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गूगल जेमिनी के नैनो टूल से बनी इमेज सोशल मीडिया पर शेयर करना कितना सुरक्षित?

रिपोर्टर देवेन्द्र कुमार जैन भोपाल मध्य प्रदेश
आजकल सोशल मीडिया पर हर कोई गूगल जेमिनी के नैनो बनाना टूल से बनी इमेज शेयर कर रहा है।लेकिन सवाल यह है कि क्या ऐसा करना सुरक्षित है? इंटरनेट पर जो चीज एक बार चली गई वो कभी खत्म नहीं होती। किसी भी AI टूल से तस्वीर बनाने से जुड़े सबसे बड़ा खतरा यह होता है कि आप अपनी डिजिटल पहचान पर कंट्रोल खो देते हैं। एक डिजिटल पहचान किसी व्यक्ति, संगठन या डिवाइस का ऑनलाइन प्रतिनिधित्व करती है। सीधे शब्दों में कहें तो यह आपकी फोटो, यूजर नाम, पासवर्ड और अन्य पर्सनल डिटेल्स जैसे डेटा का एक सेट है। और जब हम अपनी यह जानकारी गुगल के साथ साझा करते हैं जो इस बात पर हमारा कोई नियंत्रण नहीं होता कि हमारी इस जानकारी का वह कैसा उपयोग करेगा। हाल ही में एक IPS अधिकारी ने इसे लेकर यूजर्स को आगाह किया है।उन्होंने एक्स पर अपनी पोस्ट में लिखा कि इंटरनेट पर चल रहे ट्रेंडिंग टॉपिक्स को लेकर सावधान रहें।अगर आप अपनी इंफोर्मेशन ऑनलाइन शेयर करते हैं तो स्कैम हो सकते हैं।एक ही क्लिक में आपका पैसा अपराधियों के हाथ में पहुंच सकता है। अपनी फोटो या पर्सनल डिटेल कभी भी फर्जी वेबसाइट या अनअथॉराइज ऐप्स पर शेयर न करें। नैनो टूल फोटो की सुरक्षा को लेकर कई सवाल उठाए जा रहे हैं। गूगल जेमिनी के नैनो बनाना फीचर का उपयोग करके लोग अपनी तस्वीरों को 3D मॉडल या रेट्रो साड़ी लुक में बदल रहे हैं। इस फीचर के साथ सुरक्षा और गोपनीयता को लेकर चिंताएं भी जुड़ी हुई हैं। हालांकि गूगल का दावा है कि जेमिनी पर अपलोड की गई तस्वीरें सुरक्षित सर्वर पर प्रोसेस होती हैं और यूजर की अनुमति के बिना किसी तीसरे पक्ष को नहीं दी जाती हैं। फिर भी, कुछ एक्सपर्ट्स का कहना है कि वॉटरमार्क और मेटाडेटा टैग्स के बावजूद तस्वीरों का गलत इस्तेमाल हो सकता है। गूगल जेमिनी की तस्वीरों में अदृश्य डिजिटल वॉटरमार्क और मेटाडेटा टैग होते हैं, जो यह दर्शाते हैं कि तस्वीर AI से बनी है। हालांकि, एक्सपर्ट्स का कहना है कि इन वॉटरमार्क्स को हटाया या बदला जा सकता है। जबकि कुछ लोगों का कहना है कि तस्वीरों को अपलोड करना या AI को प्राइवेट डेटा देना प्राइवेसी पर खतरा हो सकता है। सावधानियां बरतने के कुछ उपाय हैं। इन सावधानियों को बरतकर आप अपनी तस्वीरों की सुरक्षा और गोपनीयता को बढ़ा सकते हैं।जैसे अपनी तस्वीरों की गोपनीयता सेटिंग्स को मजबूत करें और मूल तस्वीरों की कॉपी सुरक्षित रखें। निजी या संवेदनशील तस्वीरें अपलोड करने से बचें और फोटो का मेटाडाटा जैसे लोकेशन और डिवाइस विवरण हटा दें। किसी भी प्लेटफॉर्म पर तस्वीरें डालने से पहले उसकी शर्तें ध्यान से पढ़ें, ताकि समझ सकें कि आपके फोटो का AI प्रशिक्षण या अन्य उपयोग के लिए अधिकार किसके पास रहेंगे।

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