
शामली में दंगा मार वाहनों का राज एआरटीओ और ट्रैफिक पुलिस की खुली मिली भगत योगी सरकार की शक्ति को दी खुली चेतावनी
रिपोर्ट,% सुमित कुमार उपाध्याय
लोकेशन शामली
शामली में डग्गामार वाहनों का साम्राज्य! आरटीओ और ट्रैफिक पुलिस की मिलीभगत से अवैध परिवहन का धंधा फल-फूल रहा — योगी सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति को खुली चुनौती
शामली। योगी सरकार जहां पूरे प्रदेश में कानून-व्यवस्था और भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रही है, वहीं शामली जिले में डग्गामार वाहनों का साम्राज्य तेजी से फैलता जा रहा है।
बुढ़ाना फाटक रेल पार से लेकर हर जगह प्राइवेट नंबर की टैक्सियाँ और छोटे वाहन खुलेआम सवारियाँ ढोते नजर आ रहे हैं।
इन वाहनों के पास न तो फिटनेस है, न बीमा, न परमिट — फिर भी ये गाड़ियाँ आरटीओ और ट्रैफिक पुलिस की मिलीभगत से बेखौफ सड़कों पर दौड़ रही हैं।
शामली में यह पूरा नेटवर्क इतना मजबूत और प्रभावशाली हो चुका है कि आसपास के लोग भी डरे-सहमे हैं। कई लोग कैमरे पर बोलने या बाइट देने से भी कतराते हैं, क्योंकि इन डग्गामार वाहन चालकों और उनके संरक्षण में बैठे अधिकारियों का दबाव इतना ज़्यादा है कि कोई खुलकर बोलने की हिम्मत नहीं करता।
यह डर का माहौल दर्शाता है कि कानून के रखवाले ही कानून तोड़ने वालों के साथी बन बैठे हैं।
इन डग्गामार वाहनों के चलते रोडवेज बसें और निजी परिवहन संचालक भारी नुकसान झेल रहे हैं। ट्रैफिक नियमों की खुलेआम धज्जियाँ उड़ाई जा रही हैं। हर चौराहे पर रुककर सवारी बिठाने से जाम की स्थिति बनी रहती है, जिससे आम जनता त्रस्त है।
प्रशासन की यह चुप्पी जनता के मन में कई सवाल खड़े कर रही है —
➡️ क्या शामली में आरटीओ और ट्रैफिक पुलिस पर योगी सरकार के आदेशों का कोई असर नहीं?
➡️ क्या इन अवैध वाहनों के पीछे कोई “बड़ा हाथ” है जो सब कुछ दबा रहा है?
➡️ और आखिर जनता की सुरक्षा की जिम्मेदारी कौन लेगा?