रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन ने गाइडेड पिनाका हथियार प्रणाली का उड़ान परीक्षण तीन चरणों में सफलतापूर्वक पूरा किया
रिपोर्टर देवेन्द्र कुमार जैन भोपाल मध्य प्रदेश
रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने प्रोविजनल स्टाफ क्वालिटेटिव रिक्वायरमेंट्स (पीएसक्यूआर) वैलिडेशन ट्रायल के तहत गाइडेड पिनाका हथियार प्रणाली के उड़ान परीक्षण सफलतापूर्वक पूरे कर लिए हैं। उड़ान परीक्षण अलग-अलग फील्ड फायरिंग रेंज में तीन चरणों में किए गए हैं। इन परीक्षणों के दौरान, रॉकेटों के व्यापक परीक्षण द्वारा PSQR मापदंडों जैसे कि रेंजिंग, सटीकता, स्थिरता और सैल्वो मोड में कई लक्ष्यों को निशाना बनाने के लिए फायर की दर का मूल्यांकन किया गया है। लॉन्चर उत्पादन एजेंसियों द्वारा अपग्रेड किए गए दो इन-सर्विस पिनाका लॉन्चरों से प्रत्येक उत्पादन एजेंसी के बारह रॉकेटों का परीक्षण किया गया है। पिनाका मल्टीपल लॉन्च रॉकेट सिस्टम के लिए सटीक हमला करने वाला संस्करण पूरी तरह से स्वदेशी हथियार प्रणाली है, जिसे आर्मामेंट रिसर्च एंड डेवलपमेंट एस्टेब्लिशमेंट द्वारा रिसर्च सेंटर इमारत, रक्षा अनुसंधान और विकास प्रयोगशाला, उच्च ऊर्जा सामग्री अनुसंधान प्रयोगशाला और प्रूफ एंड एक्सपेरीमेंटल एस्टेब्लिशमेंट के सहयोग से डिजाइन और विकसित किया गया है, जिसमें गोला-बारूद के लिए म्यूनिशंस इंडिया लिमिटेड और इकोनॉमिक एक्सप्लोसिव्स लिमिटेड और पिनाका लॉन्चर और बैटरी कमांड पोस्ट के लिए टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स लिमिटेड और लार्सन एंड टूब्रो शामिल हैं। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने प्रणाली के सफल पीएसक्यूआर सत्यापन परीक्षणों के लिए डीआरडीओ और भारतीय सेना की सराहना की है और कहा है कि इस निर्देशित पिनाका हथियार प्रणाली के शामिल होने से सशस्त्र बलों की तोपखाने की मारक क्षमता में और वृद्धि होगी।रक्षा अनुसंधान एवं विकास विभाग के सचिव और डीआरडीओ के अध्यक्ष डॉ. समीर वी. कामत ने भी परीक्षणों से जुड़ी टीमों को बधाई दी और कहा कि रॉकेट प्रणाली ने भारतीय सेना में शामिल होने से पहले सभी पूर्व-आवश्यक उड़ान परीक्षण पूरे कर लिए हैं।