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सेना शिक्षा कोर के पूर्व सैनिकों का सम्मेलन सिद्धपीठ ज्वालाजी हिमाचल प्रदेश में

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संजय राजन सराहा हिमाचल प्रदेश
सराहा 31दिसंबर
गौरवशाली भारतीय सेना के शिक्षा कोर के पूर्व सैनिकों का एक सम्मेलन 21 से 23 फरवरी को देव भूमि हिमाचल के ज्वालाजी में आयोजित किया जा रहा है। इस सम्मेलन में देश भर से मशाल वेटरन्स इकट्ठे होंगे और आपसी सहयोग के साथ-साथ समाज के लिए चिंतन करेंगे कि शिक्षा और पर्यावरण के क्षेत्र में किस तरह से सहयोग कर सकते हैं।गौरतलब हे कि सेना शिक्षा कोर का इतिहास भारतीय सेना में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। जिसका उद्देश्य भारतीय सेना के जवानों को शिक्षा और प्रशिक्षण प्रदान करना है। सेना शिक्षा कोर ने भारतीय सेना के जवानों को शिक्षा और प्रशिक्षण प्रदान करके उनकी क्षमता को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।उन्होंने जवानों को विभिन्न प्रकार के प्रशिक्षण प्रदान किए हैं, जैसे कि बुनियादी प्रशिक्षण, विशेष प्रशिक्षण, और नेतृत्व प्रशिक्षण।सेना शिक्षा कोर के वेटरान्स ने समाज में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। वे शिक्षा और पर्यावरण के क्षेत्र में सहयोग करने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं। वे अपने अनुभव और ज्ञान को साझा करके समाज के लिए एक सकारात्मक परिवर्तन लाने में मदद करते हैं।सेना शिक्षा कोर का गीत "सैनिक भी हम शिक्षक भी हम" बहुत प्रसिद्ध है। यह गीत सेना शिक्षा कोर के जवानों की भूमिका को दर्शाता है, जो न केवल सैनिक हैं बल्कि शिक्षक भी हैं। वे जवानों को शिक्षा और प्रशिक्षण प्रदान करके उनकी क्षमता को बढ़ाने में मदद करते हैं।
सेना शिक्षा कोर के वेट्रान्स की कहानियाँ बहुत प्रेरणादायक हैं। वे अपनी सेवा के दौरान कठिन परिस्थितियों में भी शिक्षा और प्रशिक्षण के महत्व को समझते थे और अपने अनुभवों को साझा करके दूसरों को प्रेरित करते थे। वे समाज के लिए एक सकारात्मक परिवर्तन लाने में मदद करने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं।जानकारी देते हुए सेना शिक्षा कोर के वेटरन ए के विद्यार्थी ने यहाँ प्रेस क़ो दिए एक बयान मे बताया कि इस सम्मेलन का उद्देश्य शिक्षा और पर्यावरण के क्षेत्र में सहयोग करना है और समाज के लिए एक सकारात्मक परिवर्तन लाना है। सेना शिक्षा कोर के पूर्व सैनिक अपने अनुभव और ज्ञान को साझा करेंगे और नए विचारों को विकसित करेंगे। वे शिक्षा और पर्यावरण के क्षेत्र में सहयोग के लिए विभिन्न परियोजनाओं और कार्यक्रमों पर चर्चा करेंगे।सेना शिक्षा कोर के पूर्व सैनिकों का यह सम्मेलन ज्वालाजी में आयोजित किया जा रहा है, जो एक पवित्र और ऐतिहासिक स्थान है। यह सम्मेलन न केवल शिक्षा और पर्यावरण के क्षेत्र में सहयोग को बढ़ावा देगा, बल्कि यह भी एक अवसर प्रदान करेगा कि पूर्व सैनिक अपने अनुभव और ज्ञान को साझा करें और समाज के लिए एक सकारात्मक परिवर्तन लाने में मदद करें।

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