
"जीएसटी स्लैब 2025: सरकार ने दिया दिवाली गिफ्ट, आम नागरिकों को मिली बड़ी राहत"
🚨 जीएसटी सुधार 2025: आम आदमी को बड़ी राहत, लक्ज़री सामान जेब पर भारी
नई दिल्ली। जीएसटी काउंसिल की बैठक में केंद्र सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। रोजमर्रा की जरूरतों की वस्तुओं पर कर घटाकर आम आदमी को राहत दी गई है, वहीं लक्ज़री और हानिकारक वस्तुओं को महंगा किया गया है।
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✅ क्या हुआ सस्ता?
🧴 घरेलू सामान: साबुन, शैम्पू, टूथपेस्ट, टूथब्रश, रसोई के बर्तन, साइकिल (18% से घटकर 5%)
🥛 भोजन व डेयरी उत्पाद: दूध, पनीर, घी, बटर, कॉर्नफ्लेक्स, पास्ता, भारतीय ब्रेड (अब 0%)
💊 दवाइयाँ और स्वास्थ्य उपकरण: 33 जीवनरक्षक दवाएँ (पूरी तरह करमुक्त), चश्मे व विजन सुधार उपकरण (5%)
🚗 वाहन और इलेक्ट्रॉनिक्स: दोपहिया (≤350cc), छोटी कारें, टीवी, एसी (18%)
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❌ क्या हुआ महंगा?
🚬 तंबाकू उत्पाद: सिगरेट, पान मसाला, गुटखा (40% GST)
🥤 शुगर-बेस्ड ड्रिंक्स: कार्बोनेटेड और एनर्जी ड्रिंक्स (40%)
🚙 लक्ज़री वाहन व प्रीमियम EVs: ₹40 लाख से ऊपर की SUVs और EVs (40%)
👔 लक्ज़री परिधान और कोयला: ₹2,500 से ऊपर के प्रीमियम कपड़े और कोयला महंगे होंगे
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🗣️ विशेषज्ञ क्या कहते हैं?
> “यह सुधार मध्यम वर्गीय परिवारों के लिए बड़ी राहत है। लेकिन तंबाकू और लक्ज़री उत्पाद महंगे कर सरकार ने स्वास्थ्य और अर्थव्यवस्था दोनों को संतुलित करने की कोशिश की है।”
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📌 निष्कर्ष
कुल मिलाकर, जीएसटी सुधार का सीधा असर आम आदमी के मासिक बजट पर सकारात्मक होगा। ज़रूरी वस्तुओं और दवाइयों के दाम कम होने से राहत मिलेगी, लेकिन महंगी गाड़ियाँ, तंबाकू और शक्करयुक्त पेय अब जेब पर और भारी पड़ेंगे।
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✍ रिपोर्ट: सुमित पाण्डेय, सदस्य – ऑल इंडिया मीडिया एसोसिएशन