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पुणे में नकल का हाईटेक तरीका: मास्क में तैयार किया मोबाइल फोन का सेटअप

पिंपरी चिंचवड़। विशेषज्ञों ने कोरोना वायरस से बचाव के लिए मास्क का इस्तेमाल करने की सलाह दी है, लेकिन कुछ लोग मास्क का इस्तेमाल कुछ और कामों के लिए भी कर रहे हैं। पिंपरी-चिंचवड़ में पुलिस ने शुक्रवार दोपहर हिंजेवाड़ी के एक स्कूल में पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा में शामिल होने के लिए पहुंचे एक उम्मीदवार ने मास्क का इस्तेमाल नकल मारने के लिए किया।

यहां एग्जाम हॉल में बैठे टीचर उस वक्त हैरान रह गए, जब उन्होंने वहां पर मौजूद एक छात्र से अपना मास्क उतारने के लिए कहा।

शिक्षक ने देखा छात्र के मास्क में एक सिम कार्ड, माइक और बैटरी थी। इसके जरिए वह एग्जाम में नकल करने की कोशिश कर रहा था। हालांकि जब तक टीचर जब तक कोई एक्शन लेते तब तक छात्र एग्जाम हॉल से फरार हो गया।

फिलहाल उम्मीदवार के खिलाफ हिंजेवाड़ी पुलिस स्टेशन में विश्वविद्यालय, बोर्ड और अन्य निर्दिष्ट परीक्षा अधिनियम, 1982 में महाराष्ट्र की रोकथाम की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, हिंजवडी थाने के पुलिस नायक शशिकांत देवकांत (34) ब्लू रिज पब्लिक स्कूल में शुक्रवार को ड्यूटी पर तैनात थे. ये स्कूल कांस्टेबलों की भर्ती के लिए लिखित परीक्षा का केंद्र था. उस दौरान उम्मीदवारों की जांच करते समय, शिकायतकर्ता ने आरोपी को रोका और उसके चेहरे के मास्क से जुड़ा एक इलेक्ट्रॉनिक उपकरण पाया. इससे पहले कि पुलिस उसे पकड़ पाती, आरोपी मौके से फरार हो गया.

पुलिस ने कहा कि फेस मास्क में डिवाइस में एक जेबीएस बैटरी, चार्जिंग पॉइंट, एयरटेल सिम कार्ड, एक स्विच और एक माइक था, जो सभी तारों से जुड़ा था. फिलहाल पुलिस इस घटना की जांच कर रही है और आरोपी की तलाश करने में जुट गई है. पुलिस कमिश्नर कृष्ण प्रकाश ने बताया कि हम आरोपी के बेहद करीब हैं. मास्क में लगे सिम कार्ड से उसकी पहचान हो चुकी है। हम चाहते हैं कि वह सरेंडर कर दे ताकि उसकी सजा कम हो सके. मास्क के अंदर से एक सिम कार्ड, बैटरी और कैमरा मिला है.

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