शिवशाहीर बाबासाहेब पुरंदरे अनंत मे विलीन
पुणे।
बाबासाहेब उपाख्या बलवंत मोरेश्वर पुरंदरे, शिवशाहीर एक समर्पित भक्त और एक अनुभवी इतिहासकार, जिन्होंने अपना पूरा जीवन शिवछत्रपति के लिए समर्पित किया और चरित्र को आम आदमी तक पहुँचाया, उनकाआज निधन हो गया। वह 100 वर्ष के थे। उन्हें 2019 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था।
शिवचरित्र की कथा सुनाने के लिए शिवशाहीर पुरंदरे ने पूरे देश की यात्रा की। उन्होंने भव्य नाटक बनाया ताकि शिवाजी महाराज के चरित्र को आम लोग आसानी से समझ सकें। इस नाटक में वास्तव मे रंगमंचपर हाथियों, घोड़ों और ऊंटों का उपयोग करके परिणामकारक विचार लोगोतक पहूचाया ।
व्याख्यान देते समय शिवकाल वस्तुतः उसे अपनी आंखों के सामने जीवंत कर देते थे। शिवसेना प्रमुख बालासाहेब ठाकरे ने उन्हें 'शिवकाल में रहने वाला मावला' बताया था।