*जब हाथ में आया खोया i phon तो लौट आई मुस्कान*
*जब हाथ में आया खोया i phon तो लौट आई मुस्कान*
⚫ GRP काशी के प्रयास से एंड्राइड और नगद के अलावे चांदी के समान भी सही सलामत मिले।
⚫ रोटेरियन राजेश गुप्ता के पहल से सूरत के यात्री को मिला उसका समान
वाराणासी। त्योहारों के इस सीजन में भीड़ भाड़ भरी ट्रेन में आपका समान उचक्के कब लेकर फुर्र हो जाय पता भी नही चलेगा। यह घटना है कल 4 नवम्बर के रात की जब सूरत से चढ़ा यात्री वाराणासी कैंट और मुगलसराय के बीच कब उसका बैग गायब हो गया बिल्कुल पता ही नही चला। उन्होंने तत्काल IRCTC के नम्बर पर डायल कर के कम्प्लेन किया। उसके कुछ घण्टे बाद ही एक अन्य महिला के माध्यम से जीआरपी काशी से कॉल आया। तब तक वह यात्री पटना निकल पहुँच चुका था। ऐसे में यात्री ने अपने मित्र जो कि मध्यदेशीय वैश्य समाज के गुजरात प्रदेश अध्यक्ष अमरजीत शाह को फोन करके मदद की गुहार लगाई। आज सुबह तड़के 7 बजे वाराणासी के रोटेरियन राजेश मधेशिया को उन्होंने फोन कर सहयोग की अपील की इसके बाद ही तत्काल मद्धेशिया बिना समय गवाए काशी स्टेशन के जीआरपी चौकी पर पहुँच कर यात्री का बैग तथा उसमें रखें दोनो मोबाइल और नगद के अलावे चांदी के जेवर और कलाई घड़ी सब कुछ दिलाने वाले चौकी प्रभारी जीआरपी काशी उप निरीक्षक दिवाकर पांडे मय हमाराह कांस्टेबल रामेश्वर राम व आरपीएफ पोस्ट काशी के जगदीश प्रसाद बहुगुणा का धन्यवाद ज्ञापित किया।