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मंथली मांगने वाले सहायक उप निरीक्षक और सिपाही को निलंबित किया गया है। एसीबी में मामला दर्ज होने के बाद, एसपी ने दूसरे सिपाही को लाइन हाजिर करने का आदेश दिया है।

अजमेर में शराब के झूठे मुकदमे के मामले में, पुलिस अधीक्षक देवेन्द्र कुमार विश्नोई ने सहायक उपनिरीक्षक बलदेवराम और सिपाही शिम्भुराम गोदारा को निलंबित किया है। प्रकरण में सिपाही नंदकिशोर गोदारा की लिप्तता सामने आने पर उन्होंने दूसरे सिपाही को लाइन हाजिर करने का आदेश दिया है। निलंबनकाल में दोनों का मुख्यालय पुलिस लाइन पर है।
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के जयपुर मुख्यालय में तैनात सहायक उपनिरीक्षक **बलदेवराम** और नागौर मेड़तासिटी लाम्पोई निवासी सिपाही **शिम्भुराम** के खिलाफ **3 मई** को भ्रष्टाचार निवारण अधीनियम की **धारा 11 और 12** में प्रकरण दर्ज किया गया है। भ्रष्टाचार के मामले में दर्ज होने के बाद दोनों को **तत्काल प्रभाव से निलम्बित** कर दिया गया है। प्रकरण में दूसरे सिपाही **नंदकिशोर** का भी नाम सामने आया है, और उसे लाइन हाजिर किया गया है। तीनों पूर्व में गंज पुलिस थाने की **आनासागर चौकी** पर तैनात थे। उल्लेखनीय है कि **फॉयसागर रोड चामुंडा कॉलोनी** निवासी **बंशीराम कलाल** ने उनके खिलाफ **एसीबी में शिकायत दी** थी
फॉयसागर रोड चामुंडा कॉलोनी में निवासी **बंशीराम कलाल** ने **12 दिसम्बर 2023** को एसीबी की विशेष शाखा में शिकायत दी कि **20 नवम्बर 2023** को तत्कालीन **आनासागर चौकी** प्रभारी और **एएसआई बलदेवराम**, सिपाही **शम्भुराम**, और सिपाही **नंदकिशोर** उनके घर आए थे। उन्होंने बताया कि उनके घर में **6 बीयर** मिलने पर **30 बोतल का मुकदमा** बनाया गया था। इसके बाद, सिपाही **नंदकिशोर** ने **बलदेवराम** के लिए **5 हजार** और अपने लिए **2 हजार** की मंथली मांगी³.

**एसीबी** ने **12 दिसम्बर** को **बंशीराम** के साथ सत्यापन की कार्रवाई की। इसमें **बलदेवराम** और **शिम्भुराम** से मंथली की वार्ता हुई और **एएसआई** ने **5 हजार** मंथली तय करते हुए **शिम्भुराम** के माध्यम से रकम का लेन-देन तय किया।

**बंशीराम** के फोन नहीं उठाने से **बलदेवराम** और **शिम्भुराम** ने **8 फरवरी 2024** को फिर से झूठा मुकदमा दर्ज करके उन्हें गिरफ्तार कर लिया।

**बंशीलाल** ने **21 फरवरी** को रिश्वत की रकम लेकर पहुंचा। आनासागर पुलिस चौकी में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मौजूद थे, इसलिए ट्रेप कार्रवाई नहीं हो सकी।

फिर **11 मार्च** को **बंशीराम** से बात हुई और पता चला कि **बलदेवराम** और **शिम्भु** का तबादला **पुष्कर** हो गया है³.

फिर शराब के चक्कर में फंसा सहायक उप निरीक्षक बलदेवराम कोरोनाकाल में भी शराब के चक्कर में निलम्बत हो चुका है। लॉकडाउन में क्लॉक टावर थाना क्षेत्र स्थित आबकारी विभाग के शराब के ठेके से शराब की खेप निकाली गई। पुलिस संरक्षण में निकाली गई शराब की खेप में से थाने के एक सिपाही ने एएसआई बलदेवराम से अंग्रेजी शराब की बोतल मांगी। उसने सिपाही को शराब की बोतल ना देकर फटकार लगा दी। नाराज सिपाही ने ठेके से चोरी छिपे निकाली गई शराब का भंडाभोड कर दिया। मामले में तत्कालीन एसपी कुंवर राष्ट्रदीप ने एएसआई बलदेवराम को निलम्बित कर दिया था.

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