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SR24 న్యూస్ ఆంధ్ర & తెలంగాణ): మానవ హక్కుల అవినీతి నిరోధకం అవగాహన సదస్సుకు అందరు ఆహ్వానితులే రేపు అనగా ఆదివారము 22 జూన్ 2025 వ తారీకున రాజన్న సిరిసిల్ల జిల్లా వేదిక లహరి వెంకట్ హల్ ఏసి విద్యానగర్ రాజన్న సిరిసిల్ల జిల్లా ఉదయము 10 గంటలకు జరిగే అవగాహనా సదస్సులో అందరు పాల్గొనండి చట్టలపై అవగాహనా పెంచుకోండి ఈ కార్యక్రమానికి ముఖ్యఅతిదులుగా దేవానంద నాయుడు వ్యవస్థాపకులు మరియు అధ్యక్షులు జాతీయ కార్యదర్శి భూక్య శ్రీనివాస్ నాయక్ (తెలంగాణ), జాతీయ ప్రధాన కార్యదర్శి మరియు అంతర్జాతీయ, జాతీయ పురస్కరాలు గ్రహీత కొమ్మోజు రమేష్ (ఆంధ్రప్రదేశ్), జాతీయ మహిళా విభాగం అధ్యక్షురాలు పద్మజ నాయుడు. కాసారపు రమేష్, బరిగల శివ, ఆకుల చందు, హర్షిత, గుంటి లక్ష్మణ్, మరియు నూతన్. ఈ సదస్సు కుహాజరువ్వడంతో పాటు చాలా మంది ప్రముఖులు మరియు పెద్దలు జిల్లాల వారీగా మండలాల వారీగా వివిధ రాత్రల నుంచి నుంచి ప్రముఖులు వస్తున్నారు అధిక సంఖ్యలో పాల్గొని, చట్టలపై అవగాహనా కలిగి మంచి సమాజం నిర్మాణంలో పాలు పంచుకోవాలని వ్యవస్థాపక అధ్యక్షులు దేవానంద నాయుడు పిలుపునిచ్చారు.

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ठाणे: २० जून २०२५ रोजी भारतीय मराठा महासंघाचा रौप्यमहोत्सवी सोहळा ठाणे येथील काशिनाथ घाणेकर नाट्यगृहात मोठ्या उत्साहात पार पडला. याच कार्यक्रमात श्री. प्रसाद दादा घोरपडे यांची भारतीय मराठा महासंघाच्या वतीने महाराष्ट्र राज्य प्रवक्ते व संघटक पदी निवड करण्यात आली.
गेली दोन वर्षे श्री. प्रसाद दादा घोरपडे यांनी भारतीय मराठा महासंघाच्या ठाणे जिल्हा अध्यक्षपदाची जबाबदारी यशस्वीपणे सांभाळली होती. त्यांच्या या कार्याची विशेष दखल घेऊन, महासंघाने त्यांना आता महाराष्ट्र राज्याची महत्त्वाची जबाबदारी सोपवली आहे.
यावेळी बोलताना श्री. घोरपडे यांनी सांगितले की, "माझ्यावर सोपवलेल्या या दोन्ही पदांची जबाबदारी लक्षात घेऊन, मी संघटना वाढवण्यासाठी आणि संघटनेची बाजू जनतेसमोर भक्कमपणे मांडण्यासाठी कटिबद्ध आहे." त्यांनी प्रसार माध्यमांशी बोलताना हे कार्य यशस्वीपणे पार पाडण्याची ग्वाही दिली.
या सोहळ्याला संघटनेचे राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अप्पासाहेब आहेर, भाजप आमदार श्री. निरंजन डावखरे, शिवसेना नवनिर्वाचित उपनेते व जिजाऊ संघटनेचे अध्यक्ष श्री. निलेश सांबरे, ठाणे भाजप जिल्हा अध्यक्ष श्री. लेले यांच्यासह संघटनेचे सर्व पदाधिकारी आणि कार्यकर्ते मोठ्या संख्येने उपस्थित होते.
(दत्तात्रय तुकाराम काळे, एक सामाजिक मीडिया कार्यकर्ता आणि एआयएमए मीडिया फाउंडेशनचा प्रतिनिधी आहे.)
बातमी देण्यासाठी संपर्क: ८०८००७६२६२

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मुंबई, आज मुंबई के फनकार स्टूडियो में ताल म्यूजिक एंड फिल्म्स ने वर्ल्ड म्यूजिक डे सेलिब्रेशन का कार्यक्रम आयोजित किया। इस अवसर पर एक विशेष परिचर्चा का भी आयोजन किया गया। जिसका विषय था *क्या म्यूजिक इंडस्ट्री को ए आई से कोई खतरा है* । इस विषय में संगीत की दुनिया से जुड़ी हस्तियों ने अपने अपने विचार रखे। जाने माने संगीतकार दिलीप सेन ने कहा ए आई से म्यूजिक इंडस्ट्री को कोई खतरा नहीं। ए आई में बने गाने हमारे कान हमारी रूह कभी स्वीकार नहीं करेगी। संगीत गीता है कुरान है बाइबल है गुरुग्रंथ है जो बदले नहीं है सकते। इसी प्रकार गायक संगीतकार सतीश देहरा ने कहा कि संगीत सुरों का खेल है जो ए आई नहीं समझ सकता। जबकि गायक संगीतकार अरविंदर सिंह ने कहा कि ए आई से हमें कही कही लाभ भी है इस लिए हम उसका इस्तेमाल भी करते है, मगर वो म्यूजिक इंडस्ट्री पर कोई असर नहीं डाल सकता। परिचर्चा के बाद यहां एक खूबसूरत केक भी काटा गया। इसी मौके पर नीतू सिंह ने *हार्मनी हेवन* ( ग्रुप ऑफ पैशनेट सिंगर्स ) की स्थापना करते हुए अपने पहले भव्य इवेंट ग़ज़ल किंग एंड क्वीन का अनाउंसमेंट भी किया। इस इवेंट के बारे में आयोजक नीतू सिंह ने बताया कि ग़ज़ल किंग एंड क्वीन एक मेगा सिंगिंग कॉन्टेस्ट है। जिसके लिए जल्द ही ऑडिशन शुरू होंगे। ऑडिशन के लिए सिर्फ 99 भरकर रजिस्ट्रेशन फॉर्म भरना है और फिर ऑडिशन होगा और इस में चुने गए 20 प्रतिभागियों का फिनाले सितम्बर में होगा। इस मौके पर उपस्थित सभी सेलिब्रिटीज ने कहा कि ताल म्यूजिक और नीतू नए पैशनेट सिंगर्स के लिए एक अच्छा मंच ला रही है, जिसका लाभ नए सिंगर्स को लेना चाहिए। इसके जरिए आप अपनी गायकी के सफर को और आगे ले जा सकते है। और उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि जो भी सिंगर विनर होंगे उनको हमारे साथ गाने का मौका भी मिलेगा।इनके अलावा तारक मेहता फेम कमल घिमिरे भी यहां पहुंचे। अभिनेता टीटू वर्मा, मॉडल अभिनेत्री आशा फ्रेड, और समाज सेविका संगीत प्रेमी डॉक्टर सुंदरी ठाकुर भी इस वर्ल्ड म्यूजिक डे सेलिब्रेशन पर विशेष रूप से पहुंची। यहां इन्होंने नीतू सिंह और खन्ना साहब के अपकमिंग मेगा ग़ज़ल कॉन्टेस्ट ग़ज़ल किंग एंड क्वीन के लिए शुभकामनाएं भी दी। इनके अलावा भावहंस कॉलेज के डॉ राज भट्ट बीजेपी के अरविंद कोठारी, गायक अमित भारद्वाज सहित कई सिंगर भी यहां पहुंचे।

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నగరి, చిత్తూరు [22-06-2025]
ఆంధ్ర ప్రదేశ్ రాష్ట్ర ప్రభుత్వం 21న ప్రతిష్టాత్మకంగా నిర్వహించిన "యోగాంద్ర"రికార్డ్ సష్టించింది 11వ అంతర్జాతీయ యోగా దినోత్సవం సందర్భంగా ఆంధ్ర ప్రదేశ్ రాష్ట్రములోని సుందర నగరం అయిన విశాఖ పట్టణం వేదికగా నిర్వహించిన యోగాంద్ర గిన్నిస్ రికార్డు సాధించింది,3.01 లక్షల మంది ప్రజలు పాల్గొని ఈ కార్యక్రమాన్ని ఘన విజయం చేశారు
గతంలో సూరత్ లోనిర్వహించిన యోగా రికార్డ్ ను,1.47 లక్షల మంది ఈ రికార్డను బద్దలు కొట్టిన ఆంధ్ర ప్రదేశ్ రాష్ట్రములోని విశాఖపట్నం లో అర్. కే. బీచ్ నుండి భీమిలి బీచ్ వరకూ ఓకె మార్గంలో లక్షల మంది యోగాసనాలు వేసి గిన్నిస్ బుక్ ఆఫ్ వరల్డ్ రికార్డ్ సృష్టించారు
ఈ రికార్డు ను ప్రధాని మోధి గారి సమక్షంలో ఈ యోగాడే కార్యక్రమం జరిగింది

*లోకేష్ ను ప్రత్యేకంగా ప్రధాని మోది గారు అభినందించారు ఈరోజు ఈ రికార్డ్ సృష్టించింది అంటే లోకేష్ కి లభించిన గొప్ప గుర్తింపు, లోకేష్ ఆలోచన దానిని ఆచరణలో పెట్టడానికి గత నెలన్నర రోజులుగా ఆయన చేసిన అవిశ్రాంత కృషి కి అభినందనీయం అని కొనియాడారు
రెండు గిన్నిస్ రికార్డు లు 21 వరల్డ్ బుక్ రికార్డ లతో గ్రాండ్ సక్సెస్. విశాఖ లో ఓకె ప్రాంతంలో 3.02.087మంది యోగాసనాలు వేసినందుకు ఒక గిన్నీస్ రికార్డు

*ఒకేసారి ఒకేచోట22.122మంది గిరిజన విద్యార్థులు సూర్య నమస్కారం చేసినందుకు మరో గిన్నిస్ రికార్డు ఈ రెండు రికార్డులు సాధించడం మన రాష్ట్రానికి గర్వకారణం అని రాష్ట్ర ముఖ్యమంత్రి శ్రీ నారా చంద్రబాబు నాయుడు గారు పేర్కొన్నారు

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ख़बर उत्तराखंड से..
नैनीताल: उत्तराखंड का खूबसूरत हिल स्टेशन नैनीताल अब एक अदृश्य लेकिन खतरनाक संकट की चपेट में आ गया है. शहर के नीचे चूहों द्वारा बनाई गई सुरंगें अब यहां की जमीन को खोखला कर रही हैं. हालात ऐसे बन गए हैं कि अगर हल्का सा भूकंप भी आया तो पूरा शहर तबाही की कगार पर पहुंच सकता है.

नैनीताल में खतरे की दस्तक 1880 जैसी तबाही की आहट, धंसने लगी जमीन...
नैनीताल शहर में चूहों का बढ़ा आतंक.
शहर के कई हिस्सों में चूहों ने इस कदर सुरंगें बना दी हैं कि जमीन धंसने लगी है. सड़कें दरक रही हैं और पहाड़ी इलाकों में बने घरों की नींव हिलने लगी है. शेर का डांडा, लडियाकांटा, सात नंबर आयारपाटा और मुख्य बाजार के इलाकों में ये खतरा सबसे ज्यादा नजर आ रहा है. स्थानीय लोगों का कहना है कि उन्हें अब डर सताने लगा है कि कहीं कोई बड़ी दुर्घटना न हो जाए.

पहले भी भुगत चुका है नैनीताल ऐसा झटका.
इतिहास गवाह है कि नैनीताल कितना संवेदनशील है. दअरसल, साल 1880 में भूकंप के झटके से पहाड़ी का एक बड़ा हिस्सा ढह गया था, जिसमें 151 लोगों की जान चली गई थी. इसके बावजूद उस पहाड़ी पर निर्माण कार्य होता रहा और अब हालात फिर से चिंताजनक हो चले हैं.

बढ़ती चूहों की आबादी बनी मुसीबत.
शहर में जगह-जगह फेंके जा रहे खाने-पीने के सामान ने चूहों की तादाद बढ़ा दी है. ये चूहे अब पूरे शहर के नीचे सुरंगें बनाकर उसकी नींव को खोखला कर रहे हैं. ये सिर्फ जमीन धंसाव तक सीमित नहीं है, बल्कि चूहों के ज़रिए प्लेग जैसी बीमारियों का खतरा भी अब मंडराने लगा है.

प्रशासन के पास नहीं है कोई ठोस योजना.
इतना गंभीर मामला सामने आने के बावजूद प्रशासन के पास इन चूहों से निपटने की कोई ठोस योजना नहीं है. न तो कोई रोकथाम की पहल दिख रही है और न ही शहर के लोगों को राहत देने की कोई तैयारी. स्थानीय लोग इस लापरवाही को लेकर नाराज़ हैं और प्रशासन से जल्द से जल्द कार्य योजना की मांग कर रहे हैं.

अगर समय रहते इस संकट को नहीं रोका गया, तो नैनीताल की खूबसूरती को बरकरार रखना मुश्किल हो जाएगा. एक छोटा सा झटका भी इस हिल स्टेशन को बड़ी तबाही की तरफ ले जा सकता है.

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_____________________________सासाराम मुफस्सिल थाना क्षेत्र के बलथुआ स्थित वृंदावन मार्केट के बेसमेंट में अवैध रूप से चलाए जा रहे गोल्ड फ्लैग व अन्य ब्रांडों के सिगरेट फैक्ट्री का पुलिस ने उद्भेदन की है। पुलिस ने फैक्ट्री मालिक व उसके सुपरवाइजर को भी गिरफ्तार की है। जिससे कड़ाई से पूछताछ की जा रही है। गुप्त सूचना के आधार पर जिला पुलिस ने शुक्रवार की रात अवैध फैक्ट्री में छापेमारी की। विभिन्न जगहों पर करीब 15 घंटे तक चली छापेमारी के दौरान पुलिस ने साढ़े तीन करोड़ रुपये की नकली सिगरेट, एक करोड़ रुपये का कच्चा माल, तीन करोड़ की सिगरेट बनाने वाली मशीनें व 40 लाख का एक बड़ा जेनरेटर जब्त किया गया। वहीं, फैक्ट्री संचालक उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले के बड़ागांव निवासी कमला प्रसाद मिश्रा के 56 वर्षीय पुत्र राजेश कुमार मिश्रा व सुपरवाइजर बलिया जिले के नरही थाना क्षेत्र के सिंदुरिया गांव निवासी ललन ओझा के पुत्र गोपालजी ओझा को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। फैक्ट्री में काम कर रहे 27 मजदूरों को पूछताछ के बाद मुक्त कर दिया गया। इसकी जानकारी शनिवार को डेहरी स्थित अपने कार्यालय में प्रेसवार्ता के दौरान एसपी रौशन कुमार ने दी। एसपी ने बताया कि शुक्रवार की देर शाम सूचना मिली कि जीटी रोड के समीप बलथुआ गांव स्थित वृंदावन मार्केट के बेसमेंट में अवैध रूप से बलिया के एक व्यक्ति द्वारा सिगरेट फैक्ट्री चलायी जा रही है। इसमें गोल्ड फ्लैक सहित कई ब्रांडों की नकली सिगरेट बनायी जा रही है। सिगरेट को बाजार में बेचा जा रहा है। इस पर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी-02 सासाराम के नेतृत्व में विशेष टीम बनायी गयी। टीम ने वृंदावन मार्केट में चल रही फैक्ट्री में छापेमारी की, तो कच्चा माल व सिगरेट बनाने वाली मशीनें जब्त की गयीं। इसके बाद बेदा सूर्य मंदिर के पश्चिम स्थित राजाराम कॉम्प्लेक्स के बेसमेंट स्थित गोदाम पर धावा बोला गया, जहां से गोल्ड फ्लैक सहित अन्य ब्रांडों की तीन करोड़ रुपये की नकली सिगरेट, एक करोड़ रुपये का कच्चा माल बरामद किया गया। छापेमारी के विशेष टीम में प्रभारी थानाध्यक्ष सुरेंद्र कुमार, सासाराम नगर थाना प्रभारी, थानाध्यक्ष सासाराम मुफस्सिल, थानाध्यक्ष अगरेर, थानाध्यक्ष शिवसागर और जिला आसूचना इकाई की टीम शामिल रही।

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इजराइल और ईरान के बीच जारी जंग में अब अमेरिका खुलकर सामने आ गया है. युद्ध के दसवें दिन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इसका ऐलान किया. उन्होंने कहा कि अमेरिका ने ईरान की तीन प्रमुख परमाणु साइट्स पर हमला किया है. फोर्डो, नतांज और एस्फाहान पर बेहद सफल हवाई हमला अमेरिका की ओर से किया गया है. ट्रंप ने बताया कि सभी अमेरिकी विमान अब ईरानी हवाई क्षेत्र से बाहर निकल चुके हैं. फोर्डो पर बमों का पूरा पेलोड गिराया गया और सभी विमान सुरक्षित रूप से लौट रहे हैं. ट्रंप ने अमेरिकी सैनिकों को बधाई देते हुए कहा कि दुनिया की कोई भी सेना ऐसा नहीं कर सकती थी. उन्होंने कहा, “अब शांति का समय है.”

#Trump #DonaldTrump #America #Iran #Israel #NuclearSite #IranISraelWar #PrabhatKhabar

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दिनांक 22 जून 2025 दिन रविवार को भारतीय रेड क्रॉस सोसाइटी जिला शाखा नालंदा द्वारा संचालित साप्ताहिक निःशुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर में विभिन्न विशेषज्ञ डॉक्टरों की सूची |
समय: सुबह 7:30 बजे से सुबह 9:00 बजे तक
स्थान: भारतीय रेड क्रॉस सोसाइटी भवन बिहार शरीफ नालंदा
डॉ. श्याम बिहारी -शिशु रोग विशेषज्ञ
डॉ सुमित राज- हड्डी एवं नस रोग विशेषज्ञ
डॉ इंद्रजीत कुमार फिजिशियन
डॉ. उमेश कुमार सिंह- फिजिशियन
डॉ अखिलेश कुमार - फिजिशियन
डॉ अरविंद कुमार सिंह -नेत्र रोग विशेषज्ञ
डॉ त्रिशला- स्त्री रोग विशेषज्ञ
डॉ रवि कुमार - दंत रोग विशेषज्ञ
डॉ मोहम्मद शहजाद आलम-फिजियोथैरेपिस्ट
डॉ गौतम कुमार - होम्योपैथिक चिकित्सा
डॉ प्रदीप कुमार सिंह- ऑडियोलॉजिस्ट
सभी नागरिकों से अनुरोध है कि इस शिविर का लाभ उठाएँ और अपने स्वास्थ्य की नियमित जांच कराई/
नोट:- भारतीय रेड क्रॉस सोसाइटी जिला शाखा नालंदा के द्वारा शुगर जांच एवं नि:शुल्क की जाएगी/

स्वस्थ जीवन की ओर एक कदम बढ़ाएं!
निवेदक
भारतीय रेड क्रॉस सोसाइटी
जिला शाखा नालंदा

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आज के डिजिटल युग में सामाजिक मीडिया हमारे जीवन का एक अभिन्न हिस्सा बन चुका है। फेसबुक, इंस्टाग्राम, ट्विटर, व्हाट्सएप जैसी सामाजिक प्लेटफ़ॉर्म्स के माध्यम से लोग एक-दूसरे से जुड़े रहते हैं, विचार साझा करते हैं और जानकारी प्राप्त करते हैं। लेकिन इसके साथ-साथ सामाजिक मीडिया के दुरुपयोग की घटनाएँ भी लगातार बढ़ती जा रही हैं।हाल ही में, दिल्ली में एक युवक को सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया। इस घटना ने एक बार फिर सामाजिक मीडिया के अनुचित प्रयोग से उत्पन्न होने वाली समस्याओं को उजागर किया है।फर्जी खबरें और अफवाहेंअक्सर लोग बिना पुष्टि किए संदेश साझा कर देते हैं, जिससे सामाजिक तनाव बढ़ता है। सांप्रदायिक अफवाहें, फर्जी तस्वीरें और वीडियो सामाजिक सौहार्द्र को प्रभावित करते हैं।व्यक्तिगत जानकारी की चोरीसामाजिक मीडिया पर अक्सर लोग अपनी व्यक्तिगत जानकारी साझा करते हैं, जिसका फायदा उठाकर साइबर अपराधी ठगी और अन्य गैरकानूनी गतिविधियों को अंजाम दे सकते हैं।मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभावलगातार सामाजिक मीडिया पर बने रहने से युवाओं में तनाव, अवसाद, आत्मग्लानि और एकाकीपन की समस्या बढ़ रही है।सावधानी जरूरी हैविशेषज्ञों के अनुसार, सामाजिक मीडिया का इस्तेमाल सोच-समझकर करना चाहिए। किसी भी संदेश को साझा करने से पहले उसकी सत्यता की पुष्टि करें। व्यक्तिगत जानकारी सार्वजनिक रूप से साझा करने से बचें और समय-समय पर सोशल मीडिया से ब्रेक लेना मानसिक स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है।अंत में, सामाजिक मीडिया एक सशक्त माध्यम है, बशर्ते हम इसका उपयोग जिम्मेदारीपूर्वक करें। इससे जुड़े लाभ उठाएँ, लेकिन इसके संभावित खतरों से सतर्क रहें।Insta@The_Changingworld

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महर्षि पतंजलि: भारतीय ज्ञान परंपरा के देदीप्यमान नक्षत्र भूमिकाभारतीय दर्शन के क्षितिज पर महर्षि पतंजलि एक ऐसे दीप्तिमान नक्षत्र हैं जिनकी आभा आज भी विश्व को आलोकित कर रही है। वे न केवल योगदर्शन के जनक माने जाते हैं, बल्कि व्याकरण और आयुर्वेद जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में भी उनका योगदान अतुलनीय है। उनके द्वारा रचित "योगसूत्र" भारतीय ज्ञान परंपरा की अमूल्य धरोहर है, जो आज भी विश्वभर में योग के सिद्धांतों और अनुशासन का मूल स्रोत बना हुआ है। पतंजलि का कार्य केवल अकादमिक नहीं था; यह मानव अस्तित्व के गूढ़ रहस्यों, चेतना की गहराइयों और समग्र स्वास्थ्य की प्राप्ति के व्यावहारिक पथ प्रदर्शन का एक गहन अन्वेषण था। उनकी त्रिवेणी – योग, व्याकरण और आयुर्वेद – मानव जीवन के शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक आयामों को एक साथ संबोधित करती है, जो उनकी दूरदर्शिता और बहुज्ञता का प्रमाण है। पतंजलि का जीवन परिचय: काल और किंवदंतियाँमहर्षि पतंजलि के जीवन और कालखंड को लेकर विद्वानों में मतभेद और कई अनुत्तरित प्रश्न हैं, जो उनके व्यक्तित्व को और भी रहस्यमय बनाते हैं। काल निर्धारण:पतंजलि का काल निर्धारण भारतीय इतिहास के सबसे पेचीदा विषयों में से एक है। विभिन्न ऐतिहासिक और भाषाई विश्लेषणों के आधार पर विद्वानों ने कई मत प्रस्तुत किए हैं: 150 ईसा पूर्व: यह मत सबसे अधिक प्रचलित और स्वीकार्य है। इसके अनुसार, पतंजलि ने पुष्यमित्र शुंग के शासनकाल (लगभग 185-149 ईसा पूर्व) के दौरान "महाभाष्य" की रचना की थी। महाभाष्य में कुछ ऐसे ऐतिहासिक संदर्भ मिलते हैं जो इस कालखंड की पुष्टि करते हैं। 500 ईसा पूर्व से 200 ईसा पूर्व के मध्य: कुछ विद्वान उन्हें पाणिनि (संभवतः 5वीं-4थी शताब्दी ईसा पूर्व) के निकट मानते हैं, यह तर्क देते हुए कि महाभाष्य पाणिनि के व्याकरण पर एक मूलभूत टिप्पणी है। हालांकि, यह मत कम स्वीकार्य है। अन्य संभावित तिथियाँ: कुछ परंपराएँ उन्हें बहुत प्राचीन, यहाँ तक कि ईसा पूर्व छठी शताब्दी से भी पहले का मानती हैं, जबकि कुछ अन्य उन्हें बाद के काल में रखती हैं। यह विसंगति भारतीय इतिहासलेखन की प्राचीन पद्धति और मौखिक परंपराओं के कारण है।जन्मस्थान:पतंजलि के जन्मस्थल को लेकर भी कोई निश्चित प्रमाण उपलब्ध नहीं है। विभिन्न प्राचीन ग्रंथों और किंवदंतियों में निम्नलिखित स्थानों का उल्लेख मिलता है: गोणर्द: यह स्थान उत्तर प्रदेश में गोंडा के निकट माना जाता है। इस क्षेत्र में पतंजलि से जुड़ी कई किंवदंतियाँ और स्थानीय परंपराएँ प्रचलित हैं। पाटलिपुत्र: कुछ स्रोतों में पाटलिपुत्र (आधुनिक पटना) का उल्लेख भी मिलता है, जो प्राचीन काल में शिक्षा और संस्कृति का एक महत्वपूर्ण केंद्र था। तक्षशिला: कुछ विद्वानों का मानना है कि वे तक्षशिला जैसे प्राचीन विद्या केंद्रों से भी जुड़े हो सकते हैं। यह अनिश्चितता उनके जीवन को रहस्य के आवरण से ढँके रखती है, लेकिन उनके कार्यों की महत्ता पर इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ता। पौराणिक मान्यता:भारतीय पौराणिक कथाओं में महर्षि पतंजलि को भगवान विष्णु के शेषनाग अवतार के रूप में माना जाता है, जिन्होंने पृथ्वी पर ज्ञान के प्रसार के लिए मानव रूप धारण किया। एक प्रसिद्ध मान्यता के अनुसार, जब भगवान विष्णु शेषशैया पर शयन कर रहे थे, तब उन्होंने शिव के तांडव नृत्य को देखा और उसमें लीन हो गए। इस दौरान, उनके शरीर से एक छोटे शेषनाग का अंश नीचे गिरा, जो धरती पर पतंजलि के रूप में अवतरित हुआ। यह किंवदंती उनकी अगाध ज्ञान, दिव्य दृष्टि और मानव कल्याण के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाती है। यह भी माना जाता है कि उन्होंने स्वयं को एक भक्तनी की प्रार्थना के जवाब में प्रकट किया था, जब उसने ईश्वर से ऐसे ज्ञानी के रूप में अवतरित होने का आग्रह किया था जो मानव जाति को शारीरिक और आध्यात्मिक दोनों विकारों से मुक्ति दिला सके।महर्षि पतंजलि का बहुविध योगदान: त्रिकालदर्शी ज्ञानमहर्षि पतंजलि को तीन मुख्य और अत्यंत गहन क्षेत्रों में उनके मौलिक योगदान के लिए भारतीय परंपरा में ‘त्रिविध विद्या के आचार्य’ के रूप में सम्मानित किया जाता है: योग दर्शन, संस्कृत व्याकरण और आयुर्वेद। योग दर्शन (Yoga Shastra)पतंजलि का सबसे प्रसिद्ध और स्थायी योगदान उनका योगसूत्र है, जो योग के सिद्धांतों का एक व्यवस्थित और वैज्ञानिक प्रस्तुतिकरण है।योगसूत्र:यह ग्रंथ योग के दर्शन, मनोविज्ञान और साधना को अत्यंत संक्षिप्त और सुगठित सूत्रों के माध्यम से प्रस्तुत करता है। सूत्रों की कुल संख्या: पारंपरिक रूप से इसमें 195 या 196 सूत्र माने जाते हैं, जो अत्यंत संक्षिप्तता के साथ गहरे अर्थों को समाहित करते हैं। दार्शनिक आधार: यह ग्रंथ सांख्य दर्शन के सिद्धांतों पर आधारित है, लेकिन यह सांख्य के 'पुरुष' (चेतना) और 'प्रकृति' (भौतिक जगत) के द्वैतवाद से आगे बढ़कर 'ईश्वर' की अवधारणा को भी स्वीकार करता है, जो सांख्य में नहीं है। योगसूत्र का मुख्य उद्देश्य चित्त (मन) को स्थिर कर मुक्ति या कैवल्य प्राप्त करना है। वैज्ञानिक पद्धति: पतंजलि ने योग को एक अनुभवजन्य और व्यवस्थित विज्ञान के रूप में प्रस्तुत किया, जिसमें मानसिक प्रक्रियाओं को नियंत्रित करने के लिए स्पष्ट चरण और तकनीकें बताई गईं।योग की परिभाषा:योगसूत्र का सबसे प्रसिद्ध और मूल सूत्र है: “योगश्चित्तवृत्तिनिरोधः”(योग चित्त की वृत्तियों [मानसिक गतिविधियों] का निरोध है।)यह परिभाषा योग के लक्ष्य को स्पष्ट करती है – मन की अशांत लहरों को शांत कर, चेतना को उसके शुद्ध, शांत स्वरूप में स्थापित करना। योगसूत्र के चार पाद:योगसूत्र को चार मुख्य अध्यायों या 'पादों' में विभाजित किया गया है, जो योग के विभिन्न पहलुओं को क्रमबद्ध तरीके से समझाते हैं: समाधिपाद: यह योग की प्रकृति, उसके लक्ष्य और विभिन्न प्रकार की समाधि अवस्थाओं का वर्णन करता है। इसमें योग के उद्देश्यों, ईश्वर की अवधारणा और अभ्यास व वैराग्य के महत्व पर चर्चा की गई है। साधनपाद: यह योग के अभ्यास के लिए व्यावहारिक साधनों को प्रस्तुत करता है, विशेषकर क्रिया योग (तप, स्वाध्याय, ईश्वरप्रणिधान) और अष्टांग योग के शुरुआती पाँच अंगों (यम, नियम, आसन, प्राणायाम, प्रत्याहार) का विस्तृत वर्णन करता है। विभूतिपाद: यह योग के उन्नत चरणों और उनके परिणामस्वरूप प्राप्त होने वाली सिद्धियों (विभूतियों) का वर्णन करता है। इसमें धारणा, ध्यान और समाधि (संयम) के एकीकरण से प्राप्त होने वाली विभिन्न अलौकिक शक्तियों और उनके प्रति वैराग्य के महत्व पर जोर दिया गया है। कैवल्यपाद: यह योग के अंतिम लक्ष्य – मोक्ष या कैवल्य – की व्याख्या करता है। यह आत्मा की स्वतंत्रता, प्रकृति से उसके पूर्ण विच्छेद और जन्म-मृत्यु के चक्र से मुक्ति की अवस्था को समझाता है। अष्टांग योग (Eightfold Path of Yoga):योगसूत्र का हृदय अष्टांग योग है, जो आत्म-साक्षात्कार के लिए एक आठ-गुणी पथ है: यम: सामाजिक आचार-संहिता: अहिंसा (अहिंसा), सत्य (सत्यवादिता), अस्तेय (चोरी न करना), ब्रह्मचर्य (संयम), अपरिग्रह (अनावश्यक संग्रह न करना)। नियम: व्यक्तिगत आचार-संहिता: शौच (पवित्रता), संतोष (संतुष्टि), तप (आत्म-अनुशासन), स्वाध्याय (आत्म-अध्ययन/शास्त्र अध्ययन), ईश्वरप्रणिधान (ईश्वर के प्रति समर्पण)। आसन: शरीर की स्थिर और सुखद स्थिति, जो ध्यान के लिए स्थिरता प्रदान करती है। यह केवल शारीरिक व्यायाम नहीं, बल्कि स्थिरता और सहजता का प्रतीक है। प्राणायाम: श्वास का संयम और नियंत्रण, जिससे प्राण ऊर्जा को नियंत्रित किया जाता है और मन को शांत किया जाता है। प्रत्याहार: इंद्रियों को बाहरी विषयों से हटाकर अंतर्मुखी करना, जिससे मन को भटकने से रोका जा सके। धारणा: मन को किसी एक बिंदु या वस्तु पर एकाग्र करना। यह एकाग्रता की प्रारंभिक अवस्था है। ध्यान: किसी एक विषय पर निरंतर और अबाधित मनोवृत्ति। यह धारणा की निरंतरता है। समाधि: पूर्ण तल्लीनता की अवस्था, जिसमें ध्याता (ध्यान करने वाला), ध्येय (जिस पर ध्यान किया जा रहा है) और ध्यान (ध्यान की प्रक्रिया) एकाकार हो जाते हैं, जिससे ब्रह्मानुभूति या आत्म-साक्षात्कार होता है। संस्कृत व्याकरण (Vyakarana)महर्षि पतंजलि का दूसरा महान योगदान संस्कृत व्याकरण के क्षेत्र में है। उन्होंने पाणिनि के अष्टाध्यायी (लगभग 5वीं-4थी शताब्दी ईसा पूर्व) और कात्यायन के वार्तिकों (लगभग 300 ईसा पूर्व) पर "महाभाष्य" नामक एक विशाल और गहन भाष्य की रचना की।महाभाष्य (Mahabhashya): मूलभूत ग्रंथ: यह संस्कृत व्याकरण का न केवल एक मौलिक ग्रंथ है, बल्कि पाणिनीय व्याकरण को समझने का आधारग्रंथ भी है। यह "मुनित्रय" (पाणिनि, कात्यायन, पतंजलि) में से अंतिम और सबसे महत्वपूर्ण कड़ी है। व्याकरण का विश्लेषण: महाभाष्य में पतंजलि ने व्याकरण के नियमों को केवल भाषाई दृष्टिकोण से ही नहीं, बल्कि दार्शनिक और तर्कशास्त्रीय दृष्टिकोण से भी अत्यंत गहनता से विश्लेषित किया है। उन्होंने हजारों सूत्रों पर विस्तृत चर्चा की है, उनके अर्थों को स्पष्ट किया है, और संभावित आपत्तियों का खंडन किया है। विशेषता: पतंजलि का दृष्टिकोण केवल भाषाई नहीं, बल्कि सांस्कृतिक और दार्शनिक भी था। उन्होंने भाषा को केवल संवाद का माध्यम नहीं, बल्कि ज्ञान और चेतना की अभिव्यक्ति का साधन माना। महाभाष्य केवल व्याकरणिक नियमों का संग्रह नहीं है; यह भारतीय तर्कशास्त्र, मीमांसा और दर्शन का एक महत्वपूर्ण स्रोत भी है। इसमें तत्कालीन समाज, संस्कृति और शिक्षा प्रणाली के बारे में भी महत्वपूर्ण अंतर्दृष्टि मिलती है। आयुर्वेद (Ayurveda)पतंजलि को आयुर्वेदाचार्य भी माना गया है। हालांकि इस क्षेत्र में उनके योगदान के प्रत्यक्ष ग्रंथ अब उपलब्ध नहीं हैं, लेकिन मौखिक परंपरा और कुछ प्राचीन ग्रंथों में इसका उल्लेख मिलता है।पतंजलि तंत्र (Patanjali Tantra):माना जाता है कि उन्होंने "पतंजलि तंत्र" नामक एक ग्रंथ की रचना की थी, जो आयुर्वेद के मार्मिक विषयों पर आधारित था, जिसमें मानसिक रोग, स्नायु रोग और योग चिकित्सा का गहन अध्ययन शामिल था। दुर्भाग्य से, यह ग्रंथ अब दुर्लभ या पूर्णतः लुप्त हो चुका है। योग और आयुर्वेद का समन्वय:पतंजलि ने योग और आयुर्वेद के बीच एक गहरा समन्वय स्थापित किया। उन्होंने माना कि "रोगमूलं मनः" – अर्थात अधिकांश शारीरिक और मानसिक रोगों की जड़ मन में होती है। उन्होंने इस बात पर बल दिया कि मन की अशुद्धियाँ और अशांति ही शरीर में रोगों का कारण बनती हैं। योग का योगदान: योग के माध्यम से मन का शुद्धिकरण, भावनात्मक संतुलन और ऊर्जा का नियमन संभव है, जिससे शारीरिक स्वास्थ्य को लाभ मिलता है। आयुर्वेद का योगदान: आयुर्वेद, शरीर के दोषों (वात, पित्त, कफ) को संतुलित करके और औषधीय उपचारों के माध्यम से शारीरिक आरोग्य प्रदान करता है। इस प्रकार, पतंजलि का दृष्टिकोण समग्र स्वास्थ्य की संकल्पना पर आधारित था, जहाँ मन और शरीर को अविभाज्य माना गया। वे योग को मानसिक स्वास्थ्य और आयुर्वेद को शारीरिक स्वास्थ्य के लिए आवश्यक मानते थे, दोनों का संयोजन ही पूर्ण आरोग्य प्रदान करता है।महर्षि पतंजलि की विशेषताएँ: एक अद्वितीय प्रतिभामहर्षि पतंजलि का व्यक्तित्व और कृतित्व कई अद्वितीय विशेषताओं से परिपूर्ण है, जो उन्हें भारतीय इतिहास के महानतम ऋषियों में से एक बनाते हैं: बहुज्ञता (Polymathy): वे योग, व्याकरण और आयुर्वेद जैसे तीन अत्यंत जटिल, गहन और भिन्न विषयों के शीर्षस्थ ज्ञाता थे। यह उनकी असाधारण बौद्धिक क्षमता और ज्ञान के विभिन्न क्षेत्रों में उनकी गहरी पैठ का प्रमाण है। सूत्र शैली (Sutra Style): उन्होंने अपने ज्ञान को अत्यंत संक्षिप्त, सारगर्भित और प्रभावशाली सूत्रों में समाहित किया। सूत्र शैली भारतीय ज्ञान परंपरा की एक विशेषता है, जिसका उद्देश्य कम से कम शब्दों में अधिकतम अर्थ व्यक्त करना है। पतंजलि के सूत्र न केवल ज्ञानात्मक हैं बल्कि अत्यंत व्यवस्थित और तार्किक भी हैं। विज्ञान व दर्शन का समन्वय: पतंजलि ने भाव और बुद्धि, दर्शन और तर्क, साधना और विज्ञान को एक सूत्र में पिरोया। उनके योगसूत्र में मनोग्रंथि, चेतना के स्तरों और मानसिक प्रक्रियाओं का वैज्ञानिक विश्लेषण मिलता है, जिसे आध्यात्मिक लक्ष्य – कैवल्य – के साथ जोड़ा गया है। सार्वकालिकता (Timeless Relevance): पतंजलि के योगसूत्र आज भी न केवल भारत, बल्कि पूरे विश्व में योग साधकों का मूल आधार बने हुए हैं। उनके सिद्धांत और अभ्यास हजारों वर्षों बाद भी उतने ही प्रासंगिक और प्रभावी हैं, जितने वे अपने समय में थे। यह उनकी कृतियों की सार्वभौमिकता और कालातीत प्रकृति का प्रमाण है।महर्षि पतंजलि की वैश्विक महत्ता: योग का वैश्विक प्रसारमहर्षि पतंजलि की शिक्षाओं की वैश्विक स्वीकार्यता और महत्ता आज अभूतपूर्व है। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस: संयुक्त राष्ट्र द्वारा 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस घोषित किया जाना पतंजलि की विश्वव्यापी स्वीकार्यता का प्रत्यक्ष प्रमाण है। यह दिवस उनके द्वारा प्रतिपादित योग के सिद्धांतों को वैश्विक मंच पर मान्यता देता है। वैश्विक प्रसार: पश्चिमी देशों में "योगसूत्र" का अंग्रेज़ी, फ्रेंच, जर्मन, जापानी और अन्य कई भाषाओं में अनुवाद हुआ है, जिसने योग को एक विश्वव्यापी घटना बना दिया है। दुनिया भर के योग स्कूल और गुरु पतंजलि के योगसूत्र को अपने शिक्षण का आधार मानते हैं। भारत में संस्थागत प्रोत्साहन: भारत में मोरारजी देसाई राष्ट्रीय योग संस्थान, पतंजलि योगपीठ, केंद्रीय आयुष मंत्रालय और अन्य कई संस्थाएं महर्षि पतंजलि के योगदर्शन को प्रचारित, प्रसारित और शोधित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। ये संस्थान योग को एक स्वस्थ जीवन शैली और समग्र कल्याण के लिए एक शक्तिशाली उपकरण के रूप में बढ़ावा देते हैं। निष्कर्ष महर्षि पतंजलि ने मानव जीवन को तन, मन और आत्मा के त्रिकोण में संतुलन स्थापित करने की विधि दी। उनका दर्शन आज भी उतना ही प्रासंगिक है जितना सहस्त्रों वर्ष पूर्व था। उन्होंने केवल सिद्धांत नहीं दिए, बल्कि एक ऐसा मार्गदर्शन किया जिससे साधक स्वयं अपने जीवन को रूपांतरित कर सकता है। उनके योगसूत्र आधुनिक मनोविज्ञान और न्यूरोसाइंस के कई सिद्धांतों के साथ आश्चर्यजनक रूप से संरेखित होते हैं, जो उनकी गहन अंतर्दृष्टि और वैज्ञानिक दृष्टिकोण को दर्शाता है।उनकी वाणी, उनका ज्ञान और उनका तप भारत की आध्यात्मिक परंपरा के स्तंभ हैं। वे हमें सिखाते हैं कि आंतरिक शांति और मुक्ति की यात्रा आत्म-अनुशासन, ज्ञान और समर्पण से ही संभव है। वे न केवल ऋषि थे, बल्कि मानव चेतना के महाकवि थे, जिनकी रचनाएं शाश्वत हैं और आने वाली पीढ़ियों को भी प्रेरणा देती रहेंगी। पतंजलि का कार्य केवल योग तक सीमित नहीं है; यह मानव अस्तित्व की समग्रता, भाषा की शक्ति और स्वास्थ्य के गहरे अर्थों का एक कालातीत अन्वेषण है।

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भूमिका

भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास में, जहाँ महात्मा गांधी के अहिंसक आंदोलन ने एक विशेष स्थान बनाया, वहीं अनेक ऐसे वीर भी थे जिन्होंने सशस्त्र क्रांति के माध्यम से ब्रिटिश हुकूमत की नींव हिला दी। ऐसे ही निडर और समर्पित क्रांतिकारियों में से एक थे गणेश घोष। चटगांव शस्त्रागार लूट कांड के प्रमुख नायकों में से एक, उनका जीवन साहस, बलिदान और भारत की स्वतंत्रता के प्रति अटूट निष्ठा का प्रतीक है।

प्रारंभिक जीवन और राष्ट्रवादी चेतना का उदय

गणेश घोष का जन्म 22 जून 1900 को अविभाजित भारत के चटगांव (जो अब बांग्लादेश में है) में एक मध्यमवर्गीय बंगाली हिंदू परिवार में हुआ था। बचपन से ही उन्हें राष्ट्रवादी विचारों का वातावरण मिला, जिसने उनके भीतर देश प्रेम की भावना को गहरा किया। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा चटगांव में प्राप्त की और फिर उच्च शिक्षा के लिए कलकत्ता (वर्तमान कोलकाता) चले गए। यही वह समय था जब कलकत्ता में चल रही तीव्र राजनीतिक और क्रांतिकारी गतिविधियों ने उनके युवा मन पर गहरा प्रभाव डाला। वे जल्द ही ब्रिटिश शासन के विरुद्ध संगठित हो रहे गुप्त क्रांतिकारी संगठनों की ओर आकर्षित हुए।

क्रांतिकारी गतिविधियों की शुरुआत

युवावस्था में गणेश घोष पहले अनुशीलन समिति और बाद में जुगांतर दल जैसे प्रमुख क्रांतिकारी संगठनों से जुड़े। इन संगठनों का एकमात्र लक्ष्य ब्रिटिश साम्राज्य को भारत से उखाड़ फेंकना और देश को पूर्ण स्वतंत्रता दिलाना था। उनकी मुलाकात उस समय के एक महान क्रांतिकारी सूर्य सेन से हुई, जिन्हें 'मास्टर दा' के नाम से जाना जाता था। गणेश घोष मास्टर दा के करिश्माई नेतृत्व और दूरदर्शिता से बहुत प्रभावित हुए और उनके सबसे विश्वसनीय साथियों में से एक बन गए। उन्होंने सूर्य सेन के मार्गदर्शन में ब्रिटिश सरकार के विरुद्ध एक बड़े सशस्त्र विद्रोह की योजना में सक्रिय रूप से भाग लेना शुरू किया, जिसकी परिणति चटगांव शस्त्रागार लूट के रूप में हुई।

चटगांव शस्त्रागार लूट (1930): एक ऐतिहासिक विद्रोह

18 अप्रैल 1930 को गणेश घोष ने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास की सबसे साहसिक और संगठित सशस्त्र कार्रवाइयों में से एक में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई – चटगांव शस्त्रागार लूट। यह अभियान सूर्य सेन के नेतृत्व में अंजाम दिया गया था और इसका उद्देश्य ब्रिटिश सेना के अस्त्र-शस्त्रों को लूटकर उन्हें ब्रिटिश शासन के विरुद्ध इस्तेमाल करना था।
इस योजना के तहत, क्रांतिकारियों की टोलियों ने एक साथ चटगांव के दो मुख्य शस्त्रागारों – पुलिस आर्मरी और सहायक बल आर्मरी – पर धावा बोल दिया। गणेश घोष इस आक्रमण में मुख्य क्रांतिकारियों में से एक थे और उन्होंने अपनी टीम का नेतृत्व करते हुए शस्त्रागारों पर कब्जा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने और उनके साथियों ने शस्त्रागारों से राइफलें और मशीनगनें लूटीं, हालांकि उन्हें गोला-बारूद नहीं मिल पाया। इस अभियान के दौरान, क्रांतिकारियों ने चतुराई से रेलवे लाइनों और टेलीफोन तथा टेलीग्राम लाइनों को काटकर चटगांव को बाहरी दुनिया से अलग कर दिया, जिससे ब्रिटिश प्रशासन पूरी तरह पंगु हो गया।
चटगांव शस्त्रागार लूट केवल हथियारों की चोरी नहीं थी, बल्कि यह ब्रिटिश साम्राज्य के लिए एक स्पष्ट संदेश था कि भारतीय अब अपनी स्वतंत्रता के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार हैं। इस घटना ने पूरे देश में एक नई स्फूर्ति और जोश भर दिया और अंग्रेजों के दिलों में भय पैदा करने में सफल रहा।

गिरफ्तारी, कारावास और अटूट संघर्ष

चटगांव शस्त्रागार लूट के पश्चात, ब्रिटिश सरकार ने क्रांतिकारियों के विरुद्ध एक बड़ा अभियान चलाया। कई क्रांतिकारी या तो गिरफ्तार कर लिए गए या मुठभेड़ों में मारे गए। गणेश घोष भी आखिरकार ब्रिटिश पुलिस के हाथ लग गए। उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया और कुख्यात काला पानी (अंडमान की सेलुलर जेल) भेज दिया गया, जहाँ ब्रिटिश राजनैतिक कैदियों को अमानवीय परिस्थितियों में रखा जाता था।
सेलुलर जेल में गणेश घोष ने वर्षों की कठोर यातनाएं झेलीं। वहां के कष्टप्रद जीवन, भूख हड़तालों और अंग्रेजों के अमानवीय व्यवहार के बावजूद, स्वतंत्रता के प्रति उनकी आस्था कभी डगमगाई नहीं। उन्होंने जेल के भीतर भी कैदियों के अधिकारों के लिए संघर्ष किया और अपने साथियों के साथ एकजुटता बनाए रखी। उनका यह कारावास का काल उनके धैर्य, दृढ़ संकल्प और देश के प्रति अदम्य प्रेम का प्रमाण है।

स्वतंत्रता के बाद का जीवन: समाजवादी राजनीतिज्ञ

लंबे कारावास के बाद, गणेश घोष रिहा हुए और स्वतंत्र भारत में उन्होंने एक नई राह चुनी – समाजवादी राजनीति की राह। उन्होंने भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI) में शामिल होकर सक्रिय रूप से राजनीतिक और सामाजिक कार्यों में हिस्सा लेना शुरू कर दिया। वे मानते थे कि देश की सच्ची स्वतंत्रता तभी हासिल की जा सकती है जब समाज में समानता और न्याय स्थापित हो।
उनकी राजनीतिक यात्रा बेहद सफल रही। 1951 में, वे पश्चिम बंगाल विधानसभा के सदस्य निर्वाचित हुए, जहाँ उन्होंने जनता के मुद्दों को प्रभावी ढंग से उठाया। इसके बाद, 1957 में, वे कलकत्ता दक्षिण निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा के लिए चुने गए और एक सांसद के रूप में राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान दिया। संसद में रहते हुए उन्होंने मजदूरों, किसानों और वंचितों के अधिकारों के लिए आवाज उठाई।

निधन और अविस्मरणीय विरासत

गणेश घोष का निधन 16 अक्टूबर 1994 को हुआ। उनका जीवन लगभग पूरे 20वीं सदी के भारतीय इतिहास को समेटे हुए था – एक सच्चा क्रांतिकारी, एक सिद्धांतनिष्ठ राजनीतिज्ञ और एक अनुशासित कार्यकर्ता।
भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में गणेश घोष का नाम दृढ़ता, साहस और अनुशासन का प्रतीक बन चुका है। उनका योगदान केवल सशस्त्र विद्रोह तक सीमित नहीं रहा, बल्कि स्वतंत्र भारत में जनतांत्रिक राजनीति की स्थापना और सामाजिक न्याय के लिए भी उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। पश्चिम बंगाल और राष्ट्र की राजनीति में उनके योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता। उनकी विरासत आज भी युवा पीढ़ी को प्रेरणा देती है कि देश और समाज के प्रति समर्पण ही सबसे बड़ा धर्म है।

उपसंहार

गणेश घोष का जीवन एक आदर्श क्रांतिकारी और उत्तरदायी नागरिक का जीवन था। उन्होंने अपने युवाकाल को भारत की स्वतंत्रता के लिए जेल की कालकोठरी में बिताया और आज़ादी के बाद राष्ट्र निर्माण में अपने अनुभवों और आदर्शों का प्रयोग किया। उनका जीवन यह सिखाता है कि बलिदान ही आज़ादी की असली कीमत है और यह भी कि क्रांति का मार्ग केवल सशस्त्र संघर्ष तक सीमित नहीं होता, बल्कि स्वतंत्रता के बाद एक मजबूत और न्यायपूर्ण समाज के निर्माण में भी इसका महत्वपूर्ण योगदान होता है। उनकी स्मृति आज भी देशभक्तों को प्रेरणा देती है कि राष्ट्र सेवा के लिए आजीवन समर्पण आवश्यक है।

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चालकांना दंड : ३० हून अधिक रिक्षांवर कारवाईजळगाव : कागदपत्र नसणे, गणवेश नघालणे, प्रलंबित दंड यासह वेगवेगळ्या प्रकारे नियम भंग करणाऱ्या रिक्षाचालकांविरुद्ध शनिवारी (दि.२१ जून) धडक कारवाईची मोहीम हाती घेण्यात आली. शहर वाहतूक शाखेच्यावतीने ३० हून अधिक रिक्षांवर कारवाई करण्यात येऊन त्या वाहतूक शाखेत जमा करण्यात आल्या.शहरातील वाहतुकीला शिस्त लागावी, तसेच अपघात टाळण्यासाठी, गेल्या आठवड्यात वाहतूक शाखेच्यावतीने वाहनधारकांवर कारवाई करण्यात आली. त्यानंतर आता रिक्षाचालकांविरुद्ध मोहीम हाती घेण्यात आली.प्रत्येक भागातून रिक्षा जमाशनिवारी पोलिस दलाने एकाचवेळी रेल्वे स्थानक परिसर, बसस्थानक, बेंडाळे चौक, प्रभाग चौक, इच्छादेवी चौक, नेहरू चौक, सुभाष चौक, तसेच आकाशवाणी चौक व इतर भागातून रिक्षा तपासणी मोहीम सुरू केली. यात वाहतुकीचे नियम भंग केल्याचे आढळून आल्याने ३०हून अधिक रिक्षांवर पोलिसांनी कारवाई करून त्या वाहतूक शाखेत जमा केल्या.२ रिक्षा जमा केल्यानंतर चालकांवर दंडात्मक कारवाई सुरू करण्यात आली. रिक्षाचालकाने काय नियम मोडला, दंड थकीत आहे का, यानुसार दंडात्मक कारवाई करण्यात आली.उपविभागीय पोलिस अधिकारी 3 संदीप गावित, वाहतूक शाखेचे पोलिस निरीक्षक पवन देसले हेदेखील रस्त्यावर उतरले व कारवाईबाबत सूचना दिल्या.

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वाराणसी - कपसेठी नेवादा नट बस्ती के लोगों ने भूमि आवंटन घरौनी और नाला के मांग को लेकर संपूर्ण समाधान दिवस पर राजातालाब SDM को ज्ञापन दिया। शनिवार को सुबह 11बजे SUSS NSSS के आयुक्त के तत्वाधान में 20 परिवारों के लोगो ने SDM के समक्ष अपनी बात रखी। समुदाय के लोगों ने बताया कि भूमि अधिकार मूल-भूत अधिकारों से जुड़ी है और प्रधान मंत्री स्वामित्व योजना जो लगभग 5 सालों से चल रहा है और उसके बाद भी घरौनी मालिकाना हक आवासी पट्टे का अधिकार आज भी समुदाय को नहीं मिल पाया है। विमुक्त समाज आज भी इस मुद्दे की मांग कर रही है । SDM राजातालाब द्वारा प्रतिमंडल की समस्या को उच्च अधिकारियों को पहुंचाने का पूर्ण आश्वासन दिया।
ज्ञापन सौंपने में नट समुदाय के लोगो में रसों, सुदामा, इसरार, रुपशान, सकीना, मुंशी जुबेदा, समाना, राजकुमारी, हलचल के अलावा संस्था SUSS NSSS के साथी अनिल कुमार, रूपा प्रीति आदि मौजूद थे।

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पुणे, बिबवेवाड़ी:श्री विश्वकर्मा राजस्थानी सुथार समाज ट्रस्ट, पुणे-बिबवेवाड़ी के तत्वावधान में विठ्ठल भगवान पांडुरंग के दो दिवसीय वारकरी सेवा कार्यक्रम का भव्य आयोजन श्रद्धा, सेवा व समर्पण भाव से किया गया। समाज के समस्त बंधुओं ने तन-मन-धन से योगदान देकर इस आयोजन को ऐतिहासिक बना दिया।इस धार्मिक व सांस्कृतिक कार्यक्रम का उद्देश्य समाज को एकजुट करना, नई पीढ़ी को संस्कृति से जोड़ना और भक्ति भाव को जाग्रत करना रहा। समाज के वरिष्ठजनों की प्रेरणादायक भूमिका और युवाओं की सक्रिय सहभागिता ने आयोजन को विशेष स्वरूप प्रदान किया।कार्यक्रम में संत-महात्माओं का पावन आगमन भी हुआ, जिससे मंदिर प्रांगण का वातावरण पवित्र व आध्यात्मिक ऊर्जा से परिपूर्ण हो गया। संतों की वाणी से जहां मन को शांति मिली, वहीं श्रोताओं को आध्यात्मिक दिशा भी प्राप्त हुई।समाज ट्रस्ट के पदाधिकारियों ने सभी भामाशाहों, सेवाधारियों, युवाओं, और वरिष्ठ मार्गदर्शकों का हार्दिक अभिनंदन एवं आभार व्यक्त किया। यह कार्यक्रम समाज में एकजुटता, सद्भाव और आत्मीयता का जीवंत प्रतीक बनकर उभरा है।श्री राम कृष्ण हरि के उद्घोष से गूंजते वातावरण में कार्यक्रम का समापन अत्यंत भावपूर्ण एवं आत्मिक ऊर्जा के साथ किया गया।

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आयुर्वेद विभाग ने अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस पर हनोल मे आयोजित किया योग शिविर कार्यक्रम


हनोल मन्दिर के रावल सेमवाल जी रहे मुख्य अतिथि


देहरादून: 21 जून 2025, शनिवार। आयुर्वेद विभाग एवं‌ जिला आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी डॉ० मिथिलेश कुमार के निर्देशों के क्रम में 11 वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर आयुष विभाग द्वारा हनोल मन्दिर में एक दिवसीय योग शिविर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। शिविर में योग अनुदेशकों द्वारा शिविर में पहुंचे साधकों को कई योगासन करवाएं।


मीडिया प्रभारी डॉ० डी० सी० पसबोला द्वारा जानकारी देते हुए बताया गया कि शनिवार को 11वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर आयुर्वेद विभाग द्वारा हनोल मन्दिर प्रांगण में एक दिवसीय योग शिविर का आयोजन किया गया। शिविर का शुभारंभ मन्दिर के रावल सेमवाल जी ने नोडल अधिकारी डॉ गजेन्द्र सिंह बसेरा की अध्यक्षता में किया। इस अवसर पर इस अवसर पर योग अनुदेशकों विक्रम रावत एवं सिकन्दर द्वारा शिविर में मौजूद साधकों को कई योगासन कराएं।


आगे डॉ पसबोला द्वारा बताया गया कि इस अवसर पर टीम के अन्य सदस्य डॉ अजय चमोला, डॉ महेश जोशी, डॉ निर्मल सामन्त, फार्मेसी अधिकारी मनीष रावत, वीरेन्द्र, विनोद भी आदि मौजूद थे।


शिविर कार्यक्रम की निगरानी अपर जिला आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी डॉ सविता कोठियाल द्वारा की जा रही है।
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डॉ० डी० सी० पसबोला
☎️: 9456113538
मीडिया प्रभारी एवं‌ आई टी सेल इंचार्ज
आयुर्वेद एवं यूनानी विभाग,
जिला देहरादून, उत्तराखंड
पिन: 248005

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திருவள்ளூர் மாவட்டம் ஊத்துக்கோட்டை பேரூர் திமுக இளைஞரணி சார்பில் திராவிட மாடல் அரசின் 4 ஆண்டு சாதனை விளக்க தெருமுனைக் கூட்டம் நடைபெற்றது. இக்கூட்டத்திற்கு திருவள்ளூர் கிழக்கு மாவட்ட பொறுப்பாளர் வல்லூர் எம்.எஸ்.கே.ரமேஷ் ராஜ் தலைமை தாங்கினார். பேரூர் இளைஞரணி அமைப்பாளர் ரஹீம், துணை அமைப்பாளர்கள் ஜீவா,அருண் ஆகியோர் அனைவரையும் வரவேற்றனர். பேரூராட்சி தலைவர் அப்துல் ரஷீத், மாவட்ட இளைஞரணி அமைப்பாளர் கே.வி.லோகேஷ் மாவட்ட இளைஞரணி துணை அமைப்பாளர் சங்கர், வெங்கடேசன், சம்சுதீன், சீனிவாசன், கோல்ட் மணி, கோகுல் கிருஷ்ணன், நரேஷ் குமார் ஆகியோர் முன்னிலை வகித்தனர். இதில் கும்மிடிப்பூண்டி சட்டமன்ற உறுப்பினரும், தலைமைச் செயற்குழு உறுப்பினர் டி.ஜே. கோவிந்தராஜன், தலைமை கழக பேச்சாளர் குடியாத்தம் பாரி ஆகியோர் கலந்து கொண்டு திமுக ஆட்சியில் கொண்டு வந்த பல்வேறு திட்டங்களை பொதுமக்களிடையே சிறப்புரை ஆற்றி பேசினர்.கூட்டத்தில் சி.எச். சேகர், ஜான் என்கிற பொன்னுசாமி, சத்தியவேல் சமிமா ரஹீம், இந்துமதி கோகுல், சராயுதீன், வெங்கடேசன், டில்லி பாபு, ஜெய்கணேஷ், வேணுகோபால், பழனிச்சாமி மற்றும் உள்ளாட்சிப் பிரதிநிதிகள் மாவட்ட அணிகளின் துணை அமைப்பாளர்கள் வார்டு உறுப்பினர்கள் தொண்டர்கள் என பலர் கலந்து கொண்டனர். முடிவில் பேரூர் இளைஞரணி துணை அமைப்பாளர் சேகர் அனைவருக்கும் நன்றி கூறினார்

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પાટણ પોલીસ અધિક્ષકશ્રી વી.કે.નાથી સાહેબ, પાટણ નાઓની સુચના તેમજ ડી.ડી.ચૌધરી, નાયબ પોલીસ અધિક્ષક સાહેબશ્રી, રાધનપુર વિભાગનાઓના સીધા માર્ગદર્શન હેઠળ જીલ્લામાં ચોરી સબંધીત પ્રવૃતિ ઉપર વોચ રાખી આવી પ્રવૃતિ સદંતર નાશ થાય તેવી આપેલ સુચના આધારે અમો એ.પી.જાડેજા I/C પોલીસ ઇન્સપેક્ટર સમી પોલીસ સ્ટેશન નાઓ સમી પોલીસની ટીમ સાથે સમી પો.સ્ટે. વિસ્તારમાં પેટ્રોલીંગમાં હતા તે દરમ્યાન ખાનગી રાહે મળેલ બાતમી આધારે સમી ગામે નાયકા ત્રણ રસ્તા પાસે બે ઇસમો પ્લાસ્ટીકની થેલીઓમા ચોરી કરેલ મો.સા.માં વપરાતી બેટરીઓ લઇ આવનાર છે. જેથી સદર બાબતે વોચ મા રહી સદરી ઇસમો મળી આવતા જેઓને બેટરીઓ સાથે પકડી પાડી બી.એન.એસ.એસ. કલમ-૧૦૬,૩પ(૧)ચ મુજબ કાર્યવાહી કરેલ છે.
પકડાયેલ આરોપીની વિગતઃ-
(૧) નીયાઝ મહેબુબ કમાલશા દિવાન રહે. સમી બસ સ્ટેશન પાછળ તા.સમી જી.પાટણ
(૨) વાહીદ ઉંમરભાઇ ઉસ્માનભાઇ ચૌહાણ રહે. સમી સબનમપાર્ક સોસાયટી તા.સમી જી.પાટણ
કબ્જે કરેલ મુદ્દામાલની વિગતઃ-
(૧) AMARON (એમરોન) કંપનીની કુલ બેટરી નંગ-૧૮ જેની કુલ કિં.રૂ.૨૪,૫૭૦/-

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सीहोर के ग्राम मना खेड़ा में दो पक्षों में जमीन को लेकर मारपीट हुई। इस मारपीट में 80 वर्षी बुजुर्ग महिला और 7,अन्य लोग घायल हुए। इनमें तीन महिलाएं घायल हुई।
घायलों की पहचान सौरभ बाई, कमलाबाई,सागरबाई, अखिलेश, निलेश, मानसिंह और लाल सिंह के रूप में
विवाह जमीन को लेकर हुआ था।


जानकारी के अनुसार मानसिंह के काका ससुर ने एक जमीन को दो पक्षों को बेच दिया था। उन्होंने मौखिक रूप से मानसिंह को और लिखित रूप में सद्दाम को जमीन बेची थीं।
घटना उसे समय हुई जब मानसिंह का परिवार जमीन पर बुवाई करने गया था। इस दौरान सद्दाम, अनीश, फारूक, ने हथियार से उन पर हमला कर दिया। उन्होंने 80 वर्षी बुजुर्ग महिला के साथ दुआ व्यवहार किया।
हमले के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए।
मंडी थाना पुलिस मौका पर पहुंची और खेत से हथियार बरामद किए। Ti माया सिंह ने बताया की पुलिस आरोपी पर कार्यवाही कर रही है। यहां मामला पहले से ही कोर्ट में लंबित है।

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बस्तर पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं कि उन्होंने एक सरकारी रसोइए, महेश कुड़ियाम, को नक्सली बताकर मुठभेड़ में मार दिया। महेश कुड़ियाम के परिवार का दावा है कि वह एक निर्दोष व्यक्ति था जिसके सात बच्चे हैं और उसे सरकार से नियमित रूप से पैसे मिलते थे।

मामला क्या है?

10 जून को, बस्तर पुलिस ने एक प्रेस नोट जारी कर दावा किया कि इंद्रावती टाइगर रिजर्व पार्क में हुई एक मुठभेड़ में सुधाकर और भास्कर जैसे बड़े माओवादियों सहित सात माओवादियों को मार गिराया गया था। हालाँकि, इन सात में से एक, **महेश कुड़ियाम**, के परिवार ने इस दावे को चुनौती दी है। उनके परिवार का कहना है कि महेश माओवादी नहीं था, बल्कि बच्चों को खाना खिलाने वाला एक **सरकारी रसोइया** था।

उनके परिवार ने आरोप लगाया है कि महेश के बैंक खाते में सरकार हर महीने पैसे भी डालती थी, जो इस बात का सबूत है कि वह सरकारी कर्मचारी था। गाँव वालों ने भी इस बात की पुष्टि की है कि बाकी के छह लोग माओवादी थे और उन्हें अलग-अलग जगहों पर मारा गया था, लेकिन महेश कुड़ियाम के मामले में उनकी राय अलग
आगे क्या होगा?

यह मामला अब बस्तर पुलिस की कार्रवाई पर गंभीर सवाल उठा रहा है। इस पूरी घटना की कहानी जल्द ही "@ranutiwari\_17" द्वारा बस्तर टॉकीज के चैनल पर साझा की जाएगी, जहाँ इस घटना के विस्तृत विवरण और आरोपों को सामने लाया जाएगा। यह देखना होगा कि इस मामले में आगे क्या जाँच होती है और महेश कुड़ियाम के परिवार को न्याय मिल पाता है या नहीं।

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Mussoorie, June 21 — What began as a quiet summer day in Mussoorie ended in a troubling chain of violence and public disorder, raising urgent questions about law enforcement, tourist management, and the town's rapidly shifting identity.In three separate incidents reported within 24 hours, the town witnessed scenes more fitting of a metropolitan crime blotter than a peaceful hill station.In the afternoon, a group of tourists from Jalandhar allegedly harassed schoolgirls near Mall Road. When concerned locals intervened, the situation escalated dramatically—knives were drawn and three locals were injured in the confrontation. Eyewitnesses described a “mob-like frenzy” as bystanders rushed to protect the girls before police arrived to disperse the crowd.Just hours later, near Allen School, another violent episode unfolded. A local man was reportedly assaulted by a group of tourists, one of whom used a car key as a weapon to strike the victim in the head. The motive remains unclear, but locals say such altercations are becoming disturbingly frequent.To make matters worse, by 10 PM, yet another fight erupted outside a local wine shop, where drunken customers reportedly clashed in a loud, chaotic brawl that left bystanders shaken. Residents in the vicinity say late-night disturbances linked to alcohol are becoming the new norm—particularly in areas like The Mall and now even Landour, long considered quieter and safer.“These are not isolated incidents—they’re symptoms of a deeper erosion in Mussoorie’s peace,” said a long-time Landour resident. “The town is choking with traffic by day and chaos by night.”Civic groups and concerned citizens are now calling for immediate action—stricter enforcement of bar and shop closing hours, increased night patrolling, and a rethinking of the town’s tourism model. Mussoorie, once admired for its serenity and storybook charm, stands at a crossroads. Whether these incidents serve as a wake-up call or become just another headline may very well define the town’s future.

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AIMA MEDIA :జూన్ 22:ఆదివారం :విశాఖపట్నం

న్యూస్ 9 :- విశాఖపట్నం జిల్లా నగర పరిధిలో కొన్ని దొంగ తనాలు చోటుచేసుకున్నాయి. 14-06-2025 తేది నాడు, పెందుర్తి అయాన్ పరీక్ష కేంద్రం వద్ద లలితా కుమారి అనే అమ్మాయి, పరీక్ష రాయిటకు సిద్ధం అవగా తను బైక్ డిక్కీ లో, సెల్ ఫోన్, 2000 నగదు, బంగారం, డిక్కీలో పెట్టి పరీక్ష రాయుటకు వెళ్ళిరు పరీక్ష ముగిసిన తర్వాత బైక్ డిక్కీ ఓపెన్ చెయ్యగా, ఆమె దాచుకొన్న సెల్ ఫోన్, నగదు, బంగారం దొంగలించి బడ్డాయి, ఈ విషయం పోలీస్ స్టేషన్ లో పిర్యాదు చెయ్యగా,.. అంతే కాకుండా విశాఖపట్నం జిల్లా పరిధిలో పలు చోట్ల ఇలాంటి కేసులు నమోదు అయ్యాయి, జిల్లా పోలీస్ యంత్రాంగం దీనిపై కొన్ని పోలీస్ టీం లను పంపి ఈ కేసులు ను చిక్కు ముడి విడదీయాలి అనే ధోరణిలో, విశాఖపట్నం శిలానగర్ పరిధిలో అనుమానస్పాందంగా తిరుగుతూ ఉన్న ముగ్గురు వ్యక్తులు ను పట్టుకొని విచారణ చేయగా.. అసలు నిజం బయటపడింది.. అని సిటీ క్రైమ్ పోలీస్ అధికారులు తెలిపి వివరాలు లోకి వెళితే..పత్రికా ప్రకటన
డిక్కీ లో సిమ్ కార్డ్ లు దొంగతనాలకు పాల్పడతూ డబ్బులు దోచుకుంటున్న
ముగ్గురు అంతరాష్ట్ర నిందితుల అరెస్టు
వివరాలు:
తేదీ 14.06.2025న ఫిర్యాది డేగల లలిత, ప్రైవేట్ టీచర్‌గా పనిచేస్తున్నని, ఆమె,, 14.10.2024న ION డిజిటల్ సెంటర్, షీలానగర్, గాజువాకలో A.P. TET పరీక్షకు హాజరైన సమయంలో, పరీక్షా కేంద్రం బయట తన స్కూటర్ డిక్కీలో విలువైన వస్తువులు ఉంచినట్లు తెలిపింది. అవి గుర్తు తెలియని దొంగలచే దొంగిలించబడ్డాయి. చోరీ అయిన వస్తువుల్లో బంగారు ఆభరణాలు, మొబైల్ ఫోన్, డెబిట్ కార్డ్, సిమ్ కార్డ్ మరియు రూ.2,000 నగదు ఉన్నాయి. అనంతరం ఆమె సిమ్‌ను రీఆక్టివేట్ చేసినప్పుడు, తన బ్యాంక్ ఖాతా నుండి రూ.16,000 మోసపూరితంగా ట్రాన్సాక్షన్ జరిగినట్లు గుర్తించింది. పోయిన మొత్తం సొత్తు రూ.43,000/-గా పేర్కొంది. పోలీసులను తగిన చర్యలు తీసుకోవాలని కోరింది.
ఈ మేరకు సిటీ పరిధిలో గాజువాక, పెందుర్తి, ఎయిర్పోర్టు, అరిలోవ పోలీస్ స్టేషన్ లలో డిక్కీ కేసులు నమోదు అవ్వడం తో విశాఖపట్నం పోలీస్ కమిషనర్ ఆదేశాల మేరకు, శ్రీమతి కె. లతా మాధురి (DCP – క్రైమ్స్) మరియు శ్రీ మోహన్ రావు (ADCP – క్రైమ్స్) పర్యవేక్షణలో, శ్రీ డి. లక్ష్మణరావు (ACP – జోన్ 2), ఇన్స్పెక్టర్ శ్రీ కె. శ్రీనివాస్ రావు (సౌత్ సబ్ డివిజన్ – క్రైమ్) నేతృత్వంలో SI ఎ. మన్మధరావు మరియు PCs 3098, 3794, 3399, 3394 రెక్కీ నిర్వహించారు. ఆ సమయంలో షీలానగర్ ప్రాంతంలో అనుమానాస్పదంగా తిరుగుతున్న ముగ్గురిని అదుపులోకి తీసుకుని విచారించగా,
నిందితుడు గురించి సమాచారం:
ఏ1. ప్రిన్స్ కుమార్, S/o బిశ్వేస్వర్ సింగ్, వయస్సు 28 సంవత్సరాలు, R/o పంచశీల్ కాలనీ, స్ట్రీట్ నెం.1, సహిబబాద్, ఘజియాబాద్, ఉత్తరప్రదేశ్
ఏ2. క్రిషన్ S/o జైబిర్, వయస్సు 22 సంవత్సరాలు, R/o అంబేద్కర్ కాలని, కమల సినిమా హాల్ ఎదురుగా, విజయనగర, ఘజియాబాద్, ఉత్తరప్రదేశ్
ఏ3. ధర్మేందర్ కుమార్ @ మొహిత్ S/o హరి సింగ్ లేట్, వయస్సు 31 సంవత్సరాలు, H.No.C-26, ఇంద్ర కాలనీ , మోహన్ నగర్, ఘజియాబాద్, ఉత్తరప్రదేశ్

పోలీస్ క్రైం టీం ఉత్తమ దర్యాప్తు నైపుణ్యం చూపుతూ, నిందితుల సమాచారం సేకరించి, తేదీ. 20.06.2025 సాయంత్రం 18.30 గంటలకు ION డిజిటల్ సెంటర్ , షీలానగర్, గాజువాకలో ముగ్గురు వారు గతంలో వివిధ రాష్ట్రాలలో డిక్కీ దొంగతనాలకు పాల్పడినట్లు గుర్తించబడింది.నిందుతులు ఒప్పంద ప్రకారం, ఈ క్రింద తెలిపిన కేసులలో మొత్తం రూ.5,08,500/- కాష్, 12 గిఫ్ట్ వౌచర్ విలువ 1,20,000/- మొత్తం సొత్తు 6,28,500మరియు మొబైలుస్ Redmi-02 , మోటోరోలా-01 , SIM కార్డ్స్ - 06 ను స్వాధీనం చేసుకున్నారు.



"S. No.
" "Name of the PS
" "Cr. No.
" "Sec. of law
" "Property lost worth
" "Property Recovered Description
"
"1
" "Gajuwaka
" "258/2025
" "303(2) BNS
" "43000
" "66000
"
"2
" "Penamaluru PS,
Krishna District
" "342/2025
" "303(2) BNS
" "74800
" "37500
"
"3
" "Pendurthy
" "283/2025
" "303(2) BNS
" "22700
" "14000
"
"4
" "Pendurthy
" "282/2025
" "303(2) BNS
" "304367
" "213000
"
"5
" "Arilova
" "240/2025
" "303(2) BNS
" "300000
" "210000
"
"6
" "Arilova
" "239/2025
" "303(2) BNS
" "45000
" "22000
"
"7
" "Arilova
" "245/2025
" "303(2) BNS
" "16000
" "9000
"
"8
" "Airport
" "112/2025
" "303(2) BNS
" "42000
" "28000
"
"9
" "Airport
" "111/2025
" "303(2) BNS
" "22000
" "13000
"
"10
" "Airport
" "110/2025
" "303(2) BNS
" "25800
" "16000
"
"
" "TOTAL
" "895667
" "628500
"


నిందితులు ముగ్గురు స్నేహితులు, చెడు అలవాట్లు మరియు లగ్జరీ జీవితానికి అలవాటుపడి, సులభంగా డబ్బు సంపాదించాలని భావించి, డిక్కి నేరాలకు పాల్పడ్డారు.
విశాఖపట్నం పోలీసుల ప్రజలకి విజ్ఞప్తి:
దయచేసి ఏదయినా పరీక్షలు రాయబోతున్నవారికి ఈ సందేశాన్ని ఫార్వర్డ్ చేయండి.
పరీక్షకు వెళ్లే ముందు, మీ మొబైల్ ఫోన్లు, ATM కార్డులు, పర్సులు తదితర విలువైన వస్తువులను బైక్ కవర్ లేదా స్కూటీ డిక్కీలో ఉంచకండి. కొంతమంది దొంగలు, దొంగ తాళాలు ద్వారా డిక్కీని తెరిచి, మీ మొబైల్ ఫోన్‌లో ఉన్న SIM కార్డ్‌ను తీసి, దానిని ఉపయోగించి మీ బ్యాంక్ అకౌంట్‌కు సంబంధించిన వివరాలను OTP ద్వారా సేకరిస్తున్నారు.
దీని ద్వారా వారు మీ ఖాతాలో ఉన్న డబ్బును దొంగిలించగలుగుతున్నారు. అలాగే, ATM కార్డులు మరియు మనీ పర్సులు కూడా డిక్కీ లో లేదా బైక్ కవర్‌లో పెట్టడం చాలా ప్రమాదకరం.
ఈ సూచనలను పాటించడం ద్వారా మీ బ్యాంకు ఖాతాలోని డబ్బును కొంతవరకు సురక్షితంగా ఉంచుకోవచ్చు.

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पूर्व विधायक करण सिंह राठौड़ के नेतृत्व में कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने आज छबड़ा उपखंड अधिकारी को एक ज्ञापन दिया। इस ज्ञापन के माध्यम से, उन्होंने मुख्यमंत्री महोदय को संबोधित एक पत्र सौंपा, जिसमें मोतीपुरा थर्मल पावर प्लांट के राख व्यवसाय में हुए भ्रष्टाचार की जांच करने का आग्रह किया गया है।ज्ञापन के मुख्य बिंदु- मोतीपुरा पावर प्लांट की राख का अवैध ठेका भाजपा विधायक के भाई द्वारा लिया गया था, जिन्होंने छबड़ा के रास्ते से ओवरलोड और खुले डंपर से परिवहन कर के छिपाबडौद में निर्माणाधीन बाय पास रोड के निर्माण में राख का उपयोग कर के करोड़ों रुपये कमाए।- जब यही राख का ठेका भाजपा विधायक के भाई के पास था, तब भी छबड़ा में ओवर फ्लो और खुले डंपर से वाहन गुजरा करते थे, लेकिन तब इन्हें छबड़ा की जनता की परेशानी नहीं दिखी।- अब जब राख का ठेका किसी अन्य को चला गया है, तो भाजपा विधायक छबड़ा की जनता को उपयोग में लेकर बेवकूफ बना रहे हैं।*जांच की मांग*कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने ज्ञापन के माध्यम से मुख्यमंत्री महोदय से आग्रह किया है कि छीपाबड़ौद बाय पास के निर्माण में अवैध मोतीपुरा राख का परिवहन कर करोड़ों का भ्रष्टाचार हुआ है। इस पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच करवाई जाए और दोषियों के विरुद्ध कार्यवाही की जाए।*ज्ञापन में देने एवं ज्ञापन में निम्न नेताओं के हस्ताक्षर शामिल*रामचरण मीणा जिला अध्यक्ष कांग्रेस बारां पानचंद मेघवाल पूर्व विधायक बारां करण सिंह राठौड़, पूर्व विधायक, छबड़ागिर्राज धाकड़ यूथ कांग्रेस लोक सभा प्रभारीचिरौंजी लाल भार्गव वरिष्ठ कांग्रेस नेतारेवती गिरा पूर्व ब्लाक अध्यक्ष छबड़ा नवीन उपाध्याय पार्षद छबड़ादिग्विजय सिंह कांग्रेस नेता मनोज भार्गव वरिष्ठ कांग्रेस नेतातेजकरण गालव वरिष्ठ कांग्रेस नेता गौरीशंकर नागर मंडल अध्यक्ष फूलसिंह मीणा मंडल अध्यक्ष मुकेश मीणा मंडल अध्यक्ष नंदकिशोर लोधा मंडल अध्यक्ष रामदयाल लोधा जिला परिषद सदस्यरामनरेश मीणा पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष निलेश नागर पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष मानसिंह गुर्जर कांग्रेस नेता सतीश मालव छात्रसंघ प्रतिनिधि पूरणमल मीणा, शकील खान जगदीश गौड़ मीडिया प्रभारी ,छीतर लाल, हरि चरण,मुरारी,लक्ष्मी चंद लोधा,रामधन भार्गव ,राजेंद्र गुर्जर मुरली मीना , नरेश मीणा ,हेमराज मीणा पुरुषोत्तम एहरवाल , जमनालाल गुर्जर, हरि सिंह मीणा, लड्डू लाल मीणा ,कजोड़ी लाल मीणा, केसरी सिंह नगदा सहित अनेक कांग्रेसी कार्यकर्ता साथ थे।

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ನವದೆಹಲಿ: ಭಾರತದಲ್ಲಿ ಪತ್ರಿಕೋದ್ಯಮವು ಗಂಭೀರ ಬಿಕ್ಕಟ್ಟಿನ ಹಂತವನ್ನು ಎದುರಿಸುತ್ತಿದೆ. ಸತ್ಯದ ಧ್ವನಿ ಎತ್ತುವ ಪತ್ರಕರ್ತರ ಮೇಲಿನ ದೌರ್ಜನ್ಯ ದಿನದಿಂದ ದಿನಕ್ಕೆ ಹೆಚ್ಚಾಗುತ್ತಿದ್ದು, ದೇಶದಲ್ಲಿ ಪತ್ರಕರ್ತರ ಸುರಕ್ಷತೆ ವಿಷಯದಲ್ಲಿ ಭಾರತ ಅತ್ಯಂತ ಅಪಾಯಕಾರಿ ರಾಷ್ಟ್ರಗಳ ಸ್ಥಾನದಲ್ಲಿದೆ. ವರದಿ ಮಾಡುವಾಗ ಪತ್ರಕರ್ತರು ಪ್ರಾಣ ಕಳೆದುಕೊಳ್ಳುವ ಪ್ರಕರಣಗಳು ಹೆಚ್ಚುತ್ತಿವೆ.

ಹೀಗಿರುವಾಗ ಪತ್ರಕರ್ತರಿಗೆ ಬೆದರಿಕೆಹಾಕುವವರ ವಿರುದ್ಧ ಸರ್ಕಾರ ಈಗ ಕಠಿಣ ನಿಲುವು ತೆಗೆದುಕೊಂಡಿದೆ.

ಅಲಹಾಬಾದ್‌ ಹೈಕೋರ್ಟ್‌ನ ಸೂಕ್ತ ಸೂಚನೆಯ ಬೆನ್ನಲ್ಲೇ ಉತ್ತರ ಪ್ರದೇಶ ಮುಖ್ಯಮಂತ್ರಿ ಯೋಗಿ ಆದಿತ್ಯನಾಥ್ ಹಾಗೂ ಪ್ರಧಾನ ಮಂತ್ರಿ ನರೇಂದ್ರ ಮೋದಿ ಅವರು ಮಹತ್ವದ ಘೋಷಣೆ ಮಾಡಿದ್ದಾರೆ. "ಪತ್ರಕರ್ತರಿಗೆ ಬೆದರಿಕೆ ಹಾಕುವ ಅಥವಾ ಅಸಭ್ಯವಾಗಿ ವರ್ತಿಸುವವರ ವಿರುದ್ಧ ₹50,000 ದಂಡ ಮತ್ತು 3 ವರ್ಷವರೆಗೆ ಜೈಲು ಶಿಕ್ಷೆ ವಿಧಿಸಲಾಗುವುದು,” ಎಂದು ಎಚ್ಚರಿಕೆ ನೀಡಿದ್ದಾರೆ.

ಸಿಎಂ ಯೋಗಿಯವರ ಪ್ರಕಾರ, ಇಂತಹ ಪ್ರಕರಣಗಳಲ್ಲಿ ಆರೋಪಿಗಳಿಗೆ ಸುಲಭವಾಗಿ ಜಾಮೀನು ಸಿಗುವುದಿಲ್ಲ. ಇನ್ನು ಮುಂದೆ ಪತ್ರಕರ್ತರೊಂದಿಗೆ ಗೌರವಯುತವಾಗಿ ವರ್ತಿಸಲೇಬೇಕು. ಪತ್ರಕರ್ತರಿಗೆ ಬೆದರಿಕೆ ಹಾಕಿದರೆ 24 ಗಂಟೆಯೊಳಗೆ ಬಂಧಿಸಿ ಕಾನೂನು ಕ್ರಮ ಕೈಗೊಳ್ಳಲಾಗುವುದು ಎಂದು ಅವರು ಸ್ಪಷ್ಟಪಡಿಸಿದ್ದಾರೆ.

ಪ್ರಧಾನಿ ಮೋದಿ ಕೂಡ, "ಪತ್ರಕರ್ತರಿಗೆ ಗೌರವ ನೀಡುವ ಪರಂಪರೆಯನ್ನು ನಾವು ಉಳಿಸಬೇಕು. ತಾತ್ಕಾಲಿಕ ತೊಂದರೆಗಳು ಕಾನೂನು ಮಟ್ಟದಲ್ಲಿ ಬೃಹತ್ ಸಮಸ್ಯೆಗಳನ್ನು ತಂದೊಡ್ಡಬಹುದು"ಬೃಹತ್ ಸಮಸ್ಯೆಗಳನ್ನು ತಂದೊಡ್ಡಬಹುದು” ಎಂದು ಎಚ್ಚರಿಕೆ ನೀಡಿದ್ದಾರೆ.

ಇತ್ತೀಚಿನ ದಿನಗಳಲ್ಲಿ ಮಹಾರಾಷ್ಟ್ರ ಸೇರಿ ಹಲವು ರಾಜ್ಯಗಳಲ್ಲಿ ಮಾಧ್ಯಮದವರ ಮೇಲೆ ನಡೆದ ಹಲ್ಲೆ ಪ್ರಕರಣಗಳು ದೇಶಾದ್ಯಂತ ಆಕ್ರೋಶ ಉಂಟುಮಾಡಿವೆ. ಇಂತಹ ಪ್ರಕರಣಗಳಿಗೆ ಕಡಿವಾಣ ಹಾಕುವ ಉದ್ದೇಶದಿಂದ ಕಟ್ಟುನಿಟ್ಟಿನ ಧ್ವನಿಯಲ್ಲಿ ಎಚ್ಚರಿಕೆ ನೀಡಿದ್ದಾರೆ. SCN ಟಿವಿ ನ್ಯೂಸ್

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ACB అధికారుల వలలో అవినీతి చేప చిక్కింది..

మార్కాపురం ఇరిగేషన్ కార్యాలయంలో సీనియర్ అసిస్టెంట్ శ్రీనివాసరావు ఒక కాంట్రాక్టర్ నుండి 30 వేల రూపాయిలు లంచం తీసుకుంటుండగా ఏసీబీ అధికారులు రెడ్ హ్యాండెడ్ గా పట్టుకున్నారు.

ఇందుకు సంబంధించిన వివరాలను ఏసీబీ ఒంగోలు డీఎస్పీ ఎస్ శిరీష మీడియాకు వివరించారు. శ్రీనివాసరెడ్డి అనే కాంట్రాక్టర్ మూడు అభివృద్ధి పనులు చేశారు.
పెండింగ్ బిల్లులు అప్రూవల్ చేసేందుకు సీనియర్ అసిస్టెంట్ 30 వేల రూపాయలు డిమాండ్ చేశాడు.

లంచం ఇవ్వడానికి ఇష్టపడని కాంట్రాక్టర్ శ్రీనివాసరెడ్డి ఏసీబీ అధికారులను ఆశ్రయించాడు.

దాంతో కాంట్రాక్టర్ నుండి 30 వేల రూపాయల లంచం తీసుకుంటుండగా ఏసీబీ అధికారులు పథకం ప్రకారం సీనియర్ అసిస్టెంట్ శ్రీనివాసరావును ఏసీబీ డిఎస్పీ శిరీష వలపన్ని పట్టుకున్నారు.

ఈ దాడుల్లో ఏసీబీ ఇన్స్పెక్టర్లు రమేష్ బాబు, శేషు,సబ్-ఇన్స్పెక్టర్లు ప్రసాద్, మస్తాన్ షరీఫ్, సిబ్బంది పాల్గొన్నారు..🤟🏽

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आज नगर,ब्लॉक कांग्रेस कार्यकर्ताओं की बैठक सोनी धर्मशाला स्टेशन रोड पर सम्पन्न हुई नगर अध्यक्ष हरीश माहेश्वरी, दीपक त्यागी ने बताया कि 23 जून सोमवार को बारां में संविधान बचाओ रैली है जिसके संदर्भ में बारां से पधारे जिला अध्यक्ष श्री रामचरण जी मीणा पूर्व विधायक पानाचन्द मेघवाल, पूर्व विधायक करण सिंह राठौड़ छबड़ा, पूर्व जिला अध्यक्ष निजामुद्दीन ख़ान यूथ कांग्रेस जिला अध्यक्ष गिरराज धाकड़ आदि ने संबोधन दिया श्री रामचरण जी मीणा जिला अध्यक्ष ने कॉग्रेस कार्यकर्ता को संबोधित कर बताया है कि संविधान बचाओ रैली में छबड़ा ब्लॉक से ज्यादा से ज्यादा संख्या में सम्मिलित होने के लिए प्रयास किए जाए जिस प्रकार भाजपा सरकार ने संविधान का दुरुपयोग कर संविधान को तोड़ने और अपने हिसाब से जोड़ने का काम कर रही है उसे लेकर 23 जून को सभी कॉग्रेस नेताओं एवं कार्यकर्ताओं को बारां अधिक से अधिक संख्या में एकत्रित होने का आव्हान किया कार्यक्रम में रामचरण मीणा जिला अध्यक्ष बारां, पूर्व विधायक पानाचन्द मेघवाल बारां, पूर्व विधायक करण सिंह राठौड़ छबड़ा, प्रेम सिंह मीणा, निजामुद्दीन खान पूर्व जिला अध्यक्ष,दिग्विजय सिंह गुजर एडवोकेट चिरोंजीलाल भार्गव, हरीश माहेश्वरी नगर अध्यक्ष, रेवती गेरा, गौरीशंकर हितेश सोनी, नवीन अग्रवाल,नगर मण्डल अध्यक्ष, फूलसिंह मीणा मण्डल अध्यक्ष, मुकेश मीणा, नन्दकिशोर लोधा मण्डल अध्यक्ष, अजय तेजस्वी रामदयाल लोधा जिला परिषद सदस्य , दीपक त्यागी, सतीश मालव धाकड़ छात्रसंघ प्रतिनिधि, रामनरेश लडडू लाल,मीणा पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष, नवीन उपाध्याय, लालचंद्र, तेजकरण गालव, राजेश देवेंद्र शर्मा हरि रामपुरिया शाकिर ख़ान आदिल ख़ान हसन ख़ान पप्पू क्रांतिकारी पूरणमल मीणा, मानसिंह गुजर, निलेश नागर पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष, शकील खान, रामधन भार्गव, प्रकाश कंजर चाचौड़ा, सतीश,गोपाल मीणा, जगदीश गौड़ मेंबर एवं अन्य कार्यकर्ता उपस्थित रहे। ‎

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म्योरपुर। कुण्डाडीह के पूर्व प्रधान और इस क्षेत्र के जुझारू दलित नेता राम सुधार जी की मृत्यु पर ऑल इंडिया पीपुल्स फ्रंट ने गहरा शोक व्यक्त किया है और उनके परिवार जनों के साथ अपनी संवेदना प्रकट की है। एआईपीएफ के जिला संयोजक कृपा शंकर पनिका ने कहा कि राम सुधार जी डॉक्टर अंबेडकर के विचारों से पूर्णतया प्रभावित थे और अपने जीवन में भी वह दिन रात समाज के कमजोर तबके के हितों के लिए कार्य करते रहे। मृत्यु से दो दिन पूर्व भी वह अपने रूटिंग कार्य में लोगों के बीच जन संवाद करते रहे। समाज को विभाजित करने वाली ताकतों के विरुद्ध उनकी प्रतिबद्धता रही और किसी भी शोषण करने वालों के सामने उन्होंने समर्पण नहीं किया। उनके निधन से समाज की अपूरणीय क्षति हुई है। आज राम सुधार गौतम जी अंतिम यात्रा में एआईपीएफ जिला संयोजक के साथ मजदूर किसान मंच के जिलाध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद गोंड, जिला प्रवक्ता मंगरू प्रसाद श्याम और मनोहर गोंड शामिल रहे।

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आज दिनांक 21 जून 2025 योगिनी एकादशी के शुभ अवसर पर छबड़ा नगर से खाटू श्याम जी के लिए निशान यात्रा जिसमें छबड़ा नगर के श्याम प्रेमी दिनेश जी बना अमित जी लोधा ( छोटू) कन्हैया लाल जी मीण और लक्की सेन इन चारो श्याम प्रेमियों ने सर्वप्रथम निशान पूजन गणेश पूजन सुबह गायत्री मंदिर पर निशान आरती के बाद ही निशान यात्रा गायत्री मंदिर से प्रारंभ होकर घरनावादा चौराहा, आजाद सर्किल, अहिंसा सर्किल से बस स्टैंड चौराहे से सालपुरा रोड से सीधा बाबा खाटू श्याम जी के जयकारा के साथ खाटू नरेश की जय, हारे के सहारे की जय, तीन बाणधारी की जय, लखदातार की जय, श्याम प्यारे की जय, मोरमुकुट बंसी वाले की जय, जय श्री श्याम के जयकारों साथ खाटूश्याम जी श्याम बाबा के दर्शन के लिए रवाना हुए बीच मार्ग में छबड़ा नगर के धर्म प्रेमी बंधुओं और श्याम प्रेमी भक्तजनों ने निशान यात्री माल्यार्पण कर जोरदार स्वागत कियायह जानकारी छबड़ा नगर के श्याम प्रेमी पवन जी सुमन के द्वारा प्राप्त हुई

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हत्या के प्रयास का आरोपी गिरफ्तार

सीतापुर | सरगुजा। सुनील गुप्ता।२२ जून

थाना सीतापुर पुलिस ने हत्या के प्रयास के मामले में आरोपी सोमारु उर्फ समारू (55 वर्ष) को गिरफ्तार किया है। आरोपी ने 4 जून 2025 को खेत जोतते समय जमीन विवाद को लेकर मानसाय एक्का (अपने ही गांव का निवासी) पर टांगी से हमला कर गंभीर रूप से घायल कर दिया था।

पुलिस ने घायल का डॉक्टरी परीक्षण कराकर मामला धारा 296, 351(2), 115(2), 109(1) BNS के तहत दर्ज किया और जांच के दौरान घटना में प्रयुक्त टांगी को जप्त कर लिया।

कार्यवाही में थाना प्रभारी नि. गौरव पाण्डेय, उनि. रघुनाथ भगत, प्रधान आरक्षक नेतराम पैकरा समेत पुलिस टीम की भूमिका सराहनीय रही।

सीतापुर से सुनील गुप्ता की रिपोर्ट

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महाराजगंज न्यूज़ एजेंसी l
उत्तर प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं में मनरेगा योजना है जिसका उद्देश्य गांव के गरीब परिवारों को जाब कार्ड के माध्यम से रोजगार देना। सरकार ने मजदूरी का भुगतान करने के लिए आधार कार्ड से जोड़ दिया गया परंतु बिचौलिए नए नए हथकंडे अपना कर सरकार की आंख में धूल झोंक रहे है। हमारे महराजगंज जिले के अधिकांश ब्लाक में शिकायत मिल रही है। मास्टर रोल पर फर्जी काम दिखाया जा रहा है कहीं कोई काम कराया नहीं जा रहा है उसके जगह पर फर्जी हाजिरी लगाकर फर्जी फोटो अपलोड किया जा रहा है और उत्तर प्रदेश सरकारी की सरकारी धन को ग्राम प्रधान, रोजगार सेवक, तथा अन्य कर्मचारी गण मिलकर लूट रहे हैं l
ऐसा ही मामला प्रकाश में आया।जनपद महराजगंज स्थित
धानी ब्लाक के ग्राम सभा झाँगपार के जहां मास्टर रोल में 146 मजदूरों की हाजिरी लगाई जा रही है जबकि मौके पर 10 मजदूर दिखाई दे रहा है साथ ही एक ही फोटो को कई बार लोड कर अलग अलग लोगों की हाजिरी लग रही है l इस फोटो में सभी जिम्मेदार लोगों को बताने की जरूरत नहीं क्योंकि यह फोटो खुद बयां कर रही है कि मनरेगा काम मैं कितनी भ्रष्टाचारी हो रही है
कोई कह रहा है रोजगार सेवक जाने, कोई कह रहा जेई जाने, कोई कोई सेक्रेटरी, कोई किसी और का नाम बता रहा सच्चाई क्या है या तो स्वयं वही लोग बता सकते हैं जो इस मनरेगा से जुड़े हुए हैं हाजिरी महिलाओं की लगाई जा रही है फोटो पुरुष का खींचा जा रहा है l
इस फोटो को देखकर भी जिम्मेदार लोग आंख मुद कर बैठे हैं l
जब जिम्मेदार लोग ही आंख बंद कर ऐसे लोगों को बढ़ावा दे देंगे तो भ्रष्टाचार बढ़ेगा ही।

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महाराजगंज न्यूज़ एजेंसी l

उत्तर प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं में मनरेगा योजना है जिसका उद्देश्य गांव के गरीब परिवारों को जाब कार्ड के माध्यम से रोजगार देना। सरकार ने मजदूरी का भुगतान करने के लिए आधार कार्ड से जोड़ दिया गया परंतु बिचौलिए नए नए हथकंडे अपना कर सरकार की आंख में धूल झोंक रहे है। हमारे महराजगंज जिले के अधिकांश ब्लाक में शिकायत मिल रही है। मास्टर रोल पर फर्जी काम दिखाया जा रहा है कहीं कोई काम कराया नहीं जा रहा है उसके जगह पर फर्जी हाजिरी लगाकर फर्जी फोटो अपलोड किया जा रहा है और उत्तर प्रदेश सरकारी की सरकारी धन को ग्राम प्रधान, रोजगार सेवक, तथा अन्य कर्मचारी गण मिलकर लूट रहे हैं l
ऐसा ही मामला प्रकाश में आया।
धानी ब्लाक के ग्राम सभा हथिगढ़वा के जहां मास्टर रोल में 290 मजदूरों की हाजिरी लगाई जा रही है जबकि मौके पर 10 मजदूर दिखाई दे रहा है साथ ही एक ही फोटो को कई बार लोड कर अलग अलग लोगों की हाजिरी लग रही है l इस फोटो में सभी जिम्मेदार लोगों को बताने की जरूरत नहीं क्योंकि यह फोटो खुद बयां कर रही है कि मनरेगा काम मैं कितनी भ्रष्टाचारी हो रही है
कोई कह रहा है रोजगार सेवक जाने, कोई कह रहा जेई जाने, कोई कोई सेक्रेटरी, कोई किसी और का नाम बता रहा सच्चाई क्या है या तो स्वयं वही लोग बता सकते हैं जो इस मनरेगा से जुड़े हुए हैं हाजिरी महिला की लग रही है फोटो पुरुष का खींचा जा रहा है l
इस फोटो को देखकर भी जिम्मेदार लोग आंख मुद कर बैठे हैं l
जब जिम्मेदार लोग ही आंख बंद कर ऐसे लोगों को बढ़ावा दे देंगे तो भ्रष्टाचार बढ़ेगा ही।

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पीरा के शुमेडी गांव में दबंगई देखने को मिली। जहां, दर्जनभर से अधिक हथियारबंद लोग बोलेरो और बाइकों पर सवार होकर आए और एक घर में घुसकर मार/पीट व ताबड़तोड़ कर फाय/रिंग कर दी। वारदात में हरिराम पाल पिता जगत पाल गो/ली लगने से गंभीर रूप से घायल हो गया। आरोप है कि हमला/वर न सिर्फ गो/ली मार/कर भागे, बल्कि घायल की पत्नी और बच्चों को भी उठाकर ले गए। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
वायरल वीडियो में अफरा-तफरी और ची/ख-पुकार का माहौल नजर आ रहा है। लाठी-डंडों और हथि/यारों से लैस आरोपी खुलेआम गो/लियां चला रहे हैं। लोग दहशत में हैं और कोई भी सामने आने की हिम्मत नहीं कर रहा। वीडियो में हमला/वर, घायल हरिराम की पत्नी और बच्चों को जबरन ले जाते हुए भी दिखाई दे रहे हैं।
जानकारी के अनुसार, शुमेडी गांव के ही संजय सिंह राजपूत अपने 10-15 साथियों के साथ बोलेरो और बाइकों पर सवार होकर हरिराम पाल के घर पर हमला करता है। आरोपियों के पास लाठी, डंडे और देसी कट्टे जैसे हथि/यार थे। उन्होंने घर में घुसकर मार/पीट और फाय/रिंग की, गो/ली लगने से हरिराम पाल घायल हो गया। इसके बाद आरोपी उसकी पत्नी और बच्चों को बोलेरो गाड़ी में जबरन उठा ले गए। गंभीर रूप से घायल हरिराम पाल ने बताया कि संजय सिंह राजपूत उसकी पत्नी पर गलत निगाह रखता था। वह बार-बार घर के बाहर आकर बैठता था।
घायल हरिराम ने बताया- शुक्रवार को ही मैं अपनी पत्नी को मायके से लेकर आया था। संजय सिंह ने घर आकर गंदी हरकतें कीं, जिसे मेरी पत्नी और भाभी ने देख लिया। हमने उसे टोका तो वह धमकी देकर चला गया। शनिवार को वह अपने गुंडों को लेकर आया घर में घुस आया। मैं जैसे ही बाहर निकला, उसने मुझे गो/ली मार दी। किसी तरह अंदर भागा, इस दौरान मेरी पत्नी बाहर निकली तो आरोपी उसे और बच्चों को अर्ध/नग्न अवस्था में उठा कर ले गए। हरिराम ने कहा कि बच्चे को दूध पिला रही मेरी पत्नी ने पूरे कपड़े भी नहीं पहन रखे थे।
हरिराम का आरोप है कि गांव के लोग संजय सिंह से भयभीत हैं, वे उसके खिलाफ बोलने को तैयार नहीं है। उसने पुलिस से कहा कि मेरी पत्नी और बच्चों को अगवा कर लिया है, मुझे डर है कि कहीं वह उनके साथ कुछ गलत न कर दे। उन्हें बचाइए।

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राज्यपाल मंगुभाई पटेल के नेतृत्व में राजभवन में हुआ सामूहिक योगाभ्यास
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राजभवन में 11वां अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस कार्यक्रम
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राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने 11वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर राजभवन में सामूहिक योगाभ्यास का नेतृत्व किया। राज्यपाल पटेल के साथ करीब 150 प्रतिभागी सामूहिक योगाभ्यास कार्यक्रम में शामिल हुए। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस कार्यक्रम राजभवन के सांदीपनि सभागार मे हुआ। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में “एक पृथ्वी-एक स्वास्थ्य” थीम पर आयोजित अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के विशाखापटनम कार्यक्रम का लाईव प्रसारण भी किया गया।योगाभ्यास कार्यक्रम में राज्यपाल के अपर मुख्य सचिव के.सी. गुप्ता भी मौजूद थे।

योग के विभिन्न आसनों का हुआ अभ्यास
राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने सामूहिक योगाभ्यास कार्यक्रम में योग के विभिन्न आसनों, प्राणायाम, और ध्यान क्रियाओं का अभ्यास किया। मुख्य रूप से ग्रीवा चालन, स्कंध संचालन, ताड़ासन, वृक्षासन, पादहस्तासन, कटिचक्रासन, दण्डासन, वज्रासन, तितली आसन, उष्ट्रासन, शशांकासन, उत्तानमंडूकासन, वक्रासन, मकरासन, सेतुबंध आसन, उत्तानपादासन, पवनमुक्तासन और शवासन किए। आसनों के बाद कपालभाति, अनुलोम-विलोम, भ्रामरी, आदि प्राणायाम किए। क्लैपिंग एवं लाफिंग थेरेपी के साथ सामूहिक योग कार्यक्रम का समापन हुआ।
राज्यपाल मंगुभाई पटेल का अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस कार्यक्रम के प्रारंभ में पुष्पगुच्छ भेंटकर स्वागत किया गया। राज्यपाल पटेल ने कार्यक्रम के अंत में योग गुरू राजीव जैन को प्रशस्ति पत्र प्रदान किया।

Governor MP Dr Mohan Yadav CM Madhya Pradesh Ministry of Ayush, Government of India Department of Ayush, Madhya Pradesh

#CMMadhyaPradesh #MadhyaPradesh #IDY2025 #YogaForOneEarthOneHealth #YogaForAll #InternationalYogaDay #JansamparkMP

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તારીખ- ૨૧ જૂન૨૦૨૫
શનિવાર
ધી એચ.એમ.પટેલ ઈંગ્લીશ મીડિયમ સ્કૂલમાં ૧૧ મા
આંતરરાષ્ટ્રીય યોગ દિવસની ઉજવણી કરવામાં આવી.
'યોગ ફોર વન અર્થ વન હેલ્થ', 'સ્વસ્થ ગુજરાત-
મેદસ્વીતા મુક્ત ગુજરાત' ના ધ્યેય સાથે આજે સમગ્ર વિશ્વમાં
જયારે આંતરરાષ્ટ્રીય યોગ દિવસ ઉજવાઈ રહ્યો છે ત્યારે ધર્મજ
ઈંગ્લીશ મીડિયમ સ્કૂલમાં આંતરરાષ્ટ્રીય યોગ દિવસની ભવ્ય
ઉજવણી કરવામાં આવી. કાર્યક્રમમાં ઉપસ્થિત શાળાના
આચાર્યશ્રી ગૌરીશંકર વર્મા સાહેબ, ઉપ-આચાર્ય કુમારી ગીતા
મહાપાત્રા, કો.ઓર્ડીનેટર શ્રીમતી હેતલ શાહ તથા શ્રીમતી બીના
નાયર, વ્યાયામ શિક્ષકો, શિક્ષકગણ, એન.સી.સી. કેડેટ અને
વિદ્યાર્થીઓની હાજરીએ કાર્યક્રમમાં ઉમંગભર્યો માહોલ સર્જ્યો
હતો. સવારના શાંત અને શુદ્ધ વાતાવરણમાં આયોજિત આ
કાર્યક્રમમાં યોગાસન, પ્રાણાયમ અને ધ્યાન જેવી ક્રિયાઓ
કરવામાં આવી. જીવંત પ્રસારણ દ્વારા યોગના શારીરિક,
માનસિક તથા આત્મિક લાભો અંગે પણ વિસ્તારપૂર્વક માહિતી
મેળવી. આરોગ્ય સૌથી મહાન ભેટ છે, સંતોષ સૌથી મોટી
સંપત્તિ છે અને આ બંને યોગ દ્વારા જ મળે છે એ વિશે
વિદ્યાર્થીઓને માહિતગાર કરવામાં આવ્યા હતા.

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एक के बाद एक गोदामों में आग भड़क रही है। आग की लपटें दूर से ही देखी जा सकती हैं। धमाकों की आवाज से इलाका दहल रहा है। शनिवार शाम को बारासात में भीषण आग लग गई। बड़े पैमाने पर नुकसान की आशंका है।
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, आग आज शनिवार शाम करीब 7 बजे लगी। बारासात के कदमबगाछी पंचायत के बामुनमोरा इलाके में एक कतार में कई गोदाम हैं। कुछ गोदामों में बेबी नैपकिन रखे हैं। कुछ में पेंट और इलेक्ट्रॉनिक सामान हैं। एक ही इलाके में एक कतार में आठ से दस गोदाम हैं।
शनिवार को एक गोदाम में आग लग गई। आग तेजी से फैली क्योंकि वहां ज्वलनशील पदार्थ रखे हुए थे। कुछ ही पलों में आग एक गोदाम से दूसरे गोदाम तक फैल गई। यह इलाका घनी आबादी वाला है। आग की लपटें देखकर लोग अपने घरों से भाग गए।
यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि यह भीषण आग किस वजह से लगी।  लगने से गोदाम में रखा ज्यादातर सामान जलकर राख हो जाने की आशंका है। मौके पर 10 दमकल गाड़ियां मौजूद हैं। दमकलकर्मियों पर देरी से पहुंचने का आरोप। भीड़ ने दमकल की गाड़ी में तोड़फोड़ की।
पश्चिम बंगाल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष शुभंकर सरकार ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया, "बारासात में लगी भीषण आग ने साबित कर दिया है कि पूरा पश्चिम बंगाल भूतहा शहर बन गया है! क्या इसके लिए राज्य सरकार जिम्मेदार नहीं है? यह बात सामने आनी चाहिए कि क्या ऐसी आग किसी व्यावसायिक हित या प्रचार के लिए लगाई जा रही है।"

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महाराष्ट्र के मराठवाडा विभाग मे डॉक्टर बाबासाहेब आंबेडकर विद्यापीठ के अंतर्गत पाटोदा तालुका जिल्हा बीड मे जय भवानी विद्याप्रसारक मंडळ गेवराई संचलित कला व विज्ञान महाविद्यालय पाटोदा मे आज योग दिन संपन्न हुआ । कार्यक्रम मे महाविद्यालय के सभी छात्रों ने सहभाग लिया । प्राचार्य डॉक्टर विश्वासराव कदमने प्रास्ताविक किया । प्राचार्य सोमनाथ घाडगेने अनुमोदन दिया । योग शिबिर मे सभी प्राध्यापक वृंदने सहभाग लिया था । प्राध्यापक बापू घोक्षे कार्यक्रम अधिकारी राष्ट्रीय सेवा योजना, डॉक्टर प्रवीण शिलेदार क्रीडा विभाग प्रमुख, प्राध्यापक गोपाळ धांडे, डॉक्टर लोखंडे बी .बी . कार्यक्रम अधिकारी राष्ट्रीय सेवा योजना विभाग, कार्यक्रम का सूत्रसंचालन डॉक्टर अशोक देवगुडे ने किया । कार्यक्रम के दौरान ॲनिमल वेल्फेअर बोर्ड भारत सरकार के सदस्य माननीय संतोषजी गर्जे उपस्थित थे । योग शिबिर के लिए अहिल्यानगर जिले के योग तज्ञ श्री .संजय गीते जी को निमंत्रित किया गया था । श्री संजय गीतेने आसन प्राणायाम मुद्रा के बारे मे जानकारी देकर प्रात्यक्षिक प्र शिक्षणार्थीयोंसे करवा लिया । कार्यक्रम का सूत्रसंचालन डॉक्टर अशोक देवगुडे ने किया । प्राध्यापक श्री . जरांगे ने आभार जताकर कार्यक्रम की संपन्न ता घोषीत की ।

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*जनराष्ट्रीय रेलवे कर्मचारी युनियन JRKU व धडक कामगार युनियन यांच्या संयुक्त विद्यमाने शनिवार दिनांक २१ जुन २०२५ रोजी दादर रेलवे स्टेशन येथे रेलवे स्थानकांवरील बुट पाँलिश, हाऊस किपिंग, रेलवे कर्मचारी यांना प्रमुख पाहुण्यांच्या हस्ते मोफत छत्री वाटप करण्यात आले.*

*सदर कार्यक्रमाला प्रमुख पाहूणे म्हणुन धडक कामगार युनियनचे संस्थापक अध्यक्ष अभिजित राणे, जनराष्ट्रीय रेलवे कर्मचारी युनियन JRKU चे महासचिव दिपक काळींगण, भाजपा पदाधिकारी अरुण दळवी व संजय दास्ताणे, स्टेशन मँनेजर अरुण कुमार पाण्डेय, स्टेशन मास्तर डेप्युटी (वाणिज्य) जे. के आर्या , JRKU झोनल अध्यक्ष वी झेविअर मणी, महाराष्ट्र मराठी सामाजिक संघ सरचिटणीस संदीप पाटील व ठाणे जिल्हाध्यक्ष डाँ. मनोहर सासे, JRKU अध्यक्ष मुंबई डिव्हीजन राजेश राजपुत, JRKU उपाध्यक्ष मुंबई डिव्हीजन मुस्तफा शेख, सीटीआय ठाणे अवघेश प्रसाद, सामाजिक कार्यकर्ते सुरेंद्र सावंत, शशिकांत सावंत , रेवती आलवे, रामदास गजरे, अँड. मंगल हिरे, दुर्गा माने इ. मान्यवर उपस्थित होते.*

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32 नेपाली युवकों को बंधक बनाकर रखने के मामले में पुलिस ने तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। कोर्ट में पेश करने के बाद उन्हें जेल भेज दिया गया। एसएसपी मणिकांत मिश्रा ने शनिवार को आइटीआइ थाने में मामले का खुलासा किया। बताया कि नेपाल एंबेसी दिल्ली से नवीन जोशी ने सूचना दी थी कि नेपाली मूल के कुछ युवकों को फेसबुक व अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म के माध्यम से संपर्क नौकरी लगाने का झांसा देकर भारत में लाया गया है, जो वर्तमान में काशीपुर क्षेत्र में रह रहे है।

सूचना का संज्ञान लेते हुए लड़कों की बरामदगी के लिए क्षेत्राधिकारी दीपक सिंह के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई। टीम ने नेपाल एंबेसी से आए नवीन जोशी के साथ ओम विहार कालोनी में स्थित महाराज सिंह उर्फ पप्पू पुत्र प्रताप सिंह के घर पर दबिश दी, जहां नेपाली मूल के कुल 32 लड़के मौजूद मिले, जिनमें तीन नाबालिग थे। पूछताछ में युवकों ने बताया कि उन्हें बीरेंद्र शाही पुत्र छत्र शाही निवासी धनगढ़ी वार्ड नं. एक ग्राम विकास समिति, कपलेकी, नेपाल बहला-फुसलाकर व नौकरी का झांसा देकर यहां लाया है और जबरदस्ती लीड विजन इंडिया प्रा. लि. कंपनी के प्रोडक्ट बेचने के लिए कहा जाता है। बताया कि उनको जबरदस्ती यहां पर रखा गया है। एसएसपी ने बताया कि मामले में बीरेंद्र शाही के साथ सचिन कुमार पुत्र शैलेन्द्र निवासी गाजीपुर, उप्र तथा मनीष तिवारी निवासी रुद्रपुर के नाम सामने आए, जिनके द्वारा उनका मानसिक व शारीरिक रूप से शोषण किया जाता था। टीम ने तीनों आरोपितों को रुद्रपुर से गिरफ्तार कर लिया। तीनों से पूछताछ कर कार्ट में पेश किया गया है, जहां से उन्हें जेल भेज दिया है।

पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि वे लोग लीड विजन ट्रेडिंग इंडिया प्रा. लि. कंपनी से जुडे है। कंपनी का मुख्य कार्यालय जनकपुरी दिल्ली में है, जिसके फाउंडर व डायरेक्टर चेतन हांडा व अन्य लोग हैं। बताया कि वह तीनों उनसे दिल्ली में मिले। बतया कि वह लोग कंपनी में लोगों को जोड़ने के लिए उनको नौकरी का झांसा देकर अपने पास बुलाते हैं। फिर उनको बहला फुसलाकर व प्रभाव में लाकर उनसे पैसे लेते है और पैसों को कंपनी के अकाउंट में डालते है। बताया कि इन सब की ट्रेनिंग डायरेक्टर चेतन हांडा ने उन्हें दी है।

एसएसपी मणिकांम मिश्रा ने बताया कि बंधक मुक्त कराए गए 32 नेपाली मूल के लडको की कर्मचारी/सदस्य/एजेन्ट आदि के रूप में कंपनी का रजिस्ट्रेशन आदि मांगने पर आरोपित कोई भी दस्तावेज नहीं दिखा सके। आरोपितों के विरूद्ध धारा 14(1) बाल श्रम, प्रतिशेध अधिनियम, धारा 79 किशोर न्याय (बालकों की देखभाल एवं संरक्षण) व 127(4),137(2),111(2) (2),61(2), 115, 351(2), 352, 318 (4) बीएनएस के तहत प्राथमिकी पंजीकृत की गई है। बताया कि प्रकाश में आए लीड विजन ट्रेडिंग इंडिया प्रा. लि. कंपनी के फाउंडर-डायरेक्टर चेतन हान्डा व अन्य के विरुद्ध तथ्यों के आधार पर कार्यवाई अमल में लाई जाएगी।

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Government Higher Primary English/Urdu School No.1,
Near D.C. Mill, Behind BEO Office, GADAG.

Enrollment Campaign🧾✍️

Your child's bright future, our responsibility, admissions are open.

Free and high-quality facilities available in our school:

* Free admission in English medium in class 1 without any fees.
(Note: There is room for only 30 children for admission in English medium, so get admission soon)

* Free admission for those who want to take admission in Urdu medium.

* Free text books from the government (for both mediums).

* Experienced and trained teachers appointed by the Karnataka government.

* 2 sets of free uniforms and shoes and socks.

* High-quality education using technology, projector, science kit, mathematics kit, science laboratory library.

* To increase the self-confidence of children by organizing various academic and non-academic activities, competitions and giving awards.

* Daily distribution of hot milk in the morning, hot lunch, bananas, eggs, chickpeas.

* Free health check-up, scholarship for children with special needs.

* Encouragement of talented children in programs like Pratibha Karanji / Kalotsava.

* Our school has a good school environment, a spacious playground, a safe compound system for children, separate rooms for each class, a system of water taps, all the facilities that parents want for their children.

(Free auto system from the school for children of classes 1 to 5 coming from Khanthot/Rahmat Nagar)

Headmaster/Staff
S.H.P. English/Urdu School No. 1, GADAG.
8618049776/7026449089,
9742803442/9880648931.

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સામાજિક ન્યાય અને અધિકારીતા વિભાગ ગાંધીનગર એચ.ઓ
azadi ka amrit mahotsavg20-india-2023

કોચિંગ સહાય યોજના’ હેઠળ છેલ્લા પાંચ વર્ષમાં અનુસૂચિત જાતિ તથા વિકસતી જાતિના ૯,૨૨૯ વિદ્યાર્થીઓએ લાભ મેળવ્યો
• NEET, JEE, GUJCET સ્પર્ધાત્મક પરીક્ષાઓની તૈયારી માટે રૂ. ૨૦ હજારની સહાય DBT મારફતે ચૂકવાય છે

• તાલીમ સહાય યોજના અંતર્ગત લાભ મેળવવા ઈચ્છુક વિદ્યાર્થીઓએ esamaj.kalyan.gujarat.gov.in પર રજિસ્ટ્રેશન કરી ઓનલાઇન અરજી કરવાની હોય છે
JUN 21 2025 1:38 PM BY સામાજિક ન્યાય અને અધિકારીતા વિભાગ ગાંધીનગર એચ.ઓ
ગુજરાત સરકારે 'સૌ ભણે, સૌ આગળ વધે' ના સૂત્રને સાકાર કરવા માટે વિવિધ શિક્ષણલક્ષી યોજનાઓ અમલી બનાવી છે. આ સૂત્રનો મુખ્ય ઉદ્દેશ્ય રાજ્યના દરેક વર્ગના વિદ્યાર્થીને ગુણવત્તાસભર શિક્ષણ પ્રાપ્ત થાય અને તેઓ પોતાના સપનાને સાકાર કરી દેશ અને દુનિયામાં પોતાનું અને પરિવારનું નામ રોશન કરી શકે તેવો છે.

રાજ્યના છેવાડાના દરેક વર્ગના નાગરિકને યોગ્ય શિક્ષણ મળી રહે તેની દરકાર ગુજરાત સરકાર કરી રહી છે. અનુસૂચિત જાતિ તથા વિકસતી જાતિના વિદ્યાર્થીઓને NEET, JEE, GUJCET જેવી સ્પર્ધાત્મક પરીક્ષાઓની તૈયારી માટે ‘કોચિંગ સહાય યોજના’ હેઠળ અમલી બનાવાઈ છે. છેલ્લા પાંચ વર્ષમાં અનુસૂચિત જાતિ તથા વિકસતી જાતિના ૯,૨૨૯ વિદ્યાર્થીઓને આ યોજના હેઠળ લાભ આપવામાં આવ્યો છે. જે અંતર્ગત વિકસતી જાતિના ૮,૭૯૪ તથા અનુસૂચિત જાતિના ૪૩૫ વિદ્યાર્થીઓને NEET, JEE, GUJCET જેવી સ્પર્ધાત્મક પરીક્ષાઓની પુર્વ તૈયારી માટે સહાય આપવામાં આવી છે.

મુખ્યમંત્રી શ્રી ભૂપેન્દ્ર પટેલના માર્ગદર્શન તથા સામાજિક ન્યાય અને અધિકારીતા મંત્રી શ્રી ભાનુબેન બાબરીયાના નેતૃત્વમાં અનુસૂચિત જાતિ તથા વિકસતી જાતિના વિદ્યાર્થીઓને NEET, JEE, GUJCET જેવી સ્પર્ધાત્મક પરીક્ષાઓની પુર્વ તૈયારી માટે કોચિંગ સહાય યોજનામાં રૂ. ૨૦ હજારની સહાય DBT મારફતે વિદ્યાર્થીના બેંક ખાતામાં જમા કરાવવામા આવે છે. આ યોજના દ્વારા અનુસુચિત જાતિ તથા વિકસતી જાતિના વિદ્યાર્થીઓને ઉચ્ચ ગુણવત્તાવાળી કોચિંગ ઉપલબ્ધ થાય છે. વર્ષ ૨૦૨૫-૨૬ના બજેટમાં અનુસૂચિત જાતિ પ્રભાગ હેઠળ ત્રણસો વિદ્યાર્થીઓ માટે રૂ. ૬૦ લાખ તથા વિકસતી જાતિના ત્રણ હજાર વિદ્યાર્થીઓ માટે રૂ. છ કરોડની બજેટની જોગવાઈ કરવામાં આવી છે.

NEET, JEE, GUJCETની પરીક્ષાઓની પૂર્વ તૈયારી માટે તાલીમ સહાય આપવાની યોજના અંતર્ગત લાભ મેળવવા ઈચ્છુક વિદ્યાર્થીઓએ esamaj.kalyan.gujarat.gov.in પર રજિસ્ટ્રેશન કરી ઓનલાઇન અરજી કરવાની રહે છે. NEET, JEE, GUJCET જેવી સ્પર્ધાત્મક પરીક્ષાની તૈયારી માટે આ યોજનાનો લાભ વિદ્યાર્થીઓને ફક્ત એક જ વાર મળવાપાત્ર છે.

લાભ મેળવવા ઈચ્છુક અનુસૂચિત જાતિ તથા વિકસતી જાતિના વિદ્યાર્થીએ ધોરણ ૧૦માં ૭૦% કે તેથી વધુ ગુણ મેળવેલ હોય અને ધોરણ ૧૨ વિજ્ઞાનપ્રવાહમાં અભ્યાસ કરતા હોવા જરૂરી છે. આ યોજના હેઠળ વિકસતી જાતિના વિદ્યાર્થીના વાલીની આવક મર્યાદા રૂ. છ લાખ રાખવામાં આવી છે.

આ યોજનાનો લાભ મેળવવા ઈચ્છતા વિદ્યાર્થીઓએ અરજી સાથે જાતિ પ્રમાણપત્રની નકલ, ધોરણ ૧૦ની માર્કશીટની નકલ, વિદ્યાર્થી હાલ જે શાળામાં ધોરણ ૧૨ વિજ્ઞાનપ્રવાહમાં અભ્યાસ કરતા હોય તે અંગે શાળાનું બોનાફાઇડ પ્રમાણપત્ર, રહેઠાણનો પુરાવો, આધારકાર્ડની નકલ, વિદ્યાર્થીના બેંકની વિગતો તથા જે તે સંસ્થામાં ફી ભર્યાની પાવતીની નકલ સાથે અપલોડ કરવાની રહેશે.

આ યોજના અનુસૂચિત જાતિ તથા વિકસતી જાતિના વિદ્યાર્થીઓને તેમના સપનાની કારકિર્દી તરફ આગળ વધવા માટે મહત્વપૂર્ણ સહારો પૂરું પાડે છે. પાત્રતા ધરાવતા ઈચ્છુક વિદ્યાર્થીઓએ આ તકનો લાભ લઈને તેમના ભવિષ્યને ઉજ્જવળ બનાવવું જોઈએ.

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आसनसोल । एआईएमआईएम नेता दानिश अजीज पर फिर एक बार पुलिस ने अपना शिकंजा कस लिया है। फर्क यह है कि पहले रेप मामले में तो अब जाली नोट मामले में दानिश की गिरफ्तारी हुई है। शनिवार की अहले सुबह दानिश को उसके सहयोगी मोहम्मद लाल खान के साथ शहर के होटल ग्रांड से आसनसोल दक्षिण थाना पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर किया और आसनसोल कोर्ट में पेश किया। जहां से कोर्ट ने उसे 5 दिनों की रिमांड पर भेज दिया है। पुलिस की माने तो उसके पास से 500 के करीब 300 जाली नोट के साथ नोट छापने में इस्तेमाल होने वाले 600 ब्लेंक पेपर, नोट छापने के लिये इस्तेमाल होने वाली डाई सहित एक आयरन जब्त किया गया है। इस बारे में दानिश अजीज के पिता मोहम्मद अजीज अमरोही ने बताया कि रात 3 बजे के आसपास उनके पास थाना से फोन आया कि पुलिस ने उनके बेटे दानिश अजीज को गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि पुलिस द्वारा उन्हें उनके बेटे से मिलने नहीं दिया गया। मोहम्मद अजीज ने कहा कि उनके बेटे दानिश को इससे पहले भी बलात्कार के झूठे मामले में गिरफ्तार करवाया गया था और आज फेक करेंसी के झूठे मामले में उन्हें गिरफ्तार किया गया है। यह सब कुछ इसलिए किया जा रहा है, क्योंकि उत्तर विधानसभा क्षेत्र में उनके बेटे दानिश के नेतृत्व में एआईएमआईएम अपनी जड़े और संगठन को लगातार मजबूत कर रहा है, जो तृणमूल नेताओं को पसंद नहीं है। उन्होंने साफ कहा कि तृणमूल को उनके बेटे दानिश से समस्या तो है ही, साथ ही उसके बढ़ते जनाधार से डर भी है। क्योंकि उनके बेटे दानिश द्वारा उत्तर विधानसभा क्षेत्र में पार्टी को मजबूत किया है, जिससे तृणमूल को अपना वोट अल्पसंख्यक बैंक हाथ से जाता दिख रहा है। इसी वजह से उनके बेटे को बार-बार झूठे मामलों में फंसाया जा रहा है। दानिश को पुलिस द्वारा कोर्ट में पेश किया जा रहा था, तब पुलिस की गाड़ी से उतरते हुए दानिश ने बुलंद आवाज में कहा कि इस तरह से उन्हें झूठे मामलों में फंसाकर एआईएमआईएम को रोका नहीं जा सकता, उनका संगठन जनहित में काम करता था और करता रहेगा। उन्होंने दावा किया कि उन्हें झूठे मामले में फसाया जा रहा है। इसके पीछे तृणमूल नेताओं और राज्य के एक मंत्री का हाथ है।

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रायपुर. प्रदेश के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल मेकाहारा में दिनदहाड़े चोरी की वारदात ने अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोल दी है. यहां चोर इलाज कराने आए मरीज के परिजन का पर्स उड़ा ले गया. पूरी वारदात सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है. अस्पताल में चोरी से मरीजों के परिजन दहशत में हैं. मौदहापारा पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.

नवापारा, जिला रायगढ़ निवासी केवल साहू ने मौदहापारा थाने में चोरी की रिपोर्ट दर्ज कराई है. प्रार्थी ने बताया कि मेकाहारा में मौसाजी का इलाज चल रहा है. परिवार समेत मेकाहारा आए हैं. आज उनका पर्स चोरी हो गया. पर्स में दो मोबाइल और 40 हजार रुपए नगद कैश था. सीसीटीवी फुटेज में युवक पर्स की चोरी करते दिख रहा है. प्रार्थी की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरू कर दी है.

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सरकार ने FASTag का नया एक साल का पास लॉन्च किया है, जिससे प्राइवेट वाहन चालक ₹3,000 में एक साल तक 200 ट्रिप बिना टोल फीस के सफर कर सकते हैं. यह पास 15 अगस्त 2025 से शुरू होगा और 'राजमार्ग यात्रा' ऐप व NHAI वेबसाइट पर उपलब्ध रहेगा. आइए इससे जुड़े सवालों को जानते हैं.

क्या आप भी राष्ट्रीय राजमार्गों पर बार-बार टोल देने से तंग आ गए हैं? और हर बार ज्यादा खर्चा हो जाता है? तो अब ये परेशानी खत्म होने वाली है! सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय FASTag का नया एक साल का पास लेकर आया है , जो आपकी यात्रा को आसान और बजट फ्रेंडली बनाएगा. बस 3,000 रुपए में एक साल तक आप बिना किसी अतिरिक्त खर्च के नेशनल हाईवेज के टोल से निकल सकते हैं. हालांकि, अधिकतम 200 ट्रिप के लिए ही यह मान्य होगा.

रोज-रोज टोल भरते-भरते थक गए हैं? ये नया पास आपकी जिंदगी बदल देगा!

15 अगस्त 2025 से शुरू होने वाला ये पास खासतौर पर उन लोगों के लिए है जो रोज-रोज राष्ट्रीय राजमार्गों पर सफर करते हैं. टोल प्लाजा पर घंटों लाइन लगाने की जरूरत नहीं होगी, बस एक बार पेमेंट करिए और निकल पड़िए सफर पर. और हां, इसे एक्टिवेट या रीन्यू करना भी आसान होगा जल्द ही 'रजमार्ग यात्रा' ऐप और एनएचएआई, MORTH की वेबसाइटों पर लिंक उपलब्ध होगा. शायद ये बातें तो आपने पहले ही जान ली होगी, लेकिन इस नए पास से जुड़ी कुछ ऐसी बातें भी हैं जो आप अभी तक नहीं जानते होंगे. तो चलिए, एक-एक करके सब कुछ जान लेते हैं!

FASTag एक साल का पास क्या है?
FASTag एक साल का पास लेने से आपकी कार, जीप या वैन राष्ट्रीय राजमार्गों और एक्सप्रेस वे पर टोल प्लाजा से हर बार बिना टोल फीस दिए गुजर सकती है. यह पास एक साल तक या 200 बार यात्रा करने तक काम करता है, जो भी पहले पूरा हो जाए. यह सुविधा 15 अगस्त 2025 से शुरू होगी.

अपने FASTag अकाउंट में एक साल का पास कैसे एक्टिवेट करें?
अगर आपका FASTag सही तरीके से आपकी गाड़ी की विंडशील्ड पर लगा हुआ है और वह आपकी गाड़ी के रजिस्ट्रेशन नंबर से जुड़ा हुआ है और आपका नंबर ब्लैकलिस्टेड नहीं है, तो आप अपने FASTag में एक साल का (वार्षिक) पास आसानी से एक्टिवेट कर सकते हैं.

FASTag एक साल का पास कहां से खरीदें?
आप FASTag एक साल का पास सिर्फ 'रजमार्ग यात्रा' मोबाइल ऐप या NHAI की वेबसाइट से ही खरीद सकते हैं.

एक साल का पास कब तक एक्टिवेट रहेगा?
सबसे पहले आपकी गाड़ी और FASTag की जांच की जाएगी कि वह इस पास के लिए सही है या नहीं. अगर सब सही पाया गया, तो आपको 'रजमार्ग यात्रा' ऐप या NHAI की वेबसाइट से 3,000 रुपए का पेमेंट करना होगा. पेमेंट हो जाने के बाद आपका एक साल का पास आपके FASTag पर चालू हो जाएगा.

FASTag एक साल का पास कितनी देर तक मान्य रहता है?
एक साल का पास एक्टिव करने की तारीख से एक साल तक या 200 ट्रिप तक मान्य होगा, जो भी पहले पूरा हो जाए. जब आपके FASTag एक साल का पास की 200 ट्रिप्स पूरी हो जाएं या एक साल पूरा हो जाए, तो यह अपने आप नॉर्मल FASTag में बदल जाएगा. एनुअल पास के फायदा जारी रखने के लिए आपको इसे फिर से एक्टिव करना होगा, जिससे आपको फिर से 200 ट्रिप्स के साथ 1 साल की वैलिडिटी मिल जाएगी.

FASTag एक साल का पास के तहत एक ट्रिप क्या माना जाएगा ?

1.पॉइंट-बेस्ड टोल प्लाजा में: टोल प्लाजा को पार करना एक ट्रिप माना जाएगा. आने और जाने को दो ट्रिप माना जाएगा.
2.क्लोज्ड टोलिंग टोल प्लाजा में: एक बार एंट्री और फिर एग्जिट करना एक ट्रिप माना जाएगा.

क्या मुझे एक साल का पास से जुड़े SMS मिलेंगे?
हां, जब आप एक साल का पास चालू करते हैं, तो आप यह अनुमति देते हैं कि राजमार्ग यात्रा ऐप आपके बैंक से आपका रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर ले सकता है, ताकि आपको पास से जुड़ी जरूरी जानकारी और अलर्ट SMS के जरिए भेजे जा सकें.

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