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2 वर्षों से अधूरा पड़ा है आंगनबाड़ी केंद्र का निर्माण कार्य |

अभिषेक कुमार सिंह/दुमका
दुमका जिले के जरमुंडी प्रखंड के भालकी पंचायत अंतर्गत चंद्रदीप गांव में करीब दो वर्ष से अधूरा आंगनबाड़ी केंद्र सरकार की विकास व्यवस्थाओं को मुंह चिढ़ा रही है। दो वर्ष बीतने के बाद भी इसकी सुध किसी सरकारी अधिकारी ने नहीं ली है। वर्ष 2022-23 में करीब 6 लाख 60 रुपयों की लागत से चंद्रदीप गांव में आंगनबाड़ी केंद्र का निर्माण कार्य मनरेगा के अंतर्गत शुरू हुआ था जिसका कार्य संख्या 3411003004/एवी/3097 है। और इस आँगबाड़ी केंद्र के निर्माण में अभी तक कुल पांच लाख पचपन हज़ार सड़सठ रुपये की निकासी की जा चुकी है साथ ही निकासी के बाद भी आंगनबाड़ी केंद्र को एक वर्ष से ऐसे ही छोड़ दिया गया है और यहां पर प्लास्टर, फर्श, दरवाजे वायरिंग बाकी काम नहीं कराए गए है। साथ ही साथ निर्माण कार्य मैं लगाए गए ईट भी गुणवत्तापूर्ण नहीं है लेकिन फिर भी आज तक यह अधूरा ही है और कभी कोई अधिकारी यहां झांकने तक नहीं आते है | आंगनबाड़ी भवन का कार्य पूर्ण कराने के लिए कोई अधिकारी सुध भी नहीं ले रहा है। अधूरा भवन होने से आंगनबाड़ी केंद्र को आज तक खुद का भवन नहीं मिल पाया है। आंगनबाड़ी केंद्र हमारे समाज के सबसे छोटे सदस्यों, यानी बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए एक महत्वपूर्ण कड़ी हैं। ये केंद्र न केवल बच्चों को पोषणयुक्त भोजन प्रदान करते हैं, बल्कि उन्हें प्रारंभिक शिक्षा, टीकाकरण और स्वास्थ्य जांच जैसी अनेक सेवाएं भी देते हैं। आंगनबाड़ी केंद्र बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। इन केंद्रों के अभाव में बच्चों और समाज दोनों को नुकसान होता रहा है | गाँव में एक आँगबाड़ी केंद्र रहने से गाँव व समाज छोटे बच्चों व किशोरियों को इतनी सारी बुनियादी सुविधाएं मिलती हैं लेकिन फिर भी आँगबाड़ी केंद्र के निर्माण में इतनी लापरवाही देखने को मिलती है। इस विषय पर जब निर्माणकर्ता त्रिभुज माँझी से जानकारी मांगी गई तो उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि मुझे अभी तक मात्र एक लाख पचास हज़ार रुपये का ही भुगतान वेंडर के द्वारा किया गया है। जिसका मैंने काम करवा दिया है बाकी राशियों का वेंडर ब्रह्मदेव कुमार के द्वारा मुझे भुगतान नहीं किया गया है जिसके वजह से निर्माण कार्य अभी तक अधूरा है। बहरहाल अब ये देखना लाज़मी होगा कि ख़बर प्रकाशन के बाद विभाग इस मामले पर संज्ञान लेती है या नहीं।

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