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रीवा/डी ई ओ आफिस के रमसा सेक्शन मे जे डी टीम का छापा

रीवा। आज देर शाम संयुक्त संचालक लोक शिक्षण की दो सदस्यीय टीम ने जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय रीवा के रमसा कक्ष मे दबिश दी।

औचक इस कार्रवाई  से डी ई ओ कार्यालय मे हडकंप मच गया।बताया गया है कि डी ई ओ कार्यालय मे पदस्थ रमसा अधिकारी पी एल मिश्रा अपने कार्यकलापों से लम्बे समय से चर्चा मे थेजिसकी शिकायतें लगातार उच्च स्तर पर पहुंच रही थी। उच्च स्तर से मिले निर्देश के बाद आज संयुक्त संचालक लोक शिक्षण सन्तोष कुमार त्रिपाठी ने अपनी टीम डी ई ओ आफिस भेजी।दो सदस्यीय दल मे सहायक संचालक टी पी सिंह और लेखापाल सी डी द्विवेदी शामिल थे।उन्होने अचानक डी ई ओ कार्यालय पहुंच कर रिकार्ड जब्त किये।बताया गया है की टीम अपने साथ रिकार्डों से भरे चार बस्ते ले गई है।जिसमे पिछ्ले पांच वर्ष की खरीदी,टेंडर,बिल वहाउचर और कैश बुक जब्त कर ले गई है।

गौरतलब है कि पी एल मिश्रा हायर सेकंडरी प्राचार्य बनते ही जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय रीवा मे ए डी पी सी रमसा के पद पर दो वर्ष की प्रतिनियुक्ति पर पदस्थ किये गये थे।किन्तु आठ वर्ष बीत जाने के बाद भी उन्हे हटाया नही गया।

इस दौरान रमसा अधिकारी पी एल मिश्रा पर कई गम्भीर आरोप भी लगे थे।जिनमे शिक्षकों के प्रशिक्षण मे घटिया लंच पैकेट वितरित करने,स्टेशनरी खरीदी मे भ्रष्टाचार,उत्कृष्ट विद्यालय की काउन्सलिंग मे चहेतों को मनचाही जगह पदस्थ करने,रमसा हास्टलों से वसूली करने, खराब रिजल्ट वाले विद्यालयों के शिक्षकों की परीक्षा मे मनमानी नाम जोडने काटने,अपने निजी वाहन को सरकारी टूर मे लगाने एवं एक ही फर्म विनय क्म्प्यूटर से सारी खरीदी करने के आरोप लगते रहे हैं।

वही उत्कृष्ट विद्यालय मार्तण्ड 1 के हास्टल के लिये मनमानी रूप से लाखो रुपयों की पलंग एवं गद्दे की खरीदी का मामला भी सुर्खियों मे था। वही इस वर्ष शिक्षकों के स्थानांतरण मे मनमानी करने,प्रभारी मंत्री द्वारा अनुमोदित सूची मे फेरबदल करने और शिक्षकों से लेनदेन की शिकायतों के चलते जिले के जन प्रतिनिधियों की नाराजगी की खबरें मिल रही थीं।वही उच्च स्तर से मिले निर्देश के बाद आज जे डी के निर्देश पर रमसा कार्यालय मे छापा मारकर रिकार्ड जब्त कर लिये गये हैं।कुल मिलाकर लम्बे समय से स्कूल छोड़कर डी ई ओ कार्यालय मे अफसरी कर रहे रमसा प्रभारी की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।चर्चा तो यह भी है कि उन्हे या तो निलंबित किया जा सकता है या संभाग से बाहर के किसी हायर सेकंडरी कार्यालय मे स्थानांतरित कर जांच कार्यवाही की जा सकती है।

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