
एक विशिष्ट व्याख्यान का आयोजन किया गया ।
भगत फूल सिंह महिला विश्वविद्यालय के हिन्दी विभाग में आज एक विशिष्ट व्याख्यान का आयोजन किया गया । व्याख्यान की अध्यक्षता विभागाध्यक्ष प्रो० मूर्ति मलिक ने की। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग के प्रोफेसर सुभाष चन्द्र सैनी ने शिरकत की।
अपने संबोधन में उन्होंने छात्राओं को हिंदी पत्रकारिता और हिंदी नवजागरण की विकास यात्रा को विश्लेषित व परिभाषित करते हुए कहा कि नई सोच,नए मूल्यों,नए दृष्टिकोण के साथ सोचना नवजागरण है। उन्होंने राजा राम मोहन राय, रविन्द्र नाथ टैगोर, दयानंद सरस्वती,सावित्रीबाई फुले जैसी महान विभूतियों की प्रेरणा दायक शिक्षाओं के माध्यम से नवजागरण का संदेश दिया। प्रो सैनी ने कहा कि मानव विकास प्रक्रिया में बुद्धि विकसित होने के साथ-साथ पत्रकारिता की आवश्यकता अनुभव की गई। उन्होंने कहा कि हिंदी पत्रकारिता भारत के स्वतंत्रता के पलने में पलकर विकसित हुई है। पत्रकारिता में रोजगार की अपार संभावनाएं है। छात्राएं अपनी अंतर्दृष्टि से पत्रकारिता के माध्यम से समाज की प्रगति में अपना योगदान दे सकती हैं।
कुलपति प्रो सुदेश ने अपने संदेश में हिंदी नवजागरण पर विस्तार से बात की उन्होंने बताया कि हिंदी नवजागरण से अभिप्राय प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के बाद भारत के हिंदी प्रदेशों में आये राजनीतिक , सामाजिक व सांस्कृतिक जागरण से है। उन्होंने बताया कि हिंदी नवजागरण की सबसे प्रमुख विशेषता हिंदी प्रदेश की जनता में स्वातंत्र्य चेतना जाग्रत होना है। कुलपति ने कहा कि नवजागरण का पहला चरण स्वयं 1857 का विद्रोह था। दूसरा चरण भारतेन्दु हरिश्चंद्र से शुरू हुआ और तीसरा चरण महावीर प्रसाद द्विवेदी से शुरू हुआ।
इस कार्यक्रम में विभाग की सभी छात्राओं सहित डॉ सुकीर्ति और डॉ कमल भी मौजूद रहे।