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वेंक्टेश्वरा जैसे संस्थानो की तरह अन्य संस्थान भी कानून की पढाई में ’’नवाचारो’’ का अधिकारिक उपयोग करे, ताकि न्याय व्यवस्था को ज्यादा त्वरित सटीक निष्प

मेरठ। राष्ट्रीय राजमार्ग बाईपास स्थित श्री वेंक्टेश्वरा विश्वविद्यालय/संस्थान को सर्वोच्च न्यायलय परिसर स्थित भारतीय विधि संस्थान के संयुक्त तत्वाँधान में आयोजित ’’रोल ऑफ ए0आई0 ईन लीगल सिस्टम’’ विषय पर ’’राष्ट्रीय संगौष्ठी एवं सम्मान समारोह- 2025’’ में ’’कानूनी शिक्षा में नवाचारो’’ के लिए ’’उत्कृष्ट विधि संस्थान’’ के सम्मान से सम्मानित किया गया।

ऑल इण्डिया लाॅ फोरम, भारतीय विधि संस्थान, सर्वोच्च न्यायालय परिसर के संयुक्त तत्वाँधान में आयोजित ’’राष्ट्रीय संगौष्ठी एवं सम्मान समारोह’’ का शुभारम्भ मुख्य अतिथि सुप्रीम कोर्ट नयी दिल्ली के वरिष्ठ न्यायधीश जस्टिस माननीय राकेश बिन्दल, अटार्नी जनरल ऑफ़ इण्डिया श्री आर0 वेंकटरमणी, इण्डियन लाॅ इंस्टीट्यूट के निदेशक डाॅ0 वी0के0 आहूजा, अन्तर्राष्ट्रीय साहित्यकार एवं शिक्षाविद् दिनेश रघुवंशी, प्रतिकुलाधिपति डाॅ0 राजीव त्यागी आदि ने सरस्वती माँ की प्रतिमा के सन्मुख दीप प्रज्जवलित करके किया।

अपने सम्बोधन में मुख्य अतिथि सर्वोच्च न्यायालय के वरिष्ठ न्यायधीश जस्टिस माननीय राकेश बिन्दल ने कहा कि आज पूरा विश्व बाजार ए0आई0 से घिर चुका है। भारत भी न्याय प्रणाली को त्वरित एवं सटीक बनाने में इसका उपयोग कर रही है।

मेरा देशभर से आये न्यायधीशों, वरिष्ठ अधिवक्ताओ एवं लाॅ छात्रो से अपील है कि आप ए0आई0 को ’’हैल्पिंग टूल’’ के रूप में जरूर उपयोग में लाये, पर इसको ’’मास्टर कोच या उत्कृट शिक्षक’’ समझने की भूल ना करे।

इस अवसर पर वरिष्ठ आई0ए0एस0 एवं रायपुर कलेक्टर श्री आशीष सिंह, सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता विकास वर्मा, वरिष्ठ अधिवक्ता विनोद कुमार गोयल, सुप्रीम कोर्ट अधिवक्ता एवं पूर्व न्यायधीश श्री पवन दुग्ंगल आदि लोग उपस्थित रहे।

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