
सिंहपुर का जुआ तेज, प्रशासन के लिए बने चुनौती
शहडोल। जिले के सिंहपुर के जंगल में ताश पत्तों से जुआ खिलाने का गोरखधंधा खुलेआम चल रहा है, जिसमें खादी और खाकी की जुगलबंदी का मजबूत संरक्षण प्राप्त है। जुआरी भी कहते फिरते हैं कि पुलिस का कोई टेंशन नहीं है।
पिछले कुछ महीनों से ठीहे बदल बदलकर जुआ संचालित हो रहा है और इस कार्य में क्षेत्र के युवा वर्ग के लोग अपने भविष्य को संवारने की लालच में इसके जाल में फ॔स कर अपने घर परिवार को तबाह कर रहे हैं।
लेकिन जुआ खिलाने वाले समूह को प्रतिदिन लगभग 50 से 60 हजार तक की कमाई प्रतिदिन हो रही है और कमाई का अड्डा बन चुके संचालित फड़ को कामयाब बनाने के लिए जुआँ को संचालित करने वाले लोगों के साथ ताल ठोक कर नाल वसूली को महत्व देने का काम सिंहपुर थाना के कुछ स्टाफ की मिलीभगत है और एक कथित दबंग नेता के संरक्षण में जंगलों में बावनपरी का खेल संचालित हो रहा है। सिंहपुर से लगभग 5 किलोमीटर आगे जबलपुर रोड पर प्रतिदिन जुऐं का खेल बेधड़क चल रहा है और इस खेल को खेलने के लिए जिले के कई नामी-गिरामी लोग सिंहपुर पहुंचते हैं इसके अलावा बरतरा, बुढार, धनपुरी सहित दर्जनों जगहों से खिलाड़ियों को बुलाया जाता है खिलाड़ियों के लिए कुछ विशेष व्यवस्था भी की जाती है जुऐं के फड़ को सही दिशा देने के काम पर दर्जनों युवक सेवा देते रहते हैं और संचालित फड़ की जगह पर दोपहर से लेकर रात तक पहरा देकर खिलाड़ियों के गाड़ी से लेकर मोबाइल फोन तक सुरक्षित रखते हुए 5 किलोमीटर पहले से ही पहरेदारी की जाती है। विगत कई दिनों से सिंहपुर थाना अंतर्गत चल रहे इस जुऐं के फड़ को संचालित करने वालों के द्वारा एक ग्रुप बनाकर दर्जनों क्षेत्र के लोगों को आमंत्रित किया जा रहा है और आने वाले खिलाड़ियों को मनमुताबिक सेवा दी जा रही है गाड़ी से लेकर मोबाइल और हार जाने के बाद उनके सामानों को गिरवी रखकर तुरंत ब्याज में भी रुपया उपलब्ध कराए जाने के साथ साथ शराब और शबाब की व्यवस्था तक का इंतजाम रहता है फड़ संचालित करने वालों के द्वारा सुरक्षा की पूरी गारंटी देते हुए खिलाड़ियों को बुलाया जाता है इस जुऐं के फड़ में सुरक्षा की गारंटी मिलने के बाद संभागीय मुख्यालय से दर्जनों युवक तो पहुंच ही रहे हैं इसके अलावा बुढार, धनपुरी, बरतरा, सिरौंजा,छिरहटी सिंहपुर आदि कई क्षेत्रों के अलावा अनूपपुर जिले के खिलाड़ी भी शिरकत फरमा रहे है। दबंग शहडोल पुलिस अधीक्षक श्री अवधेश कुमार गोस्वामी द्वारा समय-समय पर अपराधियों पर लगाम लगाने के लिए कई तरह के फार्मूले इजात किये गये कभी नशाखोरी सूदखोरी सहित अन्य अपराधियों पर लगाम लगी हैं वही इस समय अपराधियों की पूरी टीम शहर छोड़कर गांव में बसेरा बनाये हुए हैं एवं अपराध को कारित करने के लिए जंगलों का सहारा ले रहे हैं शहरी क्षेत्र को छोड़कर ग्रामीण क्षेत्रों में अवैध कार्य को अंजाम दिया जा रहा है सिंहपुर थाना क्षेत्र में सफेदपोश नेता के सरंक्षण से रामजी,आदेश,शरीफ जमकर नाल वसूल रहे हैं वहीं 5 किलोमीटर के अंदर जंगलों में बेधड़क बेखौफ़ होकर जुऐं के फड़ का संचालन कर रहे हैं कथित फड़ संचालन रोजाना शाम से शुरू होकर देर रात तक चलता है।अपराध को जन्म देने वाले इस तरह के अवैध कार्य जहां पर भी पनपने लगते हैं वहां पर पुलिस के अलावा क्षेत्र के सफेदपोश नेताओं को भी खबर तो होती ही है लेकिन ऐसे अपराधों को रोकने के बजाय अपराध को ही कमाई का अड्डा समझ कर अपना हाँथ और साथ खाकी और खादी दोनों प्रदान करने लगते हैं अपराधों पर लगाम लगाने वाले पुलिस अधीक्षक श्री अवधेश कुमार गोस्वामी के कार्यशैली से जिले के समस्त अपराधी एवं माफिया अपने आप को बचाकर या तो शहर से भाग गए हैं या फिर जेल की कालकोठरी में हैं इस मामले में पुलिस कप्तान संज्ञान लेकर कार्यवाही करें तो बड़े रैकेट का खुलासा होने के साथ साथ ऐसे अपराध पर अंकुश लगाया जा सकता है। इनका कहना है । मेरे संज्ञान में है हमारा बल जब भी दबिश देने जाता है जुआँरी भाग खड़े होते हैं जुआँरियों के गुर्गे भी पहले से तैनात रहते हैं हमारे बल को देखकर तुरंत उन्हें सूचित कर देते हैं वैसे हम उन्हें पकड़ने का प्रयास कर रहे हैं और जल्द ही उन्हें पकड़ भी लेंगे।