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मंडी में परिजनों ने चिकित्सकों पर लापरवाही के जड़े आरोप

नवजात की मौत, सिर पर गहरे जख्म

मंडी में परिजनों ने चिकित्सकों पर लापरवाही के जड़े आरोप
  कुल्लू।

जन्म के पांच दिन बाद नवजात शिशु की मौत के लिए परिजनों ने अस्पताल में तैनात चिकित्सकों पर प्रसव के दौरान लापरवाही के गंभीर आरोप लगाते हुए उन्हें नवजात की मौत का जिम्मेदार ठहराया है।

साथ ही मामले को लेकर परिजनों ने मुख्यमंत्री सेवा संकल्प व चाइल्डलाइन हेल्पलाइन में शिकायत दर्ज कर करवाई है। मामला जिला मंडी के एक बड़े दर्जे के सरकारी अस्पताल से जुड़ा है।

जहां बल्ह क्षेत्र के पाथा गांव की एक गर्भवती को गत दस नवंबर को प्रसव पीड़ा के चलते अस्पताल में दाखिल किया था। 18 नवंबर को महिला की सिजेरियन डिलिवरी करवाई गई थी।

डिलिवरी के बाद नवजात की तबीयत बिगड़ती देख चिकित्सक द्वारा 21 नवंबर को उसे पीजीआई रैफर कर दिया, लेकिन वहां से भी परिजनों को निराशा ही हाथ लगी।

परिजनों ने बताया कि शिशु के बचने का कोई उम्मीद न होने पर उन्हें अस्पताल से घर वापस भेज दिया गया तथा 23 नवंबर को नवजात शिशु की घर में मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि चिकित्सकों की टीम ने प्रसव पीड़ा के दौरान गर्भवती की गतल तरीके से सिजेरियन डिलिवरी करवाई थी। डिलिवरी के दौरान नवजात शिशु के सिर के पिछले हिस्से में गहरे जख्म पाए गए थे, जिनसे काफी खून बह रहा था। जिला कांग्रेस अध्यक्ष प्रकाश चौधरी ने इस मामले पर गंभीरता से जांच की मांग की है । वहीं, लाल बहादुर शास्त्री मेडिकल कालेज नेरचौक के एमएस डा. पीएल वर्मा ने कहा कि मामला उनके ध्यान में आया है। आरोपों को लेकर जांच की जाएगी।

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