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गुणवत्ता निरीक्षक आन्नद मौर्या पर फिर लगाये स्व-सहायता समूह से राशि लेने के आरोप

गुणवत्ता निरीक्षक आन्नद मौर्या पर फिर लगाये स्व-सहायता समूह से राशि लेने के आरोप

डिण्डौरी - गुणवत्ता निरीक्षक आन्नद मौर्य पर एक के बाद एक स्व. सहायता समूह से राशि वसूलने के आरोप लग रहे है। लेकिन प्रषासन की मेहरबानी या आन्नद मौर्य का रसूख जिसके चलते कार्यवाई की दिशा बदल जाती है और आरोप निराधार साबित होते है। लगातार षिकायतो के बाद कार्यवाई न होने से प्रशासन पर भी दोहरा रवैया अपनाने का आरोप लग रहे है। पूर्व में ग्रामीणो द्वारा एक उपयंत्री पर तकनीकि स्वीकृति के एवज में राशि मांगने का आरोप लगाते हुए लिखित शिकायत दर्ज करायी गई थी जिस पर सज्ञान लेते हुए उपयंत्री को कारण बताओ सूचना पत्र जारी करते हुए संविदा सेवा समाप्त कर दी गई थी वही जिला पंचायत में पदस्थ परियोजना अधिकारी मनरेगा पर पदीय दायित्वो में लापरवाही के आरोप लगे थे जिनके विरूद्ध भी कार्यवाई करते हुए पद से पृथक कर दिया गया था । लेकिन गुणवत्ता निरीक्षक पर एक के बाद एक आरोप लग रहे है तथा समूह की सदस्यो द्वारा 20 मार्च 24 को रानी अवंती बाई के शहादत दिवस में शामिल होने बालपुर पहुचे मुख्यमंत्री तक को शिकायत की गई लेकिन शिकायत के बाद मामले की दिशा और दशा कैसे बदली यह चर्चा का विषय बना हुआ है। हालाकि शिकायत के बाद प्रान्तीय महिला स्व सहायता समूह महासंघ म.प्र. ने समाचार पत्रो में प्रकासित खबर को मिथ्याहीन बतलाते हुए मुख्यमंत्री को ज्ञापन नही देने की बात कह कर शिकायतकर्ता समूह की सदस्य को ही कटघरे में खडा करते हुए संघ से निष्कासित सदस्य बतलाया और प्रान्तीय महिला स्व-सहायता समूह ने क्लीन चिट देते हुए 22 मार्च को मुख्यमंत्री के नाम सौपे ज्ञापन में शिकायत को बेबुनियाद करार दिया । लेकिन इसके एक दिन बाद ही 23 मार्च 24 को कलेक्टर के भ्रमण के दौरान ग्राम पंचायत कमरासोढा के ग्राम लालपुर के ठाकुर देव स्व सहायता समूह की अध्यक्ष एवं सचिव द्वारा शाला में माध्यान्ह भोजन संचालन हेतु समूह परिर्वतन के लिए 5 हजार रूपये गुणवत्ता निरीक्षक आन्नद मौर्या पर लेने के आरोप लगाये थे जिस पर कार्यवाई करते हुए मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत डिण्डौरी के द्वारा आन्नद मौर्या को कारण बताओ सूचना पत्र जारी किया गया था लेकिन कार्यवाई क्या हुई यह स्पष्ट नही है इस मामले में मौर्या द्वारा संतोष जनक जबाव प्रस्तुत किया गया या फिर स्व सहायता समूह की महिलाओ का एक बार फिर रूख बदल गया इसको लेकर संसय बना हुआ है लेकिन फिर एक बार 1 मई 24 को दिव्य स्व सहायता समूह समनापुर के द्वारा गुणवत्ता निरीक्षक आन्नद माया पर 2 हजार रूपये लेने का आरोप लगाते हुए मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत को लिखित शिकायत प्रस्तुत किया । शिकायत में हवाला दिया गया है कि स्व सहायता समूह द्वारा बालक माध्यमिक शाला में 2012 से मध्यान्ह भोजन का संचालन किया जा रहा है। जब से शाला एकीकृत हुआ है तब से राशि कन्या माध्यमिक शाला में कार्यरत समूह के खाते में जा रही है जिससे हमे अपने समूह द्वारा संचालित विद्यालय में मध्यान्ह भोजन कार्यक्रम संचालन में समस्या आ रही है, परन्तु तब से वर्तमान में भी मध्यान्ह भोजन का संचालन जारी रखा है इसके साथ साथ हमने वर्तमान लोक सभा चुनाव में भी भोजन उपलब्ध कराया है। इसकी जानकारी हमने आन्नद मौर्या जी को दिये तो उन्होने कहा कि मै करा दूंगा आप मुझे 10 हजार रूपये दीजिए। हमने एक माह पूर्व मार्च में 2 हजार रूपये नगद दिये है उसके बावजूद भी हमारी समस्या बनी हुई है। हमें नवम्बर 2023 से राशि प्राप्त नही हुई है लक्ष्मी तेजस्वी समूह से राशि दिलवाने की कृपा करेगें। स्व सहायता समूह की सदस्यो ने जिसके समक्ष राशि प्रदान की है उसके नाम का भी उल्लेख किया गया है। अब देखना होगा कि उक्त शिकायत के बाद प्रशासन का क्या रूख रहेगा या पूर्व की भांति श्री मौर्या को अभयदान मिलेगा ।

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