मारवाड़ के 20 लाख प्रवासी लगातार भाजपा के सांसद चुन रहे, फिर भी सीधी ट्रेनों का अभाव
मारवाड़ के 20 लाख प्रवासी लगातार भाजपा के सांसद चुन रहे, फिर भी सीधी ट्रेनों का अभाव
October 23, 2024
Modran News
सीधी ट्रेनों के अभाव में लगातार मांग कर रहे हैं प्रवासी मगर जनप्रतिनिधियों की ओर से आश्वासन के अलावा कोई समाधान नहीं
मारवाड़ क्षेत्र के करीब 20 लाख प्रवासी पूरे भारत भर में विभिन्न राज्यों में अपना व्यवसाय व कार्य के लिए निवास कर रहे हैं। देखा जाए तो करीब 20 सालों से मारवाड़ के जालौर सिरोही क्षेत्र की बात करें तो भाजपा की सांसद की कुर्सी पर कब्जा जमाए हुए बैठे हैं मगर हकीकत देखा जाए तो कई बार डबल इंजन की सरकार रहने के बाद भी आज भी ट्रेन की सुविधाओं से वंचित प्रवासी बंधु परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
समदड़ी भीलड़ी रेल खंड की बात करे तो कई साल हो गए ब्रॉडगेज लाइन को मगर आज भी सीधी ट्रेन का अभाव है।
उत्तर पश्चिम रेलवे का समदड़ी भीलड़ी रोड पर 2009 में ब्रॉड गेज का काम पूरा हुआ था। जालौर जिले के ज्यादातर प्रवासियों को फ़ालना, अहमदाबाद से अपने गांव तक पहुंचना पड़ता है। इतनी ज्यादा तादाद में होने के बावजूद जालौर से बेंगलुरु के लिए एकमात्र साप्ताहिक ट्रेन बाड़मेर यशवंतपुर है।
जबकि एक स्पेशल ट्रेन के नाम से अस्थाई साप्ताहिक ट्रेन भगत की कोठी कोयंबटूर संचालित हो रही है। यह दोनों ट्रेन जालौर जिले को सीधे दक्षिण भारत से जोड़ती है ऐसे में इन ट्रेनों में कंफर्म टिकट भी नहीं मिलता। इसको लेकर प्रवासी कई बार चेन्नई विजयवाड़ा अहमदाबाद भीलड़ी जालौर होते हुए बाड़मेर व जोधपुर तक सीधी यात्री ट्रेन की मांग उठ चुकी हैं। कई बार जिम्मेदार अधिकारियों को लेकर सीएम और पीएम तक पत्र भेज चुके हैं मगर देखा जाए तो इसका परिणाम शून्य ही रहा है।
जालौर सिरोही में लगातार 20 साल से भाजपा के सांसद, ट्रेनों के अभाव में जूझ रहे प्रवासी :
जालौर सिरोही क्षेत्र की बात करे तो 2014 से भाजपा लगातार जीतती हुई आ रही है, कई बार डबल इंजन की सरकार रहने के बाद भी अभाव को पूर्ण नहीं कर पाए। 2014 से 2024 तक जालौर सिरोही चुनाव की बात करे तो लगातार भाजपा जीतती आ रही है, मगर दुसरी प्रवासी कही न कही सीधी ट्रेनों के अभाव में दुःखी जरूरी है।
2014 भाजपा से सुशीला बंगारू
2009 भाजपा से देवजी पटेल
2014 भाजपा से देवजी पटेल
2019 भाजपा से देवजी पटेल
2024 भाजपा से लुंबाराम चौधरी
प्रवासी लंबे समय से इन रूटों पर कर रहे हैं ट्रेनों की मांग :
बड़ी संख्या में प्रवासी व्यवसाय व रोजगार के लिए देश के विभिन्न राज्यों में निवास कर रहे हैं। पुन मारवाड़ अपने घर आने जाने में भयंकर समस्या का सामना करना पड़ता है। इसी संदर्भ में लंबे समय से मुंबई जालौर के लिए प्रतिदिन ट्रेन, चैनई जालौर जोधपुर, विजयवाड़ा जालौर जोधपुर, बेंगलूर जालोर जोधपुर, जालौर जोधपुर जयपुर दिल्ली व दक्षिण भारत के लिए सबसे ज़्यादा ट्रेनों की आवश्यकता है।
राज्य व देश की राजधानी से आज भी वंचित है
जालौर क्षेत्र :
जालौर क्षेत्र की बात करें तो आज भी सीधी रेल के तौर पर राज्य व देश की राजधानी से क्षेत्रवासी वंचित है। सीधी तौर पर देखा जाए तो जनप्रतिनिधियों की ओर से हर चुनाव में वादे तो किए जाते हैं मगर वर्तमान स्थिति को साफ देखा जा सकता है। जालौर सिरोही लोकसभा क्षेत्र की बात करें तो लगातार 20 साल से भाजपा के सांसद बनते हुए आ रहे हैं कई बार डबल इंजन की सरकार भी रही है मगर धरातल पर कार्य का परिणाम देखा जाए तो शून्य है। इतने समय बाद भी राज्य व देश की राजधानी से ट्रेन के माध्यम से सीधा जुड़ाव नहीं कर पाए हैं।