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हरियाणवी गानो में लाडो शब्द के गलत इस्तेमाल को रोकने के लिये किया गया बैठक का आयोजन
रोहतक । होटल ए वन में हरियाणा कलाकारो की तरफ से एक मिटिंग का आयोजन हुआ, जिसमें मुद्दा था लाडो ।आजकल कुछ कलाकार एवं लेखक लाडो शब्द का गलत इस्तेमाल कर के उनके जरिये बस पैसा कमाने की सोचने लगे हैं, जबकि लाडो शब्द हरियाणा का सांस्कृतिक संस्कारो वाला शब्द हैं जिसे बेटी और बहन के लिये प्यार से बोलने में उपयोग किया जाता हैं।
इस प्रकार के संस्कारी शब्दो को गाने में या गलत जगह उपयोग ना हो उसको रोकने के लिये एक मुहिम चलाई जा रही हैं जिसमें सभी मिलकर ऐसे गानो का बहिष्कार किया जायेगा जिसमें लाडो शब्द का गलत इस्तेमाल किया गया हैं ।पिछले काफी दिनो से यह मुहिम फौजी प्रदीप तहलान जसौर खेडी द्वारा सोशल मिडिया पर चलाई जा रही हैं तथा उनके द्वारा लिखा गया एक गाना भी आने वाला हैं।
अब यह मुहिम पूरे हरियाणा के साथ दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान आदि राज्यो के साथ पूरे भारतवर्ष में पहुँच चुकी हैं इसको रोकने का एक ही मकसद हैं आने वाले समय में इस तरह हमारी संस्कृति एवं संस्कारो के साथ कोई भी खिलवाड़ ना कर सके और आने वाली नई पिढ़ी को अच्छे संस्कार दिये जा सके हैं ।
इसके चलते अब यह मुहिम जमीन पर उतर कर काम कर रही हैं। सोशल मिडिया से हुई शुरूआत यह अब लोगो के दिलो दिमाग तक पहुंच गई हैं और काफी संख्या में लोगो को साथ सहयोग लगातार मिल रहा हैं।
होटल ए वन रोहतक में आयोजित बैठक में हरियाणा से दूर दूर के साथी कलाकार, लेखक, गायक, डायरेक्टर, समाजसेवी आदि लोगो ने हिस्सा लिया और आगे भी इस मुहिम को जारी रखने के लिये विचार विमर्श किया गया तथा लाडो शब्द के साथ साथ हरियाणवी संस्कृति एवं सामाजिक संस्कार हमारी धरोहर के महत्व को समझाया गया तथा समाज में फैली बुराईयां, फुहड़ता, अश्लिलता को रोकने का पूर्ण रूप से प्रयास किया जायेगा ।आज कि मिटिंग में मुख्य रूप से फौजी प्रदीप तहलान, मुकेश तहलान, नरेन्द्र हरियाणवी डॉयरेक्टर, विकास रोहिल्ला रोहतक, लेखक एवं गीतकार रोहतास, नितिन तरीखा, समाजसेविका ललिता राठी, श्रीमती निर्मला राठी, रमेश माजरिया, कैप्टन सतपाल नरवाल कथूरा, ललित बैरागी, सुनिल खत्री, हरकेश, बलजीत नैन, एंकर प्रिंस बोहट, प्रसिद्ध समाजसेविका एवं आंदोलनकारी श्रीमती जगमती जी आदि लगभग 35 गणमान्य लोग मौजूद रहे।