logo

नौचंदी मेले में बालिकाओं से फिल्मी गीतों पर नृत्य कराना आपत्तिजनक: शिक्षाविदों ने डीएम से लगाई रोक की गुहार

मेरठ। ऐतिहासिक नौचंदी मेले में आयोजित कार्यक्रमों को लेकर शिक्षाविदों ने जिला प्रशासन के समक्ष कड़ा विरोध दर्ज कराया है। विशेषकर पटेल मंडप में विद्यालयों की बालिकाओं से फिल्मी गीतों पर नृत्य कराए जाने को लेकर तीन शिक्षाविदों — जयवीर सिंह, योगेश शर्मा एवं मृणाल देव शर्मा — ने जिला मजिस्ट्रेट डॉ. वी. के. सिंह को पत्र प्रेषित कर इस प्रवृत्ति पर तत्काल रोक लगाने की मांग की है।

शिक्षाविदों ने अपने पत्र में लिखा कि विद्यालयों की कन्याओं से सार्वजनिक मंच पर इस प्रकार के नृत्य कराना हमारी संस्कृति और मर्यादा के प्रतिकूल है। इसे 'प्रतिभा प्रदर्शन' और 'कलात्मक अभिव्यक्ति' का नाम देकर बालिकाओं की मासूमियत के साथ अनुचित प्रयोग किया जा रहा है। पत्र में यह भी उल्लेख किया गया कि भारत की सनातन संस्कृति में नारी को देवी का स्वरूप माना गया है, और विद्यालयों का मूल उद्देश्य शिक्षा, आत्मबल व चरित्र निर्माण है, न कि मनोरंजन का साधन बनाना।

उन्होंने कहा कि नारी सशक्तिकरण का अर्थ मंचों पर नचाना नहीं, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर और समाज को दिशा देने वाला बनाना है। यदि समय रहते इस प्रवृत्ति पर रोक नहीं लगाई गई, तो यह हमारी सांस्कृतिक विरासत को कमजोर करेगा।

पत्र के अंत में शिक्षाविदों ने मांग की कि प्रशासन नौचंदी मेले में इस प्रकार की गतिविधियों पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाए और विद्यालयों को ऐसे कार्यक्रमों से परहेज करने के लिए दिशा-निर्देश जारी करे।

51
9592 views