
गड्ढे को पोखर का आकार देकर लाखों की निकासी,विभाग मौन
अभिषेक कुमार सिंह/दुमका
दुमका जिले के रामगढ प्रखंड अंतर्गत भतुड़िया ए पंचायत में इन दिनों मनरेगा योजना में विकास के नाम पर लूट मची हुई है। ग्राम केचुआ में मनरेगा योजना के तहत बेटका टुडू के जमीन पर एक सिचाई तालाब का निर्माण वित्तीय वर्ष 2023-24 में किया जाना था जिसका योजना संख्या- 3411005007/IF/7080902495660 है। इस तालाब निर्माण में पूर्व से बने गढ्ढे को तालाब का आकार देकर कुल दो लाख उनचालीस हज़ार नौ सौ चार रुपये की निकासी की जा चुकी है। तालाब को ना ही पूरा खोदा गया है और ना ही तालाब के साइड पूरी मिट्टी लगाई गई है। लेकिन फिर भी विभाग के द्वारा बिचौलिए को 2,39,904 रुपये का भुगतान कर दिया गया है। कार्य से अधिक राशि की निकाशी की गई है | जिससे ये साफ प्रतीत होता है कि बिचौलिए मनरेगा योजना में प्राक्कलित राशी का गबन करके चांदी काट रहे हैं। और संबंधित विभाग के पदाधिकारि मौन धारण किये हुए हैं। किसी भी पदाधिकारी ने अभी तक इस योजना की सूद लेना भी जरूरी नहीं समझा है। या फिर यूं कहा जाए कि मनरेगा योजना के सभी पदाधिकारियों के उदासीनता के कारण बिचौलिए पूरे क्षेत्र में विकास के नाम पर लूट मचाये हुए हैं। जिस कारण बिचौलिए सीना चौड़ा करके केंद्र की महत्वाकांक्षी योजना मनरेगा योजना की धज्जियां उड़ा रहे हैं।और सिर्फ कागज़ों में ही कार्य को पूरा दिखा कर अवैद्ध तरीके से मनरेगा योजना की राशी का गमन कर रहे हैं और माला माल हो रहे हैं। रामगढ प्रखंड में मनरेगा के तहत करोड़ों रूपयों की योजनाओं पर काम चल रहा है। लेकिन फिर भी भारी संख्या में आस-पास के क्षेत्रों के मज़दूरों का पलायन दूसरे राज्यों में हो रहा है। दूसरे राज्यों में मजदूरों के पलायन को रोकने के लिए सरकार द्वारा इन लाभकारी योजनाओं को लागू किया जाता है और विकास सिर्फ कागज़ों में ही सिमट कर रह जाता है।