
वरिष्ठ पत्रकार नन्द किशोर श्रीवास्तव का लखनऊ में निधन
लखनऊ। वरिष्ठ पत्रकार, स्तम्भकार व राष्ट्रीय विचारधारा के पोषक नन्दकिशोर श्रीवास्तव का सोमवार पूर्वाह्न 11 बजकर 06 मिनट पर गोमतीनगर स्थित आवास पर निधन हो गया। वे लगभग 79 वर्ष के थे। उनका केजीएमयू में प्रोस्टेट कैंसर व किडनी का उपचार चल रहा था। उनके असामयिक निधन से संघ परिवार समेत पत्रकारिता जगत में शोकाकुल है।
विश्व संवाद केन्द्र के सचिव अशोक सिन्हा ने कहा कि, ‘श्री श्रीवास्तव के निधन से संघ परिवार समेत पत्रिकारिता जगत तथा समाज की अपूरणीय क्षति हुई है, जिसकी भरपाई करना असंभव है।’ सिन्हा ने बताया कि, ‘उनकी लेखनी निरन्तर राष्ट्रीय विचारधारा की पोषक रही। उनका पूरा जीवन मां भारती के लिए समर्पित रहा। उनका सादगी पूर्ण जीवन हम सभी के लिए प्रेरणादायक है।’ स्व. श्रीवास्तव अपने पीछे तीन बेटे व एक बेटी समेत भरा-पूरा परिवार छोड़कर गए हैं।
वे जीवन के अंतिम क्षण तक राष्ट्रीय विचारधारा के लिए कार्य करते रहे। वर्तमान में वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संतरविदासनगर के नगर संघचालक के दायित्व पर कार्यरत रहे।
वे पूर्व में कई वर्षो तक दैनिक स्वतंत्र भारत के सम्पादक रहे। संघ प्रचारक अधीश भटनागर के समय से ही विश्व संवाद केन्द्र से जुड़े रहे। वे विश्व संवाद पत्रिका बुलेटिन के सम्पादक रहे। स्व. श्रीवास्तव बाद में संघ के अखिल भारतीय सह सम्पर्क प्रमुख रहे अधीश जी के निधन के बाद विश्व संवाद केन्द्र के प्रमुख व निदेशक भी रहे। जब हिन्दुस्थान समाचार बहुभाषी न्यूज एजेंसी की राजधानी लखनऊ में शुरूआत हुई तो उन्होंने इस मीडिया संस्थान को भी आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी का निर्वहन किया।
इसके अलावा स्व. श्रीवास्तव तरुण भारत, दैनिक आज समेत अन्य प्रमुख समाचार पत्रों में कार्यरत रहे। उनके मार्गदर्शन व सम्पादकत्व में विश्व संवाद केन्द्र की ओर से विभिन्न समसामयिक विषयों पर विशेषांक का प्रकाशन भी उल्लेखनीय रहा। वे मूलत: सिधौर, जनपद बाराबंकी के रहने वाले थे।