मातृ और शिशु मृत्यु दर को कम करने भोपाल का प्रथम बर्थ वेटिंग रूम का शुभारंभ 8 बिस्तरीय बर्थ वेटिंग रूम बनाया गया
रिपोर्टर देवेन्द्र कुमार जैन भोपाल मध्य प्रदेश
दूरस्थ क्षेत्र से आने वाली गर्भवती महिलाओं के लिए बर्थ वेटिंग रूम की शुरुआत की गई। विधायक भगवानदास सबनानी द्वारा इसका शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर क्षेत्रीय पार्षद मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी सिविल सर्जन स्त्री रोग विशेषज्ञ सहित बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि, चिकित्सक एवं पैरामेडिकल स्टाफ उपस्थित थे।जिला चिकित्सालय में 8 बिस्तरीय बर्थ वेटिंग रूम बनाया गया है। इस अवसर पर विधायक ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के नेतृत्व एवं उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल के मार्गदर्शन में मध्यप्रदेश स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में निरंतर प्रगति कर रहा है। प्रत्येक मां का जीवन परिवार और समाज दोनों के लिए महत्वपूर्ण है। मातृ मृत्यु के प्रकरणों में कमी लाने की दिशा में बर्थ वेटिंग रूम सराहनीय प्रयास है। बर्थ वेटिंग रूम की सुविधा मातृ और शिशु मृत्यु दर को कम करने के उद्देश्य से की जा रही है। इसमें नर्सिंग स्टेशन भी बनाया गया है । यहां पर 24x7 चिकित्सकीय सेवाएं उपलब्ध रहेंगी। बर्थ वेटिंग रूम में गर्भवती महिलाओं को पोषण, आहार ,स्तनपान, टीकाकरण, परिवार कल्याण जैसे विषयों पर जानकारी भी दी जावेगी। बर्थ वेटिंग रूम में प्रसव की संभावित तिथि से एक सप्ताह पूर्व या गर्भावस्था के 37 सप्ताह पूर्ण होने के बाद जटिलता की गंभीरता को देखते हुए भर्ती किया जावेगा। महिलाओं की जांच, भोजन, परिवहन, दवाइयों सहित सभी सेवाएं निशुल्क दी जाएंगी। जोखिम वाली गर्भवती महिलाओं में पूर्व में सिजेरियन द्वारा प्रसव होने , गर्भावस्था प्रेरित उच्च रक्तचाप, गंभीर एनीमिया, हैबिचुअल अबॉर्शन , पूर्व में मृत शिशु जन्म, ग्रैंड मल्टीपैरा, माल प्रेजेंटेशन जैसी विभिन्न जटिलताओं को शामिल किया जाता है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी भोपाल ने बताया कि हाईरिस्क गर्भवती महिलाओं के चिह्नांकन एवं प्रबंधन के लिए प्रत्येक माह में दो बार प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान शिविरों का आयोजन किया जा रहा है । इन शिविरों में चिह्नित की गई महिलाओं को चिकित्सकों एवं मैदानी स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं द्वारा प्रसव की संभावित तिथि के पूर्व फॉलोअप कर आवश्यकतानुसार बर्थ वेटिंग रूम में भर्ती करवाया जाएगा। बर्थ वेटिंग रूम की सुविधा का विस्तार करते हुए शीघ्र ही डॉ कैलाशनाथ काटजू सिविल अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र कोलार व सिविल अस्पताल बेरसिया में भी शुरू किए जाएंगे।