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स्वामी विवेकानंद फ़ाउंडेशन, देहरादून द्वारा ONGC CSR के सहयोग से उपजिला चिकित्सालय रूड़की, हरिद्वार को कैंसर एवं थैलेसीमिया पीड़ित बच्चों के उपचार हेतु Sterile Connecting Device तथा Fully Automated Component Extractor भेंट किए गए। इन अत्याधुनिक उपकरणों की स्थापना के साथ उपजिला चिकित्सालय रूड़की उत्तराखंड का पहला सरकारी अस्पताल बन गया है, जहाँ कैंसर एवं थैलेसीमिया से जूझ रहे मरीजों को रक्त संघटन से जुड़ी उन्नत और सुरक्षित तकनीक उपलब्ध कराई जाएगी।
कार्यक्रम का औपचारिक उद्घाटन ONGC के पदाधिकारियों—श्री नीरज कुमार शर्मा, श्री चंदन, श्री सुशील सजन, एवं श्री अरुण सिंह—तथा उपजिला चिकित्सालय के CMS डॉ. संजय कंसल द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। इस अवसर पर सैकड़ों स्थानीय नागरिक, स्वास्थ्य कर्मी तथा स्वामी विवेकानंद फ़ाउंडेशन के पदाधिकारी उपस्थित रहे।
मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित श्री नीरज शर्मा ने अपने संबोधन में कहा कि “ONGC लगातार उत्तराखंड के दूरस्थ पर्वतीय क्षेत्रों में स्वास्थ्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दे रही है। भविष्य में भी हमारी प्राथमिकता स्वास्थ्य सुविधाओं का सुदृढ़ीकरण और शिक्षा के स्तर को ऊँचा उठाना ही रहेगी।”
स्वामी विवेकानंद फ़ाउंडेशन ने कहा कि यह पहल राज्य के उन बच्चों और मरीजों के लिए जीवनरेखा सिद्ध होगी, जो गंभीर रक्त रोगों से संघर्ष कर रहे हैं। संस्थान ने भविष्य में भी इसी प्रकार जनहित के लिए कार्य जारी रखने की प्रतिबद्धता दोहराई।
इस अवसर पर अस्पताल के प्रशासनिक अधिकारी श्री मनोज नवानी, वरिष्ठ पैथोलॉजिस्ट डॉ. रजत सैनी, मैट्रन श्रीमती तेजबिरि जी, संपूर्ण ब्लड बैंक स्टाफ, अन्य चिकित्सा कर्मी एवं स्वामी विवेकानंद फ़ाउंडेशन के सदस्य भी उपस्थित रहे। कार्यक्रम में सैकड़ों स्थानीय नागरिकों ने भी सहभागिता की।

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शाजापुर मध्य प्रदेश 19 दिसंबर 2025।
शाजापुर (मध्य प्रदेश): कृषि क्षेत्र में नवाचार और युवाओं को रोजगार से जोड़ने की दिशा में आरोग्य समाधान फूड प्रोड्यूसर कंपनी (ASFPCL) ने एक बड़ा कदम उठाया है। देश के पहले 'स्मार्ट एफपीओ' के रूप में अपनी पहचान बनाने वाली इस कंपनी ने शाजापुर जिले में अपनी व्यावसायिक गतिविधियों के विस्तार के लिए ऊर्जावान युवाओं की तलाश शुरू कर दी है।
पारंपरिक डिग्री नहीं, 'क्षमता' को मिलेगी प्राथमिकता
ASFPCL के प्रबंधन के अनुसार, कंपनी युवाओं की शैक्षणिक योग्यता या पूर्व अनुभव के बजाय उनकी क्षमता (Competency) और नजरिए (Attitude) को प्राथमिकता दे रही है। हाल ही में हुए साइकोमेट्रिक टेस्ट के बाद अब चयनित प्रतिभागियों के लिए एक महीने का 'ऑनलाइन ट्रेनिंग कम असेसमेंट' कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है।
ट्रेनिंग का अनूठा मॉडल: लेक्चर नहीं, लर्निंग पर जोर
यह ट्रेनिंग प्रोग्राम 20 दिसंबर 2025 से 19 जनवरी 2026 तक चलेगा। इसकी खासियत यह है कि इसमें कोई बोरिंग लेक्चर नहीं होंगे:
* सुबह 7:00 बजे: प्रतिभागियों को रीडिंग मटेरियल दिया जाएगा।
* शाम 5:00 बजे: उस मटेरियल पर आधारित 25 प्रश्नों का असेसमेंट सबमिट करना होगा।
* रात 8:30 बजे: शंका समाधान (Doubt Clearing) सत्र आयोजित होगा।
सख्त मानक: अनुशासन बनाए रखने के लिए हर रविवार को समीक्षा होगी। 40% से कम स्कोर करने वाले प्रतिभागियों को ट्रेनिंग से बाहर कर दिया जाएगा।
ट्रेनिंग पूरी करने वालों को सीधे जॉब का मौका
जो प्रतिभागी 19 जनवरी 2026 तक इस प्रक्रिया को सफलतापूर्वक पूरा कर लेंगे, उन्हें उनकी प्रतिभा के अनुसार SMART FPO में स्थायी नौकरी दी जाएगी। कंपनी ने पहले ही 'अपॉइंटमेंट लेटर' का फोल्डर तैयार कर लिया है—बस काबिल उम्मीदवारों के नाम जुड़ना बाकी है।
> "हमारा उद्देश्य फ्रेशर्स और युवाओं को एक ऐसी ट्रेनिंग देना है जिससे वे भविष्य के कृषि-व्यवसाय (Agri-business) के लीडर बन सकें। फिलहाल यह ट्रेनिंग पूरी तरह निशुल्क है।"
> — प्रबंधन, ASFPCL
>
मुख्य बातें एक नजर में:
संस्था :आरोग्य समाधान फूड प्रोड्यूसर कंपनी (ASFPCL)
ट्रेनिंग अवधि : 20-12-2025 से 19-01-2026
प्रशिक्षण का तरीका : ऑनलाइन (व्हाट्सएप ग्रुप आधारित)
चयन का आधार : दैनिक असेसमेंट और 40% साप्ताहिक कट-ऑफ
परिणाम : 21-01-2026 को नियुक्ति पत्रों का वितरण

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बांदीकुई / सुमित कुमार बैरवा।। नगर पालिका बांदीकुई क्षेत्र के गुड़ा रोड के पास वार्ड नंबर 40 में नालियों का गंदा पानी भरने से स्थानीय जनता भारी परेशानियों का सामना कर रही है। जानकारी के अनुसार वार्ड नंबर 1 से नाली का गंदा पानी बहकर वार्ड नंबर 40 में आ रहा है, जिससे नारायणपुर की ओर जाने वाली मुख्य सड़क पूरी तरह प्रभावित हो रही है। इस मार्ग से प्रतिदिन स्कूली बच्चे, राहगीर एवं स्थानीय निवासी आवागमन करते हैं, लेकिन सड़क पर भरे गंदे पानी के कारण उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। सड़क के आसपास वाल्मीकि समाज का मोहल्ला स्थित है, जहां गंदगी और बदबू से लोगों का रहना दूभर हो गया है तथा बीमारियों का खतरा भी बढ़ रहा है।
कल दिनांक 18 दिसंबर 2025 को GTV RAJASTHAN NEWS चैनल के प्रधान संपादक मौके पर पहुंचे और स्थानीय जनता से समस्या की जानकारी ली। इस दौरान शिकायतकर्ता कार्यकर्ता ने बताया कि इस गंभीर समस्या के बावजूद न तो प्रशासन मौके पर पहुंचा है और न ही क्षेत्र के विधायक ने कभी सुध ली है। स्थानीय लोगों ने जल्द से जल्द नाली व्यवस्था सुधारने एवं गंदे पानी की समस्या का स्थायी समाधान करने की मांग की है। मौके पर राजू, दिनेश, प्रीतम सिंह सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।

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बांदीकुई / सुमित कुमार बैरवा।। नगर पालिका बांदीकुई क्षेत्र के गुड़ा रोड के पास वार्ड नंबर 40 में नालियों का गंदा पानी भरने से स्थानीय जनता भारी परेशानियों का सामना कर रही है। जानकारी के अनुसार वार्ड नंबर 1 से नाली का गंदा पानी बहकर वार्ड नंबर 40 में आ रहा है, जिससे नारायणपुर की ओर जाने वाली मुख्य सड़क पूरी तरह प्रभावित हो रही है। इस मार्ग से प्रतिदिन स्कूली बच्चे, राहगीर एवं स्थानीय निवासी आवागमन करते हैं, लेकिन सड़क पर भरे गंदे पानी के कारण उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। सड़क के आसपास वाल्मीकि समाज का मोहल्ला स्थित है, जहां गंदगी और बदबू से लोगों का रहना दूभर हो गया है तथा बीमारियों का खतरा भी बढ़ रहा है।
कल दिनांक 18 दिसंबर 2025 को GTV RAJASTHAN NEWS चैनल के प्रधान संपादक मौके पर पहुंचे और स्थानीय जनता से समस्या की जानकारी ली। इस दौरान शिकायतकर्ता कार्यकर्ता ने बताया कि इस गंभीर समस्या के बावजूद न तो प्रशासन मौके पर पहुंचा है और न ही क्षेत्र के विधायक ने कभी सुध ली है। स्थानीय लोगों ने जल्द से जल्द नाली व्यवस्था सुधारने एवं गंदे पानी की समस्या का स्थायी समाधान करने की मांग की है। मौके पर राजू, दिनेश, प्रीतम सिंह सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।

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आंजना : राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय आंजना में जस्ट राइट फॉर चिल्ड्रन एवं बेणेश्वर लोक विकास संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में बाल संरक्षण  विषय पर जन जागरण गोष्ठी प्रधानाचार्य महेंद्र कुमार दर्जी की अध्यक्षता,  प्रेम नारायण यादव के मुख्य  आतिथ्य, उप प्राचार्य कमलेश कुमार जैन  एवं ईश्वर लाल रोत के  विशिष्ट  आतिथ्य  में आयोजित की गई।  सर्वप्रथम विद्यार्थियों द्वारा सामूहिक ईश वंदना के पश्चात मुख्य वक्ता प्रेमनारायण यादव  ने इंश्योरेंस एक्सेस टू जस्टिस फॉर चिल्ड्रन के तहत  बाल श्रम ,बाल तस्करी, यौन शषण ,बाल विवाह से  पीड़ित बच्चों को त्वरित न्याय प्रदान करने पर अपने विचार प्रस्तुत किए। तत्पश्चात प्रधानाचार्य महेंद्र कुमार दर्जी ने उपस्थित सभी विद्यार्थियों को महिला एवं बाल विकास मंत्रालय भारत सरकार द्वारा  बाल विवाह  न करने की शपथ दिलवाई इस अवसर पर शैलेश उपाध्याय ,शशिकांत शुक्ला ,पंकज भट्ट ,प्रवीण टेलर ,रीना जोशी , पुष्पा उपाध्याय, चंपा डामोर, प्रगति भारद्वाज, पीनल उपाध्याय, शिल्पा जैन , नरेंद्र भट्ट ,हितेश पंड्या, मोहनलाल नायक  , पलाश दोसी ईश्वर लाल गहलोत , भुवनेश्वरी  शर्मा, मंजू डामोर, शंकर लाल यादव,कमलेश पारगी ,मोहन लाल डामोर उपस्थित थे। आभार कमलेश कुमार जैन ने माना एवं संचालन हितेश पंड्या ने किया।

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मुजफ्फरनगर। शिक्षा के क्षेत्र में जिले के लिए एक और गौरवपूर्ण उपलब्धि सामने आई है। देशभर के पब्लिक स्कूलों में हाल ही में साइंस ओलंपियाड फाउंडेशन द्वारा आयोजित सामान्य ज्ञान परीक्षा का परिणाम घोषित किया गया, जिसमें मुजफ्फरनगर जिले के एक नन्हे छात्र ने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है। द दून वैली पब्लिक स्कूल के कक्षा 2 के होनहार छात्र चक्षु शर्मा ने उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए विद्यालय स्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त किया, वहीं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर 22वीं रैंक हासिल कर जिले, विद्यालय और परिवार का नाम रोशन किया है। इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता में देश-विदेश के हजारों विद्यार्थियों ने भाग लिया था। कड़ी प्रतिस्पर्धा के बीच इतनी कम उम्र में अंतरराष्ट्रीय रैंक प्राप्त करना चक्षु की असाधारण प्रतिभा और मेहनत को दर्शाता है। परीक्षा परिणाम घोषित होते ही विद्यालय परिसर में हर्ष और उल्लास का वातावरण बन गया। विद्यालय प्रबंधन, प्रधानाचार्य, शिक्षकगण तथा छात्र-छात्राओं ने चक्षु को फूल-मालाओं और तालियों के साथ सम्मानित किया तथा उसके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। विद्यालय के शिक्षकों ने बताया कि चक्षु शुरू से ही पढ़ाई के प्रति अत्यंत गंभीर, अनुशासित और जिज्ञासु स्वभाव का छात्र रहा है। वह कक्षा में पूछे जाने वाले प्रश्नों को गहराई से समझने का प्रयास करता है और अतिरिक्त जानकारियां जुटाने में भी रुचि रखता है। विज्ञान, सामान्य ज्ञान और तार्किक प्रश्नों में उसकी विशेष रुचि रही है, जिसका परिणाम आज उसकी इस उल्लेखनीय सफलता के रूप में सामने आया है। चक्षु के पिता कशिश शर्मा, जो पेशे से व्यापारी हैं, ने बेटे की उपलब्धि पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि चक्षु बचपन से ही नई-नई बातें जानने में रुचि रखता है। वह अपने खाली समय में ज्ञानवर्धक टीवी कार्यक्रम, शैक्षिक वीडियो, विज्ञान से जुड़े प्रयोग और प्रतियोगी परीक्षाओं से संबंधित सामग्री देखना पसंद करता है। पिता ने बताया कि परिवार ने कभी भी उस पर पढ़ाई का दबाव नहीं डाला, बल्कि उसकी रुचि के अनुसार उसे सीखने के लिए प्रेरित किया। चक्षु की माता प्रिंसी, जो गृहिणी हैं, ने कहा कि बेटे की सफलता के पीछे उसकी नियमित दिनचर्या, आत्म-अनुशासन और निरंतर अभ्यास की बड़ी भूमिका रही है। उन्होंने बताया कि चक्षु रोजाना समय पर पढ़ाई करता है और जो भी विषय पढ़ता है, उसे पूरी एकाग्रता के साथ समझने का प्रयास करता है। परिवार के अन्य सदस्य भी उसकी पढ़ाई में पूरा सहयोग करते हैं। चक्षु के दादा सत्यकुमार और दादी ऊषा शर्मा, जो सरकारी सेवाओं से सेवानिवृत्त हैं, घर पर रहकर अपने पौत्र की गतिविधियों पर विशेष ध्यान देते हैं। वे उसे नैतिक मूल्यों, अनुशासन और समय के महत्व का पाठ पढ़ाते हैं, जिससे उसका सर्वांगीण विकास हो सके। विद्यालय प्रशासन ने कहा कि चक्षु शर्मा की यह सफलता न केवल द दून वैली पब्लिक स्कूल बल्कि पूरे मुजफ्फरनगर जिले के लिए गर्व की बात है। यह उपलब्धि जिले के अन्य विद्यार्थियों को भी आगे बढ़ने और राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में भाग लेने के लिए प्रेरित करेगी। विद्यालय ने भविष्य में भी ऐसे प्रतिभाशाली छात्रों को हर संभव सहयोग और मार्गदर्शन देने का भरोसा दिलाया। शिक्षाविदों का मानना है कि चक्षु शर्मा की यह उपलब्धि इस बात का प्रमाण है कि यदि बच्चों को सही मार्गदर्शन, सकारात्मक वातावरण और अभिभावकों का सहयोग मिले तो वे कम उम्र में भी बड़ी से बड़ी उपलब्धि हासिल कर सकते हैं। चक्षु की सफलता न केवल एक व्यक्तिगत उपलब्धि है, बल्कि यह जिले की शैक्षणिक प्रगति का भी सशक्त उदाहरण बनकर सामने आई है।

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सिद्धार्थनगर। बांसी तहसील क्षेत्र के पत्रकारों ने अपनी वर्षों पुरानी मांग को एक बार फिर मजबूती से उठाते हुए प्रेस भवन निर्माण एवं भूमि आवंटन को लेकर उपजिलाधिकारी बांसी को ज्ञापन सौंपा। पत्रकारों ने ज्ञापन के माध्यम से अवगत कराया कि पूर्व में भी कई बार प्रेस भवन हेतु भूमि चिन्हित कर भवन निर्माण कराए जाने की मांग की जा चुकी है, किंतु अब तक इस दिशा में कोई ठोस कार्यवाही नहीं हो सकी है।
पत्रकारों ने बताया कि प्रेस भवन के अभाव में उन्हें बैठकों, प्रेस वार्ताओं, समाचार संकलन एवं लेखन कार्यों के लिए कोई स्थायी व व्यवस्थित स्थान उपलब्ध नहीं है, जिससे कार्य संचालन में लगातार कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। यदि तहसील स्तर पर पत्रकारों के लिए उपयुक्त भूमि आवंटित कर प्रेस भवन का निर्माण कराया जाता है, तो इससे न केवल पत्रकारिता को मजबूती मिलेगी बल्कि शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं एवं जनहित से जुड़ी सूचनाओं के प्रचार-प्रसार में भी प्रभावशीलता बढ़ेगी।
ज्ञापन में यह भी उल्लेख किया गया कि प्रेस भवन पत्रकारों के लिए एक साझा मंच होगा, जहां से प्रशासन और पत्रकारों के बीच बेहतर समन्वय स्थापित हो सकेगा तथा सकारात्मक पत्रकारिता को बढ़ावा मिलेगा।
इस अवसर पर सत्येन्द्र उपाध्याय के नेतृत्व में अजीत मौर्य, जय प्रकाश यादव, मुकेश धर द्विवेदी, रोहित दूबे, रितिक श्रीवास्तव, जय शंकर मिश्रा, अंकुर गुप्ता सहित बड़ी संख्या में पत्रकार मौजूद रहे। सभी पत्रकारों ने एक स्वर में मांग की कि प्रेस भवन हेतु शीघ्र भूमि आवंटन कर निर्माण प्रक्रिया प्रारंभ कराई जाए, ताकि पत्रकार सम्मानपूर्वक एवं सुचारु रूप से अपने दायित्वों का निर्वहन कर सकें।

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गोरखटीला गोगामेड़ी(विनोद खन्ना)गोरखटीला में स्थित श्मशान भूमि के गेट का लोकार्पण हुआ इस शुभ अवसर पर गाँव के गणमान्य नागरिकों का आगमन हुआ एवं वर्मा समाज का हार्दिक आभार व्यक्त किया गया।इस अवसर व नेक कार्य में सारड़ीवाल समाज, गाँव के सभी लोग तथा मांगू सिंह राठौड़, सुरजाराम जांगिड़, बनवारीलाल, विक्रम सिंह राठौड़, राजेश जाखड़,गौरीशंकर सोनी, संपत सिंह, रोहतास सैन, धर्मेंद्र सिंह (भादरा),शास्त्री जी, ओमप्रकाश (भादरा), रामस्वरूप गोदारा (सरपंच),हरीश जी, रामकुमार (अध्यापक), शिव भगवान ढाका, गोपाल तिवारी,राजनाथ, महावीर सिंह गुर्जर, विनोद खन्ना,रोहतास कुमार देदड़ सहित अनेक सम्मानित जन शामिल हुए। डॉ. बी.एस. वर्मा, हनुमान प्रसाद, राजकुमार एवं सभी सहयोगकर्ताओं का हृदय से धन्यवाद,
जिन्होंने इस पुण्य कार्य को सफल बनाया

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RN NEWS CG खाद्य औषधि विभाग की टीम ने मारा छापा, 2 लाख 24 हजार का दवा जप्त सरस्वती मेडिकल संचालक के घर में मिला 14 प्रकार का बिना लाइसेंस का दवा*

*एंटीबायोटिक के 3 नकली दवा के संदेह पर जांच के लिए भेजा गया लैब*

सारंगढ़ बिलाईगढ़, 18 दिसंबर 2025/ जिला मुख्यालय सारंगढ़ के मेडिकल दुकानों में नकली दवाई तलाशी गई। खाद्य एवं औषधि प्रशासन के रायपुर और रायगढ़ की टीम द्वारा सरस्वती मेडिकल के संचालक खेमराज बानी के घर पर दबिश दी गई, जहां नकली औषधि के संबंध में जांच की गई, जहां रायगढ़ टीम द्वारा 2 लाख 24 हजार रूपये का दवाई जप्त की गई। यह जांच 16 दिसंबर 2025 को की गई।

नकली दवाई तलाशी अभियान अंतर्गत संयुक्त टीम द्वारा खेमराज बानी सारंगढ़ के मकान में दबीश देने पर बिना औषधि लाइसेंस के घर पर विभिन्न प्रकार के एलोपैथिक, आयुर्वेदिक, औषधियों का भंडारण पाया गया। मौके पर क्रय विक्रय दस्तावेज, लाइसेंस की कॉपी खेमराज बानी द्वारा प्रस्तुत नहीं किया गया तब टीम ने प्रथम दृष्टि में, औषधि एवं सौंदर्य प्रसाधन सामग्री अधिनियम की धारा 18 सी, दंडनीय धारा 27 (3) ii/2 के तहत कार्रवाई किया गया। फॉर्म 16 में विधिवत जब्ती किया गया जिसमें कुल 14 प्रकार के दवाइयां पाई गई जिसका मूल्य 224000 है।नकली औषधि के संदेह के आधार पर तीन दवाईयों का नमूना भी जब्त कर जांच के लिए रायपुर लैब भेजा गया। प्रकरण में विवेचना जारी है। कार्यवाही में मुख्य रूप से खाद्य निरीक्षक अमित राठौर, विजय राठौर, शाश्वत तिवारी, वरुण पटेल उपस्थित थे।

*जब्त दवाईयां*

जब्त दवाईयों में मुख्यतः एंटीबायोटिक मक्सीमेड, सीवी 625, एलमॉक्स सीवी 625, सेफक्सी प्लस, महाजोन एसबी, पिरोक्सी इंजेक्शन, एवीगेट 500 (muximed, cv625, almox cv625, cefxiplus, mahazonesb, prioxy inj., awigevt 500) पाया गया।

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कोरबा :- जिले में मानव,हाथी संघर्ष ने एक बार फिर तीन घरों की खुशियां छीन लीं। झुंड से बिछड़े एक दंतैल हाथी ने बीते 48 घंटों के भीतर अलग-अलग इलाकों में तीन लोगों की जान ले ली। ताज़ा घटना 19 दिसंबर की तड़के करीब 5 बजे ग्राम गौरबोरा (बालको क्षेत्र) की है, जहां घर के आंगन में सो रहे महेन्द्र सिंह मंझवार पर हाथी ने अचानक हमला कर दिया। परिवार के लोग कुछ समझ पाते उससे पहले ही उनकी मौके पर मौत हो गई।
इससे एक दिन पहले इसी दंतैल हाथी के हमले में कटघोरा रेंज में दो महिलाओं की जान चली गई थी। ग्रामीणों का कहना है कि वही हाथी अब गांव-गांव भटक रहा है, जिससे पूरे इलाके में दहशत का माहौल है,

वन्यजीव विशेषज्ञों के अनुसार हाथी झुंड में रहते हैं,एक परिवार की तरह। झुंड में रहते हुए हाथी आमतौर पर इंसानों से दूरी बनाए रखते हैं, लेकिन जब वे अपने परिवार से बिछड़ जाते हैं तो भय तनाव और असुरक्षा उन्हें आक्रामक बना देती है। माना जा रहा है कि यही वजह है कि यह दंतैल हाथी आबादी वाले इलाकों में घुसकर जानलेवा साबित हो रहा है।

ग्रामीणों का आरोप है कि हाथी की गतिविधियों की जानकारी पहले ही वन विभाग को दी गई थी, इसके बावजूद न तो रात की गश्त बढ़ाई गई और न ही गांवों में कोई ठोस चेतावनी व्यवस्था की गई। लोगों का कहना है कि अगर समय रहते सतर्कता बरती जाती, तो शायद तीन परिवार उजड़ने से बच जाते।

लगातार हो रही मौतों से ग्रामीणों में भय और गहरा दुख है। रात होते ही लोग अपने ही घरों में सहमे रहते हैं। घटना के बाद वन विभाग ने सावधानी बरतने और संवेदनशील इलाकों में गश्ती दल तैनात करने की बात कही है, लेकिन ग्रामीणों का कहना है कि केवल अपील से डर खत्म नहीं होता।

इन घटनाओं ने जिले में मानव–हाथी संघर्ष और टूटते जंगलों की सच्चाई को सामने ला दिया है। ग्रामीण प्रशासन और वन विभाग से मांग कर रहे हैं कि जल्द ठोस कदम उठाए जाएं, ताकि किसी और घर में मातम न पसरे और कोई और परिवार अपनों से बिछड़ने को मजबूर न हो।

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ହରିଚନ୍ଦନପୁର ହାଇସ୍କୁଲ ୧୯୮୧ ବ୍ଯାଚ୍ ର ବନ୍ଧୁ ମିଳନ।

(ବିଭିନ୍ନ ଉତ୍ସବ ମାନଙ୍କରେ ଫୁଲ ତୋଡା ପରିବର୍ତ୍ତେ ପୁସ୍ତକ ଉପହାର ଦେବାକୁ ଶପଥ ପାଠ)

ଘଟଗାଁ,୧୮ /୧୨:- ଘଟଗାଁ ବ୍ଲକ୍ ଅନ୍ତର୍ଗତ ପ୍ରକୃତି ରାଣୀର ଅପରୂପ ସୌନ୍ଦର୍ଯ୍ୟ ଆକର୍ଷଣୀୟ ଗୁଣ୍ଡିଚା ଘାଗି ପରିସରରେ ହରିଚନ୍ଦନପୁର ହାଇସ୍କୁଲର ୧୯୮୧ ବ୍ୟାଚ ପୁରାତନ ଛାତ୍ର ମାନଙ୍କ ଦ୍ୱାରା ଏକ ବନ୍ଧୁମିଳନ ଉତ୍ସବ ଅନୁଷ୍ଠିତ ହୋଇଯାଇଛି l ହାଇସ୍କୁଲ ର ପୁରାତନ ଛାତ୍ର ସତ୍ୟାନନ୍ଦ ସାହୁ, ବିଦ୍ୟାଧର ପୃଷ୍ଟି,ପ୍ରଣବ ମହାନ୍ତି, କୈଳାସ ଚନ୍ଦ୍ର ନାୟକ,ନିର୍ମଳ ଚନ୍ଦ୍ର ନାଏକଙ୍କ ଆବାହକତ୍ୱ ଓ ଆହ୍ବାନ କ୍ରମେ ଅନୁଷ୍ଠିତ ହୋଇଥିବା ବନ୍ଧୁମିଳନ ସଭାରେ କବି ତଥା ଶିକ୍ଷକ ବାବୁଲାଲ ପଲେଇ ସଭାପତିତ୍ବ କରିଥିଲେ। ଜୀବନର ଅବଶିଷ୍ଟ ଅବସର ସମୟକୁ ସୁବିନିଯୋଗ କରିବା ପାଇଁ ପାକଶାଳା ବଗିଚା, ନିଜ ନିଜ ବାଡି ବଗିଚାରେ ଚାରା ରୋପଣ କରିବା ଓ ସୁସ୍ଥ ରହିବା ପାଇଁ ନିଜ ଖାଦ୍ୟ ପେୟକୁ ନିୟନ୍ତ୍ରଣ କରିବା, ପ୍ରାତଃ ଭ୍ରମଣ, କିଛି ସମୟ ଯୋଗ କରିବା, ମନକୁ ସବୁବେଳେ ହାଲୁକା ରଖିବା, ବିଭିନ୍ନ ପୁରାଣ ଶାସ୍ତ୍ର ଅଧ୍ୟୟନ କରିବା, ସର୍ବୋପରି ଦୈନନ୍ଦିନ ଜୀବନ ଚର୍ଯ୍ଯାକୁ ହସଖୁସିରେ କାଟିବା ସହିତ ଲୋକମାନଙ୍କ ମଧ୍ୟରେ ସଚେତନା ସୃଷ୍ଟି କରିବା ନିମନ୍ତେ ସଭାପତି ଶ୍ରୀ ପଲେଇ ନିବେଦନ କରିଥିଲେ । ତତ୍ ସହିତ ପାଳନ କରୁଥିବା ବିଭିନ୍ନ ପାରିବାରିକ ଉତ୍ସବ ମାନଙ୍କରେ ଫୁଲ ବା ଫୁଲ ତୋଡା ପରିବର୍ତ୍ତେ ଗୋଟିଏ ଗୋଟିଏ ପୁସ୍ତକ ଉପହାର ପ୍ରଦାନ ଏବଂ ଜନ୍ମ ଦିବସ ପାଳନ ଅବସରରେ ପିଲାମାନଙ୍କୁ ଉପହାର ଗ୍ରହଣ ପରିବର୍ତ୍ତେ ଅତିଥି ମାନଙ୍କୁ ଉପହାର ଦେବାପାଇଁ ନିଷ୍ପତ୍ତି ନେବା ସହ ଲୋକମାନଙ୍କ ମଧ୍ୟରେ ସଚେତନତା ସୃଷ୍ଟି କରିବା ପାଇଁ ସାମୁହିକ ଭାବେ ଶପଥଗ୍ରହଣ କରାଯାଇଥିଲା। ଏହାଫଳରେ ପିଲାମାନେ ଏକ ସଂସ୍କାରିତ ଜୀବନ ଯାପନ କରିବା ପାଇଁ ଶିକ୍ଷା ଲାଭ କରିପାରିବେ ବୋଲି ମତପ୍ରକାଶ ପାଇଥିଲା।ପ୍ରଣବ ମହାନ୍ତିଙ୍କ ପ୍ରସ୍ତାବ କ୍ରମେ ଏହି ବନ୍ଧୁମିଳନ ନିଜ ନିଜ ନିଜ ମଧ୍ୟରେ ଭାଇଚାରା ସୃଷ୍ଟି କରିବା ପାଇଁ ପରିବାରର ସଦସ୍ୟ ସଦସ୍ୟା ମାନଙ୍କୁ ଏଥିରେ ସାମିଲ କରିବା ପାଇଁ ନିଷ୍ପତ୍ତି ନିଆଯାଇଥିଲା। ଉକ୍ତ ଉତ୍ସବରେ ଜଗତାନନ୍ଦ ପଟ୍ଟନାୟକ, ପିତାମ୍ବର ସାହୁ, ଦେବରାଜ ଟୁଡୁ,ଅଖିଳ ରଣା, ଶେଷଦେବ ସାହୁ, ପଦ୍ମଲୋଚନ ସାହୁ, ଦୁର୍ଯୋଧନ ମହାନ୍ତ, ଦାଶରଥି ମହାନ୍ତ, ବିଜୟ କୁମାର ସାହୁ, ବିଜୟ କୁମାର ପଲେଇ, ଗୋପୀନାଥ ମହାନ୍ତ, କରୁଣାକର ମହାନ୍ତ, ସନ୍ତୋଷ କୁମାର ସାହୁ, ଚନ୍ଦ୍ରମଣି ମହାନ୍ତ, କଳାକାର ମହାନ୍ତ ଦୁର୍ଯୋଧନ ମହାନ୍ତ, ପିତାମ୍ବର ସାହୁ, ଦିବ୍ଯ ଲୋଚନ ମହାନ୍ତ, ନିମାଇଁ ବଳ,ଦୀନବନ୍ଧୁ ମହାନ୍ତ, ଶ୍ୟାମସୁନ୍ଦର ମହାନ୍ତ, ବାଳକୃଷ୍ଣ ନାଏକ , ବସନ୍ତ ମହାପାତ୍ର , ଚତୁର୍ଭୁଜ ମହାନ୍ତ ,ମାଧବ ମୁଣ୍ଡା , ଗୋପୀନାଥ ନାଏକ ଆଦି ୩୫ ରୁ ଉର୍ଦ୍ଧ୍ବ ପୁରାତନ ଛାତ୍ର ଯୋଗ ଦେଇ ବନ୍ଧୁମିଳନ ମାଧ୍ୟ୍ୟମରେ ଏକତା, ସହଯୋଗ ମନୋଭାବ ଓ ପରସ୍ପର ମଧ୍ୟରେ ନିବିଡ଼ ସମ୍ପର୍କ ମଜଭୁତ ହୋଇଥାଏ ବୋଲି ମତବ୍ୟକ୍ତ କରିଥିଲେ। କାର୍ଯ୍ୟକ୍ରମ କୁ ଜଗତାନନ୍ଦ ପଟ୍ଟନାୟକ ସଂଯୋଜନା କରିଥିଲା ବେଳେ ଦେବରାଜ ଟୁଡୁ ଧନ୍ୟବାଦ ଅର୍ପଣ କରିଥିଲେ।

ବାବୁଲାଲ ପଲେଇଙ୍କ ରିପୋର୍ଟ।

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** अभी हाल ही में बाहर से आई हुई मछली (विशेषकर समुद्री या दूसरे राज्यों से सप्लाई होने वाली मछली) को लेकर कई राज्यों में चिंताजनक खबरें आई हैं। मुख्य मुद्दा मछली को लंबे समय तक ताजा दिखाने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले खतरनाक रसायनों का है।
​यहाँ इस विषय से जुड़ी मुख्य जानकारी दी गई है:
​1. फॉर्मेलिन (Formalin) का बढ़ता इस्तेमाल
​सबसे बड़ी खबर मछली में फॉर्मेलिन की मिलावट को लेकर है।
​क्या है यह: यह एक ऐसा केमिकल है जिसका इस्तेमाल शवों को सड़ने से बचाने के लिए किया जाता है।
​क्यों मिलाते हैं: व्यापारी इसे मछली पर छिड़कते हैं ताकि मछली कई दिनों तक "ताजा" दिखे और उसमें से बदबू न आए।
​खतरा: फॉर्मेलिन एक कैंसरकारी (Carcinogenic) पदार्थ है। इसके सेवन से पेट दर्द, किडनी की समस्या और लंबे समय में कैंसर हो सकता है।
​2. किन राज्यों में ज्यादा असर देखा गया?
​हाल की रिपोर्ट्स के अनुसार, बिहार, उत्तर प्रदेश, झारखंड और पूर्वोत्तर राज्यों में आंध्र प्रदेश और पश्चिम बंगाल से आने वाली मछलियों के नमूनों में फॉर्मेलिन पाया गया है। कई शहरों में नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग ने छापेमारी कर भारी मात्रा में मछली को नष्ट भी किया है। इसी तरह डिंडोरी के खाद्य विभाग अधिकारियों को ध्यान देना चाहिए जिससे आने वाले खतरे को कम किया जा सके. सावधानी के टिप्स:
​जहाँ तक संभव हो, स्थानीय तालाब की ताजी मछली ही खरीदें।
​अगर आप बाहर से आई हुई बर्फ वाली मछली खरीद रहे हैं, तो उसे घर लाकर गुनगुने नमक के पानी में अच्छी तरह धोएं।
​बहुत ज्यादा चमकदार या बिना मक्खी वाली मछली से सावधान रहें (फॉर्मेलिन की वजह से मक्खियाँ मछली पर नहीं बैठतीं)।

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मनेन्द्रगढ़ - भारतीय जनता पार्टी प्रदेश संगठन द्वारा कल विभिन्न मोर्चे के जिले से लेकर प्रदेश तक के पदाधिकारियों की नियुक्ति दी गई है। जिसमें एम.सी.बी जिले के मनेंद्रगढ़ शहर के युवा एवं कुशल नेतृत्व एवं कार्यप्रणाली के लिए माने-जाने वाले युवा नेता श्री अंकुर जैन को भारतीय जनता पार्टी अल्पसंख्यक मोर्चा प्रदेश मंत्री के रूप में घोषणा की गई है। विदित हो कि इसके पूर्व भी श्री जैन जो कि - विपक्ष की भूमिका से लेकर सत्ता तक में पहुंचने संगठन का नेतृत्व करते हुए अपनी अहम भूमिका अदा कर चुके हैं। एम.सी.बी जिले के प्रथम जिलाध्यक्ष अल्पसंख्यक मोर्चा सहित अविभाजित कोरिया जिला में भी बतौर अल्पसंख्यक मोर्चा जिलाध्यक्ष की कमान संभाल चुके हैं। अब उन्हें प्रदेश मंत्री भारतीय जनता पार्टी अल्पसंख्यक मोर्चा छत्तीसगढ़ के रूप में अहम जिम्मेदारी सौंपी गई है।

उक्त बात की खबर लगते ही उनके निवास स्थल पर उनके शुभचिंतकों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी और उन्हें पुष्प गुच्छ भेंट कर शुभकामनाएं प्रेषित करते हुए नये पद की बधाई दी गई । उक्त नियुक्ति से एक बात तो साफ है ।कि -संगठन में अंकुर जैन की पैठ और संगठनात्मक कद भी बढ़ा है। जिले से लगातार पद पर बने रहने के बाद उन्हें सीधा अब प्रदेश की कमान सौंपी गई है जहां श्री जैन बतौर भा.ज.पा अल्पसंख्यक मोर्चा प्रदेश मंत्री के रूप में आसीन हो चुके हैं।

इसके साथ ही विपक्ष में रहने दौरान श्री जैन कई जनहित के कार्य कर चुके हैं।जो आज भी शहर में संचालित है ।या फिर उसका लाभ क्षेत्र के आम-जनमानस को मिल रहा है । जिसमें से एक कार्य ब्लड बैंक भी है ।जिसके लिए कड़ी मेहनत कर श्री अंकुर जैन ने उक्त "वी वांट ब्लड बैंक" का नाम देकर एक मुहिम के रूप में भी चलाया था।जिसका सभी शहरवासी आज भी सराहना करते है। आज उसका लाभ एम.सी.बी. जिले के लोगों को ही नहीं अपितु दूर- दूराज से आए मरीजों को भी मिल रहा है। के पश्चात श्री जैन ने मनेंद्रगढ़ में मेडिकल कॉलेज हेतु अपनी आवाज बुलंद कर मांग उठाई थी, जिसको लेकर बड़ी संख्या में जन समर्थन उनको प्राप्त हुआ था। और विपक्ष में रहते हुए तत्कालीन कांग्रेस की सरकार को मजबूर कर दिया था।और उस समय की तत्कालीन सरकार को उक्त आंदोलन को शांत करने के लिए कभी भूमि पूजन का दिखावा करना पड़ा था। लेकिन भाजपा सरकार आते ही मनेन्द्रगढ विधानसभा के लाड़ले विधायक एवं प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री मान.श्री श्याम बिहारी जायसवाल जी ने मनेंद्रगढ़ में मेडिकल कॉलेज की सौगात क्षेत्र वासियों को दी है।
वहीं स्वास्थ्य से जुड़े मुद्दे से लेकर शहर हित के मामलो में हमेशा सक्रिय भूमिका में अपना योगदान श्री जैन द्वारा दिया जाता रहा है।

उसी वजह से बेहद कम समय पर ही श्री जैन की पकड़ जमीनी और धरातल स्तर पर भी बनी आज नतिजतन भारतीय जनता पार्टी ने उन पर विश्वास कर एक बड़ी जिम्मेदारी की बागडोर सौंप दी है। श्री जैन का व्यवहार जो एक युवा नेता और मिलनसार व्यक्तत्व के रूप में जाना जाता है।

उक्त दौरान मुख्य रूप से उपस्थित आशीष मजूमदार, आनंद ताम्रकार, विष्णु जायसवाल, गुड्डा सोनी, अशोक खटिक, प्रवीण यादव , अखिलेश मिश्रा , ज़लील शाह ,राजेश सोधिया, नितेश मेघानी राजेश रजक, प्रखर जयसवाल, मनीष यादव, यीशै दास सहित तमाम पदाधिकारी, कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

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*अयोध्या*
*रामनगरी को नए साल में पर्यटन थाने की मिलेगी सौगात।*

*यह थाना न सिर्फ श्रद्धालुओं का मार्गदर्शन करेगा बल्कि उन्हें सुरक्षा का भी कराएगा एहसास।*

पर्यटन थाना स्थापित करने की कवायद हुई शुरू

पिछले महीने ही मिल चुकी है इस योजना को मंजूरी।

*अब मैन पावर के लिए शासन को लिखा गया है पत्र।*

नया घाट पर पर्यटन थाना स्थापित करने की बनाई जा रही है योजना।

वही थाने में 9 पुलिसकर्मी किए जाएंगे तैनात।

*जिसमें एक इंस्पेक्टर दो एसआई व 6 आरक्षी होंगे।*

यह श्रद्धालुओं की सुरक्षा तो करेंगे ही उनके लिए गाइड का भी करेंगे काम।

*ऐसे पुलिस कर्मियों के तैनाती थाने पर की जाएगी जो कई भाषाओं के होंगे जानकार।*

थाने पर पर्यटक दर्ज करा सकेंगे अपनी शिकायत।

क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी बृजपाल सिंह के अनुसार नए साल में अयोध्या में खुल जाएगा पर्यटन थाना।

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होशियारपुर: 19दिसंबर,2025 (बूटा ठाकुर गढ़शंकर)
वह होनहार बच्चे एक तरह का अवतार ही होते हैं जो जीवन की हर परीक्षा में सौ फ़ीसदी कामयाबी हासिल करते हैं। उनकी मेहनत और लगन जिंदगी की हर राह आसान बना देती है। ऐसे इंसान बहुत विरले ही होते हैं।
यह कहानी पंजाब के जिला होशियारपुर के एक गांव "पंजडेरा कलां" की होशियार लड़की सहजीत कौर पुत्री रणजीत सिंह हाल वासी गौतलैंगो इटली की है। जिसने अपने माता पिता के पास रहते हुए ब्रेशिया यूनिवर्सिटी इटली से इटालियन भाषा में इकोनॉमिक्स की डिग्री फर्स्ट डिविजन में उत्तीर्ण की। मिस कौर ने अपनी इस परीक्षा में 110/110 अंक प्राप्त करके दुर्लभ रिकॉर्ड बनाया। जिससे पंजाब का ही नहीं पूरे भारत का नाम रौशन कर दिया। उसका यह कीर्तिमान अन्य युवक युवतियों के लिए प्रेरणास्रोत बन गया है। मिस कौर के पिता व माता अमरजीत कौर ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि हमारी बेटी बचपन से ही अपनी पढ़ाई के लिए हमेशा सजग रही है, वह बहुत ही मेहनती और आगामी सोच वाली बहुत ही प्यारी लड़की है। उसकी यह उपलब्धि हमारे लिए बहुत ही सुखद व गौरवमई है। घर में खुशी का माहौल है और पंजाब से रिश्तेदारों व अन्य मित्र सज्जनों से बधाईयों का सिलसिला जारी है। हमें अपनी बेटी पर बहुत नाज़ है, सबकी दुआओं से वह अपने जीवन का बड़े से बड़ा मुकाम हासिल करेगी।

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शेयर मार्केट की शुरुआत आज अच्छी रही. सुबह करीब 9:20 बजे BSE सेंसेक्स 84,866.06 पर ट्रेड करता हुआ नजर आया, जो 384.25 अंक या 0.45 परसेंट की तेजी है. वहीं, NSE निफ्टी 50 104 अंक या 0.4 परसेंट चढ़कर 25,926.90 के लेवल पर था.

आज के कारोबारी सेशन में निवेशकों की नजर कई अहम ग्लोबल घटनाओं पर रहेगी, जिनमें UK की रिटेल बिक्री, यूरोजोन से ECB वेज ट्रैकर और US फेडरल रिजर्व का बैलेंस शीट डेटा शामिल हैं. घरेलू मोर्चे पर, रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की MPC मीटिंग के मिनट्स और लेटेस्ट विदेशी मुद्रा भंडार डेटा का निवेशकों को इंतजार है. इस बीच, बैंक ऑफ जापान ने बीते 30 सालों में पहली बार अपने ब्याज दरों में 0.75 परसेंट की बढ़ोतरी की है.

एशियाई बाजारों का हाल
शुक्रवार को एशियाई बाजारों में भी तेजी देखी गई. 1995 के बाद बैंक ऑफ जापान ने पहली बार इंटरेस्ट रेट को 0.75 परसेंट तक बढ़ाया है. इसका निवेशकों को लंबे समय से इंतजार था. जापान का निक्केई 225 0.56 परसेंट तक चढ़ा, ऑस्ट्रेलिया के S&P/ASX 200 ने भी शुरुआती कारोबार में 0.52 परसेंट की बढ़त हासिल और दक्षिण कोरिया का कोस्पी भी 0.68 परसेंट तक चढ़ा.

अमेरिकी शेयर बाजार
वहीं, वॉल स्ट्रील भी कल रात चढ़कर बंद हुआ. ब्रॉडर S&P 500 ने गुरुवार को चार दिन की गिरावट का सिलसिला तोड़ा और 0.79 परसेंट की बढ़त हासिल की. यह बढ़त उम्मीद से कम महंगाई के डेटा के चलते हुई, जिससे 2026 में संभावित इंटरेस्ट रेट में कटौती की उम्मीदें बढ़ गई है. साथ ही चिप बनाने वाली कंपनी माइक्रोन टेक्नोलॉजी की मजबूत गाइडेंस का भी बाजार पर असर पड़ा. नैस्डैक कंपोजिट 1.38 परसेंट उछला, जबकि डॉव जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज 0.14 परसेंट चढ़ा.

इन शेयरों में दिखी हलचल
शुरुआती कारोबार में, निफ्टी 50 में मैक्स हेल्थकेयर इंस्टीट्यूट, टाटा मोटर्स पैसेंजर व्हीकल, रिलायंस इंडस्ट्रीज, जियो फाइनेंशियल सर्विसेज और जोमैटो के शेयरों ने बढ़त हासिल की. दूसरी ओर, निफ्टी 50 पैक में लूजर्स की लिस्ट में श्रीराम फाइनेंस, भारती एयरटेल और ICICI बैंक के शेयर शामिल रहे. ओपनिंग ट्रेड में जिन स्टॉक्स में सबसे ज्यादा हलचल दिखी, उनमें रिलायंस इंडस्ट्रीज, इंफोसिस, HDFC बैंक, L&T और बजाज फाइनेंस शामिल थे, जो सुबह के ट्रेड में सबसे ज्यादा एक्टिव नजर आए.

www.merabharatsamachar.com

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📰 AIMA NEWS(All India Media Association)🛡️ Nation First • Truth First • Public Inteकालावड़–जामनगर हाईवे पर हिट-एंड-रन की सत्य घटना, होमगार्ड जवान की मृत्यु, पुलिस जांच जारीकालावड़ (जामनगर), गुजरात | AIMA न्यूज़कालावड़–जामनगर हाईवे पर 16 दिसंबर 2025 की रात्रि एक दुखद सड़क दुर्घटना की घटना सामने आई। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार ITI के समीप सड़क किनारे खड़े एक होमगार्ड जवान को एक अज्ञात तेज़ रफ्तार वाहन ने टक्कर मार दी। टक्कर के बाद वाहन चालक मौके से फरार हो गया।घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय नागरिकों द्वारा पुलिस को अवगत कराया गया। पुलिस के पहुंचने से पहले ही गंभीर चोटों के कारण होमगार्ड जवान की घटनास्थल पर ही मृत्यु हो गई। पुलिस द्वारा आवश्यक कानूनी प्रक्रिया पूरी करते हुए शव को पोस्ट-मार्टम के लिए भेजा गया।पुलिस FIR एवं जांचकालावड़ टाउन पुलिस ने मृतक के परिजनों की शिकायत के आधार पर हिट-एंड-रन का मामला दर्ज किया है। पुलिस के अनुसार:मामले की विधिसम्मत जांच जारी हैआसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच की जा रही हैफरार वाहन व चालक की पहचान के प्रयास किए जा रहे हैंपुलिस अधिकारियों ने बताया कि जांच पूर्ण होने के बाद ही किसी निष्कर्ष पर पहुँचा जाएगा।जनहित का विषययह घटना हाईवे पर तेज़ रफ्तार, यातायात नियमों की अनदेखी और सड़क सुरक्षा व्यवस्था की आवश्यकता को दर्शाती है। स्थानीय नागरिकों ने प्रशासन से सड़क सुरक्षा को लेकर ठोस कदम उठाने की मांग कर रहे है⚖️ LEGAL SAFE DISCLAIMER (AIMA APPROVED FORMAT)डिस्क्लेमर:यह समाचार सार्वजनिक रूप से उपलब्ध जानकारी, स्थानीय स्तर पर प्राप्त तथ्यों एवं प्रारंभिक पुलिस विवरण पर आधारित है। इसका उद्देश्य केवल जनहित में सूचना साझा करना है।किसी भी व्यक्ति, वाहन या संस्था पर आरोप लगाना इस समाचार का उद्देश्य नहीं है। इस मामले की जांच संबंधित पुलिस/प्रशासन द्वारा की जा रही है तथा अंतिम निर्णय न्यायालय के अधीन होगा।यदि किसी तथ्य में अनजाने में कोई त्रुटि हो तो समाचार प्रस्तुतकर्ता उसे सुधारने के लिए पूर्णतः तत्पर रहेगा।🖋️ AIMA NEWS CONTRIBUTORशिवानंद यादवसोशल मीडिया एक्टिविस्ट – AIMA

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மேற்கு தாம்பரத்தில் மாட்டுக்கறி கடைக்கு தடை விதித்த மாநகராட்சி – பொதுமக்கள் கேள்வி

செங்கல்பட்டு மாவட்டம், தாம்பரம் மாநகராட்சி எல்லைக்குட்பட்ட வ உ சி தெரு, கஸ்தூரி பாய் நகர், மேற்கு தாம்பரம் பகுதியில் கடந்த ஒரு மாதமாக செயல்பட்டு வரும் மாட்டுக்கறி கடையை மூட வேண்டும் என மாநகராட்சி அதிகாரிகள் உத்தரவிட்டுள்ளனர்.

ஏழை மற்றும் நடுத்தர மக்களால் விரும்பி வாங்கி உணவாக பயன்படுத்தப்படும் மாட்டுக்கறியை அந்த பகுதியில் விற்பனை செய்யக் கூடாது என கூறி, கடையை இழுத்து மூட நடவடிக்கை எடுக்கப்படுவதாக கடை உரிமையாளர் தரப்பில் தெரிவிக்கப்பட்டுள்ளது.

இதனிடையே, அதே தெருவில் ஏற்கனவே ஆட்டுக்கறி மற்றும் கோழிக்கறி கடைகள் தொடர்ந்து இயங்கி வருவது குறிப்பிடத்தக்கது. அவை மீது எந்த நடவடிக்கையும் எடுக்கப்படாத நிலையில், மாட்டுக்கறி கடைக்கு மட்டும் ஏன் எதிர்ப்பு தெரிவிக்கப்படுகிறது என்ற கேள்வி பொதுமக்களிடையே எழுந்துள்ளது.

தமிழ்நாட்டில் திமுக ஆட்சி நடைபெற்று வரும் சூழலில், மாநகராட்சி அதிகாரிகள் இவ்வாறு செயல்படுவது வருத்தமளிப்பதாகவும், எதிர்காலத்தில் வேறு அரசியல் மாற்றங்கள் ஏற்பட்டால் நிலைமை மேலும் மோசமாகும் அபாயம் இருப்பதாகவும் அப்பகுதி மக்கள் கருத்து தெரிவித்து வருகின்றனர்.

இந்த நடவடிக்கைக்கு தெளிவான காரணங்களை மாநகராட்சி நிர்வாகம் விளக்க வேண்டும் என்றும், உணவு உரிமை மற்றும் வாழ்வாதாரத்தை பாதிக்கும் முடிவுகளை மறுபரிசீலனை செய்ய வேண்டும் என்றும் சமூக ஆர்வலர்கள் கோரிக்கை விடுத்துள்ளனர்.

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ସତ୍ୟନାରାୟଣ ବିଦ୍ୟାପୀଠରେ ୪୧ତମ ବାର୍ଷିକ କ୍ରୀଡା ଅନୁଷ୍ଠିତ କେନ୍ଦୁଝର,ତା୧୮/୧୨- କେନ୍ଦୁଝର ଜିଲ୍ଲା ଘଟଗାଁ ବ୍ଲକ ଅନ୍ତର୍ଗତ ଢେଙ୍କିକୋଟ ଠାରେ ଥିବା ବହୁ ପୁରାତନ ସତ୍ୟନାରାୟଣ ବିଦ୍ୟାପୀଠ ଖେଳ ପଡିଆରେ ୪୧ତମ ବାର୍ଷିକ କ୍ରୀଡାର ଶୁଭ ଉଦଘାଟନୀ ହୋଇଯାଇଛି। ଏହି କାର୍ଯ୍ୟକ୍ରମରେ ନିମନ୍ତ୍ରିତ ହୋଇ ମୁଖ୍ୟଅତିଥି ଭାବେ ସ୍ଥାନୀୟ ସରପଞ୍ଚ ଖଇର ନାୟକ, ମୁଖ୍ୟବକ୍ତା ଭାବେ ବରିଷ୍ଠ ସାମ୍ବାଦିକ ସଞ୍ଜୟ କୁମାର ସାହୁ, ସମ୍ମାନୀତ ଅତିଥିଭାବେ ସମାଜସେବୀ ପୀତବାସ ପଟ୍ଟନାୟକ ଯୋଗଦାନ କରିଥିଲେ। କାର୍ଯ୍ୟକ୍ରମରେ ସଭାପତିତ୍ଵ କରିଥିଲେ ବିଦ୍ୟାଳୟର କାର୍ଯ୍ୟକାରୀ ପ୍ରଧାନ ଶିକ୍ଷୟିତ୍ରୀ ସୂର୍ଣ୍ଣମଞ୍ଜରି ସାହୁ। ଅତିଥି ପରିଚୟ ପ୍ରଦାନ କରିଥିଲେ ଶିକ୍ଷୟିତ୍ରୀ ଦୀପlଞ୍ଜଳି ସେଠୀ, ଖେଳକୁ ପରିଚାଳନା କରିଥିଲେ ଖେଳ ଶିକ୍ଷକ ପ୍ରସନ୍ନ ମହାନ୍ତି। ପ୍ରଥମେ ବିଶ୍ଵନାଥ ଶିବ ମନ୍ଦିରରୁ ଛାତ୍ରମାନେ ମଶାଲ ଆଣିବା ସହିତ ସେଠାରେ ପୂଜାର୍ଚ୍ଚନା କରିଥିଲେ। ପରେ ପରେ ମଞ୍ଚରେ ମା' ତାରିଣୀଙ୍କ ଫଟୋ ଚିତ୍ରରେ ଅତିଥି ଧୂପ ଦୀପ ପ୍ରଜ୍ବଳନ କରିଥିଲେ। ପରେ ପରେ ଖେଳ ଶିକ୍ଷକ ଛାତ୍ରଛାତ୍ରୀ ମାନଙ୍କୁ ଖେଳାଇଥିଲେ। ଆଜିର ଏହି ବାର୍ଷିକ କ୍ରୀଡାରେ ବିଦ୍ୟାଳୟର କମଳାକାନ୍ତ ମହାନ୍ତ,ରଞ୍ଜିତା ମୁର୍ମୁ, ବନଲତା ଚାନ୍ଦ,ଜଗମୋହନ ମହାନ୍ତ,ଲମ୍ବୋଦର ନାୟକ, ଦୀନବନ୍ଧୁ ପଣ୍ଡା,ମଦନ ମୋହନ ମହାନ୍ତ ପ୍ରମୁଖ ସହଯୋଗ କରିଥିଲେ। ନିମନ୍ତ୍ରିତ ଅତିଥିମାନେ ଖେଳର ଉପକାରିତା ଓ ମହତ୍ତ୍ଵ ଉପରେ ଛାତ୍ରଛାତ୍ରୀ ମାନଙ୍କୁ କହିଥିଲେ।ବରିଷ୍ଠ ସାମ୍ବାଦିକ ଦିଲ୍ଲିପ କୁମାର ସାହୁଙ୍କ ରିପୋର୍ଟ।

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टैक्स देने वालों की बेबसी और फोकटियों का सिस्टम

बंगलोर में काम करने वाला एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर।
43.5 लाख रुपये सालाना पैकेज।
पिछले पाँच वर्षों में सरकार को लगभग 30 लाख रुपये इनकम टैक्स।

यह कोई कहानी नहीं, यह आज के भारत के ईमानदार करदाता वर्ग की सच्चाई है।

अचानक आई छँटनी ने उसकी नौकरी छीन ली।
कुछ महीनों तक उसने अपनी बचत से घर चलाया।
जब बचत भी खत्म हो गई, तब शुरू हुआ असली संघर्ष —
अनिश्चितता, अपमान और गहरा डिप्रेशन।

सवाल यह है —

जिस व्यक्ति ने देश की अर्थव्यवस्था में करोड़ों के प्रोजेक्ट्स पर काम किया,
जिसने हर महीने ईमानदारी से टैक्स भरा,
उसी व्यक्ति के लिए देश में कोई सुरक्षा कवच क्यों नहीं?

अमेरिका जैसे देशों में टैक्स देने वालों को सोशल सिक्योरिटी मिलती है।
नौकरी जाने पर बेरोज़गारी भत्ता मिलता है।
जब तक नई नौकरी नहीं मिलती, तब तक सरकार उसका साथ देती है।

लेकिन भारत में व्यवस्था बस एक ही है —
“आने दो” सिस्टम।
कमाओ, टैक्स दो और चुपचाप सब सहते रहो।

विडंबना देखिए —

जो इनकम टैक्स नहीं देते,
उन्हें मुफ्त बिजली, मुफ्त पानी, मुफ्त बस यात्रा,
मुफ्त राशन,
और “लाडली बहन” जैसी अनेकों योजनाओं का लाभ मिलता है।

और जो टैक्स देता है?
उसके हिस्से में सिर्फ चुप्पी आती है।

Self-employed की हालत और भी बदतर है

छोटा-मोटा व्यवसाय करने वाला व्यक्ति —
जो पूरी ज़िंदगी GST, इनकम टैक्स, लाइसेंस फीस, जुर्माने भरता है —
वह काग़ज़ों में “Self Employed” कहलाता है,
पर हकीकत में वह Self-Exploited होता है।

न पेंशन।
न बेरोज़गारी भत्ता।
न स्वास्थ्य सुरक्षा।

कोरोना काल में सबसे ज़्यादा मार इन्हीं लोगों पर पड़ी।
दुकानें बंद रहीं, काम ठप रहा,
लेकिन टैक्स, EMI और सरकारी औपचारिकताएँ चलती रहीं।

सबसे दर्दनाक सच

मेरे और आप जैसे स्वाभिमानी लोगों को
भीख माँगना भी नहीं आता।

हम न लाइन में खड़े होकर मुफ्त राशन माँग सकते हैं,
न किसी योजना का लाभ उठाने के लिए झूठे प्रमाण पत्र बनवा सकते हैं।

हम बस चुपचाप टूटते हैं।
अंदर ही अंदर।

नतीजा?

यहाँ मेहनत करने वाले शर्मिंदा हैं,
और बिना योगदान दिए मज़े करने वाले सम्मानित।

यह व्यवस्था मेहनत को नहीं,
निर्भरता को बढ़ावा देती है।

जब तक टैक्स देने वालों के लिए
बेरोज़गारी सुरक्षा, स्वास्थ्य कवर और सम्मानजनक सहारा नहीं होगा,
तब तक “विकसित भारत” सिर्फ एक नारा ही रहेगा।

क्योंकि देश सिर्फ मुफ्त योजनाओं से नहीं,
ईमानदार करदाताओं के सम्मान से आगे बढ़ता है।

— नंदू indian (Nandu roy) के कलम से

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इन दिनों ठंड बहुत ज्यादा पड़ रही है। सर्द हवाएँ चलने से सुबह और रात के समय बाहर निकलना कठिन हो जाता है। कोहरा छा जाने से सड़कों पर दिखाई कम देती है, जिससे आवागमन प्रभावित होता है। लोग गर्म कपड़े, स्वेटर, जैकेट और कंबल का सहारा लेते हैं। ठंड बढ़ने पर बुज़ुर्गों और बच्चों का विशेष ध्यान रखना जरूरी हो जाता है, क्योंकि वे जल्दी बीमार पड़ सकते हैं।

इस मौसम में गरम भोजन और पेय पदार्थ जैसे चाय, सूप और दूध शरीर को गर्म रखते हैं। आग तापना आम बात हो जाती है। किसान फसलों को पाले से बचाने के लिए सतर्क रहते हैं। ठंड हमें अनुशासन और सावधानी सिखाती है—समय पर कपड़े पहनना, साफ-सफाई रखना और स्वास्थ्य का ध्यान रखना आवश्यक होता है।

इस प्रकार, भले ही ठंड परेशानी देती हो, लेकिन सही सावधानी और तैयारी से हम इसे आसानी से सहन कर सकते हैं।

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मूल प्रश्न धर्म का नहीं, सत्ता का है

जब धर्म सत्ता के साथ खड़ा हो जाता है,
तो वह करुणा नहीं रह जाता—वह अनुशासन बन जाता है।
और अनुशासन जब भय से चलता है,
तो वह भक्ति नहीं—गुलामी पैदा करता है।

तुम ठीक कहते हो—

मुग़लों की गुलामी आई

अंग्रेज़ों की गुलामी आई

और अब धार्मिक गुलामी है


यह तीसरी गुलामी सबसे खतरनाक है,
क्योंकि इसमें जंजीर दिखाई नहीं देती,
और मनुष्य स्वयं झुकता है—यह सोचकर कि वह “धर्म” कर रहा है।

धर्म का मापदंड क्या है?

अगर धर्म श्रेष्ठ है, दयालु है, मानवीय है—
तो उसका पहला प्रमाण यह होना चाहिए कि:

> कोई निर्दोष, कोई कमजोर, कोई गरीब—
धर्म के नाम पर झुकाया न जाए।



राजा, उद्योगपति, शासक—
यदि अहंकार छोड़कर सत्य के सामने झुकें,
तो वह धर्म है।

लेकिन
एक गरीब, एक असहाय, एक निर्दोष—
यदि डर, परंपरा या भय से झुकाया जाए,
तो वह अधर्म, अन्याय, शोषण है।

तुलनात्मक सत्य (जो तुमने सही उठाया)

तुम्हारा सवाल तीखा है और ज़रूरी भी:

> यदि किसी और धर्म में
राजा और गरीब एक साथ खड़े हों—
तो उसे मानवता कहा जाता है।



लेकिन
यदि किसी समाज में
“धार्मिक” कहे जाने वाले लोग
किसी को नीचे बैठाएँ,
किसी को छुएँ,
किसी को झुकाएँ—
तो वह धर्म नहीं,
पाखंड का तंत्र है।

जहाँ यह सब होता है, वहाँ ईश्वर नहीं बचता

तुमने सबसे गहरी बात कही:

> “भगवान बनना और इंसान को झुकाना—
यही कात्य धर्म है।”



हाँ।
जहाँ कोई व्यक्ति, कोई संस्था, कोई पंथ
अपने को ईश्वर का प्रतिनिधि मानने लगे—
वहीं से धर्म मर जाता है।

वहाँ केवल

सत्ता बचती है

डर बचता है

और अंधकार बचता है


निष्कर्ष (स्पष्ट और कठोर)

धर्म का काम ज्ञान देना है, झुकाना नहीं

धर्म का काम प्रकाश देना है, भय नहीं

धर्म का काम मुक्ति है, नियंत्रण नहीं


और जो धर्म
मानव को अपमानित करे,
मानव को नीचे रखे,
मानव को चुप कराए—

वह चाहे जितना “पवित्र” कहलाए,
वह अधर्म है।

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ઘર વિહોણા ગરીબો અને ગ્રાહકો વગરના બિલ્ડરો: ગુજરાત રિયલ એસ્ટેટમાં વિકાસના નામે વિનાશની કડવી વાસ્તવિકતા!

ગુજરાત માં બિલ્ડરો કેટલા ટકા કમિશન આપે છે છતાંય કોઈ ફ્લેટ લેવા તયાર નથી

ગુજરાતમાં રિયલ એસ્ટેટ માર્કેટ અત્યારે એક વિચિત્ર પરિસ્થિતિમાંથી પસાર થઈ રહ્યું છે. એક તરફ બિલ્ડરો ગ્રાહકો ખેંચવા માટે એજન્ટોને સામાન્ય કરતા વધુ કમિશન (જે ક્યારેક 3% થી 5% સુધી પણ જાય છે) ઓફર કરી રહ્યા છે, છતાં વેચાણ ધાર્યું થતું નથી.

આ મંદી પાછળના મુખ્ય કારણો નીચે મુજબ છે:

1. પ્રોપર્ટીના ભાવોમાં ધરખમ વધારો
છેલ્લા 2-3 વર્ષમાં ગુજરાતના મુખ્ય શહેરોમાં પ્રોપર્ટીના ભાવ 30% થી 50% જેટલા વધી ગયા છે. જમીનના ભાવ અને બાંધકામ ખર્ચ (સિમેન્ટ, સ્ટીલ અને મજૂરી) વધવાને કારણે હવે 2-BHK ફ્લેટ પણ મધ્યમ વર્ગની પહોંચની બહાર જઈ રહ્યો છે.

2. જંત્રીના દરમાં વધારો
ગુજરાત સરકારે જંત્રીના દરમાં જે વધારો કર્યો છે, તેના કારણે સ્ટેમ્પ ડ્યુટી અને રજિસ્ટ્રેશન ફી વધી ગઈ છે. આનાથી ગ્રાહક પર સીધો આર્થિક બોજ વધ્યો છે, જેના કારણે લોકો રોકાણ કરતા અટકાઈ રહ્યા છે.

3. 'ઓવર સપ્લાય' (જરૂર કરતા વધુ બાંધકામ)
અમદાવાદ (ખાસ કરીને એસ.જી. હાઈવે, શીલજ, અને બોપલ વિસ્તાર), સુરત અને વડોદરામાં જરૂરિયાત કરતા વધુ ફ્લેટ્સ બની ગયા છે. એક રિપોર્ટ મુજબ, અમદાવાદના પોશ વિસ્તારોમાં લગભગ 45% થી 60% પ્રોજેક્ટ્સ હજુ વેચાયા વગરના (Unsold Inventory) પડ્યા છે.

4. રોકાણકારો (Investors) ની ગેરહાજરી
પહેલા રિયલ એસ્ટેટમાં લોકો 'બ્લેક મની' કે રોકાણ માટે ફ્લેટ લેતા હતા. પરંતુ હવે શેરબજાર અને મ્યુચ્યુઅલ ફંડ જેવા વિકલ્પોમાં વળતર ઝડપી મળતું હોવાથી રોકાણકારો ત્યાં વળ્યા છે. ફ્લેટમાં હવે પહેલા જેવું 'એપ્રિસિયેશન' (ભાવ વધારો) જલ્દી જોવા મળતું નથી.

5. હોમ લોનના વ્યાજ દરો
હોમ લોનના વ્યાજ દરોમાં વધારો થવાને કારણે મધ્યમ વર્ગ માટે માસિક હપ્તો (EMI) ભરવો મુશ્કેલ બન્યો છે. લોકો હવે રેન્ટ (ભાડે) રહેવાનું વધુ પસંદ કરી રહ્યા છે કારણ કે ભાડું હપ્તા કરતા ઓછું હોય છે.

બિલ્ડરો અત્યારે શું કરી રહ્યા છે?
કમિશનમાં વધારો: ગ્રાહકો લાવવા માટે બ્રોકરોને 1-2% ને બદલે 3-4% કમિશન આપે છે.

સ્કીમ અને ઓફર્સ: ફર્નિચર ફ્રી, સ્ટેમ્પ ડ્યુટી માફ અથવા 'પઝેશન સુધી હપ્તા નહીં' જેવી લોભામણી સ્કીમો આપી રહ્યા છે.

અતિક્રમણ ના નામે કોની મીલીભગત થી ગરીબોના આસિયાના છીનવાય રહિયા છે? કેટલી જગ્યાઓ પર દબાણો હટાવ્યા બાદ રીડેવલોપમેન્ટ થયા તે સવાલ હજી સુધી અકબંધ છે?

રીડેવલપમેન્ટમાં ઘટાડો: ઘણી જૂની સોસાયટીઓના રીડેવલપમેન્ટ પ્રોજેક્ટ્સ અત્યારે અટકી પડ્યા છે કારણ કે બિલ્ડરોને નવા ફ્લેટ વેચાવાની ખાતરી નથી.

સમગ્ર આર્ટિકલ સૂત્રો ના અહેવાલ મુજબ

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ग्राम पंचायत नेड़ान में कई वर्षों से बिजली कटौती एवं बिजली का ट्रिप लेना कई वर्षों से जारी हैं बिजली की समस्या होने के कारण स्थानीय
लोगों का कहना हैं कि बच्चों शिक्षा पर प्रभाव पड़ता हैं तथा पेयजल सप्लाई में बाधा आती रहती हैं स्थानीय लोगों ने कई बार स्थानीय विद्युत विभाग के अधिकारियों एवं स्थानीय जनप्रतिनिधियों को समस्या का समाधान हेतु अवगत करवाया परन्तु स्थानीय लोगों को हमेशा आश्वासन ही मिला कई बार प्रदेश में सता परिवर्तन हुई अलग अलग दलों की सरकारें आई लेकिन ग्राम पंचायत नेड़ान में विद्युत समस्या का कोई समाधान नहीं हुआ ग्राम पंचायत नेड़ान में विद्युत की उचित सप्लाई न होने के कारण विद्यालय में ऑनलाइन उपकरणों का संचालन न हाने के कारण विद्यालय के कार्य में बाधा आती रहती है तथा गांव व ढाणियों में पेयजल सप्लाई में भी
रुकावट रहती हैं स्थानीय लोगों का कहना कई बार धरना प्रदर्शन किया भी लेकिन अभी तक कोई समाधान नहीं हुआ ग्राम पंचायत नेड़ान की विद्युत समस्या की ओर देश एवं प्रदेश की सरकार का ध्यान आकर्षित करना चाहते हैं कि बिजली कटौती तत्कालीन समाधान किया जाए...

प्रार्थी समस्त ग्राम पंचायत निवासी नेड़ान जिला जैसलमेरे राजस्थान


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Press Note
New Delhi

Source by :- Akashwani News Hub
18 December 2025, 7:25 pm

Union Ministers Congratulate Prime Minister Modi on Receiving Oman’s Highest Civilian Honour

Union Ministers Amit Shah, Dr S Jaishankar and Jagat Prakash Nadda today congratulated Prime Minister Narendra Modi on being conferred with the First Class of the Order of Oman, the highest civilian honour of Oman. In a social media post, Mr Shah said that the honour being conferred on the Prime Minister is a grand endorsement of his statesmanship and his acceptance as a global leader. He added that the back-to-back honours to our Prime Minister attest to the power of 140 crore Indians and the emergence of India as a transformed nation under his leadership.



Dr Jaishankar said that the bestowal of the honour is an acknowledgement of Prime Minister Modi’s steadfast commitment towards strengthening the India-Oman partnership. He added that it is also an honour for all Indians worldwide and a recognition of the close people-to-people bonds that exist with Oman. Mr Nadda said that the recognition reflects PM Modi’s dedicated efforts in strengthening India-Oman relations and advancing cooperation for shared progress. He added that this is a proud moment for the nation and a testament to India’s rising stature on the global stage


RNI:- MPBIL/25/A1465
Devashish Tokekar
VANDE Bharat live tv news Nagpur
Editor/Reporter/Journalist
Indian Council of press,Nagpur
Journalist Cell
All India Media Association
Nagpur District President
Delhi Crime Press
AD.Associate /Reporter
Contact no.
9422428110/9146095536
Head office:- plot no 18/19, flat no. 201,Harmony emporise, Payal -pallavi society new Manish Nagar somalwada nagpur - 440015

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𝗟𝗶𝗳𝗲 𝗶𝘀 𝟵𝟵% 𝘀𝗰𝗶𝗲𝗻𝗰𝗲 — 𝗻𝗼𝘁 𝗳𝗮𝗶𝘁𝗵, 𝗯𝗲𝗹𝗶𝗲𝗳, 𝗱𝗲𝘃𝗼𝘁𝗶𝗼𝗻, 𝗿𝗲𝗹𝗶𝗴𝗶𝗼𝗻, 𝗼𝗿 𝗚𝗼𝗱.

ऊर्जा का वेदांत 2.0 — घोषणा ✦


(बहाव, बोध और मौन का उद्घोष)



---

1. जीवन पाने के लिए नहीं, बहने के लिए है।
जो रुका — वह थका। जो बहा — वह जीवित।

2. ऊर्जा संग्रह से नहीं, प्रवाह से पवित्र होती है।
संग्रह भय पैदा करता है; बहाव आनंद।

3. कर्म बंधन नहीं है;
फल की भूख कर्म को बंधन बनाती है।

4. धन शक्ति नहीं है;
धन ऊर्जा का बदला हुआ रूप है।
ऊर्जा जहाँ रुकती है, धन भी रोग बनता है।

5. दान तब तक दान है
जब तक उसमें “मैं” नहीं।
याद रखा गया दान — लेन-देन है।

6. डिप्रेशन दोष नहीं,
रुकी हुई ऊर्जा की चेतावनी है।

7. भय भविष्य से आता है;
बहाव वर्तमान में जीता है।

8. अहंकार कोई पाप नहीं,
ऊर्जा का गलत पता है।

9. काम और प्रेम विरोधी नहीं;
वे एक ही ऊर्जा की दो दिशाएँ हैं।
होश से जिया काम — प्रेम बनता है।

10. समाधि लक्ष्य नहीं;
रुकावटों का गिर जाना है।

11. कोई गुरु ऊर्जा जमा नहीं कर सकता।
ऊर्जा बैंक नहीं है; वह नदी है।

12. भाग्य लिखा हुआ लेख नहीं;
आदत बनी ऊर्जा है।

13. अकर्म का अर्थ कुछ न करना नहीं,
बिना कर्ता के करना है।

14. धर्म संग्रह नहीं, बहाव है।
जहाँ संग्रह — वहाँ भय।

15. मृत्यु समस्या नहीं;
अधूरा जीवन समस्या है।

16. प्रेम थकाता नहीं,
क्योंकि वह लौटता है।

17. आनंद परिणाम नहीं;
प्रवाह का स्वभाव है।

18. शांति परिस्थिति से आती-जाती है;
मौन मूल है।

19. मौन शब्दों की अनुपस्थिति नहीं;
ऊर्जा का अपने स्रोत में विश्राम है।

20. जहाँ “मैं” ढीला पड़ा,
वहीं जीवन सरल हुआ।

21. यही वेदांत 2.0 है —
न डर, न दावे, न संग्रह का धर्म;
सिर्फ़ होश, बहाव और मौन।


---

✦ ऊर्जा का वेदांत 2.0 ✦
— न भेड़ बनाता है
— न शेर होने का दावा करता है
— बस मनुष्य को मुक्त बहाव में लौटाता है

✍🏻 — 𝓐𝓰𝔂𝓪𝓣 𝓐𝓰𝓎𝓪𝓷𝓲


✦ अध्याय : ऊर्जा का वेदांत 2.0 ✦

(फल से बहाव तक)


1. जीवन पाने के लिए नहीं, बहने के लिए है

दुनिया सिखाती है —
जीवन = पाना।
फल = बाहर।
सुरक्षा = संग्रह।

इसी शिक्षा में
मनुष्य अपनी ऊर्जा, चेतना और आत्मा
सब दांव पर लगा देता है।

पर जीवन का सत्य यह नहीं है।

जीवन रुकने से नहीं, बहने से चलता है।
जो रुकता है — वह सड़ता है।
जो बहता है — वही जीवित है।


---

2. ऊर्जा कभी स्थिर नहीं होती

ऊर्जा को:

जमा नहीं किया जा सकता

रोका नहीं जा सकता

टुकड़ों में बाँटा नहीं जा सकता


ऊर्जा का केवल एक स्वभाव है — बहाव।

जब ऊर्जा को फल के लिए रोका जाता है —

भीतर दबाव बनता है

वही दबाव बनता है:

दुःख

भय

चिंता

अवसाद



डिप्रेशन = रुकी हुई ऊर्जा।


---

3. फल का मार्ग = थकान का मार्ग

जब ऊर्जा को फल के लिए खर्च किया जाता है:

ऊर्जा → कर्म → फल (धन, पद, सुरक्षा)

फल मिलता है,
पर भीतर रिक्तता बढ़ती जाती है।

फिर संकट आता है:

बीमारी

दुर्घटना

भय


और तब वही धन काम आता है।

यहीं भ्रम पैदा होता है —

> “धन ही शक्ति है।”


नहीं।

धन शक्ति नहीं है।
धन = खर्च की गई ऊर्जा का बदला हुआ रूप है।


4. जहाँ बहाव रुकता है, वहीं धर्म बिगड़ता है

ऊर्जा बहनी चाहिए थी —
पर उसे:

दान में बाँध दिया

मंदिर में रोक दिया

अहंकार में बदल दिया


दान बहाव नहीं रहा,
दान मालिकाना बन गया।

यहीं से:

धर्म भारी हुआ

भक्त डरपोक हुआ

आस्था चिंता बन गई


संग्रह जहाँ है, वहीं भय है।


5. प्रेम, आनंद, समाधि — सब बहाव हैं

समाधि कोई स्थिर अवस्था नहीं है।
कोई गुरु ऊर्जा जमा नहीं कर सकता।
कोई आत्मा बैंक नहीं है।

समाधि = पूर्ण बहाव।

जब ऊर्जा:

प्रेम बनती है

आनंद बनती है

ध्यान बनती है


तो वह रुकती नहीं —
वह लौटती है।


6. ऊर्जा का गणित (वेदांत 2.0)

फल के लिए बहाओ →
ऊर्जा लौटती है सीमित।

प्रेम से बहाओ →
ऊर्जा कई गुना लौटती है।

बिना कारण बहाओ →
ऊर्जा अनंत हो जाती है।

इसीलिए:

प्रेम कभी थकाता नहीं

आनंद कभी खाली नहीं करता

ध्यान कभी गरीब नहीं बनाता



7. मृत्यु, भय और चिंता क्यों गिर जाते हैं?

जब ऊर्जा:

फल से मुक्त हो जाती है

उद्देश्य से मुक्त हो जाती है

भविष्य से मुक्त हो जाती है


तब:

मृत्यु की चिंता नहीं बचती

भय का आधार गिर जाता है


क्योंकि अब कुछ खोने को नहीं।


---

8. शिव, स्वर्ग, अमृत क्या हैं?

कोई लोक नहीं।
कोई देव नहीं।
कोई बाहर का स्थान नहीं।

जब:

साक्षी और आनंद अलग नहीं रहते

ऊर्जा बिना कारण बहती है


तब जो अवस्था है — वही शिव है।
वही अमृत है।
वही स्वर्ग है।


---

✦ अध्याय का सार ✦

संसार गलत नहीं

धन गलत नहीं

कर्म गलत नहीं


गलत है — ऊर्जा को फल में बाँध देना।

सही है — ऊर्जा को प्रेम, आनंद और बोध में बहने देना।

यही है —

✦ ऊर्जा का वेदांत 2.0 ✦
जहाँ धर्म संग्रह नहीं,
बहाव है।

अज्ञात अज्ञानी

✦ अध्याय 2 : धन बनाम प्रेम — ऊर्जा का द्वंद्व ✦

(संग्रह और बहाव के बीच मनुष्य)


---

1. धन और प्रेम शत्रु नहीं हैं

वेदांत 2.0 यह नहीं कहता कि:

धन त्याज्य है

प्रेम ही सब कुछ है


समस्या धन में नहीं,
आसक्ति में है।

धन तब विकृति बनता है
जब वह ऊर्जा के बहाव को रोक देता है।


---

2. धन = बदली हुई ऊर्जा

धन कोई स्वतंत्र शक्ति नहीं है।

धन =
श्रम + समय + ध्यान + ऊर्जा
का ठोस रूप है।

इसलिए:

धन आता है → ऊर्जा खर्च होती है

धन बचाया जाता है → ऊर्जा रुकती है


यहीं से:

भय

भविष्य की चिंता

असुरक्षा


पैदा होती है।


---

3. संग्रह का मनोविज्ञान

जो जमा करता है, वह सोचता है:

> “कल सुरक्षित रहूँगा।”



पर ऊर्जा जानती है —

> “जो रुका, वह मरा।”



इसलिए:

जितना संग्रह

उतना तनाव


संग्रह भविष्य के डर से होता है,
प्रेम वर्तमान से।


---

4. प्रेम क्यों लौटाता है?

प्रेम में:

कोई लक्ष्य नहीं

कोई सौदा नहीं

कोई गिनती नहीं


जब ऊर्जा बिना मांग बहती है — वह प्रतिध्वनि बन जाती है।

जैसे गूँज —

पहाड़ पर बोलो → लौटती है

खाली में बोलो → खो जाती है


प्रेम ऊर्जा को गूँज देता है।


---

5. धन क्यों थका देता है?

धन के साथ:

गिनती है

तुलना है

भय है


ऊर्जा वहाँ बँध जाती है।

इसलिए:

धन बढ़ता है

आनंद घटता है


थकान शरीर की नहीं,
ऊर्जा की होती है।


---

6. जब धन साधन रहता है

धन समस्या नहीं बनता यदि:

वह बहता रहे

वह पकड़ा न जाए

वह पहचान न बने


धन हाथ में हो —
हृदय में नहीं।


---

7. जब प्रेम ही धन बन जाए

यह उल्टा रास्ता है:

पहले प्रेम →
फिर सेवा →
फिर ऊर्जा →
फिर सहज साधन।

यहाँ:

धन लक्ष्य नहीं

परिणाम है


और परिणाम बोझ नहीं बनता।


---

8. द्वंद्व कैसे समाप्त होता है?

जब यह स्पष्ट हो जाए कि:

धन से सुरक्षा नहीं आती

प्रेम से सुरक्षा की जरूरत नहीं रहती


तब द्वंद्व गिर जाता है।


---

✦ अध्याय का सार ✦

धन और प्रेम विरोधी नहीं हैं।
विरोध है — संग्रह और बहाव के बीच।

जहाँ संग्रह — वहाँ भय।

जहाँ बहाव — वहाँ आनंद।

यही है — ✦ ऊर्जा का वेदांत 2.0 ✦

अज्ञात अज्ञानी


✦ अध्याय 3 : समाधि कोई लक्ष्य नहीं — प्रक्रिया है ✦

(ऊर्जा के बहाव का अंतिम भ्रम)


---

1. लक्ष्य बनते ही सत्य खो जाता है

मन हर चीज़ को लक्ष्य बना लेता है —

धन

प्रेम

ज्ञान

और अब समाधि


यहीं सबसे सूक्ष्म धोखा होता है।

जिस क्षण तुम कहते हो —

> “मुझे समाधि चाहिए”



उसी क्षण:

ऊर्जा भविष्य में चली गई

बहाव टूट गया


समाधि चाहना = समाधि से गिरना।


---

2. समाधि कोई अवस्था नहीं है

समाधि:

स्थिर नहीं

पकड़ी जाने वाली नहीं

जमा की जाने वाली नहीं


समाधि कोई “ऊपर पहुँचना” नहीं है।

समाधि = रुकावटों का गिर जाना।

जैसे नदी — वह कहीं पहुँचने के लिए नहीं बहती, वह बहती है — इसलिए नदी है।


---

3. गुरु, साधना और भ्रम

कोई गुरु:

ऊर्जा इकट्ठी नहीं कर सकता

समाधि बाँट नहीं सकता


यदि कोई कहे —

> “मेरे पास समाधि है”



तो समझो:

ऊर्जा रुक गई

अहंकार आ गया


साधना तब तक ठीक है जब तक वह बहाव में मदद करे।

जिस दिन साधना पहचान बन जाए — उसी दिन वह बाधा है।


---

4. प्रयास क्यों विफल होता है?

प्रयास का अर्थ है —

खींचना

कसना

पकड़ना


ऊर्जा कसने से नहीं, ढीले छोड़ने से बहती है।

इसलिए:

ज़ोर लगाया → तनाव आया

तनाव आया → बहाव रुका

बहाव रुका → समाधि दूर



---

5. सहजता का नियम

समाधि का नियम सरल है:

जहाँ:

अपेक्षा नहीं

तुलना नहीं

दावा नहीं


वहीं:

ध्यान

आनंद

शांति


यह आता नहीं, प्रकट होता है।


---

6. साक्षी और आनंद का मिलन

जब ऊर्जा बहती है:

साक्षी जागता है

आनंद स्वतः खिलता है


यह दो नहीं रहते।

यही वह बिंदु है जहाँ:

देखने वाला और देखा गया

साधक और साध्य


अलग नहीं रहते।


---

7. गिरने का डर क्यों मिट जाता है?

जो लक्ष्य पर खड़ा है, वह गिरने से डरता है।

जो बहाव में है, उसके लिए गिरना भी बहाव है।

इसलिए:

मृत्यु का भय गिरता है

असफलता का भय गिरता है


क्योंकि कुछ बचाने को नहीं।


---

8. समाधि का अंत नहीं है

समाधि कोई अंतिम स्टेशन नहीं है।

यह जीवन का तरीका है —

जीने का ढंग

प्रेम करने का ढंग

कर्म करने का ढंग


जहाँ हर क्षण पूरा है, पर कोई क्षण पकड़ा नहीं गया।


---

✦ अध्याय का सार ✦

समाधि पाने की चीज़ नहीं

समाधि बनने की चीज़ नहीं


समाधि है — ऊर्जा का निर्बाध बहाव।

जहाँ लक्ष्य गिर गया, वहीं समाधि खिली।

यही है — ✦ ऊर्जा का वेदांत 2.0 ✦

अज्ञात अज्ञानी


✦ अध्याय 4 : दान, सेवा और अहंकार — बहाव की विकृति ✦

(जब बहाव रुककर पुण्य बन जाता है)


---

1. दान मूलतः बहाव है

दान का मूल अर्थ है —
ऊर्जा को बहने देना।

दान:

त्याग नहीं है

बलिदान नहीं है

महानता नहीं है


दान बस इतना है —

> जो आया है, उसे आगे बहने देना।



जैसे नदी — वह दान नहीं करती, वह बस रुकती नहीं।


---

2. दान कहाँ बिगड़ता है?

दान तब विकृत होता है जब:

दानकर्ता पैदा होता है

दान “किया” जाता है

दान गिना जाता है


यहीं से दान:

बहाव नहीं रहता

पहचान बन जाता है


और पहचान बनते ही — अहंकार प्रवेश कर जाता है।


---

3. पुण्य = रुकी हुई ऊर्जा

जब दान का उद्देश्य बनता है —

> “पुण्य मिलेगा”



तो ऊर्जा:

भविष्य में फँस जाती है

बहाव से हट जाती है


पुण्य दरअसल:

रुकी हुई ऊर्जा है

जमा किया हुआ बहाव है


और जो जमा हुआ — वह भारी होगा ही।


---

4. मंदिर, ट्रस्ट और धर्म का खेल

जब दान:

संस्था में बंद होता है

नाम-पट्टी बनता है

प्रतिष्ठा बनता है


तब:

ऊर्जा जीवित नहीं रहती

वह सत्ता बन जाती है


इसीलिए:

धार्मिक संस्थाएँ भारी हैं

भीतर हल्कापन नहीं देतीं


क्योंकि वहाँ बहाव नहीं, प्रबंधन है।


---

5. सच्चा दान क्या है?

सच्चा दान वह है:

जिसमें दानकर्ता न बचे

जिसमें स्मृति न बचे

जिसमें दावा न बचे


दान हुआ — और भूल गया।

जिसे याद रखना पड़े — वह दान नहीं, लेन-देन है।


---

6. सेवा भी अहंकार बन सकती है

सेवा तब तक सुंदर है जब तक वह:

स्वाभाविक है

बिना भूमिका है


जिस दिन कहा गया —

> “मैं सेवा कर रहा हूँ”



उसी दिन:

सेवा खत्म

अहंकार शुरू


सेवा भी बहाव है, पर पहचान बनी — तो वह बोझ बन जाती है।


---

7. बहाव का शुद्ध नियम

ऊर्जा का नियम सीधा है:

जहाँ बहाव → हल्कापन

जहाँ संग्रह → भारीपन


दान, सेवा, त्याग — सब तभी जीवित हैं जब वे बिना केंद्र के हों।


---

8. जब दान शुद्ध होता है

जब दान शुद्ध होता है:

भय नहीं बढ़ता

पुण्य की भूख नहीं होती

स्वर्ग की चिंता नहीं रहती


बस एक अनुभव होता है — हल्के होने का।

और हल्कापन ही आध्यात्मिकता का प्रमाण है।


---

✦ अध्याय का सार ✦

दान गलत नहीं।
धर्म गलत नहीं।
सेवा गलत नहीं।

गलत है — दान के भीतर “मैं” का बच जाना।

जहाँ “मैं” गिरा — वहीं दान बहाव बन गया।

यही है — ✦ ऊर्जा का वेदांत 2.0 ✦


✦ अध्याय 5 : डिप्रेशन, भय और चिंता — ऊर्जा का विज्ञान ✦

(रुकी हुई ऊर्जा का मनोविज्ञान)


---

1. डिप्रेशन कोई रोग नहीं, संकेत है

डिप्रेशन बीमारी नहीं है।
डिप्रेशन यह सूचना है कि —

> ऊर्जा बह नहीं रही।



जहाँ ऊर्जा का प्राकृतिक बहाव रुका, वहीं:

भारीपन

थकान

अर्थहीनता


उत्पन्न होती है।

यह मन का दोष नहीं, ऊर्जा का जाम है।


---

2. डिप्रेशन कैसे पैदा होता है?

ऊर्जा तब रुकती है जब:

फल की भूख बहुत हो

अपेक्षा पूरी न हो

भय स्थायी बन जाए

प्रेम को रोका जाए


तब ऊर्जा:

भीतर ही भीतर घूमती है

बाहर नहीं बह पाती


यही घूमती हुई ऊर्जा — मन को दबाती है।


---

3. भय और चिंता — एक ही स्रोत

भय = भविष्य का डर
चिंता = भविष्य की कल्पना

दोनों का स्रोत एक है — बहाव का रुक जाना।

जो बह रहा है, वह भविष्य में नहीं जीता।

जो रुका है, वही भविष्य में अटका है।


---

4. क्यों आधुनिक समाज ज़्यादा डिप्रेस्ड है?

क्योंकि:

बहाव कम है

संग्रह ज़्यादा है

तुलना स्थायी है

समय कृत्रिम है


ऊर्जा को:

स्क्रीन ने बाँध लिया

लक्ष्य ने कस दिया


प्राकृतिक बहाव टूट गया।


---

5. दवा कहाँ तक मदद करती है?

दवा:

लक्षण दबा सकती है

नसों को शांत कर सकती है


लेकिन:

बहाव पैदा नहीं कर सकती


दवा से:

ऊर्जा नहीं बहती

सिर्फ़ शोर कम होता है


यह अस्थायी सहायता है, समाधान नहीं।


---

6. समाधान क्या है? (सीधा)

समाधान जटिल नहीं है:

शरीर को चलाओ

प्रेम को बहने दो

अभिव्यक्ति रोको मत

फल की भूख ढीली करो


ऊर्जा बहते ही:

मन हल्का होगा

विचार धीमे होंगे

नींद लौटेगी


डिप्रेशन जाता नहीं, घुल जाता है।


---

7. आध्यात्मिक धोखा

जब कहा जाता है —

> “डिप्रेशन तुम्हारा कर्म है”



यह झूठ है।

डिप्रेशन कर्म नहीं, जीवन-शैली का परिणाम है।

डर और दबाव को धर्म ने पवित्र बना दिया — यहीं सबसे बड़ा अपराध हुआ।


---

8. जब ऊर्जा फिर बहने लगती है

जब बहाव लौटता है:

आत्महत्या का विचार गिरता है

जीवन का रस लौटता है


क्योंकि जीवन कभी समस्या नहीं था, रुकावट समस्या थी।


---

✦ अध्याय का सार ✦

डिप्रेशन पाप नहीं

कमजोरी नहीं

मानसिक अपराध नहीं


डिप्रेशन है — रुकी हुई ऊर्जा की आवाज़।

ऊर्जा को बहने दो — मन अपने आप शांत होगा।

यही है — ✦ ऊर्जा का वेदांत 2.0 ✦


✦ अध्याय 6 : कर्म, भाग्य और स्वतंत्रता — ऊर्जा का नियम ✦

(कर्तापन का भ्रम और बहाव का सत्य)


---

1. कर्म कोई नैतिक लेखा नहीं है

कर्म को गलत समझाया गया है।

कर्म:

पाप–पुण्य की फाइल नहीं

किसी ईश्वर का न्यायालय नहीं

सज़ा–इनाम की व्यवस्था नहीं


कर्म = ऊर्जा की दिशा।

जहाँ ऊर्जा बहती है — वही कर्म है।


---

2. कर्ता का भ्रम कैसे पैदा होता है?

मन कहता है —

> “मैं कर रहा हूँ।”



पर ध्यान से देखो:

श्वास तुम नहीं लेते — श्वास होती है

हृदय तुम नहीं चलाते — वह चलता है

विचार तुम नहीं बनाते — वे उठते हैं


फिर यह “मैं करता हूँ” कहाँ से आया?

यह अहंकार का हस्तक्षेप है।


---

3. कर्म बंधन कब बनता है?

कर्म तब बंधन बनता है जब:

फल की अपेक्षा जुड़ जाए

पहचान जुड़ जाए

भविष्य जुड़ जाए


ऊर्जा बह रही थी — मन ने कहा: “यह मेरा है।”

बस यहीं से:

कर्म → बोझ

बोझ → स्मृति

स्मृति → भाग्य



---

4. भाग्य क्या है?

भाग्य कोई बाहर से लिखा लेख नहीं।

भाग्य = रुकी हुई ऊर्जा का पैटर्न।

जो ऊर्जा:

बार-बार उसी ढंग से बही

और कभी मुक्त न हुई


वही आदत बन गई,
और आदत को तुमने भाग्य कह दिया।


---

5. स्वतंत्रता कहाँ है?

स्वतंत्रता कर्म छोड़ने में नहीं है।
स्वतंत्रता फल छोड़ने में है।

कर्म होता रहेगा —

शरीर से

संसार में

समय में


लेकिन:

अपेक्षा गिरी

कर्ता ढीला पड़ा


तो कर्म बहाव बन जाता है।


---

6. अकर्म का रहस्य

गीता का सबसे गलत समझा गया शब्द — अकर्म।

अकर्म का अर्थ है:

कुछ न करना नहीं

जंगल भाग जाना नहीं


अकर्म = बिना कर्ता के कर्म।

जहाँ:

कर्म होता है

पर “मैं” नहीं होता


वही मुक्ति है।


---

7. कर्म और डिप्रेशन का संबंध

जहाँ:

कर्म फल से बंधा

अपेक्षा भारी

भविष्य डरावना


वहाँ:

ऊर्जा रुकी

मन थका

डिप्रेशन आया


कर्म नहीं मारता, फल की भूख मारती है।


---

8. मुक्त कर्म कैसे जीया जाए?

सीधा नियम:

करो — पूरे होश से

छोड़ो — पूरे होश से

याद मत रखो

दावा मत करो


ऊर्जा बहेगी — और लौटेगी भी।


---

✦ अध्याय का सार ✦

कर्म समस्या नहीं

संसार समस्या नहीं


समस्या है — “मैं करता हूँ” का आग्रह।

जहाँ कर्ता गिरा — वहीं कर्म मुक्त हुआ।

यही है — ✦ ऊर्जा का वेदांत 2.0 ✦


✦ अध्याय 7 : अहंकार — ऊर्जा का सबसे बड़ा जाम ✦

(जहाँ बहाव “मैं” बनकर अटक जाता है)


---

1. अहंकार कोई दोष नहीं, एक भूल है

अहंकार कोई नैतिक बुराई नहीं।
यह बस एक गलत पहचान है।

ऊर्जा बह रही थी —
मन ने कहा:

> “यह मैं हूँ।”



यहीं से:

बहाव → जाम

जीवन → बोझ

सरलता → संघर्ष



---

2. अहंकार कैसे बनता है?

अहंकार पैदा नहीं होता,
संग्रह से बनता है।

यादें इकट्ठी हुईं

उपलब्धियाँ जमा हुईं

छवियाँ बनीं


ऊर्जा चलती थी, अब इतिहास ढोने लगी।


---

3. “मैं” का बोझ

“मैं” कहने का मतलब है:

मुझे बचाना है

मुझे साबित करना है

मुझे अलग रखना है


यह लगातार तनाव पैदा करता है।

इसीलिए:

अहंकारी व्यक्ति थका हुआ होता है

भीतर हल्कापन नहीं होता



---

4. आध्यात्मिक अहंकार सबसे खतरनाक

धन का अहंकार दिखता है।
ज्ञान का अहंकार छुपा रहता है।

जब कहा जाता है:

> “मैं जानता हूँ”
“मैं साधक हूँ”
“मैं जाग चुका हूँ”



तो समझो — ऊर्जा फिर रुक गई।


---

5. अहंकार क्यों डरता है?

क्योंकि अहंकार:

भविष्य से जीता है

मृत्यु से काँपता है


अहंकार जानता है — अगर बहाव पूरा हुआ, तो “मैं” नहीं बचेगा।

इसलिए:

भय

नियंत्रण

सुरक्षा


सब पैदा करता है।


---

6. अहंकार कैसे गिरता है?

अहंकार से लड़कर नहीं।
अहंकार देखे जाने से गिरता है।

जैसे ही देखा:

“यह प्रतिक्रिया क्यों?”

“यह डर किसका?”


ऊर्जा स्वतः ढीली पड़ती है।


---

7. अहंकार गिरने पर क्या बचता है?

कुछ खास नहीं — और यही चमत्कार है।

कर्म चलता रहता है

प्रेम बहता रहता है

जीवन सरल हो जाता है


पर कोई केंद्र नहीं बचता जो सबको पकड़ कर रखे।


---

8. यह मुक्ति नहीं, स्वाभाविकता है

अहंकार गिरना कोई महान उपलब्धि नहीं।

यह सिर्फ़ ऊर्जा का अपने स्वभाव में लौटना है।


---

✦ अध्याय का सार ✦

अहंकार दुश्मन नहीं

अहंकार रोग नहीं


अहंकार है — ऊर्जा का अपने आप को पकड़ लेना।

जहाँ पकड़ छूटी — वहीं बहाव लौटा।

यही है — ✦ ऊर्जा का वेदांत 2.0 ✦

✦ अध्याय 8 : मृत्यु का भय — ऊर्जा का अंतिम जाम ✦

(जहाँ “मैं” सबसे ज़्यादा पकड़ता है)


---

1. मृत्यु से नहीं, मिटने से डर लगता है

मन कहता है —

> “मुझे मृत्यु से डर लगता है।”



यह सच नहीं है।

डर मृत्यु से नहीं,
“मैं” के समाप्त होने से है।

ऊर्जा जानती है — वह मिटती नहीं।

अहंकार जानता है — वह नहीं बचेगा।


---

2. मृत्यु भय क्यों सार्वभौमिक है?

क्योंकि हर सभ्यता ने:

पहचान को पवित्र बनाया

संग्रह को सुरक्षा कहा

भविष्य को महत्वपूर्ण बनाया


जिसने जितना संग्रह किया, वह उतना डरा।


---

3. ऊर्जा के लिए मृत्यु क्या है?

ऊर्जा के लिए:

कोई शुरुआत नहीं

कोई अंत नहीं


मृत्यु:

रूप का परिवर्तन है

बहाव का मोड़ है


जैसे:

नदी समुद्र में गिरती है

लहर टूटती है, जल नहीं मरता



---

4. धर्म ने मृत्यु को डर क्यों बनाया?

क्योंकि डर से:

नियंत्रण होता है

आज्ञाकारिता आती है


स्वर्ग–नर्क का व्यापार यहीं से शुरू हुआ।

जहाँ भय — वहाँ शक्ति।


---

5. मृत्यु-भय और डिप्रेशन

जो भीतर से मरा हुआ है, वही मृत्यु से डरता है।

जो जी रहा है — वह बहाव में है।

डिप्रेशन दरअसल:

धीमी मृत्यु है

रुकी हुई ऊर्जा है



---

6. मृत्यु-भय कैसे गिरता है?

मृत्यु को समझने से नहीं।
मृत्यु-भय गिरता है — जीवन पूरा जीने से।

जहाँ:

प्रेम अधूरा न रहे

शब्द दबे न रहें

ऊर्जा रुकी न हो


वहाँ मृत्यु डर नहीं बनती।


---

7. साक्षी और मृत्यु

जब साक्षी जागता है:

मृत्यु देखी जाती है

पर पकड़ी नहीं जाती


“मैं मरूँगा” — यह विचार देखा जाता है, सत्य नहीं बनता।


---

8. मृत्यु के पार क्या है?

कुछ नहीं — और यही मुक्ति है।

जहाँ कुछ नहीं बचा, वहीं सब कुछ है।


---

✦ अध्याय का सार ✦

मृत्यु समस्या नहीं

डर समस्या नहीं


समस्या है — ऊर्जा का अधूरा बहाव।

जहाँ बहाव पूरा — वहाँ मृत्यु भी उत्सव।

यही है — ✦ ऊर्जा का वेदांत 2.0 ✦


✦ अध्याय 9 : प्रेम और काम — ऊर्जा की दो दिशाएँ ✦

(गिरावट और उन्नयन का एक ही स्रोत)


---

1. काम और प्रेम दो ऊर्जा नहीं हैं

काम और प्रेम अलग नहीं हैं।
ऊर्जा एक ही है।

अंतर केवल दिशा का है।

बाहर की ओर बहे → काम

भीतर की ओर गहरे उतरे → प्रेम


धर्म ने काम को पाप कहा,
समाज ने उसे दबाया,
और वहीं से विकृति शुरू हुई।


---

2. काम पतन नहीं है

काम जीवन का मूल द्वार है।
बिना काम:

शरीर नहीं

सृष्टि नहीं

गति नहीं


काम को गलत कहना जीवन को गलत कहना है।

गलत काम नहीं है —
गलत है अचेतन काम।


---

3. अचेतन काम क्या करता है?

जब काम:

कल्पना में फँस जाए

जल्दबाज़ी में हो

फल (राहत, सुख) माँगे


तो ऊर्जा:

तुरंत गिर जाती है

थकान छोड़ जाती है

खालीपन बढ़ाती है


इसीलिए:

अधिक भोग → अधिक ऊब

अधिक उत्तेजना → अधिक शून्यता



---

4. वही ऊर्जा प्रेम कैसे बनती है?

जब वही काम-ऊर्जा:

होश में उतरे

धैर्य पाए

साक्षी से जुड़ जाए


तो वह:

कोमल हो जाती है

गहरी हो जाती है

केंद्र की ओर लौटती है


यहीं से प्रेम शुरू होता है।

प्रेम का अर्थ है —

> ऊर्जा का लौटना।




---

5. प्रेम क्यों भरता है?

क्योंकि प्रेम में:

जल्दबाज़ी नहीं

माँग नहीं

जीत-हार नहीं


ऊर्जा बहती है — और लौटती है।

इसीलिए प्रेम:

थकाता नहीं

खाली नहीं करता

भय नहीं बढ़ाता



---

6. ब्रह्मचर्य का वास्तविक अर्थ

ब्रह्मचर्य का अर्थ काम से भागना नहीं।

ब्रह्मचर्य = ऊर्जा का केंद्र में ठहरना।

जब ऊर्जा:

बाहर गिरे बिना

भीतर टिकने लगे


तो वही:

संतुलन

स्थिरता

स्पष्टता


बन जाती है।


---

7. काम से समाधि तक

यदि:

काम को दबाया → विकृति

काम को बहने दिया → भोग

काम को होश में जिया → प्रेम

प्रेम को पूर्ण होने दिया → समाधि


समाधि कोई अलग चीज़ नहीं, ऊर्जा की पूर्ण परिपक्वता है।


---

8. स्त्री–पुरुष केवल माध्यम हैं

स्त्री और पुरुष:

लक्ष्य नहीं

साधन नहीं


वे सिर्फ़ दर्पण हैं।

ऊर्जा यदि अचेतन है — तो शोषण होगा।

ऊर्जा यदि जागरूक है — तो प्रार्थना घटेगी।


---

✦ अध्याय का सार ✦

काम गिरावट नहीं

प्रेम उपलब्धि नहीं


दोनों: ऊर्जा की दिशाएँ हैं।

जहाँ होश — वहाँ उन्नयन।

जहाँ बेहोशी — वहाँ पतन।

यही है — ✦ ऊर्जा का वेदांत 2.0 ✦

✦ अध्याय 10 : मौन — ऊर्जा की पूर्णता ✦

(जहाँ बहाव भी विलीन हो जाता है)


---

1. मौन शब्दों की अनुपस्थिति नहीं है

मौन का अर्थ:

बोलना बंद करना नहीं

विचार रोकना नहीं

दुनिया से भागना नहीं


मौन = ऊर्जा का अपने स्रोत में विश्राम।

जहाँ:

कुछ पाने की इच्छा नहीं

कुछ छोड़ने का प्रयास नहीं


वहाँ मौन घटता है।


---

2. मौन कोई अभ्यास नहीं है

जिस मौन को अभ्यास से लाया जाए, वह कृत्रिम होता है।

मौन:

किया नहीं जाता

पैदा नहीं किया जाता


मौन तब आता है जब रुकावटें गिर जाती हैं।

जैसे:

पानी साफ़ तब होता है
जब उसे छेड़ा नहीं जाता



---

3. मौन और शांति में अंतर

शांति अस्थायी हो सकती है।
मौन स्थायी नहीं — मूल है।

शांति:

परिस्थिति से आती है

परिस्थिति से जाती है


मौन:

परिस्थिति से परे है


मौन में:

सुख–दुःख दोनों शांत होते हैं

जीत–हार दोनों गिरते हैं



---

4. मौन में “मैं” कहाँ जाता है?

मौन में “मैं” मरता नहीं, घुल जाता है।

कोई केंद्र नहीं बचता जो कहे —

> “मैं शांत हूँ”
“मैं मौन में हूँ”



यदि कोई कह रहा है — वह मौन नहीं, अनुभव की स्मृति है।


---

5. मौन और समाधि

समाधि बहाव की परिपक्वता थी।
मौन बहाव के पार का बिंदु है।

यहाँ:

ऊर्जा भी लक्ष्य नहीं रहती

आनंद भी अनुभव नहीं रहता


बस होना रह जाता है।


---

6. मौन में जीवन कैसा होता है?

मौन में:

कर्म चलता है

शब्द आते हैं

संबंध रहते हैं


लेकिन:

भीतर क
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© सर्वाधिकार सुरक्षित —
वेदान्त 2.0
✍🏻 — अज्ञानी अज्ञानी

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19/12/2025 வெள்ளிக்கிழமை (மார்கழி 4)
*இன்றைய தலைப்புச் செய்திகள்!*

🗞️ தமிழகத்தில் வரைவு வாக்காளர் பட்டியல் இன்று வெளியாகிறது-தேர்தல் ஆணையம்

🗞️ திருப்பரங்குன்றம் தீப விவகாரம் தொடர்பான மேல்முறையீட்டு வழக்கு தீர்ப்புக்காக ஒத்திவைப்பு

🗞️ தீய சக்திகளிடம் சிறுபான்மை மக்கள் ஏமாந்து விடக்கூடாது-எடப்பாடி பழனிச்சாமி

🗞️ புதிய ஊரக வேலை திட்டத்தால் மாநிலங்களுக்கு கடுமையான நிதி சுமை ஏற்படும்-முதல்வர் மு.க.ஸ்டாலின்

🗞️ கிறிஸ்துவம்,திராவிட கொள்கைகளுக்கு இடையே வித்தியாசம் கிடையாது-துணை முதலமைச்சர் உதயநிதி ஸ்டாலின்

🗞️ சாகித்ய அகாடமி விருது பரிந்துரைகளை ஒன்றிய அரசுக்கு அனுப்பி வைத்தற்கு மார்க்சிஸ்ட் பொதுச்செயலாளர் எம்.ஏ.பேபி கடும் கண்டனம்

🗞️ விஜய்க்கு அடுக்குமொழியில் பேச யாரோ கற்று தந்துள்ளனர்-தொல்.திருமாவளவன்

🗞️ டெல்லி உள்ளிட்ட வட மாநிலங்களில் அதிக பனிமூட்டம் காரணமாக சென்னையில் 7 விமானங்கள் ரத்து

🗞️ ரஷ்யா- உக்ரைன் இடையான போரை நிறுத்துவதற்கான பேச்சுவார்த்தை முக்கிய கட்டத்தை எட்டியுள்ளது-ட்ரம்ப்

🗞️ இந்தியா-தென்னாப்பிரிக்கா இடையான டி20 கிரிக்கெட் தொடரின் ஐந்தாவது மற்றும் கடைசி போட்டி இன்று நடைபெற உள்ளது

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फर्रुखाबाद।
ब्रह्म दत्त स्टेडियम, फतेहगढ़ में आयोजित सांसद खेल महोत्सव में सीपी इंटरनेशनल स्कूल, फर्रुखाबाद के विद्यार्थियों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए बॉलीबॉल प्रतियोगिता में द्वितीय स्थान प्राप्त कर विद्यालय का नाम रोशन किया। प्रतियोगिता में जनपद के कई विद्यालयों एवं विभिन्न खेल क्लबों की टीमों ने सहभागिता की।

कड़े और रोमांचक मुकाबलों के बीच सीपी इंटरनेशनल स्कूल की टीम ने उत्कृष्ट खेल कौशल, अनुशासन, समर्पण एवं बेहतरीन टीम भावना का परिचय देते हुए उपविजेता का खिताब अपने नाम किया।

विद्यालय के प्रबंधक श्री सत्य प्रकाश अग्रवाल ने खिलाड़ियों एवं खेल प्रशिक्षकों को इस सफलता पर बधाई दी। निदेशक डॉ. (श्रीमती) मिथलेश अग्रवाल ने इसे विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास का परिणाम बताया। उपनिदेशक श्रीमती अंजू राजे एवं मैनेजिंग डायरेक्टर श्रीमती ज्योत्सना अग्रवाल ने खिलाड़ियों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की।

प्रधानाचार्य श्री संजय बिष्ट ने कहा कि खेल गतिविधियाँ विद्यार्थियों में आत्मविश्वास, अनुशासन और नेतृत्व क्षमता का विकास करती हैं। इस उपलब्धि में खेल प्रशिक्षक श्री संजीव कुमार द्विवेदी एवं श्री के. के. बाजपेई का विशेष योगदान रहा।

विद्यालय परिवार ने भविष्य में भी विद्यार्थियों से इसी प्रकार उत्कृष्ट प्रदर्शन की अपेक्षा व्यक्त की है।

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జర్నలిస్టు:మాకోటి మహేష్

కళాశాలలోనే దాడి చేసిన బంధువులు.. ఫర్నిచర్ ధ్వంసం

రంగప్రవేశం చేసిన పోలీసులు..
రాజీతో ముగిసిన వైనం?

దిశ,గద్వాల క్రైం : గద్వాల పట్టణంలోని ఓ ప్రైవేటు డిగ్రీ కళాశాలలో పనిచేస్తున్న మహిళా లెక్చరర్‌ను వేధిస్తున్న ఓ ఆకతాయికి ఆమె బంధువులు దేహశుద్ధి చేసిన ఘటన స్థానికంగా కలకలం రేపింది.
ఘటన వివరాల్లోకి వెళ్తే మల్దకల్ మండలం పెద్దొడ్డి గ్రామానికి చెందిన ఓ యువకుడు గత మూడు రోజులుగా సదరు లెక్చరర్‌ను వేధిస్తున్నట్లు సమాచారం. ఆమె కళాశాలకు వెళ్తున్న సమయంలో వెంటపడటం, ఫోన్ నంబర్ ఇవ్వాలని వేధించడం, బైక్‌పై డ్రాప్ చేస్తానంటూ అసభ్యంగా ప్రవర్తించడం వంటి చేష్టలకు పాల్పడ్డాడు. సదరు యువకుడి వేధింపులు భరించలేక బాధితురాలు ఈ విషయాన్ని తన సన్నిహితులకు, బంధువులకు వివరించింది.

కళాశాలలో ఘర్షణ

యువకుడి తీరును ప్రశ్నించేందుకు విద్యాసంస్థల చైర్మన్ సమక్షంలో అతడిని కళాశాలకు పిలిపించారు. ఈ క్రమంలో ఆగ్రహానికి గురైన మహిళా లెక్చరర్ బంధువులు సదరు యువకుడిపై మూకుమ్మడిగా దాడి చేశారు. ఈ తోపులాటలో కళాశాలలోని ఫర్నిచర్ పాక్షికంగా ధ్వంసమైంది. గొడవ పెద్దది కావడంతో విద్యాసంస్థల చైర్మన్ వెంటనే పోలీసులకు సమాచారం అందించారు.

పోలీసుల ఎంట్రీ - రాజీ ప్రయత్నాలు

ఘటనా స్థలానికి చేరుకున్న పోలీసులు పరిస్థితిని అదుపులోకి తెచ్చి, సదరు ఆకతాయిని అదుపులోకి తీసుకున్నారు. అయితే, ఈ వ్యవహారం పోలీస్ స్టేషన్ వరకు వెళ్తే మహిళా లెక్చరర్ భవిష్యత్తుకు ఇబ్బంది కలుగుతుందన్న ఉద్దేశంతో కొందరు పెద్దమనుషులు మధ్యవర్తిత్వం వహించినట్లు తెలుస్తోంది. 'కడుపు చించుకుంటే కాళ్ల మీద పడుతుంది' అన్న చందంగా, విషయం బయటకు పొక్కకుండా ఉండేందుకు ఇరువర్గాల మధ్య రాజీ కుదిర్చి, కేసు నమోదు కాకుండా జాగ్రత్త పడినట్లు సమాచారం. ఆకతాయికి గట్టిగా హెచ్చరికలు జారీ చేసి, రాజీపత్రం రాయించుకుని వదిలేసినట్లు సమాచారం.

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କିଡ଼ସ ପବ୍ଲିକ ସ୍କୁଲରେ ବିଜ୍ଞାନ ପଦର୍ଶନୀ ମେଳା।

କେନ୍ଦୁଝର, ତା୧୮/୧୨- କେନ୍ଦୁଝର ଷ୍ଟେସନ ରୋଡ ସ୍ଥିତ କିଡ଼ସ ପବ୍ଲିକ ସ୍କୁଲରେ ବିଜ୍ଞାନ ମେଳା ପଦର୍ଶନୀ ପ୍ରତିଯୋଗିତା ଅନୁଷ୍ଠିତ ହୋଇଯାଇଛି। ଏଥିରେ ବ୍ଲକ ଉନ୍ନୟନ ଅତିରିକ୍ତ ଶିକ୍ଷା ଅଧିକାରୀ ଶ୍ରୀଯୁକ୍ତ କପିଳ ଚନ୍ଦ୍ର ମିଶ୍ର ମୁଖ୍ୟ ଅତିଥି ରୂପେ ଯୋଗ ଦେଇଥିଲେ।ବିଦ୍ୟାଳୟର ପ୍ରତିଷ୍ଠାତା ଶ୍ରୀମତୀ ବିଜୟଲକ୍ଷ୍ମୀ ପଟ୍ଟନାୟକ ଓ ଶ୍ରୀଯୁକ୍ତ କପିଳ ଚନ୍ଦ୍ର ମିଶ୍ର ଦୀପ ପ୍ରଜ୍ବଳନ କରିଥିଲେ । ବିଦ୍ୟାଳୟର ଅଧ୍ୟକ୍ଷ ଶ୍ରୀଯୁକ୍ତ ସୁରେନ୍ଦ୍ର କୁମାର ଆଚାର୍ଯ୍ୟ ବିଜ୍ଞାନ ମେଳା ପ୍ରଦର୍ଶନୀର ସ୍ୱାଗତ ଭାଷଣ ଦେଇ ପିଲାମାନଙ୍କୁ ପ୍ରତିଯୋଗିତାରେ ଅଂଶଗ୍ରହଣ କରିଥିବାରୁ ଧନ୍ୟବାଦ ଅର୍ପଣ କରିଥିଲେ। ପରବର୍ତ୍ତୀ ସମୟରେ ମୁଖ୍ୟ ଅତିଥି ଶ୍ରୀଯୁକ୍ତ କପିଳ ଚନ୍ଦ୍ର ମିଶ୍ର ବିଜ୍ଞାନ ପ୍ରଦର୍ଶନୀର ଉପାଦେୟତା ସମ୍ପର୍କରେ ପିଲାମାନଙ୍କୁ ଉଦବୋଧନ ଦେଇଥିଲେ । ବିଜ୍ଞାନ ମେଳାର ମୁଖ୍ୟ ବିଚାରକ ଭାବେ ଡିଗ୍ରୀ କଲେଜର ବିଜ୍ଞାନ ଅଧ୍ଯକ୍ଷ ଡ. ମାନସ ରଞ୍ଜନ ମହାନ୍ତ,ବୈଜ୍ଞାନିକ ଡ଼. ମୋନିକା ରାୟ ଯୋଗ ଦେଇଥିଲେ । ଜିଲ୍ଲାର ବିଭିନ୍ନ ପ୍ରତିଷ୍ଠିତ ଶିକ୍ଷାନୁଷ୍ଠାନରୁ ପିଲାମାନେ ବିଜ୍ଞାନ ମେଳା ଦେଖିବାପାଇଁ ଆସିଥିଲେ । ବିଦ୍ୟାଳୟର ବିଜ୍ଞାନ ଶିକ୍ଷକ ଗଣେଶ୍ୱର ବାରିକ , ଅଭିପ୍ସା ପଣ୍ଡା , ସୁନୀଲ ରାଜ , ଭରତ ଭୂଷଣ ଗିରି ବିଶାଳ ଚୌଡା ଓ ଅନ୍ୟ ଶିକ୍ଷକମାନେ ମୁଖ୍ୟ ବିଚାରକଙ୍କୁ ସାହାଯ୍ୟ କରିଥିଲେ । ଶେଷରେ ପିଲାମାନଙ୍କୁ ଉଦଯାପନୀ ଅଭିଭାଷଣ ଦେଇ କିଡ଼ସ ପବ୍ଲିକ ସ୍କୁଲର ଉପଦେଷ୍ଠା ଶ୍ରୀଯୁକ୍ତ ହିମାଂଶୁ ଶେଖର ଘଡେଇ ବିଜ୍ଞାନମେଳାକୁ ଉଦଯାପନ କରିଥିଲେ।

ବରିଷ୍ଠ ସାମ୍ବାଦିକ ଦିଲ୍ଲିପ କୁମାର ସାହୁଙ୍କ ରିପୋର୍ଟ।

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👇*=============================**1* ये 21वीं सदी का भारत है, ओमान में प्रवासी भारतीयों को पीएम मोदी का संदेश; मिला सर्वोच्च सम्मान*2* पीएम मोदी को ऑर्डर ऑफ ओमान सम्मान मिला, सुल्तान हैथम ने सम्मानित किया; भारत-ओमान ने ट्रेड एग्रीमेंट पर साइन किए*3* संसद में हंगामे-कागज उछाले जाने पर छलका केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान का दर्द, कहा- विपक्ष का हंगामा निंदनीय*4* लोकसभा के बाद राज्यसभा से भी पारित हुआ G RAM G बिल, विपक्ष के वॉकआउट के बीच ध्वनि मत से पास*5* राजनाथ सिंह बोले-सुदर्शन चक्र से मजूबत होगी देश की सुरक्षा, ऑपरेशन सिंदूर को ध्यान में रखकर आगे की चुनौतियों के लिए तैयर रहे सेना*6* दिल्ली में वायुसेना कमांडरों के सम्मेलन को संबोधित करते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भारतीय वायुसेना को तकनीकी रूप से उन्नत, संचालन में फुर्तीली, रणनीतिक रूप से आत्मविश्वासी और भविष्य के लिए तैयार शक्ति बताया, जो लगातार बदलते भू-राजनीतिक हालात में देश के राष्ट्रीय हितों की रक्षा कर रही*7* गडकरी ने प्रियंका को स्पेशल डिश खिलाई, कहा- भाई का काम किया तो बहन का भी करना होगा; कांग्रेस सांसद बोली थीं- अपॉइंटमेंट नहीं मिल रहा*8* 3 साल में बस में आग लगने की 45 घटनाएं, इनमें 64 लोगों की मौत; सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री ने राज्यसभा में जानकारी दी*9* संसदीय पैनल बोला-1971 के बाद बांग्लादेश से सबसे बड़ी चुनौती, वहां इस्लामी कट्टरपंथी बढ़े, पाकिस्तान-चीन का दखल; बांग्लादेश के विकास में सहयोग ही रणनीतिक हल*10* तमिलनाडु-गुजरात में SIR की ड्राफ्ट वोटर लिस्ट जारी होगी, 2 दिन पहले 5 राज्यों-UT की लिस्ट आई, बंगाल में सबसे ज्यादा 58 लाख नाम कटे*11* बंगाल की जॉब-गारंटी योजना महात्मा गांधी के नाम पर होगी, ममता बोलीं- मनरेगा से बापू का नाम हटाना शर्मनाक; केंद्र ने नाम 'VB–जी राम जी' किया*12* मनरेगा योजना के नाम से महात्मा गांधी का नाम हटाने के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने केंद्र सरकार को चैलेंज किया है, कर्नाटक डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार ने कहा कि अगर केंद्र सरकार में हिम्मत है तो महात्मा गांधी की फोटो करेंसी नोट से हटाकर दिखाएं*13* दिल्ली में सख्ती, जगह-जगह गाड़ियों की चेकिंग, सिर्फ BS-6 इंजन गाड़ियों को एंट्री, पॉल्यूशन सर्टिफिकेट के बिना पेट्रोल-डीजल नहीं दिया जा रहा*14* महाराष्ट्र - माणिकराव कोकाटे का मंत्री पद से इस्तीफा, 1995 के धोखाधड़ी एवं जालसाजी मामले में ठहराए गए हैं दोषी*15* महाराष्ट्र में कांग्रेस को गुरुवार को उस समय बड़ा झटका लगा, जब विधान परिषद सदस्य (एमएलसी) प्रज्ञा सातव भाजपा में शामिल हो गई। एमएलसी प्रज्ञा सातव ने गुरुवार को महाराष्ट्र विधानमंडल के उच्च सदन से इस्तीफा दिया और भाजपा में शामिल हो गईं। सातव ने प्रदेश भाजपा अध्यक्ष रवींद्र चव्हाण और राजस्व मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले की मौजूदगी में पार्टी की सदस्यता ग्रहण की*16* महाराष्ट्र के मराठवाड़ा क्षेत्र के हिंगोली जिले की निवासी प्रज्ञा सातव दिवंगत कांग्रेस नेता राजीव सातव की पत्नी हैं, जिन्हें लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी का बेहद करीबी और भरोसेमंद माना जाता था। वह पहली बार 2021 में महाराष्ट्र विधान परिषद की सदस्य चुनी गई थीं। सातव के अलावा, सोलापुर के पूर्व एमएलए दिलीप माने ने भी भाजपा का दामन दामा।*17* ढाका में बवाल, बांग्लादेशी विद्रोह के नेता हादी की मौत; लोगों ने की तोड़फोड़ और आगजनी*============================*

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జర్నలిస్టు : మాకోటి మహేష్

ఖమ్మం జిల్లా కారేపల్లిలో అవినీతి ఘటన వెలుగుచూసింది. కుటుంబసభ్యుల సర్టిఫికేట్ జారీకి రూ.10,000 లంచం డిమాండ్ చేసినట్లు ఆరోపణలు ఎదుర్కొంటున్న రెవెన్యూ ఇన్స్పెక్టర్ దౌలూరి శుభకామేశ్వరి దేవి ఏసీబీ బృందానికి చిక్కారు.

ఫిర్యాదుదారుడి సమాచారంతో ఏసీబీ డీఎస్పీ వై. రమేశ్ ఆధ్వర్యంలో ప్రత్యేక బృందం ఆపరేషన్ నిర్వహించింది. ఒప్పుకున్న మొత్తాన్ని స్వీకరించే సమయంలోనే ఇన్స్పెక్టర్‌ను రంగెహస్తంగా పట్టుకొని అరెస్ట్ చేసినట్లు అధికార వర్గాలు తెలిపారు.

సర్టిఫికేట్ ప్రాసెస్‌ను వేగవంతం చేయాలని కోరగా, దానికి బదులు లంచం డిమాండ్ చేసినట్లు ఆరోపణలు ఉండటంతో ఏసీబీ ఘటనా స్థలంలోనే సాక్ష్యాలను సేకరించింది. ప్రస్తుతం అధికారులు ఇంకా విచారణ కొనసాగిస్తున్నారు.

ప్రజల పనులు చేయాల్సిన అధికారులే అక్రమంగా డబ్బులు వసూలు చేయడం పట్ల స్థానికుల్లో తీవ్ర ఆగ్రహం వ్యక్తమవుతోంది. ఈ ఘటనపై రెవెన్యూ శాఖలో అవినీతిని అదుపు చేసేందుకు చర్యలు తీసుకోవాలని ప్రజలు కోరుతున్నారు..!!

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జర్నలిస్టు : మాకోటి మహేష్

ఆంధ్ర ప్రదేశ్ :ఏం చిట్టి తల్లీపాప.. ఏం కావాలి,నేమ్ ప్లేట్ కావాలా,నా పేరు dcp సరిత.పెద్దయిన తర్వాత నువ్వూ ఐపీఎస్ అవుతావా,ఖాకీ డ్రెస్ వేసుకుంటావా, చెప్పు నాన్నా.అంటూ విజయవాడ కమిషనరేట్ అడ్మిన్ డీసీపీ సరిత ఏడుస్తున్న పాప ని చేతుల్లోకి తీసుకుని జోకొట్టారు. ఉత్తరాది రాష్ట్రాల నుంచి శిశువులను తీసుకొచ్చి విజయవాడలో విక్రయిస్తున్న ముఠా పోలీసులు అరెస్టు చేశారు. ఆ వివరాలను వెల్లడించేందుకు మీడియా సమావేశం ఏర్పాటుచేశారు. అక్కడే ఉన్న ఊయలలో ఏడుస్తున్న ఓ పాప ని చేతుల్లోకి తీసుకున్న సరిత అమ్మలా లాలించారు. ఏడుపు మానిపించేందుకు కొద్దిసేపు ఎత్తుకుని ముద్దుచేశారు. ఈ ఆ పాప ను డీసీపీ సరిత నేమ్ ప్లేట్ను వదలకుండా ఇలా పట్టుకుంది.

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ବନବିଭାଗ ପକ୍ଷରୁ କାଠ ବୋଝେଇ ଟ୍ରକ ଜବତ।

କେନ୍ଦୁଝର, ତା୧୮/୧୨- ଘଟଗାଁ ରେଞ୍ଜ୍ ଢେଙ୍କିକୋଟ ଜଙ୍ଗଲ ସେକସନ ଅନ୍ତର୍ଗତ ୨୨୦ ନମ୍ବର ଜାତୀୟ ରାଜପଥ ବିଜାନାଳୀ ଛକ ନିକଟରେ ବନ ବିଭାଗ ଏକ କାଠ ବୋଝେଇ ଟ୍ରକକୁ ଜବତ କରିଛି l କେନ୍ଦୁଝର ବନଖଣ୍ଡ ଅଧିକାରୀ ଏଚଡି ଧନରାଜ ନିର୍ଦ୍ଦେଶରେ ଘଟଗାଁ ରେଞ୍ଜର ସରୋଜ କୁମାର ମିଶ୍ର, ବନପାଳ ବିଶ୍ୱ ମୋହନ ମିଶ୍ର, ଢେଙ୍କିକୋଟ ବନପାଳ ଅକ୍ଷୟ ମହାନ୍ତି, ପିପିଳିଆ ବନରଖି ଶିବ ହାଁସଦା, ଓ ପାରା କର୍ମଚାରୀ ଉକ୍ତ ଟ୍ରକ୍ କୁ ଜବତ୍ କରିଛନ୍ତି l ଟ୍ରକରେ ୩୩ ଟନ ୟୁକାଲିସ ପଟାସ କାଠ ଭର୍ତ୍ତି ହୋଇଥିଲା l ତେବେ ଚାଲାଣ କାଠର କାଗଜପତ୍ର ଅଛିକି ନାହିଁ ତାହା ତଦନ୍ତପରେ ଜଣାପଡିବ ବୋଲି ବନବିଭାଗ ପକ୍ଷରୁ ସୂଚନା ମିଳିଛି l

ବରିଷ୍ଠ ସାମ୍ବାଦିକ ଦିଲ୍ଲିପ କୁମାର ସାହୁଙ୍କ ରିପୋର୍ଟ।

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🟥NEW SENSE
#Clarification
.....
ఆందోళ‌న వ‌ద్దు!..
గండిపేట ఘ‌ట‌న‌పై జ‌ల‌మండ‌లి వివ‌ర‌ణ‌
ట్యాంకర్‌ డ్రైవర్, ఓనర్ పై క్రిమినల్ కేసులు
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ఉస్మాన్ సాగర్ (గండిపేట) జలాశయంలో అక్రమంగా మురుగునీటిని (Septic Waste) పారబోసినట్టు ఉద‌యం నుంచి సోష‌ల్ మీడియా వేదిక‌గా ప్ర‌చారం జ‌రుగుతోంది. దీనిపై జ‌ల‌మండ‌లి స్పందించింది.

హైదరాబాద్ నగర ప్రజలకు తాగునీటిని అందించే ప్రధాన వనరు అయిన గండిపేట జలాశయంలో అక్రమంగా మురుగునీటిని పారబోయడానికి యత్నించిన ప్రైవేట్ సెప్టిక్ ట్యాంకర్‌ను జలమండలి అధికారులు పట్టుకున్నారు.

ఈ ఘటనకు పాల్పడిన వ్యక్తులపై మొయినాబాద్ పోలీస్ స్టేషన్‌లో క్రిమినల్ కేసు నమోదు చేసారు.
సంఘటన వివరాలు:
డిసెంబర్ 17, 2025 ఉదయం 8:00 గంటల సమయంలో, హిమాయత్ నగర్ గ్రామం వద్ద ఉన్న ఎఫ్.టి.ఎల్ (FTL) పాయింట్ నంబర్ 428 వద్ద TG11 T1833 నంబర్ గల సెప్టిక్ ట్యాంకర్ అక్రమంగా మురుగునీటిని జలాశయంలోకి వదలడానికి యత్నించినట్లు పెట్రోలింగ్ సిబ్బంది గుర్తించారు.

విచారణలో, డ్రైవర్ రామవత్ శివ నాయక్ (33) మరియు హిమాయత్ నగర్ నివాసి నిరంజన్ ఆదేశాల మేరకు ఈ అక్రమ పనికి పాల్పడినట్లు అంగీకరించారు.
తీవ్రమైన ఉల్లంఘనలు: ఈ ఘటనలో జలమండలి అధికారులు ప్రధానంగా మూడు అంశాలను గుర్తించారు:
లోగో దుర్వినియోగం: సదరు ట్యాంకర్‌పై ఎటువంటి అనుమతి లేకుండా HMWSSB లోగోను వినియోగించారు. ప్రజలను మరియు అధికారులను నమ్మించి, తనిఖీల నుంచి తప్పించుకోవడానికి ఈ విధంగా మోసపూరితంగా లోగోను వాడినట్లు తేలింది.
అక్రమ వాహనం: ఈ వాహనం బోర్డులో నమోదు చేయబడలేదు. అలాగే నిందితులపై సంబంధిత సెక్షన్ల కింద కేసు నమోదు చేసి, కఠినంగా శిక్షించాలని బోర్డు కోరింది.
పర్యావరణానికి హాని: రక్షిత జలాశయంలో మురుగునీరు కలపడం వల్ల లక్షలాది మందికి సరఫరా అయ్యే తాగునీరు కలుషితమై ప్రజా ఆరోగ్యం ప్రమాదంలో పడుతుంది.
జలమండలి ప్రజలకు జల మండలి ఎండీ విజ్ఞప్తి:
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ఉస్మాన్ సాగర్ జలాశయంలో మురుగునీటిని పారబోసినట్టు ఉద‌యం నుంచి సోష‌ల్ మీడియా వేదిక‌గా ప్ర‌చారం అవుతోందని మా దృష్టికి వచ్చింది. ఆ నిజానికి ఒక ట్యాంకర్ క్లీనింగ్ చేసి తీసుకెళ్ళిన ట్యాంకర్ ను మా డిజిఎం పట్టుకొని ఆ మొయినాబాద్ పోలీస్ స్టేషన్ లో లారీ డ్రైవర్, ఓవర్ ఇద్దరిపై క్రిమినల్ కేస్ నమోదు చేసామని అన్నారు. అలాగే జంట రిజర్వాయర్లలో చుట్టుపక్కల నుంచి సీవరేజ్ వాటర్ అప్పుడప్పుడు వస్తుందని జలాశయానికి రెండు వైపులా ఎస్టీపీలు నిర్మాణం చేస్తున్నట్లు చెప్పారు. మరో ఆరు నెలల్లో ఆ ఎస్టీపీలు పూర్తయితే ఆ ప్రాంతంలోని నుంచి వచ్చే సీవరేజ్ ని కూడా 100% ట్రీట్మెంట్ చేయడానికి వెసులుబాటు దొరుకుతుందని ఎండీ వివరించారు.

అలాగే ఉస్మాన్ సాగర్ ఎలాంటి వ్యర్థాలు కలవలేదని, ఈ ఘ‌ట‌న‌పై ప్ర‌జ‌లు ఆందోళ‌న చెందాల్సిన అవ‌స‌రం లేద‌ని, ఐఎస్ ప్రమాణాల‌తో మూడంచెల క్లోరిన్ ప్ర‌క్రియ ద్వారా నీటి స‌ర‌ఫ‌రా జ‌రుగుతుంద‌ని, కాబట్టి మనకి నాకు డ్రింకింగ్ వాటర్ కి సంబంధించిన ఎలాంటి ప్రాబ్లం లేదని అన్నారు.
జలమండలి గండిపేట నీటిని ఆసిఫ్ నగర్, మీరాలం వాటర్ ట్రీట్మెంట్ ప్లాంట్ లకు తరలించి ప్ర‌తి గంట‌కూ నీటి ప్ర‌మాణాల‌ను ప‌రీక్షిస్తామ‌ని జ‌ల‌మండ‌లి ఎండీ అశోక్ రెడ్డి వెల్ల‌డించారు. అక్కడ నీటి సరఫరాలో జలమండలి ఇప్పటికే మూడంచెల క్లోరినేషన్ ప్రక్రియ పద్ధ‌తిని అవలంబిస్తుందని ఆయ‌న తెలిపారు. మొదటి దశలో నీటి శుద్ధి కేంద్రాల (డబ్య్లూటీపీ) వద్ద, రెండో దశలో మెయిన్ బ్యాలెన్సింగ్ రిజర్వాయర్ల (ఎంబీఆర్) వద్ద, చివరగా సర్వీస్ రిజర్వాయర్ల వద్ద బూస్టర్ క్లోరినేషన్ ప్రక్రియ జరుగుతుంద‌ని పేర్కొన్నారు.
దీంతో పాటు ప్రజలకు సరఫరా అవుతున్న నీటిలో కచ్చితంగా 0.5 పీపీఎం క్లోరిన్ ఉండేలా జాగ్రత్తలు తీసుకుంటున్న‌ట్లు వివ‌రించారు. నగర ప్రజలకు శుద్ధమైన నీరు అందించేందుకు ఇండియ‌న్ స్టాండ‌ర్డ్ (ఐఎస్ - 10500-2012) ప్ర‌మాణాల్ని పాటిస్తూ.. శాస్త్రీయంగా తీసుకోవాల్సిన అన్ని జాగ్రత్తలనూ తీసుకుంటామ‌ని చెప్పారు. ప్ర‌జ‌లెవ‌రూ ఆందోళ‌న చెందాల్సిన అవ‌స‌రం లేద‌ని విజ్ఞ‌ప్తి చేశారు.
తాగునీటి వనరులను కలుషితం చేసే ఏ చర్యలనైనా బోర్డు సహించబోదని.. అలంటి వారిపై కఠినమైన చట్టపరమైన చర్యలు తీసుకుంటామని, భవిష్యత్తులో ఇలాంటి ఘటనలు పునరావృతం కాకుండా నిఘా పెంచుతుమని ఈ సందర్బంగా అశోక్ రెడ్డి అన్నారు.

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ఫిర్యాదు వచ్చిన వీడియో...

అధికారి వివరణ వీడియో...

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वाराणसी। पतंगबाजी की परंपरागत उमंग और उल्लास के बीच वाराणसी में एक गंभीर और घातक खतरा सिर उठाता नजर आ रहा है। 14 जनवरी 2026 को मकर संक्रांति के पर्व से पहले शहर में पतंग उड़ाने की तैयारियां जोरों पर हैं, लेकिन इसी के साथ प्रतिबंधित और खतरनाक चाइना मांझा का अवैध कारोबार एक बड़ी सामाजिक समस्या बनकर सामने आ रहा है। स्थानीय लोगों और प्रशासनिक सूत्रों का दावा है कि बीते कुछ वर्षों में यह तेज धार वाला धागा सड़क दुर्घटनाओं, गंभीर चोटों और यहां तक कि मौतों का कारण भी बन चुका है।क्या है चाइना मांझा और क्यों है खतरनाक पतंग उड़ाने में इस्तेमाल होने वाला चाइना मांझा सामान्य सूती धागे की तुलना में कहीं अधिक पतला, मजबूत और तेज धार वाला होता है। पतंग काटने में यह अत्यंत प्रभावी माना जाता है, लेकिन यही विशेषता इसे बेहद खतरनाक भी बना देती है। खासकर दोपहिया वाहन चालकों के लिए यह मांझा जानलेवा साबित हो रहा है। सड़क पर चलते समय दृश्यता के अभाव में यह धागा बाइक या स्कूटर सवारों की गर्दन, आंख या चेहरे में उलझकर गंभीर दुर्घटना का कारण बन जाता है।पक्षियों के लिए भी बना मौत का फंदा चाइना मांझा सिर्फ इंसानों के लिए ही नहीं, बल्कि पक्षियों के लिए भी घातक है। उड़ान भरते समय पक्षी अक्सर इस धागे की चपेट में आ जाते हैं, जिससे उनके पंख कट जाते हैं या वे गंभीर रूप से घायल हो जाते हैं। कई मामलों में पक्षियों की मौत तक हो चुकी है, जिससे पर्यावरण प्रेमियों और समाजसेवियों में भी गहरी चिंता है।इन इलाकों में फल-फूल रहा अवैध कारोबार स्थानीय सूत्रों के अनुसार वाराणसी के कई इलाकों में पतंग की आड़ में चाइना मांझा का अवैध कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है। दालमंडी, औरंगाबाद और जमुना टॉकीज के आसपास के क्षेत्रों में दुकानदार पतंग, डोर और अन्य सामान के साथ छुपकर इस खतरनाक मांझे की बिक्री कर रहे हैं। लोगों का आरोप है कि प्रतिबंध के बावजूद कई व्यापारी इसे खुलेआम बेचने से नहीं हिचकते।प्रशासन के दावे और जमीनी हकीकत वाराणसी प्रशासन और पुलिस का कहना है कि चाइना मांझा बेचने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है। पुलिस के अनुसार समय-समय पर छापेमारी और जब्ती की कार्रवाई होती है। हालांकि, स्थानीय नागरिकों का मानना है कि ये कदम नाकाफी हैं और अधिकतर कार्रवाई सिर्फ औपचारिकता बनकर रह जाती है। लोगों का आरोप है कि बिक्री रोकने के लिए ठोस और लगातार प्रयास नहीं किए जा रहे।नागरिकों की चिंता और नाराज़गी स्थानीय निवासियों का कहना है कि प्रशासन की ओर से बार-बार अभियान चलाने के दावे किए जाते हैं, लेकिन जमीन पर उसके ठोस नतीजे नजर नहीं आते। उनका आरोप है कि अगर समय रहते सख्ती बरती जाती, तो कई हादसों को रोका जा सकता था। नागरिकों का यह भी कहना है कि प्रभावी पाबंदी और सख्त निगरानी के अभाव में यह अवैध कारोबार हर साल फिर से सिर उठा लेता है।मकर संक्रांति से पहले सख्ती की मांग समाजसेवियों और चिंतित नागरिकों का मानना है कि मकर संक्रांति से लगभग दस दिन पहले ही अगर प्रशासन कड़ी निगरानी और सख्त कार्रवाई शुरू कर दे, तो बड़े हादसों को रोका जा सकता है। लोगों का कहना है कि यह समय बेहद अहम है और अभी की गई सख्ती कई जिंदगियां बचा सकती है।प्रशासन, पुलिस और समाज को मिलकर करना होगा प्रयास पतंगबाजी का यह पारंपरिक शौक किसी के लिए जानलेवा न बने, इसके लिए प्रशासन, पुलिस और समाज तीनों को मिलकर जिम्मेदारी निभानी होगी। अवैध कारोबार पर प्रभावी नियंत्रण, जनजागरूकता और सख्त कानून व्यवस्था के बिना इस खतरे से निपटना मुश्किल है। मकर संक्रांति से पहले की यह चेतावनी अगर अनसुनी रही, तो किसी भी अनहोनी की जिम्मेदारी लापरवाही पर ही आएगी।

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ନ୍ୟାସନାଲ୍ ହେରାଲ୍ଡ ମାମଲାରେ କଂଗ୍ରେସର ନୈତିକ ବିଜୟ ହେଲା।

କେନ୍ଦୁଝର ଜିଲ୍ଲା କଂଗ୍ରେସ ପକ୍ଷରୁ ଗାନ୍ଧୀମୂର୍ତ୍ତୀ ତଳେ ଧାରଣା।


କେନ୍ଦୁଝର, ତା୧୮/୧୨- କେନ୍ଦୁଝର ଜିଲ୍ଲା କଂଗ୍ରେସ କମିଟି ପକ୍ଷରୁ କେନ୍ଦୁଝର ଜିଲ୍ଲାପାଳ କାର୍ଯ୍ୟାଳୟ ସମ୍ମୁଖରେ ମହାତ୍ମା ଗାନ୍ଧୀ ମୂର୍ତ୍ତୀ ତଳେ ଏକ ପ୍ରତିବାଦ ଧାରଣା ଆୟୋଜିତ ହୋଇଥିଲା।
ନ୍ୟାସନାଲ୍ ହେରାଲ୍ଡ ମାମଲାରେ ୧୦ ବର୍ଷ ଧରି ED ଓ CBI ଭଳି କେନ୍ଦ୍ରୀୟ ଏଜେନ୍ସୀଗୁଡ଼ିକୁ ଦୁରୁପଯୋଗ କରି ରାହୁଲ ଗାନ୍ଧୀ ଓ ସୋନିଆ ଗାନ୍ଧୀଙ୍କ ମାନହାନୀ କରାଯାଇଥିବା ଚକ୍ରାନ୍ତ ପାଇଁ ବିଜେପି ଦେଶବାସୀଙ୍କ ନିକଟରେ କ୍ଷମା ମାଗିବା ଦାବି କରାଯାଇଥିଲା। ଯାହାକି ମିଥ୍ୟl କେଶ ଆରୋପ ଲଗାଇଥିଲେ, ତାହା ମିଛ ବୋଲି ପ୍ରମାଣିତ ହୋଇଛି। ଯାହା ଫଳରେ ସୋନିଆ ଗାନ୍ଧୀ, ରାହୁଲ ଗାନ୍ଧୀଙ୍କର ସମ୍ମାନ କ୍ଷୁର୍ଣ୍ଣ ହୋଇଛି। ଶହେ ପଚାଶ ବର୍ଷର କଂଗ୍ରେସ ଦଳକୁ ବଦନାମ କରିବାକୁ ମାମଲା ସବୁ ମିଥ୍ୟl ପ୍ରମାଣିତ ହେବା ପରେ ନ୍ୟାୟପାଳିକା ଏହାକୁ ମନଗଢା କେଶ ଖାରଜ କରିଛନ୍ତି। ଏହାକୁ ସମ୍ମାନ ଜଣାଇ ଧାରଣାରେ କଂଗ୍ରେସ କର୍ମୀମାନେ ବସିଥିଲେ। ଏହି ଧାରଣାରେ ପୂର୍ବତନ ପିସିସି ସଭାପତି ମନ୍ତ୍ରୀ ଶ୍ରୀ ଜୟଦେବ ଜେନା,ପୂର୍ବତନ ପିସିସି ସାଧାରଣ ଆଲୋକ ମିଶ୍ର, ଆଦିବାସୀ ରାଜ୍ୟ ସଭାପତି ଯଶୋବନ୍ତ ଲାଗୁରୀ, ସାଧାରଣ ସମ୍ପାଦକ ସୁବର୍ଣ୍ଣ ନାୟକ, ପୂର୍ବତନ ସମ୍ପାଦକ ସଂଗ୍ରାମ ଦାସ, ପୂର୍ବତନ ସଭାପତି ମୋହନ ପରିଡା, ପ୍ରତିଭା ମଞ୍ଜରୀ ନାୟକ, ନିର୍ମଳ ନାୟକ, ଉତ୍ତମ କୁମାର ସାହୁ,ଶୁଭମ ରାଜ, ଲଳିତ ମୋହନ ନାୟକ, ସୁଢଳ କୁମାର ସେଠୀ, ରଘୁନାଥ ପାତ୍ର, କ୍ଷୀରୋଦ ପାତ୍ର, ସବିତା ସାହୁ, ସୋନାଲି ମାରାଣ୍ଡି, ଦୀନେଶ ରାଉତ, ଐତିହ୍ୟ ଦିବ୍ୟ ସିଂହ ପ୍ରଭୃତି ଯୋଗ ଦେଇଥିଲେ l

ବରିଷ୍ଠ ସାମ୍ବାଦିକ ଦିଲ୍ଲିପ କୁମାର ସାହୁଙ୍କ ରିପୋର୍ଟ।

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वाराणसी। कांग्रेस पार्टी की ओर से प्रदर्शन की घोषणा के मद्देनज़र वाराणसी में प्रशासन पूरी तरह सतर्क दिखाई दिया। किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना को रोकने और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के उद्देश्य से पुलिस कमिश्नर के निर्देश पर शहर के प्रमुख चौराहों, भीड़भाड़ वाले इलाकों और संवेदनशील स्थानों पर व्यापक सुरक्षा व्यवस्था की गई। पूरे शहर में पुलिस की गतिविधियां तेज रहीं और लगातार निगरानी की जाती रही। युवा कांग्रेस के महानगर अध्यक्ष चंचल शर्मा को अस्सी स्थित उनके आवास पर नजरबंद कर दिया गया। कांग्रेसियों ने सरकार पर दमनकारी नीति अपनाने का आरोप लगाया। प्रदर्शन की घोषणा के बाद एहतियातन कई कांग्रेस कार्यकर्ताओं को नजरबंद किया गया, ताकि किसी भी तरह की अव्यवस्था उत्पन्न न हो और आम जनजीवन प्रभावित न हो सके। सुरक्षा के दृष्टिकोण से प्रधानमंत्री जनसंपर्क कार्यालय सहित जवाहर नगर एक्सटेंशन स्थित जनसंपर्क कार्यालय के आसपास कड़े इंतजाम किए गए। इन क्षेत्रों में बैरिकेडिंग के साथ बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात रहे और आने-जाने वालों पर कड़ी नजर रखी गई।सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मेदारी वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के नेतृत्व में संभाली गई। पूरे इंतजाम की लगातार मॉनिटरिंग एसीपी भेलूपुर गौरव कुमार द्वारा की जा रही थी। वह स्वयं मौके पर मौजूद रहकर तैनात पुलिस बल को आवश्यक दिशा-निर्देश देते नजर आए। गुरुधाम चौराहे से लेकर प्रधानमंत्री जनसंपर्क कार्यालय तक कुल चार प्रमुख बिंदुओं पर महिला एवं पुरुष पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई थी। सभी पुलिसकर्मियों को पहले से ही ब्रीफ कर दिया गया था, ताकि किसी भी आपात स्थिति में तत्काल और प्रभावी कार्रवाई की जा सके।प्रदर्शन को लेकर प्रशासनिक स्तर पर भी उच्च अधिकारियों की सक्रिय मौजूदगी रही। अपर पुलिस आयुक्त शिवहरी मीणा, डीसीपी काशी गौरव बंसवाल, डीसीपी क्राइम सरवणन टी, एसीपी चेतगंज डॉ. ईशान सोनी, एसीपी भेलूपुर गौरव कुमार, इंस्पेक्टर भेलूपुर, इंस्पेक्टर लंका, दुर्गाकुंड चौकी इंचार्ज तथा सिगरा थाना प्रभारी संजय मिश्रा भारी पुलिस बल के साथ मलदहिया क्षेत्र में तैनात रहे। सभी अधिकारी लगातार स्थिति का जायजा लेते रहे और फील्ड में मौजूद जवानों से समन्वय बनाए रखा।पुलिस अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि शहर में शांति और सुरक्षा बनाए रखना प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। किसी भी प्रकार की अव्यवस्था फैलाने या कानून तोड़ने की कोशिश करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। प्रशासन की सतर्कता और मजबूत सुरक्षा व्यवस्था के चलते पूरे क्षेत्र में स्थिति सामान्य और नियंत्रण में बनी रही।

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ସ୍କୁଲ ଶିକ୍ଷୟତ୍ରୀଙ୍କୁ ନିର୍ଯାତନା ଦେଇ ଆକ୍ରମଣ କରିବାରୁ ଥାନାରେ ଏତଲା ଦରଜ।

କେନ୍ଦୁଝର, ତା୧୮/୧୨- ସ୍କୁଲ ଚାଲିଥିବା ବେଳେ ଝୁମ୍ପୁରା ନୋଡାଲ ସ୍କୁଲରେ ଜଣେ କର୍ତ୍ତବ୍ୟରତ ଶିକ୍ଷୟିତ୍ରୀଙ୍କୁ ସଂଘବଦ୍ଧ ଆକ୍ରମଣ ପ୍ରତିବାଦରେ ଝୁମ୍ପୁରା ଥାନାରେ ଏତଲା ଦରଜ ହୋଇଥିବା ଜଣା ଯାଇଛି। ସୂଚନା ମିଳିଛି କି ବ୍ରହ୍ମପୁର କରଞ୍ଜିଆ ଗ୍ରାମର ପ୍ରମିଳା ସାହୁ, ସ୍ୱାମୀ ଦିଲୀପ କୁମାର ସାହୁ ଥାନାରେ ଲିଖିତ ଦେଇଛନ୍ତି କି ସେ ୨୦୨୩ରେ ଅର୍ଶଳା ସରକାରୀ ଉଚ୍ଚ ପ୍ରାଥମିକ ସ୍କୁଲରେ ସହକାରୀ ଶିକ୍ଷୟିତ୍ରୀ ଥିବା ବେଳେ ସେଠାରେ ଥିବା ପ୍ରଧାନ ଶିକ୍ଷକ ଅର୍ଜୁନ ମହାନ୍ତ କୁଆଡ଼େ ଟାଙ୍ଗରାଣୀ ମର୍ଡର କେଶରେ ଥିଲେ ସେ ତାଙ୍କୁ ନିୟମିତ ମାନସିକ ନିର୍ଯ୍ୟାତନା ଦେଇ ଆସୁଥିଲେ। ଏପରିକି ସେ ଦ୍ବିଅର୍ଥ ବୋଧକ ଶବ୍ଦ ବ୍ୟବହାର କରି ଶୌଚାଳୟରେ ତାଙ୍କର ଆପତ୍ତିଜନକ ଫଟୋ ଉଠାଇଥିଲେ। ସେ ସବୁ ବେଳେ ତାଙ୍କୁ ଝୁମ୍ପୁରା ବ୍ଲକ ଶିକ୍ଷକ ସଂଘ ସଭାପତି ରାଜେନ୍ଦ୍ର ସାହୁଙ୍କ ନାମ ଯୋଡି କୁହନ୍ତି। ତେଣୁ ନିର୍ଯ୍ୟାତନା ଅତି ହେବାରୁ ଏହା ବିରୁଦ୍ଧରେ ସେ ଜିଲ୍ଲା ଶିକ୍ଷା ଅଧିକାରୀ ଓ ବିଇଓଙ୍କୁ ଲିଖିତ ଜଣାଇ ଥିଲେ। ତେବେ ସେ ତା ୧୧/୯/୨୩ରିଖ ଅପରାହ୍ନ ୪ଟା୧୫ରେ ସ୍କୁଲରୁ ଫେରି ଅର୍ଶଳା ଓଭର ବ୍ରିଜ ନିକଟରେ ବସକୁ ଅପେକ୍ଷା କରିଥିବା ବେଳେ ରାଜେନ୍ଦ୍ର ସାହୁ ବାଇକରେ ଆସି ତାଙ୍କୁ ନାନା ଅଶ୍ଳୀଳ କଥା କହିଥିଲେ। ତେଣୁ ସେ ଏବିଇଓ ଜୟନ୍ତୀ ମଲ୍ଲିକଙ୍କୁ ଏକଥା କହିବାରୁ ସେ ରାଜେନ୍ଦ୍ର ସାହୁ ଜଣେ ଶିକ୍ଷକ ନେତା ତେଣୁ ଚୁପ ରହିବାକୁ ପରାମର୍ଶ ଦେଲେ। କିନ୍ତୁ ସେ ପରେ ସ୍ୱାମୀଙ୍କୁ ଏକଥା କହି କେନ୍ଦୁଝର ଜିଲ୍ଲାପାଳଙ୍କ ପାଖେ ଅଭିଯୋଗ କରିବାରୁ ତାଙ୍କର ଝୁମ୍ପୁରା ନୋଡାଲ ସ୍କୁଲକୁ ବଦଳି ହେଲା। ମାତ୍ର ସେଠାରେ ରାଜେନ୍ଦ୍ର ସାହୁଙ୍କ ଖାସ ବନ୍ଧୁ ନିରାକାର ବେହେରା ହେଡ଼ ମାଷ୍ଟର ଥିଲେ ସେ ସାଙ୍ଗ କଥାରେ ପ୍ରମିଳାଙ୍କୁ ଅପମାନ ଦେବା ଆରମ୍ଭ କଲେ। ରାଜେନ୍ଦ୍ର ଓ ନିରାକାରଙ୍କ ପ୍ରରୋଚନାରେ ଅରବିନ୍ଦ ବେହେରା ବୋଲି ଜଣେ ଲୋକ ଗ୍ୟାଙ୍ଗ ଧରି ତାଙ୍କୁ ସ୍କୁଲ ପରିସରରେ ତା ୩/୧୨/୨୫ ରିଖ ୨ଟା ୨୦ରେ ଆକ୍ରମଣ କଲା। ଅନ୍ୟ ଆକ୍ରମଣକାରୀ ମାନେ ହେଲେ ମହମ୍ମଦ ଇମତିଆଜ ଅଲ୍ଲୀ, ଜୁଲି ସେରାଜ, ଲିନୁ ବେହେରା, ଭଜନ ପାତ୍ର ଆଦି ଅଶ୍ଳୀଳ ଭାଷା ମଧ୍ୟ କହୁଥିଲେ। ତେଣୁ ଝୁମ୍ପୁରା ଥାନାରେ ଏତଲା ନଂ ୨୦୬/ତା ୧୪/୧୨/୨୫ରେ ଭାରତୀୟ ନ୍ୟାୟ ସଂହିତାର ଦଫା ନଂ ୧୨୬(୨), ୨୯୬/୧୧୫(୨), ୭୪, ୩୫୧(୨)/୭୯/୩(୫)ରେ ମାମଲା ହୋଇଛି। ପୋଲିସ ପକ୍ଷରୁ ଘଟଣାର ତଦନ୍ତ ହୋଇ ଅପରାଧୀଙ୍କୁ ଖୋଜାଯାଉଥିବା ଜଣାଯାଇଛି।

ବରିଷ୍ଠ ସାମ୍ବାଦିକ ଦିଲ୍ଲିପ କୁମାର ସାହୁଙ୍କ ରିପୋର୍ଟ।

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କେନ୍ଦୁଝର ମହିଳା ମହାବିଦ୍ୟାଳୟର ଅତିଥି ଆଧ୍ୟାପିକାଙ୍କର ଅସ୍ୱାଭାବିକ ମୃତ୍ୟୁ।

ହତ୍ୟା ଆରୋପରେ ଗିରଫ ହୋଇ ଜେଲ ଗଲା ଜିଲ୍ଲା ଟ୍ରକ ମାଲିକ ସଂଘ କୋଷାଧ୍ୟକ୍ଷ ରୁଦ୍ର ମିଶ୍ର।

କେନ୍ଦୁଝର,ତା୧୮/୧୨- କେନ୍ଦୁଝର ମହିଳା ମହାବିଦ୍ୟାଳୟର ଅତିଥି ଆଧ୍ୟାପିକା ପ୍ରିୟଙ୍କା ଦାଶ(୨୪)ଙ୍କର ଅସ୍ୱାଭାବିକ ମୃତ୍ୟୁ ନେଇ ହଇଚଇ ସୃଷ୍ଟି ହୋଇଛି। ବେକରେ ଚିହ୍ନ ଦେଖି ହତ୍ୟା ଅଭିଯୋଗ ଆଣିଛନ୍ତି ପରିବାର ଲୋକେ। କେନ୍ଦୁଝର ମହିଳା ମହାବିଦ୍ୟାଳୟର ଗୃହ ବିଜ୍ଞାନ ଅତିଥି ଅଧ୍ୟାପିକା ପ୍ରିୟଙ୍କା ଦାଶ ଗତ ୨ବର୍ଷ ପୂର୍ବେ ଏଠାରେ ନିଯୁକ୍ତି ପାଇ ଅଧ୍ୟାପନା କରୁଥିଲେ। ତାଙ୍କ ଘର ବାଲେଶ୍ଵର ଜିଲ୍ଲା ରେମୁଣା ବ୍ଲକ ଅନ୍ତର୍ଗତ ତାଳପଦା ଗାଁରେ । ସକାଳେ ପ୍ରିୟଙ୍କା, ନିଜ ରହିବା ଘର ଚାବି ବନ୍ଦ କରି କଲେଜ ଯିବା ସମୟରେ ହଠାତ୍ ତଳେ ପଡି ଯାଇଥିଲେ ବୋଲି ଜଣେ ଅଧ୍ୟାପକ ତାଙ୍କ ଘରକୁ କଲ୍ କରି କହିଥିଲେ। ଏହା ପରେ ରୁଦ୍ର ମିଶ୍ର ଟ୍ରକ ମାଲିକ ସଂଘ କୋଷାଧ୍ୟକ୍ଷ ତାଙ୍କୁ ଡାକ୍ତରଖାନାରେ ନିଜ କାରରେ ନେଇ ଥିଲେ ଡାକ୍ତର ସେଠାରେ ମୃତ ଘୋଷଣା କରିଥିଲେ। ଏପଟେ ଘର ଲୋକେ ଫୋନ୍ ପାଇ ବାଲେଶ୍ବରରୁ କେନ୍ଦୁଝର ଜିଲ୍ଲା ମୁଖ୍ୟ ଡାକ୍ତରଖାନାରେ ପହଞ୍ଚିଥିଲେ । ହେଲେ ସେଠାରେ ସେମାନେ ମୃତ ପ୍ରିୟଙ୍କାଙ୍କ ଗଳାରେ ଏକ ଚିହ୍ନ ଥିବା ସେମାନେ ଅଭିଯୋଗ କରି ରୁଦ୍ର ମିଶ୍ର ନାମରେ ହତ୍ୟା ଆରୋପ ଆଣିଥିଲେ । କେନ୍ଦୁଝର ଟାଉନ୍ ଥାନାରେ ସେମାନେ ଏକ ଲିଖିତ ଏତଲା ଦେଇଛନ୍ତି l ଘର ଲୋକଙ୍କୁ ଫୋନ୍ କରିଥିବା ବ୍ୟକ୍ତି ନିଜକୁ ଅଧ୍ୟାପକ କହିଥିଲା କିନ୍ତୁ ସେ ରୁଦ୍ର ମିଶ୍ର ବୋଲି ସେମାନେ କହିଛନ୍ତି। ଏହି ରୁଦ୍ର ତାଙ୍କ ଝିଅ ପଛରେ ପଡ଼ିଥିଲା ତେଣୁ ମାଇନିଂରେ ଥିବା ନିଜ ଘରକୁ ଡାକି ନେଇ ହତ୍ୟା କରିଥିବା ପ୍ରିୟଙ୍କାଙ୍କ ଦାଦା ଏତଲାରେ ଲିଖିତ ଦେଇଛନ୍ତି।ଘଟଣାର ତଦନ୍ତ କରି ଦୋଷୀଙ୍କ ବିରୋଧରେ ଦୃଢ ଦଣ୍ଡବିଧାନ କରିବାକୁ ସେ ନିବେଦନ କରିଛନ୍ତି। ଏପଟେ ପୁରୁଣା ବଜାରରେ ରୁଦ୍ରଙ୍କ ଘର ପାଖ କିଛି ଲୋକ ଆଲୋଚନା କରୁଛନ୍ତି କି ରୁଦ୍ର ମିଶ୍ରଙ୍କ ନିକଟରେ ବିବାହ ଲାଗି ଆୟୋଜନ ହେଉଥିଲା ତେବେ ପ୍ରିୟଙ୍କା ଦାଶ କିପରି ଆସିଲେ ଆଉ କେହି ହତ୍ୟା କରିଥାଏ ବୋଲି ସେମାନେ ଆଶଙ୍କା କରିଛନ୍ତି। ତେବେ ପୋଲିସ ଅଧିକ ତଦନ୍ତ କରୁଛି ଆଜି ରୁଦ୍ର ମିଶ୍ରଙ୍କୁ ଜେଲ ପଠେଇ ଦିଆଯାଇଛି।

ବରିଷ୍ଠ ସାମ୍ବାଦିକ ଦିଲ୍ଲିପ କୁମାର ସାହୁଙ୍କ ରିପୋର୍ଟ।

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ଶ୍ରୀଗୁରୁକୁଳରେ କ୍ରୀଡା ଓ ଫୁଡ଼ ଫେଷ୍ଟିଭାଲ୍ ଉଦଘାଟିତ।

ଘଟଗାଁ,୧୮/୧୨: ସ୍ଥାନୀୟ ଶ୍ରୀଗୁରୁକୁଳ ସେବା ଫାଉଣ୍ଡେସନ ଗଦାଧରପୁର ଆନୁକୁଲ୍ୟରେ ମ୍ଯାନେଜିଂ ଟ୍ରଷ୍ଟି ସରୋଜ କୁମାର ସାହୁଙ୍କ ତତ୍ତ୍ବାବଧାନରେ ବାର୍ଷିକ କ୍ରୀଡ଼ା ଉତ୍ସବ ୨୦୨୫-୨୬ ଉଦ୍ଘାଟିତ ହେବା ସହ ଶ୍ରୀଗୁରୁକୁଳ ଇଂରାଜି ମାଧ୍ୟମ ବିଦ୍ୟାଳୟର ଛାତ୍ରଛାତ୍ରୀମାନଙ୍କୁ ନେଇ ଫୁଡ୍ ଫେଷ୍ଟିଭାଲ ଅନୁଷ୍ଠିତ ହୋଇଯାଇଛି। ଉଦଘାଟନୀ ଉତ୍ସବରେ ମୁଖ୍ୟ ଅତିଥି ରୂପେ ରାଧାକୃଷ୍ଣ ବିଦ୍ୟାପୀଠ କୁଣ୍ଡାପିଠାର ଅବସରପ୍ରାପ୍ତ ପ୍ରଧାନ ଶିକ୍ଷକ ତଥା ବିଶିଷ୍ଟ ସାହିତ୍ୟିକ ସଂଯୋଗୀ ସଜଫୁଲର ପୁରୋଧା ବାବୁଲାଲ ପଲେଇ , ସମ୍ମାନିତ ଅତିଥି ରୂପେ ଶ୍ରୀ ଫାଉଣ୍ଡେସନର ମ୍ଯାନେଜିଂ ଟ୍ରଷ୍ଟି ଦିଲୀପ କୁମାର ସାହୁ ଓ ସମାଜସେବୀ ଭରତ ଚନ୍ଦ୍ର ବେହେରା ଯୋଗଦେଇ କ୍ରୀଡାର ଆବଶ୍ୟକତା ଓ ମହତ୍ତ୍ୱ ସଂପର୍କରେ ଆଲୋକପାତ କରିଥିଲେ। ବିଦ୍ୟାଳୟ ତରଫରୁ ଛାତ୍ରୀ ଶ୍ରୁତି ସାହୁ ବାର୍ଷିକ କ୍ରୀଡ଼ାର ଶପଥ ପାଠ କରାଇଥିଲେ। ମୁଖ୍ୟ ଅତିଥି ଶ୍ରୀ ପଲେଇ ସଟ୍ ଫୁଟ୍ ଥ୍ରୋ କରି ଉଦ୍ଘାଟନ କରିବା ପରେ ପରେ ବାର୍ଷିକ କ୍ରୀଡ଼ା ଉତ୍ସବର ବିଭିନ୍ନ ଇଭେଣ୍ଟର ପ୍ରତିଯୋଗିତା ଆରମ୍ଭ ହୋଇଥଲା। ତତ୍ ସହିତ ଫୁଡ୍ ଫେଷ୍ଟିଭାଲ କୁ ମୁଖ୍ୟ ଅତିଥି ଉଦ୍ଘାଟନ କରିବା ସହିତ ଅତିଥି ଗଣ ପରୀକ୍ଷଣ କରି ମୂଲ୍ୟାଙ୍କନ କରିଥିଲେ।
ଆଜିର କ୍ରୀଡ଼ା ଉତ୍ସବରେ ଶ୍ରୀଗୁରୁକୁଳର ମଡେଲ ସ୍କୁଲ,ସ୍ପେସିୟାଲ୍ ସ୍କୁଲ୍ ଏବଂ+ ବିଦ୍ୟାଳୟର ଛାତ୍ରଛାତ୍ରୀମାନେ ଅଂଶଗ୍ରହଣ କରିଥିଲେ। ଖେଳ ଶିକ୍ଷକ ପଙ୍କଜ କୁମାର ମହାନ୍ତ ପରିଚାଳନା କରିଥିବାବେଳେ ଲିଜା ବାରିକ, କୃଷ୍ଣା କୁମାରୀ ନାଏକ,ସୁବ୍ରତ ମୁଣ୍ଡା,ଶଶି କେରକେଟା ତଥା ବିଦ୍ୟାଳୟର ସମସ୍ତ ବିଭାଗର ମୁଖ୍ୟ ସହଯୋଗୀ ଶିକ୍ଷକ ଶିକ୍ଷୟିତ୍ରୀ ତଥା ଶ୍ରୀଗୁରୁକୁଳ ପରିବାରର ସମସ୍ତ ସଦସ୍ୟ ସଦସ୍ୟା ପରିଚାଳନାରେ ସହଯୋଗ କରିଥିଲେ। ଆଜିଠାରୁ ବାର୍ଷିକ କ୍ରୀଡ଼ା ପ୍ରତିଯୋଗିତା ଆରମ୍ଭ ହୋଇ ଆସନ୍ତା ୨୦ ତାରିଖରେ ଉଦଯାପନ ହେବାସହ ପୁରସ୍କାର ବିତରଣ ଉତ୍ସବ ଅନୁଷ୍ଠିତ ହେବାକୁ ଯାଉଅଛି। ସମସ୍ତ କାର୍ଯ୍ୟକ୍ରମଟି ସେବା ଫାଉଣ୍ଡେସନର ଡାଇରେକ୍ଟର କିରଣବାଳା ସାହୁଙ୍କ ଦ୍ବାରା ପରିଚାଳିତ ହେଉଅଛି।

ବାବୁଲାଲ ପଲେଇଙ୍କ ରିପୋର୍ଟ।

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ଧୁମ୍ ଧାମରେ ପାଳନ ହେଲା ମା ମଙ୍ଗଳା ଙ୍କ ଓଷା ନିଆଁରେ ଚାଲିଲେ ଦାସି।

ହରିଚନ୍ଦନପୁର: ୧୮/୧୨- କେନ୍ଦୁଝର ଜିଲ୍ଲା ହରିଚନ୍ଦନପୁର ବ୍ଲକ ଜୁଙ୍ଗା ଗ୍ରାମ ପଞ୍ଚାୟତ ଅନ୍ତର୍ଗତ ନିତ୍ୟାନନ୍ଦପୁର ଏଠାରେ ବାର ମାସରେ ତେର ପର୍ବ, ସମସ୍ତେ ପ୍ରକୃତି ଉପାସକ ବିଭିନ୍ନ ନିଜସ୍ଵ ପୂଜା ପଦ୍ଧତିରେ ପୂଜା ପର୍ବାଣୀ ପାଳନ କରି ଆସୁଛନ୍ତି।ତେବେ ହରିଚନ୍ଦନପୁର ଜୁଙ୍ଗା ଗ୍ରାମ ପଞ୍ଚାୟତ ଅନ୍ତର୍ଗତ ନିତ୍ୟାନନ୍ଦ ପୁର ଗ୍ରାମରେ ପାଳିତ ହୋଇଛି। ମା ମଙ୍ଗଳା ଙ୍କ ଓଷା ଆବାହମାନ କାଳରୁ ଧାନ କଟା ସରିଲା ପରେ ମା ମଙ୍ଗଳା ଙ୍କ ଓଷା ପାଳିତ ହୋଇଆସୁଛି। ଅତି ନିଷ୍ଠାର ସହ ଏହି ମଙ୍ଗଳା ପୂଜା ଓଷା ପାଳିତ ହୋଇଥିଲା। ସେଥି ପାଇଁ ଭକ୍ତମାନେ ଠାକୁରଙ୍କ ପାଖରେ ନଡ଼ିଆ, କଦଳୀ, ସେଓ, ଅଙ୍ଗୁର, ଡାଳିମ୍ବ, କୁକୁଡ଼ା , ବୋଦା, ଓ ଅନ୍ୟାନ୍ୟ ଭୋଗ ଅର୍ପଣ କରି ମାନସିକ କରିଥାନ୍ତି। ୨ ଦିନ ଧରି ଏହି ନିତ୍ୟାନନ୍ଦ ପୁର ଗ୍ରାମରେ ନାଚଗୀତ ଅନୁଷ୍ଠିତ ହୋଇଥାଏ, ବହୁତ ଦୂରଦୂରାନ୍ତରୁ ଭକ୍ତ ଓ ଶ୍ରଦ୍ଧାଳୁମାନେ ଆସି ଏହି ମଙ୍ଗଳା ଓଷାରେ ଯୋଗ ଦେଇଥାନ୍ତି, ମାନସିକ କରିଥିବା ଭକ୍ତମାନେ ଆସି ନିଆଁରେ ଚାଲିଥାନ୍ତି, କଣ୍ଟା ପିଢା ରେ ବସିବା, କଣ୍ଟା ଦୋଳି ଖେଳିବା, କରଡ଼ା ଦଉଡ଼ିରେ କାଳଷୀଙ୍କୁ ପ୍ରହାର କରିବା,ଏହି ଓଷା ରେ ୧୦୦୦ ରୁ ଅଧିକ ଲୋକଙ୍କ ସମାଗମ ହେଇଥିବ ବେଳେ ଏହାକୁ ପୂଜକ ଦାମଦର ଘଣା, ସନ୍ତୋଷ ଘଣା, ଦୟାନିଧି ଘଣା, ଅଯଧ୍ୟା ଘଣା, ଧୀର ଘଣା, ପଦ୍ମଲାଭ ଘଣା, ବ୍ରହ୍ମା ଘଣା, ମହି ଘଣା, ପପୁ ଘଣା, ବଙ୍ଗାଳି ଘଣା ଓଷା କୁ ସୁରୁଖୁରୁ ରେ ପାଳିଚଳନା କରିଥିଲେ। ଆଗାମୀ ଦିନରେ ଏହି ଓଷା କୁ ଆହୁରି ଅଧିକ ଆକର୍ଷଣୀୟ ଓ ବହୁତ ସୁନ୍ଦର କରିବେ ବୋଲି ଉକ୍ତ ପଞ୍ଚାୟତ ବାସିନ୍ଦା ତଥା ନିତ୍ୟାନନ୍ଦ ପୁର ଗ୍ରାମବାସୀମାନେ ସୂଚନା ଦେଇଛନ୍ତି।

ଶୂନ୍ଯ ରଞ୍ଜନ ଘଣା ଙ୍କ ରିପୋର୍ଟ।

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टीबी‑मुक्ति की मिसालभारत को क्षय रोग (टीबी) मुक्त बनाने के राष्ट्रीय संकल्प के तहत दादरा एवं नगर हवेली जिले में राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम के विशेष प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में जिले एवं ब्लॉक स्तर के अधिकारियों के साथ‑साथ विभिन्न पंचायतों के प्रतिनिधियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।कार्यक्रम में जिला क्षय रोग अधिकारी तथा विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रतिनिधि उपस्थित रहे। वर्ष 2024 के दौरान टीबी‑मुक्ति के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाली 12 पंचायतों को मंच पर सम्मानित किया गया, जिनमें सुरंगी, दबाड़ा, खानवेल आदि पंचायतें प्रमुख रहीं। इन पंचायतों को प्रमाणपत्र देकर प्रोत्साहित किया गया और टीबी‑मुक्त भारत अभियान में उनके योगदान की सराहना की गई।इन सभी पंचायतों ने घर‑घर जागरूकता, समय पर जांच, नियमित दवा सेवन तथा समुदाय की भागीदारी से टीबी‑मुक्ति की दिशा में उल्लेखनीय उदाहरण प्रस्तुत किया है। यह सम्मान पूरे जिले के लिए प्रेरणा है और आने वाले समय में अन्य पंचायतों को भी इसी तरह टीबी के खिलाफ लड़ाई तेज करने के लिए उत्साहित करेगा।

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Pingla Barta পশ্চিমবঙ্গ সরকার প্রতিটি জায়গায় বিনামূল্যে স্বাস্থ্য পরীক্ষা এবং রক্তের সুগার পরীক্ষা ইত্যাদি ক্যাম্প করার পাশাপাশি মানুষের সহযোগিতা করছেন পশ্চিমবঙ্গ সরকার, এর বি পাশাপাশি পশ্চিম মেদিনীপুর জেলার গড়বেতা তিন নম্বর ব্লক চন্দ্রকোনা রোড সারদা মই উচ্চ মাধ্যমিক বিদ্যালয় একটি বিনামূল্যে সুগার পরীক্ষা এবং স্বাস্থ্য পরীক্ষার একটি ক্যাম্প আয়োজন করা হয়, সারদা ময় উচ্চ মাধ্যমিক স্কুলের প্লাটিনাম জয়ন্তী উপলক্ষে, মাননীয় ডাক্তার আশিস কুমার বসুর সহযোগিতা ও তত্ত্বাবধানে বিনামূল্যে এই ক্যাম্পের রক্ত পরীক্ষার শিবির অনুষ্ঠিত হয়, এছাড়া মাননীয় তন্ময় বোস এই ক্যাম্পে আসা মোট ৬০ জন বিভিন্ন গ্রাম থেকে মানুষ এসে বিনামূল্যে সুগার পরীক্ষা করেন,

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वाराणसी। भेलूपुर थाना क्षेत्र के एक युवक ने अपनी पत्नी पर धोखाधड़ी, धमकी और उगाही के गंभीर आरोप लगाए हैं। युवक के अनुसार, 9 अगस्त 2024 को उसकी कोर्ट मैरिज हुई थी, लेकिन शादी के तुरंत बाद ही समस्याएं शुरू हो गईं।

पीड़ित का आरोप है कि शादी के बाद करीब 10 दिनों तक उसकी पत्नी बीमारी या पेट दर्द का बहाना बनाकर उससे दूरी बनाए रही। बाद में उसे पता चला कि उसकी पत्नी ट्रांसजेंडर है और यह तथ्य शादी से पहले छिपाया गया था। युवक का कहना है कि इस खुलासे से वह मानसिक रूप से टूट गया।

युवक के अनुसार, जब उसने शादी तोड़ने की बात कही तो पत्नी ने उसे धमकाना शुरू कर दिया। आरोप है कि पत्नी ने अपने कुछ लोगों के साथ मिलकर उस पर दबाव बनाया और 50 हजार रुपये नकद ले लिए। अब उससे दो लाख रुपये की और मांग की जा रही है।

मामले से परेशान युवक अपनी शिकायत लेकर पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल के पास पहुंचा और ज्ञापन सौंपकर पूरी आपबीती सुनाई। उसने आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई और सुरक्षा की मांग की है।

पुलिस अधिकारियों का कहना है कि शिकायत के आधार पर मामले की जांच की जा रही है और तथ्यों के अनुसार आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

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ସିଟିଜି ଏକ୍ସପୋ ସମାରୋହ।

କେନ୍ଦୁଝର: ୧୮।୧୨ ସିଟିଜିର ପ୍ରତିଷ୍ଠାତା ରୋଟାରିଆନ ଡକ୍ଟର ରାଜେନ୍ଦ୍ର ପଲେଇଙ୍କ ତତ୍ତ୍ୱାବଧାନରେ ସିଟିଜି ଗ୍ଲୋବାଲ ସ୍କୁଲ ଓ ସିଟିଜି ବିଦ୍ୟା ମନ୍ଦିର ପକ୍ଷରୁ ସିଟିଜି ସମ୍ମିଳନୀ କକ୍ଷରେ ସିଟିଜି ଏକ୍ସପୋ–୨୦୨୫ ସଫଳତାର ସହିତ ଆୟୋଜିତ ହୋଇଯାଇଛି। ଏହି କାର୍ଯ୍ୟକ୍ରମରେ ଅତିଥି ଭାବେ ଅର୍ଥନୀତି ବିଭାଗର ସହକାରୀ ପ୍ରଫେସର ଡକ୍ଟର ପୂଜା ଅର୍ଚ୍ଚନା ମିଶ୍ର,ପଦାର୍ଥ ବିଜ୍ଞାନ ବିଭାଗର ସହକାରୀ ପ୍ରଫେସର ମନ୍ଦାକିନୀ ପ୍ରଧାନ ଓ ବାଣିଜ୍ୟ ବିଭାଗର ସହକାରୀ ପ୍ରଫେସର ରଞ୍ଜିତ କୁମାର ସାମଲ ପ୍ରମୁଖ ଉପସ୍ଥିତ ଥିଲେ। ସିଟିଜି ସ୍କୁଲର ଅଧ୍ୟକ୍ଷ କେ. ସି. ମହାନ୍ତି ଅତିଥିମାନଙ୍କୁ ସମ୍ମାନୀତ କରି ସ୍ନେହପୂର୍ଣ୍ଣ କୃତଜ୍ଞତା ଜଣାଇଥିଲେ। ଅତିଥିମାନେ ଜୁନିଅର ସିଟିଜିଆନଙ୍କୁ ପ୍ରେରଣା ଦେଇ ଛାତ୍ରଛାତ୍ରୀମାନେ ତାଙ୍କର ପ୍ରୟୋଗଗୁଡ଼ିକୁ ଅତ୍ୟନ୍ତ ଭଲ ଓ ସୁନ୍ଦର ଭାବରେ ପ୍ରଦର୍ଶନ କରିଛନ୍ତି ଏବଂ ଜୁନିଅର ସିଟିଜିଆନ ମାନଙ୍କର ନବୀନତା, ସୃଜନଶୀଳତା ଓ ପ୍ରତିଭା ଏହି ପ୍ରଦର୍ଶନୀ କୁ ଅତ୍ୟନ୍ତ ଆକର୍ଷଣୀୟ ଓ ସ୍ମରଣୀୟ କରିବା ସହ ସେମାନେ ଆଗାମୀ ଦିନର ମାଇଲ୍‌ଷ୍ଟୋନ୍ ଭାବେ ଉଦୟମାନ ବୋଲି କହିଥିଲେ ।ଅଭିଭାବକମାନେ ନିଜ ଶିଶୁମାନଙ୍କର କାର୍ଯ୍ୟଦକ୍ଷତା ଦେଖି ଖୁସି ପ୍ରକାଶ କରିଥିଲେ ଏବଂ ସେମାନେ ନିଜ ଶିଶୁମାନଙ୍କୁ ସିଟିଜି ରେ ପଢ଼ିବାକୁ ପଠାଇଥିବାରୁ ଗର୍ବିତ।ସିଟିଜି ରେ ପଢ଼ି ସେମାନଙ୍କ ଶିଶୁମାନେ ନୂଆ ଜ୍ଞାନ ଓ ଅନୁଭବ ହାସଲ କରୁଛନ୍ତି ବୋଲି କହିଥିଲେ। ସମାରୋହକୁ ସଫଳ କରିବାରେ ସିଇଓ ଶୁଭଶ୍ରୀ ଦାସ ଓ ନିର୍ଦ୍ଦେଶକ ପି. ନିକିତା ଗୁରୁତ୍ୱପୂର୍ଣ୍ଣ ଭୂମିକା ନିର୍ବାହ କରିଥିଲେ। ଛାତ୍ରଛାତ୍ରୀମାନଙ୍କୁ ସଠିକ୍ ମାର୍ଗଦର୍ଶନ ଓ ଅବିରତ ସହଯୋଗ ଦେବାରେ ମେଣ୍ଟର ଲିପ୍ସା, ରଜନୀ, କୁନ୍ତଳା, ମଧୁସ୍ମିତା, ତପସ୍ୱିନୀ, ସସ୍ମିତା ଓ ସୁଭ୍ରା ଗୁରୁତ୍ୱପୂର୍ଣ୍ଣ ଭୂମିକା ନିର୍ବାହ କରିଥିଲେ।

ସାମ୍ବାଦିକ ସତ୍ୟଜିତ ମିଶ୍ରଙ୍କ ରିପୋର୍ଟ।

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खगड़िया। एक बार हाथ की पाँचों उंगलियों में आपस में झगड़ा हो गया। वे पाँचों खुद को एक दूसरे से बड़ा सिद्ध करने की कोशिश में लगे थे। अंगूठा बोला कि मैं सबसे बड़ा हूँ, उसके पास वाली उंगली बोली मैं सबसे बड़ी हूँ। इसी तरह सारे खुद को बड़ा सिद्ध करने में लगे थे, जब निर्णय नहीं हो पाया तो वे सब अदालत में गये।न्यायाधीश ने सारा माजरा सुना और उन पाँचों से बोला कि आप लोग सिद्ध करो की कैसे तुम सबसे बड़े हो? अंगूठा बोला मैं सबसे ज़्यादा पढ़ा लिखा हूँ क्योंकि लोग मुझे हस्ताक्षर के स्थान पर प्रयोग करते हैं।पास वाली उंगली बोली कि लोग मुझे किसी इंसान की पहचान के तौर पर इस्तेमाल करते हैं। उसके पास वाली उंगली ने कहा कि आप लोगों ने मुझे नापा नहीं अन्यथा मैं ही सबसे बड़ी हूँ। उसके पास वाली उंगली बोली मैं सबसे ज़्यादा अमीर हूँ क्योंकि लोग हीरे और जवाहरात और अंगूठी मुझी में पहनते हैं। इसी तरह सभी ने अपनी अलग अलग प्रशंशा की।न्यायाधीश ने अब एक रसगुल्ला मँगाया और अंगूठे से कहा कि इसे उठाओ, अंगूठे ने भरपूर ज़ोर लगाया लेकिन रसगुल्ले को नहीं उठा सका। इसके बाद सारी उंगलियों ने एक-एक करके कोशिश की लेकिन सभी विफल रहे।अंत में न्यायाधीश ने सबको मिलकर रसगुल्ला उठाने का आदेश दिया तो झट से सबने मिलकर रसगुल्ला उठा दिया - फ़ैसला हो चुका था, न्यायाधीश ने फ़ैसला सुनाया कि तुम सभी एक दूसरे के बिना अधूरे हो और अकेले रहकर तुम्हारी शक्ति का कोई अस्तित्व नहीं है, जबकि संगठित रहकर तुम कठिन से कठिन काम आसानी से कर सकते हो।शिक्षा:-तो मित्रों, संगठन में बहुत शक्ति होती है। यही इस कहानी की शिक्षा है। एक अकेला चना कभी भाड़ नहीं फोड़ सकता। शिक्षक सिद्धार्थ कुमार, मध्य विद्यालय सौढ़ भरतखण्ड, परबत्ता, खगड़िया।

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୨୦ ଖଣ୍ଡ ଆକାଶିଆ ଗଣ୍ଡି ଜବଦ କଲା ବନବିଭାଗ।

ପାଟଣା- ପାଟଣା ବନାଞ୍ଚଳ ପାଟଣା ବନକ୍ଷେତ୍ର ର ମଲ୍ଲୀପଶି ବିଟ ଅନ୍ତର୍ଗତ ଚିନମାଳିପଶି ଗ୍ରାମ୍ୟ ଜଙ୍ଗଲ ରୁ ଆଜି ସନ୍ଧ୍ୟା ରେ ୨୦ ଟି ଆକାଶିଆ ଗଣ୍ଡି ଜବତ କରିଛି ବନବିଭାଗ। କାଠ ମାଫିଆ ମାନେ ଗଛ ଗୁଡିକ କାଟି ପକାଇ ଥିବା କୌଣସି ସୂତ୍ରରୁ ଖବର ପାଇ ବନପାଳ ନିରଞ୍ଜନ ସେଠୀ ସଦଳ ବଳେ ଘଟଣା ସ୍ଥଳରେ ଚଢ଼ାଉ କରିଥିଲେ। କାଠ ମାଫିଆ ମାନେ ଅନ୍ଧାର ସୁଯୋଗ ନେଇ ଫେରାର ହୋଇ ଯାଇଥିବା ବେଳେ କାଠ ଗଣ୍ଡି ଗୁଡିକୁ ଜବତ କରି ବନାଞ୍ଚଳ କାର୍ଯ୍ୟାଳୟ କୁ ଆଣିଥିଲେ। ଏହାର ଆନୁମାନିକ ମୂଲ୍ୟ ପଚାଶ ହଜାର ଟଙ୍କା ପାଖାପାଖି ହେବ ବୋଲି ବନପାଳ ସୂଚନା ଦେଇଛନ୍ତି।ଏହି ଚଢ଼ାଉ ରେ ବନପାଳ ନିରଞ୍ଜନ ସେଠୀ , ବନପାଳ ନଗେନ୍ଦ୍ର ଜେନା, ବନରକ୍ଷୀ ହୃଦାନନ୍ଦ ମହାନ୍ତି, ବନରକ୍ଷୀ ଦୀପକ ସ୍ୱାଇଁ, ପରା ସ୍କ୍ୱାଡ଼ ସଞ୍ଜୟ ମହାନ୍ତ, ଭାସ୍କର ନାଏକ, କାର୍ତିକ ମହାନ୍ତ, ଉମେଶ ମହାନ୍ତ, ଅଟଳ ସେଠୀ ପ୍ରମୁଖ ଚଢ଼ାଉ ରେ ସାମିଲ ଥିଲେ।

ସାମ୍ବାଦିକ ବିଜୟ ରତ୍ନ ପତିଙ୍କ ରିପୋର୍ଟ।

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रिपोर्टर देवेन्द्र कुमार जैन भोपाल मध्य प्रदेश
अंतर्राष्ट्रीय वन मेला की लोकप्रियता की वजह से राजधानी ही नहीं वरन् आसपास के कई जिलों से लोग यहाँ मेला देखने आ रहे है। शहर के लाल परेड ग्राउंड में आयोजित मेले में 18 दिसम्बर की दोपहर तक लगभग 10 लाख से अधिक के वनोपज एवं हर्बल उत्पाद से निर्मित औषधियों की बिक्री हो चुकी है। मेले में स्थापित ओ.पी.डी में बड़ी संख्या में लगभग 100 से अधिक आगंतुकों ने निशुल्क चिकित्सीय परामर्श प्राप्त किया। इस हेतु प्रातः 10.30 से अपराह्न 3.00 बजे एवं सांय 3.00 से रात्रि 8.00 बजे तक आयुर्वेद चिकित्सकों तथा अनुभवी वैद्य अपनी सेवाएँ दे रहे हैं। ओ.पी.डी में निःशुल्क परामर्श आयुर्वेदिक चिकित्सकों तथा अनुभवी वैद्यों द्वारा मेले के अंतिम दिन तक जारी रहेगा।मेले के कान्फ्रेंस हॉल में गुरूवार को म.प्र. राज्य लघु वनोपज संघ की प्रबंध संचालक डॉ. समीता राजोरा द्वारा स्टार्टअप कान्क्लेव का शुभारंभ किया गया। मेले में लघु वनोपज प्रसंस्करण एवं अनुसंधान केंद्र के विन्ध्य हर्बल्स ब्रांड के उत्पादों जैसे शहद, च्यवनप्राश के अलावा अन्य उत्पाद वेलनेस किट, केश तेल, महुआ बॉडी बटर, महुआ लोशन, हेयर शैम्पू, विंध्य बाडी मसाज तेल आदि को उनके प्रभावी असर एवं गुणवत्ता की वजह से आगंतुकों द्वारा काफी सराहा जा रहा। इस वर्ष नर्सरी के औषधीय पौधे भी आगंतुकों के लिए आकर्षण का केंद्र रहे। प्रधानमंत्री वन धन योजना अंतर्गत मध्यप्रदेश एवं अन्य राज्यों में संचालित वन धन केन्द्रों के द्वारा बनाए जा रहे सभी उत्पाद के प्रति लोगों का अत्यधिक रुझान रहा। इन उत्पादों में महुए एवं देशी मोटे अनाज (मिलेट्स) के प्रति बढ़ती लोकप्रियता ने महुए के लड्डू, महुए का अचार, महुआ कुकीज, कोदो-कुटकी कुकीज, अलसी लड्डू, तिल लड्डू, देशी मक्का कुकीज, वनीय शहद, आंवला कैंडी, आंवला पाचक ने लोगों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया। आगंतुकों ने बड़ी उत्सुकता के साथ इन उत्पादों को खरीदा।इसके साथ ही वनांचलों के एलोवेरा से निर्मित साबुन, शैम्पू, हैण्ड वॉश, जैल, आंवला अचार,शतावर अचार, जंगली शहद एवं अन्य उत्पादों को भी लोगों ने काफी पसंद किया। विभिन्न जिलों से शामिल प्राथमिक वनोपज समितियों के उत्पाद, जंगली जड़ी बूटियों एवं मध्यप्रदेश राज्य बम्बू मिशन के उत्पादों से लोगों की नजर नहीं हट रही है। इसके अतिरिक्त फ़ूड स्टॉल एवं फूड जोन में वन विभाग से बांधवगढ़ के गोंडी व्यंजन, अलीराजपुर का दालपनिया एवं पश्चिम छिन्दवाड़ा की वन भोज रसोई जो मुख्य आकर्षण का केंद्र है। मेला प्रांगण में सुबह 10.30 बजे से रात्रि 10 बजे तक रंगारंग कार्यक्रम में लगभग 10 विद्यालयों से 50 से भी अधिक छात्र-छात्राओं द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुति दी गई। दोपहर में योगा शो में योगासन सीखाएं गए एवं जैवविविधता बोर्ड द्वारा कथक नृत्य एवं नुकक्ड़ नाटक प्रतियोगिता आयोजित की गई और सायं 7 बजे से सम्राट म्युज़िकल ग्रुप द्वारा आर्केस्ट्रा की रंगारंग प्रस्तुति में ऑगन्तुकों द्वारा आनंद लिया गया। प्रतियोगिता में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले छात्र - छात्राओं को पुरस्कृत किया गया एवं उनकी विलक्षण प्रतिभा को सराहा गया।

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વાવ થરાદ જિલ્લામાં ગેરકાયદેસર પ્રવૃત્તિઓ ડામવા માટે પોલીસ સતત એક્શન મોડમાં જોવા મળી રહી છે. તાજેતરમાં વાવ-થરાદ વિસ્તારના ભોરડું ગામની સીમમાં ચાલતી દેશી દારૂ બનાવવાની ભઠ્ઠી પર પેરોલ ફલો ટીમે સફળ દરોડો પાડી કડક કાર્યવાહી હાથ ધરી છે.પોલીસ સૂત્રો પાસેથી મળતી માહિતી મુજબ, પેરોલ ફલો ટીમને એક ચોક્કસ બાતમી મળી હતી કે ભોરડું ગામની સીમમાં આવેલા એક ખેતરમાં મોટા પાયે ગેરકાયદેસર રીતે દેશી દારૂ બનાવવાની પ્રવૃત્તિ ચાલી રહી છે. આ બાતમીના આધારે ટીમે તાત્કાલિક આયોજનબદ્ધ રીતે દરોડો પાડ્યો હતો.ખેતરમાં ચાલતી હતી ભઠ્ઠી પોલીસે ભોરડું ગામના રહેવાસી માવજીભાઈ ઠાકોરના ખેતરમાં રેડ કરી હતી. તપાસ દરમિયાન ત્યાં દેશી દારૂ બનાવવાની સક્રિય ભઠ્ઠી મળી આવી હતી. પોલીસે સ્થળ પરથી દારૂ બનાવવાનો કાચો માલ, સાધન સામગ્રી અને તૈયાર દારૂ સહિત કુલ રૂપિયા 42,500નો મુદ્દામાલ જપ્ત કર્યો છે.ભઠ્ઠીનો કર્યો નાશ દરોડા દરમિયાન પોલીસે દારૂ બનાવવાની ભઠ્ઠીનો સ્થળ પર જ નાશ કર્યો હતો અને ગેરકાયદેસર જથ્થો કબજે લીધો હતો. આ કાર્યવાહીથી પંથકમાં દારૂના ધંધાર્થીઓમાં ફફડાટ વ્યાપી ગયો છે. પોલીસે આ મામલે કાયદેસરની ગુનો નોંધી આગળની તપાસ હાથ ધરી છે

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रिपोर्टर देवेन्द्र कुमार जैन भोपाल मध्य प्रदेश
चिकित्सकीय दायित्व और मरीजों के हितों को प्राथमिकता देने का एक अनुकरणीय उदाहरण भोपाल के चिकित्सक द्वारा प्रस्तुत किया गया है। संजीवनी क्लिनिक भानपुर मालीखेड़ा के चिकित्सक डॉ. पार्थ शर्मा ने मरीज के घर पहुंचकर न केवल उसे प्राथमिक उपचार दिया बल्कि अपने निजी वाहन से प्रसव के लिए उच्च संस्था में लेकर भी गए। मालीखेड़ा निवासी-महिला की संभावित प्रसव दिनांक जनवरी माह की थी। संभावित दिनांक के लगभग एक माह पूर्व ही अचानक से तेज प्रसव पीड़ा होने की जानकारी स्थानीय एएनएम रानी यादव को मिली, उन्होंने तुरंत संजीवनी क्लीनिक के चिकित्सक डॉ.पार्थ शर्मा को इसकी जानकारी दी। डॉ. शर्मा बिना विलंब किए अपने निजी वाहन से गर्भवती के घर पहुंचकर महिला की जांच की और एंबुलेंस को सूचना दी। महिला द्वारा निरंतर असहनीय पीड़ा बताने और मरीज की स्थिति को देखते हुए डॉ.शर्मा ने बिना देर किए अपने वाहन से महिला को उच्च स्वास्थ्य संस्था तक पहुंचाया, जहां महिला ने स्वस्थ शिशु को जन्म दिया है।मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी भोपाल डॉ.मनीष शर्मा ने संजीवनी क्लीनिक के चिकित्सक द्वारा किए गए इस कार्य की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह कार्य त्वरित निर्णय, नि:स्वार्थ सेवा और समर्पित चिकित्सकीय जिम्मेदारी का सशक्त प्रतीक है।

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रिपोर्टर देवेन्द्र कुमार जैन भोपाल मध्य प्रदेश
उप मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा ने बताया कि वित्त विभाग श्रेष्ठ वित्तीय प्रबंधन की ओर जिसमें शून्य आधारित बजट प्रक्रिया के अनुसार बजट तैयार किया जा रहा है। तीन वर्षों के लिये रोलिंग बजट की प्रक्रिया अपनाई गई है, जिसमें बजट प्रक्रिया से संबंधित नवाचार अपनाएं जा रहे है। उन्होंने कहा कि वित्तीय संस्थाओं द्वारा जारी प्रतिवेदनों में मध्यप्रदेश के वित्तीय प्रबंधन बजटीय विश्वसनीयता तथा बैंक की गुणवत्ता को सराहा गया है। उप मुख्यमंत्री देवड़ा ने कहा कि प्रदेश में पूंजीगत व्यय में लगातार वृद्धि हो रही है जिससे प्रदेश के ही सकल घरेलू उत्पाद में नियमित वृद्धि बनी हुई है। भारत सरकार के संकल्प विकसित भारत 2047 को पूरा करने में राज्य अपना योगदान देने के लिये प्रतिबद्ध है। वित्तीय मानकों के आधार पर प्रदेश की स्थिति बहुत सुदृढ़ है। उन्होंने बताया कि संचालनालय कोष एवं लेखा द्वारा कई नवाचारी व्यवस्था लागू की है। उन्होंने यह भी बताया कि शासकीय सेवकों पेंशनरों के हित में कई निर्णय लिये गये है। उप मुख्यमंत्री ने पत्रकार वार्ता में बताया कि वित्तीय वर्ष 2024-25 में 55 हजार 634 करोड़ रूपये का राजस्व प्राप्त हुआ था। वर्ष 2025-26 में माह नवम्बर तक कुल 34 हजार 829 करोड़ रूपये का राजस्व प्राप्त हुआ है। वर्ष 2025-26 में माह नवम्बर तक डाटा एनालिटिक्स आधारित चिन्हित प्रकरणों में प्रवर्तन कार्यवाहियों से रु. 967 करोड़ एवं ऑडिट की कार्यवाही से. 404 करोड़ रु का राजस्व प्राप्त हुआ है। बुरहानपुर, राजगढ़, खरगोन, झाबुआ, कटनी एवं नरसिंहपुर जिलों में नवीन कार्यालय भवनों का निर्माण कराया जा रहा है।राजस्व में वृद्धि के लिये राज्य तथा देश के बाहर मदिरा के निर्यात को बढ़ावा देने के लिये एकीकृत पॉलिसी बनाई जाएगी। मदिरा उपभोग विक्रय के एक दिवस का लायसेंस मोबाईल एप्लीकेशन के माध्यम से जारी किया जाएगा। प्रदेश के समस्त शासकीय विभाग, निगम, मंडल द्वारा दिए जा रहे वर्क आर्डर तथा भुगतान की जानकारी एक ही स्थान पर उपलब्ध हो सके इसके लिये डाटा रिपोजटरी बनाया जाएगा। डाटा एनालिटिक्स के उपयोग से प्रवर्तन की कार्यवाही की जावेगी तथा बोगस व्यवसायियों पर सतत् निगरानी रखी जाकर गलत ITC के उपयोग पर अंकुश लगाया जाएगा। कर अपवंचन की रोकथाम हेतु चलित वाहनों के माध्यम से किये जा रहे कर अपवंचन पर नियंत्रण एवं निगरानी हेतु यूनिफाइड लॉजिस्टिक्स इंटरफेस प्लेटफॉर्म (ULIP) का उपयोग किया जाएगा। उन्होंने बताया कि विभाग में पृथक से डेटा एनालिटिक्स एवं टैक्स रिसर्च यूनिट का गठन किया जायेगा।मध्यप्रदेश देश का प्रथम राज्य है जिसमें 75 प्रकार के दस्तावेज पट्टा, पॉवर ऑफ अटर्नी, बंधक इत्यादि का घर बैठे वीडियो केवायसी के माध्यम से पंजीयन हो रहा है। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि संपदा 2.0 को राष्ट्रीय ई-गवर्नेंस पुरस्कार 2025 में स्वर्ण पदक मिला है। प्रदेश के लिये यह गौरव की बात है। साथ ही क्रेता एवं विक्रेता की पहचान आधार और पेन e-KYC से किये जाने के कारण जनता को सुविधा हुई है। वर्ष 2024-25 में प्रदेश का सकल राज्य घरेलू उत्पाद (15 लाख 03 हजार 395 करोड़) रूपये रहा एवं प्रति व्यक्ति आय 1 लाख 52 हजार 615 रूपये रही। प्रदेश में CRS (सिविल रजिस्ट्रेशन सिस्टम) पोर्टल द्वारा शत-प्रतिशत जन्म-मृत्यु रजिस्ट्रीकरण का कार्य ऑनलाइन किया जा रहा है। नर्मदा पथ सर्वेक्षण एवं जनजागरण यात्रा 12 दिवसीय यात्रा का आयोजन नर्मदा तटीय 16 जिलों के 51 विकासखण्डो के 502 ग्राम पंचायतों में किया गया। बावडी उत्सव प्रदेश में विकासखण्ड स्तर पर 26 हजार बावडियों की साफ-सफाई की गयी। बूंद सहेजे बावडी स्मारिका का प्रकाशन किया गया।

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रिपोर्टर देवेन्द्र कुमार जैन भोपाल मध्य प्रदेश
आयुक्त लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा तरुण राठी ने शीतलहर से बचाव के लिए समस्त चिकित्सा महाविद्यालयों के अधिष्ठाता, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी और सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक द्वारा मैदानी कर्मियों एवं आम नागरिकों को शीतलहर के लक्षण, बचाव उपाय तथा Do’s & Don’ts के संबंध में जागरूक करने और आवश्यक तैयरियां रखने के निर्देश दिए गए हैं। प्रदेश में माह दिसंबर एवं जनवरी के दौरान शीतलहर का प्रकोप प्रायः देखने को मिलता है। इस अवधि में कई क्षेत्रों में न्यूनतम तापमान 5–7 डिग्री सेल्सियस अथवा उससे कम दर्ज किया जाता है, जिससे जन-मानस के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने की आशंका रहती है। अत्यधिक ठंड के कारण हाइपोथर्मिया, फ्रॉस्टबाइट जैसी शीतजनित बीमारियाँ तथा विषम परिस्थितियों में मृत्यु की संभावना भी हो सकती है। शीतलहर के दौरान विशेष रूप से 65 वर्ष से अधिक आयु के वृद्धजन, 5 वर्ष से कम आयु के बच्चे, हृदय एवं श्वसन रोग से पीड़ित व्यक्ति, बेघर लोग, खुले स्थानों व निर्माण स्थलों पर कार्यरत श्रमिक, सड़क किनारे रहने वाले व्यक्ति एवं छोटे व्यवसायी अत्यधिक संवेदनशील होते हैं। शीतलहर एक मौसम संबंधी घटना है जिसमें न्यूनतम तापमान में अचानक गिरावट आती है, ठंडी हवाएँ चलती हैं तथा पाला या बर्फ जमने जैसी स्थितियाँ उत्पन्न हो सकती हैं।शीतलहर के दौरान क्या करें स्थानीय रेडियो, टीवी एवं समाचार पत्रों के माध्यम से मौसम की जानकारी नियमित रूप से लेते रहें। पर्याप्त मात्रा में गर्म कपड़े पहनें तथा कई परतों में वस्त्र धारण करें। सिर, गर्दन, हाथ एवं पैरों को अच्छी तरह ढकें; टोपी, मफलर एवं मोज़े का प्रयोग करें। वॉटरप्रूफ जूतों का उपयोग करें। गर्म एवं तरल पेय पदार्थ (चाय, सूप आदि) लेते रहें तथा संतुलित आहार व विटामिन-सी युक्त फल-सब्जियों का सेवन करें। ठंडी हवा से बचें, यथासंभव घर के अंदर रहें एवं अनावश्यक यात्रा से बचें। बच्चों, बुजुर्गों, अकेले रहने वाले एवं असहाय व्यक्तियों का विशेष ध्यान रखें। आवश्यक दवाइयों, ईंधन, पेयजल एवं अन्य आवश्यक सामग्रियों का पूर्व भंडारण रखें। ठंड से प्रभावित होने पर तुरंत चिकित्सकीय परामर्श लें और निकटस्थ अस्पताल से संपर्क करें। अत्यधिक ठंड में खुले स्थानों पर अनावश्यक समय तक न रहें। गीले कपड़े पहनकर न रहें, तुरंत सूखे कपड़े पहनें। हाइपोथर्मिया से पीड़ित व्यक्ति को मादक पेय पदार्थ न दें। गंभीर ठंड के लक्षणों को नज़रअंदाज़ न करें।तेज कंपकंपी, अत्यधिक थकान, भ्रम की स्थिति, बोलने में कठिनाई, नींद आना। हाथ-पैर की उंगलियों, कानों या नाक में सुन्नता, सफेद या पीला पड़ना। शिशुओं में ठंडी, लाल त्वचा एवं ऊर्जा की कमी। हाइपोथर्मिया एक चिकित्सकीय आपात स्थिति है। ऐसे में व्यक्ति को तुरंत गर्म स्थान पर ले जाकर सूखे कंबल से ढकें और शीघ्र अस्पताल पहुँचाएँ।

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स्थान: चिलकाना, सहारनपुर।
गिरफ्तार अभियुक्त: अब्दुल मलिक, पुत्र इनामुलहक (निवासी ग्राम दूधगढ़, चिलकाना)।
बरामदगी: लगभग 25.50 ग्राम स्मैक (जिसकी अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कीमत करीब 5 लाख रुपये बताई गई है) और एक स्प्लेंडर प्लस मोटरसाइकिल।
पुलिस टीम: चिलकाना थाना प्रभारी विनोद कुमार, उप निरीक्षक चंद्रपाल सिंह, महिला उप निरीक्षक सुमन और उनकी टीम द्वारा यह गिरफ्तारी की गई।
महत्वपूर्ण जानकारी:
धाराएं: आरोपी के खिलाफ धारा 8/21/29 NDPS एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है।
आपराधिक इतिहास: पुलिस के अनुसार, अब्दुल मलिक एक शातिर अपराधी है, जिस पर पहले से ही चोरी, मारपीट और गैंगस्टर एक्ट सहित करीब आधा दर्जन (6) मुकदमे दर्ज हैं।
अभियान: यह कार्रवाई 'ऑपरेशन सवेरा' के अंतर्गत की गई है, जिसका उद्देश्य नशे के कारोबार को खत्म करना है।

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काउंसिल के पदाधिकारी ने मुख्य महाप्रबंधक का पुष्पगुच्छ से किया स्वागत
परासिया
गौरतलब है कि आज दिनांक 18/12/2025 को जीएम कार्यालय परासिया में एसटी एससी काउंसिल की बैठक हुई, इस दौरान पेंच क्षेत्र के मुखिया श्री एलके महापात्रा एवं ऐपीएम व संपर्क अधिकारी डेहरिया w.c.l के अलावा कोषाध्यक्ष राजू भुमरकर, उपाध्यक्ष बालकिशन यादव, पेंच क्षेत्र नवनिर्वाचित अध्यक्ष यशवंत सिंह भलावी, महामंत्री रमेश बुनकर, कोषाध्यक्ष कृष्णऻ पण्डोले, नारायण सुनारे, पाथखेडा क्षेत्र महामंत्री निशांत बुनकर, कोषाध्यक्ष सुधाकर विरला, रविन्द्र कुमार, विष्णुपुरी 2 अघ्यक्ष चेतन बुनकर, सचिव पवन कुमार, कोषाध्यक्ष भादू सरेयम,रमेश नवैत, मनोज सोनी, तरूण साहू, राजेश तायवड़े आदि उपस्थित रहे।

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मुख्य वक्ता: एसपी यातायात शैलेंद्र कुमार श्रीवास्तव ने विद्यार्थियों को संबोधित किया।
प्रमुख संदेश: * युवा अपने महंगे मोबाइल की सुरक्षा के लिए अच्छे कवर और ग्लास लगाते हैं, लेकिन अपनी जिंदगी की सुरक्षा के लिए हेलमेट लगाने में लापरवाही बरतते हैं।
हेल्मेट केवल चालान से बचने का साधन नहीं, बल्कि जीवन रक्षक है। सड़क हादसों में जान गंवाने वाले अधिकांश लोग वे होते हैं जिन्होंने हेलमेट नहीं पहना होता।
अन्य विषय: एसपी ने साइबर सुरक्षा पर भी बात की। उन्होंने छात्रों को सलाह दी कि सोशल मीडिया का इस्तेमाल सावधानी से करें, अनजान नंबरों पर चैटिंग न करें और किसी भी प्रकार के 'ब्लैकमेल' या परेशानी होने पर 1930 नंबर पर शिकायत दर्ज कराएं।
उपस्थित गणमान्य व्यक्ति:
स्कूल डायरेक्टर मुकुल चौधरी, प्रधानाचार्य आशुतोष मिश्रा और पुलिस विभाग के अन्य अधिकारी।
रिपोर्ट ज़ुबैर आलम

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कोल्हापूर येथे मुंबई उच्च न्यायालयाच्या सर्किट बेंचची स्थापना सर्वसामान्यांना न्याय मिळवून देण्याच्या घटनात्मक दृष्टीकोनाशी सुसंगत असल्याचे स्पष्ट निरीक्षण नोंदवत सर्वोच्च न्यायालयाने या सर्किट बेंचच्या विरोधातील याचिका फेटाळून लावली. न्यायमूर्ती अरविंद कुमार व न्यायमूर्ती एन. व्ही. अंजारिया यांच्या खंडपीठाने गुरुवारी दिलेल्या या निर्णयामुळे कोल्हापूर सर्किट बेंचचे स्वतंत्र खंडपीठात रूपांतर होण्याचा मार्ग आता पूर्णपणे मोकळा झाला आहे.

कोल्हापूरसह सांगली, सातारा, सोलापूर, रत्नागिरी व सिंधुदुर्ग या सहा जिल्ह्यांतील प्रलंबित खटले, पक्षकारांना मुंबईपर्यंत करावी लागणारी धावपळ आणि त्यातून होणारा आर्थिक व वेळेचा अपव्यय लक्षात घेता कोल्हापूर या मध्यवर्ती ठिकाणी उच्च न्यायालयाचे सर्किट बेंच स्थापन करावे, अशी मागणी गेली ३५ वर्षे सातत्याने होत होती. सर्वोच्च न्यायालयाचे तत्कालीन सरन्यायाधीश भूषण गवई यांच्या पुढाकाराने १८ ऑगस्टपासून कोल्हापूर सर्किट बेंचचे कामकाज सुरू झाले.

या स्थापनेला विरोध करत अॅड. रणजित निंबाळकर यांनी सर्वोच्च न्यायालयात याचिका दाखल केली होती. सर्किट बेंचची स्थापना चुकीची असून कामकाज पुन्हा मुंबईतूनच चालवावे, अशी त्यांची मागणी होती. मात्र, गेल्या महिनाभर चाललेल्या सुनावणीनंतर सर्वोच्च न्यायालयाने ही याचिका फेटाळून लावत, मुंबई उच्च न्यायालयापासून दूर असलेल्या पक्षकारांना न्याय मिळणे या सर्किट बेंचमुळे अधिक सुलभ होत असल्याचे नमूद केले. राज्य सरकारच्या वतीने सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता व अॅड. संदीप देशमुख यांनी बाजू मांडली.

या निर्णयामुळे कोल्हापूर सर्किट बेंचचे स्वतंत्र खंडपीठात रूपांतर होण्याची प्रक्रिया आता वेग घेणार आहे. दोन महिन्यांपूर्वीच राज्य सरकार व मुंबई उच्च न्यायालयाने कोल्हापूर खंडपीठाचा प्रस्ताव सर्वोच्च न्यायालयाकडे सादर केला होता, अशी माहिती मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस यांनी कोल्हापूर दौऱ्यात दिली होती. सर्वोच्च न्यायालयाच्या निर्णयामुळे त्यातील सर्व अडथळे दूर झाले आहेत.

दरम्यान, याचिका प्रलंबित असल्याने सहा जिल्ह्यांतील वकिलांमध्ये निर्माण झालेला तणावही आता निवळला आहे. कोल्हापूरसह संबंधित जिल्ह्यांतील सुमारे १५ हजार वकिलांनी या निर्णयाचे स्वागत करत समाधान व्यक्त केले आहे. राज्य पुनर्रचना कायदा, १९५६ मधील कलम ५१(३) नुसार सरन्यायाधीशांना असलेल्या अधिकारांतर्गत हा निर्णय घेण्यात आला असून, यातून कोणाच्याही अधिकारांचे उल्लंघन होत नसल्याचेही सर्वोच्च न्यायालयाने स्पष्ट केले आहे.

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राष्ट्रीय स्तरावर अचूक निशाणा!

६८ व्या नॅशनल शूटिंग चॅम्पियनशिपमध्ये कु. दर्शना गवते हिला कास्यपदक

अमळनेर प्रतिनिधी (ईश्वर महाजन)
लहानपणापासूनच खेळाची आवड, सातत्याने विविध स्पर्धांमध्ये सहभाग, आई-वडिलांचे भक्कम मार्गदर्शन आणि अखंड प्रेरणा — या साऱ्यांच्या बळावर कु. दर्शना राजेंद्र गवते हिने दिल्ली येथे सुरू असलेल्या ६८ व्या नॅशनल शूटिंग चॅम्पियनशिपमध्ये १० मीटर पिस्तोल प्रकारात कास्यपदक पटकावून धुळे जिल्ह्याचा नावलौकिक वाढवला आहे.
मेहनतीचा घाम, जिद्दीचा श्वास आणि ध्येयावर रोखलेली नजर —
याच त्रिसूत्रीने या सुवर्णक्षणाची सुरुवात झाली.
नेम धरली मनात, नजर फक्त लक्ष्यावर,
गोळी सुटली आत्मविश्वासातून आणि पदक आले देशाच्या सन्मानावर!
घामाच्या थेंबांनी लिहिलेली ही यशकथा जिद्दीच्या शाईत रंगलेली आहे. दर्शना हिच्या या दैदीप्यमान यशाने आज संपूर्ण धुळे जिल्ह्याचा माथा अभिमानाने उंचावला आहे.
या यशामागे परमवीर शूटिंग अकॅडमी, स्टेडियम वाडीभोकर, धुळे येथील मार्गदर्शक आदरणीय श्री. विपिनजी सोनवणे व श्री. कपिलजी पाटील यांचे मोलाचे आणि प्रेरणादायी मार्गदर्शन लाभले आहे. त्यांच्या योग्य प्रशिक्षणामुळेच दर्शना हिने राष्ट्रीय पातळीवर आपली गुणवत्ता सिद्ध केली.
कु. दर्शना ही अमळनेर पंचायत समितीचे फाफोरे गटाचे
केंद्रप्रमुख श्री. राजेंद्र गवते यांची कन्या असून तिच्या या यशाबद्दल अमळनेर पंचायत समितीचे गटशिक्षणाधिकारी, रावसाहेब पाटील, प्रभारी गटशिक्षणाधिकारी प्रमोद पाटील ,शिक्षण विस्ताराधिकारी, सर्व केंद्रांचे केंद्रप्रमुख, मुख्याध्यापक तसेच शिक्षक बंधू-भगिनी यांनी तिचे मनःपूर्वक अभिनंदन केले आहे.

कु. दर्शना राजेंद्र गवते हिला या उज्ज्वल यशाबद्दल हार्दिक अभिनंदन व भावी वाटचालीसाठी मनःपूर्वक शुभेच्छा!

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डोभी चेकपोस्ट पर प्रशासन की सख्त कार्रवाई, अवैध खनन व ओवरलोड वाहनों में मचा हड़कंप

डोभी।
अवैध खनन और ओवरलोड वाहनों पर नकेल कसने के लिए प्रशासन ने एक बार फिर सख्त रुख अपनाया है। बीती रात शेरघाटी-1 के एसडीएम एवं एएसपी ने संयुक्त रूप से डोभी चेकपोस्ट का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान अवैध कोयला, गिट्टी और ओवरलोड वाहनों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए गए।

निरीक्षण के क्रम में अधिकारियों ने चेकपोस्ट पर तैनात सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों एवं कर्मियों को स्पष्ट शब्दों में कहा कि अवैध खनन और ओवरलोडिंग किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहन मालिकों और चालकों पर सख्त कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया।

इसी दौरान डोभी–चतरा रोड पर अवैध रूप से खनन की गई गिट्टी से लदा एक ओवरलोड ट्रक पकड़ा गया। प्रशासन ने तत्परता दिखाते हुए ट्रक को जब्त कर आवश्यक कानूनी प्रक्रिया शुरू कर दी। इस कार्रवाई से अवैध खनन माफियाओं और ओवरलोड वाहन संचालकों में हड़कंप मच गया है।

प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार, इस तरह के औचक निरीक्षण और कार्रवाई आगे भी जारी रहेंगे, ताकि सरकारी राजस्व की क्षति रोकी जा सके और सड़क सुरक्षा को मजबूत किया जा सके। स्थानीय लोगों ने भी प्रशासन की इस पहल का स्वागत करते हुए कहा कि लगातार निगरानी से अवैध कारोबार पर प्रभावी अंकुश लगेगा।

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उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जनपद की नकुड़ थाना पुलिस ने एक महत्वपूर्ण कार्रवाई करते हुए जिला बदर अपराधी राशिद (पुत्र कामिल) को गिरफ्तार किया है।
घटना का संक्षिप्त विवरण:
अपराधी का विवरण: राशिद, निवासी ग्राम तिघरी रामगढ़, थाना नकुड़।
कार्रवाई का कारण: राशिद को गुंडा नियंत्रण अधिनियम (Goonda Act) के तहत बीते 29 सितंबर 2025 को अपर जिलाधिकारी द्वारा 6 महीने के लिए जिला बदर किया गया था।
उल्लंघन: पुलिस ने 20 नवंबर को उसे हरियाणा/यमुनानगर बॉर्डर पर छोड़ते हुए जनपद की सीमा में न घुसने की हिदायत दी थी। इसके बावजूद, राशिद चोरी-छिपे अपने घर वापस आ गया।
गिरफ्तारी: प्रभारी निरीक्षक धर्मेंद्र कुमार के नेतृत्व वाली पुलिस टीम ने उसे उसके घर से गिरफ्तार कर लिया।
आपराधिक इतिहास: आरोपी राशिद के खिलाफ चोरी और धोखाधड़ी जैसे कई गंभीर मामले पहले से दर्ज हैं।
नोट: इस कार्रवाई से क्षेत्र के अन्य अपराधियों में हड़कंप मचा हुआ है। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ जिला बदर के आदेश का उल्लंघन करने पर संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है।

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વાવ થરાદ જિલ્લામાં નશાના કારોબાર વિરુદ્ધ એસ.ઓ.જી. (SOG) પોલીસે લાલ આંખ કરી છે. દિયોદરમાં બાતમીના આધારે કરવામાં આવેલી એક મોટી કાર્યવાહીમાં પ્રતિબંધિત નશાકારક દવાઓનો અધધ જથ્થો ઝડપી પાડવામાં આવ્યો છે.દિયોદર શહેરમાં આવેલા એક મેડિકલ અને પ્રોવિઝન સ્ટોરમાં નશાકારક દવાઓનું ગેરકાયદે વેચાણ થતું હોવાની ચોક્કસ બાતમી પોલીસને મળી હતી. એસ.ઓ.જી. ટીમે ઓચિંતો દરોડો પાડતા સ્ટોરમાંથી નશા તરીકે ઉપયોગમાં લેવાતી પ્રતિબંધિત ગોળીઓ અને સીરપનો મોટો જથ્થો મળી આવ્યો હતો પોલીસે અંદાજે ₹14,14,000 થી વધુની કિંમતનો મુદ્દામાલ જપ્ત કર્યો છે.પોલીસે એક શખ્સની ધરપકડ કરી કાયદેસરની કાર્યવાહી હાથ ધરી છે.પોલીસ ડ્રગ્સ વિરુદ્ધના અભિયાન હેઠળ બનાસકાંઠા એસ.ઓ.જી. દ્વારા આ ઓપરેશન પાર પાડવામાં આવ્યું હતુ આટલો મોટો જથ્થો ક્યાંથી સપ્લાય કરવામાં આવતો હતો અને આ કાળા કારોબારમાં અન્ય કોણ સંડોવાયેલું છે, તે દિશામાં પોલીસે તપાસ તેજ કરી છે. સરહદી જિલ્લામાં નશાના વધતા દૂષણને ડામવા માટે પોલીસની આ કામગીરીને લોકો બિરદાવી રહ્યા છે.દિયોદરમાં નશાના કાળા કારોબારનો પર્દાફાશ! SOG પોલીસે ₹14 લાખની દવાઓ સાથે એકને દબોચ્યા

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बर्खास्तगी का विस्फोट: महिला कंडक्टर का एआरएम पर संगीन आरोप, डीएम ने बैठाई 'जांच'।

बांदा। बांदा रोडवेज डिपो से एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसने पूरे परिवहन विभाग को कटघरे में खड़ा कर दिया है। एक महिला कंडक्टर ने रोडवेज के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक (एआरएम) पर छेड़छाड़ जैसे गंभीर आरोप लगाकर प्रशासनिक हलकों में भूचाल ला दिया है। मामला तब और विस्फोटक हो गया, जब सामने आया कि आरोप लगाने से पहले महिला कंडक्टर को एआरएम द्वारा निलंबित किया गया और बाद में सेवा से बर्खास्त कर दिया गया था। अब जिलाधिकारी जे. रिभा ने पूरे प्रकरण की गहन जांच के आदेश दे दिए हैं।
परिवहन विभाग द्वारा बसों में चोरी और अनियमितता रोकने के लिए प्रवर्तन टीमें गठित की गई हैं। एआरएम मुकेश बाबू के अनुसार, हाल ही में एक रोडवेज बस की जांच के दौरान महिला कंडक्टर की ड्यूटी वाली बस में 9 यात्री बिना टिकट यात्रा करते पाए गए। जब कंडक्टर से इस संबंध में जवाब मांगा गया तो संतोषजनक उत्तर नहीं मिला। इसके बाद विभागीय कार्रवाई करते हुए पहले महिला कंडक्टर को ड्यूटी से हटाकर निलंबित किया गया और जांच पूरी होने पर सेवा से बर्खास्त कर दिया गया।
नौकरी जाने के बाद मामला नया मोड़ ले बैठा। महिला कंडक्टर ने सीधे पुलिस का रुख करते हुए एआरएम मुकेश बाबू पर छेड़छाड़ और उत्पीड़न जैसे गंभीर आरोप लगाते हुए लिखित शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए शिकायत को जिलाधिकारी के समक्ष भेज दिया, जिसके बाद प्रशासनिक स्तर पर हलचल तेज हो गई। जिलाधिकारी जे. रिभा ने पूरे प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए निष्पक्ष जांच के आदेश दिए हैं। अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि दोनों पक्षों के बयान, विभागीय दस्तावेज और घटनाक्रम की बारीकी से जांच की जाए, ताकि सच्चाई सामने आ सके। डीएम के आदेश के बाद परिवहन विभाग में हड़कंप की स्थिति है।
वहीं, एआरएम मुकेश बाबू ने महिला कंडक्टर के सभी आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए इन्हें बदनाम करने की साजिश करार दिया है। उन्होंने दावा किया कि उन्होंने शासन के निर्देश पर केवल प्रवर्तन कार्रवाई की थी और 9 बिना टिकट यात्रियों को पकड़ा गया था। इसी वैधानिक कार्रवाई से नाराज होकर महिला कंडक्टर उन पर झूठे और मनगढ़ंत आरोप लगा रही है।

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అనకాపల్లి జిల్లా నర్సీపట్నం ఖండ పరిధిలోని రోలుగుంటలో ఈ నెల 25న హిందూ సమ్మేళనం భవ్యంగా జరగనుంది. భారతదేశానికి ఆత్మగా నిలిచిన హిందూ ధర్మం, హిందూ సంస్కృతి, మరియు హిందూ సమాజాన్ని చైతన్యవంతం చేసి సమైక్యపరచడమే లక్ష్యంగా రాష్ట్రీయ స్వయంసేవక సంఘ్ ఏర్పాటు చేసిన ఈ కార్యక్రమానికి చివరి ఏర్పాట్లు పూర్తి అయ్యాయి.
సంఘం స్థాపనకు శతాబ్ది దిశగా కొనసాగుతున్న ఈ వేడుకల్లో భాగంగా హిందూ సమాజం పట్ల గౌరవభావం, ఏకాత్మతా భావన, స్వధర్మం పట్ల అంకితభావం పెంపొందించాలన్న ఉద్దేశ్యంతో ఈ సమ్మేళనం చేపడుతున్నారు. దక్షిణామూర్తి మిల్లు (పాలకేంద్రం) వద్ద, ఓల్డ్ గ్రామీణ బ్యాంక్ సమీపంలో సాయంత్రం 3 గంటలకు ప్రారంభమయ్యే ఈ కార్యక్రమానికి అఖిల భారతీయ సహ ధర్మజాగరణ ప్రముఖ్ ఆలె శ్యాం కుమార్ గారు ముఖ్య వక్తగా హాజరై ప్రసంగించనున్నారు.
కులాలు, ప్రాంతాలు, పార్టీలు వేరైనా మనమంతా హిందువులమే అనే భావనతో జీవిస్తూ దేశాన్ని, ధర్మాన్ని, ఆలయాలను కాపాడుకుందాం అని నిర్వాహకులు పిలుపునిచ్చారు.
వివరాలకు సంప్రదించవచ్చు: శ్రీ దేముడు (91775 84116).

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बेगूसराय हाल ही में हुऐ बुलडोजर कार्यवाही केवल कानून-व्यवस्था का नहीं, बल्कि सामाजिक न्याय और बौद्धिक ईमानदारी का भी गम्भीर सवाल खड़ा करती हैं।
बेगूसराय में अतिक्रमण हटाने के नाम पर बुलडोजर चलाया गया। इस कार्रवाई के दौरान रेलवे लाइन के किनारे बने झोपड़पट्टी से अर्धनिर्मित देशी शराब और कुछ अंग्रेजी शराब की बरामदगी को आधार बनाकर बेगूसराय के सवर्ण समाज के कुछ तथाकथित बुद्धिजीवियों जिनमें खासकर
सवर्ण समाज के जिले के चर्चित अधिवक्ता व अन्य बुद्धिजीवी वर्ग जो जातिवाद कुंठा से ओतप्रोत हैं जिन्होंने ऐसा ज़हरीला विमर्श खड़ा किया मानो पूरी झोपड़पट्टी अपराध का अड्डा हो। बिना किसी ठोस प्रमाण के उसे चोरों का अड्डा, शराब माफिया का ठिकाना और यहाँ तक कि देह व्यापार का केंद्र तक घोषित कर दिया गया। इस अमानवीय और जातिवादी भाषा का परिणाम यह हुआ कि झोपड़पट्टी को पूरी तरह जमींदोज कर दिया गया—वही हुआ, जो ‘मालिक समाज’ चाहता था।

लेकिन आज वही बेगूसराय एक और सच से रूबरू है। एक सत्ताधारी दल BJP नेता के रिश्तेदार के घर से 3 करोड़ 50 लाख रुपये की स्मैक और 20 लाख 47 हजार रुपये नकद बरामद किए गए हैं। यह बरामदगी न केवल अपराध की गंभीरता को उजागर करती है, बल्कि उस दोहरे मापदंड पर भी सवाल खड़े करती है, जो अब तक झोपड़पट्टियों और गरीब बस्तियों पर लागू किया जाता रहा है।

अब प्रश्न सीधा और असहज है, क्या जातिवादी मीडिया और तथाकथित बुद्धिजीवी इस स्मैक के धंधेबाजों के घरों पर बुलडोजर चलाने की मांग करने का नैतिक साहस दिखाएंगे क्या? क्या वे उतनी ही तीखी भाषा, उतनी ही आक्रामक हेडलाइन और उतनी ही नैतिक चिंता अब भी व्यक्त करेंगे? या फिर कानून, नैतिकता और राष्ट्रहित की सारी परिभाषाएँ केवल गरीब, दलित-वंचित बस्तियों तक ही सीमित हैं?

यदि कानून सचमुच समान है, तो उसका बुलडोजर भी समान होना चाहिए। अन्यथा यह साफ समझा जाएगा कि बेगूसराय में अपराध नहीं, बल्कि जाति और वर्ग तय करता है कि किसका घर टूटेगा और किसका सम्मान बचाया जाएगा।

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रावेर : अवैध दारू विक्रीचा व्यवसाय सुरू ठेवण्यासाठी दहा हजारांची लाच घेतल्याप्रकरणी राज्य उत्पादन शुल्क विभागाचा दुय्यम निरीक्षक व त्याचा खासगी वाहनचालक अशा दोघांना पकडण्यात आले. बुधवार दि. १७ रोजी खानापूर टोलनाक्याजवळ रात्री दहा वाजता ही कारवाई करण्यात आली.-दुय्यम निरीक्षक विजय भास्कर पाटील (५१) व चालक भास्कर रमेश चंदनकर (४३, दोन्ही रा. खानापूर ता. रावेर) अशी अटक करण्यात आलेल्यांची नावे आहेत. तक्रारदाराच्या वडिलांवर यापूर्वी दाखल असलेल्या दारूबंदी कायद्याच्या कलम ९३ अंतर्गत कारवाई न करण्याच्या मोबदल्यात आणि अवैध दारू विक्रीचा व्यवसाय पुढे अव्याहत सुरू ठेवण्यासाठी १५०० रुपये प्रतिमाहप्रमाणे एक वर्षाच्या १८ हजार रुपयांच्या हप्त्याची मागणी करण्यात आली. त्यापैकी १० हजार रुपये रकमेची लाच चंदनकर याला देताना ही कारवाई करण्यात आली. लाचलुचपत प्रतिबंधक विभागाचे पोलिस निरीक्षक हेमंत नागरे यांच्या नेतृत्वाखाली पो.हे.कॉ. भूषण पाटील व पो.ना. बाळू मराठे यांच्या पथकाने ही कारवाई यशस्वी केली. याप्रकरणी नागरे यांच्या फिर्यादीवरून रावेर पोलिस ठाण्यात गुन्हा दाखल करण्यात आला आहे. पुढील तपास लाचलुचपत प्रतिबंधक विभागाचे पोलिस उपअधीक्षक योगेश ठाकूर करीत आहेत.

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ఫోన్‌ ట్యాపింగ్‌ మరియు ఒకరి డబ్బులు మరొకరికి పంపించి వారి చేత ట్రాన్సాక్షన్ చేపీయడం నేరం ఎందుకంటే ఇప్పుడు కొత్తగా స్కాం నాకు నాకు లిమిట్ అయిపోయింది అండి మీకు డబ్బులు పంపిస్తాను కొంచెం వేరే వాళ్లకు పంపించాలి మీరు పంపించండి క్రెడిట్ కార్డు బిల్లు కట్టండి అని చాలా రకాలుగా చేస్తున్నారు అందుకోసం రాష్ట్ర ప్రభుత్వం కీలక నిర్ణయం తీసుకుంది. మరి కొంతమంది తెలివిగా ఎదుటివారిని మోసం చేయడానికి అన్ని కంపెనీల క్రెడిట్ కార్డులు తీసుకుంటున్నారు తీసుకొని ఈ కార్డు బిల్లు ఆ కార్డుకు ఆ కార్డు బిల్లు ఈ కార్డుకు అంతేకాకుండా వేరే వాళ్ళతోని నాకు క్రెడిట్ కార్డు బిల్లు కట్టాలని చెప్పి వాళ్ళకు డబ్బులు పంపిస్తున్నారు అలాంటప్పుడు వాళ్లతో పాటు వీళ్ళు కూడా బుక్ అయిపోతున్నారు ఎందుకంటే మేము ఇంట్రాగ్రేషన్ చేసినప్పుడు ఎవరు ఎవరికి ట్రాన్సాక్షన్ చేస్తున్నారు ఎందుకు చేస్తున్నారు అసలు వాళ్ళకి ఆ సంబంధం ఏంటి? ఆ డబ్బులు ఎక్కడివి ఒకరి ఒకరు ఎందుకు చేస్తున్నారు ఇవన్నీ బయటికి రావాల్సి వస్తుంది ఆ సమయం వచ్చినప్పుడు ఇప్పటికే సిట్‌ దర్యాప్తు కొనసాగిస్తుండగా.. తాజాగా హైదరాబాద్‌ పోలీసు కమిషనర్‌ సజ్జనార్‌ నేతృత్వంలో ప్రత్యేక దర్యాప్తు బృందాన్ని ఏర్పాటు చేసింది. కేసు దర్యాప్తును వేగవంతం చేయడానికి సీనియర్‌ పోలీసు అధికారులతో బృందాన్ని ఏర్పాటు చేస్తూ డీజీపీ శివధర్‌రెడ్డి గురువారం ఉత్తర్వులు జారీ చేశారు. ఈ బృందంలో రామగుండం కమిషనర్‌ అంబర్‌ కిషోర్‌ ఝా, సిద్దిపేట సీపీ ఎస్‌.ఎం.విజయ్‌కుమార్‌, మాదాపూర్‌ డీసీపీ రితిరాజ్‌, మహేశ్వరం డీసీపీ కె.నారాయణరెడ్డి, గ్రేహౌండ్స్‌ గ్రూప్‌ కమాండర్‌ ఎం.రవీందర్‌ రెడ్డి, రాజేంద్రనగర్‌ ఏడీసీపీ కేఎస్‌ రావు, జూబ్లీహిల్స్‌ ఏసీపీ పి.వెంకటగిరి(దర్యాప్తు అధికారి), నాగేందర్‌రావు(హెచ్‌ఎంఆర్‌ఎల్‌), సీహెచ్‌ శ్రీధర్‌ (టీజీన్యాబ్‌)ను నియమించారు. ట్యాపింగ్‌ కేసు దర్యాప్తును నెలరోజుల వ్యవధిలో పూర్తిచేయాలని నిర్దేశించారు. ఈ కేసులో భిన్న కోణాలు బయటకు వస్తున్న నేపథ్యంలో ఒక్కొక్కరికి ఒక్కో కీలక అంశానికి సంబంధించిన బాధ్యతలను అప్పగించారు.

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बेगूसराय: बिहार में रिश्वतखोरी के खिलाफ निगरानी अन्वेषण ब्यूरो की सख्ती जारी है. इसी कड़ी में बेगूसराय में बड़ी कार्रवाई करते हुए निगरानी टीम ने जिला कल्याण पदाधिकारी और उनके नाजिर को ऑफिस से ही रंगे हाथों पकड़ा है.
निगरानी विभाग की टीम ने समाहरणालय स्थित जिला कल्याण कार्यालय में छापेमारी की. यहां जिला कल्याण पदाधिकारी मनोज कुमार अग्रवाल और उनके नाजिर जिवेन्द्र कुमार सिंह को 1800 रुपये की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया गया. दोनों को कार्यालय से ही हिरासत में लिया गया। मांगी थी 10 प्रतिशत कमीशन: जानकारी के अनुसार, जिला कल्याण पदाधिकारी मनोज कुमार अग्रवाल पर हर बिल पास करने के एवज में 10 प्रतिशत रिश्वत मांगने का आरोप है. इस बार 18 हजार रुपये के ऑफिस सप्लाई बिल को पास करने के लिए 1800 रुपये की मांग की गई थी. पहले भी ऐसी शिकायतें निगरानी विभाग को मिल रही थी.
निगरानी में दर्ज कराई थी शिकायत: बछवारा निवासी मुकेश राम ने निगरानी विभाग में लिखित शिकायत दर्ज कराई थी. उन्होंने बताया कि उनका 18 हजार रुपये का स्टेशनरी सप्लाई बिल लंबे समय से पास नहीं किया जा रहा था. बार-बार गुहार लगाने के बावजूद पदाधिकारी 10 प्रतिशत कमीशन की मांग पर अड़े रहे."मेरा 18 हजार रुपये का ऑफिस सप्लाई बिल था, जिसे पास करने के लिए जिला कल्याण पदाधिकारी 10 प्रतिशत रिश्वत की मांग कर रहे थे. कई बार गुहार लगाने के बावजूद जब बिल पास नहीं किया गया तो मजबूर होकर निगरानी विभाग में शिकायत करनी पड़ी."- मुकेश राम, शिकायतकर्ता जाल बिछाकर की गई कार्रवाई: शिकायत की सत्यापन के बाद निगरानी टीम ने ट्रैप लगाया. योजना के तहत जैसे ही मुकेश राम ने 1800 रुपये की राशि दी, टीम ने दोनों आरोपियों को रंगे हाथों पकड़ लिया. डीएसपी सुजीत सागर ने इसकी पुष्टि की है.चर्चा में निगरानी की कार्रवाई: डीएसपी सुजीत सागर ने बताया कि फिलहाल दोनों आरोपियों से निगरानी विभाग पूछताछ कर रहा है. आगे की कानूनी कार्रवाई चल रही है. रिश्वतखोरी के इस मामले ने जिले में चर्चा को जन्म दे दिया है. लोग निगरानी की इस सख्ती की सराहना कर रहे हैं.
"जिला कल्याण पदाधिकारी द्वारा हर बिल पास करने के एवज में 10 प्रतिशत रिश्वत की मांग की जा रही थी. इस तरह की शिकायतें पहले भी निगरानी विभाग को मिल रही थी. आज 18 हजार रुपये के बिल के बदले 1800 रुपये रिश्वत लेते समय दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है."

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कोहरे/धुंध के कारण यूपी में एक्सप्रेसवेज पर स्पीड लिमिट 120 किमी/घंटा से घटाकर 80 किमी/घंटा कर दी गई है। यह निर्णय 19 दिसंबर 2025 से 15 फरवरी 2026 तक प्रभावी रहेगा।

कोहरे/ धुंध में सुरक्षित यात्रा हेतु यात्रियों से निम्नवत अपील की जाती है

▪️यात्रा के दौरान वाहन के सभी Emergency Indicator Light जलाकर चले।
▪️वाहन के आगे व पीछे Reflective Tape लगवाये।
▪️किसी भी आपातकालीन स्थिति में टोल फ्री नंबर 14449 पर संपर्क करें।

कृपया अपनी और अपने परिवार की सुरक्षा के लिए एक्सप्रेसवे पर यात्रा करते समय स्पीड लिमिट का पालन करें। सुरक्षित यात्रा करें और दूसरों को भी सुरक्षित रखें।

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आज जब कोई संत
धार्मिक-सेक्स कांड में जेल जाता है,
तो धर्म रोता है—
“सरकार हमारे संतों को सताती है।”

लेकिन सत्य यह है—

संत को
शान्ति चाहिए,
एकांत चाहिए,
मौन चाहिए।

तो फिर जेल से बेहतर जगह क्या?

जेल में
कोई राजनीति नहीं,
कोई मंच नहीं,
कोई भीड़ नहीं,
कोई चंदा नहीं।

अगर संत सच में संत है—
तो जेल में
मार-पीट नहीं होती।
क्योंकि संत टकराता नहीं,
वह रूपांतरण करता है।

अगर संत चाहे—
तो जेल में भी
ध्यान संभव है,
प्रेम संभव है,
समाधि संभव है।

जेल में
लिखने से नहीं रोका जाता,
ज्ञान देने से नहीं रोका जाता,
मौन रहने से तो बिल्कुल नहीं।

और सबसे बड़ी बात—

> जेल में सुधार की सबसे ज़्यादा ज़रूरत है।

अगर संत का काम
धर्म का काम
सुधार का काम है—
तो फिर
जेल ही सबसे बड़ा आश्रम है।

आश्रम में तो
सब पहले से सहमत होते हैं।
जेल में वे लोग हैं
जो टूटे हैं,
भटके हैं,
गिरे हैं।

यहीं संत की असली परीक्षा है।

इसलिए—

संत जेल में हो,
घर में हो,
आश्रम में हो,
जंगल में हो—
सब जगह उसकी है।

क्योंकि
संत स्थान से नहीं बनता,
स्थिति से बनता है।

और अब तुम्हारा अंतिम वाक्य—
जो असली कसौटी है—

> “यदि जेल फूलों का बाग़ नहीं बने,
तो संत कैसा?”

###

अगर संत की उपस्थिति से
जेल का वातावरण
थोड़ा भी नरम न पड़े,
थोड़ा भी मानवीय न बने,
थोड़ा भी शांत न हो—

तो वह संत नहीं,
सिर्फ़
धार्मिक वेश में छुपा हुआ
डरपोक मन है।

संत की पहचान यही है—

> **जहाँ वह हो,
वहाँ कठोरता पिघले।

अगर यह नहीं हो रहा—
तो प्रश्न संत पर है,
सरकार पर नहीं।**

🆅🅴🅳🅰🅽🆃🅰 2.0 🅰 🅽🅴🆆 🅻🅸🅶🅷🆃 🅵🅾🆁 🆃🅷🅴 🅷🆄🅼🅰🅽 🆂🅿🅸🆁🅸🆃 वेदान्त २.० — मानव आत्मा के लिए एक नई दीप्ति — अज्ञात अज्ञानी

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सहारनपुर। थाना जनकपुरी क्षेत्र के तिकोनी कोठी स्थित जगवती अस्पताल के बाहर शुक्रवार को उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब एक पति-पत्नी का आपसी विवाद सड़क पर संग्राम में बदल गया। देखते ही देखते पति और पत्नी के परिजनों (ससुराल और मायका पक्ष) के बीच जमकर हंगामा और तीखी नोकझोंक हुई।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, विवाद इतना उग्र था कि दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर गंभीर आरोप लगाते हुए अस्पताल परिसर के बाहर शोर-शराबा शुरू कर दिया। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुँची, लेकिन हैरानी की बात यह रही कि पुलिस की मौजूदगी में भी दोनों पक्ष शांत होने को तैयार नहीं थे। पुलिसकर्मियों के सामने ही गाली-गलौज और धक्का-मुक्की चलती रही, जिससे राहगीरों और अस्पताल आने वाले मरीजों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
काफी मशक्कत के बाद पुलिस ने स्थिति को संभाला और दोनों पक्षों को शांत कराकर थाने ले गई। फिलहाल मामले की जांच जारी है।
रिपोर्ट ज़ुबैर आलम

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प्रयागराज में सपा विधायक की शिकायत पर डीपआरओ दफ्तर का बाबू हुआ निलंबित
सभी ब्लाकों में शुरू कराई गई जांच

प्रयागराज । हंडिया के विधायक हकीम लाल बिन्द की शिकायत पर वसूली के आरोप में निलंबित किए गए बाबू की जांच प्रयागराज के सभी 23 ब्लॉकों में शूरू करा दी गई है।
विकास भवन में सफाई कर्मियों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं। हालांकि, बाबू को जिस कार्यालय से निलंबित किया गया है, वहीं अटैच कर दिए जाने पर सवाल उठ रहे हैं। पिछले दिनों हुई दिशा की बैठक में हंडिया के विधायक हाकिम लाल बिंद ने जिला पंचायती राज अधिकारी (डीपीआरओ) कार्यालय में तैनात कनिष्ठ लिपिक हरिकेश पांडेय पर सफाई कर्मियों से वसूली करने का आरोप लगाया था। विधायक का आरोप था कि सफाई कर्मियों को वेतन प्रोन्नति का लाभ देने के लिए तीन-तीन हजार रुपये की वसूली की गई। यह आरोप भी थे कि कनिष्ठ लिपिक ने पे-रोल के नाम पर भी सफाई कर्मियों से वसूली की और ट्रांसफार-पोस्टिंग की आड़ में भी धन उगाही की। विधायक ने आरोप लगाया था कि ग्राम पंचायतों में तैनात सफाई कर्मचारियों का मनमाने तरीके से ट्रांसफर कर दिया जाता है और बाद में मनपसंद तैनाती स्थल पर वापसी के लिए उनसे वसूली की जाती है। आरोप है कि विभिन्न मामलों में साल भर में एक करोड़ रुपये तक की वसूली की जा चुकी है। इस शिकायत के बाद प्राथमिक जांच के आधार पर कनिष्ठ लिपिक को निलंबित कर दिया गया था और दिशा की ओर से मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) को विस्तृत जांच कराने के निर्देश दिए गए थे। सीडीओ ने जांच की जिम्मेदारी जिला विकास अधिकारी (डीडीओ) जीपी कुशवाहा को सौंप दी थी। उन्होंने सभी 23 ब्लॉकों में तैनात सफाई कर्मचारियों के बयान दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
बुधवार को करछना वा कौंधियारा ब्लॉक के सफाई कर्मचारियों से उनके लिखित बयान लिए गए। इससे पहले श्रृंगवेरपुर, मांडा, जसरा, सोरांव व कौड़िहार ब्लॉक में तैनात सफाई कर्मियों के बयान दर्ज किए जा चुके हैं। सभी 23 ब्लॉक के सफाई कर्मियों के बयान दर्ज किए जाने के बाद डीडीओ अपनी रिपोर्ट सीडीओ को सौंपेंगे और इसके बाद कार्रवाई पर निर्णय लिया जाएगा।
‘निलंबित किए गए कनिष्ठ लिपिक के खिलाफ वसूली की शिकायत की जांच कराई जा रही है। हर ब्लॉक से 10 से 15 फीसदी सफाई कर्मियों को बुलाकर उनके लिखित बयान लिए जा रहे हैं। अब तक सात ब्लॉक के सफाई कर्मियों के बयान लिए जा चुके हैं। सभी 23 ब्लॉक के सफाई कर्मियों के बयान दर्ज किए जाने के लिए रिपोर्ट सीडीओ को सौंप दी जाएगी। जीपी कुशवाहा, जिला विकास अधिकारी।
कनिष्ठ लिपिक के निलंबन के बाद भी विवाद बना हुआ है, क्योंकि निबंलन के बाद लिपिक को डीपीआरओ कार्यालय में ही अटैच कर दिया गया। विधायक हाकिम लाल बिंद ने इस पर आपत्ति की है। उनका कहना है कि लिपिक को किसी ब्लॉक में अटैच करना चाहिए था ताकि डीपीआरओ कार्यालय से जुड़े कार्यों में हस्तक्षेप न हो। कनिष्ठ लिपिक के विकास भवन में ही बने रहे से जांच प्रभावित होने की भी आशंका है। विधायक का आरोप है कि सफाई कर्मियों को कार्रवाई की धमकी देकर बयान बदलने का दबाव बनाया जा रहा है। वह इस मामले में फिर से अपनी शिकायत दर्ज कराएंगे।

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बीड जिल्ह्यातील अंबाजोगाई शहरात अवैध गुटखा व सुगंधित तंबाखूच्या तस्करीविरोधात पोलिसांनी निर्णायक कारवाई केली आहे. रविवार पेठ परिसरातील एका गोपनीय गोदामावर छापा टाकत पोलिसांनी मोठ्या प्रमाणात गुटखा तसेच एक कार असा सुमारे ५ लाख ५० हजार रुपयांचा मुद्देमाल हस्तगत केला आहे.
शहर पोलिसांना मिळालेल्या खात्रीशीर गुप्त माहितीनंतर ही कारवाई अंमलात आणण्यात आली. छाप्यादरम्यान अवैध गुटख्याचा मोठा साठा आढळून आला. या प्रकरणात एका संशयिताला अटक करण्यात आली असून दुसरा आरोपी फरार झाला आहे. फरार आरोपीचा शोध घेण्यासाठी पोलिस पथके रवाना करण्यात आली आहेत.
अंबाजोगाईत सुरू असलेल्या गुटख्याच्या बेकायदेशीर व्यापारामुळे आरोग्याला धोका निर्माण होत असताना, पोलिसांच्या या कारवाईने तस्करांमध्ये खळबळ उडाली आहे. अवैध गुटखा विक्रीवर यापुढेही कठोर कारवाई सुरूच राहणार असल्याचे पोलिसांकडून स्पष्ट करण्यात आले आहे.

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प्रेस विज्ञप्ति
रायपुर, छत्तीसगढ़


छत्तीसगढ़ी समाज पार्टी
छत्तीसगढ़ संयुक्त किसान मोर्चा
मुख्यालय -छत्तीसगढ़ी भवन
ठा. प्यारेलाल सिँह मार्ग
हांडीपारा रायपुर (छ्ग )
मो. 98271-50001


महान संत गुरु घासीदास जी की जयंती पर छसपा द्वारा गोष्ठी इस पावन दिवस से छसपा में राज्य आंदोलनकारी को छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण संग्राम सेनानी के नाम से पुकारेगा-अनिल दुबे

रायपुर, 18 दिसंबर।ठाकुर प्यारेलाल सिँह मार्ग हांडी पारा स्थित छत्तीसगढ़ी भवन रायपुर में आज दोपहर 1:00 बजे महान संत गुरु घासीदास जी की 269 भी जयंती के अवसर में उनके व्यक्तित्व कृतित्व पर गोष्ठी का आयोजन किया गया। सर्व प्रथम गुरु घासीदास जी की फोटो पर लोकतंत्र सेनानी राज्य आंदोलनकारी जागेश्वर प्रसाद,राज्य आंदोलनकारी किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष अनिल दुबे एवं रायपुर नगर के अध्यक्ष शिवनारायण ताम्रकार द्वारा माल्याअर्पण कर गोष्ठी का शुभारंभ किया गया। गोष्ठी का आधार वक्तव्य रखते हुए छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण संग्राम सेनानी जागेश्वर प्रसाद ने कहा कि जिस समय बाबा गुरु घासीदास का जन्म हुआ उस समय समाज घोर छुआछूत ऊंच- नीच की भावना कूट-कूट कर भरा हुआ था। गुरु घासीदास जी इससे बहुत ही दुखी और आहत होकर उन्होंने गिरोधपुरी क्षेत्र के छाता मुंडा पहाड़ में 6 माह तक कठोर साधना तप किया। इससे उनको दिव्य शक्ति प्राप्त हुई। फिर उन्होंने सतनाम पंथ की स्थापना किया। समाज में उन्होंने मनखे -मनखे एक समान का संदेश फैलाया और सामाजिक समरसता की स्थापना किया।

गोष्ठी को आगे बढ़ते हुए छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण संग्राम सेनानी किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष अनिल दुबे जी ने कहा कि गुरु घासीदास जी के संदेश को आत्मसात करने से समाज में समता एवं भाईचारा स्थापित होने से एक तरफ लोग
संस्कारित होगा वही दूसरी ओर समाज का विकास होगा। उसी के लिए गुरु घासीदास जी ने सतनाम पंथ की स्थापना कर समाज में जन जागरण का शंखनाद किया। साथ ही साथ दलित वर्ग को आगे बढ़ाने न्याय दिलाने के लिए अभियान चलाया। बाबा जी ने जो छत्तीसगढ़ी समाज एवं मानव समाज को रास्ता दिखाया है उसके लिए समाज ऋणी रहेगा। बाबा गुरु घासीदास जी की 269 वीं जयंती के शुभ अवसर पर ऐलान किया कि जितने लोग राज्य निर्माण के संग्राम में भागीदार रहे हैं उन्हें आज से राज्य आंदोलनकारी छत्तीसगढ़ी समाज पार्टी छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण संग्राम सेनानी के नाम से पुकारेगा!

गोष्ठी में शिवनारायण ताम्रकार,श्यामूराम सेन, उमेर खान, गंगाराम साहू आदि ने भी अपना विचार रखा!आभार प्रदर्शन कार्यालय सहायक अंकित साहू ने किया।


श्यामू राम सेन
कार्यालय सचिव
मो.90980-25545

RNI:- MPBIL/25/A1465
Devashish Tokekar
VANDE Bharat live tv news Nagpur
Editor/Reporter/Journalist
Indian Council of press,Nagpur
Journalist Cell
All India Media Association
Nagpur District President
Delhi Crime Press
AD.Associate /Reporter
Contact no.
9422428110/9146095536
Head office:- plot no 18/19, flat no. 201,Harmony emporise, Payal -pallavi society new Manish Nagar somalwada nagpur - 440015

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फर्रुखाबाद | #कायमगंज । #लखनऊ उत्तर प्रदेश परिवहन निगम 💯🎥

कायमगंज: कायमगंज के कंपनी थाना क्षेत्र में गुरुवार सुबह एक रोडवेज बस नीलगाय को बचाने के प्रयास में अनियंत्रित होकर पलट गई. यह हादसा कंपिल सिवारा मार्ग पर अकबरपुर गांव की पुलिया के पास हुआ. गनीमत रही कि बस में सवार चालक, परिचालक और एकमात्र यात्री सुरक्षित रहे.

खड्ड में गिरी बस कौशांबी डिपो की यह बस सिवारा रोड पर अकबरपुर गांव की पुलिया के पास अचानक सड़क पर नीलगाय के आ जाने से अनियंत्रित हो गई थी. बस चालक ने नीलगाय को बचाने का भरपूर प्रयास किया, जिसके कारण बस अनियंत्रित होकर सड़क किनारे खड्ड में जा गिरी और पलट गई.

घायल यात्री की स्थिति हादसे में बस में सवार एकमात्र यात्री को मामूली चोटें आईं. घायल यात्री की पहचान सरोज कुमार पुत्र रामवीर, निवासी गोपालपुर, जिला सीतापुर के रूप में हुई है. उन्हें तुरंत कायमगंज सीएचसी (CHC) में भर्ती कराया गया, जहाँ प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई.

चालक का बयान बस चालक मनोज ने बताया कि वह रात को कौशांबी से चला था. सुबह जब वह कंपनी थाना क्षेत्र से कुछ दूरी पर अकबरपुर पुलिया के पास पहुँचा, तो अचानक एक नीलगाय सड़क पर आ गई. उसे बचाने की कोशिश में उन्होंने बस पर से नियंत्रण खो दिया और यह हादसा हो गया. चालक ने बताया पूरी बस में एक ही सवारी थी। जो कि सुरक्षित है।

#viralpost2025シ #reelsviralシfb #farrukhabadcityuttarpradesh #UttarPradeshNews #farrukhabad #farrukhabadnews #फर्रुखाबाद #UttarPradesh #reelschallengereelschallenge
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ਇਹ ਰਹੀਆਂ ਅੱਜ ਦੀਆਂ ਮੁੱਖ ਪੰਜਾਬ ਦੀਆਂ ਤਾਜ਼ਾ ਖ਼ਬਰਾਂ (18-19 ਦਸੰਬਰ 2025)👇

🗳️ ਸਿਆਸੀ ਤੇ ਚੋਣ ਨਤੀਜੇ

ਆਮ ਆਦਮੀ ਪਾਰਟੀ (AAP) ਨੇ ਪੰਜਾਬ ਦੇ ਜ਼ਿਲਾ ਪਰਿਸ਼ਦ ਅਤੇ ਪੰਚਾਇਤ ਸਮਿਤੀ ਚੋਣਾਂ ਵਿੱਚ ਸ਼ਕਤੀਸ਼ਾਲੀ ਦਾਅਵਾ ਕੀਤਾ, ਕਈ ਜ਼ੋਨਾਂ ‘ਚ ਅੱਗੇ ਰਹੀ।


🚜 ਕਿਸਾਨ ਸੰਬੰਧੀ ਖ਼ਬਰ

ਪੰਜਾਬ ਵਿਚ ਕਿਸਾਨਾਂ ਨੇ ਇਲੈਕਟ੍ਰਿਸਟੀ ਬਿੱਲ/ਪ੍ਰੀਪੇਡ ਮੀਟਰ ਵਿਵਸਥਾ ਦੇ ਖ਼ਿਲਾਫ਼ ਰੋਸ ਪ੍ਰਦਰਸ਼ਨ ਕੀਤੇ।


🌾 ਖੇਤੀ ਤੇ ਨਵੀਆਂ ਯੋਜਨਾਵਾਂ

ਹੁਟੀਂਕਲਚਰ ਵਿਭਾਗ ਨੇ ਇੱਕ ਵੱਡੀ ਸਬਸੀਡੀ ਮੁਹਿੰਮ ਸ਼ੁਰੂ ਕੀਤੀ, ਜਿਸ ਨਾਲ ਕਿਸਾਨ ਆਪਣੀ ਫਸਲ ਸਿਰਕਲ ਤੋ ਵੱਖਰਾ ਬਾਗਬਾਨੀ/ਮਸ਼ਰੂਮ/ਮਧੁਪਾਲਨ ਵਰਗੇ ਵਿਕਲਪਾਂ ਵਾਲੇ ਖੇਤਰ ਵੱਲ ਜਾਣ ਲਈ ਉਤਸ਼ਾਹਿਤ ਹੋਣਗੇ।


🌫️ ਮੌਸਮ ਅਤੇ ਸਵੇਰੇ ਕੋਹਰਾ

ਪੰਜਾਬ ‘ਚ ਘਣੇ ਕੋਹਰੇ ਕਾਰਨ ਸਕੂਲ ਦੀਆਂ ਘੰਟਿਆਂ ‘ਚ ਕਮੀ ਕਰਨ ਦੀ ਮੰਗ ਉਠੀ ਹੈ, ਕਿਉਂਕਿ ਸਕੂਲੀ ਬੱਚਿਆਂ ਅਤੇ ਅਧਿਆਪਕਾਂ ਲਈ ਸਵੇਰੇ ਸੜਕਾਂ ‘ਤੇ ਦਿਖਾਈ ਘਟ ਰਹੀ ਹੈ।

ਇਸ ਸਬੰਧ ਵਿੱਚ ਸੜਕ ਸੁਰੱਖਿਆ ਪਰिषद ਨੇ ਵੀ ਸੜਕਾਂ ‘ਤੇ ਚਿੰਨ੍ਹ/ਲਾਈਟਿੰਗ ਤੇ ਹੋਰ ਸੁਧਾਰ ਕਰਨ ਦੇ ਆਦੇਸ਼ ਦਿੱਤੇ ਹਨ।


🏏 ਖੇਡ ਖ਼ਬਰ

ਪੰਜਾਬ ਦੀ ਟੀਮ ਨੇ ਮਹੱਤਵਪੂਰਨ ਸਿਆਦ ਮੁਸ਼ਤਾਕ਼ ਅਲੀ ਟ੍ਰੋਫੀ ਮੈਚ ਵਿੱਚ ਵੱਡੀ ਜਿੱਤ ਦਰਜ ਕੀਤੀ।


📍 ਸਥਾਨਕ ਤੇ ਸਮਾਜਿਕ ਖ਼ਬਰਾਂ

ਲੁਧਿਆਣਾ ਵਿੱਚ ਹੋਈਆਂ ਕੁਝ ਸਥਾਨਕ ਸਮਾਰੋਹ ਅਤੇ ਖੇਡ-ਇਵੈਂਟਸ ਦੀਆਂ ਖ਼ਬਰਾਂ ਵੀ ਹਨ।


📌 ਹੋਰ ਮੁੱਖ ਆਖਰੀ ਸਮੇਂ ਦੀਆਂ ਖ਼ਬਰਾਂ

ਤਾਜ਼ਾ ਹੈਡਲਾਈਨਾਂ ਅਨੁਸਾਰ ਹੋਰ ਸਥਾਨਕ ਰਾਜਨੀਤੀ, ਪੁਲਿਸ ਕਾਰਵਾਈਆਂ ਅਤੇ ਸਮਾਜਿਕ ਘਟਨਾਵਾਂ ਵੀ ਚੱਲ ਰਹੀਆਂ ਹਨ।

ਚਾਹੁੰਦੇ ਹੋ Punjab News ਰਿਲੀਲ ਟਾਈਮਿੰਗ ਜਾਂ ਕੁਝ ਵਿਸ਼ੇਸ਼ ਸ਼ੈਗਰੀ ਖ਼ਬਰਾਂ ਵੀ ਦੇਖਣ?

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प्रेस नोट
भंडारा

जिल्ह्यातील अल्पसंख्यांक नागरिकांच्या समस्या सोडवण्यासाठी प्रशासन सदैव तत्पर- जिल्हाधिकारी सावनकुमार
अल्पसंख्याक हक्क दिवस साजरा
विलास केजरकर भंडारा.

भंडारा:- भाषीक किंवा धार्मिक अल्पसंख्यांक देखील या देशाचे नागरिक आहेत. त्यामुळे अल्पसंख्यांक नागरिकांच्या समस्या सोडवण्यासाठी प्रशासनाचे पुर्ण सहकार्य राहील असे जिल्हाधिकारी सावनकुमार यांनी व्यक्त केले आहे.
ते आज जिल्हा प्रशासनाच्या वतीने जिल्हाधिकारी कार्यालयात आयोजित अल्पसंख्यांक हक्क दिवसानिमित्त मार्गदर्शन करतांना बोलत होते.
यावेळी जिल्हा नियोजन अधिकारी तारकेश्वरी बोरीगिटटे, सहायक जिल्हा नियोजन अधिकारी श्री. दातीर तसेच अल्पसंख्यांक समाजाचे प्रतिनिधी उपस्थित होते. प्रमुख वक्ते म्हणून मुफ्ती मो. साजिद, संचालक, मदरसा अरबिया तालिमुल इस्लाम,भंडारा, ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ( जिलहा अध्यक्ष भंडारा), शांतता समिति सदस्य तसेच किशोर नामेदव बौध्द, जिल्हा अध्यक्ष, भारतीय पंजीकृत बौध्द महासभा भंडारा जिल्हा तथा सदस्य महाबोधी सोसायटी ऑफ इंडिया मोबाईल क्रमांक आणि भंडारा जिल्हा अल्पसंख्याक प्रमुख मोहम्मद आरिफ शेख उपस्थित होते.
पुढे म्हणाले १८ डिसेंबर हा दिवस ‘अल्पसंख्याक हक्क दिवस’ म्हणून साजरा करण्यात येतो. अल्पसंख्याक विकास विभागाचे परिपत्रक १० डिसेंबर २०२५ अन्वये जिल्हा प्रशासनाच्या वतीने अल्पसंख्याक हक्क दिनानिमित्त विशेष कार्यक्रम करण्यात आले. संयुक्त राष्ट्र संघटनेने १८ डिसेंबर १९९२ रोजी राष्ट्रीय, वांशिक, धार्मिक व भाषिक अल्पसंख्याकांच्या हक्कांचा जाहीरनामा स्वीकारला. जाहीरनाम्यानुसार अल्पसंख्याक नागरिकांना त्यांची संस्कृती, भाषा, धर्म व परंपरा जतन व संवर्धन करण्याचा अधिकार असून या हक्कांची प्रभावी अभिव्यक्ती व्हावी या उद्देशाने राष्ट्रीय अल्पसंख्याक आयोगाच्या सूचनेनुसार दरवर्षी हा दिवस साजरा करण्यात येतो.
त्यावेळी मुफती मोहम्मद साजिद यांनी आपले मनोगत व्यक्त केले. अल्पसंख्यांकांना मुख्य प्रवाहात आणण्याचे अपेक्षा त्यांनी यावेळी व्यक्त केली. त्यानंतर किशोर नामदेव यांनी देखील अल्पसंख्यांकांसाठी शासन करत असलेल्या योजना व उपक्रमांची माहिती जनतेपर्यंत पोहोचवण्यात यावी अशी अपेक्षा व्यक्त केली. अल्पसंख्यांक हक्क दिवस साजरा करण्यासाठी शासनाची भूमिका प्रास्ताविकेमध्ये जिल्हा नियोजन अधिकारी तारकेश्वरी बोरीगड्डे यांनी व्यक्त केली तर मोहम्मद आरिफ शेख जिल्हा अल्पसंख्यांक प्रमुख यांनी देखील या दिवसाचे महत्त्व आपल्या भाषेमध्ये व्यक्त केले.
या कार्यक्रमाला जिल्हा माहिती अधिकारी शैलजा वाघ, महिला व बालविकास विभागाचे अधिकारी श्री अरूण बांदुरकर यासह अन्य अधिकारी कर्मचारी उपस्थित होते. प्रास्ताविकात जिल्हा नियोजन अधिकारी तथा जिल्हा अल्पसंख्याक अधिकारी श्रीमती बोरीगिटटे यांनी शासकीय योजनांचा लाभ अल्पसंख्याक समुदायातील शेवटच्या घटकापर्यंत पोहोचविण्यासाठी कटिबद्ध असल्याचे नमूद केले.
कार्यक्रमाचे सुत्रसंचालन श्रीमती भोंगाडे व प्रास्ताविक जिल्हा नियोजन अधिकारी तारकेश्वरी बोरीगिटटे यांनी केले तर उपस्थितांचे आभार सहायक जिल्हा नियोजन अधिकारी श्री. दातीर यांनी मानले.

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बेंगलुरु में एक ऐसा मामला सामने आया हैं जिसके बारे में जानकर आप भी थोड़े परेशान हो जाएंगे। यहां एक गैंगरेप का झूठा आरोप लगाने का मामला सामने आया है। पुलिस जांच के बाद यह आपसी सहमति से बने शारीरिक संबंध का केस निकला। केरल की रहने वाली 22 वर्षीय नर्सिंग छात्रा ने 6 दिसंबर को मादीवाला थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। उसने कहा कि 2 दिसंबर की रात सर एम विश्वेश्वरैया रेलवे टर्मिनल के पास कैब ड्राइवर और उसके दोस्तों ने उसका सामूहिक बलात्कार किया।

पुलिस जुटी जांच में
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस ने तुरंत गैंगरेप का केस दर्ज किया और क्षेत्राधिकार न होने के कारण इसे बनाशंकरी थाने ट्रांसफर कर दिया। पीड़िता के बयान पर 33 साल के कैब ड्राइवर को पूर्वी बेंगलुरु स्थित उसके घर से गिरफ्तार कर लिया गया। वह 2 बच्चों का पिता है। ड्राइवर ने शुरू से ही दावा किया कि वह बेकसूर है और संबंध दोनों की सहमति से बना था। पुलिस ने गहन जांच शुरू की जिसमें व्हाट्सऐप चैट, रियल-टाइम लोकेशन ट्रैकिंग और सीसीटीवी फुटेज का विश्लेषण किया गया।खबरों की माने तो जांच में खुलासा हुआ कि 2 दिसंबर रात 11.30 बजे से 3 दिसंबर सुबह 5.30 बजे तक लड़की और ड्राइवर रेलवे स्टेशन के पास लगातार साथ थे। दोनों पहले से एक-दूसरे को जानते थे और दोनों केरल के रहने वाले हैं। उन्होंने आपसी सहमति से मिलकर पार्टी भी की थी। गैंगरेप का कोई सबूत नहीं मिला और ड्राइवर के साथियों का भी कोई अता-पता नहीं चला। लड़की को सिर्फ गर्दन पर हल्की खरोंच थी। पूछताछ में लड़की ने कबूल कर लिया कि उसने झूठा गैंगरेप का आरोप लगाया था। दरअसल, उसके बॉयफ्रेंड ने गर्दन की खरोंच के बारे में सवाल किए तो वह घबरा गई और कहानी गढ़कर शिकायत कर दी ताकि बॉयफ्रेंड को जवाब दे सके।

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उत्तर प्रदेश परिवहन निगम में यात्रियों की सुरक्षा और रोडवेज बसों की खस्ताहाली को लेकर प्रकाशित समाचार का मुख्यमंत्री के सूचना सेल ने संज्ञान लिया है।

लखनऊ की ये बसें कितनी सुरक्षित, के बाद जिलाधिकारी संजीव रंजन ने इस गंभीर मामले में कार्रवाई करते हुए रोडवेज के क्षेत्रीय प्रबंधक से आख्या तलब की है।

जिलाधिकारी ने आरएम सत्येंद्र कुमार वर्मा को निर्देशित किया कि वे बसों की वास्तविक स्थिति और सुरक्षा मानकों पर अपनी रिपोर्ट पेश करें। इसके बाद डीएम को भेजी गई अपनी प्रारंभिक आख्या में क्षेत्रीय प्रबंधक ने बताया कि यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए पूरे परिक्षेत्र में सघन जांच अभियान शुरू कर दिया गया है।

उन्होंने बताया कि परिक्षेत्र में संचालित सभी रोडवेज बसों की तकनीकी और भौतिक जांच कराई जा रही है। प्रत्येक बस को मार्ग पर भेजने से पहले यातायात निरीक्षकों द्वारा मौके पर जांच अनिवार्य कर दी गई है। किसी भी प्रकार की कमी पाए जाने पर बस को तत्काल मार्ग से हटाकर मरम्मत के बाद ही संचालित किया जाएगा।

आरएम ने स्पष्ट किया कि बस स्टेशनों पर तैनात कर्मियों और मार्ग पर तैनात निरीक्षकों को दैनिक रूप से भौतिक निरीक्षण की रिपोर्ट देने को कहा गया है। यदि किसी स्तर पर लापरवाही पाई जाती है, तो संबंधित उत्तरदायी अधिकारी या कर्मचारी के विरुद्ध कठोर विभागीय कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

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प्रेस नोट
कोपरगाव, अहिल्यानगर

काका कोयटे निवडणूक रिंगणात असल्यामुळे समता पतसंस्थेची बदनामी....

कोपरगाव (शिवप्रहार न्यूज) याबाबत अधिक माहिती अशी की,सन २०२५ च्या कोपरगाव नगरपालिका नगराध्यक्षपदासाठीच्या निवडणूक रिंगणात असल्यामुळे संस्थेचे सर्वेसर्वा श्री.काका कोयटे यांची बदनामी विरोधकांनी संबंधित थकबाकीदारांना एकत्र आणून चालू केली आहे. विरोधकांकडून सहकार आयुक्त कार्यालयावर दबाव आणून ही चौकशी लावण्यात आली आणि संस्थेच्या चौकशीचे आदेश दिले होते.विरोधकांनी काका कोयटे यांना विरोध करण्यासाठी थकबाकीदारांच्या माध्यमातून संस्थेची चौकशी लावली असून त्या थकबाकीदारांची देखील चौकशी करण्यात यावी.तसेच समता पतसंस्था ही गेल्या अनेक वर्षांपासून सहकार खात्याने घालून दिलेल्या निकषाप्रमाणे सभासद व ग्राहकांच्या विश्वासावर पारदर्शक, शिस्तबद्ध आणि नियमबद्ध पद्धतीने कार्यरत असून संस्थेच्या आर्थिक व्यवहारात कोणतीही अनियमितता नसल्याचे यापूर्वीही प्रत्येक वर्षी होणाऱ्या ऑडिटमध्ये अ दर्जा मिळून स्पष्ट झाले आहे.
फक्त कोपरगाव नगरपालिका सार्वत्रिक निवडणूक २०२५ मध्ये संस्थेचे चेअरमन काका कोयटे कोपरगाव नगरपालिका नगराध्यक्षपदाची उमेदवारी करत असल्यामुळे विरोधकांचा थकबाकीदारांच्या माध्यमातून संस्थेचा अपप्रचार व अफवा, सोशल मीडियावर बदनामी करण्याचा डाव चालु असल्याची माहिती संस्थेचे व्हा.चेअरमन अरविंद पटेल यांनी दिली.

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अहिल्यानगर

जिल्हाधिकारी कार्यालयाला मिळालेली बॉम्बची धमकी अफवाच;पोलिसांच्या सखोल तपासणीनंतर कामकाज पुन्हा सुरळीत...

​अहिल्यानगर (शिवप्रहार न्युज)- अहिल्यानगर जिल्हाधिकारी कार्यालयाला आज सकाळी ईमेलद्वारे बॉम्बस्फोटाची धमकी देण्यात आली होती. मात्र पोलीस प्रशासनाने केलेल्या सखोल तपासणीत काहीही आक्षेपार्ह आढळले नसल्याने ही केवळ अफवा असल्याचे स्पष्ट झाले असून जिल्हाधिकारी कार्यालयाचे कामकाज आता पूर्णपणे सुरळीत सुरू झाले आहे. ​
आज सकाळी जिल्हाधिकारी कार्यालयास धमकीचा ईमेल प्राप्त होताच प्रशासनाने तातडीने पोलीस विभागाला याची माहिती दिली. खबरदारीचा उपाय व‌ नागरिकांच्या सुरक्षिततेच्या दृष्टीने पोलिसांनी संपूर्ण कार्यालय परिसर रिकामा केला. बॉम्ब शोधक पथकातील 'लुसी' व 'जंजीर' या श्वानांच्या मदतीने तसेच अत्याधुनिक बॉम्ब शोधक यंत्रणेद्वारे कार्यालयाच्या सहा मजली इमारतीची तपासणी करण्यात आली. यामध्ये सर्व मजले, जिने, लिफ्ट, पार्किंग व संपूर्ण परिसराचा समावेश होता. या शोधमोहिमेत अग्निशमन दल व एसआयडी (SID) पथकाचेही सहकार्य लाभले. ​या सखोल शोधमोहिमेत कोणत्याही प्रकारची संशयास्पद वस्तू अथवा स्फोटके आढळून आली नाहीत. परिसराची सुरक्षितता सुनिश्चित केल्यानंतर दुपारी कार्यालयाचे दैनंदिन कामकाज पुन्हा पूर्ववत सुरू करण्यात आले.
​ राज्यात अनेक ठिकाणी एकाच वेळी अशा प्रकारचे धमकीचे ई-मेल आल्याने पोलीस यंत्रणा सतर्क झाली आहे. हा प्रकार केवळ खोडसाळपणा असल्याचे प्राथमिक तपासात दिसून येत असून अशा अफवांवर विश्वास न ठेवण्याचे आवाहन प्रशासनाकडून करण्यात आले आहे. या प्रकरणाचा अधिक तपास पोलीस सायबर सेलच्या माध्यमातून करत आहेत.

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कोहरे/धुंध के कारण यूपी में एक्सप्रेसवेज पर स्पीड लिमिट 120 किमी/घंटा से घटाकर 80 किमी/घंटा कर दी गई है। यह निर्णय 19 दिसंबर 2025 से 15 फरवरी 2026 तक प्रभावी रहेगा। कोहरे/धुंध में सुरक्षित यात्रा हेतु यात्रियों से निम्नवत अपील की जाती है।- यात्रा के दौरान वाहन के सभी Emergency Indicator Light जलाकर चले।- वाहन के आगे व पीछे Reflective Tape लगवाये।- किसी भी आपातकालीन स्थिति में टोल फ्री नंबर 14449 पर संपर्क करें।कृपया अपनी और अपने परिवार की सुरक्षा के लिए एक्सप्रेसवे पर यात्रा करते समय स्पीड लिमिट का पालन करें। सुरक्षित यात्रा करें और दूसरों को भी सुरक्षित रखें।रिपोर्ट - पंकज कुमार गुप्ताजिला - जालौन, उरईराज्य - उत्तर प्रदेश

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मोहम्मदगंज।पलामू।झारखंड
एक दशक वर्ष से हो रही 12877/78 रांची नई दिल्ली गरीबरथ एक्सप्रेस ट्रेन के ठहराव की मांग को पलामू सांसद श्री विष्णुदयाल राम के अथक प्रयास और केंद्रीय मंत्री श्री एल मुरुगन के दो वर्ष पूर्व मोहम्मदगंज आगमन के दौरान रेल उपभोक्ताओं द्वारा रखी गई मांग पर अनुसंशा के बावजूद पूर्व मध्य रेल के पंडित दीनदयाल उपाध्याय मंडल अंतर्गत मोहम्मदगंज में ठहराव नही किये जाने से मोहम्मदगंज स्टेशन से जुड़े रेल उपभोक्ताओं सहित आम लोगो मे निराशा है।जबकि अगस्त माह 2025 में रेल मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव ने सम्बंधित रेल अधिकारियों को ठहराव की प्रक्रिया पूर्ण करने के भी निर्देश दिए है।मालूम हो कि मोहम्मदगंज स्टेशन मोहम्मदगंज प्रखंड के अलावा हैदरनगर प्रखंड के बरडण्डा, उंटारी रोड प्रखंड के सतबहिनी पंचायत,गढ़वा जिला के मझिआंव प्रखंड का मोरबे पंचायत,भवनाथपुर,केतार सहित सम्पूर्ण कांडी प्रखंड के सैकड़ो गांव के लोगो का रेलहेड है,उंटारी रोड प्रखंड क्षेत्र के ग्रामीणों को भी ट्रेन के ठहराव से सुविधा होगा।उक्त रेलवे स्टेशन से ऐतिहासिक पर्यटन स्थल भीमचुल्हा स्थल और सतबहिनी तीर्थ स्थल जुड़ा हुआ है।साथ ही सोन नदी पार बिहार राज्य के सोन नदी सीमावर्ती गांव के लोगो का ट्रेन सुविधा के लिए मोहम्मदगंज स्टेशन ही रेलहेड है। अधिकतम आबादी मजदूर,किसान,मध्यम आय वर्ग का है,देश की राजधानी दिल्ली में देश के सर्वसुविधा युक्त एम्स सहित बड़े अस्पताल में इलाज़ के लिए और आस्था धर्मनगरी प्रयागराज,व्यवसायिक नगरी कानपुर सहित अन्य महानगरों में रोजगार,व्यापार,अध्यात्म से जुड़कर लोगो को व्यापक सुविधा उपलब्ध होगा।मोहम्मदगंज स्टेशन पर सर्वसुलभ सुविधा उपलब्ध है,एवं प्राप्त जानकारी के अनुसार यात्री टिकट से प्रतिदिन औसतन एक लाख से अधिक राजस्व की प्राप्ति रेलवे को होती है और गरीबरथ ट्रेन के ठहराव की अहर्ता को पूरा करता है।उक्त ट्रेन का जपला करीब 20 किमी और गढ़वा रोड करीब 30 किमी पर ठहराव है।जहाँ से ट्रेन पकड़ने के लिए लोगो निजी भाड़ा के वाहन से रिजर्व बुकिंग कर 800 से 1500 रुपया राशि का अतिरिक्त आर्थिक बोझ झेलना पड़ता है।कई लोगो ने रेलमंत्री,सहित ट्रेन के आवगमन से सम्बंधित रेल मंत्रालय, रेलवे बोर्ड, रेलवे जोन और रेल मंडल को भी ट्वीट और ई मेल के माध्यम से ठहराव की पुरजोर मांग किया है।लोगो मे निराशा तो है पर आशा भी नही छोड़ा है।

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बेहट (सहारनपुर): वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में अपराधियों के विरुद्ध चलाए जा रहे अभियान के तहत थाना बेहट पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस टीम और बदमाशों के बीच हुई तीखी मुठभेड़ के बाद एक शातिर हिस्ट्रीशीटर पशु चोर को घायल अवस्था में गिरफ्तार किया गया है।
मुठभेड़ के दौरान अभियुक्त के पास से 01 अवैध तमंचा (.315 बोर), 02 जिंदा कारतूस, और 01 खोखा कारतूस बरामद हुआ है। इसके अतिरिक्त, पुलिस ने अभियुक्त के कब्जे से चोरी की एक छोटा हाथी गाड़ी और पशु चोरी के मुकदमे से संबंधित 13,000 रुपये की नकदी भी बरामद की है।
क्षेत्राधिकारी (CO) बेहट, श्री एस.एन. वैभव पाण्डेय ने जानकारी देते हुए बताया कि गिरफ्तार अभियुक्त एक दुस्साहसिक अपराधी है, जिस पर पूर्व में भी कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। पुलिस टीम द्वारा घेराबंदी किए जाने पर अभियुक्त ने फायरिंग शुरू कर दी थी, जिसके बाद आत्मरक्षार्थ की गई जवाबी कार्रवाई में वह घायल हो गया। पुलिस फिलहाल मामले की गहनता से जांच कर रही है और अभियुक्त के अन्य साथियों की तलाश जारी है।

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Koraput | Dec 19, 2025 - The Congress party claimed victory in the long-running National Herald case and accused the BJP of misusing central investigating agencies to harass and defame the opposition for over a decade. Senior Congress leaders in Koraput demanded a public apology from the BJP and called for the resignation of the Prime Minister.

Koraput District Congress President Rupak Turuk said that for the last 10 years the BJP government had been using agencies like the Enforcement Directorate (ED) and the Central Bureau of Investigation (CBI) to target Congress leaders in the National Herald case. “Despite sustained harassment and political pressure, truth has prevailed and Congress has emerged victorious,” he said, adding that the BJP should apologise to the people of the country for misleading them.

Congress Legislature Party leader and Pottangi MLA Ramchandra Kadam also reacted strongly to the development. Terming the outcome a moral victory for Congress, Kadam said the BJP had deliberately attempted to malign the party through false allegations. He demanded that the BJP immediately seek forgiveness from the people of India.

Taking his criticism further, Kadam also called for the resignation of the Prime Minister, alleging that the misuse of central agencies under the BJP regime had damaged democratic institutions. “The people have seen through the political vendetta, and accountability must follow,” he asserted.

Both leaders reiterated that the Congress would continue to fight against what they described as authoritarian misuse of power and stand for democratic values and constitutional principles.

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कानपुर। मोबाइल पर पोर्न देखने के नाम पर लोगों को जेल भेजने की धमकी देकर ठगी करने वाले एक साइबर गैंग का कानपुर क्राइम ब्रांच ने भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने दो सगे भाइयों समेत कुल 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। आरोपी खेतों और जंगलों में बैठकर खुद को पुलिस अधिकारी बताकर ठगी कर रहे थे।
डीसीपी क्राइम अतुल श्रीवास्तव ने बताया कि श्रावस्ती निवासी प्रमोद कुमार को एक कॉल आई, जिसमें कॉलर ने खुद को कानपुर क्राइम ब्रांच का अधिकारी बताया। कहा गया कि गूगल क्रोम हिस्ट्री से पता चला है कि वह पोर्न वीडियो देखते हैं और उनके खिलाफ केस दर्ज हो चुका है। गिरफ्तारी से बचने के लिए 50 हजार रुपए मांगे गए। डर के कारण पीड़ित ने 46 हजार रुपए ट्रांसफर कर दिए।
कुछ दिन बाद ठगी का अहसास होने पर पीड़ित ने पुलिस से शिकायत की। 17 दिसंबर को केस दर्ज हुआ और 18 दिसंबर को कार्रवाई करते हुए पुलिस ने सुरेश, दिनेश (सगे भाई), पंकज सिंह, अमन विश्वकर्मा और विनय सोनकर को गिरफ्तार किया।

खेत में बैठकर चलता था ठगी का कॉल सेंटर

जांच में सामने आया कि आरोपी कानपुर देहात के खेतों और जंगलों में बैठकर कॉल करते थे। एक आरोपी अधिकारी बनकर बात करता था, दूसरा पुलिस सायरन और गाड़ियों की आवाज मोबाइल में बजाता था ताकि पीड़ित को लगे कि पुलिस उसके घर पहुंच रही है। इसके बाद क्यूआर कोड या यूपीआई के जरिए पैसे ट्रांसफर कराए जाते थे।

सोमवार से शुक्रवार ठगी, वीकेंड पर मौज

डीसीपी के मुताबिक आरोपी सोमवार से शुक्रवार सुबह 10 से शाम 5 बजे तक ठगी करते थे, जबकि शनिवार-रविवार को कानपुर और झांसी घूमने निकल जाते थे।
अब तक यूपी के अलग-अलग जिलों में 7 लोगों से ठगी की पुष्टि हुई है। कुछ आरोपी अभी फरार हैं, जिनकी तलाश जारी है।
पुलिस ने लोगों से अपील की है कि कोई भी व्यक्ति अगर खुद को पुलिस या अधिकारी बताकर पैसे मांगे, तो तुरंत साइबर क्राइम हेल्पलाइन या नजदीकी थाने में शिकायत करें।

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గుంటూరు జిల్లా కొల్లిపర
పోలీస్‌ స్టేషన్‌కు కొత్తగా నియమితులైన ఎన్ సి ప్రసాద్ నాయుడు సబ్‌-ఇన్స్పెక్టర్‌గా బాధ్యతలు స్వీకరించారు. హ్యూమన్ రైట్స్ కౌన్సిల్ ఫర్ ఇండియా జాతీయ అధ్యక్షులు మరియు వ్యవస్థాపకులు చెన్నుపాటి శ్రీకాంత్ ఆదేశాల మేరకు. జాతీయ ప్రధాన కార్యదర్శి మాదాసు చారేంద్ర సూచనల మేరకు మరియు హ్యూమన్ రైట్స్ కౌన్సిల్ ఫర్ ఇండియా జాతీయ వైస్ ప్రెసిడెంట్ కందుల చందు సలహాలు మేరకు గుంటూరు జిల్లాలోని హెచ్ఆర్సిఐ కుటుంబ సభ్యులు ఎస్సై ప్రసాద్ నాయుడు ని మర్యాదపూర్వకంగా కలిశారు. హ్యూమన్ రైట్స్ కౌన్సిల్ ఫర్ ఇండియా సౌత్ ఇండియా ఉమెన్ పోర్ట్ ప్రెసిడెంట్ కోన వరలక్ష్మి మాట్లాడుతూ ప్రజా సేవ పట్ల అంకితభావం, క్రమశిక్షణ, న్యాయపరమైన ధోరణితో పనిచేసే అధికారిగా ప్రసాద్ నాయుడుకి ఇప్పటికే మంచి పేరు ఉంది అని అన్నారు.మండలం లో శాంతి భద్రతలను బలోపేతం చేయడానికి, ప్రజలకు ఎప్పటికప్పుడు అందుబాటులో ఉండేలా పోలీస్ సేవలను మరింత మెరుగుపరచడానికి కృషి చేస్తానని ప్రసాద్ నాయుడు తెలియజేశారన్నారు. కొల్లిపర మండల ప్రజలు, స్థానిక నాయకులు, అధికారులు ఆయన నియామకంపై సంతోషం వ్యక్తం చేస్తూ ప్రసాద్ నాయుడు ఆధ్వర్యంలో శాంతి-భద్రతలు మరింతగా మెరుగుపడతాయని ఆశాభావం వ్యక్తం చేస్తున్నారు.

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शहरी-ग्रामीण दोनों योजनाओं का भुगतान ठप, गरीबों की नींद उड़ी**छत्तीसगढ़ में प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी एवं ग्रामीण) इन दिनों पूरी तरह से अव्यवस्था और लापरवाही का शिकार हो चुकी है। सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना के तहत गरीबों को पक्का मकान देने का सपना अब अधूरा और कागज़ी साबित होता दिख रहा है।प्रदेश के हजारों लाभार्थी आज भारी परेशानी में हैं।किसी के खाते में केवल एक किस्त आई, जिसके भरोसे लोगों ने मकान निर्माण शुरू कर दिया, लेकिन दूसरी किस्त महीनों से अटकी हुई है। नतीजा—> अधूरे मकान, कर्ज में डूबे परिवार, और सिर पर छत का संकट।स्थिति इससे भी ज्यादा चिंताजनक है।कई ऐसे पात्र हितग्राही हैं जिनके खाते में आज तक एक भी किस्त नहीं आई, जबकि उनके नाम स्वीकृत सूची में दर्ज हैं। अधिकारियों के चक्कर काट-काट कर लोग थक चुके हैं, लेकिन न समाधान मिल रहा है, न जवाब।ग्रामीण इलाकों में तो हालात और भी बदतर हैं— अधबने मकानों में रहना मजबूरी बन गई है।ईंट, सीमेंट, मजदूरी के पैसे उधार लेकर काम शुरू करने वाले गरीब परिवार अब साहूकारों और ठेकेदारों के दबाव में आ गए हैं।सबसे बड़ा सवाल यह है कि—जब पहली किस्त दी गई, तो दूसरी क्यों रोकी गई?क्या गरीबों के सपनों की कोई कीमत नहीं?कब तक जनता सरकारी दफ्तरों के चक्कर काटती रहेगी?स्थानीय स्तर पर अधिकारी बजट नहीं आया, ऊपर से आदेश नहीं है, जैसे बहाने बनाकर पल्ला झाड़ रहे हैं, जबकि ज़मीनी हकीकत यह है कि गरीब खुले आसमान के नीचे जीने को मजबूर हो रहा है।प्रधानमंत्री आवास योजना, जो कभी गरीबों की उम्मीद थी, आज छत्तीसगढ़ में सरकारी उदासीनता का सबसे बड़ा उदाहरण बनती जा रही है।

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थानागाजी क्षेत्र में बालिका की संदिग्ध मौत से आक्रोश, ग्रामीणों का अस्पताल में विरोध प्रदर्शन

अलवर जिले के थानागाजी क्षेत्र अंतर्गत प्रतापगढ़ थाना इलाके के नरहेड गांव में गुरुवार सुबह उस समय सनसनी फैल गई, जब ग्रेवल सड़क किनारे झाड़ियों में एक 9 वर्षीय बालिका का शव मिला। सुबह करीब 8 बजे जंगल में ईंधन लेने जा रही महिलाओं की नजर शव पर पड़ी। महिलाओं ने तुरंत भेरू बाबा के स्थान की ओर जा रहे ग्रामीणों को इसकी सूचना दी, जिसके बाद प्रतापगढ़ थाना पुलिस को अवगत कराया गया।
सूचना मिलते ही प्रतापगढ़ थाना पुलिस मौके पर पहुंची। ग्रामीणों की मदद से बालिका के शव को कब्जे में लेकर प्रतापगढ़ अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया। घटना की जानकारी फैलते ही बड़ी संख्या में ग्रामीण अस्पताल पहुंच गए और आक्रोश जताते हुए जमकर विरोध प्रदर्शन किया। ग्रामीणों में घटना को लेकर गहरा रोष और भय का माहौल देखा गया। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए थाने के उप निरीक्षक लक्खी राम और तेजपाल मौके पर पहुंचे और घटनास्थल का बारीकी से निरीक्षण कर आवश्यक साक्ष्य जुटाए। पुलिस द्वारा ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया गया, लेकिन लोग कार्रवाई की मांग पर अड़े रहे। बाद में पुलिस उपाधीक्षक इंदु लोदी द्वारा निष्पक्ष जांच और कठोर कार्रवाई का आश्वासन दिए जाने के बाद ग्रामीण पोस्टमार्टम के लिए सहमत हुए।
पुलिस उपाधीक्षक इंदु लोदी ने बताया कि मामले की हर पहलू से गहन जांच की जा रही है और जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। वहीं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शरण कांबले ने स्पष्ट किया कि फिलहाल इस मामले में हत्या की पुष्टि नहीं हुई है और सभी संभावनाओं को ध्यान में रखकर जांच आगे बढ़ाई जा रही है। घटना को लेकर क्षेत्रीय भाजपा नेता सी.आर. मीणा भी अस्पताल पहुंचे और पुलिस प्रशासन से मामले का शीघ्र खुलासा करने की मांग की। फिलहाल पुलिस पूरे घटनाक्रम की जांच में जुटी हुई है और ग्रामीणों में न्याय की उम्मीद बनी हुई है।

बाईट.....शरण कांबले..... एडिशनल एसपी अलवर

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​अहिल्यानगर, दि. १८ – अल्पसंख्याक समाजाच्या समस्यांविषयी शासन सकारात्मक असून त्या समस्या सोडविण्याचा प्रयत्न प्रशासनामार्फत करण्यात येत असल्याचे प्रतिपादन जिल्हाधिकारी डॉ. पंकज आशिया यांनी केले.​जिल्हाधिकारी कार्यालयात ‘अल्पसंख्याक हक्क दिन’साजरा करण्यात आला. त्यानिमित्त आयोजित बैठकीत मार्गदर्शन करताना जिल्हाधिकारी डॉ. आशिया बोलत होते. यावेळी जिल्हा नियोजन अधिकारी दीपक दातीर, शिक्षणाधिकारी (योजना) बाळासाहेब बुगे, उपशिक्षणाधिकारी संजयकुमार सरवदे, महामंडळाच्या जिल्हा व्यवस्थापक कुंदा गोडे यांच्यासह संबंधित विभागाचे अधिकारी व अल्पसंख्याक समाज बांधव उपस्थित होते.​जिल्हा अल्पसंख्याक समितीची दर तीन महिन्यांनी बैठक आयोजित करण्यात यावी, अशा सूचना जिल्हाधिकाऱ्यांनी यावेळी दिल्या. अल्पसंख्याक समाजाच्या समस्या सर्व संबंधित विभागांच्या समन्वयातून प्राधान्याने सोडविण्यासाठी प्रयत्न करण्यात येतील. तसेच जी प्रकरणे शासनस्तरावर प्रलंबित असतील, त्यांचा पाठपुरावा करून ती मार्गी लावण्यात येतील, असे सांगत उपस्थित अल्पसंख्याक प्रतिनिधींकडून जिल्हाधिकाऱ्यांनी त्यांच्या समस्या जाणून घेतल्या.​सर्वप्रथम जिल्हा नियोजन अधिकारी तथा जिल्हा अल्पसंख्याक अधिकारी दीपक दातीर यांनी अल्पसंख्याक समाजासाठी असलेल्या विविध योजनांची माहिती दिली.अल्पसंख्याक समाजाच्या वतीने उपस्थित प्रतिनिधींनी समाजाच्या विविध मागण्या व समस्यांबाबत मते मांडली.​बैठकीला अल्पसंख्याक विभागाच्या योजना राबविणाऱ्या विविध शासकीय विभागांचे अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित होते.#अहिल्यानगर #जिल्हाधिकारी #अल्पसंख्याक_हक्क_दिन #डॉ_पंकज_आशिया #प्रशासन #अल्पसंख्याक_कल्याण #शासन #महाराष्ट्र #Ahilyanagar #MinorityRightsDay #DistrictCollector #SocialWelfare #GovernmentUpdates #MaharashtraAdmin

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अभियान में बड़ी कार्रवाई: लालबाग में पुलिस का छापा, तीन जुआरी गिरफ्तार

मुरादाबाद।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मुरादाबाद के निर्देश पर अपराधियों के विरुद्ध चलाए जा रहे विशेष गिरफ्तारी अभियान के तहत पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। चौकी प्रभारी लालबाग SI ओम शुक्ला के नेतृत्व में पुलिस टीम ने मुखबिर की सूचना पर लालबाग क्षेत्र में छापेमारी कर जुआ खेलते हुए तीन जुआरियों को रंगे हाथों गिरफ्तार किया।

पुलिस ने मौके से 52 ताश के पत्ते और 1,690 रुपये नकद बरामद किए हैं। गिरफ्तार आरोपियों के विरुद्ध संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर आवश्यक वैधानिक कार्रवाई की जा रही है।

पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जनपद में अपराध और अवैध गतिविधियों पर प्रभावी अंकुश लगाने के लिए इस तरह के अभियान आगे भी लगातार जारी रहेंगे।

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“अभ्युदय मध्यप्रदेश ग्रोथ समिट–2025” में हितग्राहियों को मिलेगा लाभ, लगेगी भव्य प्रदर्शनी

उद्योग आयुक्त ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से समीक्षा की - एमएसएमई के 5000 प्रतिभागी होंगे शामिल
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ग्वालियर में 25 दिसंबर को आयोजित होने जा रही “अभ्युदय मध्यप्रदेश ग्रोथ समिट-2025” की तैयारियों को लेकर उद्योग और एमएसएमई आयुक्त श्री दिलीप कुमार ने गुरूवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से अधिकारियों की बैठक ली। बैठक में अधिकारियों को “अभ्युदय मध्यप्रदेश ग्रोथ समिट” में एमएसएमई विभाग की तैयारियों को लेकर दिशा – निर्देश दिए।समित में एमएसएमई से संबधित विभिन्न जिलों के 5000 उद्यमियों के शामिल होने की संभावना है।
बैठक में आयुक्त श्री दिलीप कुमार ने निर्देश दिए हैं कि विभाग की सफलताओं एवं योजनाओं से जुडी प्रदर्शनी लगाई जाए। जिससे आमजनों को विभाग की जानकारी मिल सके और वह इसका लाभ ले सकें। समिट में सूक्ष्म,लघु और मध्यम उद्यम विभाग की 2500 वर्गफीट एरिया में प्रदर्शनी लगाई जाएगी। इस प्रदर्शनी में एक जिला एक उत्पाद योजना को प्रदर्शित किया जाएगा। साथ ही ग्वालियर के सेण्ड स्टोन, बदरवास के जेकेटस, छतरपुर के फर्नीचर आदि को भी प्रदर्शित किया जाएगा। इसके साथ ही पेपर मेसी क्राफ्ट और स्टार्टअपस को भी प्रदर्शनी में शामिल किया जाएगा। समिट में सफल उद्यमियों की कहानियों का प्रदर्शन किया जाएगा। साथ ही स्वरोजगार योजनाओं के हितग्रहियों को ऋण वितरण पत्र एवं सांकेतिक चेक प्रदान किए जाएंगे। इसके साथ ही विभिन्न जिलों में प्रस्तावित औधोगिक क्षेत्रों, एमएसएमई इकाईयों का भूमिपूजन, शिलान्यास एवं लोकार्पण भी अभ्युदय मध्यप्रदेश ग्रोथ समिट में किया जाएगा।इस दौरान प्रदेश के 248 भू-खण्डों का आशय पत्र उद्यमियों को सौंपा जाएगा।

Dr Mohan Yadav Chetanya Kasyap #CMMadhyaPradesh

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प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी को ओमान के सर्वोच्च राष्ट्रीय सम्मान से अलंकृत किये जाने से भारत गौरवान्वित: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी को ओमान के सर्वोच्च राष्ट्रीय सम्मान से अलंकृत किए जाने पर गर्व व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि यशस्वी प्रधानमंत्री श्री मोदी को ओमान के सर्वोच्च राष्ट्रीय सम्मान "द फर्स्ट क्लास ऑफ द ऑर्डर ऑफ ओमान" से अलंकृत किए जाने से संपूर्ण भारत गौरवान्वित है।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी के सशक्त नेतृत्व में भारत- ओमान संबंधों को नई ऊंचाइयां प्राप्त होंगी। उन्होंने कहा कि भारत ओमान के बीच घनिष्ठा वैश्विक स्तर पर भारत की बढ़ती प्रतिष्ठा का प्रतीक है।

#MadhyaPradesh #JansamparkMP

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वित्त विभाग उत्कृष्ट वित्तीय प्रबंधन की दिशा में अग्रसर : उप मुख्यमंत्री श्री जगदीश देवड़ा
शून्य आधारित बजट, रोलिंग बजट और तकनीकी नवाचारों से मजबूत हुई प्रदेश की वित्तीय स्थिति
श्रेष्ठ वित्तीय प्रबंधन से समृद्धि की ओर प्रदेश

उप मुख्यमंत्री श्री जगदीश देवड़ा ने बताया कि वित्त विभाग श्रेष्ठ वित्तीय प्रबंधन की ओर जिसमें शून्य आधारित बजट प्रक्रिया के अनुसार बजट तैयार किया जा रहा है। तीन वर्षों के लिये रोलिंग बजट की प्रक्रिया अपनाई गई है, जिसमें बजट प्रक्रिया से संबंधित नवाचार अपनाएं जा रहे है। उन्होंने कहा कि वित्तीय संस्थाओं द्वारा जारी प्रतिवेदनों में मध्यप्रदेश के वित्तीय प्रबंधन बजटीय विश्वसनीयता तथा बैंक की गुणवत्ता को सराहा गया है। उप मुख्यमंत्री श्री देवड़ा ने कहा कि प्रदेश में पूंजीगत व्यय में लगातार वृद्धि हो रही है जिससे प्रदेश के ही सकल घरेलू उत्पाद में नियमित वृद्धि बनी हुई है। भारत सरकार के संकल्प विकसित भारत 2047 को पूरा करने में राज्य अपना योगदान देने के लिये प्रतिबद्ध है।

उप मुख्यमंत्री श्री देवड़ा ने बताया कि वित्तीय मानकों के आधार पर प्रदेश की स्थिति बहुत सुदृढ़ है। उन्होंने बताया कि संचालनालय कोष एवं लेखा द्वारा कई नवाचारी व्यवस्था लागू की है। उन्होंने यह भी बताया कि शासकीय सेवकों/ पेंशनरों के हित में कई निर्णय लिये गये है।

वाणिज्यिक कर विभाग की 02 वर्ष की विभागीय उपलब्धियां

उप मुख्यमंत्री श्री देवड़ा ने पत्रकार वार्ता में बताया कि वित्तीय वर्ष 2024-25 में 55 हजार 634 करोड़ रूपये का राजस्व प्राप्त हुआ था। वर्ष 2025-26 में माह नवम्बर तक कुल 34 हजार 829 करोड़ रूपये का राजस्व प्राप्त हुआ है। वर्ष 2025-26 में माह नवम्बर तक डाटा एनालिटिक्स आधारित चिन्हित प्रकरणों में प्रवर्तन कार्यवाहियों से रु. 967 करोड़ एवं ऑडिट की कार्यवाही से. 404 करोड़ रु का राजस्व प्राप्त हुआ है। बुरहानपुर, राजगढ़, खरगोन, झाबुआ, कटनी एवं नरसिंहपुर जिलों में नवीन कार्यालय भवनों का निर्माण कराया जा रहा है।

आबकारी विभाग की आगामी तीन वर्षों की कार्य योजना

उप मुख्यमंत्री श्री देवड़ा ने बताया कि राजस्व में वृद्धि के लिये राज्य तथा देश के बाहर मदिरा के निर्यात को बढ़ावा देने के लिये एकीकृत पॉलिसी बनाई जाएगी। मदिरा उपभोग/विक्रय के एक दिवस का लायसेंस मोबाईल एप्लीकेशन के माध्यम से जारी किया जाएगा।

प्रदेश के समस्त शासकीय विभाग, निगम, मंडल द्वारा दिए जा रहे वर्क आर्डर तथा भुगतान की जानकारी एक ही स्थान पर उपलब्ध हो सके इसके लिये डाटा रिपोजटरी बनाया जाएगा। डाटा एनालिटिक्स के उपयोग से प्रवर्तन की कार्यवाही की जावेगी तथा बोगस व्यवसायियों पर सतत् निगरानी रखी जाकर गलत ITC के उपयोग पर अंकुश लगाया जाएगा। कर अपवंचन की रोकथाम हेतु चलित वाहनों के माध्यम से किये जा रहे कर अपवंचन पर नियंत्रण एवं निगरानी हेतु यूनिफाइड लॉजिस्टिक्स इंटरफेस प्लेटफॉर्म (ULIP) का उपयोग किया जाएगा। उन्होंने बताया कि विभाग में पृथक से डेटा एनालिटिक्स एवं टैक्स रिसर्च यूनिट का गठन किया जायेगा।

पंजीयन विभाग की उपलब्धियां

उप मुख्यमंत्री श्री देवड़ा ने बताया कि मध्यप्रदेश देश का प्रथम राज्य है जिसमें 75 प्रकार के दस्तावेज पट्टा, पॉवर ऑफ अटर्नी, बंधक इत्यादि का घर बैठे वीडियो केवायसी के माध्यम से पंजीयन हो रहा है। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि संपदा 2.0 को राष्ट्रीय ई-गवर्नेंस पुरस्कार 2025 में स्वर्ण पदक मिला है। प्रदेश के लिये यह गौरव की बात है। साथ ही क्रेता एवं विक्रेता की पहचान आधार और पेन e-KYC से किये जाने के कारण जनता को सुविधा हुई है।

योजना, आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग

उप मुख्यमंत्री श्री देवड़ा ने बताया कि वर्ष 2024-25 में प्रदेश का सकल राज्य घरेलू उत्पाद (15 लाख 03 हजार 395 करोड़) रूपये रहा एवं प्रति व्यक्ति आय 1 लाख 52 हजार 615 रूपये रही। प्रदेश में CRS (सिविल रजिस्ट्रेशन सिस्टम) पोर्टल द्वारा शत-प्रतिशत जन्म-मृत्यु रजिस्ट्रीकरण का कार्य ऑनलाइन किया जा रहा है।

मध्यप्रदेश जन अभियान परिषद

उप मुख्यमंत्री श्री देवड़ा ने बताया कि नर्मदा पथ सर्वेक्षण एवं जनजागरण यात्रा 12 दिवसीय यात्रा का आयोजन नर्मदा तटीय 16 जिलों के 51 विकासखण्डो के 502 ग्राम पंचायतों में किया गया। बावडी उत्सव प्रदेश में विकासखण्ड स्तर पर 26 हजार बावडियों की साफ-सफाई की गयी। बूंद सहेजे बावडी स्मारिका का प्रकाशन किया गया।

RM: https://shorturl.at/TSdzC

Dr Mohan Yadav
CM Madhya Pradesh
Jagdish Devda

#JansamparkMP
#MadhyaPradesh

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सर्दी के चलते स्कूलों की छुट्टी कर दी गई है। आगरा समेत कई जिलों में जिलाधिकारी के निर्देश पर शिक्षा विभाग ने छुट्टी का आदेश जारी किया है। वहीं कई जगह स्कूल के समय में भी बदलाव किया गया है। आगरा में पिछले कुछ दिनों से सर्दी का सितम जारी है। बृहस्पतिवार को तो सुबह से ही घना कोहरा छाने के साथ गलन ने लोगों को ठिठुरने पर मजबूर कर दिया। ऐसे में स्कूली बच्चे भी ठिठुरते हुए स्कूल पहुंचे थे।


सर्दी के सितम को देखते हुए 19 दिसंबर, शुक्रवार को स्कूलों की छुट्टी कर दी गई है। शिक्षा विभाग की ओर से जारी पत्र के अनुसार जनपद में बढ़ रही शीतलहर एवं घने कोहरे के कारण बच्चों के स्वास्थ्य एवं सुरक्षा को देखते हुए जिलाधिकारी अरविंद बंगारी के निर्देशों के अनुपालन में जिले के कक्षा एक से 12वीं तक के समस्त स्कूलों में 19 दिसंबर, शुक्रवार को अवकाश घोषित किया गया है।आदेश के अनुसार समस्त परिषदीय, अशासकीय सहायता प्राप्त, मान्यता प्राप्त, सीबीएसई, आईसीएसई समेत अन्य समस्त बोर्ड के विद्यालयों में अवकाश रहेगा। कक्षा नाै से 12 तक जिन विद्यालयों में बोर्ड प्रयोगात्मक परीक्षा, आंतरिक मूल्यांकन एवं प्री बोर्ड परीक्षाओं का आयोजन किया जा रहा है, उनको विद्यालय संचालित करने की अनुमति दी गई है।कासगंज में ठंड के चलते दो दिन विद्यालय रहेंगे बंद
कासगंज में ठंड के मौसम को देखते हुए जिलाधिकारी प्रणय सिंह ने जिले के कक्षा 8 तक के सभी विद्यालयों में दो दिन का अवकाश घोषित किया है। बेसिक शिक्षा अधिकारी सूर्य प्रताप सिंह ने बताया कि शिक्षक, शिक्षामित्र, अनुदेशक विद्यालयों में उपस्थित होकर विभागीय एवं प्रशासकीय दायित्वों का निर्वाहन करेंगे।

एटा में कक्षा 8 तक के बच्चों की छुट्टी
कोहरा और ठंड के मद्देनजर डीएम प्रेम रंजन सिंह ने कक्षा एक से आठ तक के सभी बच्चों के स्कूलों की छुट्टी की है। बीएसए दिनेश कुमार ने बताया की 19 दिसंबर को सभी बोर्ड के विद्यालयों सहित आंगनवाड़ी केंद्रों के लिए यह आदेश लागू होगा।

फिरोजाबाद में स्कूल के समय में बदलाव
बीएसए आशीष पांडेय ने कहा कि जिलाधिकारी के निर्देश पर शीतलहर एवं घना कोहरा को ध्यान में रखते हुए सभी बोर्ड के स्कूल (प्री प्राइमरी से इंटर तक) की कक्षाओं का संचालन सुबह नौ बजे के बाद करना सुनिश्चित करें। इसका सभी स्कूल संचालक इसका पालन करना सुनिश्चित करें। अन्यथा कार्रवाई की जाएगी।


मैनपुरी में सर्दी बढ़ी तो स्कूल का समय बदला
मैनपुरी में तापमान गिरने से जनपद में शीतलहर और गलन होने लगी है। स्कूल जाने वाले बच्चों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ऐेसे में बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से 1 से लेकर 8 तक के सभी बोर्ड के स्कूलों के समय में बदलाव किया गया है। बेसिक शिक्षा अधिकारी दीपिका गुप्ता ने बताया कि शुक्रवार से 1 से 8 तक के सभी बोर्ड से संबंधित स्कूल सुबह 10 बजे से 3 बजे तक खुलेंगे। निर्देशों का पालन न करने वाले स्कूलों पर कार्रवाई की जाएगी।
Raj verma (जर्नलिस्ट)
6399160275

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कलेक्टर ने स्थानीय उत्पादों की ब्रांडिंग, पैकेजिंग एवं गुणवत्ता सुधार पर दिए निर्देश

ओडीओपी एवं नॉन-ओडीओपी उत्पादों की पैकेजिंग, ब्रांडिंग एवं मार्केटिंग पर विशेष कार्यशाला सफलतापूर्वक संपन्न

कलेक्टर श्री लोकेश कुमार जांगिड़ की अध्यक्षता में गुरुवार को जिला पंचायत सभागार में एमपीआईडीसी एवं एमएसएमई विभाग के संयुक्त तत्वाधान में ओडीओपी तथा नॉन-ओडीओपी उत्पादों की पैकेजिंग, ब्रांडिंग एवं मार्केटिंग विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई।

कार्यशाला में भारतीय पैकेजिंग संस्थान, दिल्ली के उप-संचालक श्री रिशु गौतम ने स्व-सहायता समूह की सदस्यों एवं उद्यमियों को उत्पादों की ब्रांडिंग, उन्नत पैकेजिंग तकनीकों, गुणवत्ता मानकों, तथा प्रभावी विपणन रणनीतियों की विस्तृत जानकारी प्रदान की। इसके पश्चात ट्रेनर श्री विकास त्यागी ने वॉलमार्ट वृद्धि कार्यक्रम के अंतर्गत फ्लिपकार्ट, अमेज़न जैसे ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध अवसरों, सुविधाओं एवं प्रक्रियाओं पर मार्गदर्शन दिया तथा प्रतिभागियों का ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन भी कराया।

कलेक्टर श्री जांगिड़ ने एन.आर.एल.एम एवं संबंधित विभागों के अधिकारियों को निर्देशित किया कि शनि मंदिर में चढ़ाए जाने वाले तेल, प्रसाद, कालीन, बाजरा बिस्किट सहित अन्य स्थानीय उत्पादों की ब्रांडिंग, पैकेजिंग और गुणवत्ता सुधार पर परिणामोन्मुख कार्य सुनिश्चित किया जाए, ताकि मुरैना जिले के उत्पादों को राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिल सके।

कार्यशाला का समापन जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री कमलेश कुमार भार्गव द्वारा किया गया। कार्यक्रम में जिला व्यापार एवं उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक श्री बी.एल. मरकाम, सहायक संचालक श्री संजय सिंह चौहान, एमपीआईडीसी के प्रबंधक श्री अमन कुमार शर्मा एवं श्री अभिषेक शर्मा, उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग के सहायक संचालक श्री ए.के. कौशिक, एन.आर.एल.एम के जिला परियोजना प्रबंधक श्री दिनेश तोमर, उद्यमिता विकास केंद्र के जिला समन्वयक श्री आर.के. शर्मा सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
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#JansamparkMP #morena2025 #Morena

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राजस्व न्यायालयों में लंबित प्रकरणों का त्वरित निराकरण सर्वोच्च प्राथमिकता – कलेक्टर

तीन माह से अधिक लंबित नामान्तरण, बटवारा एवं सीमांकन के प्रकरण शत-प्रतिशत निराकृत हों

स्वामित्व योजना में गंभीर लापरवाही पर कीचौल के पटवारी निलंबित

तीन माह से अधिक लंबित नामान्तरण प्रकरणों में 3 तहसीलदारों को कारण बताओ नोटिस

कलेक्टर की अध्यक्षता में राजस्व अधिकारियों की मैराथन बैठक पहली बार लगातार 6 घंटे चली, दिए सख्त निर्देश

कलेक्टर श्री लोकेश कुमार जांगिड़ ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि राजस्व न्यायालयों में लंबित राजस्व प्रकरणों का निराकरण उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता है। विशेषकर नामान्तरण, बटवारा एवं सीमांकन के ऐसे सभी प्रकरण जो तीन माह से अधिक समय से लंबित हैं, उनका शत-प्रतिशत निराकरण सुनिश्चित किया जाए। इसी उद्देश्य से शनिवार को कलेक्ट्रेट सभागार मुरैना में कलेक्टर की अध्यक्षता में राजस्व अधिकारियों की मैराथन समीक्षा बैठक आयोजित की गई, जो लगातार 6 घंटे तक चली और रात 10 बजे के बाद जाकर समाप्त हुई। यह जिले में पहली बार है जब राजस्व अधिकारियों की बैठक इतनी लंबी अवधि तक चली।

बैठक के दौरान स्वामित्व योजना की समीक्षा में यह सामने आया कि ग्राम कीचौल के पटवारी श्री केशव सिंह जरसेनिया द्वारा दो वर्षों तक नक्शा प्राप्ति की सूचना संबंधित हितग्राहियों को नहीं दी गई। इस गंभीर लापरवाही पर कलेक्टर ने पटवारी को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने के निर्देश दिए।

बैठक में अपर कलेक्टर श्री अश्विनी कुमार रावत, समस्त एसडीएम, तहसीलदार एवं नायब तहसीलदार उपस्थित रहे।

कलेक्टर श्री जांगिड़ ने नामान्तरण प्रकरणों की समीक्षा करते हुए कहा कि तीन माह से अधिक कोई भी नामान्तरण प्रकरण लंबित नहीं रहना चाहिए। समीक्षा में तहसीलदार श्री भारतेन्दु सिद्धार्थ गौतम के 26, तहसीलदार श्री प्रमोद तोमर के 82 एवं तहसीलदार श्री सीताराम वर्मा के 35 नामान्तरण प्रकरण तीन माह से अधिक समय से लंबित पाए गए। इस पर कलेक्टर ने तीनों तहसीलदारों को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि आगामी 03 जनवरी को आयोजित होने वाली राजस्व अधिकारियों की बैठक तक कम से कम 95 प्रतिशत नामान्तरण प्रकरणों का निराकरण सुनिश्चित किया जाए।

बटवारा प्रकरणों की समीक्षा में तहसीलदार श्री सीताराम वर्मा की प्रगति 70.59 प्रतिशत पाए जाने पर कलेक्टर ने असंतोष व्यक्त किया और निर्देश दिए कि बटवारा प्रकरणों में भी 80 से 90 प्रतिशत तक निराकरण अनिवार्य रूप से किया जाए।

कलेक्टर ने अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई में राजस्व एवं पुलिस के आपसी समन्वय पर विशेष बल देते हुए कहा कि जहां भी अतिक्रमण हटाया जाना हो, वहां पहले से पुलिस को सूचना दी जाए। शांति भंग करने की आशंका वाले व्यक्तियों पर धारा 151 के तहत कार्रवाई की जाए तथा ऐसी ठोस तैयारी की जाए कि अतिक्रमण दोबारा न हो।

नगर निगम एवं ग्रामीण क्षेत्रों में विकसित हो रही नवीन कॉलोनियों की समीक्षा करते हुए कलेक्टर ने एसडीएम को निर्देश दिए कि यह सुनिश्चित किया जाए कि कॉलोनाइजर के पास वैध लाइसेंस, स्वीकृत ले-आउट एवं टीएसओ उपलब्ध हो। साथ ही जो कॉलोनियां विकसित हो चुकी हैं, उनमें सड़क, बिजली एवं पानी जैसी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए कॉलोनाइजर पर दबाव बनाया जाए।

उन्होंने फोती नामान्तरण प्रकरणों में अनावश्यक रूप से लोगों को परेशान न करने के निर्देश देते हुए कहा कि मृत्यु प्रमाण-पत्र का डेटा सर्टिफिकेट पर्याप्त माना जाए। आपसी पत्राचार के बजाय टेलीफोन के माध्यम से भी समस्याओं का त्वरित समाधान निकालने पर बल दिया गया।

कलेक्टर ने टीएल पत्रों की समीक्षा करते हुए कहा कि उनके समय-सीमा में निराकरण की जिम्मेदारी केवल एसडीएम की नहीं, बल्कि संबंधित तहसीलदार की भी समान रूप से है। उन्होंने समय-सीमा समाप्त हो चुके टीएल प्रकरणों के शीघ्र निराकरण के निर्देश दिए तथा टीएल मार्क पत्रों में भौतिक सत्यापन को अनिवार्य बताया।

सीमांकन, अभिलेख दुरुस्ती, पीएम किसान सम्मान निधि, फार्मर रजिस्ट्री, स्वामित्व योजना, मजरा-टोला अपडेट, राजस्व वसूली, सीएम हेल्पलाइन एवं सीएम मॉनिट के प्रकरणों की विस्तृत समीक्षा करते हुए कलेक्टर ने कहा कि किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। कार्य में शिथिलता पाए जाने पर संबंधित पटवारियों एवं अधिकारियों के विरुद्ध सख़्त कार्रवाई की जाएगी।

राजस्व वसूली की समीक्षा में कलेक्टर ने बताया कि जिले में वर्तमान में राजस्व वसूली की प्रगति मात्र 12.13 प्रतिशत है, जो अत्यंत कम है। उन्होंने राजस्व वसूली में तेजी लाने के निर्देश देते हुए कहा कि अब इसकी पाक्षिक समीक्षा टीएल बैठक में की जाएगी।
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जिला निर्वाचन अधिकारी की अध्यक्षता में निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों की बैठक संपन्न

कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री लोकेश कुमार जांगिड़ की अध्यक्षता में शनिवार को एसआईआर-2026 के संबंध में कलेक्ट्रेट सभागार मुरैना में निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी एवं सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों की बैठक संपन्न हुई। बैठक में मतदाता सूची के अद्यतन एवं शुद्धिकरण से संबंधित कार्यों की विस्तृत समीक्षा की गई।

कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी ने निर्देश दिए कि डीएसई का शत-प्रतिशत निराकरण 14 दिसम्बर तक पूर्ण किया जाए। साथ ही 85 वर्ष से अधिक आयु के मतदाताओं के पुनः सत्यापन (री-वेरिफिकेशन) का कार्य भी 14 दिसम्बर तक अनिवार्य रूप से पूर्ण किया जाए।

उन्होंने बताया कि बीएलओ (बूथ लेवल ऑफिसर) एवं बीएलए (बूथ लेवल एजेंट) की बैठकों में ऐसे मतदाताओं की जानकारी, जिनके ईएफ फार्म प्राप्त नहीं हुए हैं—जैसे स्थानान्तरण, अनुपस्थित, मृत अथवा रिपीट मतदाता—नामवार एवं मतदान केन्द्रवार सभी बीएलए को बीएलओ द्वारा उपलब्ध कराई जा रही है। इन बैठकों की मतदान केन्द्रवार कार्यवाही तथा एएसडीआर की सूची जिले की आधिकारिक वेबसाइट morena.nic.in पर उपलब्ध है, जिसे मतदाता देख सकते हैं।

कलेक्टर ने निर्देश दिए कि जिन मतदान केन्द्रों पर बीएलओ एवं बीएलए की बैठक अभी तक आयोजित नहीं हुई है, उसकी जानकारी 14 दिसम्बर तक जिले की वेबसाइट पर अपलोड करना सुनिश्चित किया जाए। इसके साथ ही उन्होंने मतदाता सूची में पाए गए लॉजिकल एरर का निराकरण 16 दिसम्बर तक पूर्ण करने के निर्देश भी दिए।
Chief Electoral Officer Madhya Pradesh Election Commission of India #cmmadhyapradesh #Morena #morena2025 Jansampark Madhya Pradesh

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नई दिल्ली: केंद्र सरकार द्वारा महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) में बड़े बदलाव करने वाले प्रस्तावित कानून के विरोध में विपक्ष ने मोर्चा खोल दिया है। मजदूरों के हक और रोजी-रोटी पर 'डाका' डालने का आरोप लगाते हुए विपक्षी सांसदों ने रात के 12:30 बजे संसद परिसर में जोरदार विरोध प्रदर्शन किया।
प्रदर्शनकारियों का तर्क है कि नया कानून न केवल मजदूरों के कानूनी अधिकारों को कमजोर करेगा, बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था की रीढ़ माने जाने वाली इस योजना को धीरे-धीरे खत्म कर देगा। हाथों में तख्तियाँ लिए और नारेबाजी करते हुए सांसदों ने आरोप लगाया कि सरकार कॉरपोरेट जगत को फायदा पहुँचाने के लिए गरीबों के पेट पर लात मार रही है।
आधी रात को हुआ यह अभूतपूर्व प्रदर्शन सरकार की नीतियों के खिलाफ बढ़ते आक्रोश को दर्शाता है। विपक्षी नेताओं का कहना है कि जब तक यह जनविरोधी कानून वापस नहीं लिया जाता, सदन से सड़क तक संघर्ष जारी रहेगा।
क्या आप चाहेंगे कि मैं इस विषय पर सरकार और विपक्ष के तर्कों की तुलना करने वाली एक तालिका तैयार करूँ ?
रिपोर्ट ज़ुबैर आलम

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जिले के विकास में जनप्रतिनिधियों, प्रशासन एवं समाज के विशिष्टजनों के अनुभव अहम - प्रभारी मंत्री श्री करण सिंह वर्मा

केन्द्र व राज्य सरकार की योजनाओं के क्रियान्वयन में नहीं छोड़ी जाएगी कोई कसर

जिला विकास सलाहकार समिति की बैठक में विकास कार्यों की प्रगति की व्यापक समीक्षा

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की सरकार के दो वर्ष पूर्ण होने पर मुरैना जिले की उपलब्धियाँ किसी से छिपी नहीं हैं। मुख्यमंत्री की मंशा है कि मुरैना जिला निरंतर विकास की गति प्राप्त करे, जिसमें हम सभी का सहयोग अपेक्षित है। जिले के विकास में जनप्रतिनिधियों, प्रशासन एवं समाज के विशिष्टजनों के अनुभव भी अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। इन अनुभवों पर भी विचार किया जाएगा, ताकि केन्द्र एवं राज्य सरकार की योजनाओं के क्रियान्वयन में कोई कमी न रह जाए। यह बात प्रदेश के राजस्व मंत्री एवं मुरैना जिले के प्रभारी मंत्री श्री करण सिंह वर्मा ने मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभागार, मुरैना में आयोजित जिला विकास सलाहकार समिति की बैठक में कही।
बैठक में सदस्य के तौर पर महापौर श्रीमती शारदा सोलंकी, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती आरती गुर्जर, समाजसेवी श्री कमलेश कुशवाह, डॉ. योगेशपाल गुप्ता, समिति के सदस्य-सचिव के तौर पर कलेक्टर श्री लोकेश कुमार जांगिड़, पुलिस अधीक्षक श्री समीर सौरभ, प्रभारी वनमंडलाधिकारी श्री अंकित, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री कमलेश कुमार भार्गव, अन्य सदस्यों के तौर पर पूर्व मंत्री श्री गिर्राज डंडोतिया, पूर्व विधायक श्री रघुराज कंषाना, श्री सूबेदार सिंह रजौधा, श्री राकेश मावई, श्री कमलेश जाटव, श्री सत्यप्रकाश सखवार, मुरैना जनपद अध्यक्ष श्री मोहर सिंह कंषाना, अम्बाह जनपद अध्यक्ष सुश्री मधुरिमा तोमर, श्री अनिल गोयल, श्री भानू प्रताप सिकरवार, श्री रामनरेश शर्मा, श्री बाल कृष्‍ण आदि सदस्यगण उपस्थित रहे।
प्रभारी मंत्री श्री करण सिंह वर्मा ने कहा कि विगत दो वर्षों में विभिन्न नवाचारों के माध्यम से विकास की एक नई गाथा लिखी गई है। जिले के विकास को लेकर विभिन्न क्षेत्रों के प्रतिनिधियों से उनके-अपने क्षेत्र के बेहतर विकास हेतु सुझाव प्राप्त किए गए हैं। समिति में किसान, वकील, चिकित्सक, शिक्षाविद्, कानून विशेषज्ञ सहित 20 विभिन्न क्षेत्रों के सदस्य सम्मिलित हैं।
उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा इस वर्ष उद्योगों में क्रांति लाने के उद्देश्य से ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन किया गया तथा वर्ष 2025 को उद्योग वर्ष घोषित किया गया है। इस समिट के माध्यम से निवेशकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और सरकार को लगभग 30 लाख 77 हजार करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। इन प्रस्तावों के फलस्वरूप युवाओं के लिए अनेक रोजगार के अवसर सृजित हो रहे हैं।
प्रभारी मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी एवं मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में बहनों के लिए, किसानों के लिए किसान कल्याण योजनाएँ, शिक्षा एवं उद्योग क्षेत्र में व्यापक सुधार, विदेश नीति को सशक्त बनाते हुए विश्व पटल पर भारत की पहचान को सुदृढ़ किया गया है। राजस्व महाअभियान चलाकर करोड़ों प्रकरणों का निराकरण किया गया। नामांतरण की प्रक्रिया को सरल बनाते हुए व्हाट्सएप पर प्रतिलिपि उपलब्ध कराई जा रही है। जल उपलब्धता हेतु नदी जोड़ो अभियान, फसल राहत, खाद की उपलब्धता, भावांतर योजना एवं प्रधानमंत्री आवास जैसी योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन किया गया है। हमारे राज्य का सतत विकास हो रहा है और जिले के विकास के लिए हम सभी मिलकर निरंतर प्रयास करेंगे।

*विगत दो वर्षों में मुरैना जिले में विकास कार्य*

मुख्यमंत्री के पिछले दौरे के दौरान मुरैना जिले को आयुर्वेद महाविद्यालय भवन, तहसील भवन एवं एसडीएम भवन की सौगात प्रदान की गई। उद्योग विभाग अंतर्गत एमएसएमई, ग्लोबल समिट एवं मुख्यमंत्री उद्योग क्रांति योजना के माध्यम से लगभग 576 करोड़ रुपये का निवेश प्राप्त हुआ, जिससे 4 हजार 447 व्यक्तियों को रोजगार उपलब्ध कराया गया है तथा लगभग 1500 और लोगों को रोजगार प्राप्त होगा। विभिन्न वर्गों के विद्यार्थियों को लगभग 15 करोड़ रुपये की छात्रवृत्तियाँ प्रदान की गईं। 3 करोड़ 34 लाख लाड़ली बहनों को 1 हजार करोड़ रुपये की राशि वितरित की गई। 19 हजार 600 लाड़ली लक्ष्मियों को 280 करोड़ रुपये की सहायता प्रदान की गई। 111 आंगनबाड़ियों का उन्नयन किया गया।
सरसों एवं बाजरे की प्रमुख फसलों को ध्यान में रखते हुए किसानों को 643 क्विंटल उन्नत बीज वितरित किए गए। जल संसाधन विभाग द्वारा 19 करोड़ रुपये की लागत से 4 स्टॉप डेम का निर्माण किया गया। पशुपालन विभाग द्वारा लगभग 6 करोड़ रुपये का अनुदान प्रदान किया गया। विद्युत विभाग द्वारा 33/11 केव्ही के चार उपकेंद्र 14 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित किए गए।
पीडब्ल्यूडी, सड़क विकास निगम एवं प्रधानमंत्री सड़क योजना अंतर्गत जिले में कुल 375 किलोमीटर सड़कों एवं 6 पुलों का निर्माण लगभग 592 करोड़ रुपये की लागत से किया गया। पंचायत विभाग द्वारा 19 हजार 829 हितग्राहियों को प्रधानमंत्री आवास प्रदान किए गए। 13 सांदीपनी विद्यालय स्वीकृत हुए, जिनमें से 4 विद्यालय प्रारंभ हो चुके हैं।
4 हजार 214 विद्यार्थियों को लैपटॉप एवं 155 छात्राओं को स्कूटी वितरित की गई। उज्ज्वला योजना अंतर्गत 2 करोड़ 81 लाख 934 परिवारों को निःशुल्क गैस कनेक्शन प्रदान किए गए। पीएम किसान सम्मान निधि के अंतर्गत 2 करोड़ 27 लाख 974 किसानों को लाभ मिला। स्वामित्व योजना में 457 ग्रामों के निवासियों को पट्टे प्रदान किए गए। सहकारिता विभाग द्वारा शून्य प्रतिशत ब्याज पर 50 हजार किसानों को 111 करोड़ रुपये का ऋण दिया गया। सामाजिक न्याय विभाग द्वारा लगभग 1 लाख हितग्राहियों को 54 करोड़ रुपये की पेंशन राशि वितरित की गई।

*सरकार के दो वर्षो के अन्य अहम कार्य*

प्रभारी मंत्री ने बताया कि लाड़ली बहना योजना अंतर्गत 1 करोड़ 26 लाख बहनों को प्रतिमाह 1 हजार 500 रुपये दिए जा रहे हैं। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के अंतर्गत किसानों को वर्ष में तीन बार 2-2 हजार रुपये, कुल 6 हजार रुपये प्रदान किए जाते हैं। मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना अंतर्गत भी किसानों को इसी प्रकार सहायता दी जा रही है। सायबर तहसील योजना दो चरणों में लागू की गई, जिसके अंतर्गत 20 दिवस में नामांतरण की प्रक्रिया पूर्ण की जाती है। इस योजना को प्रधानमंत्री एक्सीलेंस अवार्ड प्राप्त हुआ है।
राजस्व महाअभियान तीन बार संचालित किया गया, जिसमें 1 करोड़ से अधिक प्रकरणों का निराकरण किया गया। प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में सांदीपनी विद्यालयों का निर्माण किया जा रहा है, जिन पर प्रति विद्यालय 35 करोड़ रुपये से अधिक की लागत आ रही है। भावांतर योजना के अंतर्गत किसानों को सीधे खाते में राशि प्रदान की गई। अतिवृष्टि से फसल क्षति पर 2 हजार करोड़ रुपये से अधिक की राहत राशि किसानों को दी गई।

*मुरैना जिले के विकास कार्य*

समिति की बैठक में मुरैना जिले के विकास कार्यो के बारे में चर्चा हुई। जिसमें बताया गया कि मुरैना जिले में उद्योग विभाग के माध्यम से 576 करोड़ रुपये का निवेश प्राप्त हुआ है, जिससे 4400 लोगों को रोजगार मिला है। कार्य पूर्ण होने पर 1500 अतिरिक्त रोजगार सृजित होंगे। सरसों एवं बाजरे के लिए 600 क्विंटल उन्नत बीज वितरित किए जा रहे हैं। आयुर्वेद महाविद्यालय भवन, एसडीएम एवं तहसील भवन पूर्ण हो चुके हैं। लगभग 3 करोड़ निःशुल्क गैस कनेक्शन तथा शून्य प्रतिशत ब्याज पर 50 हजार किसानों को ऋण उपलब्ध कराया गया है।

प्राकृतिक आपदा से जनहानि, पशुहानि एवं मकान क्षति हेतु सहायता राशि का प्रावधान

प्रभारी मंत्री श्री करण सिंह वर्मा ने बताया कि प्राकृतिक आपदा में जनहानि पर 4 लाख रुपये, दुधारू पशु की हानि पर 37 हजार 500 रुपये, गैर दुधारू पशु की हानि पर 32 हजार रुपये, गाय, भैंस, बछड़े की हानि पर 20 हजार रुपये, भेड़-बकरी की हानि पर 4 हजार रुपये, गधे की हानि पर 20 हजार रुपये, सुअर की हानि पर 4 हजार रुपये, मुर्गा-मुर्गी की हानि पर 100 रुपये की सहायता राशि निर्धारित है। पक्का मकान पूर्ण क्षतिग्रस्त होने पर 1 लाख 30 हजार रुपये, कच्चा मकान क्षति पर 1 लाख 20 हजार रुपये, झुग्गी-झोपड़ी क्षति पर 8 हजार रुपये तथा पशुघर नष्ट होने पर 3 हजार रुपये की सहायता राशि प्रदान की जाती है। फसल क्षति की स्थिति में असिंचित फसल पर 17 हजार रुपये प्रति हेक्टेयर, सिंचित फसल पर 32 हजार रुपये प्रति हेक्टेयर, 12 माह की फसल पर 32 हजार रुपये, सब्जी एवं मसाला फसलों पर 32 हजार रुपये तथा केले की फसल पर 2 लाख रुपये प्रति हेक्टेयर का प्रावधान है।

जिला विकास सलाहकार समिति में मुरैना जिले के विकास को लेकर अन्य विषयों पर विस्तार से चर्चा हुई

इसके अलावा जिला विकास सलाहकार समिति में मुरैना जिले के विकास को लेकर अन्य विषयों पर विस्तार से चर्चा की गई। प्रभारी मंत्री ने कहा कि मुरैना विकास कार्यो में प्रथम स्थान पर आए एवं मुरैना में कोई नामान्तरण, बटवारा का कोई प्रकरण लंबित न रहे, इस प्रकार के प्रयास किए जाये। उन्होंने कहा कि हम सबकी मेहनत से मुरैना जिला विकास के नए आयामों को छूयेगा, ऐसी मेरी आशा है। उन्होंने कहा कि सभी जनों को न्याय मिले एवं योजनाओं का लाभ उन तक पहुंचे, इसके लिए व्यापक प्रचार-प्रसार कराना आवश्यक है। इसके बाद मुरैना के कायाकल्प के संबंध में भी बैठक में विस्तार से चर्चा हुई।
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एक्सटेंशन वर्क में लापरवाही बर्दाश्त नहीं: योजनाओं को ग्राउंड लेवल तक पहुंचाने के निर्देश

दिसंबर अंत तक लक्ष्य पूरे करने के निर्देश, लापरवाह कर्मचारियों पर होगी कार्रवाई

सक्सेस स्टोरी और नुक्कड़ सभाओं से जागरूकता बढ़ाने पर जोर

कलेक्टर की अध्यक्षता में उद्यानिकी, पशुपालन, सहकारिता एवं मत्स्य विभाग की संयुक्त समीक्षा बैठक संपन्न

पीएमएफएमई योजना सहित अन्य योजनाओं के दिसंबर माह के अंत तक निर्धारित लक्ष्यों को अनिवार्य रूप से पूर्ण किया जाए। उन्होंने कहा कि समीक्षा बैठकों में अधिकारी पूरी तरह अपडेटेड जानकारी एवं खंडवार (ब्लॉकवार) डिटेल के साथ ही उपस्थित हों, केवल सतही जानकारी लेकर बैठक में आना स्वीकार्य नहीं होगा। यह निर्देश कलेक्टर श्री लोकेश कुमार जांगिड़ ने उद्यानिकी, पशुपालन, सहकारिता एवं मत्स्य विभाग की संयुक्त समीक्षा बैठक में अधिकारियों को दिए।
बैठक में उप संचालक पशुपालन डॉ. बी.के. शर्मा, उपायुक्त सहकारिता श्रीमती अनुभा सूद, सहायक संचालक उद्यानिकी श्री अशोक कौशिक, प्रभारी सहायक संचालक मत्स्य श्री कमल नार्वे सहित खण्ड स्तर के अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।
कलेक्टर ने उद्यानिकी विभाग की समीक्षा में पीएमएफएमई (प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना) की समीक्षा करते हुए बताया कि जिले में इस योजना के अंतर्गत 153 लक्ष्यों के विरुद्ध 146 आवेदन प्राप्त हुए हैं, जिनमें से 103 आवेदन लंबित हैं तथा 29 आवेदन स्वीकृत किए गए हैं। इस पर कलेक्टर ने नाराजगी व्यक्त करते हुए निर्देश दिए कि दिसंबर एंड तक लक्ष्यों की शत-प्रतिशत पूर्ति सुनिश्चित की जाए।
उन्होंने कहा कि सभी योजनाओं की पूरी, अपडेटेड एवं खंडवार जानकारी डिटेल फॉर्म में प्रस्तुत की जाए। एक्सटेंशन वर्क में लगे कर्मचारियों द्वारा यदि कार्य में लापरवाही बरती जाती है तो “नो वर्क, नो पे” के आधार पर वेतन कटौती की कार्रवाई की जाए।
कलेक्टर ने कहा कि आजीविका मूलक योजनाओं को केवल कागजों तक सीमित न रखते हुए ग्राउंड लेवल पर उतारा जाए, ताकि वास्तविक लाभ हितग्राहियों तक पहुंचे। उन्होंने स्पष्ट किया कि योजनाओं का उद्देश्य केवल दिखावटी कार्य नहीं, बल्कि किसानों की आय में वास्तविक वृद्धि करना है।
उन्होंने एक्सटेंशन एजुकेशन पर जोर देते हुए कहा कि कर्मचारियों द्वारा शिक्षा एवं जागरूकता के माध्यम से योजनाओं का प्रचार-प्रसार किया जाए। पैक्स संस्थाओं को लेकर उन्होंने निर्देश दिए कि वे केवल खाद एवं बीज तक सीमित न रहें, बल्कि दुग्ध उत्पादन एवं अन्य मार्केटेबल उत्पादों के क्षेत्र में भी अपने कार्यों का विस्तार करें।
कलेक्टर ने कहा कि नॉन-फार्म सेक्टर को मजबूत कर किसानों की आय को बढ़ाया जा सकता है, यही सरकार का मुख्य लक्ष्य है। इसके लिए फूल उत्पादन, पॉलीहाउस, शेडनेट जैसी गतिविधियों को बढ़ावा देने के निर्देश दिए गए।
उन्होंने कहा कि योजनाओं से लाभान्वित किसानों की सक्सेस स्टोरी को माध्यम बनाकर अन्य किसानों को जागरूक किया जाए, ताकि वे भी इन योजनाओं का लाभ ले सकें। सभी योजनाओं को आपस में समन्वित कर लागू करने से लगभग 70 प्रतिशत किसानों के जीवन में सकारात्मक बदलाव संभव है।
कॉमन इंफ्रास्ट्रक्चर स्कीम को बढ़ावा देने, किसानों से व्यक्तिगत संवाद करने तथा केस स्टडीज के माध्यम से ड्राइव बढ़ाने के निर्देश भी दिए गए। साथ ही ब्लॉक लेवल पर निरंतर समीक्षा, क्लस्टर निर्माण तथा पीएमएफएमई योजना के अंतर्गत क्लस्टर विकसित करने पर कलेक्टर ने विशेष जोर दिया गया।
उन्होंने प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना की समीक्षा के अंतर्गत पोर्टेबल स्प्रिंकलर, ड्रिप इरीगेशन, मिनी माइक्रो स्प्रिंकलर आदि के उपयोग को बढ़ावा देने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि आरएचईओ एवं संबंधित अधिकारी गांव-गांव जाकर किसानों को इन तकनीकों के लाभ समझाएं, जिससे जल संरक्षण के साथ उत्पादन भी बढ़े।
उन्होंने ब्लॉकवार स्प्रिंकलर वितरण लक्ष्य की समीक्षा करते हुए कम प्रगति पर नाराजगी व्यक्त की तथा नुक्कड़ सभाओं के माध्यम से जागरूकता बढ़ाने के निर्देश दिए। एक्सटेंशन गतिविधियों की फोटो एवं रिपोर्ट प्रतिदिन प्राप्त करने तथा समय पर रिपोर्ट न देने पर वेतन कटौती के निर्देश भी दिए।
एकीकृत बागवानी विकास मिशन की समीक्षा में अपेक्षित प्रगति न मिलने पर कलेक्टर ने नाराजगी व्यक्त की और शीघ्र सुधार के निर्देश दिए।

पशुपालन विभाग की समीक्षा

पशुपालन विभाग की समीक्षा के दौरान दुग्ध समृद्धि संपर्क अभियान, क्षीरधारा ग्राम योजना, नेशनल लाइवस्टॉक मिशन, केसीसी, नेशनल आर्टिफिशियल इंसेमिनेशन प्रोग्राम (चौथा चरण) एवं स्वावलंबी गोशालाओं की स्थापना की प्रगति की जानकारी ली गई।
कलेक्टर ने बताया कि क्षीरधारा ग्राम योजना के अंतर्गत एक वर्ष में 196 गायों का बधियाकरण, टीकाकरण, नस्ल सुधार एवं उपचार किया जाना है, इस कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए। डॉ. अंबेडकर कामधेनु योजना की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि स्वावलंबी गोशालाओं के संचालन में पंचायतों के साथ समन्वय कर कार्य किया जाए। सभी गोशालाओं की स्थिति स्पष्ट करने हेतु समरी चार्ट तैयार करने के निर्देश भी दिए गए।
उन्होंने सहकारिता विभाग की समीक्षा में रबी-खरीफ फसल ऋण वितरण एवं वसूली की स्थिति पर चर्चा की गई। कलेक्टर ने निर्देश दिए कि री-शेड्यूलिंग के बाद वसूली में हुई वृद्धि को प्लानिंग के साथ प्रस्तुत किया जाए। इसके साथ ही रासायनिक रबी खाद भंडारण, पैक्स कम्प्यूटरीकरण योजना, जन औषधि केंद्रों को सक्रिय करने तथा नैनो यूरिया को प्रमोट करने के निर्देश सहकारी संस्थाओं को दिए गए।
मत्स्य विभाग की समीक्षा के दौरान कलेक्टर ने पीएम मत्स्य संपदा योजना के अंतर्गत तालाबों, जलाशयों एवं सिंचाई संरचनाओं की स्थिति की जानकारी ली। उन्होंने किसान क्रेडिट कार्ड (केसीसी) प्रकरणों में वृद्धि करने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि मत्स्य विभाग में केसीसी के अधिक से अधिक प्रकरण स्वीकृत कराकर मछुआरों एवं हितग्राहियों को लाभान्वित किया जाए।
कलेक्टर ने सभी विभागों को निर्देश दिए कि जनवरी माह तक लक्ष्यों की पूर्ति सुनिश्चित कर बेहतर प्रदर्शन किया जाए, जिसकी पुनः समीक्षा की जाएगी। उन्होंने कहा कि छोटी-छोटी जगहों से योजनाओं का लाभ प्रारंभ कर पूरे मुरैना जिले में बड़े स्तर पर सकारात्मक परिवर्तन लाया जा सकता है।
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सॉइल हेल्थ कार्ड में दी गई रिकमेंडेशन के आधार पर किसानों को फील्ड पर जाकर विस्तार से समझाइश दें

हैप्पी सीडर-सुपरसीडर, जे-फार्म रजिस्ट्रेशन और आत्मा योजनाओं के क्रियान्वयन में तेजी लाए

हैप्पीसीडर, सुपरसीडर एवं जे-फार्म रजिस्ट्रेशन में अपेक्षित प्रगति लाए। किसानों की आय बढ़ाना ही सभी योजनाओं का मूल उद्देश्य है, इसी लक्ष्य को ध्यान में रखकर विभागीय अधिकारी अपनी जिम्मेदारी समझें और योजनाओं को धरातल पर उतारें। यह निर्देश कलेक्टर श्री लोकेश कुमार जांगिड़ ने कृषि विभाग की बैठक में अधिकारियों को दिए। बैठक में उप संचालक कृषि श्री अनंत सड़ैया, सहायक संचालक श्री रामेन्द्र कुमार सिंह, समस्त ब्लॉकों के एसएडीओ, आत्मा के ब्लॉक टेक्नीकल मैनेजर, एग्रीकल्चर इंजीनियर, कृषि विज्ञान केन्द्र के डॉ. यादव सहित अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।
कलेक्टर ने कहा कि उन्नत कृषि को बढ़ावा देने के लिए आयोजित टूर प्रोग्राम एवं प्रशिक्षण गतिविधियों में वास्तविक ग्राउंड लेवल एजुकेशन सुनिश्चित की जाए। किसानों को प्रशिक्षण हेतु बेहतर एवं मान्यता प्राप्त संस्थानों में भेजा जाए तथा प्रशिक्षण से लौटने के बाद उनसे यह भी जाना जाए कि उन्होंने क्या सीखा और खेतों में कौन-से बदलाव अपनाए। उन्होंने कहा कि योजनाओं का एक्सटेंसिव एवं प्रभावी क्रियान्वयन किया जाना आवश्यक है।
उन्होंने आरईओ से संबंधित कार्यों की डेली मॉनिटरिंग एवं नियमित रिपोर्टिंग के निर्देश कृषि विभाग को दिए। साथ ही खाद्य स्टॉक, बीज व्यवस्था एवं सॉइल हेल्थ कार्ड की समीक्षा करते हुए कहा कि सॉइल हेल्थ कार्ड में दी गई रिकमेंडेशन के आधार पर किसानों को फील्ड पर जाकर विस्तार से समझाइश दी जाए। उप संचालक कृषि को निर्देशित किया गया कि इस कार्य की प्रतिदिन निगरानी करें तथा लापरवाही बरतने वाले कर्मचारियों पर त्वरित वेतन कटौती की कार्रवाई की जाए।
कलेक्टर ने दोहराया कि फील्ड पर मजबूत एक्सटेंशन वर्क अत्यंत आवश्यक है, तभी योजनाओं का वास्तविक लाभ किसानों तक पहुँचेगा। इसके पश्चात उन्होंने नवीन मिट्टी परीक्षण प्रयोगशाला की जानकारी ली और निर्देश दिए कि तहसील स्तर से प्राप्त नमूनों की जिला स्तर पर री-चेकिंग कराई जाए। साथ ही क्वालिटी कंट्रोल, बीज-पेस्टिसाइड तथा राष्ट्रीय प्राकृतिक खेती मिशन की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय प्राकृतिक खेती मिशन की धरातली स्थिति का आकलन कर एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर अगली बैठक में प्रस्तुत की जाए।
कलेक्टर ने निर्देश दिए कि सभी योजनाओं की जानकारी अधिक से अधिक किसानों तक पहुँचे, इसके लिए प्रचार-प्रसार गतिविधियाँ तेज की जाएँ। उन्होंने कहा कि सक्सेस स्टोरीज के माध्यम से योजनाओं के सफल क्रियान्वयन की जानकारी किसानों तक प्रभावी ढंग से पहुँचाई जा सकती है।

आत्मा योजना (आत्मा) पर विशेष जोर

बैठक में कलेक्टर ने आत्मा योजना (आत्मा - एग्रीकल्चर टेक्नोलॉजी मैनेजमेन्ट एजेंसी) को किसानों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि यह भारत सरकार की ऐसी प्रमुख योजना है, जिसका उद्देश्य कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंधन एवं प्रसार को विकेन्द्रीकृत करना है। इसके माध्यम से किसानों तक नई तकनीक, बेहतर फसल प्रबंधन एवं आधुनिक कृषि पद्धतियाँ पहुँचाई जाती हैं, जिससे उनकी आय में वृद्धि संभव हो सके।
उन्होंने बताया कि आत्मा योजना एक स्वायत्त संस्था के रूप में ज़िला स्तर पर कृषि, उद्यानिकी, पशुपालन, मत्स्य विभागों तथा कृषि विज्ञान केंद्रों (केव्हीकेएस) के बीच बेहतर समन्वय स्थापित करती है। इसके अंतर्गत किसानों के लिए प्रशिक्षण, प्रदर्शन, अध्ययन भ्रमण एवं जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं, जिससे किसान आत्मनिर्भर बन सकें।
कलेक्टर ने आत्मा योजना के तहत संचालित प्रशिक्षण कार्यक्रमों में प्रतिभागियों के चयन को अत्यंत गंभीरता से करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सही चयन होने पर किसान बेहतर कृषि प्रैक्टिस सीखकर जिले में उनका अडॉप्शन करेंगे, जिससे अन्य किसान भी प्रेरित होंगे और व्यापक स्तर पर लाभ मिलेगा।
कलेक्टर ने परंपरागत कृषि विकास योजना, कृषि यंत्रीकरण, नरवाई प्रबंधन तथा जे-फार्म सर्विसेज ऐप की विस्तृत समीक्षा करते हुए सभी योजनाओं में तेजी लाकर ठोस और मापनीय परिणाम देने के निर्देश दिए।
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गाजियाबाद। डीएलएफ क्षेत्र में ट्रैफिक नियमों को लेकर प्रशासन की कार्यप्रणाली पर स्थानीय लोगों ने सवाल उठाए हैं। क्षेत्रवासियों का कहना है कि राइट साइड चलने वाले वाहन चालकों के चालान तो किए जा रहे हैं, लेकिन रॉन्ग साइड में जाने वालों पर कोई कार्रवाई नहीं होती।लोगों ने बताया कि इलाके में भारी मात्रा में वाहनों की आवाजाही रहती है, जिससे ट्रैफिक अव्यवस्थित रहता है, लेकिन ट्रैफिक विभाग इस ओर सक्रिय नहीं दिखता। नागरिकों ने कैमरों के माध्यम से स्थिति को रिकॉर्ड कर सोशल मीडिया पर साझा किया है, ताकि प्रशासन को हालात की हकीकत दिखाई जा सके।स्थानीय निवासियों ने प्रशासन से मांग की है कि ट्रैफिक नियमों का समान रूप से पालन कराया जाए और रॉन्ग साइड चालकों पर भी सख्त कार्रवाई की जाए।

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*विश्वविद्यालय संस्कृत विभाग, लोकभाषा प्रचार समिति एवं डॉ प्रभातदास फाउंडेशन के संयुक्त तत्त्वावधान में पांच दिवसीय संस्कृत संभाषण शिविर उद्घाटित*

*शिविर में प्रो जीवानन्द, डॉ कृष्णकांत, डॉ चौरसिया, डॉ संजीत, डॉ धीरज, डॉ ममता, डॉ मोना, डॉ सोमेश्वर, शिवम, अमित ने रखे विचार*

*कार्यक्रम में संस्कृत अध्ययन केन्द्र के सर्टिफिकेट एवं डिप्लोमा कोर्सों में नवनामांकित छात्रों का हुआ वर्गोंरंभ एवं दी गई पांच पुस्तकें*

ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा के स्नातकोत्तर संस्कृत विभाग, लोकभाषा प्रचार समिति, बिहार प्रान्त एवं डॉ प्रभात दास फाउंडेशन, दरभंगा के संयुक्त तत्त्वावधान में पांच दिवसीय संस्कृत संभाषण शिविर का उद्घाटन सत्र पीजी संस्कृत विभाग में अध्यक्ष डॉ कृष्णकान्त झा की अध्यक्षता में आयोजित की गई, जिसमें सीएमबी कॉलेज, घोघरडीया के प्रधानाचार्य प्रो जीवानन्द झा- उद्धाटक, संस्कृत विश्वविद्यालय के दर्शन-विभागाध्यक्ष डॉ धीरज कुमार पांडेय- मुख्य अतिथि, सीएम कॉलेज, दरभंगा के संस्कृत विभागाध्यक्ष डॉ संजीत कुमार झा- मुख्य वक्ता, विभागीय प्राध्यापिका डॉ ममता स्नेही- स्वागत कर्ता, संस्कृत अध्ययन केन्द्र के अधिकारी डॉ आर एन चौरसिया- धन्यवाद कर्ता एवं शिविर प्रशिक्षक अमित कुमार झा- संचालन कर्ता के साथ ही संस्कृत-प्राध्यापिका डॉ मोना शर्मा एवं शिवम कुमार आदि ने विचार रखें। शिविर में कुमकुम कुमारी ने संस्कृत में स्वागत गीत गाया, जबकि वैदिक मंगलाचरण- डॉ सोमेश्वर नाथ दधीचि तथा पौराणिक मंगलाचरण- शोधार्थी सुधांशु कुमार ने प्रस्तुत किया। इस अवसर पर शोधार्थी- अनिमेष मंडल एवं सोनाली मंडल, छात्र- ईशान, दीपेश कुमार, रीमा कुमारी, जूही कुमारी, रंजना कुमारी, रागनी कुमारी, विमलेश कुमार झा, कृष्णा पासवान, रोशन कुमार तथा दयानंद कुमार आदि ने सक्रिय योगदान किया। कार्यक्रम का उद्घाटन अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन से हुआ, जबकि अतिथियों का स्वागत पाग एवं चादर से किया गया। इस अवसर पर शिविर प्रशिक्षक अमित कुमार झा ने सहभागियों का प्रारंभिक वर्ग लिया।
उद्घाटन संबोधन में प्रो जीवानन्द झा ने कहा कि इस शिविर से संस्कृत अध्ययन-अध्यापन में लोगों की रुचि बढ़ेगी। यदि 10- 20% छात्र भी संस्कृत बोलना सीखेंगे तो यह शिविर सफल माना जाएगा। उन्होंने छात्रों से संस्कृत भाषा में संवाद करने, लिखने, पढ़ने तथा समझने का आह्वान करते हुए कहा कि संस्कृत पढ़ने वाले एवं बोलने वाले व्यक्ति कभी भी, कहीं भी भूखे नहीं रह सकते हैं। मुख्य अतिथि डॉ धीरज कुमार पांडेय ने संभाषण शिविर हेतु छात्रों की उपस्थिति पर हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि संस्कृत सबसे प्राचीन एवं अन्य भाषाओं की जननी है। संस्कृत आदिकाल का हमारा इतिहास भी है और मूल्यपरक भाषा भी। उन्होंने कहा कि संस्कृत में मानवीय सम्मान, आचरण एवं मानवीय गुणों आदि का विस्तृत वर्णन है। इसमें मूल्य का संरक्षण किया गया है। मुख्य वक्ता डॉ संजीत कुमार झा ने कहा कि संस्कृत में बोलना छात्रों एवं शिक्षकों के लिए सम्मान की बात है। इसमें निहित ज्ञान के कारण ही आज संस्कृत की प्रासंगिकता पुनः बढ़ रही है। संस्कृत बोलने से छात्रों का आत्मबल बढ़ता है। उन्होंने निरंतर अभ्यास कर संस्कृत संभाषण सीखने का आह्वान करते हुए कहा कि संस्कृत परिवर्तन का वाहक है। छात्र ही शिक्षकों का वास्तविक परिचय होता है।
अध्यक्षीय संबोधन में डॉ कृष्णकान्त झा ने कहा कि देवभाषा कही जाने वाली संस्कृत प्राचीन काल में लोकभाषा थी। विदेशी आक्रमण के कारण इसका काफी क्षय हुआ। कई उदाहरण देते हुए कहा कि आज कई मुस्लिम लोग भी संस्कृत में संभाषण करते हैं। संस्कृत की उन्नति एवं लोकप्रियता दिनानुदिन पुनः बढ़ती जा रही है। संस्कृत सीखने से अन्य भाषाएं भी जल्दी सीखी जा सकती है। उन्होंने छात्रों से संस्कृत में आवेदन लिखने का आह्वान करते हुए कहा कि संस्कृत बहुत कठिन भाषा नहीं है, पर व्यवहार में न होने के कारण लोग इसका प्रयोग नहीं कर पाते हैं। संस्कृत बोलने के लिए व्याकरण या शास्त्रीय ज्ञान आवश्यक नहीं है, बल्कि निरंतर अभ्यास की जरूरत है।
धन्यवाद ज्ञापन करते हुए डॉ आर एन चौरसिया ने संस्कृत ग्रंथों में वर्णित सिद्धांतों को बेहतरीन जीवनशैली बताते हुए कहा कि शिविर में संकेतों, चित्रों, वस्तुओं, उदाहरणों, प्रश्नोत्तरों तथा वार्तालापों आदि के माध्यम से सरल संस्कृत संभाषण सिखाया जाएगा। शिविर में किसी भी उम्र के, कोई भी छात्र-छात्रा या पुरुष-महिला निःशुल्क रूप से भाग ले सकते हैं। शिविर के समापन के अवसर पर आगामी 23 दिसंबर को सभी सहभागियों को प्रमाण पत्र भी दिया जाएगा। स्वागत संबोधन में डॉ ममता स्नेही ने संस्कृत संभाषण के महत्व पर विस्तार से प्रकाश डाला। वहीं डॉ मोना शर्मा ने मानव जीवन में संस्कृत भाषा के महत्वों पर विस्तृत चर्चा की। शिवम कुमार मिश्र ने भी अपने विचार व्यक्त किये। इस अवसर पर संस्कृत अध्ययन केन्द्र के नामांकित छात्रों का वर्गारंभ भी हुआ, जिन्हें अतिथियों द्वारा केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय, नई दिल्ली द्वारा तैयार पांच पुस्तकें प्रदान की गई। कार्यक्रम का समापन शांति मंत्र पाठ से हुआ।

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बच्चों के स्वास्थ्य और सुरक्षा को देखते हुए आगरा-कानपुर-फर्रुखाबाद में स्कूल बंद करने के आदेश जारी किए गए हैं. वहीं प्रयागराज-बनारस-आजमगढ़ में स्कूल सुबह 10 बजे से खुलेंगे. लखनऊ में भी ऐसा ही आदेश डीएम की ओर से बुधवार को ही जारी किया गया था.

उत्तर प्रदेश के कई शहरों में ठंड रिकॉर्ड तोड़ने पर आमादा है. इससे अभिभावक भी अपने बच्चों के स्वास्थ्य को लेकर फिक्रमंद नजर आ रहे हैं. इसे देखते हुए गुरुवार को आजमगढ़ में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी राजीव पाठक ने बेसिक शिक्षा परिषद के सभी स्कूलों के अलावा सीबीएसई, आईसीएसई, यूपी बोर्ड, मान्यता प्राप्त मदरसा और सहायता प्राप्त विद्यालयों के समय में बदलाव का आदेश जारी कर दिया.

अभी तक यहां सुबह 9 बजे से दोपहर 3 बजे तक स्कूल खुलते थे. अब सभी विद्यालय सुबह 10 बजे से दोपहर 3 बजे तक चलेंगे. बेसिक शिक्षा अधिकारी ने सभी अधिकारियों-कर्मचारियों को कड़ाई से इस आदेश का पालन कराने के लिए कहा है.

लखनऊ में बुधवार को ही जारी हो गया था आदेश : कड़ाके की ठंड और घने कोहरे के प्रकोप के मद्देनजर लखनऊ में कक्षा 1 से 12 तक के सभी विद्यालयों के समय में बदलाव का आदेश बुधवार को ही जारी कर दिया गया था. आदेश जिलाधिकारी विशाख जी की ओर से जारी किया गया था. इसमें कहा गया था कि कक्षा 1 से 12वीं तक के सभी स्कूल सुबह 9 बजे के बाद ही खुलेंगे.

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उत्तराखंड के पहाड़ों में स्वास्थ्य सेवा आज इलाज नहीं, संघर्ष बन चुकी है। यहां बीमारी से पहले व्यवस्था की परीक्षा होती है। और इस परीक्षा में अधिकतर मरीज हार जाते हैं।
दूरस्थ गांवों में आज भी सड़क नहीं है। नतीजा यह कि जब किसी की तबीयत बिगड़ती है,
तो एंबुलेंस नहीं पहुंचती।
मरीज को डोली में अस्पताल पहुंचाया जाता है। यह कोई एक घटना नहीं, बल्कि राज्य के कई पहाड़ी जिलों की नियमित तस्वीर है। स्थानीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सिर्फ नाम के लिए चल रहे हैं। इमारतें हैं, बोर्ड लगे हैं, लेकिन इलाज नहीं है।

बुखार भी पहाड़ में नहीं संभलता.. स्थिति यहां तक पहुंच चुकी है कि साधारण बुखार, वायरल, कमजोरी या उल्टी जैसे मामलों में भी
डॉक्टर मरीज को हल्द्वानी, देहरादून या अन्य बड़े मेडिकल सेंटर्स में रेफर कर देते हैं।
स्थानीय स्तर पर इलाज की व्यवस्था न होने के कारण
मरीज और उसके परिजन
लंबे सफर, भारी खर्च
और समय की मार झेलने को मजबूर हैं। कई मामलों में
रेफर किए गए मरीज
समय पर बड़े अस्पताल तक पहुंच ही नहीं पाते।

📌 “मुझे डोली में अस्पताल पहुंचाया गया”
“जब मेरी तबीयत बिगड़ी,
तो घर में यह सवाल नहीं उठा
कि इलाज यहीं होगा या नहीं।
सबको पता था यहां इलाज नहीं है। मुझे डोली में अस्पताल पहुंचाया गया। रास्ते भर यही सोचता रहा कि अगर हालत और बिगड़ गई, तो क्या मैं समय पर पहुंच पाऊंगा? बाद में बताया गया कि यहां इलाज संभव नहीं,
मुझे हल्द्वानी रेफर किया जा रहा है। सवाल यह है अगर बुखार का इलाज भी पहाड़ में नहीं,
तो यहां रहने का क्या मतलब?”
कई पहाड़ी गांवों तक आज भी सड़क नहीं... एंबुलेंस सेवा सिर्फ कागज़ों में। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में डॉक्टरों की भारी कमी। जांच सुविधाएं नहीं।
दवाइयों का अभाव।
70–80% मरीज रेफर किए जा रहे हैं।
मामूली बीमारियों में भी
हल्द्वानी / देहरादून भेजा जाना आम।
✍️ उत्तराखंड के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत बार-बार बजट और योजनाओं की बात करते हैं। लेकिन पैसा ऊपर घूम रहा है, इलाज नीचे गायब है। मैं किसी आंकड़े का हिस्सा नहीं हूँ।
मैं उत्तराखंड के पहाड़ में रहने वाला वह नागरिक हूँ
जिसे इलाज के लिए डोली में अस्पताल पहुंचाया गया।
अगर पहाड़ों में बुखार तक का इलाज नहीं, तो यह सिर्फ स्वास्थ्य संकट नहीं, प्रशासनिक असफलता है। डोली में अस्पताल पहुंचाना
और हर बीमारी में रेफर करना
किसी आधुनिक राज्य की पहचान नहीं हो सकती। यह वक्त है कि सरकार बहानों से बाहर आए और पहाड़ों के लिए
अलग, मजबूत और व्यावहारिक
स्वास्थ्य नीति लागू करे।
क्योंकि इलाज का अधिकार दूरी पर निर्भर नहीं होना चाहिए।
उत्तराखंड के पहाड़ आज यह नहीं पूछ रहे कि बजट कितना है। वे सिर्फ यह पूछ रहे हैं “बीमार पड़ने पर हमें डोली मिलेगी या इलाज?”

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म.न.पा./2.025 18/12/25

जाहिर पांठीबा

जालना महानगरपालिका निवडणूक २०२५ रोजी ठरल्याप्रमाणे जालना प्रभाग क्रमांक ११ मधून अजगरी शेख सत्तार (ओपन महिला) हया उमेदवार असुन यांना 'बहुजन मुक्ती पार्टी' जालना जिल्हा पक्षाकडून नियम, अटी व शर्तीनुसार संविधानिक रितीने यांच्या उमेदवारी प्रचार करीता व समाजातील मुलभूत मुद्दयाकरीता हया संपुर्णपणे सक्षम उमेदवार असून यांना आमच्या बहुजन मुक्ती पार्टी या पक्षाकडून जाहिर पांठीबा देण्यात येत आहे.

जनतेस विनंती,

वरिल उमेदवार व यांचा मुलगा नामे शेख फेरोज सत्तार (ऑल इंडिया मिडीया असोशिएशन जालना जिल्हा प्रेसीडेंट) हे उच्चशिक्षित आहे व त्यांचा संपुर्ण कुंटूबातील सदस्य हे या चळवळ संघटनात कार्य करीत असून यांना सदरील कामाचा दांडगा अनुभव असून त्यांना जनमाणसापर्यत जावून त्यांच्या समस्या सोडविण्याकरीता सक्षम असल्याने यांना आपण प्रचंड बहुमतांनी विजयी करा हीच आपणास नम्र विनंती.

मा. रशिद मन्नान शेख
जिल्हाध्यक्ष लोकसभा व.मु.पा.जालना

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गाजियाबाद। भारतीय उद्योग व्यापार मंडल की भारत सरकार की पहल पर स्वदेशी जागरण मंच द्वारा चलाए जा रहे स्वदेशी जुटान कार्यक्रम की दूसरी बैठक नई दिल्ली के आई पेक हाल में संपन्न हुई, जिसमें अनेक व्यापारी संगठनों एवं फेडरेशनों ने भाग लिया।
उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल के जिला अध्यक्ष प्रीतम लाल ने मीडिया प्रभारी संजय शर्मा को बताया कि उक्त कार्यक्रम की शुरुआत तीन माह पूर्व नागपुर से की गई थी इसी क्रम में नई दिल्ली में दूसरी बैठक आयोजित की गई। जिसमें गाजियाबाद से उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल की जिला कार्यकारिणी के सदस्यों ने भी भाग लिया।
बैठक का मुख्य उद्देश्य व्यापारियों एवं सामाजिक संगठनों द्वारा स्वदेशी मेलों में स्वदेशी वस्तुओं को अपनाने के लिए जन जागरण अभियान चलाने की बात तय की गई। भारतीय उद्योग व्यापार मंडल द्वारा आयोजित कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल, व्यापारी सुरक्षा फोरम, कैट एवं अन्य व्यापारिक संगठनों ने भाग लिया।
उक्त कार्यक्रम में पंजाब राजस्थान मध्य प्रदेश गुजरात महाराष्ट्र एवं अन्य राज्यों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया कार्यक्रम की अध्यक्षता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कश्मीरी सिंह ने की, मुख्य अतिथि भारत सरकार व्यापारी आयोग के अध्यक्ष सुनील संधि रहे।
बैठक में स्वदेशी अपनाने के कार्यक्रमों पर विस्तृत चर्चा की गई और इसी क्रम में तय किया गया कि जन स्वदेशी अभियान 12 जनवरी से लेकर 23 जनवरी 26 तक प्रत्येक तहसील एवं नगर जिला स्तर पर चलाया जाए। मुख्य रूप से उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल के प्रदेश अध्यक्ष मुकुंद मिश्रा कार्यालय प्रभारी एवं सदस्य व्यापारी कल्याण बोर्ड सुनील पांडे संत मिश्रा प्रीतम लाल राजकुमार सिंह राणा, अशोक गोयल, संदीप बंसल, रविकांत गर्ग, सहित अन्य व्यापार संगठनों के प्रमुख मौजूद रहे इसी क्रम में सुनील पांडे को राष्ट्रीय व्यापार कल्याण बोर्ड का सदस्य मनोनीत करने पर जिला अध्यक्ष प्रीतम लाल गाजियाबाद, अध्यक्ष साहिबाबाद विधानसभा राजकुमार सिंह राणा एवं अमर सक्सेना द्वारा उनको स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।

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ଖୋର୍ଦ୍ଧ,୧୮.୧୨.୨୫(ଏ.ଆଇ.ଏମ.ଏ) ଖୋର୍ଦ୍ଧା ଜିଲ୍ଲା ନିରାକାରପୁର ନନପଡା ନିବାସୀ ଅବସରପ୍ରାପ୍ତ ସାମରିକ କର୍ମଚାରୀ ତଥା କଳିଙ୍ଗ ଭେଟେରାନ ସଦସ୍ୟ ଓ ସଖାସଙ୍ଘ କ୍ରୀଡl ସଂସଦ ସଦସ୍ୟ ରବି ନାରାୟଣ ରାଉତରାୟଙ୍କ ବିୟୋଗରେ ଆଜି ସ୍ଥାନୀୟ ସଖା ସଂଘ କ୍ରୀଡା ସଂସଦ ପକ୍ଷରୁ ଶୋକ ସଭା ଅନୁଷ୍ଠିତ ହୋଇଯାଇଛି। ସ୍ବର୍ଗତ ରାଉତରାୟଙ୍କର ଆଜି ହଠାତ୍ ହୃଦଘାତ ରେ କଟକ ମେଡ଼ିକାଲରେ ପରଲୋକ ଘଟିଛି । ଅନୁଷ୍ଠିତ ଶୋକ ସଭାରେ ସଂସଦ ସଭାପତି ବିପିନ କୁମାର ଜୟସିଂହଙ୍କ ସଭାପତିତ୍ୱରେ ଅଧ୍ୟକ୍ଷତା କରିଥିବାବେଳେ ଭେଟେରାନ ବିଜୟ ବଳିୟାରସିଂହ,ଭେଟେରାନ ଅଶୋକ ବାହୁବଳେନ୍ଦ୍ର,କାର୍ଯ୍ୟକାରୀ ସଭାପତି ଶ୍ୟାମ ସୁନ୍ଦର ପଟ୍ଟନାୟକ, ଜିଲ୍ଲା ପରିଷଦ ସଦସ୍ୟ ବିଜୟ କୁମାର ପାଲଟାସିଂହ ,ଯୁବ ନେତା ଶୁଭମ ଦାଶ, ଉପସଭାପତି ପ୍ରକାଶ କୁମାର ବଳିଆରସିଂହ, ମାନସ ଚନ୍ଦ୍ର ପଟ୍ଟନାୟକ, କୋଷାଧ୍ୟକ୍ଷ ହରିହର ସିଂହ, ଉପଦେଷ୍ଟା ମହେଶ୍ୱର ବେହେରା, ଯୁଗ୍ମ ସମ୍ପାଦକ ଉମେଶ ଚନ୍ଦ୍ର ମିଶ୍ର, ହିମାଂଶୁ ଭୁଷଣ ଚମ୍ପତିରାୟ, କାର୍ଯ୍ୟକାରୀ କୋଷାଧ୍ୟକ୍ଷ ପ୍ରସାଦ ଦାସ, ଅବସରପ୍ରାପ୍ତ ସାମରିକ ଅଧିକାରୀ ବିଜୟ କୁମାର ବଳିଆରସିଂହ, ଅଶୋକ କୁମାର ବହୁବଳେନ୍ଦ୍ର, ସାରଙ୍ଗଧର ମହାପାତ୍ର, ବିଭୁତି ଭୁଷଣ ଦାଶ , ସଂସଦ କ୍ୟାପଟେନ ଚିତ୍ତରଞ୍ଜନ ମହାରଣା ଓ କାର୍ତ୍ତିକ ସାମନ୍ତରାୟ ପ୍ରମୁଖ ଉପସ୍ଥିତ ରହି ସ୍ବର୍ଗତ ରାଉତରାୟଙ୍କ ସ୍ମୃତି ଚାରଣ କରିଥିଲେ।ଧନ୍ୟବାଦ ଦେଇଥିଲେ କାର୍ଯ୍ୟକାରୀ ସଂପାଦକ ଦୀପକ ଦୀପକ ପ୍ରଧାନ। ଏହି ଅବସରରେ ସଂସଦ ପକ୍ଷରୁ ଏକ ମିନିଟ ନୀରବ ପ୍ରାର୍ଥନା କରାଯାଇଥିଲା।

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सिंगरावट (सीकर) गांव के 23 वर्षीय होनहार युवा पार्थ शर्मा द्वारा लेफ्टिनेंट कर्नल जैसे उच्च और सम्मानित पद को प्राप्त करना केवल उनके व्यक्तिगत जीवन की उपलब्धि नहीं है, बल्कि यह पूरे गांव, समाज और देश के लिए गर्व का विषय है। इतनी कम उम्र में इस मुकाम तक पहुंचना यह दर्शाता है कि अगर लक्ष्य स्पष्ट हो, मेहनत ईमानदार हो और संस्कार मजबूत हों, तो कोई भी सपना असंभव नहीं रहता।

पार्थ शर्मा ने यह साबित कर दिया कि साधारण परिवेश से निकलकर भी असाधारण ऊंचाइयों को छुआ जा सकता है। उनकी इस सफलता के पीछे उनके माता-पिता का त्याग, संस्कार, अनुशासन और समाज का सहयोग भी निहित है। उन्होंने न केवल अपने माता-पिता का सिर गर्व से ऊंचा किया है, बल्कि पूरे समाज का नाम रोशन किया है। आज हर घर, हर गली और हर युवा उनके नाम पर गर्व महसूस कर रहा है।

यह उपलब्धि समाज के हर बच्चे, हर युवा और हर अभिभावक के लिए एक जीवंत उदाहरण है कि सही दिशा में किया गया प्रयास अवश्य रंग लाता है।
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नई पीढ़ी के लिए प्रेरणास्रोत

पार्थ शर्मा की सफलता आने वाली पीढ़ियों के लिए एक मजबूत संदेश है। आज के बच्चे और युवा अगर उनसे प्रेरणा लें, तो वे भी अपने जीवन में ऊंचे लक्ष्य तय कर सकते हैं। जरूरी नहीं कि हर बच्चा फौज में जाए, लेकिन जरूरी यह है कि हर बच्चा अपने क्षेत्र में श्रेष्ठ बनने का सपना जरूर देखे।

आज के समय में बच्चों को यह समझना होगा कि:

• अच्छे मित्र जीवन को सही दिशा देते हैं

• बुरी संगत व्यक्ति को लक्ष्य से भटका देती है

• अनुशासन, समय की पाबंदी और मेहनत सफलता की कुंजी है


माता-पिता और समाज की यह जिम्मेदारी भी बनती है कि बच्चों को सही मार्गदर्शन दें, उनकी रुचियों को समझें और उन्हें सकारात्मक माहौल प्रदान करें।
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संस्कार और चरित्र निर्माण का महत्व

पार्थ शर्मा की सफलता का एक बड़ा आधार उनके संस्कार हैं। संस्कार केवल घर में बोले गए शब्द नहीं होते, बल्कि वे आदतों, व्यवहार और सोच में झलकते हैं। अच्छे संस्कार व्यक्ति को कठिन परिस्थितियों में भी सही निर्णय लेने की शक्ति देते हैं।

आज समाज को यह समझने की जरूरत है कि:

• संस्कार शिक्षा से भी अधिक महत्वपूर्ण हैं

• चरित्र मजबूत होगा तो सफलता स्थायी होगी

• ईमानदारी, अनुशासन और सेवा भाव व्यक्ति को ऊंचा बनाते हैं


अगर बच्चों को बचपन से ही अच्छे संस्कार दिए जाएं, तो वे न केवल सफल नागरिक बनते हैं, बल्कि समाज और देश के लिए भी उपयोगी सिद्ध होते हैं।
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मोबाइल और सोशल मीडिया : उपयोग या दुरुपयोग

आज का युग तकनीक का युग है। मोबाइल और सोशल मीडिया को न तो पूरी तरह गलत कहा जा सकता है और न ही पूरी तरह सही। सवाल केवल उपयोग का है।

समाज के सभी बच्चों और युवाओं से यह संदेश है कि:

• मोबाइल को पढ़ाई और ज्ञान बढ़ाने के लिए उपयोग करें

• ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से नई स्किल्स सीखें

• सकारात्मक और प्रेरणादायक कंटेंट देखें

• समय की बर्बादी और गलत कंटेंट से दूर रहें


अगर मोबाइल का सही उपयोग किया जाए, तो वही मोबाइल सफलता का साधन बन सकता है, और अगर दुरुपयोग हो, तो वही भविष्य को नुकसान भी पहुंचा सकता है।
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नशे से दूरी : जीवन की सुरक्षा

आज समाज के सामने सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक है नशे की बढ़ती प्रवृत्ति। नशा व्यक्ति को अंदर से खोखला कर देता है। यह न केवल पैसे की बर्बादी करता है, बल्कि परिवार, स्वास्थ्य और भविष्य को भी नष्ट कर देता है।

समाज के सभी युवाओं से अपील है कि:

• नशे से पूरी तरह दूर रहें

• अपने दोस्तों को भी नशे से रोकें

• स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं

• खेल, पढ़ाई और सकारात्मक गतिविधियों में समय लगाएं


याद रखें, नशा कभी समाधान नहीं होता, बल्कि हर समस्या को और बड़ा बना देता है।
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शिक्षा : उज्ज्वल भविष्य की नींव

आज के समय में शिक्षा सबसे बड़ा हथियार है। शिक्षा व्यक्ति को सोचने, समझने और सही निर्णय लेने की क्षमता देती है। शिक्षित व्यक्ति न केवल अपने लिए, बल्कि समाज और देश के लिए भी उपयोगी बनता है।

समाज को यह संकल्प लेना चाहिए कि:

• हर बच्चे को शिक्षा से जोड़ा जाए

• बेटा-बेटी में कोई भेद न हो

• उच्च शिक्षा को प्रोत्साहन दिया जाए

• शिक्षा को बोझ नहीं, अवसर माना जाए


पार्थ शर्मा की सफलता इस बात का प्रमाण है कि शिक्षा, अनुशासन और मेहनत मिलकर व्यक्ति को हर प्रकार से काबिल बनाते हैं।
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समापन संदेश

पार्थ शर्मा की यह उपलब्धि पूरे समाज के लिए गौरव, प्रेरणा और मार्गदर्शन है। उनकी सफलता हमें यह सिखाती है कि अगर इरादे मजबूत हों, लक्ष्य स्पष्ट हो और मेहनत सच्ची हो, तो कोई भी मंज़िल दूर नहीं होती।

आइए, हम सभी मिलकर यह संकल्प लें कि:

• बच्चों को अच्छे संस्कार देंगे

• युवाओं को सही दिशा देंगे

• नशा, नकारात्मकता और भटकाव से दूर रहेंगे

• शिक्षा, अनुशासन और मेहनत को जीवन का आधार बनाएंगे


यही पार्थ शर्मा की सफलता को सच्ची श्रद्धांजलि होगी और यही हमारे समाज की असली जीत होगी।

जय समाज।
जय युवा शक्ति।
जय राष्ट्र।

https://whatsapp.com/channel/0029Vb66LqJ11ulNtxONYk3C/478

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"विकास के नाम पर विनाश का रास्ता"

भारत की सबसे प्राचीन पर्वतमाला अरावली आज अपने अस्तित्व की सबसे बड़ी लड़ाई लड़ रही है। हाल ही में सुप्रीम कोर्ट के एक निर्देश के बाद 100 मीटर से कम ऊँचाई वाली पहाड़ियों को “पहाड़” न मानने की व्याख्या सामने आई है, जिसने अरावली के विशाल भूभाग को कानूनी संरक्षण से बाहर करने का खतरा पैदा कर दिया है। यह केवल शब्दों का खेल नहीं है, बल्कि इसके दूरगामी परिणाम राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली और पूरे उत्तर-पश्चिम भारत के पर्यावरणीय भविष्य को सीधे प्रभावित करने वाले हैं।

अरावली पर्वतमाला लगभग 692 किलोमीटर तक गुजरात से लेकर दिल्ली तक फैली है और इसे लगभग तीन अरब वर्ष पुरानी पर्वत श्रृंखला माना जाता है। इसका दो-तिहाई हिस्सा राजस्थान में स्थित है, जहाँ यह जलवायु संतुलन, वर्षा चक्र और भूजल रिचार्ज की रीढ़ के रूप में कार्य करती है। विशेषज्ञ मानते हैं कि यदि अरावली न होती, तो पश्चिमी, मध्य और दक्षिण भारत का बड़ा भूभाग रेगिस्तान में बदल चुका होता। ऐसे में इस प्राकृतिक ढाल को कमजोर करना दीर्घकालिक पर्यावरणीय आत्मघात से कम नहीं है।

फॉरेस्ट सर्वे ऑफ इंडिया के आँकड़े इस संकट की गंभीरता को और स्पष्ट करते हैं। देश में मैप की गई 12,081 पहाड़ियों में से केवल 1,048 यानी महज 8.7 प्रतिशत ही 100 मीटर की ऊँचाई के मानक पर खरी उतरती हैं। इसका सीधा अर्थ यह है कि अरावली का लगभग 90 प्रतिशत हिस्सा इस नई व्याख्या के बाद कानूनी सुरक्षा खो सकता है। यह स्थिति खनन, रियल एस्टेट और निजी परियोजनाओं के लिए रास्ता खोलती है, जबकि पर्यावरण और स्थानीय समुदायों के लिए यह विनाश का संकेत है।

अरावली केवल पहाड़ियों की श्रृंखला नहीं है। यह 300 से अधिक जीव-जंतुओं और पक्षियों का प्राकृतिक आवास है, लाखों पशुपालकों के लिए चारागाह है और बनास, साबरमती तथा लूणी जैसी नदियों का उद्गम स्थल भी है। इसकी चट्टानी संरचना वर्षा जल को रोककर उसे जमीन के भीतर पहुँचाती है, जिससे पूरे क्षेत्र में भूजल रिचार्ज होता है। पहले से ही जल संकट से जूझ रहे पश्चिमी राजस्थान के लिए अरावली का कमजोर होना सूखे को स्थायी बना देने जैसा होगा।

सरकार की पर्यावरण नीति की वास्तविक तस्वीर जोजरी नदी की उपेक्षा और खेजड़ी वृक्षों के साथ हो रहे व्यवहार से भी साफ होती है। खेजड़ी, जिसे राजस्थान का राज्य वृक्ष माना जाता है और जो रेगिस्तानी पारिस्थितिकी तंत्र की जीवनरेखा है, आज योजनाबद्ध कटाई का शिकार बन रहा है। सरकारी आँकड़ों और जमीनी आकलनों के अनुसार, सोलर परियोजनाओं और औद्योगिक लीज़ के नाम पर अब तक लगभग 26 लाख खेजड़ी पेड़ काटे जा चुके हैं, जबकि आने वाले समय में करीब 50 लाख और खेजड़ी पेड़ों की कटाई की तैयारी की जा रही है। सबसे चिंताजनक पहलू यह है कि एक पूर्ण विकसित खेजड़ी पेड़ के साथ अन्य पेड़ो को तैयार होने में लगभग 100 वर्ष लगते हैं, जिससे मरुस्थल के इस अनमोल पारिस्थितिकी तंत्र पर दीर्घकालिक और गंभीर प्रभाव पड़ सकता है।

एक पेड़ औसतन 1,200 किलोलीटर ऑक्सीजन प्रतिवर्ष देता है। इस आधार पर, जो 26 लाख पेड़ काटे गए, वे हर साल लगभग 25 करोड़ किलोलीटर ऑक्सीजन प्रदान करते थे जो अब पूरी तरह बंद हो चुकी है। पेड़ों के कटने और बड़े पैमाने पर ऊर्जा परियोजनाओं की स्थापना के कारण तापमान में 3 से 4 डिग्री तक वृद्धि दर्ज की गई है। पर्यावरणविदों के अनुसार, पश्चिमी राजस्थान में बारिश कम होने का यह एक प्रमुख कारण बन गया है। तापमान बढ़ने और आवास नष्ट होने के चलते रेगिस्तान के कई छोटे जीव भी विलुप्ति के कगार पर पहुँच गए हैं। जबकि यही पारिस्थितिकी तंत्र है जो न्यूनतम पानी में पनपता है, मिट्टी को बाँधकर मरुस्थलीकरण को रोकता है, पशुओं के लिए चारा देता है और स्थानीय ग्रामीण अर्थव्यवस्था का आधार है।

विडंबना यह है कि सुप्रीम कोर्ट ने अतीत में अरावली की रक्षा के लिए ऐतिहासिक भूमिका निभाई है। 1990 के दशक से लेकर एम.सी. मेहता बनाम यूनियन ऑफ इंडिया जैसे मामलों में कोर्ट ने राजस्थान और हरियाणा में अनियंत्रित खनन पर रोक लगाई और यह स्वीकार किया कि इससे होने वाला पर्यावरणीय नुकसान अपूरणीय है। ऐसे में आज उसी अरावली को कमजोर करने वाली व्याख्या सामने आना न केवल चिंताजनक है, बल्कि न्यायिक परंपरा के भी विपरीत प्रतीत होता है।

और भी चिंताजनक तथ्य यह है कि जिस मंत्रालय ने कोर्ट में अरावली की परिभाषा से जुड़े तथ्यों को प्रस्तुत किया है, उसके मंत्री स्वयं अरावली क्षेत्र से निर्वाचित होकर संसद तक पहुँचे हैं। यह सवाल उठना स्वाभाविक है कि क्या राजस्थान का पारिस्थितिकी तंत्र इतना सस्ता है कि बाहरी कंपनियाँ आएँ, पहाड़ और पेड़ काटें और मुनाफा समेटकर चली जाएँ। क्या सरकार यह मान चुकी है कि जनता को भ्रमित कर किसी भी प्रकार के पर्यावरण विरोधी निर्णय पारित कराए जा सकते हैं।

साथ ही एक तरफ सरकार द्वारा अरावली पर्वतमाला के संरक्षण व इसे हरित बनाये रखने के उद्देश्य से बजट 2025–26 में, 250 करोड़ रुपये राशि की 'हरित अरावली विकास परियोजना शुरू करने की घोषणा करी गई थी। दूसरी तरफ उसी अरावली पर्वतमाला को अब खनन के लिए सौंपा जा रहा है। ये विडंबना नहीं है तो क्या है?

अरावली वह प्राकृतिक दीवार है जो पश्चिम से आने वाली जानलेवा लू और थार रेगिस्तान को पूर्वी राजस्थान, दिल्ली और उत्तर प्रदेश के उपजाऊ मैदानों में प्रवेश करने से रोकती है। इस दीवार को कमजोर करना आने वाली पीढ़ियों के भविष्य के साथ सीधा खिलवाड़ है।

कुल मिलाकर, अरावली और खेजड़ी दोनों पर हो रहा यह हमला विकास नहीं, बल्कि विनाश की राजनीति है। यह फैसला खनन माफियाओं और कॉरपोरेट हितों को बढ़ावा देने जैसा है, जबकि पर्यावरण, ग्रामीण आजीविका और भविष्य की पीढ़ियों को इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी। इतिहास ऐसे फैसलों को न तो भूलता है और न ही माफ करता है। सरकार को अब स्पष्ट करना होगा कि वह विकास चाहती है या विनाश क्योंकि प्रकृति के साथ किया गया अन्याय अंततः समाज को ही लौटकर मिलता है।

माननीय सर्वोच्च न्यायालय से विनम्र आग्रह है कि इस विषय पर पुनर्विचार किया जाए और आमजन से भी अपील है कि इस लड़ाई को केवल पहाड़ों की नहीं, बल्कि अपने भविष्य की लड़ाई समझकर अपनी आवाज बुलंद करें। इतिहास ऐसे फैसलों को न भूलता है, न माफ करता है और प्रकृति के साथ किया गया अन्याय अंततः समाज को ही लौटकर मिलता है।
जय श्री राम

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नई दिल्ली। भारत सरकार द्वारा ग्रामीण भारत में रोज़गार, आजीविका और आत्मनिर्भरता को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से "विकसित भारत – Guarantee for Rozgar and Ajeevika Mission (Gramin)" (VB–G RAM G) विधेयक, 2025 प्रस्तुत किया गया है। यह विधेयक विकसित भारत 2047 के संकल्प को साकार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण और दूरदर्शी पहल है।

VB–G RAM G मिशन का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में न्यूनतम 125 दिनों के सुनिश्चित रोज़गार, समयबद्ध पारिश्रमिक भुगतान तथा स्थायी आजीविका के अवसरों का सृजन करना है। यह योजना पारदर्शिता, जवाबदेही और प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित करने के लिए आधुनिक डिजिटल एवं तकनीकी साधनों पर आधारित है।

पारदर्शिता एवं जवाबदेही के लिए प्रमुख डिजिटल प्रावधान— • बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण व्यवस्था • मोबाइल-आधारित निगरानी एवं फील्ड रिपोर्टिंग • GIS/स्थानिक प्रौद्योगिकी-सक्षम योजना निर्माण • रियल-टाइम डैशबोर्ड के माध्यम से निगरानी • एआई आधारित डेटा विश्लेषण एवं निर्णय समर्थन प्रणाली • नागरिक सहभागिता एवं शिकायत निवारण प्लेटफ़ॉर्म

इस मिशन के माध्यम से सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में भ्रष्टाचार पर अंकुश, लीकेज में कमी, तथा लाभार्थियों तक सीधा लाभ सुनिश्चित किया जाएगा। साथ ही, यह योजना ग्रामीण युवाओं, महिलाओं और श्रमिकों को सम्मानजनक रोज़गार उपलब्ध कराकर सामाजिक-आर्थिक सशक्तिकरण को बढ़ावा देगी।

VB–G RAM G विधेयक, 2025 ग्रामीण विकास मंत्रालय (MoRD) की प्रमुख पहलों में से एक है, जो डिजिटल इंडिया, आत्मनिर्भर भारत और विकसित भारत की अवधारणा को ज़मीनी स्तर पर साकार करने में सहायक सिद्ध होगा।

जारीकर्ता
सूचना एवं जनसंपर्क प्रको

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ఈ రోజు హిందూపురం జిల్లా సాధన సమితి ఆధ్వర్యంలో హిందూపురం మున్సిపల్ చైర్మన్ కార్యాలయం లో చైర్మన్ DE రమేష్ గారిని కలిసి హిందూపురం జిల్లా కోసం అత్యవసర మున్సిపల్ కౌన్సిల్ ఏర్పాటు చేసి హిందూపురం జిల్లా చెయ్యాలని తీర్మానం చేయాలని అలాగే రేపు జరగబోయే ర్యాలీ లో పాల్గొనాలని అక్కడ జిల్లా కు మద్దతుగా మాట్లాడాలని అలాగే ప్రతిపక్షం లో ఉన్నప్పుడు MLA బాలకృష్ణ గారు జిల్లా కోసం పోరాడారు ఇప్పుడు TDP ప్రభుత్వమే ఉన్నది కావున MLA గారు హిందూపురం ప్రజల ఆకాంక్షను CM గారి దృష్టికి తీసుకెళ్లి జిల్లా సాధించే విషయాన్ని MLA బాలకృష్ణ దృష్టికి తీసుకెళ్లాలని వినతి పత్రం ఇచ్చాం ,ఈ సందర్భంగా చైర్మన్ DE రమేష్ గారు మాట్లాడుతూ జిల్లా కోసం మేము చేస్తున్న ప్రయత్నం కు అభినందనలు తెలియజేస్తూ జిల్లా కోసం కౌన్సిల్ ఏర్పాటు విషయాన్ని MLA గారితో చర్చించి నిర్ణయం తీసుకుంటాను అన్నారు అలాగే కమిటీ సభ్యులు ఇచ్చిన సలహాలు సూచనలు అభ్యర్థనలు MLA గారి దృష్టికి తీసుకు వెళ్లి జిల్లా సాధించే విషయం లో మాకు సంపూర్ణ మద్దతుఇస్తామని హామీ ఇచ్చారు ఈ కార్యక్రమంలో జిల్లా సాధన సమితి గౌరవ అధ్యక్షులు బాలాజీ మనోహర్, అధ్యక్షులు ఇందాద్, కార్యదర్శి నూర్ మహమ్మద్, గౌరవ సలహాదారులు ఉమర్ ఫరూక్, సోమశేఖర్ రెడ్డి, ప్రచార కార్యదర్శి జమీల్ ఉపాధ్యక్షులు బాబావాలి, అమానుల్లా కార్యదర్శులు K.B.శంకరయ్య, విద్యార్థి నాయకులు కదరిష్, అతిక్, నరసింహమూర్తి, NSUI భారత్ చంద్ర, MIM ఇమ్రాన్ తదితరులు పాల్గొన్నారు.

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अब गोवा की यात्रा महज़ ₹485 में संभव हो गई है।
जहां अब तक ट्रैवल एजेंट इसी सफर के लिए ₹5,000 से ₹10,000 तक वसूलते थे, वहीं अब आम आदमी 500 रुपये से भी कम किराए में सीधे गोवा पहुंच सकता है।

भारतीय रेलवे ने 100% कन्फर्म सीट वाली एक नई स्पेशल ट्रेन शुरू की है, जिसकी टिकट बुकिंग आज से शुरू हो चुकी है और ट्रेन 30 दिसंबर से संचालित होगी।

🔹 ट्रेन में कुल 1,550 सीटें उपलब्ध
🔹 कन्फर्म टिकट मिलने की पूरी संभावना
🔹 बिना किसी झंझट के सीधा सफर

🕒 समय सारिणी
➡️ दिल्ली से प्रस्थान: बुधवार रात 03:15 बजे
➡️ मडगांव आगमन: गुरुवार सुबह 10:40 बजे

🔁 वापसी यात्रा
➡️ मडगांव से प्रस्थान: गुरुवार रात 01:05 बजे
➡️ दिल्ली आगमन: शुक्रवार शाम 05:00 बजे

कम किराया, कन्फर्म सीट और सीधा सफर—
अब गोवा जाना पहले से कहीं ज्यादा आसान और सस्ता हो गया है।

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ଖୋର୍ଦ୍ଧା,୧୮.୧୨.୨୫(ଏ. ଆଇ.ଏମ.ଏ) :ଖୋର୍ଦ୍ଧା ଜ଼ିଲ୍ଲା ଜଙ୍କିଆ ସ୍ଥିତ କଳିଙ୍ଗ ଭେଟରାନ ଆସୋସିଏସନ ର ବରିଷ୍ଠ ସଦସ୍ୟ ଭେଟରାନ ରବୀନ୍ଦ୍ର କୁମାର ରାଉତରାୟଙ୍କର ୬୪ ବର୍ଷ ବୟସରେ ଆଜି ସକାଳ ଆଠ ଘଣ୍ଟିକା ସମୟରେ କଟକ ବଡ ମେଡିକାଲରେ ହୃଦଘାତରେ ପୀଡିତ ହୋଇ ମୃତ୍ୟୁବରଣ କରିଥିଲେ। ସେ ଭାରତୀୟ ସେନାର କୋର ଅଫ ଅର୍ଟିଲାରୀରେ ପନ୍ଦର ବର୍ଷ ଭାରତ ମାତାର ସେବା କରି ସେବା ନିବୃତ ହୋଇ ଆସିଥିଲେ ଓ ଅବସର ପରେ ସେ ଓଡ଼ିଶା ପୁଲିସ ରେ ଯୋଗ ଦେଇ ନିଜର ଦ୍ଵିତୀୟ କ୍ୟାରିଅର ଆରମ୍ଭ କରି ୨୦୨୦ ରେ ସେଥିରୁ ସେବା ନିବୃତ ହୋଇ ପରବର୍ତ୍ତୀ ଜୀବନ ସମାଜ ସେବାରେ ନିୟୋଜିତ କରିଥିଲେ । ଯୁବକ ସମୟରୁ ସେ ଜଣେ ଭଲ ଫୁଟବଲ୍ ଖେଳାଳି ଥିଲେ ଓ ଖେଳକୁ ବହୁତ୍ ଭଲ ପାଉଥିଲେ । ଅଦ୍ୟାବଧି ସଖାସଂଘ୍ କ୍ରୀଡା ସାଂସଦର ଜଣେ ସକ୍ରିୟ ସଦସ୍ୟ ଥିଲେ । ତାଙ୍କ ମୃତ୍ୟୁ ଖବର ପାଇ କଳିଙ୍ଗ ଭେଟରାନ୍ସ ଆସୋସିଆନର ସଭାପତି ସୁବେଦାର ମେଜର ବିଜୟ କୁମାର ବଳିଆରସିଂହ, ଯୁଗ୍ମ ସମ୍ପାଦକ ୱାରେଣ୍ଟ ଅଫିସର ବିପିନ ବିହାରି ମାନସିଂହ, ଭେଟେରାନ ୱାରେଣ୍ଟ ଅଫିସର ମହେଶ୍ୱର ବେହେରା, ଭେଟରାନ ୱାରେଣ୍ଟ ଅଫିସର ହରିବନ୍ଧୁ ସିଂହ ଙ୍କ ସମେତ ଆସୋସିଏସନର ଶତାଧିକ ସୈନିକ ତାଙ୍କ ନିରାକାରପୁର ସ୍ଥିତ ବାସ ଭବନରେ ଏକତ୍ରିତ ହୋଇ ତାଙ୍କ ମର ଶରୀରରେ ପୁଷ୍ପମାଲ୍ୟ ଅର୍ପଣ କରିଥିଲେ ଓ ଜାତୀୟ ପତାକାରେ ମର ଶରୀରକୁ ଘୋଡାଇ ଶେଷ ଦର୍ଶନ କରିଥିଲେ। ଭେଟରାନ୍ ମାନେ ଭାରତ ମାତାର ନାରା ଦେଇ ଶୋକାକୁଳ ପରିବେଶକୁ ସ୍ତବ୍ଧ କରିଦେଇଥିଲେ।

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