
योग शिक्षिका ने लगाए औषधीय पौधे
औषधीय पौधे लगाकर पुण्य प्राप्त करें।
पर्यावरण संरक्षण, रक्तदान के माध्यम से जीवन दान और योग को समर्पित नारी शक्ति की जीती जागती मिसाल सिसाना निवासी योग शिक्षिका श्रीमती पारुल दहिया जो नेहरू युवा केंद्र की राष्ट्रीय युवा स्वयंसेविका, नेहरू युवा स्पोर्ट्स क्लब व रेड क्रॉस की आजीवन सदस्या व आर्याव्रत ट्रस्ट की अध्यक्षा जो देश के विभिन्न क्षेत्रों में जरूरतमंदों के लिए रक्त उपलब्ध करवाती हैं। पौधे लगाकर पर्यावरण को संरक्षित रखती हैं व निशुल्क योग कक्षाएं लगाकर जनसामान्य का स्वास्थ्य सही रखने में अपना विशेष योगदान देती हैं।
उन्होंने सिसाना गांव के ढिक्कन वाला आश्रम में औषधीय पौधे गिलोय, तुलसी, एलोवेरा, स्नेक प्लांट प्लांट लगाते हुए उपस्थित जनों को ऐसी मुहिमों से जुड़कर जनहित और पर्यावरण हित कार्यों को करने का आह्वान किया। योगाचार्य ने पौधों के लाभ बताते हुए कहा की औषधीय पौधे अगर घर घर या ऐसे धार्मिक स्थानों पर लगाए जाएं तो हमें किसी भी प्रकार के रोग में बाहर से दवाइयां खरीदने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी बल्कि हम सब हम जरूरतमंदों को अपने क्षेत्र से औषधियां देकर पुण्य प्राप्त कर सकते हैं।
श्रीमती योगाचार्य ने युवा वर्ग पर विशेष ध्यान देते हुए कहा कि जो युवा ऐसे कार्यों से जुड़ता है वह अपने जीवन को सफल बनाता ही है साथ ही अपने कुटुंब, गांव और क्षेत्र का भी नाम रोशन करता है। वर्षा ऋतु में हमें अधिक से अधिक पौधे लगाने चाहिए व उनकी नियमित रूप से देखभाल भी करनी चाहिए इस दौरान उनके पुत्र घनिष्ठ दहिया, पुत्री ईशाना, दीपक, साहिल, मोंटी, सुखील इत्यादि युवा उपस्थित रहे।