
ब्लैकआउट सायरन बजते ही लाइटें बंद करें, वाहन रोकें – जनता सजग, जिम्मेदार और संगठित रहे - डीसी डॉ. मनोज कुमार
खरखौदा/सोनीपत/हरियाणा/सोमपाल सैनी - 7988804545, 8950236002
*ब्लैकआउट सायरन बजते ही लाइटें बंद करें, वाहन रोकें – जनता सजग, जिम्मेदार और संगठित रहे - डीसी डॉ. मनोज कुमार
जिला उपायुक्त डॉ. मनोज कुमार ने कहा है कि 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत देशभर में सुरक्षा एजेंसियां निर्णायक कार्रवाई कर रही हैं। ऐसे समय में प्रत्येक नागरिक की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण हो जाती है। हम सभी का दायित्व है कि सतर्कता, संयम और एकजुटता के साथ नियमों का पालन करें तथा अफवाहों से दूर रहते हुए प्रशासन का सहयोग करें।
*ब्लैकआउट के दौरान अपनाएं ये निर्देश:*
सायरन बजते ही घर और बाहर की सभी लाइटें तुरंत बंद कर दें।
यदि वाहन चला रहे हों तो उसे किनारे रोककर लाइटें बंद कर दें।
जहाँ हैं, वहीं रहें—बिना कारण इधर-उधर न जाएं।
मोबाइल, टॉर्च और एलईडी जैसे उपकरणों का उपयोग खिड़कियों के पास न करें।
बच्चों, बुजुर्गों और पालतू पशुओं की विशेष देखभाल रखें।
अनजान लिंक्स या संदिग्ध सूचनाओं से सतर्क रहें।
*साइबर हमलों से रहें सतर्क:*
डीसी डॉ. कुमार ने चेतावनी दी कि साइबर अपराधी 'एक्सक्लूसिव फुटेज', 'ब्रेकिंग न्यूज' या 'स्पेशल रिपोर्ट' के नाम पर फर्जी फिशिंग लिंक भेज सकते हैं।
किसी भी अज्ञात लिंक, वेबसाइट या ईमेल पर क्लिक न करें।
इससे आपका डेटा या डिवाइस हैक हो सकता है।
*अफवाहें नहीं, विश्वास रखें:*
खाद्यान्न, नकदी, ईंधन या दवाओं की कोई कमी नहीं है।
बैंक, एटीएम और आवश्यक सेवाएं सुचारु रूप से संचालित हो रही हैं।
अनावश्यक खरीदारी से बचें और व्यवस्था पर विश्वास रखें।
सोशल मीडिया पर किसी भी अप्रमाणित जानकारी, वीडियो या दस्तावेज़ को साझा न करें।
*संदेह की स्थिति में करें यह कार्य:*
किसी संदिग्ध व्यक्ति, वस्तु या गतिविधि की तत्काल सूचना नज़दीकी पुलिस थाने या प्रशासन को दें।
ज़रूरी हेल्पलाइन नंबर सभी के लिए सुलभ रखें और आस-पड़ोस में साझा करें।
सोनीपत जिला की हेल्पलाइन नंबर 0130-2221590 और 112 पर कोई भी सूचना दे सकते हैं।
विश्वसनीय सूचना के लिए dcsonipat व diprosonipat के ट्विटर, फेसबुक व अन्य सोशल मीडिया हैंडल पर भी संपर्क कर सकते हैं
*फर्जी सूचनाओं के प्रसार से बचें—यह देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ है।*
डीसी डॉ. मनोज कुमार ने नागरिकों से अपील की:
“यह समय दोषारोपण का नहीं, बल्कि धैर्य, एकता और जिम्मेदारी का है। संगठित और संवेदनशील नागरिक ही देश की सबसे बड़ी ताकत होते हैं। आइए, अफवाहों से ऊपर उठकर, सूझबूझ और सहयोग से राष्ट्र की सुरक्षा में अपनी भागीदारी निभाएं।”