વલસાડના નાનાપોંઢામાં વીજ કરંટ લાગતા 15 ફૂટ નીચે પટકાયેલા ધામણ સાપને રેસ્ક્યુઅરે 'CPR' આપી નવું જીવતદાન આપ્યું
मुकेशभाई ने बिना एक पल की भी देर किए अपना देसी तरीका अपनाया। उन्होंने साँप का मुँह खोला और मुँह से हवा अंदर खींचकर 'सीपीआर' देना शुरू कर दिया। लगभग 25 से 30 मिनट के लगातार उपचार और प्रयासों के बाद, साँप के शरीर में हलचल शुरू हो गई और उसकी साँसें फिर से चलने लगीं।
"जाको राखे साइयां मार सके न कोय" का अर्थ है कि जिसकी रक्षा ईश्वर करते हैं, उसका कोई भी व्यक्ति या दुनिया का कोई भी दुश्मन नुकसान नहीं पहुंचा सकता।