन्द्र सिंह कन्नौज,पूर्व सांसद श्री सुभाष जी पटेल,यात्रा जिला प्रभारी एवं जिला महामंत्री श्री भागीरथ जी कुशवाह,यात्रा विधानसभा प्रभारी श्री अंतर सिंह जी पटेल,अ.जा. मोर्चा प्रदेश मंत्री श्री भगवती प्रसाद जी शिंदे,पूर्व जिला अध्यक्ष श्री ओम जी खंडेलवाल, श्री ओम जी सोनी,जिला उपाध्यक्ष श्रीमति अंजना जी पटेल, श्री भगीरथ जी पाटीदार,जिला मंत्री कैलाश जी जयसवाल,वरिष्ठ नेता श्री हुकुम जी गुप्ता,यात्रा सह-संयोजक प्रकाश जी चौहानसहित समस्त विधानसभा मंडल अध्यक्ष, जिला एवं मोर्चा पदाधिकारीगण, मंडल कार्यकर्ता एवं बड़ी संख्या में जनजातीय समाज के बंधु-भगिनी उपस्थित रहे।जनजातीय गौरव यात्रा ने क्षेत्र में एकता, संस्कृति और स्वाभिमान का संदेश दिया।

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.इस बार साजिश इतनी प्रचंड थी कि यदि आतंकी सफल हो जाते तो समूचा विश्व एक ऐसा विनाश भारत में देखता जिसे आज तक कभी सोचा भी न गया हो मगर दुआएं दीजिए राष्ट्र पहरियों की सजगता का जिन्होंने अनहोनी होने से बचा लिया.....

इस बार कोई छोटी मोटी मछली नहीं बल्कि गुजरात ATS ने कल आतंकी डॉक्टर मोहिउद्दीन के रूप में बहुत बड़े मगरमच्छ को पकड़ा है जिसने कैस्टर ऑयल से रेज़िन नाम का ऐसा तरल पदार्थ बनाया जो साइनाइड से भी 600 गुना ज़्यादा खतरनाक है... इस रेजिन की न तो कोई गंध है और न ही कोई स्वाद... यदि इस रेजिन को फल सब्जियों के अंदर या मांस मछली के अंदर इंजेक्ट करके हिन्दू बाहुल्य क्षेत्रों में यदि बेच दिया जाता तो क्या हश्र होता... यह जनसंहार सीधे सीधे मोदी जी के स्वर्णिम कार्यकाल पर एक बदनुमा दाग लगा जाता.......

गुजरात ATS के डिप्टी एसपी एस एल चौधरी को कुछ समय पहले एक खुफिया टिप मिली कि देश में खतरनाक आतंकी मॉड्यूल एक्टिव हो रहा है...अब पूरे भारत में कौन कहां कहां एक्टिव है यह मालूम करना भूसे में सुई ढूंढने जैसा था...मगर जब टिप के आधार पर जांच की गई तो पता चला कि कोई आंध्रप्रदेश का एक शख्स संदिग्ध है.......

उस संदिग्ध को मॉनिटर कर 24X7 निगरानी की गई... शुरू में तो ये मेहनत बेकार लगी मगर एक दिन कुछ चीजे इनपुट से मेल खाती दिखी तो एक डॉक्टर का पता चला ...... निगरानी और बढ़ाने पर उसका नाम डॉ मोहिउद्दीन अहमद सैयद मालूम हुआ...उसकी लोकेशन सर्विलांस पर लगा दी गई... एक दिन उसकी लोकेशन गुजरात के मेहसाना से अहमदाबाद की तरफ मिली जिसके बाद गुजरात ATS एक्टिव हो गई......

गुजरात ATS ने अड़ालज टोल प्लाजा पर घेराबंदी कर दी और एक फोर्ड गाड़ी को रोका...पूछताछ में गाड़ी में मौजूद उस शख्स ने अपना वही नाम बताया जिसकी निगरानी काफी समय से ATS कर रही थी...ATS ने तुरंत उसका फोन अपने कब्जे में लेकर फोन की जांच करनी शुरू की तो उसमें काफी डेटा डिलीट मिला जिसे रिकवर कर लिया गया......मगर कुछ ऐप डिलीट नहीं हो सकी थी क्योंकि डॉक्टर सैयद को ये अंदेशा ही नहीं था कि वो इस तरह से पकड़ा भी जाएगा...फोन की जांच से पता चला कि डॉक्टर अफगानिस्तान से ऑपरेट हो रहे ISIS के ही एक ग्रुप ISKP के कुछ बड़े लोगों के साथ कनेक्टेड था और उसके आका यानि आमिर का नाम 'अबू खदिजा' है......

गाड़ी की चेकिंग के दौरान उसमें तीन हथियार मिले जिसमें दो Glock पिस्टल, एक बेरेट पिस्टल और 30 जिंदा कारतूस मिले... पर इसके साथ 10 लीटर केमिकल भी मिला...पूछताछ में डॉक्टर ने बताया कि इस केमिकल से वो रेजिन बना रहा था जो केस्टर बीन्स से बनता है....….

हथियार के बारे में पूछताछ करने पर दो नाम सामने आए..….. आजाद सैफी और मोहम्मद सुहेल जोकि यूपी के रहने वाले है..... दोनों को ट्रेस करने पर उनकी लोकेशन राजस्थान बोर्डर के पास बनासकांठा में मिली जिसके बाद तुरंत दोनों को वहां से गिरफ्तार किया गया...इन दोनों ने ये सभी हथियार राजस्थान के हनुमानगढ़ी से लिए थे जिसे पाकिस्तानी शख्स ने ड्रोन की सहायता से पाकिस्तान से हथियार पहुंचाए थे.....

यह सभी किसी बड़ी आतंकी वारदात को अंजाम देने वाले थे... इन सभी ने दिल्ली, लखनऊ और अहमदाबाद की रेकी की थी... हमला कब कहाँ कितने बजे करना था ?????
जहरीले केमिकल का इस्तेमाल कैसे और कहां कहां किस पर करने वाले थे ??? बाकी कौन कौन लोग इस हमले में शामिल है ??? किस किस शख्स ने क्या क्या मदद इन्हें इस हमले को करने के लिए दी , यह सभी सवाल अभी फिलहाल गुजरात ATS की डायरी में दर्ज है....

आप सिर्फ कल्पना कीजिए कि देश किन हालातों में सांस ले रहा है और यदि नरेंद्र मोदी जैसा चौकीदार भारत की रक्षा न कर रहा होता तो आज क्या अंजाम होता ??? इसलिए चौकस रहिए क्योंकि वो ठान चुके है 2027 के चुनाव से पूर्व कुछ भी बड़ा करने की... 2027 तक का ये समय बेहद संभल कर चलने का है...

कोई शक ????

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मधुबन(मऊ):-मऊ के मधुबन में नाबालिग युवती को बहला फुसला कर भगा ले जाने के आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। मंगलवार को आरोपी बृजेश उर्फ़ डब्लू निवासी विशुनपुर परसिया देवारा तहसील बरहज जनपद देवरिया को पुलिस ने मधुबन के राजू चौक के पास से गिरफ्तार किया। गायब युवती को पुलिस पहले ही बरामद कर चुकी है।
ज्ञात हो कि मधुबन थाना क्षेत्र के एक गाँव निवासी 17 साल की युवती बीते 11 सितम्बर को रात 11 बजे अपने घर से लापता हो गयी थी। इस मामले में युवती की माँ ने बृजेश उर्फ़ डब्लू नाम के युवक पर उसकी पुत्री को बहला फुसला कर भगा ले जाने का आरोप लगाते हुए 13 सितम्बर को मधुबन थाना में मुकदमा दर्ज कराया था।
मुकदमा के आधार पर पुलिस आरोपी युवक एवं गायब युवती की जोर शोर से तलाश कर रही थी। गायब किशोरी को पुलिस पहले ही बरामद कर चुकी है। मंगलवार को मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर आरोपी युवक को भी पुलिस पकड़ने में सफल रही।
इस सम्बन्ध में थाना प्रभारी राजीव कुमार सिंह ने बताया कि आरोपी युवक को जेल भेजा जा रहा है। लड़की पूर्व में ही शकुशल बरामद कर ली गयी थी। गिरफ़्तारी टीम में एसआई सुरेश पटेल, हेड कांस्टेबल दिनेश पाल, ओम प्रकाश आदि पुलिस कर्मी शामिल रहे।
#MAU #मधुबन #maunews #CrimeNews #maupolice

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सुप्रीम कोर्ट ने टीईटी (TET) परीक्षा पास न करने वाले शिक्षकों के लिए बड़ा फैसला दिया है। पहले नियम था कि जो शिक्षक टीईटी पास नहीं करेंगे, उन्हें नौकरी से हटा दिया जाएगा। लेकिन अब सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले के बाद ऐसे शिक्षकों को नौकरी से नहीं निकाला जाएगा। सरकारी स्कूलों में काम करने वाले इन शिक्षकों को अब बड़ी राहत मिली है। उनका भविष्य सुरक्षित रहेगा और उन्हें चिंता करने की जरूरत नहीं है। इस फैसले से शिक्षा क्षेत्र के कई शिक्षकों का मनोबल बढ़ा है और उनकी स्थिति अब पहले से ज्यादा स्थिर हो जाएगी।
“TET पास न करने वाले शिक्षकों को राहत”
सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश बी. आर. गवई और न्यायमूर्ति के. विनोद चंद्रन की पीठ ने दो सहायक शिक्षकों की याचिका पर फैसला सुनाया है। इन दोनों शिक्षकों की नियुक्ति साल 2012 में हुई थी, लेकिन 2018 में कानपुर नगर के बेसिक शिक्षा अधिकारी ने उन्हें टीईटी (TET) प्रमाणपत्र न होने के कारण निलंबित कर दिया था। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि केवल टीईटी परीक्षा पास न करने के आधार पर किसी शिक्षक को नौकरी से निकालना सही नहीं है। कोर्ट ने आदेश दिया कि इन दोनों शिक्षकों को उनकी नौकरी पर बनाए रखा जाए। इस फैसले से देशभर के उन शिक्षकों को बड़ी राहत मिली है जिन्होंने टीईटी परीक्षा नहीं दी है।
“भरती प्रक्रिया के नियमों को लेकर विवाद”
यह मामला दो शिक्षकों से जुड़ा है और इसकी शुरुआत 2011 में हुई थी, जब सहायक अध्यापकों की भर्ती प्रक्रिया चल रही थी। कानपुर के इन दोनों शिक्षकों को सहायक अध्यापक पद पर नियुक्ति मिली थी।
उस समय NCTE ने 23 अगस्त 2010 को एक अधिसूचना जारी की थी, जिसके बाद शिक्षक पात्रता परीक्षा (TET) लागू की गई थी। उत्तर प्रदेश में यह TET परीक्षा 2011 में आयोजित हुई थी। इन दो शिक्षकों में से एक ने 2011 में TET पास की थी, जबकि दूसरे ने 2014 में यह परीक्षा पास की।भर्ती के समय TET की परीक्षा पास करना जरूरी था, इसलिए इन शिक्षकों की पात्रता पर विवाद खड़ा हो गया।इलाहाबाद हाईकोर्ट ने 2024 में ऐसे कई शिक्षकों की नियुक्ति रद्द कर दी थी, जिनके पास नियुक्ति के समय TET प्रमाणपत्र नहीं था, भले ही वे बाकी सभी शर्तें पूरी कर रहे थे। शिक्षकों ने इस फैसले को चुनौती दी — पहले हाईकोर्ट में और फिर सुप्रीम कोर्ट में। अब सुप्रीम कोर्ट ने हाईकोर्ट का फैसला रद्द कर दिया है। इस फैसले के बाद इन शिक्षकों को फिर से अपने पद पर बने रहने या नियुक्ति का अधिकार मिल सकता है। कोर्ट ने कहा है कि नियमों का पालन ज़रूरी है, लेकिन शिक्षकों के हक़ की रक्षा भी उतनी ही महत्वपूर्ण है।
शिक्षकों को उनके अधिकारों का संरक्षण
सुप्रीम कोर्ट ने आरटीई (शिक्षा का अधिकार) कानून की धारा 23 में 2017 में किए गए संशोधन पर ध्यान दिया है। कोर्ट ने साफ कहा है कि जो उम्मीदवार 31 मार्च 2019 तक टीईटी (TET) परीक्षा पास कर चुके हैं, उन्हें योग्य माना जाएगा। यानी इस तारीख से पहले परीक्षा पास करने वाले शिक्षकों को अयोग्य नहीं ठहराया जा सकता। कुछ शिक्षकों ने तो 2014 में ही टीईटी परीक्षा पास कर ली थी, इसलिए 2018 में उनकी नौकरी खत्म करना गलत था। यही वजह है कि सुप्रीम कोर्ट ने उन शिक्षकों को राहत दी है। इस फैसले से देशभर के दूसरे शिक्षकों को भी अपने अधिकार मिलने की उम्मीद बढ़ गई है।
शिक्षकों के लिए टीईटी परीक्षा देना जरूरी है।
सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में एक अहम फैसला दिया है, जिसमें कहा गया है कि कुछ शिक्षकों को बकाया वेतन (थका हुआ वेतन) नहीं दिया जाएगा। साथ ही, अगर कोई शिक्षक टीईटी (TET) परीक्षा पास नहीं कर पाया है, तो उसकी नौकरी खत्म करना भी अब सही नहीं माना जाएगा। कोर्ट ने यह भी कहा कि जो शिक्षक 2019 से पहले टीईटी परीक्षा पास कर चुके हैं, उन्हें नौकरी से हटाना उचित नहीं है। इस फैसले से देशभर के उन शिक्षकों को बड़ी राहत मिली है, जिनकी नियुक्ति बिना टीईटी सर्टिफिकेट के हुई थी। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने यह भी साफ किया है कि प्राथमिक शिक्षकों के लिए टीईटी परीक्षा देना जरूरी (अनिवार्य) रहेगा।

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*बुधवार, 12 नवम्बर 2025 के मुख्य समाचार*

🔸दिल्ली ब्लास्ट मामले में सनसनीखेज खुलासा, जैश की लेडी टेरर हेड डॉ. शाहीन, मसूद अजहर की बहन से लेती थी ट्रेनिंग!

🔸मृतकों के परिवारों को मिलेगी 10-10 लाख की मदद, दिल्ली ब्लास्ट के बाद CM रेखा गुप्ता का बड़ा ऐलान

🔸Bihar Election 2025: दूसरे चरण की 122 सीटों पर मतदान खत्म, बंपर वोटिंग ने तोड़े सारे रिकॉर्ड; 1302 उम्मीदवारों की किस्मत EVM में कैद

🔸गृह मंत्री अमित शाह ने जारी किए सख्त आदेश, कहा - जांच एजेंसियां अपना पूरा प्रकोप दिखाएं

🔸शहबाज शरीफ नहीं आ रहे बाज, PAK में हुए हमले के लिए भारत को ठहराया कसूरवार

🔸Pakistan Blast: इस्लामाबाद कोर्ट के बाहर आत्मघाती हमला, 12 की मौत और 21 घायल

🔸भारत का पलटवार: ब्लास्ट के पीछे पूरा जैश मॉड्यूल ढेर, डॉक्टर से इमाम तक अरेस्ट

🔸'ये गैर जिम्मेदाराना और माफी के लायक नहीं', धर्मेंद्र के निधन की खबरों पर हेमा मालिनी ने जताया गुस्सा

🔸अमेरिका में वीजा मुश्किल: ट्रंप प्रशासन ने जारी की सख्त नई गाइडलाइन, स्वास्थ्य और आर्थिक स्थिति बने अहम मानदंड

🔸सुप्रीम कोर्ट में शिंदे vs उद्धव पर फाइनल सुनवाई आज, धनुष-बाण सिंबल पर होना है फैसला

🔸दिल्ली धमाके के बाद पाकिस्तान अलर्ट: पाकिस्तानी जेट राजस्थान सीमा के पास गश्त कर रहे; भारत ने बॉर्डर के पास हाइवे पर उतारा जगुआर

🔸फरीदाबाद की अल फलाह यूनिवर्सिटी की वेबसाइट हैक: लिखा- जिहाद करने वालों की भारत में जगह नहीं; यहां के डॉक्टर से 2900KG विस्फोटक मिला था

🔸निठारी हत्याकांड- मुख्य दोषी सुरेंद्र कोली आजाद होगा: सुप्रीम कोर्ट ने आखिरी केस में भी बरी किया; 10 मामलों में मिली थी मौत की सजा

🔸बिहार चुनाव में पहली बार सभी बूथों की लाइव ट्रैकिंग, EVM की GPS मॉनिटरिंग के साथ 66.90% वोटिंग

🔸Exit Poll बोले- बिहार में फिर नीतीशे कुमार, 15 में से 14 पोल में एनडीए को बहुमत

🔸लाल किला विस्फोट की साजिश रचने वालों को बख्शा नहीं जाएगा: मोदी

🔸पूर्व अग्निवीरों को आयु सीमा में 5 साल तक की छूट, राज्य सरकार के इस फैसले से नौकरी के बढ़े अवसर

🔸धर्मेंद्र के बाद प्रेम चोपड़ा की तबियत हुई ख़राब ; लीलावती हॉस्पिटल में करवाया भर्ती

🔸पीएम मोदी दो दिवसीय दौरे पर पहुंचे भूटान, द्विपक्षीय संबंधों में और मज़बूती पर रहेगा जोर

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रांची।‌ समाज में मानवीय संवेदनाओं को सशक्त बनाने के उद्देश्य से कार्यरत ‘चारिटेबल चार्म्स’ संस्था के सदस्यों ने हाल ही में एक विशेष सेवा अभियान के तहत मानसिक रूप से विशेष बच्चों के बीच वस्त्र और भोजन का वितरण किया। इस पुनीत कार्य ने न केवल इन बच्चों के चेहरों पर मुस्कान बिखेरी, बल्कि स्वयंसेवकों के हृदयों को भी गहरी संतुष्टि से भर दिया। इस अवसर पर संस्था की चेयरपर्सन डॉ. ख्याति मुंजाल, पी.आर. समिति प्रमुख रूपम झा तथा प्रभा सिंह सहित अन्य सक्रिय सदस्य भी उपस्थित रहे। सभी ने मिलकर पूरे उत्साह और स्नेह के साथ इन बच्चों के बीच समय बिताया और उन्हें अपनी ओर से प्रेम, अपनापन तथा सहयोग का संदेश दिया। संस्था के सदस्यों ने बताया कि इन “खास फरिश्तों” के साथ बिताया गया समय उनके लिए एक अनमोल अनुभव रहा। बच्चों की निश्छल हँसी और उनकी चमकती आँखों ने सभी के मन को भावविभोर कर दिया। एक स्वयंसेवक ने कहा, “इन बच्चों के साथ रहकर यह महसूस हुआ कि सच्ची खुशी देने में ही है। उनकी मुस्कान हमारी सबसे बड़ी उपलब्धि है।”
‘चारिटेबल चार्म्स’ लंबे समय से रांची और आसपास के इलाकों में सामाजिक सेवा एवं मानव कल्याण से जुड़ी गतिविधियाँ संचालित कर रही है। संस्था का उद्देश्य समाज के वंचित वर्गों के जीवन में गर्मजोशी, उम्मीद और आत्मसम्मान का संचार करना है।
संस्था की चेयरपर्सन डॉ. ख्याति मुंजाल ने कहा कि इस प्रकार की “चारिटेबल मोमेंट्स” ही जीवन के असली ख़ज़ाने हैं। उन्होंने यह भी बताया कि आगे भी संस्था ऐसे कार्यक्रमों के माध्यम से समाज में प्रेम, करुणा और सहयोग की भावना को निरंतर फैलाती रहेगी।‌अंत में, शीना लिंडा, जो कि प्रकाश कुंज संस्था के माध्यम से बच्चों की देखभाल में सक्रिय रूप से जुड़ी हैं, ने भी इस अभियान में सहयोग दिया। वे बच्चों के कल्याण के लिए निरंतर प्रयासरत हैं और चाहती हैं कि हर बच्चे को प्यार, शिक्षा और सुरक्षित भविष्य मिले।

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*सोनभद्र विजय प्राप्त होने की ढेर सारी बधाई एवं शुभकामनाएं*
R. A. Sonbhadra
10 वीं मंडलीय बाल क्रीड़ा प्रतियोगिता एवं सांस्कृतिक समारोह विंध्याचाल मंडल के जनपद - मिर्जापुर,भदोही,सोनभद्र के विच जनपद सोनभद्र डायट रावर्ट्सगंज के प्रांगण मे जिला स्तरीय प्रतियोगिता के उपरांत दिनांक:- 10/11/2025 को मंडली बाल क्रीड़ा प्रतियोगिता का सुभारम्भ का आगाज हुआ जो आज दिनांक:- 11/11/2025 को सफलता पूर्वक प्रतियोगिता को सम्पन्न कराने के उपरांत समापन किया गया।
प्रतियोगिता का परिणाम
*सोनभद्र - प्रथम*
*मिर्जापुर - दृतीय*
*भदोही - तृतीय*
उपरोक्त प्रतियोगिता आयोजन के संयोजक परम आदरणीय जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी जनपद - सोनभद्र *श्री मुकुल आनंद पाण्डेय जी* के कुशल नेतृत्व मे मंडलीय बाल क्रीड़ा प्रतियोगिता को बहुत ही सहजता के साथ सम्पन्न कराया गया जिसमे हमारे जनपद के कर्मठी सम्मानित शिक्षक,शिक्षामित्र,अनुदेशक, शुभचिंतको एवं सम्मानित समस्त शैक्षिक संगठनों के सम्मानित पदाधिकारियों का काफी तन्मन्यता से सहयोग रहा।
जनपद के समस्त खंड शिक्षा अधिकारी गण का सहयोग एवं समर्पण स्मरणीय रहा। जिसका जितना सराहना की जाय सायद कम होगा।
बेसिक शिक्षा परिषद परिवार जनपद सोनभद्र के सहयोग का परिणाम आज यह रहा की मंडल के मेडल पर सोनभद्र का शानदार कब्जा हुआ ।
शानदार जीत के अवसर पर *उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ जिला इकाई सोनभद्र* की ओर से उपरोक्त प्रतियोगिता को सफलता पूर्वक सम्म्पन्न कराने के लिए जनपद के मुखिया परम आदरणीय जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी सोनभद्र को ढेर सारी बधाई एवं कर्मठता के परिचारक सभी सहयोगी शिक्षक,शिक्षामित्र,अनुदेशक, अभिभावक,समस्त शैक्षिक संगठन् को *सोनभद्र के पक्ष मे शानदार जीत* दिलाने के लिए बधाई एवं आभार
प्रतिभागी बच्चो के उज्ज्वल भविष्य के लिए हृदय से कामना
*सोनभद्र मंडल जिता है*
*प्रदेश भी जीतेगा*
परम आदरणीय जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी जनपद - सोनभद्र द्वारा इस आयोजन मे सभी अतिथियों, सभी सहयोगी शिक्षक ,शिक्षामित्र,अनुदेशक एवं शुभ चिंतको एवं समस्त शैक्षिक संगठन के प्रति,सभी प्रतिभागी बच्चों के प्रति जो प्रेम ,आदर सम्मान मिला इसके लिए हम और हमारा संगठन आभारी है।
*शानदार जीत के लिए सभी को ढेर सारी बधाई एवं आभार
ख़ासकर इस आयोजन मे समृद्ध मंच को सजाने व सवारने वाले रत्नों मे श्री आशीष निरंजन जी,श्री आनंद त्रिपाठी जी (बाबा), अमित पाण्डेय जी को ढेर सारी बधाई एवं शुभकानाएं
*प्राथमिक शिक्षक संघ के समस्त जिला पदाधिकारी गण*
*समस्त ब्लाक पदाधिकारी गण*
को भी ढेर सारी बधाई जो संगठन की ओर से इस प्रतियोगिता को सफल बनाने मे सहयोग किया।

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విశాఖపట్నం (పెద్ద గంట్యాడ మండలం )

తల్లిదండ్రులు లేని పిల్లలతో పాటు పేదరికంలో ఏ ఒక్క విద్యార్థి చదువు ఆగిపోకూడదనే ఉద్దేశంతో ఆంధ్రప్రదేశ్ & తెలంగాణ తెలుగు రాష్ట్రాలలో రెండింటిలో 52 పాఠశాలలో బిగ్ హెల్ప్ ఫర్ ఎడ్యుకేషన్ అనే సంస్థ ద్వారా సేవా కార్యక్రమాలు2002 లో ప్రారంభించి నేటికి 23 సం||పూర్తి అయిన సందర్భంగా జిల్లా పరిషత్ ఉన్నత పాఠశాల నడుపూరు సందర్శించి అడాప్ట్ ఏ చైల్డ్ అనే కార్యక్రమం ద్వారా 2021నుంచి 20 మంది విద్యార్థులను దత్తత తీసుకుని వారికి అవసరమైన వస్తువులను,సేవలను అందిస్తూ ఉన్నారు.

పరీక్షలలో ప్రతిభ కనబరిచిన విద్యార్థులకు ప్రతి తరగతి నుండి పదిమంది చొప్పున 50మంది విద్యార్థులకు గోల్డెన్ స్టార్ అవార్డులను అందించారు.

ఈ సందర్భంగా విద్యార్థులు సాంస్కృతిక కార్యక్రమాలతో అలరించారు తరువాత పాఠశాలలో మొక్కలు నాటే కార్యక్రమం లో పాల్గొన్నారు.

పాఠశాలకు,విద్యార్థులకు కావలసిన సహాయ సహకారాలను భవిష్యత్తులో కూడా అందజేస్తానని హామీ ఇచ్చారు.

బిగ్ హెల్ప్ ఫర్ ఎడ్యుకేషన్ చైర్మన్ చాంద్ పాషా మీడియాతో మాట్లాడుతూ విద్యార్థుల భవిష్యత్తు మంచి విలువలతో కూడిన విద్యాభ్యాసం విద్యార్థులకు ముఖ్యమని.మా యొక్క సంస్థ ద్వారా విద్యార్థులకు పుస్తకాలు,స్పోర్ట్స్ కు సంబంధించిన సామాగ్రి అలాగే విద్యార్థులకు అవసరమైన సకల సౌకర్యాలు కల్పిస్తున్నాము. స్కూల్ ఆవరణ ఆహ్లాదకరమైన వాతావరణం ఏర్పాట్లు. ఎక్కడ చదువుకోవడం విద్యార్థులు ఎంతో శుభ పరిణామం.ఈరోజు బాలలే రేపు తరాలకు బాటగా నిలిచే వ్యక్తులుగా మారుతారు.మా యొక్క సంస్థ ద్వారా ప్రతి పేద విద్యార్థి కూడా చదువుకునే విధంగా చర్యలు చేపడుతున్న. మా ట్రస్ట్ ఈ ద్వారా 52 స్కూళ్లను దత్తత తీసుకోవడం అందులో భాగంగా నటుపూరు ఉన్నత పాఠశాల ఒకటి.ఇక్కడ ప్రధానోపాధ్యాయులు ఇతర టీచర్లు బోధనా విషయంలో అర్థమయ్యే విధంగా పిల్లలకు విద్యను నేర్పించడం ఇది ఒక శుభ పరిణామం.జిల్లాలో గుర్తింపు పొందిన నడు పూర్ హైస్కూల్ ఒకటి.విద్యార్థులు చదువులో, స్పోర్ట్స్ ఇతర ఇతర కల్చరల్ ప్రోగ్రామ్స్ లోనూ ఎన్నో అవార్డులు గెలుచుకున్న స్కూల్.

జిల్లా పరిషత్ ఉన్నత పాఠశాల ప్రిన్సిపల్ రాచకొండ శ్రీనివాస్ మీడియాతో మాట్లాడుతూ మా యొక్క స్కూల్ విద్యార్థులకు అన్ని విధాలా సహకరించిన బిగ్ హెల్ప్ ఫర్ ఎడ్యుకేషన్ చైర్మన్ చాంద్ పాషా ధన్యవాదాలు తెలిపారు. విద్యార్థులకు వారి భవిష్యత్తుల గురించి ఆలోచించే ఇలా స్వచ్ఛంద సంస్థలు బిగ్ హెల్ప్ ఫర్ ఎడ్యుకేషన్ ఒకటి. ఈ యొక్క స్వచ్ఛంద సంస్థ ద్వారా బడుగు బలహీన వర్గాల విద్యార్థులు ఉన్నత చదువులకు భావితరాల అడుగులకు బాటగా నిలుస్తుందని తెలిపారు.

ఈ కార్యక్రమంలో 75 వ వార్డు కౌన్సిలర్ పులి లక్ష్మీబాయి,పెద్ద గంట్యాడ మండల విద్యాశాఖ అధికారులు శ్రీనివాసరావు మరియు రమణాజీ పాఠశాల ప్రధానోపాధ్యాయులు రాచకొండ శ్రీనివాసు,రాజ్ కుమార్,ప్రాజెక్టు డైరెక్టర్ షేక్ బాబ్జీ,అవార్డు డైరెక్టర్ ఎన్.కళ్యాణి, బి శ్రీనివాసరావు,ఎమ్ ఇందిర,శివ,రవి మిగిలిన ఉపాధ్యాయులందరూ పాల్గొన్నారు.

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रुदौली पुलिस को मिली बड़ी कमियाबी
रूदौली सट्टी बाजार में चोरी करनें वाले गिरोह का खुलासा करते हुए 6 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया, लगभग 60 हजार रुपए, 5 मोबाइल व एक ई रिक्शा बरामद।
रुदौली अयोध्या
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदय जनपद अयोध्या डा0 गौरव ग्रोवर द्वारा अपराध नियंत्रण व महिलाओं एंव बालकों की सुरक्षा के दृष्टिगत अपराधियों की गिरफ्तारी हेतु चलाये जा रहे विशेष अभियान में पुलिस अधीक्षक ग्रामीण बलवन्त चौधरी के कुशल निर्देशन व क्षेत्राधिकारी रूदौली आशीष निगम के निकट पर्यवेक्षण में प्रभारी निरीक्षक कोतवाली रूदौली संजय मौर्य के नेतृत्व में रूदौली पुलिस टीम द्वारा सट्टी बाजार कस्बा रूदौली में महिलाओं से टप्पेबाजी करने वाली महिलाओं के गिरोह को चोरी किये गये पैसों व पर्स के साथ गोगाँवा रेलवे क्रासिंग के पास से समय 11.40 बजे गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त हुई । अभियुक्तगण के कब्जे से एक अदद ई- रिक्शा नम्बर UP32UN2902, एक अदद आधार कार्ड, चोरी किये गये 60370 रुपये, 05 अदद मोबाइल फोन (टच स्क्रीन/ की पैड) बरामद हुआ। थाना स्थानीय पर मु0अ0सं0 461/25 धारा 303(2)/317(2)/3(5)बीएनएस का अभियोग पंजीकृत है। नियमानुसार विधिक कार्यवाही की जा है।
गिरफ्तार अभियुक्तों का विवरण-
1. नादिरा उम्र करीब 35 वर्ष पत्नी अनवर निवासी कस्बा गुन्नौर थाना गुन्नौर जनपद सम्भल,
2. नाजमीन पत्नी अकबर उम्र करीब 39 वर्ष निवासी शिवर्ली किच्छा थाना पूलभटरा जनपद रूद्रपुर उत्तराखण्ड,
3. शहनाज पत्नी गुड्डू उम्र करीब 36 वर्ष निवासी रमजान नगर सेक्टर 5 टेलीबाग थाना पीजीआई लखनऊ,
4. समरीन पत्नी तौफीक उम्र करीब 32 वर्ष निवासी रमजान नगर सेक्टर 5 टेलीबाग थाना पीजीआई लखनऊ,
5. नुसरत पत्नी चाँद उम्र करीब 40 वर्ष निवासी रमजान नगर सेक्टर 5 टेलीबाग थाना पीजीआई लखनऊ,
6. सैफुद्दीन पुत्र अजीमुल्लाह उम्र करीब 46 वर्ष निवासी बृन्दावन योजना सेक्टर 5 मकान नम्बर 7/ 31 थाना पीजीआई जनपद लखनऊ
गिरफ्तारकर्ता पुलिस टीम-
1.प्रभारी निरीक्षक संजय मौर्य को0रुदौली अयोध्या
2.निरी0अ0 शत्रुध्न यादव को0रुदौली अयोध्या
3. युवराज सिंह चौकी प्रभारी किला को0रूदौली अयोध्या
4. उ0नि0 मनीष चतुर्वेदी चौकी प्रभारी भेलसर को0रूदौली अयोध्या
5.उ0नि0 गजेन्द्र कुमार को0रूदौली अयोध्या,
6. म0 उ0नि0 दीपशिखा सिंह को0रूदौली अयोध्या,
7. म0उ0नि0 स्तुति गुप्ता को0रूदौली अयोध्या
8. का0 अमन कुमार को0रूदौली अयोध्या
बरामदगी विवरण-
1.एक अदद ई- रिक्शा नम्बर UP 32 UN 2902,
2.एक अदद आधार कार्ड,
3.चोरी किये गये 60370 रुपये,
4.05 अदद मोबाइल फोन (टच स्क्रीन/ की पैड)

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पुलिस आयुक्त कानपुर नगर रघुबीर लाल📍 कानपुर उत्तर प्रदेशनई दिल्ली में हुई घटना के परिप्रेक्ष्य में कानपुर नगर में रेड अलर्ट घोषित किया गया था। तत्पश्चात सभी संवेदनशील स्थानों एवं महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों पर सघन चेकिंग अभियान चलाया गया। वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों सहित समस्त फील्ड अधिकारी निरंतर क्षेत्र में सक्रिय रहकर निगरानी कर रहे हैं। संदिग्ध व्यक्तियों, वाहनों एवं पार्किंग स्थलों की गहन चेकिंग की जा रही है। धार्मिक स्थलों एवं भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों पर विशेष निगरानी रखी जा रही है। महत्वपूर्ण स्थानों पर पुलिस बल की तैनाती बढ़ाई गई है।पुलिस के पास पूर्व से ही वॉचलिस्ट में शामिल व्यक्तियों का सत्यापन कार्य जारी है। प्राप्त इनपुट्स के आधार पर संदिग्ध गतिविधियों की जांच की जा रही है। सोशल मीडिया मॉनिटरिंग टीम भी लगातार सक्रिय है और संभावित सूचनाओं पर नजर रखे हुए है। पुलिस आयुक्त महोदय ने आम नागरिकों व स्थानीय दुकानदारों से अपील की है कि किसी भी संदिग्ध व्यक्ति, वस्तु या गतिविधि की सूचना तत्काल पुलिस को दें।अतः सभी नागरिकों से सतर्कता एवं सहयोग की अपेक्षा की जाती है।रिपोर्ट - किशोर मोहन गुप्ताजिला - कानपुर नगरराज्य - उत्तर प्रदेश

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रुदौली पुलिस को मिली बड़ी कमियाबी
रूदौली सट्टी बाजार में चोरी करनें वाले गिरोह का खुलासा करते हुए 6 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया, लगभग 60 हजार रुपए, 5 मोबाइल व एक ई रिक्शा बरामद।
रुदौली अयोध्या
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदय जनपद अयोध्या डा0 गौरव ग्रोवर द्वारा अपराध नियंत्रण व महिलाओं एंव बालकों की सुरक्षा के दृष्टिगत अपराधियों की गिरफ्तारी हेतु चलाये जा रहे विशेष अभियान में पुलिस अधीक्षक ग्रामीण बलवन्त चौधरी के कुशल निर्देशन व क्षेत्राधिकारी रूदौली आशीष निगम के निकट पर्यवेक्षण में प्रभारी निरीक्षक कोतवाली रूदौली संजय मौर्य के नेतृत्व में रूदौली पुलिस टीम द्वारा सट्टी बाजार कस्बा रूदौली में महिलाओं से टप्पेबाजी करने वाली महिलाओं के गिरोह को चोरी किये गये पैसों व पर्स के साथ गोगाँवा रेलवे क्रासिंग के पास से समय 11.40 बजे गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त हुई । अभियुक्तगण के कब्जे से एक अदद ई- रिक्शा नम्बर UP32UN2902, एक अदद आधार कार्ड, चोरी किये गये 60370 रुपये, 05 अदद मोबाइल फोन (टच स्क्रीन/ की पैड) बरामद हुआ। थाना स्थानीय पर मु0अ0सं0 461/25 धारा 303(2)/317(2)/3(5)बीएनएस का अभियोग पंजीकृत है। नियमानुसार विधिक कार्यवाही की जा है।
गिरफ्तार अभियुक्तों का विवरण-
1. नादिरा उम्र करीब 35 वर्ष पत्नी अनवर निवासी कस्बा गुन्नौर थाना गुन्नौर जनपद सम्भल,
2. नाजमीन पत्नी अकबर उम्र करीब 39 वर्ष निवासी शिवर्ली किच्छा थाना पूलभटरा जनपद रूद्रपुर उत्तराखण्ड,
3. शहनाज पत्नी गुड्डू उम्र करीब 36 वर्ष निवासी रमजान नगर सेक्टर 5 टेलीबाग थाना पीजीआई लखनऊ,
4. समरीन पत्नी तौफीक उम्र करीब 32 वर्ष निवासी रमजान नगर सेक्टर 5 टेलीबाग थाना पीजीआई लखनऊ,
5. नुसरत पत्नी चाँद उम्र करीब 40 वर्ष निवासी रमजान नगर सेक्टर 5 टेलीबाग थाना पीजीआई लखनऊ,
6. सैफुद्दीन पुत्र अजीमुल्लाह उम्र करीब 46 वर्ष निवासी बृन्दावन योजना सेक्टर 5 मकान नम्बर 7/ 31 थाना पीजीआई जनपद लखनऊ
गिरफ्तारकर्ता पुलिस टीम-
1.प्रभारी निरीक्षक संजय मौर्य को0रुदौली अयोध्या
2.निरी0अ0 शत्रुध्न यादव को0रुदौली अयोध्या
3. युवराज सिंह चौकी प्रभारी किला को0रूदौली अयोध्या
4. उ0नि0 मनीष चतुर्वेदी चौकी प्रभारी भेलसर को0रूदौली अयोध्या
5.उ0नि0 गजेन्द्र कुमार को0रूदौली अयोध्या,
6. म0 उ0नि0 दीपशिखा सिंह को0रूदौली अयोध्या,
7. म0उ0नि0 स्तुति गुप्ता को0रूदौली अयोध्या
8. का0 अमन कुमार को0रूदौली अयोध्या
बरामदगी विवरण-
1.एक अदद ई- रिक्शा नम्बर UP 32 UN 2902,
2.एक अदद आधार कार्ड,
3.चोरी किये गये 60370 रुपये,
4.05 अदद मोबाइल फोन (टच स्क्रीन/ की पैड)

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• पिंक बूथ पर महिलाओं की सक्रिय भूमिका की सराहना की
• शांति और अनुशासन को बताया काबिले तारीफ
प्रशासनिक टीम के कार्यों को बताया सराहनीय

बिहार विधानसभा चुनाव के तहत मंगलवार को मतदान के दौरान बोधगया पहुंचे विदेशी पर्यटकों के एक दल ने भारतीय लोकतंत्र की प्रक्रिया को नजदीक से देखा और समझा। फ्रांस की जेनामिताभ संस्था के अध्यक्ष टीबूट के नेतृत्व में आए प्रतिनिधिमंडल में जैनलूक, शिल्वी और फेडरिक शामिल थे। पर्यटकों का दल बोधगया के प्लस टू प्रोजेक्ट कन्या विद्यालय स्थित पिंक बूथ संख्या 37 पर पहुंचा। जहां उन्होंने मतदान की पूरी प्रक्रिया का अवलोकन किया। उन्होंने मतदाताओं की कतार, पहचान पत्र की जांच, इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) के संचालन और पोलिंग अधिकारियों की भूमिका को ध्यानपूर्वक देखा। टीबूट ने कहा कि भारत में मतदान व्यवस्था अत्यंत अनुशासित और शांतिपूर्ण है। उन्होंने बताया कि फ्रांस की चुनावी प्रणाली भारत से भिन्न है। लेकिन यहां मतदाताओं का उत्साह और प्रशासनिक टीम का समर्पण प्रेरणादायक है। टीम में शामिल शिल्वी ने कहा कि यहां मतदान केंद्रों पर मतदाताओं को जिस तरह से सहयोग दिया जा रहा है, वह सराहनीय है। भारत की लोकतांत्रिक भागीदारी और जनता का उत्साह वाकई देखने लायक है। फ्रांसीसी पर्यटकों ने पिंक बूथ पर महिलाओं की सक्रिय भूमिका की भी सराहना की और कहा कि इस प्रकार की पहल महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक प्रेरक कदम है। पर्यटकों ने कहा कि बोधगया जैसे आध्यात्मिक स्थल पर लोकतंत्र का यह शांतिपूर्ण और व्यवस्थित स्वरूप भारत की परिपक्व लोकतांत्रिक सोच का परिचायक है। टीम के साथ समाजसेवी आनंद विक्रम व राजीव कमल मौजूद थे।

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बोधगया शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में मतदान के प्रति लोगों में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला। अहले सुबह से ही मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की लंबी कतारें लगनी शुरू हो गयी थी। शहर में बौद्ध भिक्षुओं ने भी लोकतांत्रिक जिम्मेदारी को निभाई।
जैसे-जैसे दिन बढ़ता गया मतदाता अपने-अपने घरों से निकलकर मतदान केंद्रों की ओर उमड़ पड़े। बोधगया नगर परिषद क्षेत्र के राजापुर मध्य विद्यालय स्थित मतदान केंद्र संख्या 23 पर अतरी विधानसभा क्षेत्र से एनडीए समर्थित हम पार्टी के उम्मीदवार रोमित कुमार ने अपनी पत्नी मधु प्रिया के साथ मतदान किया। वहीं बोधगया विधानसभा से महागठबंधन समर्थित राजद प्रत्याशी कुमार सर्वजीत ने अपनी पत्नी सीमा कुमारी के साथ पूर्वी भाग मस्तीपुर स्थित प्राथमिक विद्यालय मतदान केंद्र संख्या 38 पर अपने मताधिकार का प्रयोग किया। बोधगया के कई मतदान केंद्रों पर आम मतदाताओं के साथ-साथ बौद्ध भिक्षुओं ने भी लोकतंत्र के इस महापर्व में उत्साहपूर्वक भाग लिया। राजकीय कन्या मध्य विद्यालय बोधगया में महाबोधि मंदिर के वरीय पुजारी भिक्षु डॉ. मनोज, बाजार स्थित प्राथमिक विद्यालय में भिक्षु चालिंदा और डॉ. दीनानंद, जबकि न्यू तारीडिह मध्य विद्यालय में भिक्षु रत्नेश्वर चकमा सहित अन्य चीवरधारी भिक्षु मतदान करते नजर आए।
दिनभर बोधगया के विभिन्न बूथों पर मतदाताओं की सक्रियता बनी रही और पूरे क्षेत्र में लोकतांत्रिक उत्सव का माहौल देखने को मिला।

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ग्राम पंचायतों में आधार कार्ड बनाने से आमजन मानस को सुविधा ग्राम पंचायतों के सचिवालय में आधार कार्ड बनाने की कार्य योजना तैयार।
निराश्रित ग्राम पंचायतों में घूम रहे पशुओं को सुरक्षा संरक्षा एवं सुविधाएं गौशाला में उपलब्ध कराई जाएं।
ग्राम पंचायतों को आत्मनिर्भर बनाने में ग्राम प्रधान द्वारा बाजार, गढ्ढे की सफाई एवं आय प्राप्त करने हेतु सिंघाड़ा, कमलगट्टा की उन्नति शील बीज उपलब्ध जिला प्रशासन द्वारा नीतिगत निर्णय में शामिल कराने का प्रयास किया जाएं।
कूड़ा उठाने निस्तारण और कूड़ा घरों की उपयोगिता सुनिश्चित करते हुए ग्राम स्वच्छता अभियान के उद्देश्य को लेकर नीतिगत निर्णय लिए जाने का पहल ग्रामपंचायत अधिकारी, खण्ड विकास अधिकारी द्वारा पहल करने हेतु मांग।
कृष्ण कुमार पाठक
खबरहलचल न्यूज

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गुजरात एटीएस ने तीन आतंकवादियों को गिरफ्तार किया है। पूछताछ में बड़ा खुलासा हुआ है कि इन आतंकियों को पाकिस्तान से ड्रोन के जरिए हथियार सप्लाई किए गए थे। बताया जा रहा है कि यह खेप राजस्थान के हनुमानगढ़ में उतारी गई थी।

गिरफ्तार आतंकियों की पहचान अहमद मोहियुद्दीन सैयद, आज़ाद सुलेमान शेख और मोहम्मद सुहैल के रूप में हुई है। पूछताछ में सामने आया कि ये लोग हनुमानगढ़ के रास्ते गुजरात पहुंचे थे और देश के कई हिस्सों में हमले की साजिश रच रहे थे।

राजस्थान एटीएस की टीम अब हनुमानगढ़ कनेक्शन की जांच में जुट गई है। गुजरात और राजस्थान की सुरक्षा एजेंसियां मिलकर हथियार सप्लाई के नेटवर्क को ट्रेस करने की कोशिश कर रही हैं।

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धरमपुर गांव से वैसपुर तक जाने वाली सड़क की जर्जर स्थिति विश्वनाथगंज विधानसभा क्षेत्र के ग्राम **धरमपुर गांव से होकर जाने वाली मुख्य सड़क **धरमपुर – विश्वकर्मा बस्ती – परशुरामपुर – शोभीपुर – हैसी – वैसपुर** मार्ग की स्थिति अत्यंत दयनीय हो चुकी है।
सड़क पर जगह-जगह **गहरे गड्ढे और कीचड़ भरा पानी** होने के कारण ग्रामीणों, स्कूली बच्चों, वृद्धों और दोपहिया वाहन चालकों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। बरसात के दिनों में सड़क पूरी तरह से जलमग्न हो जाती है, जिससे आवागमन लगभग ठप हो जाता है।
यह मार्ग प्रतिदिन सैकड़ों लोगों के उपयोग में आता है, लेकिन **लंबे समय से इसकी मरम्मत नहीं हुई है।** ग्रामवासी इस समस्या को कई बार जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों तक पहुंचा चुके हैं, परंतु अब तक कोई ठोस कार्यवाही नहीं हुई।

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11-11-2025
స్థలం: హిందూపురం అసెంబ్లీ
ఆంధ్ర ప్రదేశ్ రెండవ అధికార భాషగా ఉన్న ఉర్దూ భాషను ప్రభుత్వ కార్యాలయాల్లో అమలు చేయాలని సోషల్ డెమోక్రటిక్ పార్టీ ఆఫ్ ఇండియా (SDPI) హిందూపురం అసెంబ్లీ నాయకులు మరియు జిల్లా నాయకులు MRO గారికి వినతిపత్రం అందజేశారు.

తెలుగు మరియు ఆంగ్ల భాషలతో పాటు ఉర్దూ భాషను కూడా ప్రభుత్వ లోగోలు, బోర్డులు, పేరు ఫలకాలు మరియు పత్రవ్యవహారాల్లో తప్పనిసరిగా వినియోగించాల‌ని నాయకులు విజ్ఞప్తి చేశారు.

ఈ సందర్భంగా SDPI జిల్లా అధ్యక్షుడు కారి అమ్‌జాద్ అలీ మాట్లాడుతూ, “ఉర్దూ భాషను ఆంధ్రప్రదేశ్ ప్రభుత్వం రెండవ అధికార భాషగా గుర్తించినప్పటికీ, చాలా ప్రభుత్వ కార్యాలయాల్లో అది అమలులో లేకపోవడం విచారకరం. ఇది రాజ్యాంగం కల్పించిన భాషా సమానత్వ సూత్రాలకు విరుద్ధం. రాష్ట్రంలోని లక్షలాది ఉర్దూ భాషాభిమానుల భావాలను గౌరవిస్తూ, ప్రభుత్వం తక్షణ చర్యలు తీసుకోవాలి” అని తెలిపారు.

ఈ కార్యక్రమంలో జిల్లా అధ్యక్షుడు కారి అమ్‌జాద్ అలీ, అసెంబ్లీ ప్రెసిడెంట్ షేక్ ఇమ్రాన్, జిల్లా జనరల్ సెక్రటరీ సి.దాదా పీర్ పాల్గొన్నారు.

– SDPI హిందూపురం అసెంబ్లీ, శ్రీ సత్యసాయి జిల్లా. ఆంధ్రప్రదేశ్

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