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रतलाम ग्रामीण उद्यानिकी विभाग के प्रोत्साहन एवं शासन की अनुदान सहायता से गगन पाटीदार सफलतापूर्वक कर रहे हैं ड्रैगन फ्रूट की खेती।

रतलाम ग्रामीण उद्यानिकी विभाग के प्रोत्साहन एवं शासन की अनुदान सहायता से गगन पाटीदार सफलतापूर्वक कर रहे हैं ड्रैगन फ्रूट की खेती।

रतलाम जिले में स्वादिष्ट एवं सेहत के लिए मुफीद ड्रैगन फ्रूट की खेती का रकबा बढ़ता जा रहा है। इसमें शासन द्वारा राज्य उद्यानिकी मिशन के तहत दी जाने वाली अनुदान सहायता एवं उद्यानिकी विभाग के अधिकारियों के प्रोत्साहन का बड़ा रोल है।

जिला मुख्यालय के समीपस्थ ग्राम डेलनपुर के युवा किसान गगन पाटीदार भी विगत 3 वर्षों से सफलतापूर्वक ड्रैगन फ्रूट की खेती कर रहे हैं

गगन पाटीदार को उद्यानिकी विभाग के अधिकारियों द्वारा प्रोत्साहित किया गया राज्य उद्यानिकी मिशन से अनुदान लाभ भी दिया गया है। कलेक्टर तथा सीइओ जिला पंचायत श्रृंगार श्रीवास्तव ने भी गगन द्वारा की जा रही ड्रैगन फ्रूट की खेती का निरीक्षण किया। जिला उद्यानिकी अधिकारी त्रिलोकचंद वास्कले भी मौजूद थे।

गगन बताते हैं कि ड्रैगन फ्रूट की खेती में अच्छा मुनाफा मिलता है लगभग दो लाख रुपए प्रति बीघा लाभ मिल जाता है। गगन हैदराबाद से पौधों की कलम लाए थे अभी वे 6 बीघा में ड्रैगन फ्रूट की खेती कर रहे हैं।

प्रथम वर्ष में एक बीघा की खेती की थी इससे मिले मुनाफे से उत्साहित होकर उन्होंने पांच और बीघा में ड्रैगन फ्रूट के पौधे लगाए इसके साथ ही बीच की बची हुई जमीन पर वह लहसुन और डालर चने की इंटरक्रॉपिंग भी कर रहे हैं।

उद्यानिकी अधिकारियों के प्रोत्साहन के साथ ही गगन को राज्य उद्यानिकी मिशन की योजना से 1 लाख 10 हजार रुपए का अनुदान मिला है जिससे ड्रैगन फ्रूट की खेती करने में सहूलियत मिली।

अनुदान सहायता के लिए गगन मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को धन्यवाद देते हैं।
उन्होंने बताया कि जून जुलाई से लेकर नवंबर तक प्रत्येक वर्ष में लगभग 6 हार्वेस्टिंग ड्रैगन फ्रूट में होती है। ड्रैगन फ्रूट की खेती करने के लिए उन्होंने खेतों में सीमेंट के पोल लगाए हैं। प्रत्येक पोल पर चार पौधे होते हैं प्रथम वर्ष में प्रत्येक पोल से 5 से 6 किलोग्राम फल प्राप्त होते हैं। द्वितीय वर्ष में 10 से 12 किलोग्राम तथा तृतीय वर्ष में 20 किलोग्राम से भी अधिक मात्रा में ड्रैगन फ्रूट प्राप्त होता है उनके फल मुंबई दिल्ली कोटा जयपुर उदयपुर आदि स्थानों पर जाते हैं जहां के व्यापारी स्वयं वाहन भेज कर फ्रूट मंगा लेते हैं।

गगन ने बड़ी मेहनत से दूर दूर पहुंचकर ड्रैगन फ्रूट की खेती की तकनीक सीखी है परंतु वे स्थानीय किसानों तथा अन्य व्यक्तियों को भी नि:शुल्क ड्रैगन फ्रूट की खेती करना सिखाते हैं। गगन पाटीदार का मोबाइल नंबर है।
9826842999

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