
निराश्रित गोवंश संरक्षण को लेकर प्रशासन सख्त,
GPS फोटो के साथ कंट्रोल रूम पर दें सूचना
शहाबुद्दीन अली अहमद की विशेष रिपोर्ट
*औरैया 30 दिसंबर 2025* / मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ विशन सिंह विकल ने अवगत कराया है कि जनपद में निराश्रित / घुमन्तू गोवशों के संरक्षण हेतु विभिन्न विकास खण्डों में गोवंश आश्रय स्थल संचालित किये जा रहे है। निराश्रित गोवशों के विचरण करते हुए किसानों के खेतों, राज्यमार्गों व सार्वजनिक स्थलों में पाए जाने पर, लोकेशन सहित जी०पी०एस० फोटो की सूचना सेन्ट्रल कमाण्ड कन्ट्रोल रूम के मो०/व्हॉस्टप नं०- 8445561780 पर दें, जिससे निराश्रित गोवंशों को नजदीकी गोवश आश्रय स्थलों में प्राथमिकता के आधार पर संरक्षित किया जा सकें। कन्ट्रोल रूम में कार्यरत कार्मिक द्वारा प्रतिदिन गौशालाओं में स्थापित कैमरों के माध्यम से अनुश्रवण कर इंगित कमियों एवं कार्यों की संकलित सूचना प्रत्येक दिवस सायं 04:00 बजे तक कार्यालय मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी, औरैया में उपलब्ध करानी होगी, जिससे उसके निराकरण किये जाने हेतु सम्बन्धित अधिकारी को अग्रसारित किया जा सकें। उ०प्र० शासन की प्रथम प्राथमिकता में गोवंश संरक्षण के दृष्टिगत नगर पालिकाओं/नगर पंचायतों के अधिशाषी अधिकारी, ग्रामीण क्षेत्रों के लिए सम्बन्धित विकास खण्ड के खण्ड विकास अधिकारी के साथ-साथ ग्राम प्रधान एवं ग्राम पंचायत अधिकारियों को सचेत रह कर गोवंश सरक्षण का कार्य सम्पादित करना होगा। मा० मुख्यमंत्री निराश्रित/बेसहारा गोवंश सहभागिता योजना एवं मा० मुख्यमंत्री पोषण योजना (महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा चिन्हित कुपोषित परिवारों हेतु) के अन्तर्गत गौशालाओं से सुपुर्दगी में दिये गये गोवंशों के भरण-पोषण हेतु प्रति गोवंश हेतु रू0 50/- प्रतिदिन की दर से प्रतिमाह रू0 1500/- की धनराशि डी०बी०टी० के माध्यम से लाभार्थी को उपलब्ध करायी जा रही है तथा इस योजना का लाभ लेने के लिए समस्त जिले के कृषकों/पशुपालकों से अपील है कि सम्बन्धित विकास खण्ड के खण्ड विकास अधिकारी / पशु चिकित्साधिकारी सहित गौशाला के ग्राम प्रधान/ग्राम विकास अधिकारी/से सम्पर्क कर अपना आवेदन भरकर योजना का लाभ लिया जा सकता है।