रोहिणी नक्षत्र के दुर्लभ संयोग में मनेगा करवा चौथ का व्रत : आदित्य नारायण अवस्थी
अलीगढ़। करवा चौथ का व्रत 24 अक्टूबर 2021 रविवार को रोहिणी नक्षत्र में होगा। विवाहित महिलाएं निर्जला व्रत रखकर अपने पति की लंबी उम्र की कामना करेंगी।
अवस्थी ज्योतिष संस्थान के प्रमुख आचार्य आदित्य नारायण अवस्थी बताया कि इस वर्ष रविवार के दिन करवा चौथ का व्रत पड़ने से खास संयोग बन रहा है।
रविवार को सूर्य का प्रभाव ज्यादा होता है। सूर्य आरोग्यता और दीर्घायु के प्रतीक है करवा चौथ के दिन सुहागिन महिलाएं पूरे दिन निर्जल व्रत रखकर पूजा करती हैं पति की लंबी आयु के लिए यह व्रत रखा जाता है
गणेश पुराण के अनुसार करवा चौथ व्रत के अधिपति गणेश जी माने गए हैं इस दिन चंद्रमा का दर्शन करने से गणेश जी के दर्शन का पूर्ण फल मिलता है इस दिन गणेश जी की पूजा भालचंद्र नाम से होती है यह चतुर्थी अन्य ग्रंथों में संकट हरण चतुर्थी के नाम से बताई गई है जो स्त्री इस व्रत को श्रद्धा के साथ विधिपूर्वक करती है उसके विवाहित जीवन में आ रही बाधाएं और संकट मंगल मूर्ति विनायक जी की कृपा से दूर होते हैं और दांपत्य सुख की प्राप्ति होती है चंद्रोदय रात्रि 8:30 बजे पर होगा तभी चंद्रमा को अर्ध्य दिया जाएगा पूजा विधि करवा चौथ के दिन एक पट्टे पर जल से भरा लोटा एक करवा में गेहूं भरकर रखते हैं दीवार या फिर कागज पर पर चंद्रमा एवं गणेश मां पार्वती, भगवान शिव, कार्तिकेय सहित शिव परिवार का पूजन किया जाता है। कहानी सुनकर चंद्रमा को अर्घ्य देकर पति के पैर छूकर पति के हाथ से जल पीकर अन्न ग्रहण करती हैं किसी भी मन्नत के लिए महिलाएं 8 पूड़ियाँ हलवा बनाकर सास या जेठानी नंद को सुहाग के समान और साड़ियां दान करती हैं इस दिन वह अपने पैरों के बिछुआ भी बदलती हैं