
पेंड्रा में युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया में लेटलतीफी, समय पर नहीं पहुंचे अधिकारी; शिक्षकों में आक्रोश
पेंड्रा में युक्तियुक्तकरण काउंसलिंग में देरी और सूची में त्रुटियों से शिक्षकों में नाराजगी है। कलेक्टर ने अतिरिक्त अधिकारियों की तैनाती कर स्थिति नियंत्रित करने का प्रयास किया है।
छत्तीसगढ़ के पेंड्रा में शासन द्वारा गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए शुरू किए गए युक्तियुक्तकरण का पालन नहीं हो रहा है। शासन ने सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक काउंसलिंग का समय निर्धारित किया था, लेकिन मंगलवार को दोपहर 12 बजे तक प्रक्रिया शुरू नहीं हो सकी। शिक्षा विभाग के जिम्मेदार अधिकारी समय पर नहीं पहुंचे, जबकि जिले के तीनों विकासखंडों से शिक्षक सुबह 9:30 बजे से पेंड्रा के सेजस स्कूल में मौजूद थे।
शिक्षकों ने 60-70 किलोमीटर दूर से पहुंचकर प्रक्रिया में देरी पर आक्रोश जताया। उनका कहना है कि सोमवार को रिक्त स्कूलों और अतिशेष शिक्षकों की सूची समय पर जारी नहीं हुई, और देर रात प्रकाशित सूची में त्रुटियों के कारण आपत्तियां दर्ज की गईं। शिक्षा विभाग अब सूची सुधारने में जुटा है, जिसे पहले ही पूरा कर लिया जाना चाहिए था। इसके अलावा, छात्रावासों में अधीक्षक का कार्य कर रहे शिक्षकों को सूची में शामिल नहीं किया गया, जिससे भी असंतोष बढ़ा है।
शिक्षकों के आक्रोश को देखते हुए कलेक्टर ने सोमवार देर शाम आदेश जारी कर अतिरिक्त कलेक्टर शाहिद और दो सहायक कलेक्टरों की टीम गठित की है। मौके पर एसडीओपी और पुलिस कर्मी भी तैनात हैं, ताकि किसी अप्रिय स्थिति से बचा जा सके। शिक्षकों ने प्रक्रिया में सुधार और समयबद्धता की मांग की है।