बढ़ती हुई जनसंख्या भारत के लिए एक महा खतरा: तरुण शर्मा
■ बढ़ती हुई जनसंख्या भारत के लिए एक महा खतरा: तरुण शर्मा
2014 में भारत की जनसंख्या लगभग 125 करोड़ के आसपास थी और आज यह 10 सालों में बढ़कर 145 करोड़ के लगभग हो गई है यह सोचने का विषय है। अगर इसी तरह से भारतवर्ष की जनसंख्या बढ़ती रही तो वह दिन दूर नहीं जब खाने के लाले पड़ जाएंगे और भारतवर्ष में सोने के लिए जो पलंग है वह मंजिल नुमा बनने शुरू हो जाएंगे एक पलंग के ऊपर चार-चार मंजिल बेड होंगे।
जनसंख्या का यह विस्फोट भारतवर्ष को ध्वस्त कर देगा । बढ़ती हुई जनसंख्या बढ़ती हुई गरीबी का सबसे बड़ा कारण है। जिस देश की आबादी ज्यादा होगी उस देश में गरीबी, भूख मरी, लाचारी ,अपराध यह सब अधिक होंगे। इसलिए मेरा यही मानना है कि अपने देश की आबादी को कम किया जाए। कम करने के लिए, सभी धर्मो जातियों को आगे आना होगा । हर तरह के जनसंख्या नियंत्रण के लिए हमें संभव प्रयास करने होंगे और हम सब प्रतिज्ञा लें कि हम दो से ज्यादा बच्चे ना करें। यह इतने बच्चों की फौज बनाकर हम क्या करेंगे? हम खुद ही गरीब बनकर रह जाएंगे और देश बहुत पीछे रह जाएगा । मेरी भारत वर्ष की जनता से अपील है की दो से अधिक बच्चे ना करें, वरना देश बहुत तेजी से गरीबी की तरफ जा रहा है । मैं वह दिन देख रहा हूं जब इतनी भुखमरी इतनी लाचारी होगी इस देश में की एक वक्त की रोटी नसीब करना बहुत मुश्किल होगा अगर इसी तरह से जनसंख्या निरंतर बढ़ती रही। समय के रहते सब लोग संभल जाए। जनसंख्या को नियंत्रित करें और भारतवर्ष के सभी सामाजिक संगठन आगे आए। जनसंख्या को नियंत्रित करने के लिए जागरूकता कैंप चलाएं शिविर चलाएं और भारतवर्ष की सरकार से भी मैं अपील करता हूं कि जल्द से जल्द जनसंख्या नियंत्रण कानून लागू करें।
क्या हम लोगों ने कभी सोचा है कि यूरोप या पश्चिम के देश आज इतने खूबसूरत क्यों हैं ?आज उनकी जो मुद्रा है वह हमारे देश की मुद्रा से कई गुना अधिक क्यों है? इसके पीछे का क्या कारण है क्या आपने कभी सोचा है इसके पीछे का कारण सिर्फ एक है उन लोगों की जनसंख्या नियंत्रित है उन लोगों के पास आय के साधन अधिक है और इसके ठीक उलट हम लोगों की जनसंख्या विश्व में सबसे अधिक है और आय के साधन जीरो है। भारतवर्ष को अमीर अगर आप देखना चाहते हैं तो जनसंख्या को तुरंत प्रभाव से नियंत्रित करने के हर संभव प्रयास करें।