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भगत फूल सिंह महिला विश्वविद्यालय के संस्कृत विभाग में आज एक विस्तार व्याख्यान का आयोजन किया गया।





महिला विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. सुदेश ने अपने संदेश में इस कार्यक्रम के लिए शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि छात्राओं के शैक्षणिक विकास में इस प्रकार के कार्यक्रम अहम भूमिका निभाते हैं।

कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय से सेवानिवृत्त प्रो. राजेश्वर प्रसाद मिश्र ने विषय विशेषज्ञ के रूप में छात्राओं को वैदिक साहित्य एवं वेदांग के रूप में निरुक्त की उपयोगिता एवं महत्व से अवगत कराया। उन्होंने नाम, आख्यात, उपसर्ग और निपात के रूप में पदों के भेद पर विस्तार से चर्चा की। यास्क एवं पाणिनि की विचारधाराओं में साम्य एवं वैषम्य पर भी उन्होंने प्रकाश डाला।

संस्कृत विभागाध्यक्षा प्रो. गीता फोगाट ने स्वागत संबोधन किया। इस अवसर पर डॉ. श्रीलेखा चौबे एवं डॉ. मनीष सहित छात्राएं उपस्थित रही।



फोटो कैप्शन-

02- महिला विश्वविद्यालय के संस्कृत विभाग में आयोजित व्याख्यान के दौरान उपस्थितजन।

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