logo

हॉकी के जादूगर ध्यानचंद के जन्मदिन पर स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी में उत्सव



: हरियाणा के सोनीपत में स्थित स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी ऑफ हरियाणा ने हॉकी के जादूगर ध्यानचंद के जन्मदिन को स्पोर्ट्स डे के रूप में हर्षोल्लास से मनाया। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ यूनिवर्सिटी के कुलपति श्री अशोक कुमार और स्कूल की प्राचार्या श्रीमती मौसमी घोषाल ने ध्यानचंद के चित्र के सम्मुख पुष्प अर्पित कर किया।
इस अवसर पर आयोजित मैराथन और क्विज प्रतियोगिताओं में यूनिवर्सिटी और स्कूल के विद्यार्थियों ने बढ़-चढ़ कर भाग लिया। प्रतियोगिता का शुभारंभ कुलपति द्वारा हरी-झंडी दिखाकर किया गया।

मैराथन प्रतियोगिता परिणाम इस तरह से रहा, स्कूल की लड़कियों में – प्रथम स्थान: आरजू (कक्षा 12वीं), द्वितीय स्थान: सुनिधि (कक्षा 10वीं), तृतीय स्थान: सानिया (कक्षा 9वीं)। वहीं स्कूल के लड़कों में – प्रथम: शुभम (कक्षा 11वीं), द्वितीय: कार्तिक (कक्षा 9वीं), तृतीय: अर्जुन (कक्षा 10वीं)। यूनिवर्सिटी की लड़कियों में – प्रथम: रीना (बीपीईएस प्रथम वर्ष), द्वितीय: दीक्षा (बीपीईएस द्वितीय वर्ष), तृतीय: प्रीति (बीपीईएस प्रथम वर्ष)। यूनिवर्सिटी के लड़कों में – प्रथम: अंकुश (बीपीईएस), द्वितीय: पीजी डिप्लोमा इन रेसलिंग के छात्र, तृतीय: प्रशांत (बीपीईएस प्रथम वर्ष)। ने अपने अपने प्राइज प्राप्त किये|

इस दौरान क्विज प्रतियोगिता का आयोजना भी किया गया जिसमें निर्णायक की भूमिका सहायक प्रोफेसर डॉ नीति और डॉ अनु ने निभाई। विभिन्न स्कूलों और यूनिवर्सिटी की टीमों ने इसमें भाग लिया। इसमें प्रथम स्थान: टीम डी (एमएनएसएस), द्वितीय: टीम बी (एसयूओएच), तृतीय: टीम ई (जीआईईटी) ने प्राप्त किया और अपने संस्थानों का नाम रोशन किया।

बॉक्स : इस दौरान हॉकी का फ्रेंडली मैच भी खेला गया जिसमें यूनिवर्सिटी की महिला हॉकी टीम और स्टाफ के बीच खेले गए फ्रेंडली मैच ने सभी दर्शकों को रोमांचित किया और खिलाड़ियों के जज्बे ने कार्यक्रम को और यादगार बना दिया।

विश्विद्यालय के कुलपति श्री अशोक कुमार ने इस दौरान उपस्थित विद्यार्थियों और अतिथियों को संबोधित करते हुए स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी ऑफ हरियाणा के कुलपति श्री अशोक कुमार ने कहा हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद भारतीय खेल इतिहास की एक अमर गाथा हैं। उनका जीवन हम सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत है। उन्होंने कठिन परिस्थितियों में भी अनुशासन, समर्पण और निरंतर अभ्यास के बल पर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का नाम स्वर्णाक्षरों में अंकित किया। आज आवश्यकता है कि हमारे युवा खिलाड़ी उनके जीवन से सीख लेकर खेलों को अपने व्यक्तित्व और करियर का अभिन्न अंग बनाएं।
स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी का उद्देश्य केवल खिलाड़ियों को प्रशिक्षित करना नहीं है, बल्कि उनमें खेल भावना, टीम वर्क और अनुशासन जैसे जीवन मूल्यों का विकास करना भी है। खेलों के माध्यम से ही एक स्वस्थ, सशक्त और आत्मनिर्भर भारत का निर्माण संभव है।
मेजर ध्यानचंद ने अपने खेल कौशल से यह संदेश दिया कि खेल केवल प्रतिस्पर्धा का माध्यम नहीं है, बल्कि यह राष्ट्र निर्माण का एक सशक्त साधन भी है। हमें उनके आदर्शों को अपनाते हुए खेलों को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाना होगा। मैं सभी विद्यार्थियों, खिलाड़ियों और स्टाफ से आह्वान करता हूँ कि वे खेलों में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए निरंतर प्रयासरत रहें और भारत को खेल महाशक्ति बनाने में अपना योगदान दें।”
कार्यक्रम के अंत में विजेताओं को पुरस्कार एवं शुभकामनाएँ प्रदान की गईं। इस अवसर पर यूनिवर्सिटी के टीचिंग, नॉन-टीचिंग स्टाफ, स्कूल का संपूर्ण स्टाफ तथा सभी विद्यार्थी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।

4
112 views