
कोटा में पत्रकारिता की आड़ में सुनियोजित षड्यंत्र, क्लब बनाकर शुरू किया ठगी का खेल
कोटा। शहर में पत्रकारिता की विश्वसनीयता को ठेस पहुंचाने वाला एक गंभीर मामला सामने आया है, जिसमें कथित रूप षड्यंत्र के तहत एक प्रभावशाली और मुखर पत्रकार को फंसाने की साजिश चल रही हैं। आरोप है कि ये लोग स्वयं को मीडिया से जुड़ा बताकर, शहर के कुछ वरिष्ठ पत्रकारों के नाम की आड़ लेते हुए अपने तथाकथित पोर्टल और मीडिया चैनल चलाने का दावा कर रहे हैं। सूत्रों के अनुसार मीडिया क्लब कोटा का अध्यक्ष शहर के एक थोक व्यापारी को बनाया गया है। शहर के एक वरिष्ठ पत्रकार से भी मीडिया क्लब में डोनेशन के नाम पर 50 हजार रुपए हड़प लिए हैं।
जानकारी के अनुसार, ये कथित तत्व बिना किसी अधिकृत सूचना, प्रमाण या जिम्मेदार स्रोत के, झूठे, मनगढ़ंत और आधारहीन समाचार प्रसारित कर रहे हैं। इन कथित समाचारों के माध्यम से आमजन को गुमराह किया जा रहा है और भावनात्मक व सामाजिक मुद्दों का दुरुपयोग कर लोगों को अपने प्रभाव में लिया जा रहा है। यह एआई पर निर्भर है। ऐसे तत्वों पर शहर के सारे पत्रकार एकजुट होकर अब कार्रवाई करने की मंशा बन चुके हैं।
ये लोग वरिष्ठ पत्रकारों के नाम का उपयोग कर आम नागरिकों और मीडिया कर्मियों पर दबाव बनाते हैं, उनसे अवैध रूप से धन की मांग करते हैं तथा विरोध करने पर डराने-धमकाने की रणनीति अपनाते हैं। झूठे मामलों में फंसाने कि कोशिशें करते है। व्यापारी वर्ग कि भूमिका भी इस मामले में संदेह के घेरे में है। इस प्रकार की शिकायतें शहर के जिम्मेदार और वरिष्ठ पत्रकारों तक पहुंचीं और उन्होंने अनुशासनात्मक व कानूनी कार्रवाई की पहल की, तो कथित रूप से इन तत्वों ने तकनीकी साधनों और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का दुरुपयोग करते हुए पत्रकारों को ही बदनाम करने का डिजिटल दुष्प्रचार अभियान शुरू कर दिया। इससे पत्रकार समुदाय में भय, भ्रम और तनाव का माहौल व्याप्त हो गया है।
वरिष्ठ पत्रकारों का कहना है कि यह मामला केवल किसी एक व्यक्ति का नहीं, बल्कि पूरी पत्रकारिता की साख और समाज के विश्वास से जुड़ा है। ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त और उच्चस्तरीय पुलिस कार्रवाई की तैयारी की जा रही है, ताकि पत्रकारिता की आड़ में चल रहे कथित ठगी और षड्यंत्र पर अंकुश लगाया जा सके। पत्रकार समुदाय ने प्रशासन से मांग की है कि निष्पक्ष जांच कर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए, ताकि सच्ची और जिम्मेदार पत्रकारिता की गरिमा बनी रहे।