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कैमरे में कैद होंगी चुनावी रैलियां; चुनाव आयोग की योजना, वीडियोग्राफी के लिए बनाई वीविंग टीम

कुल्लू।  चुनावी प्रचार के लिए राजनीतिक दलों की ओर से की जाने वाली रैलियों पर चुनाव आयोग कैमरे से निगरानी करेगा। इसके लिए चुनाव आयोग की वीडियो वीविंग टीम तैयार हो गई है।

यह टीम राजनीतिक दलों द्वारा की जाने वाली रैलियों की वीडियोग्रॉफी करेगी। इस दौरान राजनीतिक दलों के पदाधिकारी, कार्यकर्ता या समर्थक आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करते हैं, तो वह कैमरे में कैद हो जाएगा।

गौर हो कि हिमाचल में उपचुनावों का बिगुल दो दिन पहले बज चुका है, लेकिन शुक्रवार से चुनावों की नोटिफिकेशन जारी होगी। गैजेट नोटिफिकेशन जारी होने के बाद लोकसभा व विधानसभा उपचुनावों के लिए नामांकन भरने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। आठ अक्तूबर तक नामांकन प्रक्रिया चलने वाली है।

गुरुवार को भारतीय निर्वाचन आयोग हिमाचल प्रदेश के मुख्य चुनाव अधिकारी सी पालरासू ने शिमला कार्यालय में इनकम टैक्स विभाग अधिकारियों के साथ बैठक की।

बैठक के दौरान अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि उपचुनाव के दौरान हिमाचल प्रदेश में पैसे के लेन-देन से संबंधित गतिविधियों पर नजर रखी जाए, ताकि निष्पक्षता हिमाचल में उपचुनाव करवाएं जा सकें।

उन्होंने बताया कि हिमाचल में उपचुनावों के लिए पुलिस ने तैयारियां पूरी कर ली हैं। हिमाचल प्रदेश के बॉर्डर व प्रदेश के अंदर नाकों पर पहरा कड़ा होगा।

ऐसे में शराब व अन्य नशीले पदार्थों की तस्करी करने वाले तत्वों पर निगरानी रखी जाएगी। ये टीमें करेगी निगरानी तीन विधानसभा सीटों और एक लोकसभा सीट पर होने वाले उपुचनाव में आदर्श आचार संहिता का पालन करवाने के लिए चुनाव आयोग ने तीन टीमें गठित की हैं।

इनमें फ्लाइंग स्कॉड, स्टेटीकल सर्विलांस और वीडियो वीविंग टीम शामिल है। वीडियो वीविंग टीम राजनीतिक दलों की रैलियों व कार्यक्रमों की वीडियोग्रॉफी करेगी, जबिक अन्य दो टीमें प्रदेश में होने वाली अन्य गतिविधियों पर नजर रखेंगी।

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