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खिलोने बेचने वाले पति को बना दिया हथियारों का सौदागर

सिरोंज। बेकसूर पति पर सिरोंज पुलिस द्वारा झूठा प्रकरण दर्ज करने की जांच कराने की माग को लेकर शुक्रवार को मुस्तफीस खान की पत्नी नेहा खान एवं देवर आफताब ने सिरोंज एसडीओपी को एक आवेदन देकर थाना प्रभारी को हटाकर जांच की मांग की है।

आवेदन देते हुए नेहा खान ने कहा कि मेरा पति मुस्ताफीस सिरोंज में खिलोने बेचकर अपने परिवार का गुजारा करता था जिसकी कुछ पोस्टो के कारण सिरोंज पुलिस के कुछ आरक्षक 31.8.2021 को रात्रि 12ः30 पर किड़ी मोहल्ला स्थित घर से ले गए थे। पूछने पर उन्होनें मेरे पति को फेसबुक पर पोस्ट डालने के कारण थाने ले जाने कि बात कही । उसी दिन सुबह मेरे परिचित थाने पहुंचे और मेरे पति को छोड़ने की बात कही तो थाने से यह बताया कि फेसबुक पर गलत पोस्ट डालने के कारण उसे लाए है। थोड़ी कार्यवाही कर उसे छोड़ देंगें परंतु दिनांक 1.9.2021 को मेरे पति को मेडिकल कराने ले गए और वहा से न्यायालय ले गए। वहंा वकील के माध्यम से हमें पता चला कि मेरे पति पर आर्म्स एक्ट का केस लगा दिया है जिसकी खबर न तो हमें दी गई और न ही मेरे पति को इस संबंध में बताया गया ।

साथ ही उन पर प्रकरण दर्ज कर उनकी गिरफ्तारी के बारे में भी नही बताया गया यह कि मेरा पति ठेले पर खिलोने बेचकर अपने परिवार चलाता है परंतु इस तरह झूठा फसाकर जेल भेज दिया गया जो कि न्याय संगत नही है। नेहा एवं उसके देवर आफताब ने कहा कि पुलिस ने मेरे पति को 31 अगस्त शाम 5 बजें पुरान बस स्टैण्ड से गिरफतार करना बताया है जो कि गलत है इस संबंध में सिरोंज थाने के सीसी टीव्ही कैमरे के फुटेज भी आज ही चेक कराई जा सकते है जिसमें मेरे पति को रात्रि में थाने लाने की पुष्टि हो जाएगी मेरे देवर ने भी 31 सितम्बर को 3 बजें दिन में पुलिस अधीक्षक विदिषा को वाटसअप पर मैसेज करके इस घटना से अवगत कराया था ऐसे में पुलिस द्वारा 3 बजें के बाद शाम 5 बजें उन्हें गिरफ्तार करना झूठ है । नेहा ने अपने आवेदन में कहा कि मेरे पति को फेसबुक पर कुछ पोस्ट डालने के चलते थाने ले गए थे मेरे पति कि फेसबुक आईडी की सायबर सेल से जंाच कराई जा सकती है उसी रात मेरे पति कि आईडी से कुछ पोस्ट डीलीट क गई है । साथ ही पुलिस ने मेरे पति के प्रकरण को गोपनीय रखा और गुप चुप तरीके से कार्यवाही कि जबकि इस तरह के और प्रकरणों की जानकारी मीडिया को भी दी गई मुस्ताफीस को टारगेट बनाकर सिरोंज पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया है। यदि मेरे पति द्वारा सोशल मीडिया पर किसी कि धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने संबंधित पोस्ट की गई है तो उसकी कार्यवाही उन पर कि जाती परंतु जो जुर्म उन्हेाने किया ही नही उसकी सज़ा उन्हें दी जाना गलत है। पुलिस के इस कार्यप्रणाली से मेरे पति का भविष्य खराब हो सकता है साथ ही हमारे परिवार का भी मेरे पति निर्दोष है ।

उन्हें पुलिस द्वारा फसाया गया है इसके पहले भी कुछ लोगो को आर्म्स एक्ट में गिरफ्तार किया पर उनके समर्थन में कोई नही बोला मेरे पति खिलौने बेचते है न कि हत्यार । इस संबंध में थाना प्रभारी को हटाकर शीघ्र ही निष्पक्ष जांच कराने कीमंाग की है ।

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