कोटा: स्पीकर बिरला के प्रयासों से रौनक के जीवन में लौटी रौनक
- हड्डी की गंभीर बीमारी से दिव्यांग हो सकती थी युवती
कोटा। लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला के प्रयासों से कोटा की एक युवती के जीवन में नया प्रकाश आया है। दरअसल हड्डी की गंभीर बीमारी से पीड़ित युवती को यदि उपचार नहीं मिलता तो उसका पैर काटना पड़ता। लेकिन अब वे अपना जीवन किसी पर भी निर्भर हुए बिना जी सकती है।
कोटा के शिवसागर क्षेत्र के रहने वाली रौनक पांचाल (20) एमए सोशियोलॉजी की पढ़ाई कर रही है। पोस्ट ग्रेजुएशन के बाद वह प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करना चाहती है। इसी वर्ष अप्रेल में अचानक उसे कमर से नीचे के शरीर में दर्द की समस्या प्रारंभ हुई। प्रारंभिक परामर्श के दौरान डॉक्टरों को लगा कि यह कैल्शियम की कमी के कारण है तो उन्होंने उसी अनुरूप उपचार प्रारंभ कर दिया।
लेकिन जब समस्या बढ़ने लगी तो उन्होंने फिजिशयन, हड्डी, न्यूरो और कैंसर के विशेषज्ञ डॉक्टरों को दिखाया। इस दौरान एक चिकित्सक को लगा कि उनके पांव की हड्डी में ट्यूमर है और यह समस्या काफी गंभीर है। डॉक्टर के सुझाव पर परिजन रौनक को जयपुर ले गए
वहां एक निजी अस्पताल में जांच के बाद डॉक्टरों ने कहा कि यदि जल्द उपचार नहीं करवाया गया तो रौनक का पैर काटना पड़ेगा। उपचार में पांच से छह लाख रूपए का खर्च होगा। रौनक के पिता एक प्राइवेट फर्म में फिटर का काम करते हैं। घर में रौनक के अलावा दो और बेटियां हैं। उपचार में की इतनी बड़ी राशि सुन वे हताश हो गए।
लेकिन किसी ने उन्हें लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला से सम्पर्क करने की सलाह दी। वे स्पीकर ओम बिरला से मिले और सारी समस्या बताई। बिरला ने उन्हें आश्वस्त किया रौनक उनके लिए भी बेटी की ही तरह है। उसके उपचार में यथा संभव मदद की जाएगी।
इसके बाद स्पीकर बिरला के निर्देश पर लोक सभा के अधिकारियों ने डॉक्टरों और अस्पतालों से बात की। करीब डेढ़ माह पूर्व रौनक का सफल ऑपरेशन हो गया। रौनक अब वॉकर की मदद से चलने भी लगी है। कुछ समय बाद वह पूरी तरह स्वस्थ हो जाएगी। रौनक ने शुक्रवार को लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला से मिलकर उनका आभार व्यक्त किया और कहा कि प्रशासनिक सेवा में जाने का सपना पूरा करने के लिए अब वे लगन और मेहनत से पढ़ाई कर सकेगी।