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मोबाइल बेचकर भाई ने कराया इलाज, लेकिन बचा नहीं सका, डॉक्टरों पर लगाया मनमानी का आरोप

पटना। बिजली के हाई टेंशन तार की चपेट में आए बेगूसराय के एक युवक की पटना मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में मौत हो गई है। इलाज के लिए भाई ने अपना मोबाइल तक बेच दिया, लेकिन 2 दिनों तक भर्ती के बाद भी सीनियर डॉक्टर देखने तक नहीं आए। घर वालों का आरोप है कि पटना मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों ने गंभीरता दिखाई होती तो मरीज की जान बच जाती।
बुधवार को डॉक्टर उस वक्त देखने आए जब वह काफी गंभीर हो गया और थोड़ी देर बाद ही उसकी मौत हो गई। 3 दिन पहले हुई थी घटना 25 साल का विजय साव बेगूसराय जनपद के बखरी के सलौना का रहने वाला था। वह काफी गरीब परिवार से था और टेंट का साइट पर मजदूरी का काम करता था। वह 27 सितंबर को टेंट लगाने के दौरान हाई टेंशन बिजली के तार की चपेट में आकर गंभीर रूप से झुलस गया था। गर्दन और पीठ के साथ बायां पैर भी जल गया था। घर वालों ने पहले बेगूसराय में डॉक्टरों को दिखाया गया लेकिन वहां से PMCH को रेफर कर दिया गया।
इसके बाद घर वाले पटना मेडिकल कॉलेज लेकर आ गए और भर्ती करा दिया गया। घर वालों का आरोप है कि भर्ती करने के बाद दवाएं सिर्फ चलाई जा रही थी लेकिन कोई सीनियर डॉक्टर उसे इमरजेंसी में देखने नहीं आया। भाई ने कहा मोबाइल तक बेचा लेकिन नहीं बची जान विजय साव के छोटे भाई छोटू का कहना है कि इलाज के लिए पैसा नहीं था और उसने अपना मोबाइल तक बेंच दिया लेकिन भाई को बचा नहीं पाया।
भाई का कहना है कि पहले डॉक्टरों ने कहा पैर काटना पड़ेगा, लेकिन डॉक्टर ऑपरेशन भी नहीं किए। कोई सीनियर डॉक्टर देखने नहीं आया इस कारण से न तो ऑपरेशन हुआ और न ही जान बचाई जा सकी। पिता राम सागर का कहना है कि बेटे के इलाज में लापरवाही की गई, नहीं तो उसकी जान बचाई जा सकती थी। पटना मेडिकल कॉलेज का कहना है कि वह गंभीर रूप से झुलस गया था और इस कारण से हालत काफी गंभीर हो गई थी।


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