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पूर्णियां विश्वविद्यालय को शर्मसार करने वाले पूर्व वीसी राजेश सिंह की गिरफ़्तारी में नाकाम है प्रशासन

पूर्णियां विश्वविद्यालय को जो शर्मसार करने का काम किया गया है। पूर्व वीसी राजेश सिंह अविलम्ब गिरफ्तार हो।

शिक्षा के मंदिर को आखिर कलंकित कर ही गया राजेश सिंह: छात्र नेता शशि।


छात्र नेता शशि ने विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि लोजपा नेता अनिल उरांव की हत्या से बहुत ही बातें उजागर हुई है जिसमें पूर्णिया विश्वविद्यालय के तत्कालीन कुलपति राजेश सिंह ने शिक्षा के मंदिर को कलंकित कर दिया। वही शशि ने कहा कि इस तरह की घटनाओं से पूरा शर्मसार करके रख दिया और पूर्णिया विश्वविद्यालय का छवि को भी धूमिल करने का काम किया गया। वहीं शशि ने कहा की माननीय मुख्यमंत्री जी के द्वारा पूर्णिया विश्वविद्यालय का सीमांचल के छात्रों को बहुत बड़ा सौगात मिला

 पर नतीजा पूर्व कुलपति राजेश सिंह ने विश्वविद्यालय के छवि को तार-तार कर के रख दिया|

 पूर्णिया के सांसद एवं बिहार सरकार के खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री लगातार संघर्षों के बाद विश्वविद्यालय पूर्णिया के पावन भूमि पर बनाया गया पर अफसोस की बात यह है कि राजेश सिंह जैसा कुलपति और उनके साथी पदाधिकारी जिन्होंने ऐसा घिनौना काम को अंजाम दिया।वहीं शशि ने कहा की पूर्णिया विश्वविद्यालय के पूर्व वीसी के द्वारा दुलारी खातून और उनके पति को अवैध रूप से उनको नौकरी दिया गया और साथ ही साथ कोशी कॉलोनी स्थित आवास भी मुहैया कराया गया और पूर्णिया विश्वविद्यालय के पूर्णिया महाविद्यालय के छात्र के लिए माननीय मुख्यमंत्री जी द्वारा छात्रावास मुहैया कराया गया था परंतु पूर्व कुलपति के द्वारा जबरन कब्जा कर लिया गया इधर छात्र को में छात्रावास मुहैया कराने में नाकाम रहे और दुलारी खातून को कोशी कॉलोनी स्थित अवैध रूप से सरकारी क्वार्टर मुहैया कराया गया इससे साफ स्पष्ट हो रहा है पूर्व कुलपति दुलारी खातून के दुलार थे और छात्र के लिए बेईमान। वही शशि ने उच्च स्तरीय जांच का मांग करता हूं और अब पूर्व कुलपति के कार्यकाल का निष्पक्ष रूप से जांच हो। वहीं शशि ने कहा कि पूर्व कुलपति का अविलंब गिरफ्तारी हो और निष्पक्ष जांच करके जो भी दोषी पाए जाते हैं उनको भी कानून कठोर से कठोर सजा मिले नहीं तो शिक्षा के मंदिर को कलंकित करने वाले इंसान को सजा दिलाने के लिए छात्र जदयू पूर्णिया प्रतिबद्ध रहेगी।

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