
जीत सिंह तोमर आर एस एस, जनसंघ व भाजपा के मजबूत स्तंभ रहें
मेरठ। सन् 1947 से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़ कर गौरक्षा आंदोलन, आपातकाल, रामजन्म भूमि आंदोलनों में सक्रिय भूमिका निभाते हुए जीत सिंह तोमर ने जनसंघ से जुड़कर जिले में जनसंघ की नींव रखकर भाजपा को देहात क्षेत्र में मजबूती से खड़ा करने में अपना तन-मन-धन लगा दिया।
आपात काल के खिलाफ सत्याग्रह आंदोलन चलवाने में अपनी प्रमुख भूमिका निभाते हुए अपनी धर्मपत्नी कृष्ण कांता तोमर सहित पूरे जिले से तीन महिलाओं को सत्याग्रह आंदोलन के तहत जेल भरो कार्यक्रम में भी अग्रणी भूमिका बनाई।
इसी तरह से राम जन्मभूमि आंदोलन में भी अपनी अग्रणी भूमिका निभाते हुए हिन्दू समाज को जागरूक करने में भी प्रमुख भूमिका का निर्वाह किया, आर एस एस में मंडल कार्यवाह सहित भाजपा में जिला वरिष्ठ उपाध्यक्ष, भाजपा पंचायत राज मोर्चा, सहकारिता प्रकोष्ठ, प्रबुद्ध प्रकोष्ठ व वरिष्ठ नागरिक प्रकोष्ठ में जिलाध्यक्ष रहते हुए मोर्चा व प्रकोष्ठों के माध्यम से भाजपा को मजबूती प्रदान की, इसी के साथ एस एस डी इंटर कालेज लालकुर्ती में शिक्षक की भूमिका में भी आर एस एस से जुड़े माध्यमिक शिक्षक संघ पांडे गुट को मजबूती प्रदान करते हुऐ वर्षों तक जिला मंत्री रहे।
शिक्षा क्षेत्र से सेवा निवृत्त होने के बाद दर्जनों सामाजिक संगठनों से जुड़कर समाज सेवा में अपना प्रमुख योगदान दिया। तोमर ने अपने परिवार को भी राष्ट्रवाद व हिन्दुत्व के राह पर चलाते हुए अपने बड़े पुत्र नगेन्द्र प्रताप सिंह तोमर ( प्रवक्ता डी एन इंटर कालेज) को संघ शिक्षा वर्ग कराकर संघ मे अनेक दायित्वों स्वंयसेवक, गठनायक, गणशिक्षक, मुख्यशिक्षक, कार्यवाह, मण्डल कार्यवाह से नगर शारीरिक प्रमुख, तथा अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद मे मेरठ-बागपत जिला सहसंयोजक, भाजपा मे युवा मोर्चा के जिला महामंत्री, वरिष्ठ उपाध्यक्ष से लेकर भाजपा के प्रकाशन प्रकोष्ठ मे प्रदेश मंत्री के नाते कार्य करने को प्रेरित किया। पुज्य योगी जी के प्रतिक्रिया वादी हिन्दुत्व से प्रभावित हो हिन्दू युवा वाहिनी को पश्चिम मे स्थापित करने के कार्य करने का सकारात्मक अनुमति प्रदान की।
एक मात्र बेटी को भी राष्ट्रीय सेवा समिति का वर्ग करवाया, तथा जो भी नाते रिश्तेदार उनके घर पर रहकर शिक्षा अर्जित करने आए तो उन्हें भी राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ से जोडने और कार्यकरने का कार्य किया।
भाजपा में सक्रिय भूमिका निभाने में लगाया, दूसरे पुत्र स्व. अजेन्द्र प्रताप सिंह तोमर को भी संघ शिक्षा वर्ग कराकर भाजपा युवा मोर्चा में महानगर मंत्री के दायित्व पर सक्रिय भूमिका का निर्वाह कराया व तीसरे पुत्र एड. धर्मेन्द्र तोमर को भी संघ शिक्षा वर्ग कराकर एबीवीपी में हिन्दुत्व सेवा के लिए भेजा बाद में धर्मेन्द्र तोमर शिवसेना में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। दिनांक 8 दिसंबर 2025 को जीत सिंह तोमर ने 88 वर्ष की उम्र में अपनी देह पूर्ण कर परलोक की यात्रा प्रारम्भ की।