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Kota : कत्थक नृत्य की भावपूर्ण प्रस्तुतियों ने मनमोहा, 132वां राष्ट्रीय दशहरा मेला- 2025

कोटा, 4 अक्टूबर। 132वें राष्ट्रीय दशहरा मेला- 2025 के अंतर्गत शनिवार को विजयश्री रंगमंच पर बरखा जोशी और उनकी शिष्याओं की ओर से प्रस्तुत कथक नृत्य की भावपूर्ण प्रस्तुतियों ने दर्शकों का मनमोहन लिया। शुरुआत बरखा जोशी की शिष्याओं वेन्या, मायरा, अनाया, भाविका और हर्दिका की गणेश वन्दना के साथ की गई।

इसके बाद मांड गायकी पर आधारित राजस्थान के स्वागत गीत "पधारो म्हारे देस.." पर कथक नृत्य की प्रस्तुति दी गई। बरखा जोशी द्वारा छाप तिलक सब छीनी, तोसे नैना मिलाईके.. पर कत्थक नृत्य की शानदार प्रस्तुति दी गई। उन्होंने कृष्ण राधा की ठिठोली के साथ कान्हा तोसे नैना न जोडूंगी... बांसुरी की धुन पर न नाचूंगी... पर नृत्य कर सभी का मनमोहन लिया। बाल कलाकार युविका , शिविशा ने क्लासिकल कत्थक प्रस्तुत किया। बरखा जोशी द्वारा कृष्ण भजन बजे बजे बृजेश नंदनम समस्त प्राप्त खंडनं पर कथक नृत्य किया। उन्होंने पग संचालन, तोड़े, टुकड़े और परन का अद्भुद संयोजन दिखाया। शिवीषा, युविष्ठा ने भाव नृत्य की प्रस्तुति दी। समापन मोहे पनघट पे नंदलाल छेड़ गयो रे.. से किया गया। आकाश भट्ट ने गीत की प्रस्तुति दी गई।

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