बाउसरो पर प्रतिबंध कर पुलिस व्यवस्था के लिये आप ने सौपा ज्ञापन
➡️ सीएम सहित आईजी एसपी, एसडीएम से की मांग
राजनांदगांव । विजयदशमी पर्व व अन्य पर्वों पर राजनांदगांव में बाउंसर की खतरनाक व्यवस्था को प्रतिबंधित कर कानून व्यवस्था को लागू करने बाबत मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, पुलिस महानिरीक्षक राजनांदगांव रेज, पुलिस अधीक्षक तथा एसडीएम राजनांदगांव को एक लिखित ज्ञापन सौपा है।
आम आदमी पार्टी के राजनांदगांव लोकसभा अध्यक्ष भूपेश तिवारी ने लिखित ज्ञापन मे बताया कि साहित्य नगरी राजनांदगांव में शहर की धार्मिक परंपरा वर्षों पुरानी है और इन सब परंपराओं का पालन करने में हर नागरिक प्रयासरत हैं। जिसके चलते इन हर वर्ष आयोजन होता है। कुछ सालों से यह देखने में आ रहा है कि विभिन्न समितियां ऐसे आयोजनों में डीजे के साथ बाउंसर की गलत व्यवस्था कर रही है। ऐसे बाउसंर विभिन्न गेटो पर उपस्थित होकर आम महिलाओं, बच्चों और पुरुषों से बदतमीजी पूर्वक गाली गलौज करते धक्का मुक्की करते हैं जिससे शहर की संस्कृति और परंपरा को धक्का लगने के साथ अपराध है। ऐसे कई बाउंसर हैं जिनका कोई रिकॉर्ड आज तक पुलिस विभाग में नहीं मांगा है इनके रिकॉर्ड के साथ स्वास्थ्य जांच की जाए तो बहुत बड़ा खुलासा भी हो सकता है।
श्री तिवारी ने कहा कि किसी भी जिले में कानून व्यवस्था को बनाए रखने की जिम्मेदारी जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन की होती है। उसके बाद भी इस तरह वीआईपी अथवा अन्य गेट पर बाउन्सर की व्यवस्था किये जाने से लोगों के बीच विवाद की स्थिति उत्पन्न हो रही है।यह घटना पूर्व के मयूनिस्पल स्कूल मैदान व मुख्य गेट मे हो चुका है जिसमे सम्मानित लोगो से बदमतीजी करने पर आखिरकर पुलिस को हस्तक्षेप करना पडा था। विजयदशमी पर्व पर छत्तीसगढ़ जन उत्सव समिति व अन्य समितियो द्वारा बाउंसर की व्यवस्था मुख्य गेटों पर की जाती है। यह देखने में आया है कि यह बाउंसर शराब अथवा नशीली गोली का सेवन वाली अवस्था में रहते हैं और प्रवेश के नाम पर महिलाओं, बच्चों के साथ पुरुषों से भी बदतमीजी करने से बाज नहीं आते हैं और इन सबको देखकर समिति का आयोजक व कार्यकर्ता भी खामोश रहते हैं और मंच पर चेहरा दिखाते वही धुमते रहते है। ऐसे बाउसंरो की व्यवस्था मुख्य गेटों पर नहीं होनी चाहिये।कुछ बाउसंर कलाकार की सुरक्षा मे रहना चाहिए और मुख्य गेटों पर पुलिस अधिकारियों व जवानों सहित पुलिस अधिकारियों और जवानों सहित समिति के कार्यकर्ता की उपस्थिति होना चाहिए । उन्होने स्पष्ट किया कि बाउंसर किसी दृष्टि से कोई अधिकृत व्यक्ति नहीं है जिसे पुलिस विभाग अपना पल्ला झाडने अनुमति देता है।यह देखने में आया है कि ऐसे बाउंसरो की आज तक पुलिस विभाग द्वारा कभी भी जांच पड़ताल नहीं किया गया और नही उनका स्वास्थ्य परीक्षण किया गया कि वह सही हालत मे है अथवा नही। ऐसे खतरनाक लोग कभी भी कोई घटना अंजाम देकर भाग सकते हैं तो यह जिला प्रशासन के लिए हास्यास्पद वाली स्थिति होगी ।इन सब बात को देखकर आम आदमी पार्टी यह मांग करती है कि म्युनिसिपल स्कूल, कमला कॉलेज आदि स्थलों पर विजयदशमी के अलावा अन्य पर्वो पर भी जो गेट पर बाउंसर की व्यवस्था की जाती है उसे ना कर पुलिस अधिकारी और जवानों की व्यवस्था की जाए। जिससे महिलाएं बच्चे अपने आप को सम्मानित व सुरक्षित समझ सके और किसी के साथ कोई भी अभद व्यवहार व बदतमीजी का वातावरण ना हो। इसके लिए आप पार्टी इस नियम को सख्ती से लागू करने के साथ शासन व जिला प्रशासन से मांग करती है कि कुछ बाउंसरों को मंच के पास कलाकारो के बीच अनुमति दे सकते है परन्तु उनका पहले पुलिस वेरिफिकेशन और ब्रेथ एनालाइजर व अन्य माध्यम से स्वास्थ्य परीक्षण के बाद मंच के आसपास ही अनुमति दी जाने चाहिए नहीं तो नशीली दवा या नशे के चक्कर में कोई बड़ा हादसा ना हो जाए ।इन सब का ख्याल शासन के साथ जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक को करना चाहिए नही तो आप जनता के साथ सडक पर उतरेगी। इस अवसर पर सर्वजीत सिंह भाटिया अशोक चौबे, विवेक सिन्हा, कैलाश पंड्या, लोकेश रामटेके, गुरुदेव, आरिफ खान, एस.के. खान, प्रकाश खोब्रागड़े सहित पार्टी के समस्त पदाधिकारी और कार्यकर्ता उपस्थित थे।