
जितेन्द्र जायसवाल नागदा जिला उज्जैन मध्य प्रदेश
पूर्व विधायक दिलीपिंसंह शेखावत ने स्मार्ट मीटर के माध्यम से बढ़ते बिजली के बिलो की समस्याओं को दूर करने हेतु प्रदेश के मुख्यमंत्री को लिखा पत्र।
पूर्व विधायक दिलीपिंसंह शेखावत ने स्मार्ट मीटर के माध्यम से बढ़ते बिजली के बिलो की समस्याओं को दूर करने हेतु प्रदेश के मुख्यमंत्री को लिखा पत्र।
नागदा(निप्र)-पूर्व विधायक दिलीपसिंह शेखावत ने विगत दिनो विधानसभा नागदा-खाचरौद क्षेत्र में विद्युत विभाग द्वारा जो डिजीटल स्मार्ट मीटर आम लोगों के घरों में लगाये गये है तथा इन स्मार्ट मीटरो के कारण लोगो को अत्यधिक राशि के बिल दिये जाने से क्षेत्र के लोगो में आक्रोश उत्पन्न होने से स्मार्ट मीटर से हो रही समस्याओं के निराकरण हेतु प्रदेश के मुख्यमंत्री माननीय डॉ. मोहन यादव को पत्र लिखा है। साथ ही माननीय उर्जामंत्री को भी पत्र के माध्यम से अवगत कराया गया है।
पत्र में बताया है कि स्मार्ट मीटर से जन भावना के अनुसार अधिक रीडिंग की लगातार शिकायते मिल रही है जिससे बिजली के बिल अधिक आ रहे है। जिससे आमजन में आक्रोश व्याप्त हो रहा है।
शेखावत द्वारा जनभावनाओं को ध्यान में रखते हुए स्मार्ट मीटर की तकनीकि त्रुटियो को दूर करते हुए क्षेत्रवासियों की मांगो पर विचार कर निराकरण करने हेतु मुख्यमंत्रीजी को अवगत कराया है जो इस प्रकार है- (1) स्मार्ट मीटरों का थर्ड पार्टी टेक्निकल ऑडिट कराया जाए ताकि उनकी कार्यप्रणाली और सटीकता की निष्पक्ष जाँच हो सके। (2) मीटरों में डेटा लॉगिंग और रियल-टाइम कंजम्प्शन ऐप की सुविधा सुनिश्चित की जाए ताकि उपभोक्ता प्रतिदिन खपत देख सकें। (3) सर्वर या क्लाउड डेटा कनेक्शन लॉग की जाँच हो ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि मीटर ने सही समय पर डेटा भेजा है। (4) स्मार्ट मीटरों की सॉफ्टवेयर सेटिंग्स, फर्मवेयर वर्जन और अपडेट रिकॉर्ड सार्वजनिक किए जाएँ। (5) उपभोक्ता को 24Û7 वेब पोर्टल या मोबाइल ऐप एक्सेस मिले जिसमें यूनिट उपयोग, पिछले बिल, ग्राफ, और तुलना उपलब्ध हो। (6) पिछले 6 महीनों के बिलों का तुलनात्मक विश्लेषण करवाया जाए और अत्यधिक बढ़े हुए बिलों को तुरंत संशोधित किया जाए। (7) गरीब औरपिछड़े क्षेत्रों के लिए ऊर्जा खपत स्लैब के आधार पर रियायत दी जाए। (8) जिन उपभोक्ताओं ने शिकायतें की हैं, उनकी सुनवाई हेतु स्थानीय बिजली शिकायत शिविर लगाए जाएं। (9) बिना उपभोक्ता की अनुमति के मीटर बदलने की प्रक्रिया पर रोक लगाई जाए। (10) बिल में यूनिट की गणना एवं मीटर रीडिंग को आसान भाषा में समझाया जाए। (11) प्रत्येक उपभोक्ता को मीटर का कैलिब्रेशन सर्टिफिकेट और स्थापना की वीडियो रिकॉर्डिंग की सुविधा दी जाए। (12) बिजली नियामक आयोग से इस पूरे मामले पर स्वतः संज्ञान लेकर जाँच कराई जाए।
शेखावत ने बताया है कि माननीय मुख्यमंत्री जी से अनुरोध किया है कि आम लोगो को स्मार्ट मीटर से हो ही परेशानियो को दूर करे।
दि. 23/07/2025
दिलीपसिंह शेखावत
पूर्व विधायक